chapter 28
अभय अपनी मा के कमरे मे आता आसा बिस्तर पे इस तरह से लेती दरवाजे की तरफ ही देख रही थी और अभय के आने का इंतज़ार कर रही थी आसा जिस तरफ लेती थी आसा के चिकने कमर पेट गहरी ढोरी साफ साफ दिखाई दे रही थी आसा अभय को देख मुस्कुरा देती है

अभय आसा को देखता है फिर अपनी मा के कमर चिकने पेट ढोरी को देखने लगता है ( आसा मुस्कुराते हुवे अभय को देख - क्या देख रहा है लाला : अभय आसा को देख मुस्कुराते हुवे - देखने वाली चीज देख रहा हु ( आसा सर्म से लाल हो जाती है
अभय अपनी मा के पास जाके आसा के हाथ पकर खरा करता है आसा अभय को देखती रहती है अभय आसा के पास आके आसा की
आखो मे देख - मा अपनी सारी नीचे गिरा दो
आसा हैरान शर्मा के अभय को देख - लेकिन कियु लाला
अभय आसा को देख - अपने लाला पे बिस्वास नही है
आसा बिना देरी किये सीने से सारी शर्मा के नीचे गिरा देती है आसा को बहोत सर्म आ रही थी साथ मे समझ नही पा रही थी अभय ने ऐसा करने के लिये कियु कहा लेकिन आसा को अपने बेटे पे बिस्वास था

अभय अपनी मा के ब्लाउस मे कसे दो उजले बरे चूचे कमर पेट गहरी ढोरी को देखते हुवे - मा आपकी कमर चिकने पेट गहरी ढोरी देख मेरा दिल थम जा जाता है ( आसा अभय की बात सुन बहोत शर्मा जाती है
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अभय आसा के पास नीचे बैठ जाता है और अपनी मा के पीछे गांड के थोरा उपर दोनो हाथो को ले जाके पकर आसा के पेट ढोरी पे किस करने लगता है आसा अभय के बाल सेहलाते हुवे जोर से - सिसक परती है उफ बेटा ठोरी देर बाद
अभय खरा होता है और अपनी मा को देखता है आसा सर्म से लाल अभय को देखती है
अभय आसा को देख - मा अपनी आखे बंद करो ना
आसा अभय की आखो मे कुछ सकेन्द् देखती है फिर आखे बंद कर लेती है अभय फिर अपने पॉकेट से जो गिफ्ट लाया था उसे निकाल आसा के कमर मे पेहनाने लगता है आसा आखे बंद किये हुवे थी लेकिन आसा फिल कर पा रही थी उसका बेटा उसे कमर मे कुछ पेहना रहा था काम हो जाने के बाद

अभय थोरा पीछे होके आसा के कमर मे अभय ने कमरबंद पेहनाया था अभय मन मे - उफ मा के ऊपर ये कमरबंद कितना मस्त लग रहा है मेरी मा सच मे बहोत सेक्सी हॉट है
आसा - बेटा क्या मे अब अपनी आखे खोलू
अभय - जी मा
आसा अपनी आखे खोल अपने कमर को देखती है तो आसा को बहोत ही खूबसूरत कमरबंद अपने कमर मे दिखाई देता है जो आके के चिकने पर्फेट कमर पे जच रहा था आसा कयामत लग रही थी
अभय- कैसा लगा मा मेरा गिफ्ट आपको
आसा अभी भी कमरबंद को देखे जा रही थी असल मे आसा को बहोत अच्छा लगा था अभय का गिफ्ट साथ मे आसा बहोत खुश थी की उसका बेटा उसके लिये इतना खूबसूरत गिफ्ट लाया उसका ख्याल रखता है
आसा अभय को प्यार से देखती है फिर पास जाके अभय के गले लग थोरा इमोसानल होते हुवे - बहोत प्यारा लगा मुझे मेरे लाला का दिया गया गिफ्ट मेरा बच्चा कितना ख्याल रखता है मेरा

अभय आखा के आखो मे देख मुस्कुराते हुवे - मा मेने को सब अपने लिये क्या इस रूप मे मैं ही देखुंगा ना तो आपकी कमर ढोरी कमरबंद तो फायदा मेरा हुआ ना
