• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest मजबूरी या जरूरत

Napster

Well-Known Member
7,128
18,766
188
बहुत ही गरमागरम कामुक और उत्तेजक अपडेट है भाई मजा आ गया
साधना के घर से संजू और आराधना सामान खरीदने राशन की दुकान पर पहुंच गये वहा आराधना की बडी बडी चुतड देख कर संजू उत्तेजना महसुस कर रहा था आराधना को भी यह अहसास था वही दो लडकों का आराधना के बडे बडे चुतड और बडी बडी चुचिया देखकर उसके बारे में बाते करना और रात भर चोद कर चुद का भोसडा बना डालना ये बात संजू को गुस्सा दिला रही थी वही आराधना मन ही मन खुष हो रही थी की उसकी जवानी अभी भी बरकरार हैं और जवान लडकें को रिझा सकती हैं
सामान खरीदने के बाद घर जाते वक्त बारीश शुरु हो गई और दोनों माँ बेटा भीग गये जैसे तैसे घर पहुंच गये घर में गीले बदन से पल्लू हट जाने से आराधना की बडी बडी चुचियो पर संजू की नजर ठहर गयी आराधना भी वासनामयी हो गई भला हो बिजली कडकने का और माँ बेटा आगे बढ एकमेक की बाहो में समा गये संजू तो आराधना के ओठों का रस पिने लगा वासना के अधीन आराधना की चुद भी रस टपकाने लगी लेकीन मोहिनी आ जाने से दोनों आगे बढने से रुक गये
लेकीन कब तक आग दोनो तरफ से लगी हैं बस अंजाम बाकी हैं जो कब होता है देखते हैं आगे
 

Enjoywuth

Well-Known Member
4,419
5,505
158
Bahut rochak aur lajawab update diya hai bhai...Jahan aradhana apni kashmkash main phansi hai wahi ab mohini ki bhi ab usi rah par chal sakti hai ...Jawan ladki hai bhatak toh sakti hai hi...Aur jahan tak Sanju ka swal hai woh toh phale hi maa ke jism main kho gaya hai ......Kamal kar rahe ho bhai
 

Sanju@

Well-Known Member
5,156
20,652
188
संजु और आराधना दोनों, साधना के घर से निकलते हुए थे लेकिन आसमान में बादल उमड़ रहे थे जो कि बारिश के आने की शंका को बता रहे थे,,,,, मौसम बेहद खुशनुमा हो चुका था घर से निकली थी तब बेहद गर्मी थी,,,शाम होने को थी तो मौसम एकदम ठंडा हो गया था भले ही इस समय बारिश नहीं पड़ी थी लेकिन बारिश पड़ने के आसार पूरी तरह से नजर आ रहे थे,,,,। थोड़ी ही देर में दोनों मार्केट में आ गए थे,,,


वाह,,, मौसम कितना सुहाना हो गया है,,, है ना संजु,,,


हां मम्मी तुम सच कह रही हो ,, गर्मी बिल्कुल भी नहीं है ठंडा मौसम हो गया है ऐसे में मार्केट में खरीदी करने में भी अच्छा रहेगा,,,,,,(ऐसा कहते हो कि दोनों फुटपाथ पर चल रहे थे संजू ज्यादा से ज्यादा यह कोशिश करता था कि वह हमेशा अपनी मां से दो कदम पीछे रहे क्योंकि उसे आज ऐसा लग रहा था कि जैसे उसकी मां तैयार होते समय अपनी साड़ी को कुछ ज्यादा ही कस के कमर से बांधी हुई थी जिससे कसी हुई साड़ी में उसकी भारी-भरकम गांड कुछ ज्यादा ही उभर कर निखर रही थी,,,, और सैंडल पहने होने की वजह से चाल में एक नजाकत सी आ गई थी और उस नजाकत के चलते,, उसकी गांड कुछ ज्यादा ही मटक रही थी,,,, मटकती हुई गांड के मटके को देखकर राजू का मुसल हिलोरे ले रहा था,,, अभी-अभी कुछ घंटे पहले ही वह अपनी मौसी की जमकर चुदाई किया था फिर भी अपनी मां की बड़ी-बड़ी गांड को देखकर उसका लंड ललच रहा था,,,,,)

