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Update 031 -
रवि के बाहर जाते ही मैंने गगन के घर खींचे फोटो अपने मोबाईल में ओपन किये और श्रेया को अपना मोबाईल पकडा दिया। उन फोटो को देखकर श्रेया बुरी तरह से हैरान रह गई। उससे तो कुछ बोलते ही नहीं बन रहा था। सारे फोटो देखने के बाद उसने मेरा मोबाईल दूसरी लड़की को पास कर दिया। इस प्राकर एक एक करके सभी लडकियों ने बो फोटो देखे। सभी की हालत श्रेया की तरह ही थी। आखिरकार श्रेया ने सबसे पहले अपने आप को संभाला और बोली
श्रेया- क्या यह सब सच है। तुमने सच में गगन के साथ वो सब किया है।
निशा- हाँ और मैंने तुम लोगों को दिखाने के लिए ही ऐ सारे फोटो खींचे थे। अब इनकी कोई जरूरत नहीं है। इसलिए मैं इन्हें डीलीट कर रही हूँ।
इतना बोलकर मैंने उन सभी फोटो को डिलीट कर दिया और फिर बोली
निशा- क्या इससे बडी सजा किसी लडके को मिल सकती है
मेरे सबाल पर सभी ने ना में अपनी गर्दन हिला दी।
निशा- तो अब हमारा मिशन कम्प्लीट हुआ। अब से सब अपनी अपनी जिंदगी जीने के लिए आजाद हैं।
मैं यह सब बोल ही रही थी कि तभी मेरे पास हरीश अंकल का कॉल आया तो मैं तुरंत उनका कॉल रिसीव करते हुए बाहर निकल गई। मुझे बाहर फोन पर बात करता हुआ देख गगन अंदर हॉल में चला गया। कुछ देर बाद जब मैं अंदर आई तो बोली
निशा- एक बुरी खबर है। गगन पुलिस के हाथों से बच कर निकल गया है। पर पुलिस ने अलर्ट भेज दिया है। हर जगह उसकी तलास की जा रही है। जल्द ही पुलिस उसको पकड लेगी। लेकिन जब तक वो पकडा नहीं जाता, तब तक सभी लोग थोडा अलर्ट रहना। क्योंकि फिलहाल उसकी मानसिक स्थिती ठीक नहीं है। बैसे तो बो जिस हालत में है उसमें वो ज्यादा भाग नहीं सकता और वो काफी ज्यादा दर्द में भी होगा।
इतना बोलकर मैंने कुछ देर सोचा और फिर बोली
निशा- गाईज ध्यान रखना अगर गगन कहीं पर भी हम में से किसी को भी दिखाई दे, तो जितनी जल्दी हो सके भागर उससे दूर चले जाना और तुरंत पुलिस को और हममें से किसी को भी इन्फार्म कर देना। ताकि बाकी लोग अलर्ट हो सकें। लेकिन अगर उससे दूर भागने का मौका ना मिले, तो डरने की जरूरत नहीं है। उससे नॉर्मल तरीके से बात करना बिल्कुल बैसे जैसे तुम लोग कुछ दिन पहले करते थे। यानि उसे पता नहीं चलता चाहिए कि सारे बीडियो डिलीट होने बाली बात तुम्हें पता है और उसकी सारी सच्चाई तुम जानती हो और हाँ पैनिक मत होना। असल में वो तुम्हारे पीछे नहीं बल्कि मेरी तलाश में होगा। क्योंकि वो अपनी इस हालत का जिम्मेदार केवल मुझे मान रहा होगा।
मेरी बात सुनकर श्रेया बोली
श्रेया- यार सपना हम लोगों के चक्कर में तुम मुशीबत में पड गई हो।
निशा- कोई बात नहीं दोस्तों के लिए इतना तो चलता है। बैसे अगर गगन तुम लोगों को कहीं मिले और मेरे बारे में पूछे, तो तुम लोग मुझे पहचानने से साफ इंकार कर देना। खासकर रश्मि और रवि तुम दोनों। क्योंकि वो पहले ही हम तीनों को एक साथ देख चुका है। इसलिए तुम्हें बस ऐसा दिखाना है कि तुम लोग मुझे नहीं जानते और मैं बस उसकी इमेजिनेशन हूँ। और हाँ जब तक कि वो पकडा नहीं जाता तब तक तुम लोग मुझसे मिलने की कोशिश मत करना। इसलिए अब मैं यहाँ से जा रही हूँ। मेरे जाने के कुछ देर बाद ही तुम लोग यहाँ से निकलना और अकेले मत जाना। जो लोग ऑटो बगैरह से आये हैं उन्हें रवि और श्रेया घर छोड देंगे।
मेरी बात सुनकर श्रेया ने कहा
श्रेया- पर सपना तुम? तुम हम सबसे ज्यादा खतरे में हो। रुको मैं पापा से बात करके तुम्हारे लिए सिक्योरिटी की इंतजाम करवाती हूँ।
श्रेया की बात सुनकर मैं उसे समझाते हुए बोली
निशा- मेरी फिक्र मत करो और मुझे किसी सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है। अगर मेरे आस पास पुलिस हुई तो गगन अपना टारगेट चेंज करके मेरी जगह रश्मि या रवि के पीछे जा सकता है। इससे अच्छा तो यही है कि वो मेरे पीछे आये ताकि में समय रहते पुलिस को इन्फार्म कर दूँ और उसका ध्यान तुम लोगों की तरफ भी नहीं जाऐगा।
इतना बोलकर मैं वहाँ से निकल गई। वहाँ से जाने के बाद मैं अकेले ही उस दिन भोपाल में अलग अलग जगह पर घूमती रही ताकि अगर गगन मेरी तलास कर रहा हो तो मुझे अकेला देखकर मेरे सामने आये, पर वो नहीं आया। आखिरकार रात करीब 9 बजे मैं अपने होटल पहूँच गई। खाना मैं पहले ही बाहर खाकर आई थी। इसलिए मैंने अपने कपडे चेंज किये और रघू को कॉल करके अपने पास बुला लिया। बैसे भी मेरा आज का पूरा दिन भागदौड और टेंशन में निकला था। इसलिए मैं अब रघू के साथ इंजॉय करके अपने आप को रिलेक्स करना चाहती थी।
रघू भी शायद मेरे ही कॉल का ही इंतजार कर रहा था। मेरे कॉल करने के कुछ ही देर वाद वो मेरे रूम में आ गया। उसके आते ही मैंने अपना रूम अंदर से लॉक किया और फिर हम दोनों एक दूसरे पर टूट पडे। एक दूसरे को पूरी तरह से सेटिस्फाई करने और थकाने के बाद हम दोनों ही एक दूसरे की बाहों में सो गए। पिछली रात की तरह इस बार भी सुबह सुबह एक दूसरे को सेटिसफाई करने के बाद रघू मेरे रूम से चला गयाष जिसके बाद मैं कुछ देर और रेस्ट करती रही।
अब चूँकि मैं गगन के डर से यूँ ही अपने होटल रूम के अंदर बंद नहीं रह सकती थी। इसलिए मैंने बॉस के दिए पेंडिंग कामों को निपटाने का प्लान बनाया और फिर तुरंत तैयार होकर बाथरूम में घुस गई। तैयार होने के बाद मैंने कॉफी और नास्ता रूम में ही मंगवा लिया था। जिसे खत्म करने के बाद मैंने होटल के काऊंटर से कार की चाबी ली और अपने काम पर निकल गई। अगले दो दिनों तक मैंने बॉस की दी गई लिस्ट के हिसाब से भोपाल के करीब करीब आधे से ज्यादा काम खत्म कर दिए थे।
अब ज्यादातर काम भोपाल से बाहर की लोकेशन के थे। जो भोपाल से ज्यादा दूर नहीं थे। इसलिए मैंने अगले दिन से भोपाल से बाहर की लोकेशन पर विजिट करने का प्लान बनाया था। बाकि लोकल के कामों को मैंने बाद के लिए पेंडिंग डाल दिया था। असल में मैंने सोचा था कि जिस दिन भी आऊटर लोकेशन से जल्दी फ्री हो जाऊंगी, उस दिन लोकल के काम देख लूँगी। इसलिए आज के सारे काम खत्म कर के मैं होटल बापिस जा रही थी। शाम के करीब 6 बजे का समय था। तभी मेरे नये मोबाईल के चैटिंग एप पर एक मैसेज आया।
मैंने अपनी कार साईड में रोकी और चैटिंग एप को ओपन करके देखने लगी, तो उसमें पूजा का मैसेज था। उसने एक फोटो शेयर की थी। जिसमें किसी लड़की के पीछे जाते एक लडके पर मेरी नजर पडी। वो कोई और नहीं बल्कि गगन था। जो काफी कमजोर दिखाई दे रहा था। अभी मैं फोटो देख ही रही थी कि तभी एक के बाद एक मैसेज आने शुरू हो गए, मैंने देखा कुछ और लडकियों ने भी फोटो में गगन को देख लिया था और वो लोकेशन पूछ रही थी। तभी पूजा का फिर से मैसेज आया जिसमें लिखा था।
“बडा तालाब पर रश्मि और रवि का पीछा कर रहा है।”
रश्मि और रवि के साथ होने की बात से मुझे पता नहीं क्यों पर थोडा दूख हुआ, लेकिन अगले ही पल मैं नॉर्मल हो गई और तुरंत हरीष अंकल को गगन की लोकेशन बताकर अपनी कार बड़ा तालाब की तरफ मोड दी। मुझे पक्का यकीन था कि गगन उन दोनों से मेरे बारे में जरूर पूछेगा। अगर उन दोनों ने कुछ नहीं बताया तो वो कुछ उल्टा सीधा भी कर सकता था। इसलिए गगन को किसी भी तरह अपनी तरफ डायवर्ट करना होगा। बड़ा तालाब मेरी लोकेशन से काभी दूर था। इसलिए मैंने अपनी कार की स्पीड बड़ा दी थी।
मेरे वहाँ पहूँचने पहले ही श्रेया और बाकी की लडकियाँ भी वहाँ आ गई थी। बड़ा तालाब पर पहूँचकर मैंने अपनी कार पार्क की और पूजा की तरफ बड गई। मैंने पूजा को कॉल करके पहले ही उसकी लोकेशन पूछ ली थी। इसलिए मुझे उसे ढूँडने में ज्यादा प्राब्लम नहीं हुई। पूजा के पास जाकर मैंने वाकी लोगों को वहाँ से तुरंत जाने के लिए बोल दिया। पर वो लोग वहाँ से जाना नहीं चाहते थे। इसलिए आखिरकार मैं उन्हें दो दो के ग्रुप में दूर से नजर रखने की बोलकर पैदल ही रवि और रश्मि की तरफ बड गई।
मैं रवि और रश्मि से थोडी दूरी पर एक पानी पूडी बाले की दुकान पर खडी होकर पानी पूडी खाने लगी। रवि और रश्मि ने मुझे वहाँ देख लिया था। लेकिन मैंने उन्हें अपने पास ना आने का इशारा किया और पानी पूडी खाने लगी। उन दोनों को भी गगन के उनके आस पास होने की बात पता चल गई थी। इसलिए पहले तो वो वहाँ से निकलने की फिराक में थे। पर मुझे वहाँ देखकर वो दोनों रुक गए। मैं पूरा यकीन था कि इतनी भीड में गगन कोई गलत हरकत नहीं करेगा।
