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Adultery इश्क और हसरत

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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बहुत ही शानदार लाजवाब और जबरदस्त मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
Thanks bro
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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UPDATE 005


इंस्टीट्यूट में वीकली टेस्ट शुरू हो गए और मार्च में एग्जाम होने के पूरे असार थे । मेरी अपनी भी तैयारी पूरी थी लेकिन युद्ध के पहले अभ्यास जरूरी होता है तो वही चल रहा था ।
एक ओर जहां नए साल का जश्न मनाया जा रहा था और मै अपने भविष्य के लिए रेजुलेशन लिख रहा था
इत्तेफाक की बात थी कि आज सुबह सुबह उसका फोन आया
मैने बिना एक पल गवाए फोन पिक किया
: गुड मॉर्निंग जान
: हाय , कितना प्यारा बोलते हो फिर से कहो न ( वो खिलखिलाई )
: गुड मॉर्निंग मेरा सोना & हैप्पी न्यू ईयर माई स्वीटू उम्माह
: सीईईई मेरी तो न्यू ईयर हैप्पी हो गई , थैंक्यू बाबू उम्माह & आई लव यू , लव यू , लव यू सो सो सो सो मच हिही ( उसने पूरा प्यार उड़ेल दिया मुझपर )
: उफ्फफ इतना प्यारा , पूरे साल का कोटा पूरा करोगी क्या हाहाहा
: आप पास होते न तो बताती कितना चाहती हूं आपको ( फिर एकदम से उसके सुर बदल गए ) पता है मेरी सहेली है रेखा वो भी अपने बॉयफ्रेंड के साथ आज घूमने जा रही है , मेरे कालेज में सब अपने अपने लवर्स के साथ होंगे सिर्फ मै अकेली रहूंगी , ऊहू अजाओ न बाबू प्लीज !!!!
उफ्फ पिघला दिया पगली ने मुझे , दुख तो मुझे भी हुआ अंदर से लेकिन मामले को समेटना था और फैलाना नहीं था।
: मेरा सोना मेरा सुकून, मै आऊंगा आपके बर्थडे पर और फिर आपके साथ तो मेरा हर दिन नए साल जैसा है उम्मम है न
: हम्ममम ( उसने थोड़ा संतोष मन से जवाब दिया ) पक्का आओगे न ?
: अपनी जान से कोई कैसे झूठ बोलेगा उम्मम
: आई लव यू, बहुत याद आ रही है आपकी उम्म्हुहुहू ( वो रोने सी लगी )
: अरे मेरा बच्चा , आई लव यू न सोना रो मत , आप भी अपने दोस्तों के साथ इंजॉय करने जाओ
: और आप ?
: मै भी इंजॉय कर लूंगा आप फोटो भेज देना
: पक्का न ? ( उसने इजाजत मांगी )
: हा मेरा सोना उम्माह ( मैने एक किस दी फोन पर )
: ओके थैंक्यू , लव यू बाय
: हम्ममम बाय

काल कट हुआ और मैने एक गहरी सांस ली और अपने काम में लग गया अभी घंटा भर बीता नहीं था कि मेरे रूम पर नॉक हुआ
समझ गया कि कौन आया होगा
मैने दरवाजा खोला और सामने प्रिया थी जो पूरी तैयार होकर साड़ी में खड़ी थी, उसकी यूनिवर्सिटी पर आज खास प्रोग्राम होने वाले थे

: हाय , हैप्पी न्यू ईयर ( उसने एक्साइटेड होकर थोड़ा सा ब्लश करते हुए कहा )
: हाय ... हैप्पी न्यू ईयर


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मैने उसे ऊपर से नीचे तक देखा और नजर उसके कमर और पेट पर काफी नर्म और गुदाज थी उसने साड़ी को नाभि के नीचे बांध रखा था और बाल खुले थे किसी के भी होश उड़ाने के लिए काफी थे लेकिन मुझ पर उसकी ये कोशिश बेकार थी उस वक्त के लिए । उसने मुझे देखा और शर्मा कर अपने बाल कान में खोंसने लगी ।

: तुम मुझे मेरी यूनियर्सिटी ड्रॉप कर दोगे ? ( वो चहक कर इतराई जैसे उसे कितना विश्वास हो कि उसका ये रूप मुझे पसंद आ गया )
: ले..लेकिन बा..इक ?
: पापा की बुलेट है न उसी पर ( वो खुश होकर बोली )
मै समझ गया कि उसका आज अपनी यूनिवर्सिटी में सबको बताने का प्लान है कि उसका बॉयफ्रेंड मै हूं । मना करने का कोई बहुत खास रीजन नहीं था क्योंकि यूनिवर्सिटी 10 मिनट की दूरी पर थी ।

जैसे कि मैने पहले भी कहा था कि कभी कभी आप कुछ चीजें करने को मजबूर होते है जबकि आपके पास अपने दूसरे महत्वपूर्ण काम पहले से पेंडिग है ।
नए साल पर किसी लड़की को जो इतना तैयार होकर इंतजार करे कि आप उसे उसके कालेज ड्रॉप करने जाओ तो आपको भी एक पल के लिए अपनी इमेज का ख्याल करना पड़ जाता है
संजोग की ही बात थी कि कल ही मैने अपनी दाढ़ी बनवाई थी और बाल सेट करवाए थे । बैग से मैने ब्लैक शर्ट और काफी रंग की पैंट निकाली और तैयार होकर एक फॉर्मल सूज पहन कर नीचे आया जेब में एक सनग्लास रखे हुए

उसकी खुशी मुझे देखते ही दुगनी हो गई , आंटी अभी घर के दूसरे काम में व्यस्त थी और वो चाबी लेकर खड़ी थी
मैने बाइक निकाली और थोड़ा साफ करके स्टार्ट किया
पूरी गली में बुलेट 350 क्लासिक का इंजन भड़भडाया और वो मेरे कंधे पकड़ कर बैठ गई
मैंने भी बाइक आगे निकाली और सामने दो रास्ते थे उसने गर्ल हॉस्टल वाला रूट लेने को कहा
आज का रोला टाइट था अपना भी , गर्ल हॉस्टल के सामने निकलते हुए कुछ रेगुलर लड़कियों ने मुझे देखा जिन्होंने आज से पहले बस मुझे लोवर और टीशर्ट में ही देखा था ।
उनकी नजरे भी हम दोनो पर
मेन सड़क पर आते ही मैने सनग्लास लगाए
: थैंक्यू ( उसने मुस्कुरा कर कहा और बाएं रियर मिरर में मैने उसको देखा )
मै उसको लेकर यूनिवर्सिटी के कैंपस में आ गया , बवाल मचाने वाला माहौल था वहां। हाइटेक डीजे और गजब की सजावट उससे बढ़ कर फैशन झाड़ती लड़कियां और उनके चिपके हुए बॉयफ्रेंड
माहौल ऐसा कि सब कुछ चकाचौंध कर देना वाला , तकरीबन ढाई साल हो गए थे मुझे इलाहाबाद में लेकिन मैने कोचिंग से रूम और रूम से सब्जी मंडी इससे बढ़ कर इलाहाबाद को देखा नहीं था ।

: मै जाऊ फिर
वो थोड़ी असहज दिखी और मुझे हा बोल दिया ।
: लेने आना पड़ेगा ?
: नहीं मै आ जाऊंगी ( उसने थोड़े परेशान लहजे में कहा )
मुझे मेरे कल के टेस्ट की तैयारी करनी थी तो मैने बुलेट घुमाया और वापस कैम्पस से निकलने लगा