आसा बहोत शर्मा जाती है और अभय को देख - हा मेरे लाल तुझे ही दिखाउगी
अभय आसा के कमर पकर अपने से सता के आसा के आखो मे देख -मा चलो डांस करते है
आसा अभय की आखो मे देख थोरा शर्मा के - जरूर करुगी बताओ कैसे करना है
अभय आसा को एक भोजपुरी वीडियो दिखाते हुवे - ऐसे
आसा वीडियो देख सर्म से लाल - ठीक है करुगी
अभय खुश होकर - थैंक्स मा
अभय भोजपुरी सोंग लगा देता है गाना बजते ही आसा वैसे ही सारी नीचे गिराये कमर हिला के डांस करने लगती है और आसा के कमर मे कमरबंद आसा के कमर पे चार चाँद लगा रहा था

अभय अपनी मा को इतनी सेक्सी हॉट तरीके से डांस करता देख पागल होने लगता अभय का दिल धक करने लगता है आसा सच मे बहोत अजब डांस के साथ कयामत आग लग रही

अभय अब आगे जाता है और आसा के कमर पकर किस करता है आसा सिसक् परती है अभय अपना हाथ आसा के पेट से लेते हुवे आसा के बरे चूचे के बीच दरार से उपर आता है और आसा को पकर किस पे किस करने लगता है आसा की मस्ती से सिसकिया निकल जाती है
अभय फिर आसा के सारी सीने पे रख आसा को बिस्तर पे लेता आसा के ऊपर आ जाता और आसा की आखो मे देखने लगता है आसा बहोत शर्मा रही थी अपने बेटे के साथ डांस करने के बाद
अभय आसा को देख प्यार से - मा आप बहोत हॉट सेक्सी है लेकिन कमरबंद के साथ आप बहोत कयामत लग रही थी
आसा सर्म से लाल होते हुवे - सच केह रहा है
अभय - मे कभी झूठ कैसे बोल सकता हु अपनी मा से
आसा - थैंक्स लाला तेरी वजह से मेरा हर दिन खास गुजरता है खास कर अभी का समय जब तुम आते हो गुड नाइट बोलने आते हो
अभय आसा के कान मे धीरे से - मेरा भी मुझे आपके उपर लेत आपके सरीर की गर्मी फिल कर बहोत अच्छा लगता है
आसा सर्म से पानी पानी हो जाती है
अभय आसा के होठो पे किस करते हुवे - गुड नाइट सेक्सी डार्लिंग मा
आसा अभय के होठो पे किस कर - गुड नाइट मेरे लाला
अभय फिर कमरे से निकल जाता है आसा आज बहोत खुश थी आसा खरी होके सारी निकाल नंगी होके अपने कमर पे कमरबंद देख मुस्कुराते हुवे - कितना अच्छा लग रहा है
आसा फिर नाइटी पेहन मुस्कुराते हुवे बिस्तर पे लेत आखे बंद कर सो जाती है
अभय अदिति के कमरे मे जाता है अदिति अभय का इंतज़ार कर रही थी अभय अदिति को बाहों मे लेके - मेरी प्यारी गुरिया
अदिति अभय को देख - मेरा प्यार हैंडसम भाई
अभय मुस्कुराते हुवे - तु भी तो बहोत खूबसूरत है
अदिति शर्मा के - झूठ बोल रहे है
अभय अदिति के चेहरे को पकर आखो मे देख - सच केहता हु हमेसा तुम बहोत खूबसूरत और

अदिति शर्मा के - और भाई क्या
अभय अदिति के कान मे धीरे से - बहोत शैतान भी हो
अदिति अभय को सीने पे मारते हुवे मुह बना के - भाई आप कितने बुरे है जाओ मे आपसे बात नही करती
अदिति मुह फुला के दूसरी तरफ मुह कर बैठ जाती है
अभय मुस्कुराते हुवे अदिति को पीछे से बहोत मे लेके - मे तो मजाक कर रहा था तुम बहोत खूबसूरत हो मॉडल की तरह
अदिति अभय की बात सुन मुस्कुरा देती है
अभय अदिति को अपनी तरफ घुमा के गाल पे किस कर - अब सो जाओ मेरी गुरिया गुड नाइट