लेकिन पुलिस के आने के बाद वो अपने बचाव में कुछ भी कर सकता था। इसलिए मैं गगन का ध्यान अपनी तरफ खींचकर उसे भीड भाड से दूर ले जाना चाहती थी। लेकिन शायद गगन ने मुझे देखा ही नहीं और वो मौका देखकर रवि और रश्मि के पास जा पहूँचा। मुझे उन लोगों की बातें साफ साफ सुनाई नहीं दे रही थी। इसलिए आखिरकार मैंने उनके पास जाने का फैसला कर लिया और वहाँ से निकलने के बहाने रवि से टकरा गई और पलट कर बोली
निशा- यू ईडियट शर्म नहीं आती किसी लड़की को छेडते हुए
मेरी बात सुनकर रवि और रश्मि शायद मेरा प्लान समझ गए थे। इसलिए रश्मि हमारे प्लान के अनुसार मुझे ना पहचानने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- ये हैलो मैडम तुम जो भी हो, देख कर नहीं चल सकती क्या। वाह जी वाह क्या जामाना आ गया है। एक तो खुद लडके से टकराओ और फिर खुद ही छेडने का इल्जाम लगाओ
रश्मि की बात सुनकर मैं गुस्से से चिढने का नाटक करते हुए बोली
निशा- ये मिस…. व्हॉट एवर जो भी तुम्हारा नाम है। मुझे कोई शौक नहीं है लडको से टकराने का। बैसे तुम्हें इतना क्यों बुरा लग रहा है। ये क्या तुम्हारा बॉयफ्रेंड है।
रश्मि- हाँ है तो.... क्या करोगी अब तुम
निशा- कुछ भी तो नहीं….. मुझे क्या…. तुम किसी को भी बॉयफ्रेंड बनाओ। बैसे च्वॉईस अच्छी है। इतना बोलकर मैंने रश्मि को आंख मार दी और रवि की गाँड पर एक थप्पड लगा कर जैसे ही वहाँ से जाने लगी तो रश्मि बोली
रश्मि- ओह मिस ईडियट… तुम्हें शर्म नहीं आती किसी शरीफ लडके को छेडते हुए
निशा- नहीं... लेकिन अगर तुम्हें आती है तो तुम शर्माती रहो मैं तो चली
इससे पहले मैं वहाँ से जाती गगन बीच में बोल पडा
गगन- यह क्या नौटंकी लगा रखी है तुम लोगों ने। मेरे सामने ऐसे नाटक क्यों कर रहे हो जैसे एक दूसरे को जानते ही नहीं हो। रवि मैं इसी लड़की के बारे में पूछ रहा था तुमसे
गगन की बात सुनकर रवि थोडा कन्फ्यूज होते हुए बोला
रवि- पर मैं नहीं जानता हूँ कि यह लडकी कौन है
रवि की बात सुनकर गगन झल्लाते हुए बोला
गगन- बकवाश मत करो। पिछले हफ्ते ही तुमने मुझे और रश्मि को इसे अपनी गर्लफ्रेंड बताया था।
गगन की बात सुनकर रश्मि हैरान होने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- गर्लफ्रेंड.... रवि ये गगन क्या बकवास कर रहा है। क्या तुम मुझे चीट कर रहे हो
इससे पहले रवि कुछ कहता मैं बीच में बोल पडी
निशा- ओह हैलो…. मैं नहीं जानती तुम लोगों को। अपने फालतू के ड्रामे में मुझे शामिल मत करो
मेरी बात खत्म होते ही रवि रश्मि के गाल पर अपना हाथ रखते हुए प्यार से बोला
रवि- अरे जानू ऐसा कुछ भी नहीं है। कसम से मैं इस लडकी को नहीं जानता हूँ। पता नहीं गगन ऐसा क्यों बोल रहा है।
रवि की बात सुनकर गगन थोडा चिढते हुए बोला
गगन- तुम रश्मि को जानू क्यों बोल रहे हो। तुम्हारा तो ब्रेकअप हो गया था ना। रश्मि अब मेरी गर्लफ्रेंड है।
गगन की बात सुनकर रश्मि उसे गुस्से से डाँटते हुए बोली
रश्मि- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। यह क्या अनाप सनाप बक रहे हो। हमारा ब्रेकअप कब हुआ और मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड कब बन गई। छी….. मैं तो तुम्हें केबल अपना दोस्त समझती थी। पर तुम मेंरे बारे में ऐसी फीलिंग रखते हो, यह मुझे पता नहीं था। अगर पता होता तो तुमसे दोस्ती ही नहीं करती।
अब तक गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो चुका था। वो गुस्से से चीखते हुए बोला
गगन- बकवास कर रही हो तुम
रवि- बकवास रश्मि नहीं तुम कर रहे हो। मुझे तो तुम पर पहले से ही शक था कि तुम रश्मि पर गंदी नजर रखते हो और आज सबके सामने प्रूफ भी हो गया।
इससे पहले गगन कुछ कहता और करता, पता नहीं श्रेया कहां से वहाँ आकर कुद पडी। उसके साथ पूजा भी थी और वो हमारे पास आकर बोली
श्रेया- हाय लव वर्डस... ओह गगन भी यहाँ पर है... क्या बात है रश्मि…. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ टाईम स्पेंड करते वक्त अपने दोस्त को भी बॉडीगार्ड की तरह अपने साथ लाती हो।
रश्मि- अरे नहीं यार पता नहीं यह कहाँ से आ गया। जब भी मैं और रवि अकेले में टाईम स्पेंड करने का प्रोग्राम बनाते हैं, तो यह बीच में आ टपकता है। और आज तो पता नहीं इसे क्या हो गया है। बडी अजीब अजीब बातें कर रहा है। बोल रहा है कि ये लड़की रवि की गर्लफ्रेंड है और मैं इस गगन की
रश्मि की बात सुनकर श्रेया हैरानी से मुझे देखते हुए बोली
श्रेया- ये लड़की... ये कौन है। बैसे देखने में तो काफी खूबसूरत है
रवि- पता नहीं…. मैं इसे नहीं जानता
श्रेया- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। किसी भी राह चलती लड़की को इसकी गर्लफ्रेंड बना दोगे क्या। बैसे तुम और रश्मि कब रिलेशन में आ गए।
रश्मि- पागल है क्या श्रेया…. मैं और इस गगन के साथ रिलेशन में, यह तो सपने में भी नहीं हो सकता
रश्मि की बात सुनकर मुझे और गगन को छोडकर बाकी सभी लोग हंसने लगे। हमारी बातों से गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो रहा था।
रवि के बाहर जाते ही मैंने गगन के घर खींचे फोटो अपने मोबाईल में ओपन किये और श्रेया को अपना मोबाईल पकडा दिया। उन फोटो को देखकर श्रेया बुरी तरह से हैरान रह गई। उससे तो कुछ बोलते ही नहीं बन रहा था। सारे फोटो देखने के बाद उसने मेरा मोबाईल दूसरी लड़की को पास कर दिया। इस प्राकर एक एक करके सभी लडकियों ने बो फोटो देखे। सभी की हालत श्रेया की तरह ही थी। आखिरकार श्रेया ने सबसे पहले अपने आप को संभाला और बोली
श्रेया- क्या यह सब सच है। तुमने सच में गगन के साथ वो सब किया है।
निशा- हाँ और मैंने तुम लोगों को दिखाने के लिए ही ऐ सारे फोटो खींचे थे। अब इनकी कोई जरूरत नहीं है। इसलिए मैं इन्हें डीलीट कर रही हूँ।
इतना बोलकर मैंने उन सभी फोटो को डिलीट कर दिया और फिर बोली
निशा- क्या इससे बडी सजा किसी लडके को मिल सकती है
मेरे सबाल पर सभी ने ना में अपनी गर्दन हिला दी।
निशा- तो अब हमारा मिशन कम्प्लीट हुआ। अब से सब अपनी अपनी जिंदगी जीने के लिए आजाद हैं।
मैं यह सब बोल ही रही थी कि तभी मेरे पास हरीश अंकल का कॉल आया तो मैं तुरंत उनका कॉल रिसीव करते हुए बाहर निकल गई। मुझे बाहर फोन पर बात करता हुआ देख गगन अंदर हॉल में चला गया। कुछ देर बाद जब मैं अंदर आई तो बोली
निशा- एक बुरी खबर है। गगन पुलिस के हाथों से बच कर निकल गया है। पर पुलिस ने अलर्ट भेज दिया है। हर जगह उसकी तलास की जा रही है। जल्द ही पुलिस उसको पकड लेगी। लेकिन जब तक वो पकडा नहीं जाता, तब तक सभी लोग थोडा अलर्ट रहना। क्योंकि फिलहाल उसकी मानसिक स्थिती ठीक नहीं है। बैसे तो बो जिस हालत में है उसमें वो ज्यादा भाग नहीं सकता और वो काफी ज्यादा दर्द में भी होगा।
इतना बोलकर मैंने कुछ देर सोचा और फिर बोली
निशा- गाईज ध्यान रखना अगर गगन कहीं पर भी हम में से किसी को भी दिखाई दे, तो जितनी जल्दी हो सके भागर उससे दूर चले जाना और तुरंत पुलिस को और हममें से किसी को भी इन्फार्म कर देना। ताकि बाकी लोग अलर्ट हो सकें। लेकिन अगर उससे दूर भागने का मौका ना मिले, तो डरने की जरूरत नहीं है। उससे नॉर्मल तरीके से बात करना बिल्कुल बैसे जैसे तुम लोग कुछ दिन पहले करते थे। यानि उसे पता नहीं चलता चाहिए कि सारे बीडियो डिलीट होने बाली बात तुम्हें पता है और उसकी सारी सच्चाई तुम जानती हो और हाँ पैनिक मत होना। असल में वो तुम्हारे पीछे नहीं बल्कि मेरी तलाश में होगा। क्योंकि वो अपनी इस हालत का जिम्मेदार केवल मुझे मान रहा होगा।
मेरी बात सुनकर श्रेया बोली
श्रेया- यार सपना हम लोगों के चक्कर में तुम मुशीबत में पड गई हो।
निशा- कोई बात नहीं दोस्तों के लिए इतना तो चलता है। बैसे अगर गगन तुम लोगों को कहीं मिले और मेरे बारे में पूछे, तो तुम लोग मुझे पहचानने से साफ इंकार कर देना। खासकर रश्मि और रवि तुम दोनों। क्योंकि वो पहले ही हम तीनों को एक साथ देख चुका है। इसलिए तुम्हें बस ऐसा दिखाना है कि तुम लोग मुझे नहीं जानते और मैं बस उसकी इमेजिनेशन हूँ। और हाँ जब तक कि वो पकडा नहीं जाता तब तक तुम लोग मुझसे मिलने की कोशिश मत करना। इसलिए अब मैं यहाँ से जा रही हूँ। मेरे जाने के कुछ देर बाद ही तुम लोग यहाँ से निकलना और अकेले मत जाना। जो लोग ऑटो बगैरह से आये हैं उन्हें रवि और श्रेया घर छोड देंगे।