रियर मिरर में एक बार मैने देखा तो वो वही खड़ी थी अकेली , न उसके कोई दोस्त आए न सहेली
मुझे कुछ अजीब लगा
मैने सड़क की भीड़ से रुक कर किनारे हुआ और कुछ लड़कियां मेरे पास से निकली उसी की चर्चा करते हुए उसकी ओर

" वो देख आ गई , हीही , ये पता नहीं यहां किसके लिए इतना तैयार होकर आई है "
" छोड़ न उसको , अच्छा तेरा आरुष आ रहा है न "
" हा , फोन किया था तो बोला सैलून में हूं बेबी "
" ओह गॉड, आज तू गई हाहाहाहाहा"
" यार लेकिन इसे साथ में ले जाए , वहां ये कबाब में हड्डी रहेगी "
" छोड़ न कुछ बहाना करके निकल जाएंगे चल "

बहुत अजीब सा लगा जब महसूस हुआ कि असल में वो अपने दोस्तों के कितनी अकेली है , आज असल में उसके दिल का अकेलापन मैने महसूस किया था ।

धिक्कार रहा था खुद कि आजतक उस साफ दिल को मैने कितने अशब्द कहे थे। वो तो अब एक अच्छा दोस्त ही तलाश रही थी मुझमें और मैने उसकी कदर नहीं की ।
मूड पूरा स्वैग में था और आंखे थोड़ी नम
वो लड़कियां उसके पास पहुंच गई थीं और बातें हो रही थी , साफ पता चल रहा था कि उसके मुस्कुराते चेहरे के पीछे कितना दर्द छिपा है ।
मैने बुलेट घुमाई और एक्सीलेटर घुमाता हुआ पहुंच गया उसके सामने एक बार फिर

वो चौक गई , इसकी उसे उम्मीद नहीं थी और शायद इसकी भी नहीं जो आगे मै कहने वाला था ।

: सॉरी बाबू लेट हो गया आओ चले
उसने आंखे बड़ी करी और मेरी ओर देखा , चार छ: आंखे और थी जो मुझे घूर रही थी ।
: कम हियर
वो मेरे पास आई और मैने उसे बैठने का इशारा किया और उसी स्वैग में बुलेट घुमा कर निकल गया

कैम्पस से बाहर आते ही उसने मेरा कंधा थपथपा
: क्या हुआ ( हस कर मैने कहा )
: ये सब क्या था ? ( उसकी आंखों में खुशी थी )
: वो लड़कियां तुम्हारा मजाक बना रही थी कि तुम्हारा कोई दोस्त नहीं है , मेरे दोस्त को कोई ऐसा कहेगा तो क्या होगा ( हवा में तेज आवाज में बोलता हुआ मै हंसा और वो खिलखिलाई और मेरे बाजुओं के नीचे से हाथ डाल कर मुझे पकड़ , सच में वो मुझे अपना bf समझती हो

: कहा चले ( बाई रियर मिरर में देख कर मैने उसे बोला )
: जहां तुम चाहो ( मेरी पीठ पर सर रखे हुए वो बोली )
मैं आगे बढ़ कर कुछ दूर जाने के बाद एक जगह देखी जो नए साल की चहल पहल से दूर थी , एक म्यूजियम
पार्किंग में गाड़ी पार्क कर हमने टिकट ली और अंदर चले गए ।

शांति थी वहा और हम दोनो वही एक जगह देख कर जहां थोड़ी धूप आती हो बैठ गए

कुछ देर की चुप्पी के बाद
: सच में तुम्हारा कोई दोस्त था ही नहीं ?
: नहीं , बस यही दोनों सहेलियां थी लेकिन ये भी कमिनी निकली , और तुम्हारा ( उसने बड़ी उम्मीद से कहा)

मै मुस्कुराने लगा और सामने सड़क के बगल में रखे गमले में खिले हुए फूलों को देख कर , मेरे सुकून को याद किया

: मै उससे एक शादी में मिला था , पहली नजर का प्यार कह लो । वो बहुत प्यारी है और सच कहूं तो मुझे समझती भी है और पता है ( मैने उसकी ओर देखा उसने अपने आंखों से आंसू छिपाने की कोशिश की और जबरन होठों पर मुस्कुराहट लाई )
: हमम्म कहो
मुझे उसका दर्द महसूस हुआ लेकिन मेरे समझ से शायद यही तरीका था कि वो मुझसे दूरी बनाए
: वो दूर से ही मेरी धड़कने सुन लेती है और फिर उन्हें कंट्रोल भी कर देती जब कभी मै परेशान होता हूं
: वाव, तुम बहुत लकी हो रोहन । एक वादा करोगे ? ( डबडबाई आंखों से उसने मुझे देखा )
: भले ही उससे कुछ गलती हो जाए तुम उसका साथ कभी मत छोड़ना
मेरी आँखें भी नम कर दी उसने और मै हस कर : ये भी कोई कहने की बात है
: तुम बहुत अच्छे लड़के हो रोहन , कोई भी लड़की तुम्हे पसंद कर लेगी लेकिन वो लड़की बहुत ही खास होगी जिसे तुमने पसंद किया है ( उसके रोते दिल का दर्द मै समझ रहा था और बेबसी से मुस्कुरा रहा था )
: पता है , उस पहली मुलाकात के बाद हम दुबारा नहीं मिले है आज एक महीना होने हो गए है
: ओह्ह्ह हाहाहा , आज वो रूठ भी गई थी कि उसे अकेले नया साल मनाना पड़ेगा । लेकिन पता है मुझे क्या महसूस होता है उसके करीब होने पर
: क्या ? ( बड़े गौर से वो मुझे सुन रही थी )
: यही कि उसमें कुछ बहुत गहरा सा अंदर छुपा है आकर्षण सा है , लोग खुद उसकी ओर खींचे आ जाते है
: हम्मम , ये तो बहुत अच्छी बात है ( उसने ताज्जुब होकर जवाब दिया )
: हा लेकिन कुछ डर सा लगता है
: कैसा डर ?
: कि दुनिया में और भी दूसरे होंगे जो उसकी ओर खींचे आयेंगे , मै उन्हें कैसे रोक पाऊंगा
: उसकी तुम फिक्र मत करो, लड़कियों को उनके सही गलत की पहचान हो जाती है ।

मै प्रिया की बातों को गहरे से समझने लगा और थोड़ी देर की चुप्पी के बाद
: चलो घर चलते है ( वो बोली )
एक गहरी सांस लेते हुए मैने अपने पैर टाइट किए
: हा चलो लेकिन एक बात याद रखना ( खड़े होकर )
: क्या ?
: अब ये मत कहना कि तुम्हारा कोई दोस्त नहीं है ।
वो शर्मा कर मुस्कुराने लगी
: और सॉरी ?
वो समझ गई थी कि मैने सॉरी क्यों कहा और उसने फीकी मुस्कुराहट से मुझे देखा और हौले से बोली : कोई बात नहीं , मै खुश हूं तुम्हारे लिए सच्ची ।
मै मुस्कुरा दिया और मै बाइक पर बैठ कर उसको लेकर चल दिया

: एक राउंड और चले कैम्पस हाहाहा( मै खिलखिला कर बोला )
: नहीं पागल घर चलो ( वो खुश थी )
मै गाड़ी लेकर रूम के लिए निकल गया ।

