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Dekhte hai kya hota haiMujhe aisa lag rha hai Ladki jitni sidhi ban rhi hai utni hai nhi..
Warna aaj k tym me kaun aisi ladki hai jiske pass phone ho aur internet , bahar ghumne ki aajadi ho use s e x k bare me pata nhi hoga![]()
Bara hi dard hota h jab samne wala kisi ko chahta h or vo uski kahani apko suna raha ho , par apko wahi chahiye jo khanani suna raha ho
Khai update achha tha![]()
आप बहुत बेहतर लिख रहे हो मित्र लेकिन ज्यादातर पाठकों की रुचि शायद incest में ज्यादा ही है शायद इस कारणवश !
Mujhe aisa lag rha hai Ladki jitni sidhi ban rhi hai utni hai nhi..
Warna aaj k tym me kaun aisi ladki hai jiske pass phone ho aur internet , bahar ghumne ki aajadi ho use s e x k bare me pata nhi hoga![]()
Thread 'निशा बनी कॉलेज की नंबर 1 रॉन्ड' https://xforum.live/threads/निशा-बनी-कॉलेज-की-नंबर-1-रॉन्ड.194760/
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image ru
DREAMBOY40 bhai is story me cheating ya cuckoldry to nhi hai? Mujhe aisi kahaniya pasand nhi.....kyonki idhar adultery section me yahi sab pada rehta hai
aapki ammi aur fantasy wali kahani mujhe kaafi achi lagi thi
nice update
Good![]()
New update is postedShaandar Update
Bhai ye room wali larki kitna dard chhupaye hue hUPDATE 006
अगली सुबह मै जल्दी नहाने के लिए अपने कपड़े लेकर नीचे आ गया
जीने के ठीक सामने एक बाथरूम था जो पूरे घर के लिए कामन था ।
हालांकि टॉयलेट की व्यवस्था टैरिस पर थी लेकिन नहाने के नीचे ही आना पड़ता था ।
वैसे तो मेरी सुबह पढ़ाई से शुरू होती और करीब 09 बजे तक मै नहाने जाता और सर्दियों में तो 11 बज जाते
लेकिन आज मेरा 09 बजे ही टेस्ट था और मै जल्दी जल्दी ब्रश घुमाते हुए तकरीबन 08 बजे नीचे आया
उस समय घर में घंटियां बज रही थी मतलब यह कि आंटी नहा चुकी थी और मैने सोचा कि यही टाइम है मै नहा लूं
जैसे ही नीचे आया तो देखा कि प्रिया भी ब्रश लिए खड़ी है कंधे पर तौलिया रखे हुऐ लोवर टीशर्ट में
: नहाना है ? ( मुंह में ब्रश घुमाते हुए वो पूछी )
मैने थोड़ा असहज होकर हा में सर हिलाया और उसने सर घुमा कर इशारा कर दिया कि मै चला जाऊ और खुद दांत पर ब्रश घुमाते हुए गेट की ओर चली गई
अभी मै बाथरूम में घुस कर कुल्ला कर रहा था कि कोई बंदर की तरह झपटा और मै इतना तेज चौक गया कि मेरे हाथ से ब्रश और जीभा छिटक गए : मम्मीइई
वो एकदम से खिलखिलाई और मै कुछ बोलता इससे पहले वो बाथरूम में हैंगर पर टांगें हुए अपने ब्रा पैंटी के जोड़े को खींच ले गई
मैने अपना माथा पकड़ लिया
ऐसा नहीं था कि इतने साल में मैने कभी उसकी ब्रा पैंटी बाथरूम में नहीं देखी थी और मुझे उसके ब्रा 32C और 36 नंबर पैंटी का साइज भी पता था लेकिन आज वो जिस तरह से झपटी वो मुझे चौका दिया ।
कुछ देर में जब मै संभला और मेरी नजर आंटी की पैंटी पर गई तो मैने उसे भी पकड़ कर बाहर हाथ कर दिया
: हम्म्म ये भी है
वो शॉक्ड होकर मुझे देख रही और एकदम मेरे हाथ से पैंटी झपट कर मुस्कुरा कर अंदर चली गई और तब तक नहीं निकली जब तक नहा धोकर तैयार होकर कोचिंग के लिए नहीं चला गया ।
आज तीसरे हफ्ते के टेस्ट में बैठने से पहले हर बार की तरह इस बार भी मैने मेरी सोना को मैसेज कर दिया और फिर मोबाइल ऑफ करके क्लास के अंदर आ गया
साढ़े तीन घंटे बाद जब वापस निकला और मोबाइल चालू किया तो काफी सारे मैसेज आए थे और चूंकि आज संडे का दिन था तो मेरी सोना घर पर बोर हो रही थी
कोचिंग से निकलते ही मैने उसे काल घुमाया
: हाय सोना
: हाय ( वो उखड़ कर बोली )
: अरे मेरा बाबू क्या हुआ ?