संजू मुझे तो यकीन नहीं हो रहा है कि दीदी झट से अपनी मदद कर देंगी और वह भी 5000 की जगह 10000,,,


हां मम्मी मौसी का दिल बहुत बड़ा है,,,(इतना कहकर वो अपने मन में ही बोला और गांड भी)

आखिर वह है तो मेरी दीदी,,, मेरा शुरू से बहुत ख्याल रखती हैं,,,(आराधना आज बहुत खुश नजर आ रही थी और आती भी कैसे नहीं घर में राशन खत्म हो चुका था हाथ में पैसा नहीं था और ऐसे में उसकी बहन ने 5000 की जगह 10000 की मदद जो कर दी थी,,, इतने से वह आराम से खर्चा निकाल लेंगी,,,,,, संजू का ध्यान अपनी मां की बातों पर नहीं बल्कि उसकी कमर के नीचे के आकार और उसके भूगोल पर था,,,, और आते जाते हैं वह दूसरे की नजरों को भी देख ले रहा था जो कि आते जाते उसकी मां की गांड की एक झलक लेकर आह भरते हुए निकल जा रहे थे,,,,,, संजू यह बात अच्छी तरह समझ गया था कि उसकी मां की गांड का आकर्षण एकदम मदहोश कर देने वाला है,,,आराधना संजू की तरफ देखे बिना ही अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोली,,,)





अगर दीदी ने पैसे ना दिए होते तो आज शाम का खाना शायद हम लोग खा नहीं पाते,,,,,(संजू की तरफ से किसी भी प्रकार का जवाब नहीं आ रहा था तो वह अचरज से पीछे नजर करके देखी तो उसे अपनी गोल गोल गांड की तरफ देखता हुआ पाकर एकदम से सिहर उठी,,, और उसने झट से अपनी नजरों को फिर से सीधा कर ली,,,, उसे यकीन हो गया था कि उसका बेटा उसके हुस्न का दीवाना हो गया है,,,लेकिन उसे समझ में नहीं आ रहा था कि एक जवान लड़का एक जवान लड़की की तरफ आकर्षित होने की जगह एक 40+ औरत के प्रति आकर्षित क्यों हुआ जा रहा है,,, लेकिन जो भी हो उसे अपने बेटे की नजर बड़ी ही मादक लग रही थी,,,, अपने आप ही ना चाहते हुए भी उसकी चाल एकदम से और ज्यादा मजाक हो गई थी अब वह चलते समय पैर को आगे रखते हुए अपनी कमर को थोड़ा सा बलखा दे रही थी जैसे कोई मोडल रैंप पर चल रही हो,,, अपनी मां की बदली हुई चाल देखकर संजू का लंड पैंट के अंदर बवाल मचाया था,,, संजू को ऐसा लग रहा था कि कहीं अपनी मां की बड़ी-बड़ी गांड को मटकती हुई देखकर कहीं उसका लंड पानी ना फेंक दे,,,,, देखते ही देखते एक बड़ी सी किराना की दुकान देख कर आराधना और संजु दोनों वहीं खड़े होकर राशन का सामान लेने लगे,,,,,, दुकान पर थोड़ी भीड़ भाड़ थी,,, आराधना राशन का सामान लेने में व्यस्त थी धीरे-धीरे दुकानदार का सामान बता रही थी और दुकानदार सामान निकालता जा रहा था,,,, संजू की दुकान में इधर-उधर नई नई सामान को देखने में व्यस्त था कि तभी वहीं पर एक उसके ही हम उम्र का लड़का आया और वह भी सामान लेने लगा ,,,,,, वह दुकान पर खड़ा होकर सामान तो ले रहा था लेकिन वह तिरछी नजर से आराधना की उभरी हुई गांड को देख रहा था जो कि साड़ी में भी क़यामत लग रही थी,,,,, संजू की नजर बहुत ही जल्द उस लड़के पर पड़ गई,,, पर उसकी प्यासी नजरों को अपनी मां की गांड पर घूमता हुआ देखकर वह क्रोधित तो हुआ लेकिन इस समय वह उस लड़के को कुछ बोल भी नहीं सकता था और बोलता भी क्या बोलता हूं कि उसकी मां की गांड की देख रहा है सब बोलने में भी खुद उसकी ही फजेती हो जाती,,, और वैसा वह चाहता नहीं था,,,,



