महक को कॉलेज छोड़कर सुंदरी के घर वापस आने में विनोद को ठीक एक घंटा लगा और इस दौरान सुंदरी ने क्या किया... और मुनीम ने 25 मिनट तक विनोद के इंतज़ार के दौरान क्या किया...
देखेंगे कल।
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अब आगे..............
विनोद ने सुंदरी का दरवाज़ा 11:30 बजे खटखटाया, यानी परम और महक के घर से निकलने के डेढ़ घंटे बाद।
10 बजे महक और परम के घर से बाहर जाने के बाद सुंदरी अकेली रह गई। वो विनोद के साथ चुदाई का बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी, जिसका स्वाद वो अब तक सिर्फ़ एक बार ही चख पाई थी। उसने परम को विनोद तक संदेश पहुँचाने के लिए कहा था, लेकिन उसे यकीन नहीं था कि परम संदेश पहुँचाएगा, वह परम को जानती थी की परम उसकी माँ को अपनी मिल्कत समजने लगा था। और वह सही थी। जैसे ही विनोद ने परम को बताया कि उसकी माँ और बहन उसे चाहती हैं, परम विनोद के घर दौड़ा चला गया। नीता और मैत्री की पेशकश।
खैर, सुंदरी ने घर का काम और खाना बनाना निपटाया और नहाने लगी। हमेशा की तरह, वह सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में ही नहाने से बाहर आई। तभी दस्तक हुई और उसे कार के ब्रेक की आवाज़ भी सुनाई दी। सुंदरी ने सोचा कि सेठजी ही होंगे। उसे शक था कि सेठानी की शादी बस कुछ ही दिन दूर है, इसलिए वह बड़ी बहू को सुंदरी के साथ समय बिताने देंगी। उसने सोचा कि सेठ फिर से उसे चोदने आ गया है। उसने घड़ी देखी। 10.40 बज रहे थे।
सुंदरी ने बिना ब्लाउज़ और साड़ी पहने दरवाज़ा खोला और सामने बड़ी बहू थी, जो एक महँगी पोशाक पहने हुए थी। कार में बैठे ड्राइवर ने सुंदरी को उस सेक्सी अर्धनग्न दृश्य में देखा और ड्राइवर को गर्व महसूस हुआ कि वह 'शहर की सबसे आकर्षक महिला' को इतने सेक्सी आउटफिट में देख सकता है। सामने ड्राइवर को देखकर सुंदरी पीछे हट गई और फुसफुसाए, 'ड्राइवर को 2 बजे आने के लिए कहो। बड़ी बहू ने ड्राइवर को बताया और कार वापिस ली। उनके पीछे दरवाजा,
“छि… ड्राइवर ने मुझे इस हालात में देख लिया… वो सबको जा के बोलेगा…” सुंदरी बुदबुदायी।
“अरे रानी, तो क्या हुआ..! वो साला अपना लंड सहला रहा होगा कही कार को स्टॉप करके और तेरी मस्त बोब्लो के बारे में सोच रहा होगा…!” बहू ने कहा और सुंदरी को अपने पास खिंचा और सुंदरी को अपनी बाहों में भर लिया।
“ओ..सुंदरी तू सच में बहुत मस्त माल है, तुमने मुझे बहोत आकर्षित किया हुआ है रे...। जानतो हो, कल भले ही परम ने झुमकर चोदा था लेकिन जो मजा मुझे तेरी चूत चाटने में आया वो भूल नहीं सकती, तेरी चूत में मेरा खुराक रहता है या फिर तेरी इस चूत मेरे लिए मेरा खुराक बना रही है।“ बहू ने सुंदरी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और पेटीकोट फर्श पर गिर पड़ा…बहू ने सुंदरी की चूत को मसलते हुए कहा ”अभी तक मेरे जीभ पर तेरे चूत का स्वाद है…चल रानी तू मेरे साथ चल..मैं तुझे रानी बनाकर रखूंगी…।”
सुंदरी बहुत खुश हुई लेकिन कुछ बोली नहीं। उसने बहू के साड़ी की गांठ खोली और एक करके साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट और ब्रा बाहर निकाल दिया...और कहा "और मुझसे तो मन करता है की तेरे बोब्लो को खूब मसलू और चूसती रहु... ।" सुंदरी ने बहू को बिल्कुल कस कर बाहो में दबाया और फिर दोनों कमरे मे चले गए..." क्या इरादा है...मैं तुझे चोदु या तू मुझे चोदेगी! सुंदरी ने बहू को अपने साथ बिस्तर पर गिराते कहा।
बहू ने सुंदरी को अपने नीचे दबाया। बहू की चुचिया सुंदरी के हाथ में थे और वो खूब जोर-जोर से कुचल रही थी। बहुने सुंदरी के जांघों को अपनी जांघों से फैलाया और अपनी चूत से सुंदरी के चूत को रगडने लगी। साथ ही सुंदरी का कंधा पकड़ कर निपल को सुंदरी के निपल पर जोर से दबाया। बहू सुंदरी की मदमस्त जवानी का मजा लेते हुए कहा:
"परमने एक किताब ला कर दिया..जिसमे चुदाई की कहानी और फोटो भी है,, और सब फोटो पुरुष-महिला की चुदाई का सामान्य फोटो है.. लेकिन कुछ बहुत अलग हैं..अविश्वसनीय! एक फोटो में एक औरत को 5-5 लंड को हैंडल करते दिखाया है...एक चुत मे, दूसरा गांड मे, तीसरा मुंह में और एक-एक लौड़ा दोनो हाथ मे...!"
