chapter 36
टीनू बंगलो
आरोही अपनी दोस्त जिसका नाम रिया होता है उसके पास आके - रिया तुमने बात करनी है अकेले मे
रिया आरोही की उमर की ही थी गरीब घर से थी दोनों अच्छे दोस्त थे
रिया आरोही को देख - हा ठीक है चलो
आरोही रिया को एक कमरे मे लेके आती है दोनों बिस्तर पे बैठ जाते है
रिया आरोही को देखते हुवे - हा तो आरोही क्या बात करनी है
आरोही रिया को देख - रिया तुम नही चाहती ऐसी लाइफ जीना जैसी मे जी रही हु
रिया आरोही को देखती है फिर घर की दीवार देखते हुवे - आरोही मे नही हर कोई अमीर वाली लाइफ जीना चाहेगा लेकिन चाहने से सब मिल नही जाता
आरोही रिया को देखते हुवे - तुम सही तो लेकिन कभी कभी मिल भी जाता है
रिया आरोही को देख - तुम्हारे कहने का क्या मतलब है
आरोही - मुझे पता है तुम्हारे घर की हालत खराब है
रिया आरोही को अजीब नजरो से देख - तो क्या
आरोही - मे सीधे साफ बोलती हु..............
रिया आरोही को गुस्से से - तू चाहती है मे अपना जिस्म बेच पैसे कमाऊ आरोही तु कितनी गिरी हुई लरकी है ये पैसा अमीरों वाला लाइफ तुझे ही मुबारख मे जा रही हु तेरी जैसी दोस्त ना होना ही अच्छा है
रिया गुस्से से बंगलो से निकल जाते हुवे मन मे - छि सोचा नही था आरोही इतनी गिर जायेगी अब समझ मे आ रहा है सब
आरोही टीनू अमर के पास आके बैठ जाती है आरोहो बहोत गुस्से मे थी
टीनू हस्ते हुवे - क्या हुआ इतना गुस्से मे कियु है और वो रिया भी गुस्से से गई है यहा से
आरोही गुस्से से लाल - उस कमीनी ने मुझे गिरी हुई लरकी कहा कसम खा के केह रही हु उसका गुमान तोर दुगी मेने सोचा आराम से मान जायेगी लेकिन साली बहोत संस्कारी अच्छी लरकी निकली
अमर आरोही को देख - छोटी वो तुम्हारी दोस्त है तो क्या तुम्हे नही पता था वो कैसी लरकी है
आरोही अमर को देख - पता था भाई बहोत अच्छी लरकी है लरको के चक्कर मे नही परती लेकिन मुझे लगा पैसों के आगे
अमर आरोही को समझाते हुवे - छोटी पैसा सब को बदल देता है लेकिन हर किसी को नही पैसे से हम सब हासिल नही कर सकते
आरोही अमर को देख पागलो की तरह हस्ते हुवे - हा हा हा अच्छा ऐसा है तो ताकत से हासिल तो क्या जा सकता है उस कमीने को सजा तो मिल कर रहेगी उसकी इज़त जिसकी वजह से उसने मुझे गिरी हुई कहा लुटवा दुगी रण्डी बना दुगी उसे
टीनू आरोही को देख मन मे - मे कमीना लेकिन आरोही तो अलग लेवल की पागल लरकी निकली अच्छा है
टीनू आरोही को देख मुस्कुराते हुवे - बाकी सब भी चले गये अब हमारा क्या कियु ना तुम मजे देदो
अमर टीनू को देख गुस्से से - ओये मेरे सामने मेरी बेहन से ऐसी बात कर रहा है
अमर खरा होके अपना पैंट नीचे कर देता है
अमर मुस्कुराते हुवे टीनू को देख - सही कहा अब तो मेरी छोटी बेहन ही हमे फुल मजे देगी
आरोही दोनों को देख मुस्कुराते हुवे - ठीक है मे रेडी हु मेरी चुत भी
आरोही की बात सुन अमर टीनू मुस्कुराते हुवे एक दूसरे को देखते है फिर पुरा नँगा हो जाते है
आरोही दोनों के खरे टाइट लंड देख मुस्कुराते हुवे अमर टीनू के पास आते नीचे घुटनों पे बैठ दोनों लंड देख - हु मजा आयेगा
अमर - छोटी अच्छे से चुसना
टीनू - मेरा भी
आरोही दोनों को देख मुस्कुराते हुवे - चिंता मत करो मजे से चूस कर तुम दोनों के लंड का एक साथ स्वाद लुगी
अमर टीनू एक दूसरे के समाने खरे थे आरोही बीच मे बैठी हुई थी
आरोही टीनू के लंड को पकर हिलाने लगती है तो वही अपने भाई के लंड को मुह मे लेके मजे से चूसने लगती है अमर टीनू आह करते है
दोनों आरोही को देख और जोस मे आ रहे थे ( टीनू अमर को देख - यार तेरी भी बेहन बरे मजे से तेरा लंड चूस कर रस पी रही है) ( अमर उफ मेरी छोटी है ही कमाल की आह छोटी और मुह मे अंदर लेके चूस
अमर टीनू मजे से आह उफ किये जा रहे थे आरोही अपने भाई का लंड 2 मिनट चूसने के बाद टीनू के लंड को मुह मे लेके चूसने लगती है
टीनू आरोही को अपना लंड चुस्ता देख - उफ आरोही यार तुम सच मे कमाल को उफ किया लंड चुसती तो आह मजा आ रहा है 5 मिनट बाद
आरोही का मुह लार से सना हुआ था आरोही के होठों से लार टपक रहे थे आरोही अपनी जिब होठों पे फेरा के सब चट कर जाती है
आरोही अमर टीनू को देख मुस्कुराते हुवे - तो लंड का स्वाद एक बार मे लेके मजा आया
अमर आरोही को देख मुस्कुराते हुवे - हमे भी अपनी चूस के रस का मजा तो छोटी बेहन
टीनू - हा हमे भी तेरी चुत के रस को पीना है मजे से
आरोही खरे होके दोनों को देख - उफ जरूर पिलाऊँगी
आरोही एक एक कर सारे कपड़े निकाल पूरी नंगी होके दोनों के सामने खरी हो जाती है अमर टीनू तो बस आखे फ़ारे देखते रखते है आरोही दोनों को देख मन मे - साली कमीनी अदिति तुझसे कब मे नही मेरे पीछे भी कई दीवाने है इंतज़ार कर मेरा उसके बाद रोना है तुझे