: बाबू को अच्छा नहीं लग रहा है , बाबू आपको मिस्सी मिस्सी कर रही है ( कितने दुलार में वो बोली जैसे छोटा सा बेबी हो )
: याद आ रही थी मेरे सोना को
: हम्ममम बहुत ज्यादा , आप कुछ खाए
: अभी नहीं , अभी जाऊंगा खाने अच्छा रुको एक मिनट प्रिया फोन कर रही है
मैने मेरी सोना को होल्ड कर थोड़ा प्रिया से बात की और वापस काल रिट्रीव कर दिया
: हा जान बोलो
: क्या हुआ , क्या बोल रही थी वो ?
: कुछ नहीं उसकी तबियत नहीं ठीक है तो स्टोर से दवा लेना है
: हुंह, कुछ नहीं हुआ होगा , उसको बस आपका अटेंशन चाहिए ( थोड़ा पजेसिव होकर वो बोली )
: अरे ऐसा नहीं कहते बाबू, वो ऐसी नहीं है सच में उसकी तबियत नहीं ठीक होगी वरना वो मुझे कोई काम दे दे ऐसा नहीं होगा
: हा हा इतना अच्छा काश आप मुझे समझते तो बाबू को ऐसे नहीं लगता न
: अरे क्या हुआ , बताओ न
हम फोन पर थे और वो बोले जा रही
इतने में मै मेडिकल स्टोर पर आ गया
"जी भैया एक पैड देदो और ये दवा देदो"
: हा बाबू बोलो
: पता है वो मेरा दोस्त है विशाल उसका ब्रेकअप हो गया
: क्यों ( मैने मोबाइल कान में लगाए बोला )
" नहीं भाई N .. N , Fortran-N चाहिए " , मै दुकानदार से बोला
: हा बाबू बोलो ( वापस फोन पर )
: उसकी gf की शादी हो रही है कही दूसरे जगह
: क्यों ? ( मैं अचरज से )
: अरे अभी ये कैसे करेगा , इसके पास जॉब नहीं है न
: ओह , बेचारा
: क्या बेचारा मुझे बहुत डर लग रहा है , आप प्लीज बाबू जल्दी से जॉब ले लो और मुझे अपने साथ ले चलो प्लीज
मुझे थोड़ी हंसी आई
: हा मेरा सोना, बस मार्च में एग्जाम है और फिर एक दो महीने में रिजल्ट आ जाएगा फिर जॉब भी लग जाएगी
: सच्ची न , बाबू को आपके सिवा किसी और से शादी नहीं करना है प्लीज
फिर मैने मनाता समझाता हुआ मै वापस रूम पर आ गया और प्रिया को उसका समान देकर ऊपर चला गया
फिर मैने अपना लंच बनाया इलाहाबाद स्पेशल , दाल चावल चोखा और एक लंबी नींद शाम को तकरीबन 6 बज गए
मै उठ कर फ्रेश हो गया और शाम को सब्जी की खरीदारी के लिए निकल गया और वापस आने के बाद मैने देखा कि दोपहर बाद से मेरी सोना एकदम से गायब है , न मैसेज न फोन
मैने काल किया तो स्पीकिंग टू समवन एल्स बताया और फिर एक मैसेज आया कि वो अपने दोस्तों के साथ ग्रुप काल पर है । मैं भी सोचा कि उसको भी उसका पर्सनल स्पेस मिलना चाहिए और मुझे प्रिया ख्याल आया
मैने उसको मैसेज कर दिया
: hiii kaisi ho ?
कुछ देर बाद उसका मैसेज आया
: pahale se better
: khana ?
: mummy bna Rahi hai , dard jyada tha aaj
: hmmm ( मैने बहुत कुछ बोलना सही नहीं समझा )
: Test kaisa gaya tumhara
ये सवाल तो किसी और पूछना चाहिए था लेकिन प्रिया ने अपने किरदार में कोई बदलाव नहीं किए थे ।
: ekdm mast
:Good
: ok tum rest kro , kuch jrurt hogi to btana bye.
कुछ देर तक उसके प्रोफाइल के नीचे टाइपिंग दिखा लेकिन फिर गायब सा था , शायद कुछ कहना चाहती थी और नहीं कह सकी ।
मैने भी बात आगे नहीं बढ़ाई और अपने पढ़ाई में लग गया
खाने के बाद एक बार फिर ट्राई किया लेकिन मैडम का काल बिजी आया और मै एक मूवी देखते हुए सो गया
अगली सुबह
सुबह आंख खुली तो देखा मोबाइल पर 5+ मिसकॉल और 10 से ज्यादा मैसेज आए थे
Sorry babu
Late ho gaya
Please call uthao
So gaye kya ?
Wo mai group call par thi , Vishal ki tabiyat nhi thik hai , usko hurt hua hai bahut .
Ok araam kar lo .