अदिति अभय के गाल मे किस करते हुवे - गुड नाइट भाई
अदिति बिस्तर पे लेत सोने लगती है अभय अदिति को देखता है फिर मुस्कुराते हुवे अपने कमरे मे आके बिस्तर पे लेत फोन दिशा को लगा देता है
दिशा - हो गई मम्मी जी ननद जी से बात बोल आये गुड नाइट
अभय मुस्कुराते हुवे - हा मेरी रानी बोल आया
दिशा बिस्तर पे करवट बदल - अच्छा बाकी सब कैसा चल रहा है
अभय - अच्छा चल रहा है बस दिन ना रात तेरे बिना जल्दी नही गुजरता है मेरी जान
दिशा शर्मा के - मेरा भी यही हाल है पति जी मुझे तो आपके बाहों मे सोना है पूरी जिंदगी
अभय मजे लेके - सिर्फ सोने आओगी तो मे भला तुम्हे कियु लाऊ
दिशा बात को समझ - कितने गंदे है आप फिर सुरु हो गये
अभय हस्ते हुवे - मेने सही तो कहा
दिशा शर्मा के - हा बाबा वो सब भी होगा अब खुश यही सुनना था ना
अभय मुस्कुराते हुवे - हा लेकिन खुल कर बोलो मजा नही आया
दिशा - छी गंदे मे नही बोलुगी
अभय - तो मे रूठ जाउंगा
दिशा शर्म से - चुदाई अब खुश
अभय हस्ते हुवे - हा अब सही है
20 मिनट दोनो मे बाते होती रहती है फिर फोन कट
अभय फोन रख बिस्तर पे लेत छत को देखते हुवे अपने आने वाले लाइफ के बारे मे सोचने लगता है
तभी अभय का फोन बजता है
अभय फोन लेते हुवे - अब किसका फोन आया है
अभय नंबर देखता है तो मुस्कुरा देता है
अभय - हा बुवा बोलिये
काजल - सो गया क्या
अभय - नही आपको याद कर रहा था देखिये आपका फोन आ गया
काजल हस्ते हुवे - मुझे कियु याद कर रहा था हा
अभय - बस दिल ने कहा याद कर लू वैसे सब सो गये क्या
काजल - हा सब सो गये है
अभय - तो आप कमरे मे है
काजल - नही रे पीछे खटिये पे लेती हु
अभय - अच्छा फूफा देखेंगे तो बोलेंगे मेरी बीवी किसने बात कर रही है
काजल हस्ते हुवे - शैतान उनको पता है
अभय - अच्छा ये बात है
काजल - ये बता सब कैसे है
अभय - सब अच्छे है
काजल - वहा जीतने दिन रही तेरे साथ बहोत मजा आया
अभय मुस्कुराते हुवे - मुझे भी बुवा आपको बाहों मे लेके किस करने मे बहोत मजा आता था
काजल सर्म से लाल - तु भी ना
अभय - काश मे वहा होता अभी तो
काजल तेज सासे लेके - तो
अभय - तो आपके उपर आके आपके होठो का रस पिता और आपके साथ पूरी रात सोता बाहों मे लेके
काजल की सासे और तेज हो जाती है चूचे उपर नीचे होने लगते है काजल अपने पैर पे पैर चढ़ा के तेज सासो के साथ - अच्छा जी
अभय - बिल्कुल बहोत मजा आता है ना
काजल शर्मा के - मुझे किया पता
अभय - जब मोक्का मिलेगा तो देख लीजियेगा
काजल -शैतान
अभय - बुवा एक किस्सी दो ना
काजल शर्मा के- फोन पे कैसे किस्सी दुगि
अभय - उम्मा ऐसे
काजल सर्म से हस्ते हुवे - उम्मा ऐसे
अभय हस्ते हुवे - हा ऐसे ही
काजल - तु ना बहोत बिगर गया है
अभय मुस्कुराते हुवे - आपकी जैसी हॉट बुवा मिलेगी तो बिगर जाउंगा ही
काजल बहोत शर्मा जाती है
काजल - अच्छा ये बात है
अभय - अच्छा बुवा रात 12 बज गये सो जाइये नही तो फूफा जी को अकेले नींद नही आयेगी
काजल सर्म से - बहोत मार खायेगा
अभय हस्ते हुवे - गुड नाइट हॉट बुवा
काजल हस्ते हुवे - गुड नाइट बेटा