अमर अपनी छोटी बेहन को नँगा खरा देख चुत चुचे पे नजर डालते हुवे - छोटी बेहना जब भी तुझे ऐसे नंगे देखता हु तो लगता है पहली बार देख रहा हु तुझसे तेरी नंगी बॉडी से मेरी नजर ही नही हटती है
टीनू आरोही को उपर से नीचे तक देखते हुवे - सही कहा अमर तेरी बेहन भी किसी से कम नही देख उसकी चुचे कमर और सबसे बरा खजाना उसकी फूली टाइट रसिलि चुत उफ रुका नही जा रहा
आरोही दोनों को देखती है उसके बाद कमरे की तरफ नंगी गांड कमर हिलाते हुवे जाने लगती है पीछे से अमर टीनू भी आरोही के पीछे जाने लगते है
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अमर टीनू की नजर तो आरोही के हिलते गांड पे ही थी आरोही जान बुझ कर अपनी कमर गांड मटका कर चल रही थी ताकि दोनों को अपने हुसन से पागल कर सके

आरोही कमरे मे आके बिस्तर पे लेत मुस्कुराते हुवे अमर टीनू को देखते हुवे - आजाओ अब रुकने की जरूरत नही है आज अच्छे से मजे दुगी और लुंगी भी
अमर टीनू दोनों एक दूसरे को देखते है फिर तेजी से आरोही के पास बिस्तर पे चले जाते है
अमर अपनी बहन के चुत पे मुह मार देता है टीनू आरोही के एक बार मे दो हमले से आरोही आह करते हुवे सिसकिया लेने लगती है टीनू मजे से आरोही के चुचे मुह मे लेके पीने लगता है अमर चुत को मुह मे लेके मजे से चूसने जिब से चाटने लगता है एक साथ चुचे चुत पे गर्म जिब का हमला आरोही को पागल कर रहा था आरोही का ये पहली बार था दो लोगो के साथ ये एहसास आरोही को और जोस दिला रहा था