शाम हुई और अभी तक मेरी पढ़ाई चल रही थी और उसका फोन आया
फोन पर

: हाय जान
: हाय मेरी जान ( मैने खुश होकर )
: क्या कर रहें हो ( उसने कुछ हांफते हुए कहा )
: बस वही कल के टेस्ट की तैयारी में हूं
: अच्छा , पता है बाबू आज बहुत थक गई है । डांस करके पैर दर्द हो रहा है
: ओहो डांस , वैसे क्या क्या मस्ती हुई उम्मम
फिर तो जैसे उसमें कितना ऊर्जा आ गई
: अरे बाबू , पता है कालेज में इतना मजा आया हीही हम लोग खूब डांस किए और फिर सेलिब्रेशन हुआ , कोई गाना गा रहा था कोई कॉमेडी हाहाहा उसकी बातों से साफ था कि उसने कितना इंजॉय किया
: फिर पता है
: हम्ममम बताओ
: उसके बाद मै , मेरी सहेली रेखा और उसका बॉयफ्रेंड सूरज , सुमन और उसका बॉयफ्रेंड अरविंद और विशाल आया था , फिर हम लोग न विशाल के घर गए ।
: और विशाल की gf ? ( मैने कैजुअली अपने नोटबुक देखते हुए पूछा )
: अरे उसकी gf उसके भइया की सगी साली है हिहिहीही वो अपने घर है
: ओह अच्छा ,
: हा पता है एक बात बताऊं? ( खनक भरी हंसी से वो बोली )
: हा बोलो न ( उसकी खिलखिलाहट ने तो आने वाले कल की चिंता की दूर कर दी , अंदर से इतनी खुशी हो रही थी )
: अच्छा एक चीजी पूंछू हीही
: हा पूछो ( मुस्कुराते होठों से मै बोला )
कुछ देर चुप हो कर
: ये सेक्स क्या होता है ?
: क्या ??
: अरे बाबा सेक्स एस ई एक्स ... सेक्स
: अ वो ( थोड़ा उलझन भरे लहजे में ) क्यों पूछ रही हो ( एक अनजानी सी उमंग उठी मन में और चेहरे पर मुस्कुराहट )
: ओफ्फो बताओ न बाबा , अच्छा सुनो
: हा कहो ( उसकी चंचलता और कुछ नया जान लेने की चुलबुलाहट से पैदा हुई खिलखिलाहट से मै खुश हो रहा है , कितना हल्का सा महसूस हो रहा था मानो आस पास तिलतिलिया उड़ रही हो )
: पता है हीहीही, मेरा दोस्त है न विशाल हीही ... उसने बताया कि वो सेक्स कर चुका है हाहाहाहाहा

एकदम से मेरे चेहरे की रौनक उड़ गई , मन में उदासी सी छा गई , एक डर एक तीव्र पोजेसिव नेस की भावना और कुछ जो मेरे लिए बहुत कीमती है वो खोने का डर और धड़कने तेज हो गई ।
: हैलो ... सुन रहे हो , हैलो
: अह हा बोलो न
: आपने कुछ सुना नहीं न ( वो थोड़ा नाराज सी हुई )
: अरे नहीं बाबू , सुना मैने बोलो आप
: आपको पता है हीहीही ( फिर वो अपने रंग में आ गई ) आज विशाल ने अपने दोस्त सूरज और रेखा को रूम दिया था वो सब करने के लिए। रेखा के साथ सुमन भी थी तो सुमन और अरविंद एक रूम में , रेखा और सूरज अलग रूम में थे हाहाहाहा

: और आप ?
: मै ? मै और विशाल हम लोग छत पर बातें कर रहे थे तो उसने बताया कि वो भी कर चुका है
: ओह्ह्ह , ठीक है कौन सा बड़ी बात है , gf bf तो करते ही है ।
: क्या ? इसका मतलब आप भी करोगे मेरे साथ , शादी से पहले ही
एकदम से उसने गियर बदला और बिना कोई गलती के तलवार मेरी गर्दन पर
: अरे नहीं बाबू , अच्छा मान लो मैने कहा करने को तो आप मान जाओगे क्या ?
: धत्त नहीं , मै तो शादी के बाद भी नहीं करुंगी और अगर बच्चे हो गए तो सबको पता भी चल जाएगा कि हमने सेक्स किया था छीईईई मम्मीइ, फिर मै मम्मी के सामने कैसे आऊंगी नहीं बाबा नहीं
उसकी बचकानी बातों से हंसी आई
: अरे लेकिन शादी के बाद तो सब करते है न ?
: नहीं मै नहीं करुंगी , अगर मंजूर हो आपको तभी मुझसे शादी करना
: ठीक है बाबा नहीं करूंगा ,
: हीहीही आप कितने प्यारे हो , मेरी सब बाते ऐसे ही माना करो
: जी रानी साहिबा , और कोई हुक्म
: हा रानी साहिबा को उनके बाबू का प्यार चाहिए दोनों चिक्स पर उम्मम कम से कम 50 50 चुम्मी और फॉरहेड पर भी खूब सारा
: और लिप्सी पर ?
: हा वहा भी , हीहीहीहि ( वो थोड़ा शर्मा कर बोली )
फिर मैने चुम्मीयो की बारिश कर दी फोन पर ही और वो खिलखिलाती रही ।।

जारी रहेगी
पढ़ कर अपना विचार साझा करें
ताकि रेगुलर अपडेट दिया जा सके
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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UPDATE 005


Institute mein weekly tests shuru ho gaye aur March mein exams hone ke poore asaar the. Meri apni bhi taiyaari poori thi, lekin yudh se pehle abhyaas zaroori hota hai, toh wahi chal raha tha.
Ek taraf jahan naye saal ka jashn manaya ja raha tha aur main apne future ke liye resolutions likh raha tha, ittefaq ki baat thi ki aaj subah subah uska phone aaya.
Maine bina ek pal gawaye phone pick kiya.

: Good morning, jaan
: Hay , kitna pyara bolte ho, phir se kaho na (Woh khilkhilaayi.)
: Good morning, mera sona & Happy New Year, my sweetu, ummah
: ishsh , meri toh New Year happy ho gayi, Thank you, babu, ummah & I love you, love you, love you so so so so much, hihi (Usne poora pyar udel diya mujh par.)
: Uff, itna pyar , Poore saal ka quota khatam karogi kya, hahaha
: Aap paas hote na toh batati kitna chahti hoon aapko (phir ekdum se uske sur badal gaye) pata hai, meri saheli hai Rekha, woh bhi apne boyfriend ke saath aaj ghoomne ja rahi hai. Mere college mein sab apne apne lovers ke saath honge, sirf main akeli rahoongi, oohoo, ajao na babu, please!!!!”

Uff, pighla diya pagli ne mujhe. Dukh toh mujhe bhi hua andar se, lekin maamle ko sametna tha, failana nahi tha.
: Mera sona, mera sukoon, main aaoonga aapke birthday par, aur phir aapke saath toh mera har din naye saal jaisa hai, ummm, hai na?
: Hmmm (usne thoda santosh mann se jawab diya) pakka aaoge na?
: Apni jaan se koi kaise jhooth bolega, ummm.
: I love you, bohot yaad aa rahi hai aapki, ummhuuhu (woh rone si lagi.)
: Are, mera baccha, I love you na sona, ro mat. Aap bhi apne doston ke saath enjoy karne jao.
: Aur aap?
: Main bhi enjoy kar loonga, aap photo bhej dena.
: Pakka na? (Usne ijazat maangi.)
Haan, mera sona, ummah (Maine ek kiss di phone par.)
: Okay, thank you, love you, bye
: Hmmm, bye.