संजू की नजर उस लड़के पर ही हूं और वह लड़का संजू की मां को देख रहा था आसमानी रंग की साड़ी में उसकी मां इस समय किसी हीरोइन से कम नहीं लग रही थी खुला गले का ब्लाउज पहने होने की वजह से उसकी नंगी चिकनी पीठ पर बस एक पतली सी रस से भरी हुई थी और बाकी की नंगी चिकनी पीठ एकदम साफ नजर आ रही थी,,,,, संजू ने साफ-साफ देखा था कि वह लड़का उसकी मां की नंगी चिकनी पीठ करके उसकी कमर के बीच में बनती पतली गहरी लकीर और कमर के नीचे के घेराव को देखकर जींस के ऊपर से ही अपने लंड को दबाया था,,,,। एक लड़का होने के नाते संजु को इतना तो पता ही था कि एक औरत को देखने के बाद एक लड़की के मन में क्या चलता रहता है और जिस तरह से उस लड़के ने अपने लंड को दबाया था संजू,, संजू समझ गया था कि अपने मन में उसकी मां की गांड की कल्पना कर रहा है और अपने मन में यही सोच रहा था कि काश यह गांड उसे चोदने को मिल जाती तो कितना मजा आता,,,,उस लड़के के मन में क्या चल रहा है यह संजू अपने मन में सोच कर परेशान भी हो रहा था और उत्तेजित भी हो रहा था कि उसकी मां को देखकर ना जाने कितने लोग गर्म आहें भरते होंगे,,,, अपनी मां के इस कदर खूबसूरत होने पर संजु को भी गर्व का अनुभव हो रहा था,,,,,, वह लड़का बार-बार सबसे नजर बचाकर आराधना की गांड के उधार का मजा ले रहा था,,,, और आराधना के इस बारे में बिल्कुल भी खबर नहीं थी वह अपनी मस्ती में एक-एक करके राशन का सामान ले रही थी,,और सामान लेते समय बातें करते समय इधर-उधर हाथ करके दिखाते समय जिस तरह से उसकी गांड की थिरकन हो रही थी उसे देखकर खुद संजू का भी लंड जवाब दे रहा था,,,,, संजु को भी यह नजारा देखने में बहुत मजा आ रहा था,,,

Aardhna ki badi badi chuchiya or ubhari huyi gaand


वह लड़का सामान ले चुका लेकिन फिर भी एक बहाने से संजू की मां की गांड के दीदार के लिए ही एक बहाने से वहीं खड़ा होकर कभी यह सामान तो कभी वह सामान का भाव पूछ रहा था,,,,संजु को इस बारे में पता था कि वह सामान ले चुका है फिर भी जानबूझकर नाटक कर रहा है,,,लेकिन संदीप जानता था कि उसके राशन की लिस्ट ज्यादा लंबी थी वह कितनी देर खड़ा रहता आखिरकार वह चला गया,,, तभी खूबसूरत औरत सामान लेने आई और थोड़ा सा हिचकीचाते हुए दुकानदार से विहस्पर मांगी और विहस्पर मांगते समय इधर उधर नजर दौड़ा कर देख भी ले रही थी कि कहीं कोई उसे देख तो नहीं रहा है,,,, ऐसे में संजू की नजर उस औरत से टकरा गई और वह औरत शर्माकर दूसरी तरफ नजर फेर ली,,, और अचानक उसकी बड़ी बड़ी गांड पर संजू की नजर पड़ गई,,, जिसे देख कर उसके मुंह से भी आह निकल गई उसकी पतली कमर में हल्की से कमर के पीछे वाले भाग में लकीर बनी हुई थी जिससे उसकी खूबसूरती और मादकता दोनों बढ़ रही थी संजु अपने मन में सोचने लगा कि जब वह किसी गैर खूबसूरत औरत को देखकर इतना उत्तेजित और आनंद ले रहा है तो दूसरे कैसे नहीं उसकी मां की खूबसूरत बदन को देखकर अपने मन में गलत विचार लाते होंगे,,,,,, थोड़ी देर में वह औरत भी वहां से चली गई,,, धीरे-धीरे दो चार ग्राहक और आ गए जिसमें दो लड़के उसके ही हम उम्र के थे,,,, आराधना संजू से पूछ पूछ कर सामान लिए जा रही थी,,,,वैसे तो संजू को इस बारे में कुछ पता नहीं चाहता था लेकिन फिर भी आराधना तसल्ली के लिए एक बार उससे पूछ लेती थी कि यह सामान लेना है या नहीं लेना है,,, संजु भी अपनी राय बताता जा रहा था,,,,,,