आरोही बिस्तर पे मचल रही थी तेज सासे सिसकिया ले रही थी और अपने चुचे चुत मे टीनू अमर के जिब को चलते गिल कर पागल हुवे जा रही थी ( आरोही आह मा धीरे टीनू तेरे दात लग रहे है आह भाई अच्छे से अपनी बेहन के चुत के अंदर जिब डाल कर रस चूस बहोत है अंदर आह मा भाई आने वाला है तेरे लिये गर्म रस आह भाई भाई आरोही कापते हुवे कमर गांड उठा के झर जाती है अमर सब रस पी जाता है
आरोही पसीने से भीगी हाफ़ते हुवे अमर टीनू को देख - उफ तुम दोनों ने मेरी इतने मे हालत खराब कर दी
अमर टीनू आरोही को देख मुस्कुराते हुवे - अभी तो मैन खेल बाकी है
आरोही दोनों को देख मुस्कुराते हुवे - पता है
अमर आरोही को देख - छोटी अब कैसे करेगे क्या तुम दोनों छेद मे लोगी हम दोनों का एक साथ
आरोही हैरानी से - बिल्कुल नही गांड मे नही पहले उनका हक है एक एक कर के आओ जब पति जी मेरी गांड मार लेगे फिर एक साथ लुगी दोनों लंड
अमर - अच्छा ठीक है ( अमर टीनू को देख) तुम जाओ पहले
टीनू अमर को देख मुस्कुराते हुवे - समझ गया
आरोही अपनी टांगे फैला देती है टीनू आरोही के टाँगों के बीच आके बैठ जाता है आरोही टीनू को देख रही थी अमर खरा टीनू आरोही को
टीनू अपना लंड पकर आरोही के चुत मे घुसाने लगता है आरोही के चेहरे पे दर्द आने लगता है टीनू अपना लंड पुरा आरोही कि चुत मे घुसा देता है आरोही दर्द मे - उई मा मर गई करते बिस्तर जोस से पकर लेती है

अमर सब देख रहा था अपनी छोटी बेहन को चुदते हुवे दर्द मे ये सीन देख अमर को एक अलग मजा आने लगता है अमर का लंड फुल टाइट नशे फटने लगती है आरोही दर्द मे अमर को देख मुस्कुरा देती है अमर अपना लंड पकर धीरे धीरे हिलाने हुवे अपनी बेहन कि चुदाई देखने लगता है
आरोही बिस्तर पे लेती अपनी दोनों टांगे पूरी फैलाये हुवे थी बीच मे टीनू आरोही के कमर को दोनों हाथो से कमर तेज तेज धक्का मारने लगता है टीनू का लंड तेजी सी आरोही के चुत के अंदर बाहर हो रहा था आरोही को दर्द होने लगता है आरोही टीनू को देख - आह मा टीनू बहोत दर्द हो रहा है यार धीरे कर ना ( लेकिन टीनू आरोही को देख मुस्कुराते हुवे - तेरी चुत बहोत गर्म है मेरी जान धीरे करू ये ले ( टीनू अपना लंड पीछे कर एक जोर का धक्का मारता आरोही को बहोत दर्द होता है आरोही दर्द मे रोते हुवे टीनू का देख मर गई कहा था धीरे करने को मा आह उफ बहोत दर्द हो रहा है

आरोही अपने भाई को देखती है जो लंड हिलाये आरोही को देख रहा था आरोबि आखो मे आसु लिये आह भाई अपनी छोटी बेहन को चुदते देख कैसा फिल मजा आ रहा है आह भाई दर्द हो रहा है ( अमर आरोही के पास आके - छोटी दर्द मे मजा है सेह ले ( आरोही आखो मे आसु लिये - भाई आपने सही कहा आह मर गई रे ( आरोही टीनू को देखती है टीनू जोर जोर से धक्के मारने लगता है ( आरोही रोते हुवे बस कर टीनू तेज मत कर मर गई ( टीनू आरोही को देख हाफ़ते हुवे मेरा पानी निकलने वाला है करते हुवे एक तेज धक्का मार देता है आरोही दर्द से चिल्ला परती है
टीनू बिस्तर पे लेत तेज तेज सासे लेने लगता है आरोही आखो मे आसु लिये अपने भाई को देख - भाई अब आपकी बारी
आरोही पास से एक चादर सी चुत को अच्छे से साफ करने के बाद अमर को देख मुस्कुराते हुवे - आ जाइये भाई आपकी छोटी बेहन रेडी है चुदने को भाई का लंड लेके को
अमर तो पहले से ही सब देख पुरे जोस मे था अमर जल्दी से अपनी बेहन के ऊपर आके आरोही को देखते हुवे अपना लंड चुत पे रख धीरे धीरे अंदर घुसाने लगता है आरोही दर्द से आह भाई आराम से

