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S M H R

TERE DAR PE SANAM CHALE AYE HUM
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महक को कॉलेज छोड़कर सुंदरी के घर वापस आने में विनोद को ठीक एक घंटा लगा और इस दौरान सुंदरी ने क्या किया... और मुनीम ने 25 मिनट तक विनोद के इंतज़ार के दौरान क्या किया...



देखेंगे कल।

*****

अब आगे..............


विनोद ने सुंदरी का दरवाज़ा 11:30 बजे खटखटाया, यानी परम और महक के घर से निकलने के डेढ़ घंटे बाद।


10 बजे महक और परम के घर से बाहर जाने के बाद सुंदरी अकेली रह गई। वो विनोद के साथ चुदाई का बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी, जिसका स्वाद वो अब तक सिर्फ़ एक बार ही चख पाई थी। उसने परम को विनोद तक संदेश पहुँचाने के लिए कहा था, लेकिन उसे यकीन नहीं था कि परम संदेश पहुँचाएगा, वह परम को जानती थी की परम उसकी माँ को अपनी मिल्कत समजने लगा था। और वह सही थी। जैसे ही विनोद ने परम को बताया कि उसकी माँ और बहन उसे चाहती हैं, परम विनोद के घर दौड़ा चला गया। नीता और मैत्री की पेशकश।

खैर, सुंदरी ने घर का काम और खाना बनाना निपटाया और नहाने लगी। हमेशा की तरह, वह सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में ही नहाने से बाहर आई। तभी दस्तक हुई और उसे कार के ब्रेक की आवाज़ भी सुनाई दी। सुंदरी ने सोचा कि सेठजी ही होंगे। उसे शक था कि सेठानी की शादी बस कुछ ही दिन दूर है, इसलिए वह बड़ी बहू को सुंदरी के साथ समय बिताने देंगी। उसने सोचा कि सेठ फिर से उसे चोदने आ गया है। उसने घड़ी देखी। 10.40 बज रहे थे।

सुंदरी ने बिना ब्लाउज़ और साड़ी पहने दरवाज़ा खोला और सामने बड़ी बहू थी, जो एक महँगी पोशाक पहने हुए थी। कार में बैठे ड्राइवर ने सुंदरी को उस सेक्सी अर्धनग्न दृश्य में देखा और ड्राइवर को गर्व महसूस हुआ कि वह 'शहर की सबसे आकर्षक महिला' को इतने सेक्सी आउटफिट में देख सकता है। सामने ड्राइवर को देखकर सुंदरी पीछे हट गई और फुसफुसाए, 'ड्राइवर को 2 बजे आने के लिए कहो। बड़ी बहू ने ड्राइवर को बताया और कार वापिस ली। उनके पीछे दरवाजा,

“छि… ड्राइवर ने मुझे इस हालात में देख लिया… वो सबको जा के बोलेगा…” सुंदरी बुदबुदायी।

“अरे रानी, तो क्या हुआ..! वो साला अपना लंड सहला रहा होगा कही कार को स्टॉप करके और तेरी मस्त बोब्लो के बारे में सोच रहा होगा…!” बहू ने कहा और सुंदरी को अपने पास खिंचा और सुंदरी को अपनी बाहों में भर लिया।

“ओ..सुंदरी तू सच में बहुत मस्त माल है, तुमने मुझे बहोत आकर्षित किया हुआ है रे...। जानतो हो, कल भले ही परम ने झुमकर चोदा था लेकिन जो मजा मुझे तेरी चूत चाटने में आया वो भूल नहीं सकती, तेरी चूत में मेरा खुराक रहता है या फिर तेरी इस चूत मेरे लिए मेरा खुराक बना रही है।“ बहू ने सुंदरी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और पेटीकोट फर्श पर गिर पड़ा…बहू ने सुंदरी की चूत को मसलते हुए कहा ”अभी तक मेरे जीभ पर तेरे चूत का स्वाद है…चल रानी तू मेरे साथ चल..मैं तुझे रानी बनाकर रखूंगी…।”

सुंदरी बहुत खुश हुई लेकिन कुछ बोली नहीं। उसने बहू के साड़ी की गांठ खोली और एक करके साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट और ब्रा बाहर निकाल दिया...और कहा "और मुझसे तो मन करता है की तेरे बोब्लो को खूब मसलू और चूसती रहु... ।" सुंदरी ने बहू को बिल्कुल कस कर बाहो में दबाया और फिर दोनों कमरे मे चले गए..." क्या इरादा है...मैं तुझे चोदु या तू मुझे चोदेगी! सुंदरी ने बहू को अपने साथ बिस्तर पर गिराते कहा।

बहू ने सुंदरी को अपने नीचे दबाया। बहू की चुचिया सुंदरी के हाथ में थे और वो खूब जोर-जोर से कुचल रही थी। बहुने सुंदरी के जांघों को अपनी जांघों से फैलाया और अपनी चूत से सुंदरी के चूत को रगडने लगी। साथ ही सुंदरी का कंधा पकड़ कर निपल को सुंदरी के निपल पर जोर से दबाया। बहू सुंदरी की मदमस्त जवानी का मजा लेते हुए कहा:

"परमने एक किताब ला कर दिया..जिसमे चुदाई की कहानी और फोटो भी है,, और सब फोटो पुरुष-महिला की चुदाई का सामान्य फोटो है.. लेकिन कुछ बहुत अलग हैं..अविश्वसनीय! एक फोटो में एक औरत को 5-5 लंड को हैंडल करते दिखाया है...एक चुत मे, दूसरा गांड मे, तीसरा मुंह में और एक-एक लौड़ा दोनो हाथ मे...!"