मेरी बात सुनकर श्रेया ने कहा
श्रेया- पर सपना तुम? तुम हम सबसे ज्यादा खतरे में हो। रुको मैं पापा से बात करके तुम्हारे लिए सिक्योरिटी की इंतजाम करवाती हूँ।
श्रेया की बात सुनकर मैं उसे समझाते हुए बोली
निशा- मेरी फिक्र मत करो और मुझे किसी सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है। अगर मेरे आस पास पुलिस हुई तो गगन अपना टारगेट चेंज करके मेरी जगह रश्मि या रवि के पीछे जा सकता है। इससे अच्छा तो यही है कि वो मेरे पीछे आये ताकि में समय रहते पुलिस को इन्फार्म कर दूँ और उसका ध्यान तुम लोगों की तरफ भी नहीं जाऐगा।
इतना बोलकर मैं वहाँ से निकल गई। वहाँ से जाने के बाद मैं अकेले ही उस दिन भोपाल में अलग अलग जगह पर घूमती रही ताकि अगर गगन मेरी तलास कर रहा हो तो मुझे अकेला देखकर मेरे सामने आये, पर वो नहीं आया। आखिरकार रात करीब 9 बजे मैं अपने होटल पहूँच गई। खाना मैं पहले ही बाहर खाकर आई थी। इसलिए मैंने अपने कपडे चेंज किये और रघू को कॉल करके अपने पास बुला लिया। बैसे भी मेरा आज का पूरा दिन भागदौड और टेंशन में निकला था। इसलिए मैं अब रघू के साथ इंजॉय करके अपने आप को रिलेक्स करना चाहती थी।
रघू भी शायद मेरे ही कॉल का ही इंतजार कर रहा था। मेरे कॉल करने के कुछ ही देर वाद वो मेरे रूम में आ गया। उसके आते ही मैंने अपना रूम अंदर से लॉक किया और फिर हम दोनों एक दूसरे पर टूट पडे। एक दूसरे को पूरी तरह से सेटिस्फाई करने और थकाने के बाद हम दोनों ही एक दूसरे की बाहों में सो गए। पिछली रात की तरह इस बार भी सुबह सुबह एक दूसरे को सेटिसफाई करने के बाद रघू मेरे रूम से चला गयाष जिसके बाद मैं कुछ देर और रेस्ट करती रही।
अब चूँकि मैं गगन के डर से यूँ ही अपने होटल रूम के अंदर बंद नहीं रह सकती थी। इसलिए मैंने बॉस के दिए पेंडिंग कामों को निपटाने का प्लान बनाया और फिर तुरंत तैयार होकर बाथरूम में घुस गई। तैयार होने के बाद मैंने कॉफी और नास्ता रूम में ही मंगवा लिया था। जिसे खत्म करने के बाद मैंने होटल के काऊंटर से कार की चाबी ली और अपने काम पर निकल गई। अगले दो दिनों तक मैंने बॉस की दी गई लिस्ट के हिसाब से भोपाल के करीब करीब आधे से ज्यादा काम खत्म कर दिए थे।
अब ज्यादातर काम भोपाल से बाहर की लोकेशन के थे। जो भोपाल से ज्यादा दूर नहीं थे। इसलिए मैंने अगले दिन से भोपाल से बाहर की लोकेशन पर विजिट करने का प्लान बनाया था। बाकि लोकल के कामों को मैंने बाद के लिए पेंडिंग डाल दिया था। असल में मैंने सोचा था कि जिस दिन भी आऊटर लोकेशन से जल्दी फ्री हो जाऊंगी, उस दिन लोकल के काम देख लूँगी। इसलिए आज के सारे काम खत्म कर के मैं होटल बापिस जा रही थी। शाम के करीब 6 बजे का समय था। तभी मेरे नये मोबाईल के चैटिंग एप पर एक मैसेज आया।
मैंने अपनी कार साईड में रोकी और चैटिंग एप को ओपन करके देखने लगी, तो उसमें पूजा का मैसेज था। उसने एक फोटो शेयर की थी। जिसमें किसी लड़की के पीछे जाते एक लडके पर मेरी नजर पडी। वो कोई और नहीं बल्कि गगन था। जो काफी कमजोर दिखाई दे रहा था। अभी मैं फोटो देख ही रही थी कि तभी एक के बाद एक मैसेज आने शुरू हो गए, मैंने देखा कुछ और लडकियों ने भी फोटो में गगन को देख लिया था और वो लोकेशन पूछ रही थी। तभी पूजा का फिर से मैसेज आया जिसमें लिखा था।
“बडा तालाब पर रश्मि और रवि का पीछा कर रहा है।”
रश्मि और रवि के साथ होने की बात से मुझे पता नहीं क्यों पर थोडा दूख हुआ, लेकिन अगले ही पल मैं नॉर्मल हो गई और तुरंत हरीष अंकल को गगन की लोकेशन बताकर अपनी कार बड़ा तालाब की तरफ मोड दी। मुझे पक्का यकीन था कि गगन उन दोनों से मेरे बारे में जरूर पूछेगा। अगर उन दोनों ने कुछ नहीं बताया तो वो कुछ उल्टा सीधा भी कर सकता था। इसलिए गगन को किसी भी तरह अपनी तरफ डायवर्ट करना होगा। बड़ा तालाब मेरी लोकेशन से काभी दूर था। इसलिए मैंने अपनी कार की स्पीड बड़ा दी थी।
मेरे वहाँ पहूँचने पहले ही श्रेया और बाकी की लडकियाँ भी वहाँ आ गई थी। बड़ा तालाब पर पहूँचकर मैंने अपनी कार पार्क की और पूजा की तरफ बड गई। मैंने पूजा को कॉल करके पहले ही उसकी लोकेशन पूछ ली थी। इसलिए मुझे उसे ढूँडने में ज्यादा प्राब्लम नहीं हुई। पूजा के पास जाकर मैंने वाकी लोगों को वहाँ से तुरंत जाने के लिए बोल दिया। पर वो लोग वहाँ से जाना नहीं चाहते थे। इसलिए आखिरकार मैं उन्हें दो दो के ग्रुप में दूर से नजर रखने की बोलकर पैदल ही रवि और रश्मि की तरफ बड गई।
मैं रवि और रश्मि से थोडी दूरी पर एक पानी पूडी बाले की दुकान पर खडी होकर पानी पूडी खाने लगी। रवि और रश्मि ने मुझे वहाँ देख लिया था। लेकिन मैंने उन्हें अपने पास ना आने का इशारा किया और पानी पूडी खाने लगी। उन दोनों को भी गगन के उनके आस पास होने की बात पता चल गई थी। इसलिए पहले तो वो वहाँ से निकलने की फिराक में थे। पर मुझे वहाँ देखकर वो दोनों रुक गए। मैं पूरा यकीन था कि इतनी भीड में गगन कोई गलत हरकत नहीं करेगा।
लेकिन पुलिस के आने के बाद वो अपने बचाव में कुछ भी कर सकता था। इसलिए मैं गगन का ध्यान अपनी तरफ खींचकर उसे भीड भाड से दूर ले जाना चाहती थी। लेकिन शायद गगन ने मुझे देखा ही नहीं और वो मौका देखकर रवि और रश्मि के पास जा पहूँचा। मुझे उन लोगों की बातें साफ साफ सुनाई नहीं दे रही थी। इसलिए आखिरकार मैंने उनके पास जाने का फैसला कर लिया और वहाँ से निकलने के बहाने रवि से टकरा गई और पलट कर बोली
निशा- यू ईडियट शर्म नहीं आती किसी लड़की को छेडते हुए
मेरी बात सुनकर रवि और रश्मि शायद मेरा प्लान समझ गए थे। इसलिए रश्मि हमारे प्लान के अनुसार मुझे ना पहचानने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- ये हैलो मैडम तुम जो भी हो, देख कर नहीं चल सकती क्या। वाह जी वाह क्या जामाना आ गया है। एक तो खुद लडके से टकराओ और फिर खुद ही छेडने का इल्जाम लगाओ
रश्मि की बात सुनकर मैं गुस्से से चिढने का नाटक करते हुए बोली
निशा- ये मिस…. व्हॉट एवर जो भी तुम्हारा नाम है। मुझे कोई शौक नहीं है लडको से टकराने का। बैसे तुम्हें इतना क्यों बुरा लग रहा है। ये क्या तुम्हारा बॉयफ्रेंड है।
रश्मि- हाँ है तो.... क्या करोगी अब तुम
निशा- कुछ भी तो नहीं….. मुझे क्या…. तुम किसी को भी बॉयफ्रेंड बनाओ। बैसे च्वॉईस अच्छी है। इतना बोलकर मैंने रश्मि को आंख मार दी और रवि की गाँड पर एक थप्पड लगा कर जैसे ही वहाँ से जाने लगी तो रश्मि बोली
रश्मि- ओह मिस ईडियट… तुम्हें शर्म नहीं आती किसी शरीफ लडके को छेडते हुए
निशा- नहीं... लेकिन अगर तुम्हें आती है तो तुम शर्माती रहो मैं तो चली
इससे पहले मैं वहाँ से जाती गगन बीच में बोल पडा
गगन- यह क्या नौटंकी लगा रखी है तुम लोगों ने। मेरे सामने ऐसे नाटक क्यों कर रहे हो जैसे एक दूसरे को जानते ही नहीं हो। रवि मैं इसी लड़की के बारे में पूछ रहा था तुमसे
गगन की बात सुनकर रवि थोडा कन्फ्यूज होते हुए बोला
रवि- पर मैं नहीं जानता हूँ कि यह लडकी कौन है
रवि की बात सुनकर गगन झल्लाते हुए बोला
गगन- बकवाश मत करो। पिछले हफ्ते ही तुमने मुझे और रश्मि को इसे अपनी गर्लफ्रेंड बताया था।
गगन की बात सुनकर रश्मि हैरान होने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- गर्लफ्रेंड.... रवि ये गगन क्या बकवास कर रहा है। क्या तुम मुझे चीट कर रहे हो
इससे पहले रवि कुछ कहता मैं बीच में बोल पडी
निशा- ओह हैलो…. मैं नहीं जानती तुम लोगों को। अपने फालतू के ड्रामे में मुझे शामिल मत करो
मेरी बात खत्म होते ही रवि रश्मि के गाल पर अपना हाथ रखते हुए प्यार से बोला
रवि- अरे जानू ऐसा कुछ भी नहीं है। कसम से मैं इस लडकी को नहीं जानता हूँ। पता नहीं गगन ऐसा क्यों बोल रहा है।
रवि की बात सुनकर गगन थोडा चिढते हुए बोला
गगन- तुम रश्मि को जानू क्यों बोल रहे हो। तुम्हारा तो ब्रेकअप हो गया था ना। रश्मि अब मेरी गर्लफ्रेंड है।
गगन की बात सुनकर रश्मि उसे गुस्से से डाँटते हुए बोली
रश्मि- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। यह क्या अनाप सनाप बक रहे हो। हमारा ब्रेकअप कब हुआ और मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड कब बन गई। छी….. मैं तो तुम्हें केबल अपना दोस्त समझती थी। पर तुम मेंरे बारे में ऐसी फीलिंग रखते हो, यह मुझे पता नहीं था। अगर पता होता तो तुमसे दोस्ती ही नहीं करती।
