monsterking
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Bahut hi
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साम 6 बजे - एक अंजान जगह मे कम से कम 37 लोगो के बीच ग्रुप मीटिंग हो रही थी
एक बंदा - हम किया करेगे महारे बॉस dp devil तो मारे गये उपर से साली वो कमीनी इंस्पेस्टर हमारे पीछे कुत्तो की तरह परी हुई है हम बाहर भी नही निकल सकते सास लेने के लिये
दूसरा बंदा - तुम ने सही कहा अगर हम बाहर निकले तो साली कमीनी को पता चल जायेगा और हमारा काम तमाम हो जायेगा
तीसरा - यार किया मस्त लाइफ चल रही थी मजा आ रहा कमीनो को मारने मे dp बॉस हमारा ख्याल भी अच्छे से रखते थे लेकिन उनके मरने के बाद सब खतम
चौथा - सही कहा अब हम इधर उधर छुप कर रह रहे है पता नही कब तक छुप कर रेहना होगा
बाकी जो बन्दे थी उनकी बाते बैठे आराम से सुन रहे थे सभी के बीच एक बंदा बैठा हुवा था वो dp devil का राइट हैंड था
राइट हैंड - चिंता मत करो तुम सब मे हु ना मे बनुगा तुम सब का अगला dp devil और इस बार हम अपना एक नया ओरोग्नाईजेसन बनायेगे उसी के साथ अपने बॉस का बदला भी लेगे जो बॉस के कैद से भाग गये है उन्हे हम ढूढ़ कर चुन चुन कर मारेगे चारों तरफ तबाही बचा देगे कोई नही बचेगा और वो कमीनी इंस्पेटर उसके साथ हम मजे करेगे और वीडियो बना का पूरी दुनिया को देखायेंगे ताकि सब को पता चले बॉस नही है तो किया हुवा उसके वफादार लोग अभी जिंदा है
राइट हैंड की बात सुन सब खुशी से हाथ उठाते हुवे हम आपके साथ है हम आपके साथ है बोलने लगते है
बंदा 1 - लेकिन कप्तान ये सब होगा कब कैसे करेगे कियुंकी वो कमीनी तो हमारा पीछा ही नही छोर रही है
राइट हैंड सभी को - अभी सही वक़्त नही आया है पेहले हमे अपने आप को बचा के रखना होगा मामला ठंडा हो जायेगा जब पुलिस और वो कमीनी हमारा पीछा करना छोर देगी तब हम फिर लोगो की भर्ती करेगे एक नया बरा टीम खरा करेगे और हमारा मकसद एक हि होगा दुनिया मे बताहि मचाना ताकि सरकार से लेकर सब को एहसास हो की उन्होंने हम से पंगा लेकर अपनी मौत को दावत दी है
( इंस्पेस्टर नीतिका के घर ) 9.30 बजे
नीतिका अपनी बेटी मिका के कमरे मे दोनो मा बेटी बिस्तर पे लेते बाते कर रहे होते है
मिका - मा वो कमीना dp devil तो मारा गया लेकिन उसके कई साथी अभी भी वहा से भाग गये थे औरआप उनके पीछे परी हुई तो अभी तक कितने लोगो को आप ने पकरा हो
नीतिका मिका को देख - बेटा अभी कुछ लोग अपने किसी बिल मे छुपे हुवे है लेकिन जिस दिन अपने बिल से निकले वैसे ही वो मेरे चंगुल मे होगे
मिका नीतिका को देख - मा किया होता अगर वो लरका आप ने किया ( नीतिका अभय) हा अभय अगर हिम्मत नही दिखाता भागने का तो