2015 mustang roush stage 3 0 60

खरीदारी चली रही थी कि तभी वह दोनों लड़कों के आपस में फुसफुसाने की आवाज संजू के कानों में पड़ी ,,,उसे कुछ साफ सुनाई नहीं दे रहा था लेकिन कहीं से अंदाजा लग गया था कि वह दोनों उसकी मां के बारे में कुछ बोल रहे हैं इसलिए वह अपने कान एकदम से खड़ा कर लिया,,,,,इन दोनों की बातों को सुनने की कोशिश करने लगा वह दोनों उसकी मां के दूसरे साइड पर खड़े थे और संजू इस और खड़ा था,,,,, तभी उसके कानों में दस्तक हुआ जो कि वह दोनों लड़के आपस में बात करते हुए बोल रहे थे,,,।

यार ये भाभी कितनी जोरदार है एकदम मक्खन की तरह चिकनी है,,,,(इतना सुनते ही संजू को गुस्सा आ गया लेकिन वह बोलता भी तो क्या बोलता है सबके सामने झगड़ा करने में मजा नहीं था क्योंकि दूसरे लोग पूछते जरूर की क्या हुआ तब,,,वह क्या कहता यह कहता कि वह उसकी मां को जोरदार बोल रहा है अभी वह इतना सोच रहा था कि दूसरे लड़के ने बोला,,,)



यार इसकी गांड कितनी मस्त है बड़ी-बड़ी,,, अगर मिल जाए तो दोनों हाथों से पकड़कर चोदने मे मजा आ जाए,,,,

( यह सुनते ही,, संजू के तन बदन में आग लग गई वह लोग सीधे सीधे उसकी मां को चोदने की बात कर रहे थे,, संजीव को समझ में नहीं आ रहा कि क्या करेंउसका मन तो दोनों को पीटने को कर रहा था लेकिन फिर भी बात का बतंगड़ बन ही जाता और ऐसे में वह दोनों ही मजाक का कारण बन जाते हैं क्योंकि उन दोनों को पीटने के पीछे का कारण संजू बता नहीं सकता था,,, वह दोनों तिरछी नजरों से उसकी मां की गांड को ही देख रहे थे,,, तभी वह लड़का आगे लेने के लिए हाथ बढ़ाया तो उसकी मुझे आराधना की छातियों पर गई तो वह अपने दोस्त से बोला,,,)

