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Nice updateभाग 4
आज रोशन बहुत थक चुका था जिससे कि वह खाना खाकर कमरे में आया और निढाल होकर बिस्तर पर सो गए
रश्मि पूरी तैयार होकर थी की आज रोशन उसे रात भर रोमांस करेगा पर ऐसा कुछ हुआ नहीं और वो भी उसके बगल में लेट गई पर उसकी आंखों में नींद नहीं आती और वह बिस्तर पर कसमसाते हुए करवट बदलती है कभी जब उसे नींद नहीं आने लगी तब उसने मोबाइल वीडियोस मैं लगे एक वीडियो देखते हुए कब सो गई पता ही नहीं चला
फिर सुबह वही रोज़ की तरह से रोशन का ऑफिस जाना और देर रात में वापस आना चलता रहा
रोशन मुझे समय ही नहीं दे पा रहा था कभी कभी सेक्स किया या नहीं मुझे तो याद ही नहीं रहा
दिन महीने गुजरते रहे और लगभग पांच महीने गुजर गए और अब मां जी की तबीयत पहले से ज्यादा खराब रहने लगी
आज अचानक सासू मां की तबीयत बिगड़ी रोशन के ऑफिस जाने के बाद और उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है
मैं और पापा जी हॉस्पिटल में हैं
पापा जी- रोशन को फोन किया क्या बहू
मैं- अभी करती हूं पापा जी बोल कर रोशन को फोन करके लगी
मैं - हलो रोशन , मां को सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया है तुम जल्दी से ऑफिस से छुट्टी लेकर आवो
रोशन- मै आ रहा हूं
बोल कर रोशन ने फोन कट कर दिया
सासू मां को हार्ट की बीमारी थी
काफी देर तक रोशन नहीं पुहच रहा तो मैंने फिर से फोन dail किया तब फोन पर किसी महिला की आवाज़ सुनाई दी
हेल्लो आप कौन
मैं- आप कौन बोल रही हैं ये तो मेरे पति की नंबर है
उधर से- जी मैं राज hospital ki nurse बोल रही हूं
ये आपके पति की रोड accident ho gaya hai आप जल्दी से यहां आ जाइए
मैं- क्या..….. ओके आती हूं बोलते साथ ही मुझे तो चक्कर आ गया और मैं गिरते गिरते बची
मुझे पापा जी ने संभाल लिया
पापा जी- अरे क्या हुआ बहू किसका फोन था
मैं- रोते हुए बोली जी रोशन का दुर्घटना हो गया है राज hospital में किसी ने भर्ती करा दिया है
पापा जी मैं राज hospital ja rahi हूं
सुन कर पापा जी को भी काफ़ी सॉक लगा पर उसने अपने आंसू दबा लिए और कहा ठीक है तुम जाओ पर आराम से मैं तुम्हें नीचे तक छोड़ दू
मैं- नहीं मैं चली जाउंगी आप मां जी का ख्याल रखें
मैंने नीचे आ कर एक कैब बुक करा और ३० मिनट में राज hospital में थीं
मैंने reception पर पूछा तो पता चला की रोशन OT में भर्ती है तब तक उनके ऑफिस से भी कुछ कलीग्स आ गए थे
मैं तो उनके ऑफिस के किसी स्टाफ को नहीं जानती थी
करीब दो घंटे बाद डॉक्टर से मुलाकात हुए तो बोला
की कमर में बहुत चोट लगी है अभी कुछ दिनों तक कुछ कह नहीं सकते
हमारे ऊपर एक साथ दो दो गाज गिरे थे
दिनभर मै और पापा जी परेशान रहे एक दुसरे को फोन तक नहीं कर सके
रात के आठ बजे पापा जी का फोन आया
पापा जी- रोशन कैसा है अभी
मैं (उदासी में)- कंडीशन बहुत अच्छी नहीं है आईसीयू में शिफ्ट किया है और कमर में बहुत ज्यादा चोट है
मां जी की तबीयत में सुधार हो रहा की नहीं
पापा जी - डॉक्टर ने कहा है की और ज्यादा क्रिटिकल हो गया है शायद ........ बोलते बोलते रोने लगे फोन पर ही
मैं- पापा जी हिम्मत रखिए बोल कर मैं भी सुबकने लगी
खैर किसी तरह से रात भर गुजरा hospital में ही
सुबह हो गई थी
तबतक रोशन को भी होश आ गया
मैं - रोते हुए बोली कैसे हो गया ये सब
रोशन- टाउन बस ने मेरी बाइक को टक्कर मारी
और मां कैसी है
मैं- तुम उसकी चिंता मत करो पहले तुम जल्दी से ठीक हो
मैं - आती हूं फ्रेश हो कर
सारा दिन मै रोशन से बातें करती रही ताकि उसकी मन कमजोर ना हो
शाम को डॉक्टर से मुलाकात कर पता चला कि रोशन का कमर से नीचे ठीक नहीं होगा जीवन भर के लिए खड़ा नहीं हो सकता
मैं तो सुन कर होश खो बैठी की ये मेरे साथ क्या हो गया
एक हफ्ते के बाद रोशन की छुट्टी हो गई पर उन्हें पैरालिसिस हो गया और व्हीचेयर में थे
पर मां जी अभी तक hospital में ही थीं पर लगा की अब उनके पास अब ज्यादा समय नहीं है
पापा जी भी बहुत उदास रहने लगे
और दो दिन बाद ही सासू मां जी की देहान्त हो गया
पूरे घर में शोक की लहर दौड़ गई
सारे रिलेटिव्स को सन्देश मिला सब लोग हमारी हालात जान कर बहुत दुखी हो गए
इस बात को अब एक महीने से ज्यादा समय हो चुका था और मेरी जिंदगी किसी तरह से पटरी पर आने लगी थी समय समय पर रोशन को भी इलाज करने के लिए जाना पड़ता था hospital
पापा गुमसुम से रहते थे
To be continue......