अब तक गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो चुका था। वो गुस्से से चीखते हुए बोला
गगन- बकवास कर रही हो तुम
रवि- बकवास रश्मि नहीं तुम कर रहे हो। मुझे तो तुम पर पहले से ही शक था कि तुम रश्मि पर गंदी नजर रखते हो और आज सबके सामने प्रूफ भी हो गया।
इससे पहले गगन कुछ कहता और करता, पता नहीं श्रेया कहां से वहाँ आकर कुद पडी। उसके साथ पूजा भी थी और वो हमारे पास आकर बोली
श्रेया- हाय लव वर्डस... ओह गगन भी यहाँ पर है... क्या बात है रश्मि…. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ टाईम स्पेंड करते वक्त अपने दोस्त को भी बॉडीगार्ड की तरह अपने साथ लाती हो।
रश्मि- अरे नहीं यार पता नहीं यह कहाँ से आ गया। जब भी मैं और रवि अकेले में टाईम स्पेंड करने का प्रोग्राम बनाते हैं, तो यह बीच में आ टपकता है। और आज तो पता नहीं इसे क्या हो गया है। बडी अजीब अजीब बातें कर रहा है। बोल रहा है कि ये लड़की रवि की गर्लफ्रेंड है और मैं इस गगन की
रश्मि की बात सुनकर श्रेया हैरानी से मुझे देखते हुए बोली
श्रेया- ये लड़की... ये कौन है। बैसे देखने में तो काफी खूबसूरत है
रवि- पता नहीं…. मैं इसे नहीं जानता
श्रेया- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। किसी भी राह चलती लड़की को इसकी गर्लफ्रेंड बना दोगे क्या। बैसे तुम और रश्मि कब रिलेशन में आ गए।
रश्मि- पागल है क्या श्रेया…. मैं और इस गगन के साथ रिलेशन में, यह तो सपने में भी नहीं हो सकता
रश्मि की बात सुनकर मुझे और गगन को छोडकर बाकी सभी लोग हंसने लगे। हमारी बातों से गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो रहा था।
रवि के बाहर जाते ही मैंने गगन के घर खींचे फोटो अपने मोबाईल में ओपन किये और श्रेया को अपना मोबाईल पकडा दिया। उन फोटो को देखकर श्रेया बुरी तरह से हैरान रह गई। उससे तो कुछ बोलते ही नहीं बन रहा था। सारे फोटो देखने के बाद उसने मेरा मोबाईल दूसरी लड़की को पास कर दिया। इस प्राकर एक एक करके सभी लडकियों ने बो फोटो देखे। सभी की हालत श्रेया की तरह ही थी। आखिरकार श्रेया ने सबसे पहले अपने आप को संभाला और बोली
श्रेया- क्या यह सब सच है। तुमने सच में गगन के साथ वो सब किया है।
निशा- हाँ और मैंने तुम लोगों को दिखाने के लिए ही ऐ सारे फोटो खींचे थे। अब इनकी कोई जरूरत नहीं है। इसलिए मैं इन्हें डीलीट कर रही हूँ।
इतना बोलकर मैंने उन सभी फोटो को डिलीट कर दिया और फिर बोली
निशा- क्या इससे बडी सजा किसी लडके को मिल सकती है
मेरे सबाल पर सभी ने ना में अपनी गर्दन हिला दी।
निशा- तो अब हमारा मिशन कम्प्लीट हुआ। अब से सब अपनी अपनी जिंदगी जीने के लिए आजाद हैं।
मैं यह सब बोल ही रही थी कि तभी मेरे पास हरीश अंकल का कॉल आया तो मैं तुरंत उनका कॉल रिसीव करते हुए बाहर निकल गई। मुझे बाहर फोन पर बात करता हुआ देख गगन अंदर हॉल में चला गया। कुछ देर बाद जब मैं अंदर आई तो बोली
निशा- एक बुरी खबर है। गगन पुलिस के हाथों से बच कर निकल गया है। पर पुलिस ने अलर्ट भेज दिया है। हर जगह उसकी तलास की जा रही है। जल्द ही पुलिस उसको पकड लेगी। लेकिन जब तक वो पकडा नहीं जाता, तब तक सभी लोग थोडा अलर्ट रहना। क्योंकि फिलहाल उसकी मानसिक स्थिती ठीक नहीं है। बैसे तो बो जिस हालत में है उसमें वो ज्यादा भाग नहीं सकता और वो काफी ज्यादा दर्द में भी होगा।
इतना बोलकर मैंने कुछ देर सोचा और फिर बोली
निशा- गाईज ध्यान रखना अगर गगन कहीं पर भी हम में से किसी को भी दिखाई दे, तो जितनी जल्दी हो सके भागर उससे दूर चले जाना और तुरंत पुलिस को और हममें से किसी को भी इन्फार्म कर देना। ताकि बाकी लोग अलर्ट हो सकें। लेकिन अगर उससे दूर भागने का मौका ना मिले, तो डरने की जरूरत नहीं है। उससे नॉर्मल तरीके से बात करना बिल्कुल बैसे जैसे तुम लोग कुछ दिन पहले करते थे। यानि उसे पता नहीं चलता चाहिए कि सारे बीडियो डिलीट होने बाली बात तुम्हें पता है और उसकी सारी सच्चाई तुम जानती हो और हाँ पैनिक मत होना। असल में वो तुम्हारे पीछे नहीं बल्कि मेरी तलाश में होगा। क्योंकि वो अपनी इस हालत का जिम्मेदार केवल मुझे मान रहा होगा।
मेरी बात सुनकर श्रेया बोली
श्रेया- यार सपना हम लोगों के चक्कर में तुम मुशीबत में पड गई हो।
निशा- कोई बात नहीं दोस्तों के लिए इतना तो चलता है। बैसे अगर गगन तुम लोगों को कहीं मिले और मेरे बारे में पूछे, तो तुम लोग मुझे पहचानने से साफ इंकार कर देना। खासकर रश्मि और रवि तुम दोनों। क्योंकि वो पहले ही हम तीनों को एक साथ देख चुका है। इसलिए तुम्हें बस ऐसा दिखाना है कि तुम लोग मुझे नहीं जानते और मैं बस उसकी इमेजिनेशन हूँ। और हाँ जब तक कि वो पकडा नहीं जाता तब तक तुम लोग मुझसे मिलने की कोशिश मत करना। इसलिए अब मैं यहाँ से जा रही हूँ। मेरे जाने के कुछ देर बाद ही तुम लोग यहाँ से निकलना और अकेले मत जाना। जो लोग ऑटो बगैरह से आये हैं उन्हें रवि और श्रेया घर छोड देंगे।
मेरी बात सुनकर श्रेया ने कहा
श्रेया- पर सपना तुम? तुम हम सबसे ज्यादा खतरे में हो। रुको मैं पापा से बात करके तुम्हारे लिए सिक्योरिटी की इंतजाम करवाती हूँ।
श्रेया की बात सुनकर मैं उसे समझाते हुए बोली
निशा- मेरी फिक्र मत करो और मुझे किसी सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है। अगर मेरे आस पास पुलिस हुई तो गगन अपना टारगेट चेंज करके मेरी जगह रश्मि या रवि के पीछे जा सकता है। इससे अच्छा तो यही है कि वो मेरे पीछे आये ताकि में समय रहते पुलिस को इन्फार्म कर दूँ और उसका ध्यान तुम लोगों की तरफ भी नहीं जाऐगा।
इतना बोलकर मैं वहाँ से निकल गई। वहाँ से जाने के बाद मैं अकेले ही उस दिन भोपाल में अलग अलग जगह पर घूमती रही ताकि अगर गगन मेरी तलास कर रहा हो तो मुझे अकेला देखकर मेरे सामने आये, पर वो नहीं आया। आखिरकार रात करीब 9 बजे मैं अपने होटल पहूँच गई। खाना मैं पहले ही बाहर खाकर आई थी। इसलिए मैंने अपने कपडे चेंज किये और रघू को कॉल करके अपने पास बुला लिया। बैसे भी मेरा आज का पूरा दिन भागदौड और टेंशन में निकला था। इसलिए मैं अब रघू के साथ इंजॉय करके अपने आप को रिलेक्स करना चाहती थी।
रघू भी शायद मेरे ही कॉल का ही इंतजार कर रहा था। मेरे कॉल करने के कुछ ही देर वाद वो मेरे रूम में आ गया। उसके आते ही मैंने अपना रूम अंदर से लॉक किया और फिर हम दोनों एक दूसरे पर टूट पडे। एक दूसरे को पूरी तरह से सेटिस्फाई करने और थकाने के बाद हम दोनों ही एक दूसरे की बाहों में सो गए। पिछली रात की तरह इस बार भी सुबह सुबह एक दूसरे को सेटिसफाई करने के बाद रघू मेरे रूम से चला गयाष जिसके बाद मैं कुछ देर और रेस्ट करती रही।
अब चूँकि मैं गगन के डर से यूँ ही अपने होटल रूम के अंदर बंद नहीं रह सकती थी। इसलिए मैंने बॉस के दिए पेंडिंग कामों को निपटाने का प्लान बनाया और फिर तुरंत तैयार होकर बाथरूम में घुस गई। तैयार होने के बाद मैंने कॉफी और नास्ता रूम में ही मंगवा लिया था। जिसे खत्म करने के बाद मैंने होटल के काऊंटर से कार की चाबी ली और अपने काम पर निकल गई। अगले दो दिनों तक मैंने बॉस की दी गई लिस्ट के हिसाब से भोपाल के करीब करीब आधे से ज्यादा काम खत्म कर दिए थे।
अब ज्यादातर काम भोपाल से बाहर की लोकेशन के थे। जो भोपाल से ज्यादा दूर नहीं थे। इसलिए मैंने अगले दिन से भोपाल से बाहर की लोकेशन पर विजिट करने का प्लान बनाया था। बाकि लोकल के कामों को मैंने बाद के लिए पेंडिंग डाल दिया था। असल में मैंने सोचा था कि जिस दिन भी आऊटर लोकेशन से जल्दी फ्री हो जाऊंगी, उस दिन लोकल के काम देख लूँगी। इसलिए आज के सारे काम खत्म कर के मैं होटल बापिस जा रही थी। शाम के करीब 6 बजे का समय था। तभी मेरे नये मोबाईल के चैटिंग एप पर एक मैसेज आया।
मैंने अपनी कार साईड में रोकी और चैटिंग एप को ओपन करके देखने लगी, तो उसमें पूजा का मैसेज था। उसने एक फोटो शेयर की थी। जिसमें किसी लड़की के पीछे जाते एक लडके पर मेरी नजर पडी। वो कोई और नहीं बल्कि गगन था। जो काफी कमजोर दिखाई दे रहा था। अभी मैं फोटो देख ही रही थी कि तभी एक के बाद एक मैसेज आने शुरू हो गए, मैंने देखा कुछ और लडकियों ने भी फोटो में गगन को देख लिया था और वो लोकेशन पूछ रही थी। तभी पूजा का फिर से मैसेज आया जिसमें लिखा था।