फोन कट
काजल कमरे मे जाते हुवे मुस्कुराते हुवे - शैतान
अभय भी फोन रख सो जाता है
सुबह हो जाती है आसा अभय को अभय अदिति को जगाने के बाद अभय हल्का होके जोगिग करने के बाद विजय के घर आ जाता है
अभय अंदर जाता है तो देखता है कोमल चावल पानी से धो रही थी अभय मुस्कुराते हुवे - देखो तो आज कल बंदरिया भी चावल धोने लगे है
काजल पीछे मुर अभय को देख देख गुस्से से - देख बंदर बहोत मारुगी तुझे
अभय मुस्कुराते हुवे - अच्छा मुझसे जीत नही पायेगी तो मारेगी कैसे
कोमल चावल रख गुस्से से अभय के पास आके एक मुक्का अपने के पेट मे मारती है लेकिन अभय रोक लेता है और कोमल को बाहों मे कस के पकर लेता है
कोमल खुद को अभय के बाहों मे पाके बहोत शर्मा जाती है
कोमल अभय को देख - छोर मुझे नही तो अच्छा नही होगा
अभय कोमल के चेहरे को पकर प्यार से देख - रोज तुझे देखता हु लेकिन आज इतने पास से तुझे देख रहा हु तो तुम सच मे बहोत खूबसूरत हो

अभय की बात सुन कोमल शर्मा के - क्या बात हो आज बरी तारीफ कर रहा है कोई किस नही मिलेगी
अभय कोमल को छोरते हुवे - मेने तो सच कहा
कोमल सर्म से जाके खाना बनाने लगती है
तभी विजय उबासी लेते हुवे आता है और अभय को देख - भाई
अभय विजय को देख - खूब नींद ले रहा है
विजय डरते हुवे - नही भाई वो तो
मिनिता आते हुवे - नही तो क्या हा देख अभय बेटा सुबह रोज उठ जोगिग करते हुवे आता है और तु सोता रेहता है
विजय मासूम चेहरा बना के - भाई के अंदर बहोत ताकत है मेरे अंदर नही है
मिनिता - कितना नाटक करता है
विजय खेत की तरफ जाते हुवे - मे जा रहा हु आप बाते करो
विजय चला जाता है
अभय मिनिता को देखता है मिनिता अभय को
अभय मिनिता को बाहों मे लेके - गुड मोर्निंग ऑन्टी
मिनिता अभय को देख - गुड मोर्निंग बेटा
अभय मिनिता के कान मे धीरे से - गीली किस्सी मिलेगी
मिनिता बहोत शर्मा जाती है और धीरे से - ना एक बार के लिये था
अभय - अच्छा चलेगा
मिनिता कमरे मे जाने लगती है गांड हिलाते हुवे और दरवाजे पे जाने के बाद अभय को देख आने का इसारा करती है अभय ये देख बहोत खुश हो जाता है और जल्दी से कमरे मे जाता है
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अभय अंदर जाता है मिनिता सर्म से नजरे नीचे किये खरी थी अभय मिनिता के पास जाके खरा हो जाता है और मिनिता के कमर पकर पुरा चिपका देता है मिनिता उफ करती है दोनो एक दूसरे से चिपके हुवे थे अभय मिनिता के होठो को देखता है

अभय फिर मिनिता के चेहरे को पकर किस करना सुरु कर देता है अभय जोरों सोरों से मिनिता के होठो जिब को मुह मे लेके चूसने लगता है मिनिता भी अभय को बाहों मे पकर अभय के होठो जिब चूसने लगती है दोनो एक दूसरे का लार 3 मिनट तक पीते है फिर अलग होते है
अभय अभी भी मिनिता को बाहों मे पकरे था मिनिता के चूचे चुत कि गर्मी फिल कर रहा था मिनिता सर्म से लाल हुवे खरी अभय को देखती है
अभय मिनिता के कान मे धीरे से - मेरी हॉट ऑन्टी क्या रोज गीली किस्सी मिलेगी मुझे क्या है ना मुझे आपके होठ जिब चूस कर पीने मे बहोत अच्छा मिठा लगता है बोलिये ना