बे पीछे का सामान तो जोरदार है ही आगे की चुची तो देख एक एक चूची डेढ़ डेढ़ लीटर की है,,,बाप रे उसकी किस्मत कितनी जोरदार होगी जो इसकी चुचियों को दोनों हाथ में लेकर मुंह में भरकर पीता होगा,,, मेरी किस्मत में अगर यह औरत एक रात के लिए भी आ जाए तो चोद चोद कर इसकी बुर का भोसड़ा बना दूं,,,,
(उस लड़के की बात सुनकर संजू आग बबूला हो रहा था उसे समझ में नहीं आ रहा था गुस्से से उसका चेहरा लाल पीला हो रहा था ,, वो अपने मन में सोचने लगा कि जब उसे उस लड़के की बात सुनाई दे रही है की वह क्या बोल रहा हैतब तो उसकी मां उसके पास में खड़ी है तो क्या उसकी मां को नहीं सुनाई दे रहा होगा कि वह लड़का उसके बारे में कितनी गंदी गंदी बात कर रहा है लेकिन वह अपनी मां की तरफ देखा तो उसकी मां अपनी मस्ती में मशगूल थी,,,, ऐसा संजू सोच रहा था लेकिन हकीकत यह थी कि उन लड़कों की बात आराधना भी सुन रही थी जहां एक तरफ से गुस्सा आ रहा था तो वहीं एक तरफ उसे अपनी जवानी पर गर्व भी हो रहा था कि जवान लड़के उसके पीछे लार टपकाए पड़े हैं,,,,अपने बारे में इतनी गंदी गंदी बात उसने कभी नहीं सुनी थी हालांकि अपने पति से वह गालियां जरूर सुनती थी लेकिन उसके लड़के की उम्र के लड़के उसके बारे में इतनी गंदी विचारधारा रखते हैं उसे आज पहली बार पता चल रहा था,,,, उस लड़के की बात से वह गुस्से के साथ-साथ उत्तेजित भी होने लगी ,,, क्योंकि वह लड़का बोला कि रात भर के लिए मिल जाए तो उसकी बुर का भोसड़ा बना दें,,,मतलब साफ था कि उसके बेटे की उम्र की लड़की है उसे चोदने के लिए बेताब है इसका मतलब कि उसके बदन में अभी भी जवानी का कसाव बरकरार था जिससे जवान लड़के उसकी तरफ आकर्षित हो रहे थे,,, इन दोनों लोगों की बातें सुनकर आराधना को इस बात का एहसास होगा कि जब उसके बेटे की उम्र की लड़की मुझसे एक बार देखने के बाद अपनी विचारधारा इस तरह की गंदी रखते हैं तो उसका बेटा तो उसके साथ हमेशा रहता है उसे नाम की भी देख चुका है तो उसके मन में कितनी भावनाए उमड़ती होंगी,,,।,,, लेकिन वह नहीं चाहती थी कि उन्होंने लड़के की बातें सुनकर संजू गुस्से में आए और उन दोनों से मारपीट करें इसलिए अपने बेटे का ध्यान भटकाने के लिए वह कोई न कोई सामान उसे पकड़ा दे रही थी जिसकी प्राइस देखने में उसका बेटा उलझा रहता था वह सोच रही थी कि वह दोनों लड़के के यहां से चले जाएं कि तभी,,, उनमें से एक लड़का बोला,,,।

यार मेरा मन तो एक बार इसकी गांड पर हाथ रखने को कर रहा है,,,

यह सुनते ही आराधना डर और उत्तेजना के मारे पीहर उठी,,,, वह नहीं चाहती थी कि ऐसा कुछ हो,,, इसलिए एक बहाने से अपने बेटे के बीच की तरफ किसी सामान को लेने का बहाना करके आ गई और अपने बेटे को दूसरी तरफ कर दी अब वह दोनों लड़के उसके बेटे के करीब हो गए,,,, वह तिरछी नजर से उन दोनों लड़कों को देख रही थी,,, उनका चेहरा देखकर लग रहा था कि उसका उधर जाना उन दोनों को कितना खल रहा था वैसे भी वह दोनों सामान ले चुके थे थोड़ी देर में वहां से निकल गए लेकिन जाते जाते वह दोनों लड़के उसे इस बात का एहसास करा गए थे की अभी भी उसके अंदर जवानी कूट-कूट कर भरी हुई है और इस उम्र में भी वह उसके बेटे की उम्र के लड़कों का पानी निकाल देने में पूरी तरह से सक्षम है,,,,।