Very Kamuk update jiसातवां अध्याय
सुबह के 6:00 बज रहे थे मेरी नींद टूट गई और मैं अंगड़ाई लेती हुई उठी आज रोशन की डायग्नोसिस करानी है कमरे से निकलकर नीचे आई तो देखा मेरे ससुर जी शायद मॉर्निंग वॉक के लिए तैयार हो रहे थे
मैं- पापा जी क्या आज आप लेट हो गए और दिन तो 5:30 बजे से पहले मॉर्निंग वॉक पर निकल जाते हो
ससुर जी- हां रश्मि आज मुझे उठने में जरा देर हो गई है आज मैं ज्यादा दूर तक नहीं जाऊंगा क्योंकि रोशन को आज रूटीन चेकअप के लिए ले जाना है
मैं- जी जी पापा जी
ससुर जी- तुम चलोगी क्या आज मेरे साथ
मैं- नहीं आप चले जाओ
ससुर- क्यों क्या हुआ कोई परेशानी है
मैं- नहीं पापा जी कोई परेशानी नहीं है पर मेरे पास वाकिंग के लिए कोई ट्रैक सूट अभी नहीं है
पापा जी- कोई बात नहीं कुछ भी ड्रेस पहन लो चलेगा
मैं- पर कंफर्टेबल तो होना चाहिए ना
ससुर- कोई ना कोई वॉकिंग ड्रेस तो होगा ही पहले देख तो लो और अगर तुम्हें मेरे साथ नहीं चलना है तो फिर कोई बात नहीं थोड़ा इमोशनल होते हुए अब तो मैं वैसे भी अकेला हो चुका हूं सोचता हूं थोड़ा सा किसी का साथ मिल जाए तो अच्छा लगता है इसलिए बोला तुमको बहू ठीक है मैं जाकर आता हूं
मैं- ठीक है पापा जी आप दिल छोटा मत करिए मैं जाकर अलमारी में चेक करती हूं शायद मेरे कॉलेज के दिनों की कुछ कपड़े साथ लाई थी अगर उनमें से कोई फिट हो गई तो साथ जरूर चलूंगी मैं आती हूं देखकर बस आप 10 मिनट रुकिए
ससुर- अच्छा ठीक है चेक कर लो उससे पहले क्या एक कप चाय मिलेगी
मैं- पापा जी दूध नहीं है , नींबू वाली चाय बना दूं
ससुर- हां बना दो
मैं चाय बनाने के लिए किचन की ओर जाने लगी तो ससुर जी अपने आप में धीरे से कुछ कहां जो मैंने सुन ली
"गाय के दूध की क्या जरूरत है चाय बनाने के लिए जब तुम्हारे चूची में इतने दूध भरे हो तो काश रश्मि तुम्हारे चूची के दूध का चाय मिल जाता तो मजा आ जाता "
मैंने ससुर की बातें सुनकर अंदर ही अंदर मुस्कुराते हुए चाय बनाने लगी और सोचने लगी यह बुड्ढा साला मेरे स्तनों को चूसना चाहता है मैंने चाय लाकर दीया और वॉकिंग सूट ढूंढने के लिए ऊपर कमरे में चली गई कमरे में आकर घर से लाया हुआ एक पुराना सूटकेस खोला जिसमें मेरे कॉलेज के दिनों के बहुत सारे सामान रखे थे जिन्हें में बहुत प्यार करती थी कॉलेज के दिनों में तभी मुझे पीले रंग की एक पतली strip वाली टॉप और एक शॉर्ट्स मिल गई उसे निकालकर मैंने ट्राई किया तो पूरी तरह फिट हो गई और फिर मैं नीचे हॉल में आ गई और आते ही कहां
मैं- चलिए पापा जी मैं बिल्कुल तैयार हूं
ससुर जी ने जब नजरें उठाकर मुझे देखा तो देखते ही रह गए उसके मुंह खुले के खुले रह गए क्योंकि मैं बहुत ही हॉट लग रही थी मेरी शॉर्ट्स काफी छोटी थी मेरी गोरी गोरी मांसल जांघे केले की तने की तरह एकदम स्मूथ दिख रहा था पर टॉप भी इतनी पतली और छोटी थी कि मेरी गहरी नाभि और अंगूर की भांति निपल्स उभर कर कपड़े के ऊपर से ही भली-भांति दिख रही थी
मैं- पापा जी मुंह बंद कर लीजिए नहीं तो मच्छर अंदर चला जाएगा बोलकर खिलखिला कर हंस पड़ी
फिर मैं और पापा मॉर्निंग वॉक पर निकल गए चलते चलते हम लोग आपस में बातें करने लगे
ससुर जी- बहुत खूबसूरत और हॉट हो बहू तुम
मैं- क्या पापा आप भी ना बस तारीफ ही करते रहते हैं
ससुर जी- जो खूबसूरत हो उसकी तो तारीफ बनती है जैसे कि तुम
मैं- सासू मां भी कम नहीं थी
ससुर- वह तो थी ही पर हमारे जमाने में इतना खुलापन नहीं था
मैं- पापा जी तो क्या आपने सासू मां से रोमांस नहीं किया आप लोगों की हनीमून कहां हुई थी
ससुर- तब हनीमून के लिए कोई बाहर कहां जाता था जो कुछ भी सब घर पर ही होता और उस समय हमारा सम्मिलित परिवार हुआ करता था तब यह सब रोमांस ओमांश की बातें कहां थी
मैंने ससुर जी को छेड़ा तो आप कर लीजिए अब आपको कौन रोकेगा बोलकर हंसने लगी ससुर जी भी मेरी बातें सुनकर हंसकर बोले
ससुर- रश्मि अब मुझसे कौन रोमांस करेगा और मुझे कौन पसंद करेगा
मैं- कोशिश करने वालों की हार नहीं होती है पापा आप तो अभी भी बहुत जवान लगते हैं
ससुर जी - मेरी तो उमर अब ढल रही है
ससुर जी ने भी मेरी चुटकी ली क्या तुम मुझसे रोमांस करोगी
सुनकर मैं तो सकपका गई
मैं- क्या मैं आपको अच्छी लगती हूं
ससुर जी- बहुत
सुनकर शर्म के मारे मेरी आंखें झुक गई
फिर मैं संभल कर बोली पापा जी हम लोगों को निकले हुए एक घंटा हो गया चलिए वापस चलता है
ससुर जी- ओके बेबी जैसी तुम्हारी इच्छा
वापस आकर पापा जी रेड्डी होने लगे रोशन पहले ही तैयार हो कर इक कैब बुक करा लिया था
फिर दोनों hospital चले गए और मैं घर के कामो में लग गई
काम खत्म करके मैं नहाने के लिए बाथरूम में चली आई और सोचा कि चलो आज अच्छा मौका है बुर का झांठ साफ करने के लिए फिर मैंने अपने चूत पर वीनस की क्रीम झांटो पर लगाई और रेजर से अपने बुर के बाल को छीलकर बुर एकदम चिकना कर दिया बुर देखने में एकदम मुलायम पावरोटी की तरह दिख रहा था यदि मेरे ससुर अभी सामने होते तो मेरी जमकर ठुकाई होती
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दोपहर तक रोशन और पापा जी नहीं लौटे तो मैंने ससुर जी के नंबर पर कॉल किया तो मुझे उनके
फोन की घंटी उनके कमरे से सुनाई दी जाकर देखा तो पापा जी ने मोबाइल घर पर ही भूल गए थे
फिर रोशन को कॉल किया तो रोशन ने कहा यहां हॉस्पिटल में आज बहुत ज्यादा ही भीड़ है नंबर लगा दिया है लेकिन अभी भी लगभग मेरे से पहले 10 12 पेशेंट और हैं इसलिए हम लोग लंच नहीं यही हॉस्पिटल के स्टाफ कैंटीन में कर लेंगे तुम खा लेना बोलकर रोशन ने कहां अब रखता हूं और लंच के बाद ही हमारा नंबर आएगा
मैंने कहा ठीक है मुझे तो भूख लग रही है मैं चली खाना खाने अच्छे से चेकअप कराना ओके रखती हूं बाय
मैंने भी लंच किया और फिर मुझे पापा जी के मोबाइल की ओर ध्यान गया मैं उनका फोन लेकर आयी पर वो स्क्रीन लॉक था