अभय की बाते मिनिता की सासे तेज कर देती है मिनिता सर्म से लाल हुवे धीरे से - सोचुगी
अभय मुस्कुराते हुवे - आज का किस्सी कैसा लगा आपको
मिनिता सर्म से - अच्छा लगा
अभय - मिठा
मिनिता - हा
अभय - थैंक्स आप बहोत अच्छी है
अभय फिर मिनिता को छोर बाहर आ जाता है मिनिता बिस्तर पे बैठ सर्म से जोर जोर से सासे लेने लगती है
अभय जाते हुवे - जा रहा हु बंदरिया
कोमल गुस्से से - जा ना तो रोका किसने है बंदर
अभय मुस्कुराते हुवे घर आ जाता है
आरोही के घर
टीनू आरोही कमरे मे बैठे बाते कर रहे होते है
टीनू - पापा ने क्या कहा सादी कब कर रही हो
आरोही मुस्कुराते हुवे - बहोत जल्द
टीनू - और अभय अदिति का क्या सोचा है
आरोही गुस्से वाले फेस के साथ- सब रेडी है कैसे क्या करना है प्लान हो चुका है
टीनू - अभय बारात लेके जायेगा घर मे सब लेडिस ही होगी उसके रिश्ते डार भी कई लोग होगे उसका क्या करुगी
आरोही टीनू को देख मुस्कुराते हुवे - म कई लोग होगे कोन कोन होगे कितने होगे वो भी पता है मुझे
टीनू मुस्कुराते हुवे - अच्छा ये बात है कही सब को उठाने का प्लान तो नही कर रही ना
आरोही शैतानी हसी हस्ते हुवे - हा सही कहा अदिति के चुत के साथ कई चुत मिलेगी सब को कैद मे रखेगें फिर रोज भाई तुम और वे मजे करना कैसे क्या करना है प्लान रेडी है बस इंतज़ार है उस दिन का
टीनू आरोही को पकर बिस्तर पे लेता के आरोही के ऊपर आखे - अभी मुझे तेरी चुत चाहिये आरोही
आरोही हैरान टीनू को देख - ये तुम क्या कर रहे हो हटो मेरे उपर से
टीनू आरोही के चूचे और एक हाथ पीछे ले जाके चुत दबाने लगता है आरोही सिसकिया लेते हुवे - टीनू मत कर प्लेस
टीनू नही रुकता और जोर जोर से चूचे चुत को 2 मिनट तक मसलते रेहता है आरोही गर्म हो जाती है टीनू मोक्का देख आरोही के के नीचे के पैंट निकाल नँगा कर देता है और खुद नीचे से नँगा हो जाता है
आरोही टीनू को देख - मत कर
टीनू मुस्कुराते हुवे - प्लेस टांगे फैलाओ ना
आरोही टीनू को देख टांगे फैला देती है
टीनू अपना लंड आरोही के चुत मे घिसने लगता है आरोही बिस्तर पे सिसकिया लेने लगती है
टीनू एक जोर का धक्का मार पुरा लंड आरोही की चुत मे घुसा देता हो आरोही दर्द मे आसु लिये - मर गई धीरे घुसाना था ना
टीनू तेज धक्का मारते हुवे - मेरी जान मेरी मजा तेज धक्का मारने से आता है

आरोही दर्द मे उफ हा धीरे टीनू आह दर्द हो रहा है टीनू अपना लंड आरोही की चुत मे पेले जा रहा था आरोही आसु लिये हर धक्के और लंड अपनी चुत मे आते जाते दर्द मे मजे ले रही थी 9 मिनट बाद आरोही उफ टीनू मेरा आने वाला है टीनू ठीक है टीनू तेज धक्का मारता है आरोही कापते हुवे मा निकल गया
टीनू आरोही की चुत मार पैंट पेहन लेता है आरोही खरी होके कपड़े पेहन कर टीनू को देख - मार ली ना मेरी चुत
टीनू आरोही के चूचे दबा के - मजा तूने भी तो लिया नही तो तेरी चुत पानी नही छोरति
आरोही - हा आया मजा अब जा यहा से
टीनू जाते हुवे - ठीक है बाय