नीतिका मुस्कुराते हुवे - तो आज कोई भी उस कैद से निकल नही पाता उसके अंदर अपनो का प्यार भरा था अभय से उसकी मा भाई भी बेहन सब बहोत प्यार करते है अभय भी उनके बीच जो प्यार था उसी ने अभय को हिम्मत दी एसी लिये उसने दो रास्ते चुने या तो अपने घर चाहने वालो के पास भाग कर जायेगा या भागते हुवे मारा जायेगा लेकिन उसे कैद मे अपनो के बिना नही रेहना था
मिका - आप की बात समझ मे आता है सभी के बीच कितना प्यार होगा सभी एक दूसरे को कितना प्यार करते होगे
नीतिका मुस्कुराते हुवे - सही कहा बहोत प्यार होगा हद पार प्यार होगा
मिका हस्ते हुवे - वैसे वो लरका अभय कैसा लिखता है
मिका की बात सुन नीतिका घूर के मिका को देखती है
मिका हस्ते हुवे - अरे आप गलत मत समझिये मेने बस ऐसे ही पूजा कियुंकी जिस लरके की वजह से dp devil जैसा हेवान मारा गया जिसकी वजह से कई मा बेहन को उसका बेटा भाई मिला आखिर वो दिखता कैसा होगा
नीतिका मिका को देखती है फिर अपना मोबाइल निकाल कर abh का फोटो दिखाते हुवे ये है अभय देख लो
मिका अभय की फोटो देखती है तो देखती ही रेह जाती है
मिका के मुह से निकल जाता है - कितना हैंडसम है बॉडी भी मस्त है
नीतिका मिका की बात सुन मिका के सर पे दे मारती है मिका आउच करते हुवे मा को देखते हुवे
मिका - मारा कियु लगी मुझे
नीतिका - बस दिल किया
मिका - ये गलत है आप मा है तो बेटी को बेवजह मारेगी
नीतिका मिका को देख - फिर लगाऊ एक
मिका हस्ते हुवे - ना बाबा ना
रात 9 बजे - अभय के घर
मिनीता कोमल काजल तीनों अभय के घर निकल परे थे लेकिन विजय नही आता कियुंकी अभय जो नही था और विजय औरतो के बीच किया हि करता बेचारा तो अपने पापा के साथ ही बाते करने लग गया
मिनीता कोमल काजल अभय के घर आते है अंदर आँगन मे जाते है तो देखते है आसा अदिति दोनो खाट पे बैठ बाते कर रहे थे
मिनीता आसा के पास जाते हुवे - किया बात है दीदी आपका लाल बहु नही है तो आज बेटी के साथ ही बाते करने मे लगी हुई है
मिनीता की आवाज सुन आसा अदिति मिनीता की तरफ देखते है तो उन्हे कोमल काजल भी दिखाई देते है
आसा तीनों का देख - अरे तुम सब आओ आओ अच्छा हुवा तुम सब आ गई थोरि बाते हो जाइयेगी टाइम पास भी हो जायेगा
अदिति चटाई लेकर आती है और नीचे बिछा लेती है सभी बैठ जाते है
काजल आसा से - हा हा कियु नही भाभी आपका लाल जो नही है जब होता है तो आप अपने सीने से लगा के रखती है उसके बाद तो आप को कोई दिखता ही नही
मिनीता हस्ते हुवे - सही कहा तुम ने ननद जी दीदी तो हमेसा अभय को सीने से लगा के रखती है ये तो कुछ दिनों मे देख लिया मेने
आसा हस्ते हुवे मिनीता काजल को देख - अरे मेरा लाल हो तो सीने से लगा कर रखुंगी ही ना तुम दोनो बताओ खाना पीना हो गया
मिनीता - हो गया दीदी तभी तो सोचा आके बात कर ले आप से मिल ले
आसा - जरूर ये अच्छा किया तुम सब आती रहोगी तो मुझे भी अच्छा लगेगा ( आसा काजल को देख) ये बताओ तुम कब तक यहा रहने वाली हो नंदोई जी पे दया कारों बेचारे अकेले ही रात काट रहे होगे