Good night sweet dreams
Love you
Miss u apki yaad a Rahi hai
Bas ek baar phone utha lo plzzz
सुबह सुबह इतना सारा मैसेज देखा तो बड़ा अफसोस हुआ कि मेरी सोना कितनी देर रात तक मेरा वेट की और मै था कि सो गया ।
मैने वापस से कॉल लगा दिया , 3 4 रिंग और फोन उठा
: ह... हैलो सो .. ( मै कुछ बोलता उधर से एक मिलती जुलती हुई आवाज आई लेकिन आवाज मेरी सोना की नहीं थी )
: हैलो , विशाल वो सो रही है हेलो सुन रहे हो
मेरी तो इसी में फट गई कि उसका मोबाइक घर में किसी और ने उठाया
अब तो बड़ा सोच समझ कर फोन या मैसेज करना पड़ेगा । वरना यूं भावनाओं में बह कर सारा खेल ही बिगड़ जायेगा ।
और अच्छा हुआ मैने मेरी ओर से कोई मैसेज नहीं डाला नहीं तो पक्का मेरी सोना की खैर नहीं थी
लंबी लंबी सांसे लेकर मै फ्रेश हुआ और नहा धो कर बैठा था कि मेरे कमरे के दरवाजे पर दस्तक हुई
दरवाजा खोला तो प्रिया आई थी
: अरे तुम
: गुड मॉर्निंग रोहन ( वो ठीक दिख रही थी और नहा चुकी थी )
: आओ बैठो
वो कमरे में आई और हाथ में एक टिफिन भी था
: ये लो और थैंक्यू ( उसने वो टिफिन दोनो हाथों से देते हुए मुस्कुरा कर कहा )
: ये कहा है ? ( मैने टिफिन पकड़ते हुए ) गर्म है !!
: वही जो तुम्हे मेरे हाथ से अच्छी नहीं लगती , कटहल की सब्जी
दिल तो अंदर बाग बाग हो गया ठंड के मौसम में कटहल की मसालेदार सब्जी
: अब माफ भी कर दो यार , कितना सुनाओगी उसके लिए ( मैने बेबस भरी हंसी से उसे देखा )
: अच्छा ठीक है खा लेना , मै जा रही हूं
: सुनो
: हम्म्म कहो
: थैंक्यू ( मै उसको देख कर मुस्कुराया और वो भी )
वो चली गई और मैने फटाफट चावल चढ़ाया और अपनी पढ़ाई जारी कर दी
इधर सीटियां बज रही थी और वही मेरा मोबाइल बजने लगा
फोन पर बात हुई तो पता चला आज मैडम फोन लेकर कालेज जा रही है और वही से उनका ग्रुप विशाल से मिलने उसके घर जायेगा ।
मै भी अपनी पढ़ाई में व्यस्त था तो खाना खा कर वापस पढ़ाई में लग गया ।
शाम को बाजार के लिए निकलने से पहले मैने प्रिया का दिया हुआ टिफिन साफ करके नीचे ले आया
अंदर गया तो हाल में आंटी भी थी
: हाय आंटी, वो ये टिफिन ( थोड़ा उनसे असहज ही रहता था मै अक्सर )
: हा दो ( एकदम से वो किचन से आई )
मैने उसे दिया और वो टिफिन को खोलकर
: देख रही हो मम्मी , इतनी साफ तो आप भी नहीं कर पाएंगी इतना चकाचक करके लाए है ये
आंटी और मै दोनों समझ रहे थे कि बर्तन धूल कर देने के लिए ही ताना दिया जा रहा था
: अरे यार अब बाकी बर्तन के साथ वो भी धूल दिया तो क्या हो गया
: सिंक भरा है मेरा आओ ( उसने मुंह बना कर कहा )
आंटी हसने लगी
: क्या तू उसको परेशान कर रही है आ बेटा बैठ , और घर पर बात हुई
फिर हम थोड़ा हाल चाल लेने लगे और वो तुनक कर किचन में चली गई आंटी से बात करते करते ही 8 बज गए और मेरा टाइम हो गया , मतलब मेरी सोना के काल का टाइम हो गया था ।
मैने उसको पढ़ने का बोलकर बाहर न जाने के बजाय सीधा ऊपर अपने कमरे में चला आया
फोन आया
: उफ्फ फाइनली , आपकी आवाज सुनके अच्छा लगा
: हम्म्म ( वो कुछ उदास सी थी )
: क्या हुआ बाबू ?
: पता नहीं कुछ अच्छा नहीं लग रहा है , आप कब आओगे ?
: अगले महीने आपका बर्थडे है तो आ जाऊंगा सोना
: आप इधर नहीं आ सकते क्या ? ( उसने उखड़ कर कहा और मुझे फिक्र होने लगी )
: क्या हुआ मेरा बाबू , क्यों परेशान है मेरा सोना उम्मम
: पता नहीं डर सा लग रहा है , कही मेरी भी शादी हो गई तो और आज तो दीदी ने फोन उठा लिया था आपका
: ओह तो वो आपकी दीदी थी , एक पल को लगा कि आप ही हो
: नहीं दीदी थी और कल रात के लिए सॉरी
: कोई बात नहीं सोना
: वो विशाल रेखा सूरज सुमन हम लोग कान्फ्रेस काल पर थे ।
: अरे हा , आप तो आज उसके घर गए थे न ? कैसा है वो ?