आराधना अपने आप पर गर्व महसूस कर रही थी,,,, राशन का सामान वह ले चुकी थी कि तभी बारिश पड़ने लगी,,,, सभी सामान को वह प्लास्टिक में पैक करवाने लगे ताकि बारिश में भीग ना जाए,,, थोड़ी देर में बारिश रुक भी गई थी लेकिन फिर से बारिश पड़ने के आसार नजर आ रहे थे इसलिए,,, आराधना जल्द से जल्द अपने घर पहुंच जाना चाहती थी इसलिए तुरंत सामान्य कर बाहर निकल गई,,, और बाजार में से ही समोसे और पानी पूरी पेक करवा ली ,,,बाजार से थोड़ी दूर पर ही उसका घर का इसलिए दोनों पैदल चलने लगे कि तभी फिर से बारिश पढ़ना शुरू हो गई और इतनी जोर से पड़ने लगी कि उन दोनों को सर छुपाने की जगह नहीं मिली और दोनों पूरी तरह से खरीदें बारिश अभी भी लगातार हो रही थी अच्छा हुआ सामान कि वह दोनों प्लास्टिक में पैक करवाए थे इसलिए सामान भीगने का सवाल ही नहीं उठता था,,,वह दोनों भीगते भीगते चले जा रहे थे,,,,,,, क्योंकि अब बारिश से बचने का कोई सवाल ही नहीं था क्योंकि दोनों पूरी तरह से पानी में भीग चुके थे,,,,,,

थोड़ी ही देर में दोनों अपने घर पर पहुंच गए घर का दरवाजा अभी भी बंद था और दरवाजे पर ताला लगा हुआ है जिससे पता चल रहा था कि मोहिनी अभी घर पर नहीं आई थी बारिश की वजह से वह भी अपनी सहेली के वहां रुक गई थी रखना जल्दी से ताला खोलकर दरवाजा खोलिए दोनों घर में प्रवेश कर गए प्रवेश करते ही,,, दरवाजा बंद कर दी और सामान रखने लगी,,,।



बाप रे बारिश से बचने का तो समय ही नहीं मिला,,,


हम अभी अच्छा हुआ कि तुमने सामान को प्लास्टिक में पैक करवा ली थी वरना सारा सामान भीग जाता ,,,


हां इसीलिए तो,,,, मैं जानती थी घर बारिश पड़ जाएगा तो सारा सामान खराब हो जाएगा,,,,
( इतना कहते हुए आराधना अपने साड़ी के पल्लू अपने कंधे पर से हटा कर पानी को साड़ी में से गारने लगी,,, वहीं पास में संजु भी खड़ा था जो कि अपने शर्ट के बटन बोलने लगा और अपने शर्ट के बटन को खोलते हुए उसकी नजर जैसे ही अपनी मां की भारी-भरकम छातियों पर गई तो उसकी नजर छातियों पर ही गड गई,,,,, उसे तुरंत दुकान पर खड़े दोनों लड़कों की बात याद आ गई की एक एक चूची डेढ़ डेढ़ लीटर की है,,, संजू के तन बदन में उत्तेजना की लहर दौड़ने लगी,,,, आराधना को जब इस बात का अहसास हुआ कि वह अपने बेटे की आंखों के सामने ही अपने साड़ी को अपने कंधे पर से हटा दि है और उसकी भारी-भरकम छातिया उसकी आंखों के सामने उजागर हो गई है तो वह एकदम से शर्म से पानी पानी हो गई,,, पल भर में ही उसकी आंखों में भी उत्तेजना का तूफान नजर आने लगा उसे ढूंढो की बात याद आने लगी जो कि उसके बेटे के ही हमउम्र थे और उसके बारे में गंदी गंदी बातें कर रहे थे,,, कि रात भर के लिए मिल जाए तो सारी रात चोद चोद कर बुर का भोसड़ा बना दे,,,उन लड़कों की बात याद आते ही वह अपने मन में सोचने की क्या ऐसा हो सकता है अगरवह सच में एक रात के लिए किसी जवान लड़के की बाहों में चली जाए तो क्या वह लड़का सारी रात उसकी बुर में अपना लंड डालकर इस की चुदाई कर करके रात भर में उसकी बुर का भोसड़ा बना सकता है ,,,, यह ख्याल मन में आते ही उत्तेजना के मारे उसकी बुर गीली होने लगी,,,, अभी भी संजू आंखें फाड़े उसकी चूची की तरफ ही देखे जा रहा था जो कि बारिश की वजह से पानी की धार उस पर पड़ने की वजह से अपने आप ही ब्लाउज के ऊपर वाला बटन खुल गया था और चुचियों का वजन इतना ज्यादा था कि ऐसा लग रहा था कि अभी ब्लाउज फट जाएगा और दोनों चूचियां बाहर आ जाएंगी,,,,,,,आराधना अपने बेटे की प्यासी नजरों को देखकर शर्म से पानी पानी हुई जा रही थी कि तभी आसमान में जोर की बिजली कड़की और आराधना एकदम से डर गई और तुरंत जाकर संजू से चिपक गई,,,, संजू को तो जैसे मुंह मांगी मुराद मिल गई हो,,, वह तुरंत अपनी मां को अपनी बाहों में कस लिया एक जवान लड़के की बाहों में अपने आप को पाकर ना जाने क्यों आराधना सुकून महसूस कर रही थी,,, बड़ी-बड़ी चूचियां संजू के शर्ट का बटन खुला होने की वजह से उसकी नंगी छातियों रगड़ खा रही थी यह एहसास संजु को और ज्यादा गर्म कर रहा था,,, संजू का लंड एकदम से खड़ा हो गया था,,,कोट पैंट में तंबू बनाकर सीधे-सीधे उसकी मां की दोनों टांगों के बीच से होता हुआ उसकी बुर पर दस्तक देना शुरू कर दिया था,,,, यह एहसास आराधना के लिए बिल्कुल अद्भुत और नया था,, इतने से ही आराधना की जवानी का रस पिघलने लगा उसकी बुर से काम रस बहना शुरू हो गया,,,, उसे समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब क्या हो रहा है,,,।