सुंदरी ने नीचे से चूत उछालते हुए कहा “ऐसा कैसे हो सकता है..?”

बहुने जोर से सुंदरी की चूत पर धक्का मारा अपनी चूत उस से सटाते हुए कहा,

“फोटो देखने से तो लगता है कि संभव है..! औरत एक आदमी का लंड गांड में लेकर चित्त (उसकी पीठ पर) लेती है और ऊपर से एक लंड उसकी चूत मे घुसा रखा है। नीचे वाले आदमी ने दोनो हाथों से उसकी चुचियो को बिच कर रखा है और दोनो साइड में एक एक आदमी खड़ा है जिसका लंड उस औरत ने पकड रखा है...!"

इतना कह कर बहुत खूब दम-दम चूत पर अपनी चूत रगड़ने लगी। दोनो की चूत पानी गिरा रही थी।

“हाय, क्या ऐसा संभव हो सकता है.. क्यों ना हम भी कोशिश करें… परम है, विनोद है और परम को बोलेंगे और तीन लड़कों (लड़कों) को बुला ले!”

सुंदरी ने बहू को अपनी जांघों में उलझा लिया कहा “तू तो सच-मुच की कुतिया है.. पता नहीं अब तक कैसे तू अपनी चूत को बचा सकती है..!”

बहुने मुंह आगे बढ़ा कर सुंदरी को किस किया और कहा, “देखेंगे, मौका मिलेगा तो एक साथ हम भी 5-5 लंड का मजा लेंगे.. लेकिन अभी मेरी बात सुन..।”

बहु सुंदरी के ऊपर से उठ गई और सुंदरी के ऊपर 69 पोजीशन में हो गई। बहुने सुंदरी की जांघों को और फैलाया और 2 उंगली घुसा कर उंगली से चोदना शुरू किया,

”2 फोटो तो और कमाल का था… एक फोटो मे एक तगड़ा कुत्ता एक औरत की चूत को चाट रहा था और दूसरे में तो उसकी चूत में अपना लंड घुसा कर चोद रहा था… … कैसा लगता होगा जब कुत्ता चूत में लंड घुसाता होगा…!!!!!”

यह कहते हुए बहू ने खूब जोर से उंगली को सुंदरी के चूत में घुसाइ...

“ओहहहहहह…तेरी माँ की चूत…कितना जोर से..घुसा दिया…” सुंदरी लगभग चिल्लाई,

“रानी, जानती हो, कल रात को परम भी कुछ ऐसा ही बोल रहा था…!”

बहू ने चुत से अंगुली निकाली और ऊपर से चूत को सहलाने लगी..

“तु कल परम से चुदवाई क्या..?”

“नहीं..रात को सब सो गए तो हम दोनों बातें कर रहे थे..मैंने सिर्फ परम के लंड को मसल कर पानी गिरवा दिया…।”

सुंदरी ने उत्तर दिया। कल सुबह बहू सुंदरी के सामने चूसा था बेटे का लंड.. ।.

“परम क्या कह रहा था..?” बहू ने पूछा..

“परम ने कहा, माँ तू कुत्ते से चुदवायेगी?” मैंने कहा नहीं, लेकिन मुझे आश्चर्य हुआ कि उसने ऐसा मूर्खतापूर्ण प्रश्न क्यों पूछा। "अब समजी, उसने भी कुत्ते से चुदाई वाला फोटो देख लिया होगा। अब बात बहुत हो गई..चुल मेरी चूत चाट रानी...।"

और दोनों ने 69 पोजीशन में ही कुछ देर तक एक दूसरे की चूत चाटा.. चूसा. बहू मस्त हो गई…और मस्त सिसकियाँ मारने लगी…

“हाय…सुंदरी..तूने मुझे बर्बाद कर दिया…मां बेटे दोनो ने मेरी चिकनी और प्यारी चूत की चटनी बना दिया…हाय रानी मुझसे शादी कर ले..जो बोलूंगी…पूरा गुलामी करूंगी…अहह्ह्ह्हह….तू तो पूरी एक्सपर्ट है…..मेरे पति..को भी चूत चटाना सिखा दे”…बहू …चिल्लाती रही…”आह.. अब बर्दाश्त नहीं… साला मादरचोद परम कह रहा है… विनोद को बुलाओ… मेरी चूत को मोटा लंड चाहिए….. कुत्ते को ही बुला लो.. उससे चुदवाउंगी…।” बहु चिल्लाती रही और सुंदरी उसकी चूत और गांड को चाटती रही।

तभी सुंदरी चूत को चाटना छोड़ उठी खड़ी हुई और वहा से हट गई...बहू चीख पड़ी...