आरोही अपनी चुत सेहलाते हुवे - मुझे अब लंड लेने की आदत पर गई है चुत मे खुजली होती रहती है
अभय मधु के घर आ गया था और सिला मधु से बैठ बाते करने लगता है 20 मिनट बाते कर घर आ जाता है
रात 10 बजे
मिनिता काजल आते है आगन मे बैठ सभी बाते करने लगते है
कोमल अभय को देख - ओये बंदर सादी के भोज मे किया खिलायेगा
अभय कोमल को देख - बंदरिया चिंता मत कर गाव वालो अच्छे से खिलाया जायेगा
कोमल - हा हा अपनी सादी मे इतना करेगा ही
अभय - चिंता मत कर तेरी सादी मे भी गाव वालो को अच्छा भोज खिलाया जायेगा
कोमल -तु हमेसा मेरे पीछे कियु परा रेहता है सादी के लिये
अभय मुस्कुराते हुवे - अब नही तो बुढी होने के बाद सादी करेगी
कोमल गुस्से से - तुझे तो मे
मिनिता आसा अदिति दोनो की बहस लराइ देख मजे ले रहे थे और दोनो को देख हसने लगते है
मिनिता हस्ते हुवे - सही तो कहा अभय बेटे ने
कोमल मुह फुला के - आप सब उसी के साइड है मुझे पता है
आसा हस्ते हुवे - वो तो हम है ही
फिर सभी बाते करने लगते है अभय कमरे मे आ जाता है कियुंकी लेडिस बाते करने मे लग गई थी
30 मिनट बाद
मिनिता अभय के कमरे मे आती है अभय मिनिता को देख बहोत खुश हो जाता है अभय मिनिता के पास जाके मिनिता को बाहों मे कस लेता है मिनिता उफ करती है
अभय मिनिता को देख - थैंक्स ऑन्टी आने के लिये
असल मे अभय कमरे मे जाते वक़्त मिनिता को इसारे से कमरे मे आने के लिये कहा था अभय को लगा नही था मिनिता आयेगी लेकिन आ गई
मिनिता अभय को देख सर्म से - बेटा कोई देख लेगा तो
अभय मिनिता को देख - तो क्या मे तो रोज आपको बाहों मे लेता हु
मिनिता शर्मा के - लेकिन मुझे अजीब लगेगा
अभय - तो किया मे आपको किस करू गीली वाली
मिनिता सर्म से अपना होठ खोल देती है अभय समझ कर किस करना सुरु कर देता है दोनो एक दूसरे को पकरे जिब होठ चूस कर मजे से पीने लग जाते है ( अभय -ऑन्टी को बाहों मे लेके होठो के रस पीने मे मुझे बहोत मजा आने लगा है उफ ऑन्टी का लार बहोत मिठा है
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मिनिता अभय के जिब चूस लार पीते हुवे मन मे - मुझे अब अभय बेटे के जिब चूस लार पीने मे मजा आने लगा है मे अपने आप को रोक नही पाती लेकिन किस ही तो है मजा भी बहोत आता है उफ 2 मिनट बाद
अभय मिनिता को देख अपना जिब होठ मे फेरते हुवे - बहोत मिठा है रोज की तरह मजा आ गया ऑन्टी आपके मीठे लार चूस कर पीने मे
मिनिता सर्म से लाल - मुझे भी अब जाना होगा बेटा
अभय मिनिता को छोर - ठीक है चलिये
अभय मिनिता बाहर आते है फिर मिनिता कोमल घर चले जाते है
अभय अपनी मा के साथ कमरे मे आ जाता है
आसा अभय को देख - बेटा आगे मुह कर के खरा हो जा
अभय आगे मुह कर खरा हो जाता है
आसा सारी निकाल नाइटी पेहन कर बिस्तर पे बैठ - ठीक है आजा
अभय आसा के पास जाके आसा को पकर बिस्तर पे लेता है आसा के ऊपर लेत जाता है आसा भी प्यार से अभय के बाल सेहलानें लगती है
अभय - डार्लिंग मा
आसा - हा मेरे लाल
अभय - बुवा ने फिर मुझे कहा मे लेने आउ
आसा - वो शैतान कब कहा आने के लिये