: उसकी तबियत बहुत खराब है , आंटी बहुत रो रही थी और खाना नहीं खाया था 3 दिन से हम लोगों ने उसको खिलाया।
: ओह्ह्ह सच्चा प्यार ऐसा ही होता है
: मै तो मर जाऊंगी आपके बिना
: अरे ( मै एकदम सन्न हो गया ) ऐसा नहीं कहते बाबू
: क्या न कहूं , दीदी की शादी तय हो गई ( वो रुआंस होकर बोली )
: अरे तो दीदी की हुई है न , आपकी थोड़ी तब तक मै बात करने आ जाऊंगा पक्का ? आपकी कसम
: मुझे बहुत डर लग रहा है , मेरी छोटी मौसी मेरे लिए भी रिश्ता देख रही है
सच कहूं तो उसे खोने का डर मुझसे ज्यादा शायद ही उसे होगा , लेकिन मै मेरी कमजोरी दिखा कर उसे और परेशान नहीं कर सकता था । कारण जहां तक तब मुझे यही महसूस हो रहा था कि विशाल की gf की शादी और उसके दीदी की शादी तय हो जाने से वो ज्यादा इनसिक्योर हो गई थी । उसके भरोसे के लिए सबसे जरूरी था कि उससे मुलाकात की जाए ।
घर से आए मुझे लगभग दो महीने भी होने वाले थे
परीक्षा की घड़ी नजदीक आ रही थी और कुछ ही दिनों में फरवरी शुरू होने वाली थी । मन में कभी आ रहा था वेलेंटाइन वीक में ही मिलने चला जाऊ , लेकिन 28 फरवरी को उसका बर्थडे भी है ।
मम्मी ने मकर संक्रांति पर बुलाया था पढ़ाई का बोलकर नहीं गया और अब अगर एक ही महीने में 2 बार घर गया तो मेरा बाप मेरी गाड़ तोड़ देता ये तो फिक्स था ।
फिर मुझे समझ आया कि क्यों वेलेंटाइन वीक में घर चला जाऊं
10 फरवरी को शिवरात्रि भी है , परीक्षा के पहले पूजा पाठ का बहाना भी हो जाएगा और मै मेरी सोना से मिल भी लूंगा और फिर 28 फरवरी को उसके बर्थडे पर डायरेक्ट लखनऊ ही चला जाऊंगा बिना घर पर बताए
प्लानिंग सेट हो गई और अब बारी थी उसको सर्प्राइज देने की ।
एक हफ्ते बाद ......
आज रोज़ डे था और मै अपनी बैग की पैकिंग कर रहा था , दिन की ही ट्रेन थी , मैने जानबूझ कर प्रिया को भी नहीं बताया था कि घर जा रहा हूं
सुबह सुबह दरवाजे पर दस्तक हुई
मैंने खोला तो वो एक पीले रंग के सूट सलवार में खड़ी थी हाथ पीछे किए हुए
: हाय ( मुस्कुरा कर उसने मुझे ग्रीट किया )
: हाय !!! ( आज वो खिल रही थी थोड़ी , शायद ये रंग पर कुछ ज्यादा ही जंच रहा था )
: हैप्पी रोज़ डे रोहन ( एकदम से उसने एक पीला गुलाब अपने पीछे से आगे किया )
बड़ा सा खूबसूरत और लंबी डंडी जिसमें दो तीन कंटीली पत्ती भी थी
: ओह वाव ( उसके हाथ से गुलाब लेता हुआ ) थैंक्यू , अह मेरा मतलब तुमको भी हैप्पी.. रोज़.. डे
मै पूरी कोशिश कर रहा था कि असहज न हो पाऊं या उसे ऐसा न लगे कि मै उसने मुझे एकदम से चौका दिया लेकिन मै फेल था अपनी फिलिंग छुपाने में और वो मुस्कुरा रही थी ।
: अंदर नहीं बुलाओगे ( उसने अपने लटों को कान में उलझाया )
: आह आओ न , मै भी बस पैकिंग कर रहा था
: घर जा रहे हो ? बताया नहीं तुमने ( कुछ उदास लहजे में वो बोली )
: अह ... वो ( क्या जवाब दूं समझ नहीं आ रहा था ) हा मम्मी ने शिवरात्रि पर पूजा रखी है तो बुलाया है ।
: ओह , ठीक है फिर कब वापस आओगे ( उसने ठहरे हुए लहजे में पूछा )
: 11 को वापस , एग्जाम भी है न अगले महीने
: हम्ममम , उससे नहीं मिलोगे क्या ? वेलेंटाइन डे पर !! ( उसका इशारा मेरी जान की ओर था )