“हरामजादी बीच में क्यों छोड़ दिया…पानी तो निकालने दे…।”





******


आज के लिए बस इतना ही। कल कुछ नया जानेंगे इसी कहानी में तब तक के लिए शुक्रिया और अपना मंतव्य देते रहे......।
Next update mein bahu or Munim ka milan hoga
 

sunoanuj

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“लेकिन मेरी तो गांड फट गई थी।” सुंदरी ने बेटी की गांड को ओर चौड़ा करते हुए कहा और किचन में मुस्कुराते हुए चली गई। सोच रही थी की महक अभी कच्ची खिलाड़ी है इसलिए वह अपनी गांड मरवा चुकी है वह छुपा नहीं सकी। लेकिन बहनचोद कौन मेरी बेटी की गांड मार गया! लगता है शायद वह अजनबी सेठ ने पुरे पैसे वसूल किये ही और महक कुछ बोल नहीं रही। बोले तो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता अभी वह जिस से भी चुदवाये। बस यह विनोद कहा मर गया साला! एक ही बार में मेरी चूत में खुजली छोड़ गया है!


अब आगे...........



परमको बहुत ही मजा आ रहा था। उसने भी सोचा कि माँ के गांड में साबुन लगाकर फिर उसकी गांड मारेगा। एक के बाद एक दमा-दम गांड पर धक्क लगता रहा और महक भी “आआह्ह्ह्ह…।” “ऊऊहह…” करते हुए मजा लेती रही, और उसकी यह चीखे सुंदरी को सुनाई दे उस तरह से कराह रही थी। फिर परम के लंड ने गांड के अंदर ही पानी छोड़ दिया और फचाक से लंड बाहर निकला... लंड के बाहर निकलते ही गांड से परम का वीर्य, कंसन्ट्रेटेड मिल्क की तरह निकलने लगा। परम ने अपनी बहन को सीधा किया और महक कुछ सोचे उस से पहले परम ने के लंड को बहन के मुंह में घुसा दिया। महक को अपनी टट्टी “मल" का गंध मिला और वो प्यार से लंड चूसती रही। लंड को बहार निकाल कर बोली,


“तुमने तो कितनी आसानी से मेरी गांड मार ली…मुझे बहुत मजा आया।“

सुंदरी ने किचन के दरवाजे से देखा की महक अपने भाई का लंड जो अभी अभी उसकी गांड से बहार आया है वह चाट-चाट के साफ़ कर रही है, वह जानती थी की महक परम के धक्को से ज्यादा वह उसकी चींखे सुंदरी को सूना रही थी। वह अन्दर से ही चिल्लाई।

“महक बेटी भाई के लैंड कोअच्छे से साफ़ कर देना वह अभी अभी नहा के आया है। और वह किसी और चूत से टकराए तब वह साफ़ होना जरूरी है।“ वह बाहर आई और महक के मुंह को दबा के अच्छे से साफ़ करवा रही थी। और बोली: बेटी,अपना मुंह भी साफ़ कर के धो के जाना तेरा ही गांड का माल से स्मेल ना आ जाए वर्ना सहेलिय कहेगी माँ ने खाना नहीं दिया होगा तो टट्टी ही खा ली।“

और वह वापिस किचन में चली गई।

इधर सुंदरी किचन में खाना बनाते हुए सोचने लगी कि विनोद आ जाए तो मजा ले कर चुदवाएगी। उसने परम को पुकारा। महक अपनी गांड में से अभी भी भाई का वीर्य निकाल के अपने मुह में धकेल रही थी, बाद में वह रूम में गई और रूम में तैयार हो रही थी। परमको आते ही सुंदरी ने कहा; “परम, किसी तरह से विनोद को मेरे पास भेज दे.. विनोद से चुदवाने का मन कर रहा है…।“ सुंदरी फिर बोली कि “महक को पता नहीं चले कि उसकी माँ उसके यार विनोद से चुदवाती है...ठीक है?” सुंदरी ने परम के गोते को सहलाते हुए कहा।

परम ने माँ को चूमा और पूछा; “आज क्या का कार्यक्रम है!”
मैत्री और नीता की प्रस्तुति

सुंदरी ने जवाब दिया; “लंच के बाद मैं सेठ के यहां जाउंगी। तब तक महक भी वहा आ गई होगी।“

सुंदरी ने महक के सामने देखते हुए “तेरा क्या प्रोग्राम है?" सुंदरी ने बेटी से पूछा।

महक ने जवाब दिया कि वह कॉलेज से वापस आएगी और फिर सेठजी के घर जाएगी। सुंदरी ने महक से मज़ाक में कहा कि “उन सौतनो, पूनम और सुधा से कह देना कि आज रात तेरे पापा (मुनीम) नहीं आएगा, इसलिए वे यहाँ अपनी चूते फैला के चुदवाने न आएँ।“

दस बजे, दोनों भाई-बहन कॉलेज के लिए निकल पड़े। परम घर पर रह कर सुंदरी के साथ मस्ती करना चाहता था, लेकिन सुंदरी का कुछ और ही इरादा था। उसे आभास था कि आज विनोद आएगा और वह कोई खलेल नहीं चाहती थी। सुंदरी अपनी बड़ी बहू के आने का वादा भूल गई थी।