आसा की बात सुन मिनीता जोर जोर से हस्ते हुवे - ये आप ने सही कहा दीदी
वही आसा की बात सुन काजल सर्म से लाल हो जाती
अदिति के पास कोमल बैठी हुई थी अदिति अपनी मा मिनीता काजल को बात करता देख उनकी बाते सुन अदिति कोमल से
अदिति - कोमल दीदी चलो कमरे मे बैठ कर बाते करते है
कोमल - ठीक है चलो चलते है ( कोमल अपनी मा आसा काजल का देख) यहा सब अपने मे हि लगे है
अदिति कोमल कमरे मे आके बिस्तर पे लेत जाते है
अदिति - भाई के बिना ये साल 4 साल मेने जैसे बिताये याद करती हु तो रोना आ जाता है
कोमल अदिति को देख - समझ सकती हु मेने मेरा भी वही हाल था और सायद रेहता अभी तक लेकिन तुमहारा भाई अभय ने हिम्मत दिखाई इस लिये अभय मेरा भाई यहा है
अदिति कोमल को देख - हा ये बात तो है लेकिन जितना हमने दर्द साहा है उन्होंने भी साहा होगा
कोमल - ये भी का केहने की बात है
अदिति मुस्कुराते हुवे - ये बताइये सादी कब कर रही है 19 की हो गई है आप
कोमल मुस्कुराते हुवे - अच्छा तुझे मेरी सादी की कियु परी है तेरा किया हुवा
अदिति - भाई नही थे लेकिन अब है तो फील्हाल दूर दूर तक मे सादी के बारे मे नही सोचने वाली मे तो अभी भाई के साथ खूब मस्ती करुगी घुमुगि फिरूगी लाइफ के मजे लूगि
कोमल हस्ते हुवे - तेरा सही है लगी रह छोटी बेहन होने का फायेदा अच्छे से उठा ले
अदिति हस्ते हुवे - अरे तो किया हो गया तुम विजय का फायेदा उठा लो छोटा हुवा तो किया हुवा
कोमल हस्ते हुवे - वाह किया बात कही है सोचूँगी
तारा के घर रात 10 बजे
तारा अपने पति के साथ सो चुकी थी पूजा अपने कमरे मे लेकिन वही दिशा अभय आज सब कुछ कर गुजरने वाले थे
दिशा के हा केहते ही अभय दिशा के ऊपर आके दिशा के चेहरे का गाल को किस करने लगता है दिशा सिसकिया लेते हुवे बिस्तर को जोर से पकर सर्म से लाल आखे बंद किये हुवे थी
अभय दिशा के ऊपर था और दिशा को चूम रहा था अभय का ये पेहला एहसास उपर से दिशा जैसी खूबसूरत हॉट लरकी के गर्म जवानी अभय का पागल कर रही थी
अभय दिशा को चूमते हुवे धीरे धीरे नीचे दिशा के चुचे को ब्लाउस के ऊपर से चुपते हुवे नीचे आने लगता है अभय जैसे दिशा को पुरा चूस जाना चाहता हो वही दिशा अभय के इस तरह छुमने चाटने अपने बदन के अपने देवर के जिब का एहसास पाके दिशा बिस्तर पे मचल रही होती है दिशा के सिसकिया निकल रहे होते है
अभय पेहली बार इस एहसास हो फिल कर रहा था किसी के गरम कयामत बॉडी को चुसे जा रहा था अभय दिशा की बरी कयामत बॉडी देख उसके अंदर खून मे उबाल आ गये थे दिशा सर्म से आखे बंद किये लेती कुछ बोल रही रही थी बस अपने देवर के प्यार का एहसास फिल कर मचल के मजे ले रही थी वही अभय तो खोया हुवा था दिशा के पूरे सरीर के को चूस रस पीने मे