मेरी ऊंगली उसके मोबाइल स्क्रीन पर घूम ही रहीं थी की अचानक पापा जी के मोबाइल का पैटन खुल गई
देखते देखते मेरी नजर एक वीडियो पर पड़ी जो उनके मोबाइल पर थे
अरे बाबा ये क्या ये तो मेरी वीडियो थी जिसमें मै bathroom में नहा रही थी तभी याद आया कि कल जब मेरे bathroom में पानी नहीं आ रहा था तो मैंने ससुर का bathroom use किया था लगता है कि जब मैं कपड़े लेने जा रही थी तब पापा जी भी अपने कमरे में आए थे उसी दौरान उन्होंने अपना मोबाइल सेट कर रख दिया था पूरा 20 मिनट का वीडियो थी कैसे मैंने कपड़े उतारे और फिर शावर के नीचे अपने मखमली बदन को साबुन की फेन से मल मल कर नहा रही थी तभी तो कल वापस निकलने के बाद फोन लेने आया था जरूर रात में मेरी ये क्लिप देख कर खूब मूठ मारी होगी
उसके बाद मुझे नींद आने लगी और मैं बेड पर लेट गई मेरे बदन पर कपड़ा नाम मात्र ही था केवल एक गुलाबी रंग की झिनीदर शॉर्ट नाइटी पहनी थी मुझे लगा की उनको आने में रात हो जाएगी पर मुझे क्या पता था
मैं नींद में थी और रोशन और ससुर जी करीब 4:00 बजे वापस आ गए और ससुर जी सीधे मेरे कमरे में आ गए और मुझे इन हालातों में देख लिया मेरे ड्रेस मेरी मोटी गांड़ को ढकने में असमर्थ थी और ये देख ससुर के मुंह से लार टपक पड़े
रात में ससुर को छीक बहुत आ रहा था
मैं- क्या हुआ
ससुर- वो जरा हल्की बारिश में भिंग गया था
मै- आपको सर्दी लग जाएगी पापा मै तेल गर्म करके लगा देती हूं
रोशन अभी सोया नहीं था मैंने रोशन से पूछा क्या बाबू जी पानी में भीग गए थे रोशन ने कहा हां जब डॉक्टर ने दवा लिखा तो दवा लेने के लिए वह मेडिकल शॉप पर गए थे उसी समय जोरो की बारिश शुरू हो गई थी पापा पूरी तरह भी कर वापस आए वह तो वहां हॉल के पंखे के नीचे थोड़ी देर बैठने से उनकी शर्ट सूख गई
मैं- रोशन मै पापा जी को तेल गर्म करके लगा देती हूं नहीं तो उन्हें सर्दी लग जाएगी
रोशन- हां हां लगा दो वो तो बेपरवाह है ही
मैं- ठीक है हम जाते हैं तुम आराम करो
फ़िर मैं तेल गर्म करके ससुर जी के कमरे में गई जहां बाबूजी पहले से ही अपने सारे कपड़े उतार कर केवल अंडरवियर में ही लेटे थे जिसमें उसके मोटे लन्ड की शेप नजर आ रही थी
ऐसे पिक पापा जी को देख कर मैं थोड़ा शर्म आने लगी पर फिर मैंने तेल लेकर सबसे पहले उनके माथे पर लगाया और फिर उनकी छाती को धीरे धीरे मालिश करने लगी साथी उनके हाथों को भी मालिश दे रही थी मालिश करते करते हैं बार-बार मेरी साड़ी की आंचल नीचे गिर जा रही थी और मैं बार-बार अपने आंचल को संभाल कर कंधे पर रख रही थी आंचल के गिरने से मेरे दोनों स्तनों के बीच की घाटी साफ-साफ ससुर जी की आंखों के सामने नजर आ रहे थे ससुर जी मेरी ब्लाउज की गहराइयों में नजरें लगाए थे
फिर मैं घूम कर बैठ गई और ससुर जी के पैरों में तेल लगाने लगी अब मेरी पतली कमर और पीठ ससुर जी के मुंह की ओर थे जब मैं उनके पैरों की मालिश कर रही थी तो देखा ससुर जी के लन्ड अंडरवियर के अंदर सांस ले रहे थे
तेल लगा कर मै उठी ही थी कि अचानक पीछे से मेरी कमर पर ससुर जी ने अपने हांथ का गोला बना कर अपने आगोश में ले लिया और मेरी कंधे को चूम लिया
मेरा जिस्म एकदम से सिहर उठा
मैं - हम्मम पापा जी ये क्या कर रहे हो
मेरी आवाज भारी हो रही थी
पर मेरे ससुर ने कहा कुछ नहीं और मेरे कन्धों से लेकर
कान के पीछे गले को चूमने चाटने लगे
मैं- पापा जी छोड़िए ना कहते कहते
मेरी सांसे तेज हो रही थी आवाज में भारीपन महसूस हो रहा था पर ससुर जी मेरी गदराई जिस्म को कैसे छोड़ सकते थे
मेरे मुंह से हल्की सी सिसकारी
ऊं म्मम.......... की आवाजें निकालने लगी
ससुर ने मेरे साड़ी को मेरे बदन से अलग किया
और मेरी गोरी पीठ में चूमते हुए मेरे ब्लाउज के सारे हुक खोल दिए
मेरी पीठ ऐठने लगीं जब ससुर ने अपनी गीली जीभ को गोरी पीठ पर घुमाया और धीरे धीरे से ब्लाउज को उतार कर फेंक दिया
अब बदन पर केवल पेटीकोट और ब्रा रह गया
मेरी भी कामवासना जागने लगी
फिर ससुर ने मेरे पेटीकोट का नाड़ा पकड़ा और खींच दिया सरर से पेटीकोट नीचे गिरा और मैं केवल ब्रा पैन्टी में रह गई उसने मुझे गोद में उठाया और मलमल बिस्तर पर मुझे गिरा दिया जैसे ही मैं बेड पर पड़ी बेड अंदर की ओर धंस गया और फिर उछला जैसे सर्कस में होता है
ससुर ने पहले मेरी नाभी कि गहराई को तेल से भर दिया
मेरी सांसे तेज हो गई और सीने पूरा अप डाउन होने लगा
अब ससुर ने अपनी एक अंगुली को तेल से भरे नाभि में डुबाया और गोल गोल घुमाने लगा तेल छलक कर पेट पर पसरने लगा जिसमें वो अपनी उंलियों को पेट पर फिराने लगे धीरे धीरे से अपनी तेल से सने हथेलियों को ऊपर की ओर बढ़ा रहा था और जैसे ही अपनी हथेलियों को मेरी ब्रा के अंदर डाला और निप्पल को टच किया मै सिहर सी गई साथ ही और वो मेरे गले को किस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी
मैं - ऊंग ..........…. आहह्...…....…
मैंने महसूस किया मेरे चूची ब्रा से निकलने को बेताब थी
तभी ससुर ने अपने एक हाथ को पीठ के पीछे ले जाकर ब्रा का hook खोल दिया और ब्रा ढीली पड़ गई
और ढीली ब्रा को अपने दांतों से पकड़ा और मेरे जिस्म से अलग किया
फिर ससुर मेरे चूची को चूसने लगे
मेरा पूरा बदन कसमसाने लगा
ऐसे लग रहा था कि जिस्म में चिटिंयां रेंग रही हो
मेरी पैन्टी के अंदर जवानी की रस रिसने शुरू हो चुका था जिससे पैन्टी गीली हो रही थी
ससुर जी मेरे चूची को चूस भी रहें कभी निपल्स को दांतो से काट भी रहें थे
अब उसने मेरी पैन्टी की इलास्टिक को पकड़ा और खींच कर निकाल दिया
मै पुरी तरह से कड़क माल लग रही थी जी अपने ही ससुर के सामने नग्न बिस्तर पर थी
ससुर ने अब तेल की पतली सी धार मेरे बुर पर गिराया
मेरा गोरा बदन कपकपा उठा
फिर ससुर की उंगलियों ने वही खेल चालू किया
शरीर में गुदगुदी और छटपटाहट हो रही थी
और कामुक सिसकारी निकलने लगी थी
मै- उम्म........... ahhhh ahhhh ahhhh............. यूएई,...........