जैसे ही दोनों भाई-बहन कोने से गुज़रे, उन्होंने विनोद को अपनी साइकिल के साथ खड़ा देखा। विनोद को देखकर महक बहुत खुश हुई। परम कुछ कह पाता, उससे पहले ही विनोद पास आया और परम को बताया कि उसकी बहन और माँ ने उसे तुरंत बुलाया है। परम जानता था कि विनोद महक के साथ अकेले रहना चाहता है। परम चुदाई के बाद भूल गया था। विनोद की माँ और बहन विनोद की मौजूदगी में थीं। परम को याद आया कि कैसे वे दोनों चाहते थे कि वह (परम) बार-बार उनकी चूत चूसता और खाता रहे। परम ने महक से कहा कि वह उससे सेठजी के घर पर मिलेगा। उसने सोचा की ना जाने क्यों अब उसको सभी चुतो के रस अच्छा लगता था खास कर गांड और चूत दोनों चाटने में अब उसको बहोत मजा आता था। और चूतरस खाने में बहोत मजा आता था। उसे चूत से निकालता हुआ रस देखने में और चाटने में बहोत आनंद मिलता था। शायद अब उसे वह लत लग गई थी। परम को अब दिन में के बार तो चुतरस और गांड चाटने को चाहिए ही चाहिए लगता था। उसे अब उसके बिना अधूरापन लगता था।

महक विनोद की तरफ़ मुस्कुराई। वह उसे छूना चाहता था, लेकिन वहाँ कई लोग, जिनमें उनके कॉलेज के दोस्त भी शामिल थे, आ रहे थे। उसने महक को आगे की रॉड पर बैठने में मदद की और इस दौरान उसने उसकी स्कर्ट ऊपर करके उसकी जांघों को सिकोड़ दिया। महक शरमा गई और उसने अपनी स्कर्ट नीचे खींच ली। उसने खुद को पीछे धकेला ताकि पैडल मारते समय विनोद को उसके कसे हुए मुलायम कूल्हों और जांघों का एहसास हो। सब उन्हें देख रहे थे। जल्द ही वे कॉलेज पहुँच गए। नीचे उतरते समय महक ने विनोद का हाथ उसके बोबले पर रख लिया।

“महक, शाम को कहाँ जाना है, मैं इंतज़ार करूँगा.. सेठ जी के यहाँ?”

“नहीं, आज घर जाउंगी…बाद में सोचूंगी।”
मैत्री और नीता की प्रस्तुति

कहकर महेक कॉलेज के गेट की तरफ चली गई। वहा उसकी दोनों दोस्त सुधा और पूनम मिली और महक ने उन दोनों से मुनीम के साथ हुई चुदाई का पूरा विवरण लिया।

सुधाने कहा “महक तेरा बाप बहुत मस्त चुदाई करता है.. चल आज कॉलेज के बाद तीनो फिर से तेरे बाप से चुदवाऊँगे..!”

“लेकिन मेरा बाप तो 2-3 दिन के लिए सेठ जी के काम से बाहर को गया है।” महेक बोली, जब तक वो वापस नहीं आता है तब तक अपने बाप से क्यों नहीं चुदवाती है…?”

महक को कॉलेज मे ड्रॉप कर विनोद वापस सुंदरी के घर की ओर चला। उसे महक बहुत पसंद आई थी और उसने माँ और बहन से महक को 'बहू' बनाने के लिए तैयार कर लिया था। लेकिन महक के साथ-साथ वो सुंदरी को भी चोदना चाहता था, जिसका जिक्र भी अपनी माँ और बहन से कर चुका था। और उसकी माँ और बहन ने बिना अवरोध सुंदरी की चूत चोदते रहने का सुझाव दे दिया। लेकिन साथ-साथ परम को भेजते रहना भी कह दिया था। जिससे विनोद तो पहले सी ही सम्मत था। तो शायद अब उसके घर में महक को बहु की तरह देखने और रखने के लिए सभी तैयार थे।

उस दिन की चुदाई के बाद वो सुंदरी को दोबारा चोद पाया। कल भी आया था चोदने लेकिन जब उसने देखा कि परम कॉलेज नहीं गया तो वो वापस चला गया। परम के सामने तो सुंदरी को चोद चुका था लेकिन अब विनोद सुंदरी को बिल्कुल अकेले में खूब प्यार से आराम से चोदना चाहता था। विनोद को आज लगा कि उसकी इच्छा पूरी होगी। उसने परम को अपनी माँ-बहनों को चोदने भेजा था.. और अब वो परम की माँ को चोदेगा।

लेकिन, विनोद को तब झटका लगा जब उसने सुंदरी के घर को गंदगी से भरते देखा। विनोद को आश्चर्य हुआ कि 11 बजे मुनीम घर कैसे लौट आई। उसने सोचा कि वो किसी ज़रूरी काम से आया होगा और जल्दी ही लौट जाएगा। इसलिए विनोद ने साइकिल स्टैंड पर रख दी और पास वाली पुलिया पर बैठ गया। वो इंतज़ार करता रहा। विनोद के लिए एक-एक मिनट एक पूरे दिन के बराबर था और आखिरकार 25 मिनट बाद विनोद ने मुनीम को घर से बाहर आते देखा। विनोद को मुनीम के पीछे बंद दरवाज़े पर सुंदरी की एक झलक दिखाई दी। विनोद सुंदरी के घर पहुँचा और दरवाज़ा खटखटाया।


महक को कॉलेज छोड़कर सुंदरी के घर वापस आने में विनोद को ठीक एक घंटा लगा और इस दौरान सुंदरी ने क्या किया... और मुनीम ने 25 मिनट तक विनोद के इंतज़ार के दौरान क्या किया...