संजू जैसे इस मौके का पूरी तरह से फायदा उठा लेना चाहता था अपना दोनों हाथ पीछे की तरफ लाकर अपनी मां की गांड पर रख दिया और उसे हल्के से दबाकर अपनी तरफ खींच लिया अपने बेटे की यह हरकत से आराधना पूरी तरह से पिघलने लगी,,,दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे दोनों एक दूसरे की आंखों के समंदर में डूबने लगे दोनों को इस बात का अहसास तक नहीं था कि दोनों क्या कर रहे हैं,,,, संजु अपनी मां के लाल लाल होठों का रस अपने होठों से पी जाना चाहता था इसलिए उससे रहा नहीं जा रहा था तो वह अपने होठों को अपनी मां के तपते हुए रसीले होठों पर रखकर उसके होंठों को मुंह में भर कर पीना शुरू कर दिया,,,, दोनों के तन बदन में आग लग गई,,,आराधना अपने बेटे की हरकत से शर्म से पानी पानी तो हुए जा रही थी लेकिन एकदम से चुदवासी भी हुए जा रही थी क्योंकि संजू का मोटा तगड़ा लंड बार बारिश की बुर के ऊपर साड़ी के ऊपर से ही ठोकर मार रहा था,,,, संजू पूरी तरह से मस्त हो गया था पहली बार वह इस तरह से चुंबन जो कर रहा था और वह भी अपनी मां के ही होंठों का इसलिए एहसास के तन बदन में और ज्यादा आग लगा रहा था,,,,, संजू पुरी तरह से मस्ती के सागर में डुबता चला जा रहा था,,, वह अपनी मां की नितंबों को कस के दोनों हाथों से पकड़े हुए उसे अपने लंड से सटाया हुआ था,,,,

Sanju or aaradhna ka chumban


आराधना भी गहरी गहरी सांसे ले रही थी अपने बेटे की हरकत से वह पूरी तरह से मस्त हो चुकी थी इस समय अपने बेटे को रोक सकने की स्थिति में बिल्कुल भी नहीं थी,,, वह दोनों आगे बढ़ जाना चाहते थे कि तभी दरवाजे पर जोर-जोर से दस्तक होने लगी,,,।