अभय धीरे धीरे नीचे दिशा के गहरी कयामत ढोरी के पास आके ढोरी और दिशा के पेट को चूमने और जिब से चाटने लग जाता है दिशा की हालत खराब होने लगती है दिशा की सासे तेज होने लगती है दिशा आह उह्ह् के साथ बिस्तर पकर सिसकिया लेने लगती है
अभय सब भूल बस दिशा की जवानी कयामत बॉडी के हर अंग को चूमने और मजे से पीने मे लगा था जैसे दिशा के पूरी बॉडी पे सहद लगा और अभय एक मधुमखि की तरह चाट रहा था
दिशा बिस्तर पे आह उह्ह् सिसकिया लेते हुवे मचलते हुवे आखे खोल अभय को देख मन मे - देवर जी ये किया कर रहे है आप आह मा ऐसे तो बिना किये ही मेरा निकल जायेगा मेरी चुत गीली हो चुकी है आपकी हरकत मुझे पागल कर रही है मुझे सेहना मुश्किल हो रहा है
वही अभय लगा हवा था दिशा के पूरे सरीर को चूमने मे लेकिन अभय के मन मे - किया ये सब मे इतना मजा आता है मुझे पता नही था भाभी का हर अंग बॉडी कयामत है मेरे अंदर जोस बढ़ता जा रहा है
अभय दिशा के हर अंग को चूमने के बाद उपर आता है और दिशा के ऊपर से सारी हटा देता है दिशा ब्लाउस पेटीकोट मे आ जाती है दिशा जल्दी से सर्म से आखे बंद कर लेती है अभय उपर आके दिशा के ब्लाउस को खोलने लगता है तो दिशा की दिल की धरकन तेज चलने लगती है सासे फूलने लगती है दिशा बिस्तर पकर मचल जाती है
अभय दिशा के ब्लाउस निकाल देता है तो दिशा के बरे गोल टाइट दूध जैसे चुचे नंगे हो जाते है अभय पागलो की तरफ फिर दिशा के चेहरे चुचे को चूमने लगता है वही दिशा के लिये सब सेहना मुश्किल हो जाता रहा था लेकिन वही अभय पुरा डूबा था
अभय अब दिशा के बरे टाइट चुचे को पकर के जोर जोर से दबाने मसलने लगता है दिशा बिस्तर पकर दर्द मे आह उह्ह् करने लगती है
अभय दिशा के चुचे को दबाते हुवे मन मे - भाभी के चुचे कितने मस्त मुलायम है दबाने मे मजा आ रहा है ये मेरा पेहली बार है तो आज अच्छे से भाभी को प्यार करने वाला हु
अभय जी भर के अच्छे से दिशा के चुचे दबाने के बाद दिशा मे चुचे को मुह मे लेके अभय पीने लगता है उसी के साथ जिब से दिशा के चुचे को चाटने लगता दिशा बिस्तर पे मछली की तरह तरप रही थी
दिशा मन मे - देवर जी आपका ये पेहली बार है मुझे नही लगता इतना आराम से तो आपके भाई मे भी मुझे प्यार नही किया बहोत मुश्किल हो रहा है सेहना जैसे कभी भी मेरा निकल जायेगा अभय अच्छे से जी भर के दिशा के चुचे चुस्ता है पिता है
अभय दिशा के ऊपर आके दिशा को किस करते हुवे धीरे से भाभी अपने बाकी कपड़े निकालने मे मेरी मदद कीजिये
अभय की बात सुन दिशा की सासे और तेज हो जाती है दिशा मन मे - हाय सर्म से मर ना जाऊ देवर जी अब मुझे पुरा नँगा करने वाले है किया सोचेंगे मेरे नंगे बदन को देख किया उन्हे पसंद आयेगी मेरी बॉडी
अभय दिशा के बाकी कमरे निकालने लगता है दिशा सर्म से पानी पानी होते हुवे अभय का साथ देने लगती है फाइनलि अभय के सामने दिशा का खजाना आ जाता है जिसे अभय अब जाके उपर से नीचे तक आखे फार मुह खोले देखने लगता है