Call cut hua aur maine ek gehri saans li aur apne kaam mein lag gaya. Abhi ghanta bhar bhi nahi beeta tha ki mere room par knock hua.
Samajh gaya ki kaun aaya hoga.
Maine darwaza khola aur saamne Priya thi, jo poori taiyaar hokar saari mein khadi thi. Uski university par aaj khaas program hone wale the.

: Hi, Happy New Year (Usne excited hokar thoda sa blush karte hue kaha.)
: Hi… Happy New Year


IMG-20251001-194029
Maine use upar se neeche tak dekha. Nazar uski kamar aur pet par gayi, kaafi naram aur gudaz thi. Usne saari ko naabhi ke neeche bandh rakha tha aur baal khule the—kisi ke bhi hosh udaane ke liye kaafi the, lekin mujh par uski yeh koshish bekaar thi us waqt ke liye. Usne mujhe dekha aur sharma kar apne baal kaan mein khonsne lagi.

: Tum mujhe meri university drop kar doge? (Woh chahak kar itraayi, jaise use kitna vishwas ho ki uska yeh roop mujhe pasand aa gaya.)
: Le…lekin ba…ike?
: Papa ki Bullet hai na, usi par (Woh khush hokar boli.)
Main samajh gaya ki uska aaj apni university mein sabko batane ka plan hai ki uska boyfriend main hoon. Mana karne ka koi khaas reason nahi tha kyunki university 10 minute ki doori par thi.

Jaise ki maine pehle bhi kaha tha, kabhi kabhi aap kuch cheezein karne ko majboor hote hain jabki aapke paas apne doosre zaroori kaam pehle se pending hote hain.
Naye saal par kisi ladki ko jo itna taiyaar hokar intezaar kare ki aap use uske college drop karne jao, toh aapko bhi ek pal ke liye apni image ka khyaal karna pad jaata hai.
Sanjoog ki baat thi ki kal hi maine apni daadhi banwayi thi aur baal set karwaye the. Bag se maine black shirt aur coffee rang ki pant nikali aur taiyaar hokar ek formal shoe pehan kar neeche aaya, jeb mein ek sunglass rakhe hue.

Uski khushi mujhe dekhte hi dugni ho gayi. Aunty abhi ghar ke doosre kaam mein vyast thi aur woh chaabi lekar khadi thi.
Maine bike nikali aur thoda saaf karke start kiya. Poori gali mein Bullet 350 Classic ka engine bhadbhadaya aur woh mere kandhe pakad kar baith gayi.
Maine bhi bike aage nikali aur saamne do raste the. Usne girls’ hostel wala route lene ko kaha.
Aaj ka rola tight tha apna bhi. Girls’ hostel ke saamne nikalte hue kuch regular ladkiyon ne mujhe dekha, jinhone aaj se pehle bas mujhe lower aur t-shirt mein hi dekha tha.
Unki nazrein bhi hum dono par.
Main sadak par aate hi maine sunglass lagaye.

: Thank you (usne muskura kar kaha aur baayein rear mirror mein maine usko dekha).
Main usko lekar university ke campus mein aa gaya. Bawaal machane wala mahaul tha wahan. High-tech DJ aur gazab ki sajawat, usse bhi badh kar fashion jhaadti ladkiyaan aur unke chipke hue boyfriends.
Mahaul aisa ki sab kuch chakachoundh kar dene wala. Takreeban dhai saal ho gaye the mujhe Allahabad mein, lekin maine coaching se room aur room se sabzi mandi, isse badh kar Allahabad ko dekha nahi tha.

: Main jaoon phir?
Woh thodi asahaj dikhi aur mujhe haan bol diya.
: Lene aana padega?
: Nahi, main aa jaoongi (usne thode pareshan lehje mein kaha.)
Mujhe mere kal ke test ki taiyaari karni thi, toh maine Bullet ghumayi aur wapas campus se nikalne laga.

Rear mirror mein ek baar maine dekha toh woh wahi khadi thi, akeli. Na uske koi dost aaye, na saheli.
Mujhe kuch ajeeb laga.
Maine sadak ki bheed se ruk kar kinare hua aur kuch ladkiyaan mere paas se nikli, usi ki charcha karte hue uski taraf.

“Woh dekh, aa gayi, hihi. Yeh pata nahi yahan kiske liye itna taiyaar hokar aayi hai.”
“Chhod na usko , accha, tera Aarush aa raha hai na?”
“Haan, phone kiya tha toh bola saloon mein hoon, baby!”
“Oh God, aaj tuu gayi, hahaha!”
“Yaar, lekin ise saath mein le jaye, wahan yeh kabab mein haddi rahegi.”
“Chhod na, kuch bahana karke nikal jayenge, chal.”

Bohot ajeeb sa laga jab mehsoos hua ki asal mein woh apne doston ke beech kitni akeli hai. Aaj asal mein uske dil ka akelapan maine mehsoos kiya tha.
Dhikkar raha tha khud ko ki aaj tak us saaf dil ko maine kitne apshabd kahe the. Woh toh ek accha dost hi talaash rahi thi mujh mein aur maine uski kadar nahi ki.
Mood poora swag mein tha aur aankhein thodi nam.
Woh ladkiyaan uske paas pahunch gayi thi aur baatein ho rahi thi. Saaf pata chal raha tha ki uske muskurate chehre ke peeche kitna dard chhupa hai.
Maine Bullet ghumayi aur accelerator ghumata hua pahunch gaya uske saamne ek baar phir.

Woh chaunk gayi. Iski use ummeed nahi thi aur shayad iski bhi nahi jo aage main kehne wala tha.

: Sorry, babu, late ho gaya, aao, chale
Usne aankhein badi kari aur meri taraf dekha. Chaar-chhe aankhein aur thi jo mujhe ghoor rahi thi.
: Come sit
Woh mere paas aayi aur maine use baithne ka ishara kiya aur usi swag mein Bullet ghuma kar nikal gaya.

Campus se baahar aate hi usne mera kandha thapthapa.
: Kya hua? (Has kar maine kaha.)
: Yeh sab kya tha? (Uski aankhon mein khushi thi.)
: Woh ladkiyaan tumhara mazak bana rahi thi ki tumhara koi dost nahi hai. Mere dost ko koi aisa kahega toh kya hoga?” (Hawa mein tez awaaz mein bolta hua main hasa aur woh khilkhilaayi aur mere baazuon ke neeche se haath daal kar mujhe pakad liya. Sach mein, woh mujhe apna bf samajhti ho.)

: Kahan chale? (Baayein rear mirror mein dekh kar maine usse bola.)
: Jahan tum chaho, (meri peeth par sar rakhe hue woh boli.)
Main aage badh kar kuch door jaane ke baad ek jagah dekhi jo naye saal ki chahal-pahal se door thi—ek museum.
Parking mein gaadi park kar humne ticket li aur andar chale gaye.

Shaanti thi wahan aur hum dono wahi ek jagah dekh kar, jahan thodi dhoop aati ho, baith gaye.

Kuch der ki chuppi ke baad:

: Sach mein, tumhara koi dost tha hi nahi?
: Nahi, bas yahi dono saheliyaan thi, lekin yeh bhi kamini nikli. Aur tumhara (Usne badi ummeed se kaha.)

Main muskurane laga aur saamne sadak ke bagal mein rakhe gamle mein khile hue phoolon ko dekh kar, mere sukoon ko yaad kiya.

