- 85
- 313
- 54
Thanks for your lovely Comments

Click anywhere to continue browsing...
Thanks for your lovely Comments
बहुत ही बढिया और शानदार मदमस्त अपडेट है भाई मजा आ गयाअपडेट - 9उसने अपने दोनों हाथों से पकड़ा फिर भी उसके हाथों में नहीं समा रहा था,"लगता है आपने मुझे मार डालने का इरादा बना लिया है" इतना बोलकर उसने लंड के टोपे को मुंह में लिया और फिर बाहर निकाल दिया,"कल रात से कितन बड़ा है ये मेरे हाथ और मुंह में नहीं समा रहा तो फिर चूत मे कैसे जाएगा ये? आपने भी कोई ड्रग लिया है क्या?" रुचि की बात सुनकर मैने मुस्कुराते हुए अपना सर हा में हिलाया," ये ड्रग मेरे लंड की लंबाई को बढ़ा देता है,साथ ही ये मेरी शारीरिक क्षमता को भी बढ़ाता है जिसे में दिन में जितना चाहूं उतनी देर सेक्स कर सकता हूँ।"
"इसका मतलब अब में पूरा दिन चुदने वाली हूँ"
"हां मेरी रंडी बहन" इतना कहकर मैंने उसको बालों को कसकर पकड़ा और उसके होठों पर अपने होठ रख दिए,रुचि को बेड पर पटका और उसके ऊपर नीचे दोनों तरफ के होठों को काटते हुए उसे किस करने लगा,मै उसके होठों पर इस तरह टूट पड़ा था जिससे उसे सांस लेने में भी मुश्केली हो रही थी।
करीब 10 मिनिट तक किस करने के बाद में उससे अलग हुआ तो वो जोरो से सांसे लेने लगी,सांसे लेते वक्त उसकी पूरी छाती ऊपर नीचे हो रही थी जिससे उसके बूब्स मचल रहे थे,किस करने की वजह से मेरा मुंह पूरा चिकना हो गया था, मैने अपना मुंह खोला जिससे चिकनी लार निकलकर रुचि के मुंह में जाकर मिल गई।मै फिर उसके करीब गया और इस बार अपनी जुबान उसके मुंह में घुसा दी,मै इस वक्त रुचि के ऊपर था और अपने शरीर का दबाव रुचि पर बढ़ा रहा था,जिसकी वजह से रुचि बेड के गद्दे में धंसती जा रही थी,रुचि ने अपने दोनों हाथ मेरी पीठ पर गड़ा दिए थे,मेरे किस करने की वजह से उसने अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी जिससे उसके नाखून मेरी पीठ में उतरने लगे थे।
हम दोनों को इस वक्त किसी चीज़ का खयाल नहीं था कभी मैं रुचि को नीचे फ़र्श पर लिटाकर उसके होठों को चूमता तो कभी उसे दीवार पर सटाकर उसकी चूत को चाटता तो उसे नीचे जानी वाली सीढ़ियों पर अपनी गोद में बिठाकर उसके आर्मपिट को चाटता,हम दोनों हवस में खोकर पूरे घर में नंगे होकर सिर्फ शारीरिक सुख का आनंद ले रहे थे,ये खेल खेलते हुए हम करीब 30 मिनट से ज्यादा हो चुके थे घर में सन्नाटा होने की वजह से हमारी आवाजें पूरे घर में गूंज रही थी,"हाहआआहह्....... उफफ्.......उपपहहह्........सीईईइपप्........ उउममहहह्........ओओओउउममम्......." उसको किस करते वक्त मै उसके बूब्स को दबा रहा था जिससे उसका दूध बहता हुआ उसकी पूरी छाती को भिगो रहा था,रुचि अब पूरी तरह से काम वासना में डूब चुकी थी जिससे उसके बूब्स बहुत दूध बहा रहे थे,ये देखकर मुझे एक ख्याल आया और मैं उससे दूर हो गया इतनी देर तक एक दूसरे को चूमने की वजह से हम दोनों के चेहरे लाल पड़ गए थे और हम दोनों हाफ रहे थे पर रुचि के चेहरे पर अब भी एक मुस्कान थी जैसे उसे बहुत तसल्ली मिली हो, मैं जल्दी से जाकर कीचन से एक Bowl ले आया और रुचि से कहा,"रुचि इतनी प्यारी सुबह एक गर्म कॉफी के बिना अधूरी लगती है" मेरी ये बात सुनकर उसे पहले कुछ समझ नहीं आया,"अचानक तुम्हे कॉफी की याद क्यों आ गई?"