ससुर जी ने अपना लन्ड मेरी हांथ में दे दिया मैं भी इस खिलोने से खेलने लगी
अब ससुर ने अपना नाक को बुर की छेद के पास लेकर जोर से सांस खींचकर बोला ओह...... मेरी जान क्या सुगन्ध है तेरे चूत की
और अपने मुंह को चूत पर लगा कर चाटने चूसने लगा
पूरे कमरे में मेरी सिसकी गूंज रही थी
अब मुझे बर्दास्त से बाहर हो रहा था इधर मै भी मस्त हो कर लन्ड चाट रही थी
लन्ड पूरा कड़क हो गया था
फिर ससुर जी ने मेरी जांघों को सहलाते हुए फैलाया और चूत की पंखुड़ियों फैला कर छेद में लन्ड का सुपाड़ा टिकाया और एक जोर दार झटका दिया मैं जोर से चिल्लाई
आई ई इ........... मा aaaaaaaaa...
और ससुर का मोटा लन्ड मेरी बुर को चीरता हुआ अंदर समा गया
बहुत दर्द हुआ तभी ससुर ने मुह पर हांथ रख दिया
और रोशन की आवाज आई
रोशन- क्या हुआ रश्मि
शायद रोशन अभी तक जाग रहा था
मैं सकपकाते हुए बोली- का का कुछ नहीं वो छिपकली थी
ससुर ने chudai ki स्पीड बढ़ा दी मुझे अब मजा आने लगा था
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ससुर के कमरे से अब केवल फाच फच , थाप थाप की आवाजे और हमारी सिसकारी सुनाई दे रही थी
जो रोशन के कानों तक भी जा रही थी
रोशन समझ चूका था कि पापा के कमरे में क्या हो रहा था
उसकी पत्नी की भयंकर चुदाई चल रही थी पर बेचारा क्या कर सकते थे वो
ससुर ने अब मुझे पलट कर
लिटा दिया और मेरे घुटनों को मोड़ दिया जिससे मेरे नितम्ब ऊपर उठ गए तो फिर से मुंह चूत पर लगा दिया और दुबारा से चाटने लगे फिर जीभ घुसा दी बुर की छेद में मै जोर से छटपटाने लगी तो ससुर जी ने मेरी दोनो हाथो को पकड़ा और डॉगी स्टाइल में लन्ड बुर में पेल दिया
और पूरे स्पीड में चोदने लगे मैं अब झड़ने वाली थी मेरे बदन में ऐठन आने लगी और मै झड़ गई पर ससुर जी की स्पीड बरकरार थीं और मेरे झड़ने के 20 मिनट बाद सारा वीर्य मेरे बदन में पिचकारी की तरह से छोड़ा
चार घण्टे तक पापा जी ने मुझे चोदा हर angel से केवल। गांड़ नहीं चोदा
और अंत में माल गिरा दिया
one dice
हम दोनों पसीने से लथपथ हो गए थे
सारा बिस्तर भींग गया था चुदाई के बाद मैं ठीक से चलने की स्थिति में नहीं थीं तो वहीं पापा जी के बिस्तर पर ही नंगे शरीर लेट गई
To be continue watching...........
Soo erotic updateUpdate १०
एक हफ्ता होने को था, पर ऑफिस से कोइ मेसेज नहीं मिल रहा था, मै परेशान हो रहीं थी की पता नहीं क्या होगा उधर मेरे ससुर जी ने बताया की गांव का मामला अभी सुधरा नहीं है उनको आने में अभी और वक्त लगेगा
मैं सोचने लगी की यदि मैं ऑफिस जाने लगी तो फिर रोशन का ध्यान रखना मुश्किल हो जायेगा
और फिर रोशन के इलाज में भी बहुत खर्च हो रहा था जिससे परेशानी बढ़ रही थी
मैंने सोचा की आज क्यों न ऑफिस कॉल कर पता कर लिया जाए कब तक ज्वाइनिंग मिलेगा
लंच के बाद……….
मैं- रोशन , मुझे ज्वॉइन करने के बाद हमें एक नौकर की जरूरत होगी
रोशन- पर क्यों
मैं- फिर तुम्हारा और पापा जी का ख्याल कौन रखेगा
रोशन- बात तो सही है
मैं- इसलिए तो कह रही हूं
रोशन- पर आजकल नौकर मिलना भी तो आसान नहीं है
मैं- तो क्या हम गांव से शंकर को बुला सकते हैं
रोशन- फिर वहां कैसे होगा एक काम करते हैं कविता दी से बात करते हैं शायद वो कुछ कर सके
मैं- ठीक है , अच्छा कमल जी का फोन आया क्या
रोशन- नहीं ,
मैं- लगभग एक हफ्ता हो गया है, पर ऑफिस से अभी तक कोई मेसेज नहीं मिला है
रोशन- एक बार कमल से ही बात कर लो
मैं- हां उसने मेरा no भी लिया था , पर मेरे पास उनका फोन नंबर नहीं है
रोशन- मेरे मोबाईल में है इससे बात कर लो
फिर रोशन के मोबाइल से ही मैंने क्लर्क कमल को फोन कर पूछा तो बताया की सारा फंड कल तक अकाउंट में ट्रांसफर हो जायेगा और मेरा appointment letter bana kar टॉम सर के केबिन में भेज दिया है साइन के लिए
उसी रात नौ बजे टॉम सर का कॉल आया मेरे मोबाईल पर , मै डिनर कर बालकनी में टहल रही थी और फोन मेरे हाथ में ही था रोशन अंदर कमरे में था
मैं- Hello
टॉम- Hello good evening रश्मि जी
मैं- good evening,जी आप कौन
टॉम- मै टॉम बोल रहा हूं
मैं- सॉरी बॉस, मेरे पास आपका नंबर नहीं था सो …….
टॉम- कोई बात नहीं रश्मि जी, और कैसी है आप
मैं- जी अच्छी हूं
टॉम- और, रोशन
मैं- वो भी , ठीक ही है
टॉम- डिनर हो गया
मैं- यस बॉस, बस बालकनी में टहल रही थी
और आपका
टॉम- हो गया है
मैं- सर, आपसे आज बात ही करने वाली थी
टॉम- हां मुझे याद है तुम्हारा लेटर मैंने आज साइन कर दिया है यही बताने के लिए फोन किया है Monday से ज्वॉइन कीजिए
मैं- खुशी से उछल पड़ी और thank you so much sir, thank you
टॉम- और रोशन क्या कर रहा है
मैं- जी वो कमरे में है
टॉम- मुझे रोशन से भी बात करनी है
मैं- जी अभी देती हूं फोन रोशन को
और मैंने रूम में जाकर रोशन को फोन देकर बोला बॉस बात करना चाहते हैं पर फोन कैसे कट गया शायद गलती ........