अभय - सादी के 10 दिन पहले कहा लेने आने के लिये
आसा - तब ठीक है जाके ले आना उसके बाद बहोत काम करने है सादी की सब खरीदारी करनी है
अभय - हा इस लिये मेने सोचा है बुवा को लेने साम को जाउंगा फिर सुबह बुवा को लेके आ जाउंगा उसी साम हम सब खरीदारी करने चलेंगे
आसा - हा ये अच्छा रहेगा
अभय आसा को देख - कल डांस करने मे मजा आया
आसा थोरा शर्मा के - हा बहोत आया
अभय - आपको पता है मे ना आपको साथ एक बार बारिस मे नहाना डांस करना चाहता हु लेकिन बारिस ही नही हो रही
आसा सर्म से हस्ते हुवे - अच्छा बदमास यही सब चलता हो तेरे दिमाग मे 1
अभय आसा के होठो मे किस करते हुवे - मे हो आपके साथ हमेसा डांस करना चाहता हु मेरी हॉट मा बोलिये बारिस मे डांस करेगी ना
आसा अभय को देख शर्मा के - जरूर करेगी
अभय - अब तो मुझे बारिस का इंतज़ार रहेगा अच्छा मा गुड नाइट
आसा - गुड नाइट बेटा
अभय कमरे से निकल आता है आसा मन मे शर्मा के - बारिस मे डांस लाला भी ना क्या किया सोचता रेहता है
अभय अदिति के कमरे मे अदिति को बाहों मे लेके - तुझे किया चाहिये मतलब सादी मे किया पेहनोगी
अदिति अभय से चिपक अभय को देख मुस्कुराते हुवे - उसी दिन देख लेना मे नही बताने वाली
अभय मुस्कुराते हुवे - अच्छा ये बात है मधु भी मिली होगी
अदिति मुस्कुराते हुवे - मधु कोमल पूजा तीनो
अभय - अच्छा तो तुम लोगो मे अपना ग्रोप् बना लिया है
अदिति हस्ते हुवे - आपने सही कहा भाई
अभय - चलो ये भी अच्छा ही है
अभय अदिति के गाल पे किस करते हुवे - गुड नाइट गुरिया
अदिति अभय के गाल पे किस कर - गुड नाइट भाई
अभय अपने कमरे मे आ जाता है अदिति कोमल से बाते करने लगती है
अभय दिशा को फोन करता है
पूजा - हैलो ठरकी जीजा जी
अभय - ओये ठरकी किसे बोला याद है ना उस दिन का चाटा या भूल गई
अभय की बात सुन पूजा के गांड फिर दर्द करने लगते है
पूजा - याद है और उसका बदला लेके रहूगी
अभय हस्ते हुवे - बरी आई बदला लेने वाली
पूजा गुस्से से - देख लेना आप
दिशा पास मे ही बैठी थी
दिशा - इसी लिये फोन लिया था ना दे
पूजा दिशा को फोन देते हुवे - हा लीजिये मुझे भी ठरकी जीजा से बात करने का कोई सॉक नही है ( पूजा फिर चली जाती है
अभय - तुम्हारी बेहन बहोत गुस्से वाली है लेकिन प्यारी भी
दिशा - अच्छा जी मेरी बेहन से दूर रहियेगा समझ गये
अभय मुस्कुराते हुवे -समझ गया वैसे भी मेरी बीवी किसी से कम है क्या
दिशा सर्म से - वो तो है
अभय - किया किस्मत है एक बार डाला अब इतना इंतज़ार करना पर रहा है
दिशा अभय की बात समझते हुवे सर्म से लाल - गंदे पति फिर सुरु हो गये छी छोटकी सही केहती है आप ठरकी के साथ बहोत बेसर्म है
अभय - लो भाई तुम भी सुरु अरे मे अपनी बीवी से हि तो केह रहा हु ना
दिशा - हा लेकिन आपकी हर बाते गंदी ही होती है
अभय हस्ते हुवे - अच्छा जैसे तुम्हे सुनने मे मजा नही आता
दिशा कुछ नही केहती
अभय हस्ते हुवे - बोलो चुप कियु हो
दिशा सर्म से - बस भी करिये बहोत सर्म आ रही है
10 मिनट ऐसे ही बाते करते है फिर फोन कट
तभी काजल का फोन आ जाता है अभय मुस्कुराते हुवे