लेकिन मै क्या समझाता कि ये सब ड्रामा सिर्फ उससे मिलने के लिए ही हो रहा है ।
: हा कोशिश करूंगा , उसकी भी एग्जाम होने वाली है लास्ट ईयर की तो बिजी होगी ।
: ठीक है , मै तो बस ऐसी ही पूछ रही थी कि अगर जाओ मिलने तो फोटो भेजना साथ वाली ( एक फीकी मुस्कुराहट से वो बोली )
: अच्छा ठीक है , कोशिश करूंगा
फिर मैने अपना बैग लिया और निकल गया स्टेशन के लिए।
जारी रहेगी
Awesome updateUPDATE 006
अगली सुबह मै जल्दी नहाने के लिए अपने कपड़े लेकर नीचे आ गया
जीने के ठीक सामने एक बाथरूम था जो पूरे घर के लिए कामन था ।
हालांकि टॉयलेट की व्यवस्था टैरिस पर थी लेकिन नहाने के नीचे ही आना पड़ता था ।
वैसे तो मेरी सुबह पढ़ाई से शुरू होती और करीब 09 बजे तक मै नहाने जाता और सर्दियों में तो 11 बज जाते
लेकिन आज मेरा 09 बजे ही टेस्ट था और मै जल्दी जल्दी ब्रश घुमाते हुए तकरीबन 08 बजे नीचे आया
उस समय घर में घंटियां बज रही थी मतलब यह कि आंटी नहा चुकी थी और मैने सोचा कि यही टाइम है मै नहा लूं
जैसे ही नीचे आया तो देखा कि प्रिया भी ब्रश लिए खड़ी है कंधे पर तौलिया रखे हुऐ लोवर टीशर्ट में
: नहाना है ? ( मुंह में ब्रश घुमाते हुए वो पूछी )
मैने थोड़ा असहज होकर हा में सर हिलाया और उसने सर घुमा कर इशारा कर दिया कि मै चला जाऊ और खुद दांत पर ब्रश घुमाते हुए गेट की ओर चली गई
अभी मै बाथरूम में घुस कर कुल्ला कर रहा था कि कोई बंदर की तरह झपटा और मै इतना तेज चौक गया कि मेरे हाथ से ब्रश और जीभा छिटक गए : मम्मीइई
वो एकदम से खिलखिलाई और मै कुछ बोलता इससे पहले वो बाथरूम में हैंगर पर टांगें हुए अपने ब्रा पैंटी के जोड़े को खींच ले गई
मैने अपना माथा पकड़ लिया
ऐसा नहीं था कि इतने साल में मैने कभी उसकी ब्रा पैंटी बाथरूम में नहीं देखी थी और मुझे उसके ब्रा 32C और 36 नंबर पैंटी का साइज भी पता था लेकिन आज वो जिस तरह से झपटी वो मुझे चौका दिया ।
कुछ देर में जब मै संभला और मेरी नजर आंटी की पैंटी पर गई तो मैने उसे भी पकड़ कर बाहर हाथ कर दिया
: हम्म्म ये भी है
वो शॉक्ड होकर मुझे देख रही और एकदम मेरे हाथ से पैंटी झपट कर मुस्कुरा कर अंदर चली गई और तब तक नहीं निकली जब तक नहा धोकर तैयार होकर कोचिंग के लिए नहीं चला गया ।
आज तीसरे हफ्ते के टेस्ट में बैठने से पहले हर बार की तरह इस बार भी मैने मेरी सोना को मैसेज कर दिया और फिर मोबाइल ऑफ करके क्लास के अंदर आ गया
साढ़े तीन घंटे बाद जब वापस निकला और मोबाइल चालू किया तो काफी सारे मैसेज आए थे और चूंकि आज संडे का दिन था तो मेरी सोना घर पर बोर हो रही थी
कोचिंग से निकलते ही मैने उसे काल घुमाया
: हाय सोना
: हाय ( वो उखड़ कर बोली )
: अरे मेरा बाबू क्या हुआ ?
: बाबू को अच्छा नहीं लग रहा है , बाबू आपको मिस्सी मिस्सी कर रही है ( कितने दुलार में वो बोली जैसे छोटा सा बेबी हो )
: याद आ रही थी मेरे सोना को
: हम्ममम बहुत ज्यादा , आप कुछ खाए
: अभी नहीं , अभी जाऊंगा खाने अच्छा रुको एक मिनट प्रिया फोन कर रही है
मैने मेरी सोना को होल्ड कर थोड़ा प्रिया से बात की और वापस काल रिट्रीव कर दिया
: हा जान बोलो
: क्या हुआ , क्या बोल रही थी वो ?