“बडा तालाब पर रश्मि और रवि का पीछा कर रहा है।”
रश्मि और रवि के साथ होने की बात से मुझे पता नहीं क्यों पर थोडा दूख हुआ, लेकिन अगले ही पल मैं नॉर्मल हो गई और तुरंत हरीष अंकल को गगन की लोकेशन बताकर अपनी कार बड़ा तालाब की तरफ मोड दी। मुझे पक्का यकीन था कि गगन उन दोनों से मेरे बारे में जरूर पूछेगा। अगर उन दोनों ने कुछ नहीं बताया तो वो कुछ उल्टा सीधा भी कर सकता था। इसलिए गगन को किसी भी तरह अपनी तरफ डायवर्ट करना होगा। बड़ा तालाब मेरी लोकेशन से काभी दूर था। इसलिए मैंने अपनी कार की स्पीड बड़ा दी थी।
मेरे वहाँ पहूँचने पहले ही श्रेया और बाकी की लडकियाँ भी वहाँ आ गई थी। बड़ा तालाब पर पहूँचकर मैंने अपनी कार पार्क की और पूजा की तरफ बड गई। मैंने पूजा को कॉल करके पहले ही उसकी लोकेशन पूछ ली थी। इसलिए मुझे उसे ढूँडने में ज्यादा प्राब्लम नहीं हुई। पूजा के पास जाकर मैंने वाकी लोगों को वहाँ से तुरंत जाने के लिए बोल दिया। पर वो लोग वहाँ से जाना नहीं चाहते थे। इसलिए आखिरकार मैं उन्हें दो दो के ग्रुप में दूर से नजर रखने की बोलकर पैदल ही रवि और रश्मि की तरफ बड गई।
मैं रवि और रश्मि से थोडी दूरी पर एक पानी पूडी बाले की दुकान पर खडी होकर पानी पूडी खाने लगी। रवि और रश्मि ने मुझे वहाँ देख लिया था। लेकिन मैंने उन्हें अपने पास ना आने का इशारा किया और पानी पूडी खाने लगी। उन दोनों को भी गगन के उनके आस पास होने की बात पता चल गई थी। इसलिए पहले तो वो वहाँ से निकलने की फिराक में थे। पर मुझे वहाँ देखकर वो दोनों रुक गए। मैं पूरा यकीन था कि इतनी भीड में गगन कोई गलत हरकत नहीं करेगा।
लेकिन पुलिस के आने के बाद वो अपने बचाव में कुछ भी कर सकता था। इसलिए मैं गगन का ध्यान अपनी तरफ खींचकर उसे भीड भाड से दूर ले जाना चाहती थी। लेकिन शायद गगन ने मुझे देखा ही नहीं और वो मौका देखकर रवि और रश्मि के पास जा पहूँचा। मुझे उन लोगों की बातें साफ साफ सुनाई नहीं दे रही थी। इसलिए आखिरकार मैंने उनके पास जाने का फैसला कर लिया और वहाँ से निकलने के बहाने रवि से टकरा गई और पलट कर बोली
निशा- यू ईडियट शर्म नहीं आती किसी लड़की को छेडते हुए
मेरी बात सुनकर रवि और रश्मि शायद मेरा प्लान समझ गए थे। इसलिए रश्मि हमारे प्लान के अनुसार मुझे ना पहचानने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- ये हैलो मैडम तुम जो भी हो, देख कर नहीं चल सकती क्या। वाह जी वाह क्या जामाना आ गया है। एक तो खुद लडके से टकराओ और फिर खुद ही छेडने का इल्जाम लगाओ
रश्मि की बात सुनकर मैं गुस्से से चिढने का नाटक करते हुए बोली
निशा- ये मिस…. व्हॉट एवर जो भी तुम्हारा नाम है। मुझे कोई शौक नहीं है लडको से टकराने का। बैसे तुम्हें इतना क्यों बुरा लग रहा है। ये क्या तुम्हारा बॉयफ्रेंड है।
रश्मि- हाँ है तो.... क्या करोगी अब तुम
निशा- कुछ भी तो नहीं….. मुझे क्या…. तुम किसी को भी बॉयफ्रेंड बनाओ। बैसे च्वॉईस अच्छी है। इतना बोलकर मैंने रश्मि को आंख मार दी और रवि की गाँड पर एक थप्पड लगा कर जैसे ही वहाँ से जाने लगी तो रश्मि बोली
रश्मि- ओह मिस ईडियट… तुम्हें शर्म नहीं आती किसी शरीफ लडके को छेडते हुए
निशा- नहीं... लेकिन अगर तुम्हें आती है तो तुम शर्माती रहो मैं तो चली
इससे पहले मैं वहाँ से जाती गगन बीच में बोल पडा
गगन- यह क्या नौटंकी लगा रखी है तुम लोगों ने। मेरे सामने ऐसे नाटक क्यों कर रहे हो जैसे एक दूसरे को जानते ही नहीं हो। रवि मैं इसी लड़की के बारे में पूछ रहा था तुमसे
गगन की बात सुनकर रवि थोडा कन्फ्यूज होते हुए बोला
रवि- पर मैं नहीं जानता हूँ कि यह लडकी कौन है
रवि की बात सुनकर गगन झल्लाते हुए बोला
गगन- बकवाश मत करो। पिछले हफ्ते ही तुमने मुझे और रश्मि को इसे अपनी गर्लफ्रेंड बताया था।
गगन की बात सुनकर रश्मि हैरान होने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- गर्लफ्रेंड.... रवि ये गगन क्या बकवास कर रहा है। क्या तुम मुझे चीट कर रहे हो
इससे पहले रवि कुछ कहता मैं बीच में बोल पडी
निशा- ओह हैलो…. मैं नहीं जानती तुम लोगों को। अपने फालतू के ड्रामे में मुझे शामिल मत करो
मेरी बात खत्म होते ही रवि रश्मि के गाल पर अपना हाथ रखते हुए प्यार से बोला
रवि- अरे जानू ऐसा कुछ भी नहीं है। कसम से मैं इस लडकी को नहीं जानता हूँ। पता नहीं गगन ऐसा क्यों बोल रहा है।
रवि की बात सुनकर गगन थोडा चिढते हुए बोला
गगन- तुम रश्मि को जानू क्यों बोल रहे हो। तुम्हारा तो ब्रेकअप हो गया था ना। रश्मि अब मेरी गर्लफ्रेंड है।
गगन की बात सुनकर रश्मि उसे गुस्से से डाँटते हुए बोली
रश्मि- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। यह क्या अनाप सनाप बक रहे हो। हमारा ब्रेकअप कब हुआ और मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड कब बन गई। छी….. मैं तो तुम्हें केबल अपना दोस्त समझती थी। पर तुम मेंरे बारे में ऐसी फीलिंग रखते हो, यह मुझे पता नहीं था। अगर पता होता तो तुमसे दोस्ती ही नहीं करती।
अब तक गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो चुका था। वो गुस्से से चीखते हुए बोला
गगन- बकवास कर रही हो तुम
रवि- बकवास रश्मि नहीं तुम कर रहे हो। मुझे तो तुम पर पहले से ही शक था कि तुम रश्मि पर गंदी नजर रखते हो और आज सबके सामने प्रूफ भी हो गया।
इससे पहले गगन कुछ कहता और करता, पता नहीं श्रेया कहां से वहाँ आकर कुद पडी। उसके साथ पूजा भी थी और वो हमारे पास आकर बोली
श्रेया- हाय लव वर्डस... ओह गगन भी यहाँ पर है... क्या बात है रश्मि…. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ टाईम स्पेंड करते वक्त अपने दोस्त को भी बॉडीगार्ड की तरह अपने साथ लाती हो।
रश्मि- अरे नहीं यार पता नहीं यह कहाँ से आ गया। जब भी मैं और रवि अकेले में टाईम स्पेंड करने का प्रोग्राम बनाते हैं, तो यह बीच में आ टपकता है। और आज तो पता नहीं इसे क्या हो गया है। बडी अजीब अजीब बातें कर रहा है। बोल रहा है कि ये लड़की रवि की गर्लफ्रेंड है और मैं इस गगन की
रश्मि की बात सुनकर श्रेया हैरानी से मुझे देखते हुए बोली
श्रेया- ये लड़की... ये कौन है। बैसे देखने में तो काफी खूबसूरत है
रवि- पता नहीं…. मैं इसे नहीं जानता
श्रेया- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। किसी भी राह चलती लड़की को इसकी गर्लफ्रेंड बना दोगे क्या। बैसे तुम और रश्मि कब रिलेशन में आ गए।
रश्मि- पागल है क्या श्रेया…. मैं और इस गगन के साथ रिलेशन में, यह तो सपने में भी नहीं हो सकता
रश्मि की बात सुनकर मुझे और गगन को छोडकर बाकी सभी लोग हंसने लगे। हमारी बातों से गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो रहा था।
रवि के बाहर जाते ही मैंने गगन के घर खींचे फोटो अपने मोबाईल में ओपन किये और श्रेया को अपना मोबाईल पकडा दिया। उन फोटो को देखकर श्रेया बुरी तरह से हैरान रह गई। उससे तो कुछ बोलते ही नहीं बन रहा था। सारे फोटो देखने के बाद उसने मेरा मोबाईल दूसरी लड़की को पास कर दिया। इस प्राकर एक एक करके सभी लडकियों ने बो फोटो देखे। सभी की हालत श्रेया की तरह ही थी। आखिरकार श्रेया ने सबसे पहले अपने आप को संभाला और बोली
श्रेया- क्या यह सब सच है। तुमने सच में गगन के साथ वो सब किया है।
निशा- हाँ और मैंने तुम लोगों को दिखाने के लिए ही ऐ सारे फोटो खींचे थे। अब इनकी कोई जरूरत नहीं है। इसलिए मैं इन्हें डीलीट कर रही हूँ।
इतना बोलकर मैंने उन सभी फोटो को डिलीट कर दिया और फिर बोली
निशा- क्या इससे बडी सजा किसी लडके को मिल सकती है
मेरे सबाल पर सभी ने ना में अपनी गर्दन हिला दी।
निशा- तो अब हमारा मिशन कम्प्लीट हुआ। अब से सब अपनी अपनी जिंदगी जीने के लिए आजाद हैं।
मैं यह सब बोल ही रही थी कि तभी मेरे पास हरीश अंकल का कॉल आया तो मैं तुरंत उनका कॉल रिसीव करते हुए बाहर निकल गई। मुझे बाहर फोन पर बात करता हुआ देख गगन अंदर हॉल में चला गया। कुछ देर बाद जब मैं अंदर आई तो बोली
निशा- एक बुरी खबर है। गगन पुलिस के हाथों से बच कर निकल गया है। पर पुलिस ने अलर्ट भेज दिया है। हर जगह उसकी तलास की जा रही है। जल्द ही पुलिस उसको पकड लेगी। लेकिन जब तक वो पकडा नहीं जाता, तब तक सभी लोग थोडा अलर्ट रहना। क्योंकि फिलहाल उसकी मानसिक स्थिती ठीक नहीं है। बैसे तो बो जिस हालत में है उसमें वो ज्यादा भाग नहीं सकता और वो काफी ज्यादा दर्द में भी होगा।