देखेंगे कल।

*****

आज के लिए इतना ही कल फिर मिलेंगे एक नए एपिसोड के साथ

तब तक के लिए विदा और अपना कोमेंट की प्रतीक्षा


। जय भारत

बहुत ही शानदार अपडेट है ! 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
 

sunoanuj

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महक को कॉलेज छोड़कर सुंदरी के घर वापस आने में विनोद को ठीक एक घंटा लगा और इस दौरान सुंदरी ने क्या किया... और मुनीम ने 25 मिनट तक विनोद के इंतज़ार के दौरान क्या किया...



देखेंगे कल।

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अब आगे..............


विनोद ने सुंदरी का दरवाज़ा 11:30 बजे खटखटाया, यानी परम और महक के घर से निकलने के डेढ़ घंटे बाद।


10 बजे महक और परम के घर से बाहर जाने के बाद सुंदरी अकेली रह गई। वो विनोद के साथ चुदाई का बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी, जिसका स्वाद वो अब तक सिर्फ़ एक बार ही चख पाई थी। उसने परम को विनोद तक संदेश पहुँचाने के लिए कहा था, लेकिन उसे यकीन नहीं था कि परम संदेश पहुँचाएगा, वह परम को जानती थी की परम उसकी माँ को अपनी मिल्कत समजने लगा था। और वह सही थी। जैसे ही विनोद ने परम को बताया कि उसकी माँ और बहन उसे चाहती हैं, परम विनोद के घर दौड़ा चला गया। नीता और मैत्री की पेशकश।

खैर, सुंदरी ने घर का काम और खाना बनाना निपटाया और नहाने लगी। हमेशा की तरह, वह सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में ही नहाने से बाहर आई। तभी दस्तक हुई और उसे कार के ब्रेक की आवाज़ भी सुनाई दी। सुंदरी ने सोचा कि सेठजी ही होंगे। उसे शक था कि सेठानी की शादी बस कुछ ही दिन दूर है, इसलिए वह बड़ी बहू को सुंदरी के साथ समय बिताने देंगी। उसने सोचा कि सेठ फिर से उसे चोदने आ गया है। उसने घड़ी देखी। 10.40 बज रहे थे।

सुंदरी ने बिना ब्लाउज़ और साड़ी पहने दरवाज़ा खोला और सामने बड़ी बहू थी, जो एक महँगी पोशाक पहने हुए थी। कार में बैठे ड्राइवर ने सुंदरी को उस सेक्सी अर्धनग्न दृश्य में देखा और ड्राइवर को गर्व महसूस हुआ कि वह 'शहर की सबसे आकर्षक महिला' को इतने सेक्सी आउटफिट में देख सकता है। सामने ड्राइवर को देखकर सुंदरी पीछे हट गई और फुसफुसाए, 'ड्राइवर को 2 बजे आने के लिए कहो। बड़ी बहू ने ड्राइवर को बताया और कार वापिस ली। उनके पीछे दरवाजा,

“छि… ड्राइवर ने मुझे इस हालात में देख लिया… वो सबको जा के बोलेगा…” सुंदरी बुदबुदायी।

“अरे रानी, तो क्या हुआ..! वो साला अपना लंड सहला रहा होगा कही कार को स्टॉप करके और तेरी मस्त बोब्लो के बारे में सोच रहा होगा…!” बहू ने कहा और सुंदरी को अपने पास खिंचा और सुंदरी को अपनी बाहों में भर लिया।

“ओ..सुंदरी तू सच में बहुत मस्त माल है, तुमने मुझे बहोत आकर्षित किया हुआ है रे...। जानतो हो, कल भले ही परम ने झुमकर चोदा था लेकिन जो मजा मुझे तेरी चूत चाटने में आया वो भूल नहीं सकती, तेरी चूत में मेरा खुराक रहता है या फिर तेरी इस चूत मेरे लिए मेरा खुराक बना रही है।“ बहू ने सुंदरी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और पेटीकोट फर्श पर गिर पड़ा…बहू ने सुंदरी की चूत को मसलते हुए कहा ”अभी तक मेरे जीभ पर तेरे चूत का स्वाद है…चल रानी तू मेरे साथ चल..मैं तुझे रानी बनाकर रखूंगी…।”

सुंदरी बहुत खुश हुई लेकिन कुछ बोली नहीं। उसने बहू के साड़ी की गांठ खोली और एक करके साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट और ब्रा बाहर निकाल दिया...और कहा "और मुझसे तो मन करता है की तेरे बोब्लो को खूब मसलू और चूसती रहु... ।" सुंदरी ने बहू को बिल्कुल कस कर बाहो में दबाया और फिर दोनों कमरे मे चले गए..." क्या इरादा है...मैं तुझे चोदु या तू मुझे चोदेगी! सुंदरी ने बहू को अपने साथ बिस्तर पर गिराते कहा।

बहू ने सुंदरी को अपने नीचे दबाया। बहू की चुचिया सुंदरी के हाथ में थे और वो खूब जोर-जोर से कुचल रही थी। बहुने सुंदरी के जांघों को अपनी जांघों से फैलाया और अपनी चूत से सुंदरी के चूत को रगडने लगी। साथ ही सुंदरी का कंधा पकड़ कर निपल को सुंदरी के निपल पर जोर से दबाया। बहू सुंदरी की मदमस्त जवानी का मजा लेते हुए कहा:

"परमने एक किताब ला कर दिया..जिसमे चुदाई की कहानी और फोटो भी है,, और सब फोटो पुरुष-महिला की चुदाई का सामान्य फोटो है.. लेकिन कुछ बहुत अलग हैं..अविश्वसनीय! एक फोटो में एक औरत को 5-5 लंड को हैंडल करते दिखाया है...एक चुत मे, दूसरा गांड मे, तीसरा मुंह में और एक-एक लौड़ा दोनो हाथ मे...!"