फिर बॉस का दुबारा कॉल आया
रोशन व्हीचेयर पर बैठ कर अपने बॉस से बात करने लगे और उनके पीछे ही अपनी ड्रेस चेंज करने लगी मुझे ध्यान ही नहीं आया की इस बार बॉस ने विडियो कॉल किया था और रोशन मोबाईल को ऐसे पकड़ा था कि बैक सीन पूरा नजर आ रहा था और मोबाईल पर मेरी ये सीन आ गई
मैं अपनी धुन में मगन थी और अपनी साड़ी, पेटीकोट और ब्लाउज उतार कर केवल ब्रा पैन्टी में एक टॉप खोजने लगी जिससे मेरी फुली हुई चूतड सामने बॉस को दिख रही थी
मैं रात में अपनी ब्रा निकाल कर सोती हूं तो मैंने अपनी ब्रा भी उतार दिया और एक छोटी सी स्लीवलेस टॉप पहना
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चेंज करके जब मैंने रोशन के हाथ में मोबाईल देखा तो वो मय गॉड मै तो सन रह गई क्यों कि ये तो वीडियो कॉल थी रोशन के बॉस ने मुझे पूरा देख लिया था शायद
और दुबारा से रोशन ने फोन मुझे थमा दी और कहा लो बॉस तुमसे और बात करना चाह रहे हैं शायद काम के बारे में , मुझे नींद आ रही है
मैं ने घबराते हुए फोन लिया और नीचे हॉल में आ गई
सीढ़ी से उतरते समय बिना ब्रा में में चूचियां काफी उछल रही थी जिसे देखकर बॉस देख कर उतेजित होने लगे
और बॉस भी बात करते करते किसी दूसरे कमरे में जा रहे थे बॉस ने जानबूझ कर अपना मोबाइल अपने कमर से नीचे ले कर चलने लगा ताकि वो अपना ये सीन मूझे दिखा सके जो इस तरह से था
बॉस ने केवल निक्कर पहन रखा था जिसमें उसका लन्ड टनक कर विशाल रूप में दिख रहा था
मुझे बॉस का मोटा लन्ड देख कर तो गले में सांसे ही अटकने लगी
तभी टॉम सर बोले
टॉम- रश्मि you are so beautiful
मैं- ( शरमाते हुए) थैंक्स बॉस, और आपकी wife तो मुझ से भी सुंदर है
टॉम- तुमने कब देखा
मैं- सुना है, रोशन से
टॉम- पर क्या करें, वो यहां हैं ही नहीं
मैं- तो फिर
टॉम- she is a doctor in London
मैं- इसलिए आपका मन नहीं लगता और बार बार विदेश जाते रहते हो
टॉम- यस डियर
पहली बार बॉस ने मुझे डियर कहा
विडियो कॉल में मेरी तनी हुईं चूचियां साफ साफ दिखाई दे रही थी बॉस को
मैं- तो आप यहां अकेले रहते हैं और बच्चे
टॉम- अभी नहीं है, इतने बड़े बंगले में मै अकेले ही रहता हूं केवल नौकर नौकरानी हैं
मैं- आपको अपनी पत्नी बहुत याद आती होगी ना
टॉम- पर क्या करें, मेरी किस्मत कहां रोशन के जैसी
आप खुश किस्मत हो जो अपने पति के साथ हो
टॉम बॉस ने मेरी दुखती रगो पर हाथ रख दिया
मैंने भी अपनी नज़रें झुका कर कहा
मैं- मेरी तो जिन्दगी ही तबाह हो गई है लगता है भरी जवानी में मै विधवा हो गई हूं
बोलते बोलते मेरे पलकों में आंसू निकल पड़े
टॉम- मै समझ सकता हूं रश्मि जी, आप घबराए नहीं हर मुसीबत का हल होता है आपको किसी तरह की भी जरुरत हो तो बोल देना
मैं- पर मै आपको कैसे बोल सकती हूं
बॉस- देखो रोशन ना सिर्फ मेरा एम्प्लॉय था बल्कि वो मेरा एक अच्छा दोस्त भी है इसलिए संकोच नहीं करना
मैं- पर औरत की कई तरह की जरूरत होती है जो वो हर किसी को नहीं बोल सकती
टॉम- मै तुम्हारी और रोशन की हर जरूरत पूरा
करूंगा अगर आप मुझे अपना दोस्त समझे
टॉम सर ने मुझे देख कर कहा
मैं- (चौंक कर) दोस्त......
टॉम- हां रश्मि जी
मैं- पर मेरी हर जरुरत को आप समझ सकते हैं क्या
टॉम- जी दोस्त फरमाइए तो सही
ये सुन कर मैं जोर से हंस पड़ी
मैं- ठीक है आज से मै आपकी फ्रेंड हुई
बाते करते करते हमें काफी देर हो गई रात के बारह बज रहे थे तो मैंने कहा अब बात खत्म करनी चाहिए
टॉम सर ने ओके कहा और बोला मैडम आपके लिए एक छोटा सा उपहार बोलकर अपने मोबाईल को जानबूझ कर बिना कट किए ही ऐसे सेट कर रख दिया ताकि मुझे अपने कमरे का नज़ारा दिखा सके
टॉम सर मुझे देख कर उतेजीत हो गए थे और ये दिखा कर मेरी भी आग भड़काना चाहते थे
वो पूरी तरह से नंगे बदन सोफे पर बैठ कर अपनी मोटे लन्ड को सहला रहे थे
ये देख कर मैं बोली छी क्या कर रहे हैं आप
आवाजे आ रही थी बॉस की
ओह रश्मि डार्लिंग love you क्या बूब्स है तेरे
बोल बोल कर मूठ मारनी शुरू की
ये देख कर मेरे बदन पर भी आग लग ने लगी पर मैंने फोन कट कर दिया और मेरी सासु मां के कमरे में आ कर सोने की कोशिश करने लगी पर बार बार बॉस का मोटा लन्ड मेरी आंखों के सामने नजर आ रही थी मेरा बदन गरम हो चूका था फिर धीरे से
मैंने भी अपने कपड़े उतारे और बिस्तर पर लेट कर मेरी उंगलियां अपने आप ही जवानी की द्वार की ओर बढ़ने लगा चूत से काम रस कि धार फूट पड़ी थी
मैं अपनी उंगलियों को तेजी से बुर में अन्दर बाहर करने लगी और गर्म सांसे निकाल रही थी
उफ्फ................. आह.............
और फिर एक तेज गरम लावा मेरी बुर से निकाल पड़ा मै झड़ चुकी थी और कब नींद आ गई पता नहीं चला कुछ ही देर में मैं गहरी नींद के आगोश में समा गई
और मैं एक सपना देखने लगी..........