Main usse ek shaadi mein mila tha. Pehli nazar ka pyar keh lo. Woh bohot pyari hai aur sach kahoon toh mujhe samajhti bhi hai. Aur pata hai (maine uski taraf dekha, usne apni aankhon se aansoo chhupane ki koshish ki aur jabran hothon par muskurahat layi).
: Hmmm, kaho.
Mujhe uska dard mehsoos hua, lekin mere samajh se shayad yahi tareeka tha ki woh mujhse doori banaye.
: Woh door se hi meri dhadkanein sun leti hai aur phir unhe control bhi kar deti jab kabhi main pareshan hota hoon.
: Wow, tum bohot lucky ho, Rohan. Ek wada karoge? (Dabdabaayi aankhon se usne mujhe dekha.)
: Bhale hi usse kuch galti ho jaye, tum uska saath kabhi mat chhodna.
Meri aankhein bhi nam kar di usne aur main has kar : Yeh bhi koi kehne ki baat hai?
: Tum bohot acche ladke ho, Rohan. Koi bhi ladki tumhe pasand kar legi, lekin woh ladki bohot hi khaas hogi jise tumne pasand kiya hai, (uske rote dil ka dard main samajh raha tha aur bebasi se muskura raha tha.)
: Pata hai, us pehli mulaqat ke baad hum dobara nahi mile hain. Ek mahina hone ko hai
: ohhh
: hahaha, aaj woh rooth bhi gayi thi ki use akele naye saal manana padega. Lekin pata hai mujhe kya mehsoos hota hai uske kareeb hone par?”
: Kya? (Bade gaur se woh mujhe sun rahi thi.)
: Yahi ki usmein kuch bohot gehra sa andar chhupa hai, aakarshan sa hai. Log khud uski taraf kheenche aa jaate hain.
: Hmmm, yeh toh bohot achi baat hai (usne tajjub hokar jawab diya.)
: Haan, lekin kuch darr sa lagta hai.
: Kaisa darr?
: Ki duniya mein aur bhi doosre honge jo uski taraf kheenche aayenge. Main unhe kaise rok paaunga?
: Uski tum fikr mat karo. Ladkiyon ko unke sahi galat ki pehchaan ho jaati hai.

Main Priya ki baaton ko gehre se samajhne laga aur thodi der ki chuppi ke baad:
: Chalo, ghar chalte hain (woh boli.)
Ek gehri saans lete hue maine apne pair tight kiye.
: Haan, chalo, lekin ek baat yaad rakhna (khade hokar).
:Kya?
: Ab yeh mat kehna ki tumhara koi dost nahi hai.
Woh sharma kar muskurane lagi.
: Aur sorry?
Woh samajh gayi thi ki maine sorry kyun kaha aur usne pheeki muskurahat se mujhe dekha aur haule se boli : Koi baat nahi, main khush hoon tumhare liye, sacchi.
Main muskura diya aur bike par baith kar usko lekar chal diya.

: Ek round aur chale campus, hahaha (Main khilkhila kar bola.)
: Nahi, paagal, ghar chalo (Woh khush thi.)
Main gaadi lekar room ke liye nikal gaya.

Shaam hui aur abhi tak meri padhai chal rahi thi aur uska phone aaya.
Phone par:

: Hi, jaan
: Hi, meri jaan (Maine khush hokar.)
: Kya kar rahe ho? (Usne kuch haanfte hue kaha.)
: Bas wahi, kal ke test ki taiyaari mein hoon.
: Accha, pata hai babu, aaj bohot thak gayi hai. Dance karke pair dard ho raha hai.
: Oho, dance! Waise kya kya masti hui, ummm?
Phir toh jaise usmein kitni urja aa gayi.
: Are, babu, pata hai, college mein itna maza aaya, hihi , Hum log khub dance kiye aur phir celebration hua. Koi gaana gaa raha tha, koi comedy, hahaha.
Uski baaton se saaf tha ki usne kitna enjoy kiya.
: Phir pata hai?”
: Hmmm, batao.
: Uske baad main, meri saheli Rekha aur uska boyfriend Suraj, Suman aur uska boyfriend Arvind, aur Vishal aaya tha. Phir hum log na, Vishal ke ghar gaye.
: Aur Vishal ki gf? (Maine casually apne notebook dekhte hue poocha.)
: Are, uski gf uske bhaiya ki sagi saali hai, hihihihi, woh apne ghar hai.
: Oh, accha.
: Haan, pata hai, ek baat bataun? (Khanak bhari hansi se woh boli.)
:Haan, bolo na (uski khilkhilahat ne toh aane wale kal ki chinta door kar di, andar se itni khushi ho rahi thi.)
: Accha, ek cheez poochhu, hihi
: Haan, poochho, (muskurate hothon se main bola.)
Kuch der chup hokar

: Yeh sex kya hota hai?
: Kya??”
: Are, baba, sex, S-E-X… sex
: Uh, woh (thoda uljhan bhare lehje mein) kyun pooch rahi ho? (Ek anjaani si umang uthi mann mein aur chehre par muskurahat.)
: Offo, batao na, baba Accha, suno.
: Haan, kaho,” (uski chanchalta aur kuch naya jaan lene ki chulbulahat se paida hui khilkhilahat se main khush ho raha tha. Kitna halka sa mehsoos ho raha tha, mano aas paas titliyaan ud rahi ho.)
: Pata hai, hihihi, mera dost hai na Vishal, hihi… usne bataya ki woh sex kar chuka hai, hahaha.

Ekdum se mere chehre ki raunak ud gayi. Mann mein udaasi si chha gayi, ek darr, ek teevra possessiveness ki bhaavna, aur kuch jo mere liye bohot keemti hai woh khone ka darr, aur dhadkanein tez ho gayi.

: Hello… sun rahe ho, hello?
: Uh, haan, bolo na.
: Aapne kuch suna nahi na? (Woh thodi naraaz si hui.)
: Are, nahi babu, suna maine, bolo aap.
: Aapko pata hai, hihihi, (phir woh apne rang mein aa gayi)
: aaj Vishal ne apne dost Suraj aur Rekha ko room diya tha woh sab karne ke liye. Rekha ke saath Suman bhi thi, toh Suman aur Arvind ek room mein, Rekha aur Suraj alag room mein the, hahaha!”

: Aur aap?
: Main? Main aur Vishal, hum log chhat par baatein kar rahe the, toh usne bataya ki woh bhi kar chuka hai.
: Ohhh, theek hai, kaun si badi baat hai. Gf-bf toh karte hi hain.
: Kya? Iska matlab aap bhi karoge mere saath, shaadi se pehle hi?
Ekdum se usne gear badla aur bina koi galti ke talwar meri gardan par.
: Are, nahi babu, accha, maan lo maine kaha karne ko, toh aap maan jaoge kya?”
: Dhatt, nahi! Main toh shaadi ke baad bhi nahi karungi, aur agar bacche ho gaye toh sabko pata bhi chal jaayega ki humne sex kiya tha, chheeee, Mummy! Phir main Mummy ke saamne kaise aaungi? Nahi, baba, nahi .

Uski bachkani baaton se hansi aayi.
: Are, lekin shaadi ke baad toh sab karte hain na?
: Nahi, main nahi karungi. Agar manzoor ho aapko, tabhi mujhse shaadi karna.
: Theek hai, baba, nahi karunga.
: Hihihi, aap kitne pyare ho! Meri sab baatein aise hi maana karo.
: Ji, rani sahiba, aur koi hukum?
: Haan, rani sahiba ko unke babu ka pyar chahiye, dono cheeks par ummm, kam se kam 50-50 chummi, aur forehead par bhi khoob saara
: Aur lipsy par?
: Haan, wahan bhi, hihihihi (Woh thoda sharma kar boli.)
Phir maine chummiyon ki baarish kar di phone par hi aur woh khilkhilati rahi.