इतना बोलकर मैंने कुछ देर सोचा और फिर बोली
निशा- गाईज ध्यान रखना अगर गगन कहीं पर भी हम में से किसी को भी दिखाई दे, तो जितनी जल्दी हो सके भागर उससे दूर चले जाना और तुरंत पुलिस को और हममें से किसी को भी इन्फार्म कर देना। ताकि बाकी लोग अलर्ट हो सकें। लेकिन अगर उससे दूर भागने का मौका ना मिले, तो डरने की जरूरत नहीं है। उससे नॉर्मल तरीके से बात करना बिल्कुल बैसे जैसे तुम लोग कुछ दिन पहले करते थे। यानि उसे पता नहीं चलता चाहिए कि सारे बीडियो डिलीट होने बाली बात तुम्हें पता है और उसकी सारी सच्चाई तुम जानती हो और हाँ पैनिक मत होना। असल में वो तुम्हारे पीछे नहीं बल्कि मेरी तलाश में होगा। क्योंकि वो अपनी इस हालत का जिम्मेदार केवल मुझे मान रहा होगा।
मेरी बात सुनकर श्रेया बोली
श्रेया- यार सपना हम लोगों के चक्कर में तुम मुशीबत में पड गई हो।
निशा- कोई बात नहीं दोस्तों के लिए इतना तो चलता है। बैसे अगर गगन तुम लोगों को कहीं मिले और मेरे बारे में पूछे, तो तुम लोग मुझे पहचानने से साफ इंकार कर देना। खासकर रश्मि और रवि तुम दोनों। क्योंकि वो पहले ही हम तीनों को एक साथ देख चुका है। इसलिए तुम्हें बस ऐसा दिखाना है कि तुम लोग मुझे नहीं जानते और मैं बस उसकी इमेजिनेशन हूँ। और हाँ जब तक कि वो पकडा नहीं जाता तब तक तुम लोग मुझसे मिलने की कोशिश मत करना। इसलिए अब मैं यहाँ से जा रही हूँ। मेरे जाने के कुछ देर बाद ही तुम लोग यहाँ से निकलना और अकेले मत जाना। जो लोग ऑटो बगैरह से आये हैं उन्हें रवि और श्रेया घर छोड देंगे।
मेरी बात सुनकर श्रेया ने कहा
श्रेया- पर सपना तुम? तुम हम सबसे ज्यादा खतरे में हो। रुको मैं पापा से बात करके तुम्हारे लिए सिक्योरिटी की इंतजाम करवाती हूँ।
श्रेया की बात सुनकर मैं उसे समझाते हुए बोली
निशा- मेरी फिक्र मत करो और मुझे किसी सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है। अगर मेरे आस पास पुलिस हुई तो गगन अपना टारगेट चेंज करके मेरी जगह रश्मि या रवि के पीछे जा सकता है। इससे अच्छा तो यही है कि वो मेरे पीछे आये ताकि में समय रहते पुलिस को इन्फार्म कर दूँ और उसका ध्यान तुम लोगों की तरफ भी नहीं जाऐगा।
इतना बोलकर मैं वहाँ से निकल गई। वहाँ से जाने के बाद मैं अकेले ही उस दिन भोपाल में अलग अलग जगह पर घूमती रही ताकि अगर गगन मेरी तलास कर रहा हो तो मुझे अकेला देखकर मेरे सामने आये, पर वो नहीं आया। आखिरकार रात करीब 9 बजे मैं अपने होटल पहूँच गई। खाना मैं पहले ही बाहर खाकर आई थी। इसलिए मैंने अपने कपडे चेंज किये और रघू को कॉल करके अपने पास बुला लिया। बैसे भी मेरा आज का पूरा दिन भागदौड और टेंशन में निकला था। इसलिए मैं अब रघू के साथ इंजॉय करके अपने आप को रिलेक्स करना चाहती थी।
रघू भी शायद मेरे ही कॉल का ही इंतजार कर रहा था। मेरे कॉल करने के कुछ ही देर वाद वो मेरे रूम में आ गया। उसके आते ही मैंने अपना रूम अंदर से लॉक किया और फिर हम दोनों एक दूसरे पर टूट पडे। एक दूसरे को पूरी तरह से सेटिस्फाई करने और थकाने के बाद हम दोनों ही एक दूसरे की बाहों में सो गए। पिछली रात की तरह इस बार भी सुबह सुबह एक दूसरे को सेटिसफाई करने के बाद रघू मेरे रूम से चला गयाष जिसके बाद मैं कुछ देर और रेस्ट करती रही।
अब चूँकि मैं गगन के डर से यूँ ही अपने होटल रूम के अंदर बंद नहीं रह सकती थी। इसलिए मैंने बॉस के दिए पेंडिंग कामों को निपटाने का प्लान बनाया और फिर तुरंत तैयार होकर बाथरूम में घुस गई। तैयार होने के बाद मैंने कॉफी और नास्ता रूम में ही मंगवा लिया था। जिसे खत्म करने के बाद मैंने होटल के काऊंटर से कार की चाबी ली और अपने काम पर निकल गई। अगले दो दिनों तक मैंने बॉस की दी गई लिस्ट के हिसाब से भोपाल के करीब करीब आधे से ज्यादा काम खत्म कर दिए थे।
अब ज्यादातर काम भोपाल से बाहर की लोकेशन के थे। जो भोपाल से ज्यादा दूर नहीं थे। इसलिए मैंने अगले दिन से भोपाल से बाहर की लोकेशन पर विजिट करने का प्लान बनाया था। बाकि लोकल के कामों को मैंने बाद के लिए पेंडिंग डाल दिया था। असल में मैंने सोचा था कि जिस दिन भी आऊटर लोकेशन से जल्दी फ्री हो जाऊंगी, उस दिन लोकल के काम देख लूँगी। इसलिए आज के सारे काम खत्म कर के मैं होटल बापिस जा रही थी। शाम के करीब 6 बजे का समय था। तभी मेरे नये मोबाईल के चैटिंग एप पर एक मैसेज आया।
मैंने अपनी कार साईड में रोकी और चैटिंग एप को ओपन करके देखने लगी, तो उसमें पूजा का मैसेज था। उसने एक फोटो शेयर की थी। जिसमें किसी लड़की के पीछे जाते एक लडके पर मेरी नजर पडी। वो कोई और नहीं बल्कि गगन था। जो काफी कमजोर दिखाई दे रहा था। अभी मैं फोटो देख ही रही थी कि तभी एक के बाद एक मैसेज आने शुरू हो गए, मैंने देखा कुछ और लडकियों ने भी फोटो में गगन को देख लिया था और वो लोकेशन पूछ रही थी। तभी पूजा का फिर से मैसेज आया जिसमें लिखा था।
“बडा तालाब पर रश्मि और रवि का पीछा कर रहा है।”
रश्मि और रवि के साथ होने की बात से मुझे पता नहीं क्यों पर थोडा दूख हुआ, लेकिन अगले ही पल मैं नॉर्मल हो गई और तुरंत हरीष अंकल को गगन की लोकेशन बताकर अपनी कार बड़ा तालाब की तरफ मोड दी। मुझे पक्का यकीन था कि गगन उन दोनों से मेरे बारे में जरूर पूछेगा। अगर उन दोनों ने कुछ नहीं बताया तो वो कुछ उल्टा सीधा भी कर सकता था। इसलिए गगन को किसी भी तरह अपनी तरफ डायवर्ट करना होगा। बड़ा तालाब मेरी लोकेशन से काभी दूर था। इसलिए मैंने अपनी कार की स्पीड बड़ा दी थी।
मेरे वहाँ पहूँचने पहले ही श्रेया और बाकी की लडकियाँ भी वहाँ आ गई थी। बड़ा तालाब पर पहूँचकर मैंने अपनी कार पार्क की और पूजा की तरफ बड गई। मैंने पूजा को कॉल करके पहले ही उसकी लोकेशन पूछ ली थी। इसलिए मुझे उसे ढूँडने में ज्यादा प्राब्लम नहीं हुई। पूजा के पास जाकर मैंने वाकी लोगों को वहाँ से तुरंत जाने के लिए बोल दिया। पर वो लोग वहाँ से जाना नहीं चाहते थे। इसलिए आखिरकार मैं उन्हें दो दो के ग्रुप में दूर से नजर रखने की बोलकर पैदल ही रवि और रश्मि की तरफ बड गई।
मैं रवि और रश्मि से थोडी दूरी पर एक पानी पूडी बाले की दुकान पर खडी होकर पानी पूडी खाने लगी। रवि और रश्मि ने मुझे वहाँ देख लिया था। लेकिन मैंने उन्हें अपने पास ना आने का इशारा किया और पानी पूडी खाने लगी। उन दोनों को भी गगन के उनके आस पास होने की बात पता चल गई थी। इसलिए पहले तो वो वहाँ से निकलने की फिराक में थे। पर मुझे वहाँ देखकर वो दोनों रुक गए। मैं पूरा यकीन था कि इतनी भीड में गगन कोई गलत हरकत नहीं करेगा।
लेकिन पुलिस के आने के बाद वो अपने बचाव में कुछ भी कर सकता था। इसलिए मैं गगन का ध्यान अपनी तरफ खींचकर उसे भीड भाड से दूर ले जाना चाहती थी। लेकिन शायद गगन ने मुझे देखा ही नहीं और वो मौका देखकर रवि और रश्मि के पास जा पहूँचा। मुझे उन लोगों की बातें साफ साफ सुनाई नहीं दे रही थी। इसलिए आखिरकार मैंने उनके पास जाने का फैसला कर लिया और वहाँ से निकलने के बहाने रवि से टकरा गई और पलट कर बोली
निशा- यू ईडियट शर्म नहीं आती किसी लड़की को छेडते हुए
मेरी बात सुनकर रवि और रश्मि शायद मेरा प्लान समझ गए थे। इसलिए रश्मि हमारे प्लान के अनुसार मुझे ना पहचानने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- ये हैलो मैडम तुम जो भी हो, देख कर नहीं चल सकती क्या। वाह जी वाह क्या जामाना आ गया है। एक तो खुद लडके से टकराओ और फिर खुद ही छेडने का इल्जाम लगाओ
रश्मि की बात सुनकर मैं गुस्से से चिढने का नाटक करते हुए बोली
निशा- ये मिस…. व्हॉट एवर जो भी तुम्हारा नाम है। मुझे कोई शौक नहीं है लडको से टकराने का। बैसे तुम्हें इतना क्यों बुरा लग रहा है। ये क्या तुम्हारा बॉयफ्रेंड है।
रश्मि- हाँ है तो.... क्या करोगी अब तुम
निशा- कुछ भी तो नहीं….. मुझे क्या…. तुम किसी को भी बॉयफ्रेंड बनाओ। बैसे च्वॉईस अच्छी है। इतना बोलकर मैंने रश्मि को आंख मार दी और रवि की गाँड पर एक थप्पड लगा कर जैसे ही वहाँ से जाने लगी तो रश्मि बोली
रश्मि- ओह मिस ईडियट… तुम्हें शर्म नहीं आती किसी शरीफ लडके को छेडते हुए
निशा- नहीं... लेकिन अगर तुम्हें आती है तो तुम शर्माती रहो मैं तो चली