अभय - हॉट बुवा बोलिये
काजल - किसने बाते करने मे लगे हुवे थे होने वाली बीवी से
अभय हस्ते हुवे - तो किससे बात करुगा बुवा
काजल - मुझे लगा कोई और भी होगी
अभय - है ना
काजल हैरान सॉक से - क्या कोन है वो
अभय हस्ते हुवे - आप है ना बुवा डार्लिंग
काजल हैरान झूठा गुस्से मे - क्या शैतान बहोत मार खायेगा
अभय हस्ते हुवे - प्यार मिलेगा तो मार भी खा लुगा
काजल - बहोत शैतान होते जा रहा है
अभय - हा वो तो है कहा है घर के पीछे
काजल - हा सही कहा
अभय - मे आउ प्यार करेगे
काजल सर्म से - मुझे नही करना दिशा बहु है तो
अभय - आपकी बात अलग है बुवा डार्लिंग
काजल - मे कब तेरी डार्लिंग हो गई
अभय - आज अभी से
काजल - अच्छा जी मेरे पूछे
अभय - तो अब पूछ लेता हु बनेगी मेरी डार्लिंग
काजल सर्म से - डार्लिंग केहता है चलेगा लेकिन सब के सामने नही अजीब लगेगा सब को
अभय मुस्कुराते हुवे - जैसा आप कहे अकेले लेती है मे भी होता वहा तो दोनो साथ मे सोते
काजल हस्ते हुवे - जब आयेगा तो सो लेना उसमे क्या है
अभय - सच लेकिन फूफा कहेगे पीछे बुवा भतीजा कियु सो रहे है तो
काजल हस्ते हुवे - पागल कुछ नही कहेगे वैसे भी गाय ने बच्चा दिया है तो देखने के लिये मे तेरे फूफा भाई सोते है एक एक रात कर के
अभय - अच्छा ये बात है ठीक है फिर आऊगा तो आपसे चिपक कर सोउंगा
काजल हस्ते हुवे - अच्छा बाबा सो लेना
अभय प्यार से - बुवा किस्सी
काजल - उम्मा
अभय - बहोत मिठा है गीली वाली मिलेगी तो और मजा आयेगा
काजल हस्ते हुवे - तु तो गीली किस्सी के पीछे पर गया है
अभय - परुगा ही इतनी हॉट बुवा की किस्सी कोन छोरेगा
काजल सर्म से - बदमास
अभय - गुड नाइट बुवा डार्लिंग
काजल - गुड नाइट बेटा
फोन कट
काजल लेते हुवे मन मे - कितना शैतान हो गया है बाते भी ऐसी करता है क्या बोलू मे
काजल फिर कमरे मे आ जाती है
( 8 दिन बाद )
चलो जान लेते है इस 8 दिन मे क्या किया हुआ है
आरोही रण्डी बन चुकी थी भाई उदय से रोज चुदवाती है टीनू ने इस 8 दिन मे आरोही को 2 बार और चोदा
उदय आरोही के पिता जगमोहन को पूरी तरह से अपने जैसा गिरा कमीना बना दिया उदय जगमोहन को रोज नया माल चुदाई करने को देता है दोनो मजे करते रहते है
अभय रोज की तरह रात को मा से प्यारी बाते करता रेहता है इस 8 दिन मे अभय ने अपनी मा के साथ दो बार और डांस किया यानी रोज रात को अभय जैसा करता है या होता आ रहा है मा से बात करना गुड नाइट बोलना फिर अदिति को गुड नाइट बोलना
अभय जब सोने जाता है तो रोज की तरह दिशा कभी कभी सासु मा पूजा से भी बात करता लेता था उसके बाद काजल से फिर सुबह मिनिता के पास जाना किस करना फिर टाइम निकाल मधु सिला से मिलने जाना
यानी अभय को रोज का जो था वैसा ही चलता रहा
लेकिन अभय मिनिता काजल के बीच थोरा सब आगे बढ़ गये थे जिसका अन्दाज़ा ना अभय मिनिता काजल को था
कितना आगे आपको पता चल जायेगा
9 दिन सुबह हो चुकी थी
यानी कल अभय काजल को लेने जाने वाला था
और आज से अभय के सादी के 11 दिन बचे थे
आज के लिये इतना ही