मम्मी,,, दरवाजा खोलो,,,, मम्मी,,,,,




इतना सुनते ही दोनों चौक गए और दोनों एक दूसरे से अलग हो गए आराधना अपनी साड़ी को ठीक करने लगी जो की पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और उसे उतारना भी जरूरी था लेकिन फिर भी दरवाजे पर उसकी लड़की खड़ी थी इसलिए,,,नंग धड़ंग हालत में दरवाजा खोलना ठीक नहीं था और वह भी बंद कमरे के अंदर अपने बेटे की मौजूदगी में,,,, इसलिए आराधना जल्दी से अपने आप को संभाल कर दरवाजा कोली तो सामने मोहिनी खड़ी थी और वह भी छाता लिए,,, उसे देखते ही आराधना बोली,,,।

अरे मोहिनी तु कहां इतनी देर लगा दी,,,,


अरे मम्मी देख नहीं रही हो इतनी जोर से बारिश होने लगी थी आने का मौका ही नहीं था वो तो मैं अपनी सहेली का छाता लेकर यहां तक पहुंच पाई हु नहीं तो मैं भी भीग जाती,,,

अच्छा हुआ बेटी की तु अपनी सहेली का छाता लेकर आए हम दोनों एक दम से भीग गए हैं,,, आजा अंदर आकर दरवाजा बंद कर दे,,,।
बहुत ही गरमागरम कामुक और उत्तेजक अपडेट है

साधना के घर से संजू और आराधना सामान खरीदने राशन की दुकान पर पहुंच गये वहा आराधना की बडी बडी चुतड देख कर संजू उत्तेजना महसुस कर रहा था वही दो लडकों का आराधना के बडे बडे चुतड और बडी बडी चुचिया देखकर उसके बारे में बाते करना और रात भर चोद कर चूत का भोसडा बना डालना ये बात संजू को गुस्सा दिला रही थी वही आराधना मन ही मन खुश हो रही थी की उसमे अभी तक जवानी बरकरार हैं
सामान खरीदने के बाद घर जाते वक्त बारीश शुरु हो गई और दोनों माँ बेटा भीग गये जैसे तैसे घर पहुंच गये घर में गीले बदन से पल्लू हट जाने से आराधना की बडी बडी चुचियो पर संजू की नजर ठहर गयी आराधना भी वासनामयी हो गई तभी बिजली कड़की और आराधना संजू की बाहो में समा गई वासना में संजू आराधना के होटों का रस पीने लगे आगे बढ़ते उससे पहले मोहिनी आ जाने से दोनों अलग हो गए देखते हैं आगे क्या होता है
 

rohnny4545

Well-Known Member
15,905
40,920
259
बहुत ही गरमागरम कामुक और उत्तेजक अपडेट है भाई मजा आ गया
साधना के घर से संजू और आराधना सामान खरीदने राशन की दुकान पर पहुंच गये वहा आराधना की बडी बडी चुतड देख कर संजू उत्तेजना महसुस कर रहा था आराधना को भी यह अहसास था वही दो लडकों का आराधना के बडे बडे चुतड और बडी बडी चुचिया देखकर उसके बारे में बाते करना और रात भर चोद कर चुद का भोसडा बना डालना ये बात संजू को गुस्सा दिला रही थी वही आराधना मन ही मन खुष हो रही थी की उसकी जवानी अभी भी बरकरार हैं और जवान लडकें को रिझा सकती हैं
सामान खरीदने के बाद घर जाते वक्त बारीश शुरु हो गई और दोनों माँ बेटा भीग गये जैसे तैसे घर पहुंच गये घर में गीले बदन से पल्लू हट जाने से आराधना की बडी बडी चुचियो पर संजू की नजर ठहर गयी आराधना भी वासनामयी हो गई भला हो बिजली कडकने का और माँ बेटा आगे बढ एकमेक की बाहो में समा गये संजू तो आराधना के ओठों का रस पिने लगा वासना के अधीन आराधना की चुद भी रस टपकाने लगी लेकीन मोहिनी आ जाने से दोनों आगे बढने से रुक गये
लेकीन कब तक आग दोनो तरफ से लगी हैं बस अंजाम बाकी हैं जो कब होता है देखते हैं आगे
Kya bat he yar upaldate ka pura nichod dete ho
 

sunoanuj

Well-Known Member
4,485
11,611
159
Bahut hi updates
 
Top