सुंदरी ने नीचे से चूत उछालते हुए कहा “ऐसा कैसे हो सकता है..?”

बहुने जोर से सुंदरी की चूत पर धक्का मारा अपनी चूत उस से सटाते हुए कहा,

“फोटो देखने से तो लगता है कि संभव है..! औरत एक आदमी का लंड गांड में लेकर चित्त (उसकी पीठ पर) लेती है और ऊपर से एक लंड उसकी चूत मे घुसा रखा है। नीचे वाले आदमी ने दोनो हाथों से उसकी चुचियो को बिच कर रखा है और दोनो साइड में एक एक आदमी खड़ा है जिसका लंड उस औरत ने पकड रखा है...!"

इतना कह कर बहुत खूब दम-दम चूत पर अपनी चूत रगड़ने लगी। दोनो की चूत पानी गिरा रही थी।

“हाय, क्या ऐसा संभव हो सकता है.. क्यों ना हम भी कोशिश करें… परम है, विनोद है और परम को बोलेंगे और तीन लड़कों (लड़कों) को बुला ले!”

सुंदरी ने बहू को अपनी जांघों में उलझा लिया कहा “तू तो सच-मुच की कुतिया है.. पता नहीं अब तक कैसे तू अपनी चूत को बचा सकती है..!”

बहुने मुंह आगे बढ़ा कर सुंदरी को किस किया और कहा, “देखेंगे, मौका मिलेगा तो एक साथ हम भी 5-5 लंड का मजा लेंगे.. लेकिन अभी मेरी बात सुन..।”

बहु सुंदरी के ऊपर से उठ गई और सुंदरी के ऊपर 69 पोजीशन में हो गई। बहुने सुंदरी की जांघों को और फैलाया और 2 उंगली घुसा कर उंगली से चोदना शुरू किया,

”2 फोटो तो और कमाल का था… एक फोटो मे एक तगड़ा कुत्ता एक औरत की चूत को चाट रहा था और दूसरे में तो उसकी चूत में अपना लंड घुसा कर चोद रहा था… … कैसा लगता होगा जब कुत्ता चूत में लंड घुसाता होगा…!!!!!”

यह कहते हुए बहू ने खूब जोर से उंगली को सुंदरी के चूत में घुसाइ...

“ओहहहहहह…तेरी माँ की चूत…कितना जोर से..घुसा दिया…” सुंदरी लगभग चिल्लाई,

“रानी, जानती हो, कल रात को परम भी कुछ ऐसा ही बोल रहा था…!”

बहू ने चुत से अंगुली निकाली और ऊपर से चूत को सहलाने लगी..

“तु कल परम से चुदवाई क्या..?”

“नहीं..रात को सब सो गए तो हम दोनों बातें कर रहे थे..मैंने सिर्फ परम के लंड को मसल कर पानी गिरवा दिया…।”

सुंदरी ने उत्तर दिया। कल सुबह बहू सुंदरी के सामने चूसा था बेटे का लंड.. ।.

“परम क्या कह रहा था..?” बहू ने पूछा..

“परम ने कहा, माँ तू कुत्ते से चुदवायेगी?” मैंने कहा नहीं, लेकिन मुझे आश्चर्य हुआ कि उसने ऐसा मूर्खतापूर्ण प्रश्न क्यों पूछा। "अब समजी, उसने भी कुत्ते से चुदाई वाला फोटो देख लिया होगा। अब बात बहुत हो गई..चुल मेरी चूत चाट रानी...।"

और दोनों ने 69 पोजीशन में ही कुछ देर तक एक दूसरे की चूत चाटा.. चूसा. बहू मस्त हो गई…और मस्त सिसकियाँ मारने लगी…

“हाय…सुंदरी..तूने मुझे बर्बाद कर दिया…मां बेटे दोनो ने मेरी चिकनी और प्यारी चूत की चटनी बना दिया…हाय रानी मुझसे शादी कर ले..जो बोलूंगी…पूरा गुलामी करूंगी…अहह्ह्ह्हह….तू तो पूरी एक्सपर्ट है…..मेरे पति..को भी चूत चटाना सिखा दे”…बहू …चिल्लाती रही…”आह.. अब बर्दाश्त नहीं… साला मादरचोद परम कह रहा है… विनोद को बुलाओ… मेरी चूत को मोटा लंड चाहिए….. कुत्ते को ही बुला लो.. उससे चुदवाउंगी…।” बहु चिल्लाती रही और सुंदरी उसकी चूत और गांड को चाटती रही।

तभी सुंदरी चूत को चाटना छोड़ उठी खड़ी हुई और वहा से हट गई...बहू चीख पड़ी...

“हरामजादी बीच में क्यों छोड़ दिया…पानी तो निकालने दे…।”





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आज के लिए बस इतना ही। कल कुछ नया जानेंगे इसी कहानी में तब तक के लिए शुक्रिया और अपना मंतव्य देते रहे......।
Bahut hee kamuk update diya hai …
 

Funlover

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Sheth ki ghar ki auraten bhi bahot chudasi hai. Param sab ko maze de raha hai. Romanchak. Pratiksha agle rasprad update ki
जी बिलकुल

वैसे गाँव ही ऐसा है ...........सब चुदास...............
 