Jaari rahegi
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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पहला अध्याय कब तक आएगा?

नई कहानी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।

आशा है की आपकी पिछली दो कहानियों की तरह ये भी पूरा मज़ा देगी। :)

Dear agar hinglish ma likho tu bohat se log Jo Hindi nai read ker sakty Hain wo bhi read comment suggestions de sakty hain

Supe

Superb start bhai maja aa gya update pad kr kya mast love story likhi h ek ladke ki pehli najar k pyar ki dekte h agle bhag mai kya hota h

Bro please give update on main story

Ashadaran aur amazing update



Dashing and thrilling update

Amazing and beautiful story ❤️ 😍 ♥️

Wonderful and beautiful writing

Beautiful and brilliant writing.

Kafi behtareen update h 👍


Very nice update, waiting for the next

बहुत ही सुन्दर शुरुआत है कहानी की ! नयी कहानी के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएँ !

Romanchak. Pratiksha agle rasprd update ki

nope ..... yara

your updates are always excellnt / outsatnding ................... dear

बहुत ही शानदार लाजवाब और जबरदस्त मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया

Nice update and awesome story
New update is posted
Read and review
 

stylelook

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UPDATE 005


इंस्टीट्यूट में वीकली टेस्ट शुरू हो गए और मार्च में एग्जाम होने के पूरे असार थे । मेरी अपनी भी तैयारी पूरी थी लेकिन युद्ध के पहले अभ्यास जरूरी होता है तो वही चल रहा था ।
एक ओर जहां नए साल का जश्न मनाया जा रहा था और मै अपने भविष्य के लिए रेजुलेशन लिख रहा था
इत्तेफाक की बात थी कि आज सुबह सुबह उसका फोन आया
मैने बिना एक पल गवाए फोन पिक किया
: गुड मॉर्निंग जान
: हाय , कितना प्यारा बोलते हो फिर से कहो न ( वो खिलखिलाई )
: गुड मॉर्निंग मेरा सोना & हैप्पी न्यू ईयर माई स्वीटू उम्माह
: सीईईई मेरी तो न्यू ईयर हैप्पी हो गई , थैंक्यू बाबू उम्माह & आई लव यू , लव यू , लव यू सो सो सो सो मच हिही ( उसने पूरा प्यार उड़ेल दिया मुझपर )
: उफ्फफ इतना प्यारा , पूरे साल का कोटा पूरा करोगी क्या हाहाहा
: आप पास होते न तो बताती कितना चाहती हूं आपको ( फिर एकदम से उसके सुर बदल गए ) पता है मेरी सहेली है रेखा वो भी अपने बॉयफ्रेंड के साथ आज घूमने जा रही है , मेरे कालेज में सब अपने अपने लवर्स के साथ होंगे सिर्फ मै अकेली रहूंगी , ऊहू अजाओ न बाबू प्लीज !!!!
उफ्फ पिघला दिया पगली ने मुझे , दुख तो मुझे भी हुआ अंदर से लेकिन मामले को समेटना था और फैलाना नहीं था।
: मेरा सोना मेरा सुकून, मै आऊंगा आपके बर्थडे पर और फिर आपके साथ तो मेरा हर दिन नए साल जैसा है उम्मम है न
: हम्ममम ( उसने थोड़ा संतोष मन से जवाब दिया ) पक्का आओगे न ?
: अपनी जान से कोई कैसे झूठ बोलेगा उम्मम
: आई लव यू, बहुत याद आ रही है आपकी उम्म्हुहुहू ( वो रोने सी लगी )
: अरे मेरा बच्चा , आई लव यू न सोना रो मत , आप भी अपने दोस्तों के साथ इंजॉय करने जाओ
: और आप ?
: मै भी इंजॉय कर लूंगा आप फोटो भेज देना
: पक्का न ? ( उसने इजाजत मांगी )
: हा मेरा सोना उम्माह ( मैने एक किस दी फोन पर )
: ओके थैंक्यू , लव यू बाय
: हम्ममम बाय

काल कट हुआ और मैने एक गहरी सांस ली और अपने काम में लग गया अभी घंटा भर बीता नहीं था कि मेरे रूम पर नॉक हुआ
समझ गया कि कौन आया होगा
मैने दरवाजा खोला और सामने प्रिया थी जो पूरी तैयार होकर साड़ी में खड़ी थी, उसकी यूनिवर्सिटी पर आज खास प्रोग्राम होने वाले थे

: हाय , हैप्पी न्यू ईयर ( उसने एक्साइटेड होकर थोड़ा सा ब्लश करते हुए कहा )
: हाय ... हैप्पी न्यू ईयर


IMG-20251001-194029
मैने उसे ऊपर से नीचे तक देखा और नजर उसके कमर और पेट पर काफी नर्म और गुदाज थी उसने साड़ी को नाभि के नीचे बांध रखा था और बाल खुले थे किसी के भी होश उड़ाने के लिए काफी थे लेकिन मुझ पर उसकी ये कोशिश बेकार थी उस वक्त के लिए । उसने मुझे देखा और शर्मा कर अपने बाल कान में खोंसने लगी ।

: तुम मुझे मेरी यूनियर्सिटी ड्रॉप कर दोगे ? ( वो चहक कर इतराई जैसे उसे कितना विश्वास हो कि उसका ये रूप मुझे पसंद आ गया )
: ले..लेकिन बा..इक ?
: पापा की बुलेट है न उसी पर ( वो खुश होकर बोली )
मै समझ गया कि उसका आज अपनी यूनिवर्सिटी में सबको बताने का प्लान है कि उसका बॉयफ्रेंड मै हूं । मना करने का कोई बहुत खास रीजन नहीं था क्योंकि यूनिवर्सिटी 10 मिनट की दूरी पर थी ।

जैसे कि मैने पहले भी कहा था कि कभी कभी आप कुछ चीजें करने को मजबूर होते है जबकि आपके पास अपने दूसरे महत्वपूर्ण काम पहले से पेंडिग है ।
नए साल पर किसी लड़की को जो इतना तैयार होकर इंतजार करे कि आप उसे उसके कालेज ड्रॉप करने जाओ तो आपको भी एक पल के लिए अपनी इमेज का ख्याल करना पड़ जाता है
संजोग की ही बात थी कि कल ही मैने अपनी दाढ़ी बनवाई थी और बाल सेट करवाए थे । बैग से मैने ब्लैक शर्ट और काफी रंग की पैंट निकाली और तैयार होकर एक फॉर्मल सूज पहन कर नीचे आया जेब में एक सनग्लास रखे हुए