"समझाता हूं पर पहले तुम डॉगी स्टाइल में लेट जाओ" मेरे इतना कहने पर वो अपने दोनों हाथ फर्श पर रखकर बैठ गई जिससे उसके बूब्स हवा में जुल रहे थे,मैने उसके बूब्स के नीचे Bowl रखा और जैसे ही दबाया इसके दूध की धार निकलती हुई Bowl में जा गिरी।
"आआउचच्.......भैया क्या कर रहे हो?!!......धीरे दबाओ ना"
"सॉरी......अब आराम से करूंगा" इतना बोलकर मै उसके दोनों बूब्स से सारा दूध निकालने लगा,कुछ देर में पूरा Bowl रुचि के दूध से भर चुका था इसलिए मैं उसे लेकर किचन में गया और कॉफी बनाकर बाहर आया तो रुचि मेरा इंतेज़ार कर रही थी,मैने एक कप उसकी और बढ़ा दिया,"भैया तुम ऐसी चीजों के बारे में कैसे सोच लेते हो?" उसकी बात सुनकर मैं मुस्कुराने लगा और कॉफी को आओ होठों से लगाते कहा,"हमममम्......कितनी गर्म और कड़क कॉफी है" हम दोनों इस वक्त हॉल में सोफे पर बैठे हुए थे,रुचि का ध्यान मेरे लंड पर गया जो पूरी तरह खड़ा था इसलिए उसने हम दोनों की कॉफी साइड पर रख दी और मेरे लंड के पास बैठते हुए कहा,"मुझे तो कॉफी Creamie ज्यादा पसंद है इसलिए मैं ऊपर थोड़ी Extra मलाई Add करना चाहूंगी" इतना बोलकर वो मेरे लंड को चूसने लगी,पहले तो उसने 3 इंच जितना लंड मुंह में डाला और उसे अंदर बाहर करने लगी,धीरे-धीरे करते हुए वो 8 इंच जितना लंड अपने गले तक अंदर ले लिया,पिछली रात की चुदाई की वजह से रुचि को इस चीज में ज्यादा प्रॉब्लम नहीं हो रही थी इसलिए वो कभी मेरे लंड को चूसती तो मेरे दोनों गोटों को चूमने लगती।
अब धीरे-धीरे मेरे शरीर में उत्तेजना बढ़ती जा रही थी इसलिए अबकी बार रुचि ने लंड दुबारा मुंह में डाला तो मैने मौका देखकर उसके सिर को पकड़ा और एक धक्के के साथ और लंड मुंह में डाल दिया,इस धक्के की वजह से मेरा 12 इंच जितना लंड उसके चिकने लगे से होते हुए छाती तक चला गया,मेरी अचानक की गई हरकत से रुचि की आंखो की पुतलियां चढ़ गई,उसका मुंह पूरा खुला रह गया,वो दोनों हाथो का जोर लगाते हुए मुझे दूर करने की कोशिश कर रही रही क्योंकि उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी,मैने फिर अपने लंड को उसके मुंह तक लाया और फिर धक्के मारते हुए उसके मुंह को चोदने लगा,रुचि के मुंह में लंड डालने की वजह से उसकी आवाज दबकर रह गई थी,"ओओओकक्.......... ऊउउमममहहह्.........धोओओकक्..........ग्वोककक्.......उउफफहह्......."