अमर आरोही को देख अंदर अंदर चुत मे घुसाते हुवे - बेहना उफ आज मे नही रोक पाऊगा थोरा भी ( अमर जोर का धक्का मार बाकी लंड भी पुरा अंदर अपनी छोटी बेहन की चुत मे घुसा देता है आरोही दर्द मे तरप् के रोते हुवे अमर का देख - भाई बहोत दर्द हुआ आह मा
अमर आरोही के दोनों मोटे जांघों को पकर पुरा फैलाये तेज तेज धक्का मारना सुरु करता है अमर आज टीनू बेहन कि चुदाई देख बहोत जोस मे था अमर के तेज धक्के से आरोही की पूरे बॉडी हिल रहे थे साथ मे आरोही के बरे चुचे भी हिल रहे

अपने भाई के तेज धक्के और सत् सत् अपनी चुत मे भाई का लंड अंदर बाहर जाता मेहसूस कर आरोही को मजे से साथ दर्द भी बहोत हो रहा था ( आरोही अमर को देख रोते हुवे भाई बहोत दर्द दे रहे हो अपनी छोटी बेहन को लेकिन मे सेह लुगी आह भाई चोदिये अपनी छोटी बेहन को जैसे चोदना है ( आरोही बिस्तर कस के पकरे आखो मे आसु किये आह उफ करते रहती है
टीनू दोनों भाई बेहन की चुदाई देख टीनू का भी जोस चढ़ जाता है टीनू आरोही के मुह के पास आके आरोही के मुह मे लंड घुसा देता है आरोही आरोही भी दर्द मजे ने टीनू के लंड चूसने लगती साथ मे अपने भाई के लंड लिये जा रही थी टीनू भाई बहन कि चुदाई देख जोस से भरा जा रहा था अमर अपनी बहन को मजे से चुदते टीनू का लंड चूसते देख और जोस से भर जाता है

अमर और तेज तेज धक्का मारने लगता है आरोही को और तेज दर्द होने लगता हो आरोही आखो मे आसु लिये टीनू का लंड चूस कर पीती रहती है भाई का लंड लेती रहती हो दर्द सेहती रहती है
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अमर झरने वाला था तो जल्दी से अपनी छोटी बेहन के ऊपर आके और तेज तेज धक्के मारने लगता है आरोही टीनू का लंड मुह से निकाल आरोही दर्द मे रोते हुवे - भाई भाई बहोत दर्द होता रहा है भाई प्लेस प्लेस धीरे करो मर गई मा रुक जा भाई प्लेस टीनू रोक ना भाई को मर जाउंगी आरोही रोती रहती है दर्द मे चिल्लाती रहती है

अमर धक्का मारते हुवे उफ बेहन आज नही आह उफ मेरा निकलने वाला है अमर एक तेज धक्का मारता है आरोही दर्द मे जोर से चिल्लाती है रोने लगती है अमर बहोत सारा पानी अपनी छोटी बेहन के चूत मे छोर देता है अमर अपना लंड जब बाहर निकालता है तो आरोही के चुत से अमर का ढेर सारा माल बाहर निकलने लगता है
अमर हाफ़ते हुवे बिस्तर पे गिर जाता है आरोही आखो मे आसु लिये पसीने से भीगी बिस्तर पे टांगे फैलाये लेती रहती है आरोही कि भी हालत खराब थी तेज सासे लिये जा रही थी टीनू सब देख उसे अलग कि मजा मिल रहा था और टीनू का जोस फिर हाई हो गया एक भाई को अपनी बेहन की चुत मे माल छोरते हुवे टीनू का लंड फिर खरा हो गया
टीनू आरोही के के पास आके टांगे फैला के आरोही के ऊपर आ जाता है आरोही टीनू को ऐसा करता देख डरते हुवे कापते हुवे - टीनू मत कर मेरी हालत खराब है नही ले पाउंगी लेकिन टीनू एक बार मे ही पुरा लंड आरोही कि चुत मे घुसा देता है आरोही दर्द से चिल्ला परती है