दिशा सच मे कयामत थी बरे दूध जैसे चुचे जो जायदा बरे ना छोटे थे कमर भी ना जायदा पतली ना मोती नीचे मोटे जांघों के बीच साफ सुथरी चिकनी फूली हुई चुत जो सब मिलाकर दिशा की बॉडी कमाल की थी अभय दिशा के नंगे बदन को देख मन मे - बाप रे भाभी कि बॉडी किया कमाल कि है उनके बरे चुचे कमर नीचे इनकी मोती जांघे के बीच फूली चुत पेहली बार अच्छे से अंजदिक से किसी को नँगा देख रहा हु वो भी अपनी भाभी को दिशा आखे खोल एक नजर अभय को देखती है और जल्दी से आखे बंद कर लेती है
अभय अपने कपड़े निकालने लगता है तो दिशा ये देख उसकी सासे उपर तेज हो जाती है दिल धक धक करने लगता है अभय कपड़े निकाल चड्डी मे आ जाता है औद् दिशा के पास जाके कान मे धीरे से भाभी मेरा लंड चुसो ना
दिशा ये सुनते हि सर्म से पानी पानी हो जाती है दिशा आखे बंद किये शर्मा के धीरे से - देवर जी मुझसे नही होगा मेने कभी नही किया है मुझे पसंद नही
अभय - मान जाओ ना भाभी प्लेस मेरा पेहली बार है तो मे अच्छे से सब करना चाहता हु बस एक बार कोसिस तो करिये
दिशा अभय को ना केहने की हिम्मत नही जुटा पति
दिशा शर्मा के - ठीक है आपको मना भी नही कर सकती
अभय भी खुश हो जाता है और चड्डी निकाल देता है वैसे ही दिशा की नजर अभय के लंड पे जाती है जिसे देख दिशा की सासे दिल की धरकन एक पल के लिये रुक सी जाती है आखे बाहर आ जाती है मुह खुले रेह जाते अभय दिशा को ऐसे पथर् बना देख समझ नही पाता दिशा को किया हो गया है ऐसे कियु उसके लंड को देख रही है
बेचारा अभय को कोन बताये की उसका 10 इंच लम्बा 5 इंच मोटा लंड हर किसी के पास नही होता अभय दिशा को आवाज देता है तो दिशा होस मे आके अभय के लंड को देख मन मे- बाप रे मे ये किया देख रही हुई इतना बरा लंड है देवर जी का क्या इतना बरा लंड भी होता है अभय बिस्तर पे लेत जाता है
दिशा हिम्मत कर अभय के लंड को पकर मुह मे लेके चूसने लगती है तो दिशा को बहोत गंदा लगता है लेकिन अभय को सोच दिशा मुह के लिये चूसती रहती है
थोरि देर बाद ही दिशा को अच्छा लगने लगता है दिशा को अभय के लंड का स्वाद लेके मजा आने लगता है तो दिशा मजे से मुह मे लेके चूसने लगती है
अब दिशा को इतना मजा आ रहा था की दिशा जिब निकाल कर अभय के लंड को चाटने लगती है पीने लगती है वही अभय बिस्तर क लेता मजे से आसमान मे उर रहा था
अभय मन मे - आह इतना मजा सुकून मिल रहा है और मे पागल इस सब से अंजान था लेकिन अब नही हु मुझे यकीन नही हो रहा मेरी प्यारी भाभी मेरा लंड चूस रही है और मेरा लंड उनके मुह मे है ये सोच कर अंदर अजीब सी फीलिंग और जोस जाग रही है आह मजा आ रहा है दिशा 4 मिनट तक अच्छे से अभय का लंड चुस्ती है फिर छोर लेती है
अभय उठ जाता है दिशा फिर बिस्तर पे लेत आखे बंद कर अपने मन मे - आज तो मे गई मेरी चुत आज देवर जी फार ही डालेंगे