इससे पहले मैं वहाँ से जाती गगन बीच में बोल पडा
गगन- यह क्या नौटंकी लगा रखी है तुम लोगों ने। मेरे सामने ऐसे नाटक क्यों कर रहे हो जैसे एक दूसरे को जानते ही नहीं हो। रवि मैं इसी लड़की के बारे में पूछ रहा था तुमसे
गगन की बात सुनकर रवि थोडा कन्फ्यूज होते हुए बोला
रवि- पर मैं नहीं जानता हूँ कि यह लडकी कौन है
रवि की बात सुनकर गगन झल्लाते हुए बोला
गगन- बकवाश मत करो। पिछले हफ्ते ही तुमने मुझे और रश्मि को इसे अपनी गर्लफ्रेंड बताया था।
गगन की बात सुनकर रश्मि हैरान होने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- गर्लफ्रेंड.... रवि ये गगन क्या बकवास कर रहा है। क्या तुम मुझे चीट कर रहे हो
इससे पहले रवि कुछ कहता मैं बीच में बोल पडी
निशा- ओह हैलो…. मैं नहीं जानती तुम लोगों को। अपने फालतू के ड्रामे में मुझे शामिल मत करो
मेरी बात खत्म होते ही रवि रश्मि के गाल पर अपना हाथ रखते हुए प्यार से बोला
रवि- अरे जानू ऐसा कुछ भी नहीं है। कसम से मैं इस लडकी को नहीं जानता हूँ। पता नहीं गगन ऐसा क्यों बोल रहा है।
रवि की बात सुनकर गगन थोडा चिढते हुए बोला
गगन- तुम रश्मि को जानू क्यों बोल रहे हो। तुम्हारा तो ब्रेकअप हो गया था ना। रश्मि अब मेरी गर्लफ्रेंड है।
गगन की बात सुनकर रश्मि उसे गुस्से से डाँटते हुए बोली
रश्मि- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। यह क्या अनाप सनाप बक रहे हो। हमारा ब्रेकअप कब हुआ और मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड कब बन गई। छी….. मैं तो तुम्हें केबल अपना दोस्त समझती थी। पर तुम मेंरे बारे में ऐसी फीलिंग रखते हो, यह मुझे पता नहीं था। अगर पता होता तो तुमसे दोस्ती ही नहीं करती।
अब तक गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो चुका था। वो गुस्से से चीखते हुए बोला
गगन- बकवास कर रही हो तुम
रवि- बकवास रश्मि नहीं तुम कर रहे हो। मुझे तो तुम पर पहले से ही शक था कि तुम रश्मि पर गंदी नजर रखते हो और आज सबके सामने प्रूफ भी हो गया।
इससे पहले गगन कुछ कहता और करता, पता नहीं श्रेया कहां से वहाँ आकर कुद पडी। उसके साथ पूजा भी थी और वो हमारे पास आकर बोली
श्रेया- हाय लव वर्डस... ओह गगन भी यहाँ पर है... क्या बात है रश्मि…. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ टाईम स्पेंड करते वक्त अपने दोस्त को भी बॉडीगार्ड की तरह अपने साथ लाती हो।
रश्मि- अरे नहीं यार पता नहीं यह कहाँ से आ गया। जब भी मैं और रवि अकेले में टाईम स्पेंड करने का प्रोग्राम बनाते हैं, तो यह बीच में आ टपकता है। और आज तो पता नहीं इसे क्या हो गया है। बडी अजीब अजीब बातें कर रहा है। बोल रहा है कि ये लड़की रवि की गर्लफ्रेंड है और मैं इस गगन की
रश्मि की बात सुनकर श्रेया हैरानी से मुझे देखते हुए बोली
श्रेया- ये लड़की... ये कौन है। बैसे देखने में तो काफी खूबसूरत है
रवि- पता नहीं…. मैं इसे नहीं जानता
श्रेया- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। किसी भी राह चलती लड़की को इसकी गर्लफ्रेंड बना दोगे क्या। बैसे तुम और रश्मि कब रिलेशन में आ गए।
रश्मि- पागल है क्या श्रेया…. मैं और इस गगन के साथ रिलेशन में, यह तो सपने में भी नहीं हो सकता
रश्मि की बात सुनकर मुझे और गगन को छोडकर बाकी सभी लोग हंसने लगे। हमारी बातों से गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो रहा था।
रवि के बाहर जाते ही मैंने गगन के घर खींचे फोटो अपने मोबाईल में ओपन किये और श्रेया को अपना मोबाईल पकडा दिया। उन फोटो को देखकर श्रेया बुरी तरह से हैरान रह गई। उससे तो कुछ बोलते ही नहीं बन रहा था। सारे फोटो देखने के बाद उसने मेरा मोबाईल दूसरी लड़की को पास कर दिया। इस प्राकर एक एक करके सभी लडकियों ने बो फोटो देखे। सभी की हालत श्रेया की तरह ही थी। आखिरकार श्रेया ने सबसे पहले अपने आप को संभाला और बोली
श्रेया- क्या यह सब सच है। तुमने सच में गगन के साथ वो सब किया है।
निशा- हाँ और मैंने तुम लोगों को दिखाने के लिए ही ऐ सारे फोटो खींचे थे। अब इनकी कोई जरूरत नहीं है। इसलिए मैं इन्हें डीलीट कर रही हूँ।
इतना बोलकर मैंने उन सभी फोटो को डिलीट कर दिया और फिर बोली
निशा- क्या इससे बडी सजा किसी लडके को मिल सकती है
मेरे सबाल पर सभी ने ना में अपनी गर्दन हिला दी।
निशा- तो अब हमारा मिशन कम्प्लीट हुआ। अब से सब अपनी अपनी जिंदगी जीने के लिए आजाद हैं।
मैं यह सब बोल ही रही थी कि तभी मेरे पास हरीश अंकल का कॉल आया तो मैं तुरंत उनका कॉल रिसीव करते हुए बाहर निकल गई। मुझे बाहर फोन पर बात करता हुआ देख गगन अंदर हॉल में चला गया। कुछ देर बाद जब मैं अंदर आई तो बोली
निशा- एक बुरी खबर है। गगन पुलिस के हाथों से बच कर निकल गया है। पर पुलिस ने अलर्ट भेज दिया है। हर जगह उसकी तलास की जा रही है। जल्द ही पुलिस उसको पकड लेगी। लेकिन जब तक वो पकडा नहीं जाता, तब तक सभी लोग थोडा अलर्ट रहना। क्योंकि फिलहाल उसकी मानसिक स्थिती ठीक नहीं है। बैसे तो बो जिस हालत में है उसमें वो ज्यादा भाग नहीं सकता और वो काफी ज्यादा दर्द में भी होगा।
इतना बोलकर मैंने कुछ देर सोचा और फिर बोली
निशा- गाईज ध्यान रखना अगर गगन कहीं पर भी हम में से किसी को भी दिखाई दे, तो जितनी जल्दी हो सके भागर उससे दूर चले जाना और तुरंत पुलिस को और हममें से किसी को भी इन्फार्म कर देना। ताकि बाकी लोग अलर्ट हो सकें। लेकिन अगर उससे दूर भागने का मौका ना मिले, तो डरने की जरूरत नहीं है। उससे नॉर्मल तरीके से बात करना बिल्कुल बैसे जैसे तुम लोग कुछ दिन पहले करते थे। यानि उसे पता नहीं चलता चाहिए कि सारे बीडियो डिलीट होने बाली बात तुम्हें पता है और उसकी सारी सच्चाई तुम जानती हो और हाँ पैनिक मत होना। असल में वो तुम्हारे पीछे नहीं बल्कि मेरी तलाश में होगा। क्योंकि वो अपनी इस हालत का जिम्मेदार केवल मुझे मान रहा होगा।
मेरी बात सुनकर श्रेया बोली
श्रेया- यार सपना हम लोगों के चक्कर में तुम मुशीबत में पड गई हो।
निशा- कोई बात नहीं दोस्तों के लिए इतना तो चलता है। बैसे अगर गगन तुम लोगों को कहीं मिले और मेरे बारे में पूछे, तो तुम लोग मुझे पहचानने से साफ इंकार कर देना। खासकर रश्मि और रवि तुम दोनों। क्योंकि वो पहले ही हम तीनों को एक साथ देख चुका है। इसलिए तुम्हें बस ऐसा दिखाना है कि तुम लोग मुझे नहीं जानते और मैं बस उसकी इमेजिनेशन हूँ। और हाँ जब तक कि वो पकडा नहीं जाता तब तक तुम लोग मुझसे मिलने की कोशिश मत करना। इसलिए अब मैं यहाँ से जा रही हूँ। मेरे जाने के कुछ देर बाद ही तुम लोग यहाँ से निकलना और अकेले मत जाना। जो लोग ऑटो बगैरह से आये हैं उन्हें रवि और श्रेया घर छोड देंगे।
मेरी बात सुनकर श्रेया ने कहा
श्रेया- पर सपना तुम? तुम हम सबसे ज्यादा खतरे में हो। रुको मैं पापा से बात करके तुम्हारे लिए सिक्योरिटी की इंतजाम करवाती हूँ।
श्रेया की बात सुनकर मैं उसे समझाते हुए बोली
निशा- मेरी फिक्र मत करो और मुझे किसी सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है। अगर मेरे आस पास पुलिस हुई तो गगन अपना टारगेट चेंज करके मेरी जगह रश्मि या रवि के पीछे जा सकता है। इससे अच्छा तो यही है कि वो मेरे पीछे आये ताकि में समय रहते पुलिस को इन्फार्म कर दूँ और उसका ध्यान तुम लोगों की तरफ भी नहीं जाऐगा।
इतना बोलकर मैं वहाँ से निकल गई। वहाँ से जाने के बाद मैं अकेले ही उस दिन भोपाल में अलग अलग जगह पर घूमती रही ताकि अगर गगन मेरी तलास कर रहा हो तो मुझे अकेला देखकर मेरे सामने आये, पर वो नहीं आया। आखिरकार रात करीब 9 बजे मैं अपने होटल पहूँच गई। खाना मैं पहले ही बाहर खाकर आई थी। इसलिए मैंने अपने कपडे चेंज किये और रघू को कॉल करके अपने पास बुला लिया। बैसे भी मेरा आज का पूरा दिन भागदौड और टेंशन में निकला था। इसलिए मैं अब रघू के साथ इंजॉय करके अपने आप को रिलेक्स करना चाहती थी।
रघू भी शायद मेरे ही कॉल का ही इंतजार कर रहा था। मेरे कॉल करने के कुछ ही देर वाद वो मेरे रूम में आ गया। उसके आते ही मैंने अपना रूम अंदर से लॉक किया और फिर हम दोनों एक दूसरे पर टूट पडे। एक दूसरे को पूरी तरह से सेटिस्फाई करने और थकाने के बाद हम दोनों ही एक दूसरे की बाहों में सो गए। पिछली रात की तरह इस बार भी सुबह सुबह एक दूसरे को सेटिसफाई करने के बाद रघू मेरे रूम से चला गयाष जिसके बाद मैं कुछ देर और रेस्ट करती रही।