: कुछ नहीं उसकी तबियत नहीं ठीक है तो स्टोर से दवा लेना है
: हुंह, कुछ नहीं हुआ होगा , उसको बस आपका अटेंशन चाहिए ( थोड़ा पजेसिव होकर वो बोली )
: अरे ऐसा नहीं कहते बाबू, वो ऐसी नहीं है सच में उसकी तबियत नहीं ठीक होगी वरना वो मुझे कोई काम दे दे ऐसा नहीं होगा
: हा हा इतना अच्छा काश आप मुझे समझते तो बाबू को ऐसे नहीं लगता न
: अरे क्या हुआ , बताओ न
हम फोन पर थे और वो बोले जा रही
इतने में मै मेडिकल स्टोर पर आ गया
"जी भैया एक पैड देदो और ये दवा देदो"
: हा बाबू बोलो
: पता है वो मेरा दोस्त है विशाल उसका ब्रेकअप हो गया
: क्यों ( मैने मोबाइल कान में लगाए बोला )
" नहीं भाई N .. N , Fortran-N चाहिए " , मै दुकानदार से बोला
: हा बाबू बोलो ( वापस फोन पर )
: उसकी gf की शादी हो रही है कही दूसरे जगह
: क्यों ? ( मैं अचरज से )
: अरे अभी ये कैसे करेगा , इसके पास जॉब नहीं है न
: ओह , बेचारा
: क्या बेचारा मुझे बहुत डर लग रहा है , आप प्लीज बाबू जल्दी से जॉब ले लो और मुझे अपने साथ ले चलो प्लीज
मुझे थोड़ी हंसी आई
: हा मेरा सोना, बस मार्च में एग्जाम है और फिर एक दो महीने में रिजल्ट आ जाएगा फिर जॉब भी लग जाएगी
: सच्ची न , बाबू को आपके सिवा किसी और से शादी नहीं करना है प्लीज
फिर मैने मनाता समझाता हुआ मै वापस रूम पर आ गया और प्रिया को उसका समान देकर ऊपर चला गया
फिर मैने अपना लंच बनाया इलाहाबाद स्पेशल , दाल चावल चोखा और एक लंबी नींद शाम को तकरीबन 6 बज गए
मै उठ कर फ्रेश हो गया और शाम को सब्जी की खरीदारी के लिए निकल गया और वापस आने के बाद मैने देखा कि दोपहर बाद से मेरी सोना एकदम से गायब है , न मैसेज न फोन
मैने काल किया तो स्पीकिंग टू समवन एल्स बताया और फिर एक मैसेज आया कि वो अपने दोस्तों के साथ ग्रुप काल पर है । मैं भी सोचा कि उसको भी उसका पर्सनल स्पेस मिलना चाहिए और मुझे प्रिया ख्याल आया
मैने उसको मैसेज कर दिया
: hiii kaisi ho ?
कुछ देर बाद उसका मैसेज आया
: pahale se better
: khana ?
: mummy bna Rahi hai , dard jyada tha aaj
: hmmm ( मैने बहुत कुछ बोलना सही नहीं समझा )
: Test kaisa gaya tumhara
ये सवाल तो किसी और पूछना चाहिए था लेकिन प्रिया ने अपने किरदार में कोई बदलाव नहीं किए थे ।
: ekdm mast![]()
:Good
: ok tum rest kro , kuch jrurt hogi to btana bye.
कुछ देर तक उसके प्रोफाइल के नीचे टाइपिंग दिखा लेकिन फिर गायब सा था , शायद कुछ कहना चाहती थी और नहीं कह सकी ।
मैने भी बात आगे नहीं बढ़ाई और अपने पढ़ाई में लग गया
खाने के बाद एक बार फिर ट्राई किया लेकिन मैडम का काल बिजी आया और मै एक मूवी देखते हुए सो गया
अगली सुबह
सुबह आंख खुली तो देखा मोबाइल पर 5+ मिसकॉल और 10 से ज्यादा मैसेज आए थे
Sorry babu
Late ho gaya
Please call uthao
So gaye kya ?
Wo mai group call par thi , Vishal ki tabiyat nhi thik hai , usko hurt hua hai bahut .
Ok araam kar lo .