दिशा ये सोच ही रही थी की की अभय दिशा के चुत के फाके फैला के देखता है तो अभय को छोटा लाल छेद दिखाई देता है
अभय के चुत को छुटे ही दिशा पागल होने लगती है दिशा सर्म से पानी पानी होते हुवे आखे खोल अभय को देखती है जो दिशा के चुत के छेद को गौर से देखे जा रहा था तो दिशा और सर्म से लाल हो जाती है
अभय जी भर कर दिशा के चुत का छेद देखने के बाद अभय का दिल चुत चाटने का करने लगता है तो अभय बिना देरी किये दिशा की चुत पे टूट परता है और मुह मे लेके चूसने लगता है चुत के अंदर छेद मे जिब दाल कर चाटने पीने लगता है दिशा के तो होस उर जाते है दिशा बिस्तर पे मछली की तरह छतपटाने लगती है दिशा का लंड चूसना पेहली बार था और चुत चटवाना भी
अभय को मजा आ रहा था दिशा के फूली गर्म चुत का रस पीने तो अभय मजे से मुह मे लेके जिब दाल चुसे पिये जा रहा था लेकिन अब दिशा के लिये सेहना मुश्किल हो जाता है दिशा का शरीर जोर से कापने लगता है दिशा बिस्तर पकर आह मा करते हुवे कापते हुवे झर जाती है अभय हैरान हो जाता है चुत से इतना पानी निकलता देख लेकिन अभय सब भूल मजे से पी जाता है
विनय के जाने के बाद से जितना पानी जमा था दिशा सब निकाल देती है दिशा पसीने से भीगी जोर जोर से सासे लिये जा रही थी अभय दिशा को देख कर
अभय - किया हुवा भाभी आप ठीक तो है ना
दिशा जोर जोर से सासे लेते हुवे आखे बंद किये हुवे सर्म से - हा मे ठीक हु देवर जी
अभय - अच्छा तो मे आगे बधू
दिशा - हा
अभय फिर दिशा के चुत के पास बैठ जाता है और अपना लंड पकर कर दिशा के चुत पे घुसने लगता है दिशा को मोटा गर्म लंड चुत पे फिल होता है तो दिशा बिस्तर को जोर से पकर आह सिसकिया लेने लगती है मचलने लगती है
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अभय अपना लंड पकर कर दिशा के चुत पे घिसे जा रहा था
अभय मन मे - आह बहोत गर्म है भाभी की चुत आज पेहली बार मेरा लंड चुत मे जायेगा वो भी मेरी भाभी कि चुत मे अब मे रुक नही सकता कियुंकी मुझे रुका नही जा रहा
अभय दिशा के ऊपर आ जाता है दिशा अभय को बाहों मे जोर से पकर देती है अभय अपने हाथ नीचे ले जाके अपना लंड दिशा की चुत के छेद पे रख देता है दिशा की हालत डर से खराब हो जाती है
अभय दिशा को किस करने लगता है और फिर एक धक्का मारता है
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अभय का मोटा लंड आधा दिशा की चुत मे घुस जाता है इतने मे दिशा दर्द से रो परती है अपना पैर इधर उधर करने लगती है कैसे अपनी चुत से लंड निकाल देना चाहती हो लेकिन अभय दिशा के ऊपर लेता दिशा को मजबूती से पकर रखा था
अभय दिशा को किस करते हुवे एक आखरी धक्का जोर से मारता है तो तो अभय का मोटा लम्बा लंड दिशा की चुत को चीरते हुवे पुरा अंदर घुस जाता है दिशा की सासे रुक जाती है पुरा सरीर काप् जाता है दर्द इतना हो रहा था की बर्दास्त करना मुश्किल था लेकिन अभय दिशा को किस किये जा रहा था तो आवाज अंदर हि रेह जाती है