उसकी खुशी मुझे देखते ही दुगनी हो गई , आंटी अभी घर के दूसरे काम में व्यस्त थी और वो चाबी लेकर खड़ी थी
मैने बाइक निकाली और थोड़ा साफ करके स्टार्ट किया
पूरी गली में बुलेट 350 क्लासिक का इंजन भड़भडाया और वो मेरे कंधे पकड़ कर बैठ गई
मैंने भी बाइक आगे निकाली और सामने दो रास्ते थे उसने गर्ल हॉस्टल वाला रूट लेने को कहा
आज का रोला टाइट था अपना भी , गर्ल हॉस्टल के सामने निकलते हुए कुछ रेगुलर लड़कियों ने मुझे देखा जिन्होंने आज से पहले बस मुझे लोवर और टीशर्ट में ही देखा था ।
उनकी नजरे भी हम दोनो पर
मेन सड़क पर आते ही मैने सनग्लास लगाए
: थैंक्यू ( उसने मुस्कुरा कर कहा और बाएं रियर मिरर में मैने उसको देखा )
मै उसको लेकर यूनिवर्सिटी के कैंपस में आ गया , बवाल मचाने वाला माहौल था वहां। हाइटेक डीजे और गजब की सजावट उससे बढ़ कर फैशन झाड़ती लड़कियां और उनके चिपके हुए बॉयफ्रेंड
माहौल ऐसा कि सब कुछ चकाचौंध कर देना वाला , तकरीबन ढाई साल हो गए थे मुझे इलाहाबाद में लेकिन मैने कोचिंग से रूम और रूम से सब्जी मंडी इससे बढ़ कर इलाहाबाद को देखा नहीं था ।

: मै जाऊ फिर
वो थोड़ी असहज दिखी और मुझे हा बोल दिया ।
: लेने आना पड़ेगा ?
: नहीं मै आ जाऊंगी ( उसने थोड़े परेशान लहजे में कहा )
मुझे मेरे कल के टेस्ट की तैयारी करनी थी तो मैने बुलेट घुमाया और वापस कैम्पस से निकलने लगा

रियर मिरर में एक बार मैने देखा तो वो वही खड़ी थी अकेली , न उसके कोई दोस्त आए न सहेली
मुझे कुछ अजीब लगा
मैने सड़क की भीड़ से रुक कर किनारे हुआ और कुछ लड़कियां मेरे पास से निकली उसी की चर्चा करते हुए उसकी ओर

" वो देख आ गई , हीही , ये पता नहीं यहां किसके लिए इतना तैयार होकर आई है "
" छोड़ न उसको , अच्छा तेरा आरुष आ रहा है न "
" हा , फोन किया था तो बोला सैलून में हूं बेबी "
" ओह गॉड, आज तू गई हाहाहाहाहा"
" यार लेकिन इसे साथ में ले जाए , वहां ये कबाब में हड्डी रहेगी "
" छोड़ न कुछ बहाना करके निकल जाएंगे चल "

बहुत अजीब सा लगा जब महसूस हुआ कि असल में वो अपने दोस्तों के कितनी अकेली है , आज असल में उसके दिल का अकेलापन मैने महसूस किया था ।

धिक्कार रहा था खुद कि आजतक उस साफ दिल को मैने कितने अशब्द कहे थे। वो तो अब एक अच्छा दोस्त ही तलाश रही थी मुझमें और मैने उसकी कदर नहीं की ।
मूड पूरा स्वैग में था और आंखे थोड़ी नम
वो लड़कियां उसके पास पहुंच गई थीं और बातें हो रही थी , साफ पता चल रहा था कि उसके मुस्कुराते चेहरे के पीछे कितना दर्द छिपा है ।
मैने बुलेट घुमाई और एक्सीलेटर घुमाता हुआ पहुंच गया उसके सामने एक बार फिर

वो चौक गई , इसकी उसे उम्मीद नहीं थी और शायद इसकी भी नहीं जो आगे मै कहने वाला था ।

: सॉरी बाबू लेट हो गया आओ चले
उसने आंखे बड़ी करी और मेरी ओर देखा , चार छ: आंखे और थी जो मुझे घूर रही थी ।
: कम हियर
वो मेरे पास आई और मैने उसे बैठने का इशारा किया और उसी स्वैग में बुलेट घुमा कर निकल गया

कैम्पस से बाहर आते ही उसने मेरा कंधा थपथपा
: क्या हुआ ( हस कर मैने कहा )
: ये सब क्या था ? ( उसकी आंखों में खुशी थी )
: वो लड़कियां तुम्हारा मजाक बना रही थी कि तुम्हारा कोई दोस्त नहीं है , मेरे दोस्त को कोई ऐसा कहेगा तो क्या होगा ( हवा में तेज आवाज में बोलता हुआ मै हंसा और वो खिलखिलाई और मेरे बाजुओं के नीचे से हाथ डाल कर मुझे पकड़ , सच में वो मुझे अपना bf समझती हो

: कहा चले ( बाई रियर मिरर में देख कर मैने उसे बोला )
: जहां तुम चाहो ( मेरी पीठ पर सर रखे हुए वो बोली )

मैं आगे बढ़ कर कुछ दूर जाने के बाद एक जगह देखी जो नए साल की चहल पहल से दूर थी , एक म्यूजियम
पार्किंग में गाड़ी पार्क कर हमने टिकट ली और अंदर चले गए ।

शांति थी वहा और हम दोनो वही एक जगह देख कर जहां थोड़ी धूप आती हो बैठ गए

कुछ देर की चुप्पी के बाद
: सच में तुम्हारा कोई दोस्त था ही नहीं ?
: नहीं , बस यही दोनों सहेलियां थी लेकिन ये भी कमिनी निकली , और तुम्हारा ( उसने बड़ी उम्मीद से कहा)

मै मुस्कुराने लगा और सामने सड़क के बगल में रखे गमले में खिले हुए फूलों को देख कर , मेरे सुकून को याद किया

: मै उससे एक शादी में मिला था , पहली नजर का प्यार कह लो । वो बहुत प्यारी है और सच कहूं तो मुझे समझती भी है और पता है ( मैने उसकी ओर देखा उसने अपने आंखों से आंसू छिपाने की कोशिश की और जबरन होठों पर मुस्कुराहट लाई )
: हमम्म कहो
मुझे उसका दर्द महसूस हुआ लेकिन मेरे समझ से शायद यही तरीका था कि वो मुझसे दूरी बनाए
: वो दूर से ही मेरी धड़कने सुन लेती है और फिर उन्हें कंट्रोल भी कर देती जब कभी मै परेशान होता हूं
: वाव, तुम बहुत लकी हो रोहन । एक वादा करोगे ? ( डबडबाई आंखों से उसने मुझे देखा )
: भले ही उससे कुछ गलती हो जाए तुम उसका साथ कभी मत छोड़ना
मेरी आँखें भी नम कर दी उसने और मै हस कर : ये भी कोई कहने की बात है
: तुम बहुत अच्छे लड़के हो रोहन , कोई भी लड़की तुम्हे पसंद कर लेगी लेकिन वो लड़की बहुत ही खास होगी जिसे तुमने पसंद किया है ( उसके रोते दिल का दर्द मै समझ रहा था और बेबसी से मुस्कुरा रहा था )
: पता है , उस पहली मुलाकात के बाद हम दुबारा नहीं मिले है आज एक महीना होने हो गए है
: ओह्ह्ह हाहाहा , आज वो रूठ भी गई थी कि उसे अकेले नया साल मनाना पड़ेगा । लेकिन पता है मुझे क्या महसूस होता है उसके करीब होने पर
: क्या ? ( बड़े गौर से वो मुझे सुन रही थी )
: यही कि उसमें कुछ बहुत गहरा सा अंदर छुपा है आकर्षण सा है , लोग खुद उसकी ओर खींचे आ जाते है
: हम्मम , ये तो बहुत अच्छी बात है ( उसने ताज्जुब होकर जवाब दिया )
: हा लेकिन कुछ डर सा लगता है
: कैसा डर ?
: कि दुनिया में और भी दूसरे होंगे जो उसकी ओर खींचे आयेंगे , मै उन्हें कैसे रोक पाऊंगा
: उसकी तुम फिक्र मत करो, लड़कियों को उनके सही गलत की पहचान हो जाती है ।