मैं उसके से को पकड़कर करीब 3 मिनट तक उसके गले को चोदता रहा,उसके मुंह से थूक निकलते हुए जमीन पर गिर रहा था,इतना बड़ा लंड उसके मुंह में जाने की वजह से मुंह गला छिलकर बड़ा हो चुका था,कुछ देर बाद मेरा पानी निकलने वाला था जिसकी वजह से मैने धीरे से अपना लंड बाहर निकाला और उसके कॉफी में अपना सारा वीर्य मिला दिया,रुचि इस वक्त फर्श पर पड़ी अपनी सांसों को संभालने की कोशिश कर रही थी उसका पूरा मुंह थूक से सन चुका था,उसकी चूत से भी वीर्य बहते हुए बाहर आ रहा था,मैने कप को उसकी चूत के दाने के पास रखा और उसका सारा काम रस मेरे कप में मिला दिया,कुछ देर बाद रुचि खड़ी हुई और कप लेकर मेरे पास बैठते हुए कहा,"भैया ऐसे कोई करता है क्या? आपके इस मूसल ने तो मेरी जान ही निकाल दी थी, आपने इसे अंदर उतारकर मेरे गले को भी बड़ा कर दिया" इतना कहकर उसने कल उठाया तो उसमें मेरा देर सर वीर्य मिला हुआ था,ड्रग्स के असर की वजह से मेरा इतना वीर्य निकला था कि कॉफी कम दिख रही थी,हम दोनों ने कॉफी का एक लंबा सीप लिया ओर हम दोनों के होठों को मिलाकर एक दूसरे के गले उतारने लगे,कॉफी में मिले हमारे कामरस का स्वास हम दोनों के गले से उतरकर हमारे बदन में समा रहा था।
दोस्तो आगे चुदाई का खेल जारी रहेगा आपको कहानी कैसी लग रही है यह मुझे कमेंट करके जरूर बताएं
Very Soon Broबहुत ही बढिया और शानदार मदमस्त अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार और चुदाईदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
जल्द ही इससे ज्यादा धमाकेदार अपडेट के साथ लौटूंगाकमाल का अपडेट था, एक दम झन्नाटेदार, मज़ा आ गया पढ़कर, अगली कड़ी में तो और धमाके होंगे!
इतनी अच्छी कॉफी..... और हो भी क्यों नहीं bahanchod बीच में chudayi छोडकर बनाई हैं बहन का दूध निकल करअपडेट - 9उसने अपने दोनों हाथों से पकड़ा फिर भी उसके हाथों में नहीं समा रहा था,"लगता है आपने मुझे मार डालने का इरादा बना लिया है" इतना बोलकर उसने लंड के टोपे को मुंह में लिया और फिर बाहर निकाल दिया,"कल रात से कितना बड़ा है ये मेरे हाथ और मुंह में नहीं समा रहा तो फिर चूत मे कैसे जाएगा ये? आपने भी कोई ड्रग लिया है क्या?"
रुचि की बात सुनकर मैने मुस्कुराते हुए अपना सर हा में हिलाया," ये ड्रग मेरे लंड की लंबाई को बढ़ा देता है,साथ ही ये मेरी शारीरिक क्षमता को भी बढ़ाता है जिसे में दिन में जितना चाहूं उतनी देर सेक्स कर सकता हूँ।"
"इसका मतलब अब में पूरा दिन चुदने वाली हूँ"
"हां मेरी रंडी बहन" इतना कहकर मैंने उसको बालों को कसकर पकड़ा और उसके होठों पर अपने होठ रख दिए,रुचि को बेड पर पटका और उसके ऊपर नीचे दोनों तरफ के होठों को काटते हुए उसे किस करने लगा,मै उसके होठों पर इस तरह टूट पड़ा था जिससे उसे सांस लेने में भी मुश्केली हो रही थी।