Good night sweet dreams
Love you![]()
Miss u apki yaad a Rahi hai
Bas ek baar phone utha lo plzzz![]()
सुबह सुबह इतना सारा मैसेज देखा तो बड़ा अफसोस हुआ कि मेरी सोना कितनी देर रात तक मेरा वेट की और मै था कि सो गया ।
मैने वापस से कॉल लगा दिया , 3 4 रिंग और फोन उठा
: ह... हैलो सो .. ( मै कुछ बोलता उधर से एक मिलती जुलती हुई आवाज आई लेकिन आवाज मेरी सोना की नहीं थी )
: हैलो , विशाल वो सो रही है हेलो सुन रहे हो
मेरी तो इसी में फट गई कि उसका मोबाइक घर में किसी और ने उठाया
अब तो बड़ा सोच समझ कर फोन या मैसेज करना पड़ेगा । वरना यूं भावनाओं में बह कर सारा खेल ही बिगड़ जायेगा ।
और अच्छा हुआ मैने मेरी ओर से कोई मैसेज नहीं डाला नहीं तो पक्का मेरी सोना की खैर नहीं थी
लंबी लंबी सांसे लेकर मै फ्रेश हुआ और नहा धो कर बैठा था कि मेरे कमरे के दरवाजे पर दस्तक हुई
दरवाजा खोला तो प्रिया आई थी
: अरे तुम
: गुड मॉर्निंग रोहन ( वो ठीक दिख रही थी और नहा चुकी थी )
: आओ बैठो
वो कमरे में आई और हाथ में एक टिफिन भी था
: ये लो और थैंक्यू ( उसने वो टिफिन दोनो हाथों से देते हुए मुस्कुरा कर कहा )
: ये कहा है ? ( मैने टिफिन पकड़ते हुए ) गर्म है !!
: वही जो तुम्हे मेरे हाथ से अच्छी नहीं लगती , कटहल की सब्जी
दिल तो अंदर बाग बाग हो गया ठंड के मौसम में कटहल की मसालेदार सब्जी
: अब माफ भी कर दो यार , कितना सुनाओगी उसके लिए ( मैने बेबस भरी हंसी से उसे देखा )
: अच्छा ठीक है खा लेना , मै जा रही हूं
: सुनो
: हम्म्म कहो
: थैंक्यू ( मै उसको देख कर मुस्कुराया और वो भी )
वो चली गई और मैने फटाफट चावल चढ़ाया और अपनी पढ़ाई जारी कर दी
इधर सीटियां बज रही थी और वही मेरा मोबाइल बजने लगा
फोन पर बात हुई तो पता चला आज मैडम फोन लेकर कालेज जा रही है और वही से उनका ग्रुप विशाल से मिलने उसके घर जायेगा ।
मै भी अपनी पढ़ाई में व्यस्त था तो खाना खा कर वापस पढ़ाई में लग गया ।
शाम को बाजार के लिए निकलने से पहले मैने प्रिया का दिया हुआ टिफिन साफ करके नीचे ले आया
अंदर गया तो हाल में आंटी भी थी
: हाय आंटी, वो ये टिफिन ( थोड़ा उनसे असहज ही रहता था मै अक्सर )
: हा दो ( एकदम से वो किचन से आई )
मैने उसे दिया और वो टिफिन को खोलकर
: देख रही हो मम्मी , इतनी साफ तो आप भी नहीं कर पाएंगी इतना चकाचक करके लाए है ये
आंटी और मै दोनों समझ रहे थे कि बर्तन धूल कर देने के लिए ही ताना दिया जा रहा था
: अरे यार अब बाकी बर्तन के साथ वो भी धूल दिया तो क्या हो गया
: सिंक भरा है मेरा आओ ( उसने मुंह बना कर कहा )
आंटी हसने लगी
: क्या तू उसको परेशान कर रही है आ बेटा बैठ , और घर पर बात हुई
फिर हम थोड़ा हाल चाल लेने लगे और वो तुनक कर किचन में चली गई आंटी से बात करते करते ही 8 बज गए और मेरा टाइम हो गया , मतलब मेरी सोना के काल का टाइम हो गया था ।
मैने उसको पढ़ने का बोलकर बाहर न जाने के बजाय सीधा ऊपर अपने कमरे में चला आया
फोन आया
: उफ्फ फाइनली , आपकी आवाज सुनके अच्छा लगा
: हम्म्म ( वो कुछ उदास सी थी )
: क्या हुआ बाबू ?
: पता नहीं कुछ अच्छा नहीं लग रहा है , आप कब आओगे ?
: अगले महीने आपका बर्थडे है तो आ जाऊंगा सोना
: आप इधर नहीं आ सकते क्या ? ( उसने उखड़ कर कहा और मुझे फिक्र होने लगी )
: क्या हुआ मेरा बाबू , क्यों परेशान है मेरा सोना उम्मम
: पता नहीं डर सा लग रहा है , कही मेरी भी शादी हो गई तो और आज तो दीदी ने फोन उठा लिया था आपका
: ओह तो वो आपकी दीदी थी , एक पल को लगा कि आप ही हो
: नहीं दीदी थी और कल रात के लिए सॉरी
: कोई बात नहीं सोना
: वो विशाल रेखा सूरज सुमन हम लोग कान्फ्रेस काल पर थे ।
: अरे हा , आप तो आज उसके घर गए थे न ? कैसा है वो ?