डोरबेल बजी
मैंने दरवाज़ा खोला तो देखा मेरे सामने बॉस थे
रोशन ने कहा मैंने बुलाया है तुम्हारी कम्पनी ज्वॉइन करने की खुशी में
मेरे लिए तो ये सरप्राइज़ था क्योंकी रोशन और बॉस ने एक डिनर का प्लान बनाया था
रोशन- रश्मि जल्दी से तैयार हो जाओ बाहर डिनर के लिए जाना है
मैं खुश हो अपने कमरे में चली आई और सारे कपड़े उतार करके bathroom में जाने लगी
रोशन और बॉस बाते कर रहे थे
तभी रोशन को नीचे bathroom में जाने के लिए stick की जरुरत थी जो हमारे कमरे के कोने में थी उसे लेने बॉस मेरे कमरे के करीब आए तो उन्होंने मुझे जाते हुए देखा और मुझे नहाते हुए जी भर कर देखा मैंने bathroom का डोर लॉक नहीं किया था जिसे बॉस ने हल्के से दबाया तो जरा सा खुल गया
मैं नहा कर निकलने वाली थी तब तक बॉस नीचे जा चुका था मैं तैयार होकर नीचे आ गई
बॉस ने मुझे देख कर कहा what a beautiful
रात बारह बजे हमलोग डिनर कर घर वापस लौट आए
बॉस ने कहा मैं निकलता हूं
रोशन- आज रुक जाईए सर
बॉस- नहीं नहीं चलता हूं रोशन तुम आराम करो
मैं बॉस को छोड़ने नीचे चली आई और रोशन कमरे में सोने लगा
नीचे दरवाजे पर आ कर बॉस ने कहा की रश्मि तुम कहती तो मैं रुक जाता
मैं- तो रुक जाइए ना सर रात भी बहुत हो गई है
मेरे बोलते ही बॉस ने पलट कर मुझे बाहों में भर लिया
मैं- अरे अरे,...... ये क्या कर रहे हो सर
पर बॉस ने मेरे होंठो को अपने होंठो से लगा कर मुझे kiss करने लगे
मैं कसमसाने लगी पर बॉस की बलिष्ट भुजाएं ने मुझे जकड़ रखा था मेरी बड़ी बड़ी चूची बॉस के छाती पर दब गई
उसकी हंथेली मेरी मांसल चूतड़ों को मसल रहा था
मेरी पलकें भारी हो रही थी
फिर उसने kiss करते हुए मेरी गर्दन को चूमने लगे और एक हांथ से मेरी चूचियों को टॉप के ऊपर से ही सहलाने लगे
उसने मेरी बाल खोल दिए और गोरी पीठ पर जीभ फेरने लगे
और फिर मुझे नीचे के बेड रूम में लेकर आ गया
मेरे कपड़े खोलने लगा
बॉस ने मेरी उरोजो को टटोलने के लिए टॉप को हटाया मेरे बदन में सिहरन सी उठी
और ब्रा के अन्दर हाथ डाल दिया मेरी बड़ी बड़ी चूचियां उनके हथेलियों में नहीं समा रही थी
फिर उसने ब्रा निकाल दिया और मेरी ब्राउन निप्पल में जैसे ही अपने मुंह लगाया
मैं- हमम्म...... ahhhh,,,,
मेरी चूचियों को बारी बारी से चूसने लगा
मेरी सांसे तेज़ रफ़्तार से चल रही थी
अब उनका हांथ मेरी पैन्टी के अन्दर था और एक झटके में खोल दिया मेरी चिकनी बुर देख कर बॉस के मुंह से लार टपकने लगा
ऐसा झांट छीला हुआ बुर पहली बार देख रहा था
उसके बाद उसने मेरी गुलाबी चूत पर अपने नाक को लगाया और जोर से सांस खींचकर बोला ओह माई गॉड क्या सुगन्ध है डार्लिंग तेरे बुर का और फिर जीभ की नोंक से मेरे बुर के द्वार को कुरेदने लगा ताकि बुर का द्वार खुल जाए मै छटपटाने लगी तो उसने मेरे घुटनों को मोड़ कर जकड़ लिया और बुर को
चूसने लगा चाटने लगा
मैं मदहोश हो कर कामुकता से मेरे मुंह से
आह......... उफ्फ......... की सिसकारी निकलने लगी
चूत से जवानी की रस चूने लगा था अब
और बॉस ने अपना लन्ड मुझे पकड़ा दिया
मैं भी मस्त हो कर लन्ड चाटने लगी एक बहुत ही कामुक खुशबू आ रही थी लन्ड से
अब मुझसे बर्दाशात नहीं हो रहा था
तो बॉस ने लन्ड मेरी चूत में रगड़ और फिर अडा कर एक ज़ोर का झटका दिया तो लन्ड चूत में समा गया मेरी चीख निकल गई
मै- आई ई ई ई ई ई ई ई ई..........….... उफ्फ...........
और मेरी पेलाई करने लगे हमदोनो की सिसकारी कमरे में गूंजने लगी
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बॉस ने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी
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आधे घण्टे तक मुझे चोदने के बाद अब हम दोनों एक साथ ही झड़ने वाले थे
और बॉस ने मेरी बुर में ही अपनी वीर्य उड़ेल दी फिर लन्ड को बाहर निकाल मेरे मुंह में डाल दिया
तो वीर्य रस मुंह से होते हुए गले से बहते हुए मेरी चूचियों की घाटी में बहने लगा
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अचानक रोशन ने मुझे आवाज दी
रोशन- रश्मि ..... वो रश्मि... कहा जो जल्दी आओ
मेरी नींद खुली मै सपने में ये सब देख रही थी
सुबह के छ बज रहे थे
मैं अपने सासू मां के कमरे में नंगी पड़ी थीं
मैं शरमा गई ये मैंने क्या सपना देखा की रोशन के बॉस से मैं सपने में चुद गई
उठने लगी तो लगा कि मेरे बदन पर कुछ चिपचिपा सा है छू कर देखा और सूंघा तो लगा किसी मर्द का वीर्य था
मैं चुपचाप अपना बदन पोंछा और कपड़े पहन कर निकली ऊपर जा कर देखा तो हैरान रह गई
सारा कमरा बिखरा पड़ा था
मेरे सारे जेवरात और अलमारी के पैसे गायब थे
हमारे घर में चोरी हो गई थी
रोशन- लगता है रात में चोर घुस आया था सारा सामान ले गया
मैं- sock में
सोच में पड़ गई की क्या किसी चोर ने मुझे चोदा
मैं सपने में थी और तभी चोर ने मेरे जिस्म से मस्ती की
ओह माई गॉड किसी अनजान मर्द ने रात में मुझे चोदा
मैंने सपना भी देखा और सच में चुद भी गई
To be continue........
Nice erotic updateUpdate 14
मै सुबह जल्दी उठकर बाहर गार्डेन में लगे chair पर बैठ कर कुछ सोच रहा था कि क्या रश्मि और
मेरे बॉस के बीच के बीच कुछ चल रहा है या फिर यह सब बातें मेरे मन की शंका है उसी वक्त ऑफिस के चपरासी लल्लन का मेरे मोबाइल पर कॉल आने लगा
मै - बोलो ललन
ललन सिंह - रोशन बाबू , बड़े सबेरे उठ गए
मै - हां, बात क्या है
ललन - एक बात बोलूं, बुरा तो नहीं लगेगा ना
मै— बोलो तो सही
ललन - अपनी बीबी पर जरा नजर रखिए सर जी
मै - क्या बोल रहे हो
ललन - सच में बाबू बॉस सारा दिन रश्मि के इर्द गिर्द ही आजकल मंडराते रहते हैं और तो और उनका टेबल भी अपने केबिन में लगवाने वाले हैं
मै - कैसे पता करू
ललन सिंह- मै हूं न, सब खबर दूंगा
तभी रश्मि उठकर बाहर आ रही थी मेरे तरफ ही
मैंने ठीक है बोलकर धीरे से कॉल कट कर दिया
दरसल हमारे office में रश्मि जैसी खुबसूरती कोई थी ही नहीं और रश्मि का बोल्डनेस .........