दिशा दर्द के मारे रो रही थी उसे ऐसा लग रहा था वैसे उसकी चुत फट गई है अभय का लंड दिशा की चुत को पुरा फैलाये हुवे था अभय को भी ये साफ फिल हो रहा था और दिशा कि चुत की गर्मी भी दिशा के चुत से खुन तप तप कर बिस्तर पे गिर रहा था 3 मिनट बाद
अभय धीरे धीरे चुदाई करना सुरु कर देता है और अभय का मोठा लंड दिशा की चुत को फैलाये अंदर जाने लगता है बाहर आने लगता है अब थोरा दिशा का दर्द कम हो गया था
अभय दिशा को देख - भाभी आप ठीक है ; दिशा अभय को देख रोते हुवे - जान निकाल दी मेरी और आप पूछ रहे है मे ठीक हु ; अभय - माफ करना भाभी मे अपने आप को रोक नही पाया ; दिशा आसु साफ करते हुए - कोई बात नही आप अपने आप को डोस मत दीजिये करते रहिये
अभय भी दिशा की बात सुन दिशा को किस करते हुवे धक्का मारना सुरु कर देता है अभय का ये पेहला सेक्स अनुभव था वो उसे मिल रहा था और अभय भी उसका पुरा मजा लिये जा रहा था
दिशा को दर्द हो रहा था लेकिन अब अपने देवर का मोटा गर्म लंड अपनी गर्म फूली चुत के अंदर तेजी से आते जाते फिल कर दिशा को भी एक अलग माजा आने लगता है दिशा भी इस मजे मे खो जाती है
अभय फिर दिशा के ऊपर से हट दिशा के चुचे पकर चुदाई करने लगता है दिशा का मुह आजाद हो गया था तो दिशा आह उह्ह् मा दर्द हो रहा है आह बहोत अंदर तक जा रहा है आह देवर जी
अभय दिशा को देख - भाभी आपकी चुत इतनी टाइट गर्म है कि मेरा लंड अंदर मे जल रहा है लेकिन कसम से ये फिल कर मुझे इतना मजा आ रहा है की मे आप को सब्दो मे पता नही पाऊगा आप कमाल हो भाभी और आपकी ये खूबसूरत हॉट बॉडी भी जो मुझे और जोस बढ़ा रही है हाल ये था दिशा फिर कापते हुवे झर जाती है
अभय - भाभी घोरी बन जाओ दिशा दिशा घोरी बन जाती है और अभय जोर जोर से धक्के मारने लगता है तो वही दिशा के बरे गोल मटोल चुचे हवा मे जोर जोर से हिले जा रहे थे उसी के साथ दिशा का पुरा सरीर भी अभय के जोरदार धक्के से हिल रहा था
दिशा घोरी बनी मन मे - आह मा देवर जी का बहोत लम्बा मोटा है और इस पोजिसंन मे देवर जी का लंड मेरे बचेदानी मे जाके सीधा लग रहा है इस लिये मुझे और भी जयादा दर्द हो रहा है अभय पूरे जोस मे धक्का मारे जा रहा था कमरे मे फच् फच् फट फट की आवाजे गुजे जा रही थी दिशा थक जाती है तो अभय को बिस्तर पे लेता कर सब सर्म छोर उपर आ जाती है
दिशा अभय के लंड को पकर अभय के लंड पे बैठ कर पुरा लंड अपनी चुत के अंदर लेके अभय के ऊपर लेत जाती है अभय भी दिशा को बाहों मे पकर लेता है वही दिशा अपनी गांड उठा उठा कर अभय का लंड चुत मे लेने लगती अभय के लंड की सवारी करने लगती है
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अभय दिशा को बाहों मे पकर बिस्तर पे लेते लेते पुरा मजा ले रहा था अभय दिशा सरीर चुत की गर्मी से पागल हुवे जा रहा था पेहला सेक्स वो भी अपनी भाभी के साथ अभय को और जोस मजा दे रही थी दिशा भी थक जाती है तो अभय दिशा को नीचे लेता कर दिशा के ऊपर आ जाता