Ajju Landwalia

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महक को कॉलेज छोड़कर सुंदरी के घर वापस आने में विनोद को ठीक एक घंटा लगा और इस दौरान सुंदरी ने क्या किया... और मुनीम ने 25 मिनट तक विनोद के इंतज़ार के दौरान क्या किया...



देखेंगे कल।

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अब आगे..............


विनोद ने सुंदरी का दरवाज़ा 11:30 बजे खटखटाया, यानी परम और महक के घर से निकलने के डेढ़ घंटे बाद।


10 बजे महक और परम के घर से बाहर जाने के बाद सुंदरी अकेली रह गई। वो विनोद के साथ चुदाई का बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी, जिसका स्वाद वो अब तक सिर्फ़ एक बार ही चख पाई थी। उसने परम को विनोद तक संदेश पहुँचाने के लिए कहा था, लेकिन उसे यकीन नहीं था कि परम संदेश पहुँचाएगा, वह परम को जानती थी की परम उसकी माँ को अपनी मिल्कत समजने लगा था। और वह सही थी। जैसे ही विनोद ने परम को बताया कि उसकी माँ और बहन उसे चाहती हैं, परम विनोद के घर दौड़ा चला गया। नीता और मैत्री की पेशकश।

खैर, सुंदरी ने घर का काम और खाना बनाना निपटाया और नहाने लगी। हमेशा की तरह, वह सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में ही नहाने से बाहर आई। तभी दस्तक हुई और उसे कार के ब्रेक की आवाज़ भी सुनाई दी। सुंदरी ने सोचा कि सेठजी ही होंगे। उसे शक था कि सेठानी की शादी बस कुछ ही दिन दूर है, इसलिए वह बड़ी बहू को सुंदरी के साथ समय बिताने देंगी। उसने सोचा कि सेठ फिर से उसे चोदने आ गया है। उसने घड़ी देखी। 10.40 बज रहे थे।

सुंदरी ने बिना ब्लाउज़ और साड़ी पहने दरवाज़ा खोला और सामने बड़ी बहू थी, जो एक महँगी पोशाक पहने हुए थी। कार में बैठे ड्राइवर ने सुंदरी को उस सेक्सी अर्धनग्न दृश्य में देखा और ड्राइवर को गर्व महसूस हुआ कि वह 'शहर की सबसे आकर्षक महिला' को इतने सेक्सी आउटफिट में देख सकता है। सामने ड्राइवर को देखकर सुंदरी पीछे हट गई और फुसफुसाए, 'ड्राइवर को 2 बजे आने के लिए कहो। बड़ी बहू ने ड्राइवर को बताया और कार वापिस ली। उनके पीछे दरवाजा,

“छि… ड्राइवर ने मुझे इस हालात में देख लिया… वो सबको जा के बोलेगा…” सुंदरी बुदबुदायी।

“अरे रानी, तो क्या हुआ..! वो साला अपना लंड सहला रहा होगा कही कार को स्टॉप करके और तेरी मस्त बोब्लो के बारे में सोच रहा होगा…!” बहू ने कहा और सुंदरी को अपने पास खिंचा और सुंदरी को अपनी बाहों में भर लिया।

“ओ..सुंदरी तू सच में बहुत मस्त माल है, तुमने मुझे बहोत आकर्षित किया हुआ है रे...। जानतो हो, कल भले ही परम ने झुमकर चोदा था लेकिन जो मजा मुझे तेरी चूत चाटने में आया वो भूल नहीं सकती, तेरी चूत में मेरा खुराक रहता है या फिर तेरी इस चूत मेरे लिए मेरा खुराक बना रही है।“ बहू ने सुंदरी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और पेटीकोट फर्श पर गिर पड़ा…बहू ने सुंदरी की चूत को मसलते हुए कहा ”अभी तक मेरे जीभ पर तेरे चूत का स्वाद है…चल रानी तू मेरे साथ चल..मैं तुझे रानी बनाकर रखूंगी…।”

सुंदरी बहुत खुश हुई लेकिन कुछ बोली नहीं। उसने बहू के साड़ी की गांठ खोली और एक करके साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट और ब्रा बाहर निकाल दिया...और कहा "और मुझसे तो मन करता है की तेरे बोब्लो को खूब मसलू और चूसती रहु... ।" सुंदरी ने बहू को बिल्कुल कस कर बाहो में दबाया और फिर दोनों कमरे मे चले गए..." क्या इरादा है...मैं तुझे चोदु या तू मुझे चोदेगी! सुंदरी ने बहू को अपने साथ बिस्तर पर गिराते कहा।

बहू ने सुंदरी को अपने नीचे दबाया। बहू की चुचिया सुंदरी के हाथ में थे और वो खूब जोर-जोर से कुचल रही थी। बहुने सुंदरी के जांघों को अपनी जांघों से फैलाया और अपनी चूत से सुंदरी के चूत को रगडने लगी। साथ ही सुंदरी का कंधा पकड़ कर निपल को सुंदरी के निपल पर जोर से दबाया। बहू सुंदरी की मदमस्त जवानी का मजा लेते हुए कहा:

"परमने एक किताब ला कर दिया..जिसमे चुदाई की कहानी और फोटो भी है,, और सब फोटो पुरुष-महिला की चुदाई का सामान्य फोटो है.. लेकिन कुछ बहुत अलग हैं..अविश्वसनीय! एक फोटो में एक औरत को 5-5 लंड को हैंडल करते दिखाया है...एक चुत मे, दूसरा गांड मे, तीसरा मुंह में और एक-एक लौड़ा दोनो हाथ मे...!"