करीब 10 मिनिट तक किस करने के बाद में उससे अलग हुआ तो वो जोरो से सांसे लेने लगी,सांसे लेते वक्त उसकी पूरी छाती ऊपर नीचे हो रही थी जिससे उसके बूब्स मचल रहे थे,किस करने की वजह से मेरा मुंह पूरा चिकना हो गया था, मैने अपना मुंह खोला जिससे चिकनी लार निकलकर रुचि के मुंह में जाकर मिल गई।मै फिर उसके करीब गया और इस बार अपनी जुबान उसके मुंह में घुसा दी,मै इस वक्त रुचि के ऊपर था और अपने शरीर का दबाव रुचि पर बढ़ा रहा था,जिसकी वजह से रुचि बेड के गद्दे में धंसती जा रही थी,रुचि ने अपने दोनों हाथ मेरी पीठ पर गड़ा दिए थे,मेरे किस करने की वजह से उसने अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी जिससे उसके नाखून मेरी पीठ में उतरने लगे थे।
हम दोनों को इस वक्त किसी चीज़ का खयाल नहीं था कभी मैं रुचि को नीचे फ़र्श पर लिटाकर उसके होठों को चूमता तो कभी उसे दीवार पर सटाकर उसकी चूत को चाटता तो उसे नीचे जानी वाली सीढ़ियों पर अपनी गोद में बिठाकर उसके आर्मपिट को चाटता,हम दोनों हवस में खोकर पूरे घर में नंगे होकर सिर्फ शारीरिक सुख का आनंद ले रहे थे,ये खेल खेलते हुए हम करीब 30 मिनट से ज्यादा हो चुके थे घर में सन्नाटा होने की वजह से हमारी आवाजें पूरे घर में गूंज रही थी,"हाहआआहह्....... उफफ्.......उपपहहह्........सीईईइपप्........ उउममहहह्........ओओओउउममम्......."
उसको किस करते वक्त मै उसके बूब्स को दबा रहा था जिससे उसका दूध बहता हुआ उसकी पूरी छाती को भिगो रहा था,रुचि अब पूरी तरह से काम वासना में डूब चुकी थी जिससे उसके बूब्स बहुत दूध बहा रहे थे,ये देखकर मुझे एक ख्याल आया और मैं उससे दूर हो गया इतनी देर तक एक दूसरे को चूमने की वजह से हम दोनों के चेहरे लाल पड़ गए थे और हम दोनों हाफ रहे थे पर रुचि के चेहरे पर अब भी एक मुस्कान थी जैसे उसे बहुत तसल्ली मिली हो, मैं जल्दी से जाकर कीचन से एक Bowl ले आया और रुचि से कहा,"रुचि इतनी प्यारी सुबह एक गर्म कॉफी के बिना अधूरी लगती है" मेरी ये बात सुनकर उसे पहले कुछ समझ नहीं आया,"अचानक तुम्हे कॉफी की याद क्यों आ गई?"
"समझाता हूं पर पहले तुम डॉगी स्टाइल में लेट जाओ" मेरे इतना कहने पर वो अपने दोनों हाथ फर्श पर रखकर बैठ गई जिससे उसके बूब्स हवा में जुल रहे थे,मैने उसके बूब्स के नीचे Bowl रखा और जैसे ही दबाया इसके दूध की धार निकलती हुई Bowl में जा गिरी।
"आआउचच्.......भैया क्या कर रहे हो?!!......धीरे दबाओ ना"
"सॉरी......अब आराम से करूंगा" इतना बोलकर मै उसके दोनों बूब्स से सारा दूध निकालने लगा,कुछ देर में पूरा Bowl रुचि के दूध से भर चुका था इसलिए मैं उसे लेकर किचन में गया और कॉफी बनाकर बाहर आया तो रुचि मेरा इंतेज़ार कर रही थी,मैने एक कप उसकी और बढ़ा दिया,"भैया तुम ऐसी चीजों के बारे में कैसे सोच लेते हो?" उसकी बात सुनकर मैं मुस्कुराने लगा और कॉफी को आओ होठों से लगाते कहा,"हमममम्......कितनी गर्म और कड़क कॉफी है" हम दोनों इस वक्त हॉल में सोफे पर बैठे हुए थे,रुचि का ध्यान मेरे लंड पर गया जो पूरी तरह खड़ा था इसलिए उसने हम दोनों की कॉफी साइड पर रख दी और मेरे लंड के पास बैठते हुए कहा,"मुझे तो कॉफी Creamie ज्यादा पसंद है इसलिए मैं ऊपर थोड़ी Extra मलाई Add करना चाहूंगी" इतना बोलकर वो मेरे लंड को चूसने लगी,