रश्मि पास आकर बोली
रश्मि - पापा जी आ रहे हैं फोन किया था
मै - हां कल बताया तो था तुम्हें
रश्मि - हां, ठीक है बोल रहे थे की कहीं वैध जी के पास ले जाने वाले हैं
मै - हां, तुम चिंता मत करो ऑफिस की तैयारी करो
मै और दीदी पापा जी के साथ हो आएंगे
रश्मि - ओके
फिर रश्मि तैयार होने चली गई और मैंने ससुर से बात किया तो बोले दोपहर तक पहुंच सकते हैं
इधर दीदी भी घर के कामों में व्यस्त थी , पर मैंने दी को अभी तक नहीं बताया था की आज रश्मि के पापा आने वाले हैं
दोपहर खाने के बाद दीदी अपने कमरे में थी और मैं भी अपने कमरे में कुछ पुरानी एल्बम देख रहा था
चार बजे करीब मैंने खिड़की से देखा तो मेरे ससुर जी पैदल चल कर आ रहे थे
मैं निकाल कर बाहर आने लगा तो देखा कि दी बागवानी करने में व्यस्त थी
घर में कोई नहीं होने की वजह से दी घर पर बहुत ही छोटी छोटी ड्रेस पहन कर रहती थी
आज तो उसने एक जींस वाली शॉर्ट वन पीस पहना था
और बागवानी के लिए नीचे ऐसे बैठी थी कि उसकी दोनों टांगें फैली हुई थी जिससे उसका
कपड़ा जांघों से ऊपर चढ़ गया था और मांसल जांघों के बीच से उसकी सफेद रंग की पतली पैन्टी साफ साफ दिख रही थी
दी ने ब्रा भी नहीं पहनी थी और मस्त बड़े बड़े बूब्स दिखा रही थी
मेरे ससुर जी कब गेट से अन्दर आ गए दी को पता ही नहीं चला जब मैंने उन्हें प्रणाम किया तब
उसने नजरे उठाई तो देखा रश्मि के पापा जी सामने थे जो उसकी गदरायी जवानी को निहार रहे हैं
दी शर्म से पानी पानी हो गई और फिर
दी - प्रणाम अंकल जी
बाबू जी - जीती रहो बेटी
बोल कर दी की गोरी बांहों को थपथपाया
दी- अंदर आईए अंकल जी
बाबू जी - हां बेटी चलो
फिर हम तीनों हॉल में आ गए
दी अपने कमरे में जाने लगीं तो उसने मुझे इशारे से बुलाया
मै -क्या हुआ दी
दी - अरे मुझे बताया नहीं, की तेरे ससुर जी आने वाले हैं
मै - मै बताने वाला था दी, पर क्या हुआ आ गए तो
दी - मैं इन कपड़ों में, उसके सामने कितनी शर्म आ रही थीं
मै -ओह हो, आप भी क्या खराबी हैं इन कपड़ों में
दी - तुम बैठो, मै कपड़े बदल लेती हूं
तभी ससुर जी ने टोका
ससुर जी - अरे क्या खुसुर फुसुर हो रही है दोनों भाई बहनों के बीच
दी कमरे में चली गई और मैं बाबू जी के पास आकर बोला
मैं - कुछ नहीं बाबू जी वो जरा दीदी घर के ड्रेस में थीं न शरमा गई
हम जहां सोफे पर बैठ कर बातें कर रहे थे वहां से दी का कमरा एकदम सीधा था
ससुर जी दी के कमरे की ओर ताड़े हुए थे की कुछ दिख जाए
फिर दी ने चेंज कर चाय लेकर आई और देकर सामने खड़ी हो गई
अब उसने एक खुबसूरत सी साड़ी , और ब्लाऊज़ पहनी हुई थी पर ब्लाउज क्या डीपकट थीं जो पीछे से पीठ पर बंधी हुई थी जिससे कविता दी और भी सुन्दर लग रही थी
मेरे ससुर जी बस देखते ही रह गए
फिर ससुर जी बोले
ससुर जी - वाह कविता बेटी बहुत खूबसूरत लग रही हो
दी ने शरमा कर नजरे झुका ली
मै - बाबू जी कब चलना होगा
ससुर जी - कल ही चलते हैं वैध जी से बात हो गई है
मैं - ठीक है
ससुर - मैं तुम्हें दिखा कर उधर से ही घर वापस लौट जाऊंगा
मैं - तो फिर मैं अकेले कैसे वापस आ सकूंगा
ससुर जी - अरे, रश्मि नहीं जाएगी क्या तुम्हारे साथ
मैं - उसका तो ऑफिस रहेगा और अभी अभी ज्वॉइन की है
ससुर जी - तो फिर , क्या करें मेरे पास भी समय बहुत कम है
मै - आज रश्मि से बात करता हूं , क्या बोलती है
ससुर जी -और कविता बेटी, दामाद और बेटा कैसा है
दी - ठीक है, पर अभी अंकित के पापा अपने office के काम से बाहर गए हुए हैं और बेटा हॉस्टल में
ससुर जी - तो रोशन, हम तीनों ही चलते हैं फिर रश्मि को office जाने दो , क्यों बेटी
दी अब क्या बोलती.....
दी - ठीक है अंकल जी, मैं तो वैसे भी अकेली थी तो चली आई यहां
मै - तब तो कोई प्रोब्लम ही नहीं
दी खड़ी थी तो ससुर जी ने कहा
ससुर जी - कविता बेटी , खड़ी क्यों हो बैठो
दी - जी अंकल
बोल कर बैठ गई
ससुर जी मेरे दीदी के गोरे बदन को देखने के लिए खड़े होकर हॉल का एक चक्कर लगाने लगाते हुए बोले
(धीरे से) क्या मस्त माल है
जिसे शायद दीदी ने भी सुन लिया
ससुर जी का मोटा लन्ड उठक बैठक कर रहा था
ससुर - कविता बेटी चेंज क्यों कर लिया
दी - शरमाते हुए बस ऐसे ही अंकल जी
ससुर - वैसे साड़ी में तुम ज्यादा हॉट लग रही हो
दी - क्या अंकल जी, आप भी
दी - रास्ते में यही सब देखते आए हैं क्या
हम तीनों हस पड़े
ससुर - औरतें साड़ी में ज्यादा सेक्सी लगती हैं
दी - अच्छा.....
ससुर - और तुम तो पहले से ज्यादा खुबसूरत लग रही हो
दी और ससुर जी बात कर रहे थे तो मैंने जानबूझ कर दवा लेने का बहाना बनाकर किनारे हो लिया ताकि उनकी बातें सुन सकू
दी - आप भी अंकल जी
ससुर - क्या......
दी - स्मार्ट लग रहे हैं
ससुर - वो थैंक्स , और
दी - कुछ नहीं
ससुर - बस स्मार्ट , मेरी तरफ देख कर बोलो
ससुर जी ने अपना लन्ड को खड़ा कर रखा था
दी - क्या बोलूं
ससुर - मुझे तो तेरी जैसी औरतें बहुत ही पसंद हैं, लगती ही नहीं है तू एक बच्चे की मां हो
दी - तो फिर कैसी लगती हूं अंकल जी
ससुर जी - एक दम कुंवारी छोकरी
दी खुश हो कर बोल पड़ीं
दी - सच्ची
ससुर जी - और नहीं तो क्या
ससुर जी अभी केवल 48 साल के हैं पर लगते नहीं और थोड़ा रसिक मिजाज के हैं जो आते ही उन्होंने दी को पटाने के लिए तारीफो के पुल बांध दिए
दी - मै नहीं मानती अंकल जी
ससुर - तुम्हारा हर अंग तराशा हुआ है , यकीन नहीं हो तो आइने में देख लो
दी - लगता हैं, आप ने आंटी के अलावा कोई girlfriend और बना रखी है
ससुर - कॉलेज में थी पर अब नहीं
दी - तो बना लीजिए न
बोल कर हंसने लगी
ससुर जी - कौन बनेगी इस उमर में
दी - इतने स्मार्ट हो कोई भी बन सकती है
ससुर जी - तुम बनोगी क्या
दी (चौंक कर)- मै,। न..... न... नहीं ई ई ई
ससुर - अभी तो तुमने कहा न कोई भी तो तुम ही क्यों नहीं
दी - अच्छा ओके मान लीजिए मैं हूं आपकी girlfriend तो.....
ससुर जी - तो क्या आज से हम फ्रेंड huwe
दी शरमा जाती है यही मौका देख कर ससुर जी मेरे दीदी के बहुत करीब आ कर उन्हें हलके से चूमने लगते हैं
दी की पलकें झुक जाती हैं और
दी - ओह.... ह ह ह.... क्या कर रहे हैं आप
ससुर - फ्रैंडशिप की बधाई और क्या...