सुंदरी ने नीचे से चूत उछालते हुए कहा “ऐसा कैसे हो सकता है..?”

बहुने जोर से सुंदरी की चूत पर धक्का मारा अपनी चूत उस से सटाते हुए कहा,

“फोटो देखने से तो लगता है कि संभव है..! औरत एक आदमी का लंड गांड में लेकर चित्त (उसकी पीठ पर) लेती है और ऊपर से एक लंड उसकी चूत मे घुसा रखा है। नीचे वाले आदमी ने दोनो हाथों से उसकी चुचियो को बिच कर रखा है और दोनो साइड में एक एक आदमी खड़ा है जिसका लंड उस औरत ने पकड रखा है...!"

इतना कह कर बहुत खूब दम-दम चूत पर अपनी चूत रगड़ने लगी। दोनो की चूत पानी गिरा रही थी।

“हाय, क्या ऐसा संभव हो सकता है.. क्यों ना हम भी कोशिश करें… परम है, विनोद है और परम को बोलेंगे और तीन लड़कों (लड़कों) को बुला ले!”

सुंदरी ने बहू को अपनी जांघों में उलझा लिया कहा “तू तो सच-मुच की कुतिया है.. पता नहीं अब तक कैसे तू अपनी चूत को बचा सकती है..!”

बहुने मुंह आगे बढ़ा कर सुंदरी को किस किया और कहा, “देखेंगे, मौका मिलेगा तो एक साथ हम भी 5-5 लंड का मजा लेंगे.. लेकिन अभी मेरी बात सुन..।”

बहु सुंदरी के ऊपर से उठ गई और सुंदरी के ऊपर 69 पोजीशन में हो गई। बहुने सुंदरी की जांघों को और फैलाया और 2 उंगली घुसा कर उंगली से चोदना शुरू किया,

”2 फोटो तो और कमाल का था… एक फोटो मे एक तगड़ा कुत्ता एक औरत की चूत को चाट रहा था और दूसरे में तो उसकी चूत में अपना लंड घुसा कर चोद रहा था… … कैसा लगता होगा जब कुत्ता चूत में लंड घुसाता होगा…!!!!!”

यह कहते हुए बहू ने खूब जोर से उंगली को सुंदरी के चूत में घुसाइ...

“ओहहहहहह…तेरी माँ की चूत…कितना जोर से..घुसा दिया…” सुंदरी लगभग चिल्लाई,

“रानी, जानती हो, कल रात को परम भी कुछ ऐसा ही बोल रहा था…!”

बहू ने चुत से अंगुली निकाली और ऊपर से चूत को सहलाने लगी..

“तु कल परम से चुदवाई क्या..?”

“नहीं..रात को सब सो गए तो हम दोनों बातें कर रहे थे..मैंने सिर्फ परम के लंड को मसल कर पानी गिरवा दिया…।”

सुंदरी ने उत्तर दिया। कल सुबह बहू सुंदरी के सामने चूसा था बेटे का लंड.. ।.

“परम क्या कह रहा था..?” बहू ने पूछा..

“परम ने कहा, माँ तू कुत्ते से चुदवायेगी?” मैंने कहा नहीं, लेकिन मुझे आश्चर्य हुआ कि उसने ऐसा मूर्खतापूर्ण प्रश्न क्यों पूछा। "अब समजी, उसने भी कुत्ते से चुदाई वाला फोटो देख लिया होगा। अब बात बहुत हो गई..चुल मेरी चूत चाट रानी...।"

और दोनों ने 69 पोजीशन में ही कुछ देर तक एक दूसरे की चूत चाटा.. चूसा. बहू मस्त हो गई…और मस्त सिसकियाँ मारने लगी…

“हाय…सुंदरी..तूने मुझे बर्बाद कर दिया…मां बेटे दोनो ने मेरी चिकनी और प्यारी चूत की चटनी बना दिया…हाय रानी मुझसे शादी कर ले..जो बोलूंगी…पूरा गुलामी करूंगी…अहह्ह्ह्हह….तू तो पूरी एक्सपर्ट है…..मेरे पति..को भी चूत चटाना सिखा दे”…बहू …चिल्लाती रही…”आह.. अब बर्दाश्त नहीं… साला मादरचोद परम कह रहा है… विनोद को बुलाओ… मेरी चूत को मोटा लंड चाहिए….. कुत्ते को ही बुला लो.. उससे चुदवाउंगी…।” बहु चिल्लाती रही और सुंदरी उसकी चूत और गांड को चाटती रही।

तभी सुंदरी चूत को चाटना छोड़ उठी खड़ी हुई और वहा से हट गई...बहू चीख पड़ी...

“हरामजादी बीच में क्यों छोड़ दिया…पानी तो निकालने दे…।”





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आज के लिए बस इतना ही। कल कुछ नया जानेंगे इसी कहानी में तब तक के लिए शुक्रिया और अपना मंतव्य देते रहे......।

Ekdum mast up[date he Funlover Ji

Keep posting dear
 

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