पहले तो उसने 3 इंच जितना लंड मुंह में डाला और उसे अंदर बाहर करने लगी,धीरे-धीरे करते हुए वो 8 इंच जितना लंड अपने गले तक अंदर ले लिया,पिछली रात की चुदाई की वजह से रुचि को इस चीज में ज्यादा प्रॉब्लम नहीं हो रही थी इसलिए वो कभी मेरे लंड को चूसती तो मेरे दोनों गोटों को चूमने लगती।
अब धीरे-धीरे मेरे शरीर में उत्तेजना बढ़ती जा रही थी इसलिए अबकी बार रुचि ने लंड दुबारा मुंह में डाला तो मैने मौका देखकर उसके सिर को पकड़ा और एक धक्के के साथ और लंड मुंह में डाल दिया,इस धक्के की वजह से मेरा 12 इंच जितना लंड उसके चिकने लगे से होते हुए छाती तक चला गया,मेरी अचानक की गई हरकत से रुचि की आंखो की पुतलियां चढ़ गई,उसका मुंह पूरा खुला रह गया,वो दोनों हाथो का जोर लगाते हुए मुझे दूर करने की कोशिश कर रही रही क्योंकि उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी,मैने फिर अपने लंड को उसके मुंह तक लाया और फिर धक्के मारते हुए उसके मुंह को चोदने लगा,रुचि के मुंह में लंड डालने की वजह से उसकी आवाज दबकर रह गई थी,"ओओओकक्.......... ऊउउमममहहह्.........धोओओकक्..........ग्वोककक्.......उउफफहह्......."
मैं उसके से को पकड़कर करीब 3 मिनट तक उसके गले को चोदता रहा,उसके मुंह से थूक निकलते हुए जमीन पर गिर रहा था,इतना बड़ा लंड उसके मुंह में जाने की वजह से मुंह गला छिलकर बड़ा हो चुका था,कुछ देर बाद मेरा पानी निकलने वाला था जिसकी वजह से मैने धीरे से अपना लंड बाहर निकाला और उसके कॉफी में अपना सारा वीर्य मिला दिया,रुचि इस वक्त फर्श पर पड़ी अपनी सांसों को संभालने की कोशिश कर रही थी उसका पूरा मुंह थूक से सन चुका था,उसकी चूत से भी वीर्य बहते हुए बाहर आ रहा था,मैने कप को उसकी चूत के दाने के पास रखा और उसका सारा काम रस मेरे कप में मिला दिया,कुछ देर बाद रुचि खड़ी हुई और कप लेकर मेरे पास बैठते हुए कहा,"भैया ऐसे कोई करता है क्या? आपके इस मूसल ने तो मेरी जान ही निकाल दी थी, आपने इसे अंदर उतारकर मेरे गले को भी बड़ा कर दिया" इतना कहकर उसने कल उठाया तो उसमें मेरा देर सर वीर्य मिला हुआ था,ड्रग्स के असर की वजह से मेरा इतना वीर्य निकला था कि कॉफी कम दिख रही थी,हम दोनों ने कॉफी का एक लंबा सीप लिया ओर हम दोनों के होठों को मिलाकर एक दूसरे के गले उतारने लगे,कॉफी में मिले हमारे कामरस का स्वास हम दोनों के गले से उतरकर हमारे बदन में समा रहा था।
दोस्तो आगे चुदाई का खेल जारी रहेगा आपको कहानी कैसी लग रही है यह मुझे कमेंट करके जरूर बताएं
गर्मागर्म कॉफी तो पी ली ,अब भाई के लंबे लौड़े को भी झेलना पड़ेगाइतनी अच्छी कॉफी..... और हो भी क्यों नहीं bahanchod बीच में chudayi छोडकर बनाई हैं बहन का दूध निकल कर