तभी मेरी आहट सुनकर
दी उन्हे अपने से दूर हटाते हुए किचन में चली जाती है
और मेरे ससुर जी मेरी बहन के मटकते चूतड को देखते हुए अपना लन्ड रगड़ते हुए सोफे पर बैठ जाते हैं
शाम होने वाला था और तभी रश्मि भी ऑफिस से घर लौट आई
अपने पापा जी को देख कर खुशी से उछल पड़ी और अपने पापा के गले लग गईं तो ससुर ने भी बेटी के मस्त चूचि को अपने सीने से चिपका लिया
दोनों बाप बेटी ऐसे गले लगे थे कि मानो पति पत्नी हो
ससुर का लन्ड तो पहले से ही खड़ा था जो रश्मि के साड़ी से होते हुए उसके चूत के मुख को छू रहा था
जब रश्मि को अहसास हुआ तो बोली
रश्मि - वो, पापा कब आए
ससुर जी - लगभग चार बजे ,
रश्मि - मैं चेंज करके आती हूं तब ढेर सारी बातें करेंगे
ससुर - ओके बेटी
फिर रश्मि चेंज कर बालों को संवारती हुई आने लगीं
वो मुस्कुरा रही थी, रश्मि की गहरी नाभि पूरी तरह से दिख रही थीं
फिर रश्मि भी सोफे पर बैठ कर अपने पापा से बाते करने लगी
रात को खाना खाने के बाद मै और रश्मि अपने कमरे में आ गए रश्मि तो जल्द ही सो गई पर मुझे
एक दवाई खानी थी तो पानी लेने के लिए किचन में जा रहा था तो मेरे ससुर जी को देखा जो अपने
रूम से निकल कर दी के कमरे की ओर जा रहे थे
पर दी कमरे में नहीं थीं वो नहाने चली गई थी तो ससुर जी ने चुपके से उसके पलंग के नीचे छुप गया
दीदी सोने से पहले हमेशा नहा कर ही सोती है और अभी नहा कर आई थी
जिसे मेरे ससुर दीदी को कपडे पहनते हुए छुप कर देखने लगे
फिर धीरे से निकल कर पीछे से उसकी नाजुक कमर को पकड़ लिया
दी ने केवल ब्लाउज और पेटीकोट ही पहना था और बालों को झाड़ रही थी
वो सकपका कर मुड़ गई तो देखा रश्मि के पापा सामने थे
उसने अपने साड़ी को बदन पर लपेट लिया
दीदी डर गईं थी और सहमते हुऐ बोली
दी - इतनी रात आप यहां कैसे
ससुर - दी को बांहों में भरने की कोशिश करते हुए बोले नींद नहीं आ रही थीं
दी - hmm.....छोड़िए न कोई देख लेगा
ससुर - कोई नहीं है यहां
दी - रोशन और रश्मि जाग रहे होंगे
ससुर जी दोनो सो चुके हैं
फिर ससुर जी ने दीदी के कंधे से उसका आंचल हटाया और दीदी को बिस्तर पर लिटा दिया
दीदी की सांसे तेज़ रफ़्तार से चल रही थी और आंखें बन्द थीं
ससुर ने दीदी के चेहरे से उसकी भींगी जुल्फों को हटाया और गालों को चूमने लगे
दीदी कसमसा उठी
मैं ये सब देख कर रोमांचित हो उठा की अब क्या होगा
तभी मेरे हांथ से पानी का गिलास छूट कर गिर गया और ये आवाज से दोनों हड़बड़ा गए
दीदी ने ससुर को झटके से अलग किया और दरवाजे के ओट से छिपा दिया
थोड़ी देर तक कोई हलचल नहीं हुई
मैं भी एकदम शान्त हो कर नजर रखें हुए था
दी एकदम से डर गईं थी
कुछ देर बाद ससुर जी दी के सामने आए तो दी बोली
दी - प्लीज आप चले जाओ अंकल जी
ससुर जी - कविता प्लीज ..... बोल कर फिर से दी को चूमने की कोशिश की
दी - नही........... अंकल रोशन देख लेगा
ससुर - कुछ नहीं होगा ,
दी - नहीं , बात मानिए
ससुर - पर मेरा लन्ड नहीं मान रहा है
बोल कर वो अपना पैंट खोल कर दीदी के बिस्तर पर लेट गया
दी - प्लीज.......... प्लीज.......
ससुर - तो फिर मेरा हिला दो तुम ही
दी - आप समझ नहीं रहे
ससुर - लन्ड हिला दो नहीं तो मैं तेरे मुंह में डाल दूंगा
दी ने डरते हुए ठीक है कहा और फिर नजरे फेर कर मेरे ससुर के लन्ड को हिलाने लगी
ससुर ने दीदी को पकड़ कर अपनी बांहों में खींचने की कोशिश की तो दीदी नाराज हो कर कमरे से बाहर निकल गई और हॉल में आ गई
मैं वहीं पर था
अचानक मुझे देख कर बोली
रोशन अभी तक जाग रहे हो
मै - नहीं दी एक दवा के लिए पानी लेने आया था
और आप
सुनकर दी सकपकाते हुए कहा
नही नही ऐसे ही अभी जस्ट नहा कर आई न
मैं - अब चलता हूं सोने बोल कर धीरे से जाने लगा
और पीछे देखा तो
दी भाग कर रूम में गईं और फिर ससुर जी से बोली
दी - मैंने कहा न की रोशन जाग रहा है , प्लीज आप चले जाओ
जाते जाते ससुर जी ने दी से कहा
ससुर - कब दोगी
दी - क्या.........
ससुर - वही चीज....... और क्या
दी - क्या वही.......
दी जानबुझ कर ससुर जी के मुंह से सुनना चाह रही थी
ससुर - झल्लाते हुए , चोदने कब दोगी
दी को भी गरमी चढ़ गई थी और बोली
दी - चोद तो दिया मेरे को
ससुर - कब चोदा
दी - आंखों से
बोल कर ससुर को आंख मार दी
फिर ससुर ने मन मसोस कर बाहर निकाल आया तो कविता दीदी भी ससुर जी के हरकत को छुप कर देखने लगी
फिर ससुर जी बॉथरूम में गया वहां दीदी ने नहाने से पहले अपनी लाल रंग की पैन्टी उतार कर रखी थी जिसे ससुर जी ने बाथरूम में पड़ी दीदी की लाल पैन्टी ले कर रूम आया और दीदी की पैन्टी को सूंघने लगा जिसमे से उसके बुर की भीनी भीनी खुशबू आ रही थी और फिर मूठ मरने लगा
फिर सारा माल दी की रेड पैन्टी में गिरा दिया और फिर उस पैन्टी को वही बाथरूम में फेक कर सोने की कोशिश कर रहा था ये देख दीदी भी गर्म हो चुकी थी और अपने कमरे में चली गई
मै ये सीन देख कर अब सोने जाने ही वाला था की दीदी की रूम से कामुक सिसकारी की आवाजे आ रही थी जिसे सुन कर मेरे ससुर फिर से दी की
रूम की ओर गए तो वहां दी भी गर्म हो चुकी थी और बुर में उंगली कर रही थीं
ससुर का लन्ड एक बार फिर टनकने लगा पर
दी भी सिसकारी निकलती हुई
दी - सी सी........…आव mmm.....
Ahhh...…
टांगो को फैलाते हुए जोर से बुर में उंगली डाल कर हिला रही थीं और फिर झड़ गई
बुर से रस चूने लगा
To be continued......