सुंदरी ने नीचे से चूत उछालते हुए कहा “ऐसा कैसे हो सकता है..?”
बहुने जोर से सुंदरी की चूत पर धक्का मारा अपनी चूत उस से सटाते हुए कहा,
“फोटो देखने से तो लगता है कि संभव है..! औरत एक आदमी का लंड गांड में लेकर चित्त (उसकी पीठ पर) लेती है और ऊपर से एक लंड उसकी चूत मे घुसा रखा है। नीचे वाले आदमी ने दोनो हाथों से उसकी चुचियो को बिच कर रखा है और दोनो साइड में एक एक आदमी खड़ा है जिसका लंड उस औरत ने पकड रखा है...!"
इतना कह कर बहुत खूब दम-दम चूत पर अपनी चूत रगड़ने लगी। दोनो की चूत पानी गिरा रही थी।
“हाय, क्या ऐसा संभव हो सकता है.. क्यों ना हम भी कोशिश करें… परम है, विनोद है और परम को बोलेंगे और तीन लड़कों (लड़कों) को बुला ले!”
सुंदरी ने बहू को अपनी जांघों में उलझा लिया कहा “तू तो सच-मुच की कुतिया है.. पता नहीं अब तक कैसे तू अपनी चूत को बचा सकती है..!”
बहुने मुंह आगे बढ़ा कर सुंदरी को किस किया और कहा, “देखेंगे, मौका मिलेगा तो एक साथ हम भी 5-5 लंड का मजा लेंगे.. लेकिन अभी मेरी बात सुन..।”
बहु सुंदरी के ऊपर से उठ गई और सुंदरी के ऊपर 69 पोजीशन में हो गई। बहुने सुंदरी की जांघों को और फैलाया और 2 उंगली घुसा कर उंगली से चोदना शुरू किया,
”2 फोटो तो और कमाल का था… एक फोटो मे एक तगड़ा कुत्ता एक औरत की चूत को चाट रहा था और दूसरे में तो उसकी चूत में अपना लंड घुसा कर चोद रहा था… … कैसा लगता होगा जब कुत्ता चूत में लंड घुसाता होगा…!!!!!”
यह कहते हुए बहू ने खूब जोर से उंगली को सुंदरी के चूत में घुसाइ...
“ओहहहहहह…तेरी माँ की चूत…कितना जोर से..घुसा दिया…” सुंदरी लगभग चिल्लाई,
“रानी, जानती हो, कल रात को परम भी कुछ ऐसा ही बोल रहा था…!”
बहू ने चुत से अंगुली निकाली और ऊपर से चूत को सहलाने लगी..
“तु कल परम से चुदवाई क्या..?”
“नहीं..रात को सब सो गए तो हम दोनों बातें कर रहे थे..मैंने सिर्फ परम के लंड को मसल कर पानी गिरवा दिया…।”
सुंदरी ने उत्तर दिया। कल सुबह बहू सुंदरी के सामने चूसा था बेटे का लंड.. ।.
“परम क्या कह रहा था..?” बहू ने पूछा..
“परम ने कहा, माँ तू कुत्ते से चुदवायेगी?” मैंने कहा नहीं, लेकिन मुझे आश्चर्य हुआ कि उसने ऐसा मूर्खतापूर्ण प्रश्न क्यों पूछा। "अब समजी, उसने भी कुत्ते से चुदाई वाला फोटो देख लिया होगा। अब बात बहुत हो गई..चुल मेरी चूत चाट रानी...।"
और दोनों ने 69 पोजीशन में ही कुछ देर तक एक दूसरे की चूत चाटा.. चूसा. बहू मस्त हो गई…और मस्त सिसकियाँ मारने लगी…
“हाय…सुंदरी..तूने मुझे बर्बाद कर दिया…मां बेटे दोनो ने मेरी चिकनी और प्यारी चूत की चटनी बना दिया…हाय रानी मुझसे शादी कर ले..जो बोलूंगी…पूरा गुलामी करूंगी…अहह्ह्ह्हह….तू तो पूरी एक्सपर्ट है…..मेरे पति..को भी चूत चटाना सिखा दे”…बहू …चिल्लाती रही…”आह.. अब बर्दाश्त नहीं… साला मादरचोद परम कह रहा है… विनोद को बुलाओ… मेरी चूत को मोटा लंड चाहिए….. कुत्ते को ही बुला लो.. उससे चुदवाउंगी…।” बहु चिल्लाती रही और सुंदरी उसकी चूत और गांड को चाटती रही।
तभी सुंदरी चूत को चाटना छोड़ उठी खड़ी हुई और वहा से हट गई...बहू चीख पड़ी...
“हरामजादी बीच में क्यों छोड़ दिया…पानी तो निकालने दे…।”
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आज के लिए बस इतना ही। कल कुछ नया जानेंगे इसी कहानी में तब तक के लिए शुक्रिया और अपना मंतव्य देते रहे......।