अब चूँकि मैं गगन के डर से यूँ ही अपने होटल रूम के अंदर बंद नहीं रह सकती थी। इसलिए मैंने बॉस के दिए पेंडिंग कामों को निपटाने का प्लान बनाया और फिर तुरंत तैयार होकर बाथरूम में घुस गई। तैयार होने के बाद मैंने कॉफी और नास्ता रूम में ही मंगवा लिया था। जिसे खत्म करने के बाद मैंने होटल के काऊंटर से कार की चाबी ली और अपने काम पर निकल गई। अगले दो दिनों तक मैंने बॉस की दी गई लिस्ट के हिसाब से भोपाल के करीब करीब आधे से ज्यादा काम खत्म कर दिए थे।
अब ज्यादातर काम भोपाल से बाहर की लोकेशन के थे। जो भोपाल से ज्यादा दूर नहीं थे। इसलिए मैंने अगले दिन से भोपाल से बाहर की लोकेशन पर विजिट करने का प्लान बनाया था। बाकि लोकल के कामों को मैंने बाद के लिए पेंडिंग डाल दिया था। असल में मैंने सोचा था कि जिस दिन भी आऊटर लोकेशन से जल्दी फ्री हो जाऊंगी, उस दिन लोकल के काम देख लूँगी। इसलिए आज के सारे काम खत्म कर के मैं होटल बापिस जा रही थी। शाम के करीब 6 बजे का समय था। तभी मेरे नये मोबाईल के चैटिंग एप पर एक मैसेज आया।
मैंने अपनी कार साईड में रोकी और चैटिंग एप को ओपन करके देखने लगी, तो उसमें पूजा का मैसेज था। उसने एक फोटो शेयर की थी। जिसमें किसी लड़की के पीछे जाते एक लडके पर मेरी नजर पडी। वो कोई और नहीं बल्कि गगन था। जो काफी कमजोर दिखाई दे रहा था। अभी मैं फोटो देख ही रही थी कि तभी एक के बाद एक मैसेज आने शुरू हो गए, मैंने देखा कुछ और लडकियों ने भी फोटो में गगन को देख लिया था और वो लोकेशन पूछ रही थी। तभी पूजा का फिर से मैसेज आया जिसमें लिखा था।
“बडा तालाब पर रश्मि और रवि का पीछा कर रहा है।”
रश्मि और रवि के साथ होने की बात से मुझे पता नहीं क्यों पर थोडा दूख हुआ, लेकिन अगले ही पल मैं नॉर्मल हो गई और तुरंत हरीष अंकल को गगन की लोकेशन बताकर अपनी कार बड़ा तालाब की तरफ मोड दी। मुझे पक्का यकीन था कि गगन उन दोनों से मेरे बारे में जरूर पूछेगा। अगर उन दोनों ने कुछ नहीं बताया तो वो कुछ उल्टा सीधा भी कर सकता था। इसलिए गगन को किसी भी तरह अपनी तरफ डायवर्ट करना होगा। बड़ा तालाब मेरी लोकेशन से काभी दूर था। इसलिए मैंने अपनी कार की स्पीड बड़ा दी थी।
मेरे वहाँ पहूँचने पहले ही श्रेया और बाकी की लडकियाँ भी वहाँ आ गई थी। बड़ा तालाब पर पहूँचकर मैंने अपनी कार पार्क की और पूजा की तरफ बड गई। मैंने पूजा को कॉल करके पहले ही उसकी लोकेशन पूछ ली थी। इसलिए मुझे उसे ढूँडने में ज्यादा प्राब्लम नहीं हुई। पूजा के पास जाकर मैंने वाकी लोगों को वहाँ से तुरंत जाने के लिए बोल दिया। पर वो लोग वहाँ से जाना नहीं चाहते थे। इसलिए आखिरकार मैं उन्हें दो दो के ग्रुप में दूर से नजर रखने की बोलकर पैदल ही रवि और रश्मि की तरफ बड गई।
मैं रवि और रश्मि से थोडी दूरी पर एक पानी पूडी बाले की दुकान पर खडी होकर पानी पूडी खाने लगी। रवि और रश्मि ने मुझे वहाँ देख लिया था। लेकिन मैंने उन्हें अपने पास ना आने का इशारा किया और पानी पूडी खाने लगी। उन दोनों को भी गगन के उनके आस पास होने की बात पता चल गई थी। इसलिए पहले तो वो वहाँ से निकलने की फिराक में थे। पर मुझे वहाँ देखकर वो दोनों रुक गए। मैं पूरा यकीन था कि इतनी भीड में गगन कोई गलत हरकत नहीं करेगा।
लेकिन पुलिस के आने के बाद वो अपने बचाव में कुछ भी कर सकता था। इसलिए मैं गगन का ध्यान अपनी तरफ खींचकर उसे भीड भाड से दूर ले जाना चाहती थी। लेकिन शायद गगन ने मुझे देखा ही नहीं और वो मौका देखकर रवि और रश्मि के पास जा पहूँचा। मुझे उन लोगों की बातें साफ साफ सुनाई नहीं दे रही थी। इसलिए आखिरकार मैंने उनके पास जाने का फैसला कर लिया और वहाँ से निकलने के बहाने रवि से टकरा गई और पलट कर बोली
निशा- यू ईडियट शर्म नहीं आती किसी लड़की को छेडते हुए
मेरी बात सुनकर रवि और रश्मि शायद मेरा प्लान समझ गए थे। इसलिए रश्मि हमारे प्लान के अनुसार मुझे ना पहचानने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- ये हैलो मैडम तुम जो भी हो, देख कर नहीं चल सकती क्या। वाह जी वाह क्या जामाना आ गया है। एक तो खुद लडके से टकराओ और फिर खुद ही छेडने का इल्जाम लगाओ
रश्मि की बात सुनकर मैं गुस्से से चिढने का नाटक करते हुए बोली
निशा- ये मिस…. व्हॉट एवर जो भी तुम्हारा नाम है। मुझे कोई शौक नहीं है लडको से टकराने का। बैसे तुम्हें इतना क्यों बुरा लग रहा है। ये क्या तुम्हारा बॉयफ्रेंड है।
रश्मि- हाँ है तो.... क्या करोगी अब तुम
निशा- कुछ भी तो नहीं….. मुझे क्या…. तुम किसी को भी बॉयफ्रेंड बनाओ। बैसे च्वॉईस अच्छी है। इतना बोलकर मैंने रश्मि को आंख मार दी और रवि की गाँड पर एक थप्पड लगा कर जैसे ही वहाँ से जाने लगी तो रश्मि बोली
रश्मि- ओह मिस ईडियट… तुम्हें शर्म नहीं आती किसी शरीफ लडके को छेडते हुए
निशा- नहीं... लेकिन अगर तुम्हें आती है तो तुम शर्माती रहो मैं तो चली
इससे पहले मैं वहाँ से जाती गगन बीच में बोल पडा
गगन- यह क्या नौटंकी लगा रखी है तुम लोगों ने। मेरे सामने ऐसे नाटक क्यों कर रहे हो जैसे एक दूसरे को जानते ही नहीं हो। रवि मैं इसी लड़की के बारे में पूछ रहा था तुमसे
गगन की बात सुनकर रवि थोडा कन्फ्यूज होते हुए बोला
रवि- पर मैं नहीं जानता हूँ कि यह लडकी कौन है
रवि की बात सुनकर गगन झल्लाते हुए बोला
गगन- बकवाश मत करो। पिछले हफ्ते ही तुमने मुझे और रश्मि को इसे अपनी गर्लफ्रेंड बताया था।
गगन की बात सुनकर रश्मि हैरान होने का नाटक करते हुए बोली
रश्मि- गर्लफ्रेंड.... रवि ये गगन क्या बकवास कर रहा है। क्या तुम मुझे चीट कर रहे हो
इससे पहले रवि कुछ कहता मैं बीच में बोल पडी
निशा- ओह हैलो…. मैं नहीं जानती तुम लोगों को। अपने फालतू के ड्रामे में मुझे शामिल मत करो
मेरी बात खत्म होते ही रवि रश्मि के गाल पर अपना हाथ रखते हुए प्यार से बोला
रवि- अरे जानू ऐसा कुछ भी नहीं है। कसम से मैं इस लडकी को नहीं जानता हूँ। पता नहीं गगन ऐसा क्यों बोल रहा है।
रवि की बात सुनकर गगन थोडा चिढते हुए बोला
गगन- तुम रश्मि को जानू क्यों बोल रहे हो। तुम्हारा तो ब्रेकअप हो गया था ना। रश्मि अब मेरी गर्लफ्रेंड है।
गगन की बात सुनकर रश्मि उसे गुस्से से डाँटते हुए बोली
रश्मि- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। यह क्या अनाप सनाप बक रहे हो। हमारा ब्रेकअप कब हुआ और मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड कब बन गई। छी….. मैं तो तुम्हें केबल अपना दोस्त समझती थी। पर तुम मेंरे बारे में ऐसी फीलिंग रखते हो, यह मुझे पता नहीं था। अगर पता होता तो तुमसे दोस्ती ही नहीं करती।
अब तक गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो चुका था। वो गुस्से से चीखते हुए बोला
गगन- बकवास कर रही हो तुम
रवि- बकवास रश्मि नहीं तुम कर रहे हो। मुझे तो तुम पर पहले से ही शक था कि तुम रश्मि पर गंदी नजर रखते हो और आज सबके सामने प्रूफ भी हो गया।
इससे पहले गगन कुछ कहता और करता, पता नहीं श्रेया कहां से वहाँ आकर कुद पडी। उसके साथ पूजा भी थी और वो हमारे पास आकर बोली
श्रेया- हाय लव वर्डस... ओह गगन भी यहाँ पर है... क्या बात है रश्मि…. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ टाईम स्पेंड करते वक्त अपने दोस्त को भी बॉडीगार्ड की तरह अपने साथ लाती हो।
रश्मि- अरे नहीं यार पता नहीं यह कहाँ से आ गया। जब भी मैं और रवि अकेले में टाईम स्पेंड करने का प्रोग्राम बनाते हैं, तो यह बीच में आ टपकता है। और आज तो पता नहीं इसे क्या हो गया है। बडी अजीब अजीब बातें कर रहा है। बोल रहा है कि ये लड़की रवि की गर्लफ्रेंड है और मैं इस गगन की
रश्मि की बात सुनकर श्रेया हैरानी से मुझे देखते हुए बोली
श्रेया- ये लड़की... ये कौन है। बैसे देखने में तो काफी खूबसूरत है
रवि- पता नहीं…. मैं इसे नहीं जानता
श्रेया- गगन लगता है तुम्हारी सटक गई है। किसी भी राह चलती लड़की को इसकी गर्लफ्रेंड बना दोगे क्या। बैसे तुम और रश्मि कब रिलेशन में आ गए।
रश्मि- पागल है क्या श्रेया…. मैं और इस गगन के साथ रिलेशन में, यह तो सपने में भी नहीं हो सकता
रश्मि की बात सुनकर मुझे और गगन को छोडकर बाकी सभी लोग हंसने लगे। हमारी बातों से गगन का दिमाग पूरी तरह से खराब हो रहा था।