: उसकी तबियत बहुत खराब है , आंटी बहुत रो रही थी और खाना नहीं खाया था 3 दिन से हम लोगों ने उसको खिलाया।
: ओह्ह्ह सच्चा प्यार ऐसा ही होता है
: मै तो मर जाऊंगी आपके बिना
: अरे ( मै एकदम सन्न हो गया ) ऐसा नहीं कहते बाबू
: क्या न कहूं , दीदी की शादी तय हो गई ( वो रुआंस होकर बोली )
: अरे तो दीदी की हुई है न , आपकी थोड़ी तब तक मै बात करने आ जाऊंगा पक्का ? आपकी कसम
: मुझे बहुत डर लग रहा है , मेरी छोटी मौसी मेरे लिए भी रिश्ता देख रही है
सच कहूं तो उसे खोने का डर मुझसे ज्यादा शायद ही उसे होगा , लेकिन मै मेरी कमजोरी दिखा कर उसे और परेशान नहीं कर सकता था । कारण जहां तक तब मुझे यही महसूस हो रहा था कि विशाल की gf की शादी और उसके दीदी की शादी तय हो जाने से वो ज्यादा इनसिक्योर हो गई थी । उसके भरोसे के लिए सबसे जरूरी था कि उससे मुलाकात की जाए ।
घर से आए मुझे लगभग दो महीने भी होने वाले थे
परीक्षा की घड़ी नजदीक आ रही थी और कुछ ही दिनों में फरवरी शुरू होने वाली थी । मन में कभी आ रहा था वेलेंटाइन वीक में ही मिलने चला जाऊ , लेकिन 28 फरवरी को उसका बर्थडे भी है ।
मम्मी ने मकर संक्रांति पर बुलाया था पढ़ाई का बोलकर नहीं गया और अब अगर एक ही महीने में 2 बार घर गया तो मेरा बाप मेरी गाड़ तोड़ देता ये तो फिक्स था ।
फिर मुझे समझ आया कि क्यों वेलेंटाइन वीक में घर चला जाऊं
10 फरवरी को शिवरात्रि भी है , परीक्षा के पहले पूजा पाठ का बहाना भी हो जाएगा और मै मेरी सोना से मिल भी लूंगा और फिर 28 फरवरी को उसके बर्थडे पर डायरेक्ट लखनऊ ही चला जाऊंगा बिना घर पर बताए
प्लानिंग सेट हो गई और अब बारी थी उसको सर्प्राइज देने की ।
एक हफ्ते बाद ......
आज रोज़ डे था और मै अपनी बैग की पैकिंग कर रहा था , दिन की ही ट्रेन थी , मैने जानबूझ कर प्रिया को भी नहीं बताया था कि घर जा रहा हूं
सुबह सुबह दरवाजे पर दस्तक हुई
मैंने खोला तो वो एक पीले रंग के सूट सलवार में खड़ी थी हाथ पीछे किए हुए
: हाय ( मुस्कुरा कर उसने मुझे ग्रीट किया )
: हाय !!! ( आज वो खिल रही थी थोड़ी , शायद ये रंग पर कुछ ज्यादा ही जंच रहा था )
: हैप्पी रोज़ डे रोहन ( एकदम से उसने एक पीला गुलाब अपने पीछे से आगे किया )
बड़ा सा खूबसूरत और लंबी डंडी जिसमें दो तीन कंटीली पत्ती भी थी
: ओह वाव ( उसके हाथ से गुलाब लेता हुआ ) थैंक्यू , अह मेरा मतलब तुमको भी हैप्पी.. रोज़.. डे
मै पूरी कोशिश कर रहा था कि असहज न हो पाऊं या उसे ऐसा न लगे कि मै उसने मुझे एकदम से चौका दिया लेकिन मै फेल था अपनी फिलिंग छुपाने में और वो मुस्कुरा रही थी ।
: अंदर नहीं बुलाओगे ( उसने अपने लटों को कान में उलझाया )
: आह आओ न , मै भी बस पैकिंग कर रहा था
: घर जा रहे हो ? बताया नहीं तुमने ( कुछ उदास लहजे में वो बोली )
: अह ... वो ( क्या जवाब दूं समझ नहीं आ रहा था ) हा मम्मी ने शिवरात्रि पर पूजा रखी है तो बुलाया है ।
: ओह , ठीक है फिर कब वापस आओगे ( उसने ठहरे हुए लहजे में पूछा )
: 11 को वापस , एग्जाम भी है न अगले महीने
: हम्ममम , उससे नहीं मिलोगे क्या ? वेलेंटाइन डे पर !! ( उसका इशारा मेरी जान की ओर था )
लेकिन मै क्या समझाता कि ये सब ड्रामा सिर्फ उससे मिलने के लिए ही हो रहा है ।
: हा कोशिश करूंगा , उसकी भी एग्जाम होने वाली है लास्ट ईयर की तो बिजी होगी ।
: ठीक है , मै तो बस ऐसी ही पूछ रही थी कि अगर जाओ मिलने तो फोटो भेजना साथ वाली ( एक फीकी मुस्कुराहट से वो बोली )
: अच्छा ठीक है , कोशिश करूंगा
फिर मैने अपना बैग लिया और निकल गया स्टेशन के लिए।
जारी रहेगी