मै प्रिया की बातों को गहरे से समझने लगा और थोड़ी देर की चुप्पी के बाद
: चलो घर चलते है ( वो बोली )
एक गहरी सांस लेते हुए मैने अपने पैर टाइट किए
: हा चलो लेकिन एक बात याद रखना ( खड़े होकर )
: क्या ?
: अब ये मत कहना कि तुम्हारा कोई दोस्त नहीं है ।
वो शर्मा कर मुस्कुराने लगी
: और सॉरी ?
वो समझ गई थी कि मैने सॉरी क्यों कहा और उसने फीकी मुस्कुराहट से मुझे देखा और हौले से बोली : कोई बात नहीं , मै खुश हूं तुम्हारे लिए सच्ची ।
मै मुस्कुरा दिया और मै बाइक पर बैठ कर उसको लेकर चल दिया

: एक राउंड और चले कैम्पस हाहाहा( मै खिलखिला कर बोला )
: नहीं पागल घर चलो ( वो खुश थी )
मै गाड़ी लेकर रूम के लिए निकल गया ।

शाम हुई और अभी तक मेरी पढ़ाई चल रही थी और उसका फोन आया
फोन पर

: हाय जान
: हाय मेरी जान ( मैने खुश होकर )
: क्या कर रहें हो ( उसने कुछ हांफते हुए कहा )
: बस वही कल के टेस्ट की तैयारी में हूं
: अच्छा , पता है बाबू आज बहुत थक गई है । डांस करके पैर दर्द हो रहा है
: ओहो डांस , वैसे क्या क्या मस्ती हुई उम्मम
फिर तो जैसे उसमें कितना ऊर्जा आ गई
: अरे बाबू , पता है कालेज में इतना मजा आया हीही हम लोग खूब डांस किए और फिर सेलिब्रेशन हुआ , कोई गाना गा रहा था कोई कॉमेडी हाहाहा उसकी बातों से साफ था कि उसने कितना इंजॉय किया
: फिर पता है
: हम्ममम बताओ
: उसके बाद मै , मेरी सहेली रेखा और उसका बॉयफ्रेंड सूरज , सुमन और उसका बॉयफ्रेंड अरविंद और विशाल आया था , फिर हम लोग न विशाल के घर गए ।
: और विशाल की gf ? ( मैने कैजुअली अपने नोटबुक देखते हुए पूछा )
: अरे उसकी gf उसके भइया की सगी साली है हिहिहीही वो अपने घर है
: ओह अच्छा ,
: हा पता है एक बात बताऊं? ( खनक भरी हंसी से वो बोली )
: हा बोलो न ( उसकी खिलखिलाहट ने तो आने वाले कल की चिंता की दूर कर दी , अंदर से इतनी खुशी हो रही थी )
: अच्छा एक चीजी पूंछू हीही
: हा पूछो ( मुस्कुराते होठों से मै बोला )
कुछ देर चुप हो कर
: ये सेक्स क्या होता है ?
: क्या ??
: अरे बाबा सेक्स एस ई एक्स ... सेक्स
: अ वो ( थोड़ा उलझन भरे लहजे में ) क्यों पूछ रही हो ( एक अनजानी सी उमंग उठी मन में और चेहरे पर मुस्कुराहट )

: ओफ्फो बताओ न बाबा , अच्छा सुनो
: हा कहो ( उसकी चंचलता और कुछ नया जान लेने की चुलबुलाहट से पैदा हुई खिलखिलाहट से मै खुश हो रहा है , कितना हल्का सा महसूस हो रहा था मानो आस पास तिलतिलिया उड़ रही हो )
: पता है हीहीही, मेरा दोस्त है न विशाल हीही ... उसने बताया कि वो सेक्स कर चुका है हाहाहाहाहा

एकदम से मेरे चेहरे की रौनक उड़ गई , मन में उदासी सी छा गई , एक डर एक तीव्र पोजेसिव नेस की भावना और कुछ जो मेरे लिए बहुत कीमती है वो खोने का डर और धड़कने तेज हो गई ।
: हैलो ... सुन रहे हो , हैलो
: अह हा बोलो न
: आपने कुछ सुना नहीं न ( वो थोड़ा नाराज सी हुई )
: अरे नहीं बाबू , सुना मैने बोलो आप
: आपको पता है हीहीही ( फिर वो अपने रंग में आ गई ) आज विशाल ने अपने दोस्त सूरज और रेखा को रूम दिया था वो सब करने के लिए। रेखा के साथ सुमन भी थी तो सुमन और अरविंद एक रूम में , रेखा और सूरज अलग रूम में थे हाहाहाहा

: और आप ?
: मै ? मै और विशाल हम लोग छत पर बातें कर रहे थे तो उसने बताया कि वो भी कर चुका है
: ओह्ह्ह , ठीक है कौन सा बड़ी बात है , gf bf तो करते ही है ।
: क्या ? इसका मतलब आप भी करोगे मेरे साथ , शादी से पहले ही
एकदम से उसने गियर बदला और बिना कोई गलती के तलवार मेरी गर्दन पर
: अरे नहीं बाबू , अच्छा मान लो मैने कहा करने को तो आप मान जाओगे क्या ?
: धत्त नहीं , मै तो शादी के बाद भी नहीं करुंगी और अगर बच्चे हो गए तो सबको पता भी चल जाएगा कि हमने सेक्स किया था छीईईई मम्मीइ, फिर मै मम्मी के सामने कैसे आऊंगी नहीं बाबा नहीं
उसकी बचकानी बातों से हंसी आई
: अरे लेकिन शादी के बाद तो सब करते है न ?
: नहीं मै नहीं करुंगी , अगर मंजूर हो आपको तभी मुझसे शादी करना
: ठीक है बाबा नहीं करूंगा ,
: हीहीही आप कितने प्यारे हो , मेरी सब बाते ऐसे ही माना करो
: जी रानी साहिबा , और कोई हुक्म
: हा रानी साहिबा को उनके बाबू का प्यार चाहिए दोनों चिक्स पर उम्मम कम से कम 50 50 चुम्मी और फॉरहेड पर भी खूब सारा
: और लिप्सी पर ?
: हा वहा भी , हीहीहीहि ( वो थोड़ा शर्मा कर बोली )
फिर मैने चुम्मीयो की बारिश कर दी फोन पर ही और वो खिलखिलाती रही ।।

जारी रहेगी
पढ़ कर अपना विचार साझा करें
ताकि रेगुलर अपडेट दिया जा सके
Bara hi dard hota h jab samne wala kisi ko chahta h or vo uski kahani apko suna raha ho , par apko wahi chahiye jo khanani suna raha ho

Khai update achha tha 👍
 
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rajeev13

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Update to 10+ likh kar rakha hun

Lekin itna low response
Itna bekar likh raha hun kya 😑
आप बहुत बेहतर लिख रहे हो मित्र लेकिन ज्यादातर पाठकों की रुचि शायद incest में ज्यादा ही है शायद इस कारणवश !
 
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Sanskari Larka

Sᴀk†Lᴀน𝖓da
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Mujhe aisa lag rha hai Ladki jitni sidhi ban rhi hai utni hai nhi..
Warna aaj k tym me kaun aisi ladki hai jiske pass phone ho aur internet , bahar ghumne ki aajadi ho use s e x k bare me pata nhi hoga 😁
 
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