अभय चुदाई किये जा रहा था 40 मिनट से उपर होने वाले थे दोनो पसीने से भीगे हुवे थे अभय दिशा के ऊपर लेत दिशा को बाहों मे पकर धक्के मारे जा रहा था और दिशा के गले पे किस किये जा रहा था दोनो की मेहनत पसीने मे बदल कर निकल रही थी जो साफ दिख रहा था दोनो थके हुवे भी लग रहे थे
अभय अब झरने वाला था दिशा भी अभय जोर जोर से धक्का मारने लगता है तो दिशा भी अभय को कस के पकर लेती है अभय धक्के मारते हुवे लास्ट जोर का धक्का मार अभय दिशा आह करते हुवे दोनो झर जाते है 45 मिनट चुदाई चली
अभय दिशा की हालत खराब थी दोनो पूरे पसीने से भीगे हुवे थे अभय दिशा के ऊपर से लीचे लेत जाता है दोनो की सासे तेज चल रही दोनो बहोत थके हुवे थे
दिशा बिस्तर पी लेती जोर जोर से सासे लेते हुवे मन मे - ये किया था इतनी देर कोन चुदाई करता है आज तो लगा था आज मे गई काम से उपर से देवर जी मा मोटा लम्बा लंड मेरा तो पुरा सरीर दर्द कर रहा उपर से मेरी चुत मे दर्द के साथ जलन भी हो रही है
अभय जोर जोर से सासे लेते हुवे - बाप र ये किया था चुदाई मे इतना मजा आता है कसम से क्या किस्मत है मेरी किसने सोचा था मेरा पेहला सेक्स भाभी के साथ होगा लेकिन भाभी की चुदाई मे एक अगल मजा आया जो सायद किसी और लरकी के साथ नही आता वैसे भी भाभी उपर से नीचे तक कयामत है
दोनो अपने सोचो मे घुम थे 10 मिनट बाद दोनो की सासे नॉर्मल होती है दोनो सांत होते है
दिशा अभय की तरफ पलट जाती है और अभय को देखने लगती है अभय भी पलट कर दिशा को देखता है तो दिशा सर्म से नजरे नीचे कर लेती है अभय मुस्कुराते हुवे दिशा को बाहों मे भर लेता है तो दिशा और सर्म से पानी पानी हो जाती है दिशा को देख
अभय - भाभी जो होना था हो गया आप का दिल से थैंक्स मुझे बहोत मजा आया आपकी
दिशा अभय के मुह बंद करते हुवे अभय को देख
दिशा सर्म से लाल होते हुवे - आगे कुछ मत कहिये मुझे बहोत सर्म आ रही है
अभय दिशा के हाथ हटा कर मुस्कुराते हुवे - ठीक है लेकिन मेरा एक बार मे मन नही भरने वाला
दिशा हैरानी से - किया कहा
दिशा फिर अभय के लंड को देखती है तो दिशा की सासे फिर रुक जाती है अभय का लंड फिर पूरे ओकात मे आ गया था
अभय पुरा फिट था ऊपर से अभय का पेहला सेक्स था पेहला चुदाई का स्वाद चखा था वो भी अपनी खूबसूरत हॉट भाभी के साथ तू एक बार मे भला अभय का मन कैसे भरता
अभय दिशा के ऊपर आके तांगे फैला के दिशा के चुत मे लंड दाल देता है दिशा आह मा आज तो मे गई काम से
अभय मुस्कुराते हुवे जोर जोर से धक्का मारते हुवे चुदाई करना सुरु कर देता है दिशा आह मा मर गई उह्ह् आह करने लगती है फिर कमरे मे फच् फच् फट फट की आवाजे गुज उठती है
आज के लिये इतना ही![]()