टीनू आरोही को देख तेज तेज धक्का मारते हुवे - आरोही तुम भाई बहन कि चुदाई देख रोक नही पाया माफ करना आज तो अच्छे से तेरी चुदाई करुगा ( आरोही टीनू को देख रोते हुवे हट जा टीनू बहोत जलन दर्द हो रहा है प्लेस मान जा आह मा आज मर गई ( आरोही अमर को देख आखो मे आसु लिये - भाई प्लेस टीनू को रोक ना
अमर आरोही को देख - बेहना सेह ले मजा मे भी फिर करुगा
आरोही डर से रोते हुवे - मेरी ही गलती है मर गई मा मेरी चुत
1 घंटे तक अमर टीनू आरोही कि चुदाई करते रहते है यहा गलती आरोही कि थी भाई बहन की चुदाई देख टीनू जोस मे आ जाता था अपनी बहन टीनू कि चुदाई देख अमर आज टीनू अमर को अलग ही मजा आया आरोही की चुदाई कर की लेकिन आरोही कि हालत खराब कर दी दोनों ने
आरोही कापते पैरों के साथ खरी होके कपड़े धीरे धीरे पेहन अमर टीनू को रोते हुवे - कमीने कुत्ते जान निकाल दी मेरी
अमर टीनू आरोही को देख मुस्कुराते हुवे - अब तो रोज हम तेरी साथ मे लेगे
( रात 9 बजे अभय के घर )
आँगन के बीच चटाई बीछि हुई थी आसा मिनिता काजल अभय बैठे हुवे थे कमरे मे अदिति कोमल बाते कर रहे थे
मिनिता आस को देख - दीदी शोपिंग मे बहोत मजा आया ना
आसा मुस्कुराते हुवे - हा बहोत मजा आया
काजल - मे तो पहली बार मॉल मे गई थी
आसा मिनिता - हम भी
अभय तीनों को देख मुह बना के - शादी की शोपिंग करनी थी इस लिये नही तो मे कभी भी फिर लडिस के साथ शोपिंग पे ना जाऊ कितना वक़्त लगाती है तैयार होने मे 1 घंटे खरीदारी मे भी भी हद है
आसा मिनिता काजल अभय को घूर के देखते है अभय डर से पसीने से - मे तो बस मजाक कर रहा था
मिनिता अभय को देख अजीब नजरो से - दीदी केह तो रहा है लेकिन शादी के बाद खुद बीवी को लेके जायेगा
काजल भी घूर के अभय को देख - भाभी आपने बिल्कुल सही कहा
आसा अभय को देख - जायेगा है खुद नही जायेगा फिर भी जाना परेगा लाला बीवी के कई नखरे उसकी हर जरूरत मर्द को ही पूरी करनी परती है
मिनिता हस्ते हुवे - दीदी शादी के बाद खुद समझ जायेगा
काजल - हा अभी तो सिंगल है बीवी आयेगी तब देखते है
अभय सभी को देख खरा होते हुवे - ऐसा है तो देखते है मे चला आप तीन खूबसूरत परी बाते करिये
अभय कमरे मे आके बिस्तर पे लेत दिशा से बाते करने लगता है
मिनिता आसा को देख मुस्कुराते हुवे - आपका लाला क्या कह कर गया सुना ना
काजल हस्ते हुवे - खूबसूरत परी
आसा मुस्कुराते हुवे - लाला न सही तो कहा है
( अदिति के कमरे मे )
अदिति कोमल बिस्तर पे लेते छत को देखते हुवे बाते कर रहे थे
कोमल - अदिति बाल साफ किये नीचे के
अदिति सर्म से लाल होते हुवे - दीदी आप फिर सुरु हो गई
कोमल अदिति को देख - यार अदिति कितना शर्माती है पता भी दे
अदिति सर्म से - हा सुबह नहाते वक़्त कर किया था
कोमल नोर्मलि - अच्छा अभी खुजली हो रही है क्या
अदिति सर्म से - नही
अदिति मन मे - अरे यार खुजली हो रही है लेकिन आपके सामने खुजा भी नही सकती
कोमल गौर से अदिति के चेहरे को देखने लगती है अदिति छत को ही देख रही थी कोमल अदिति के चेहरे को देख फिर नीचे देखती है अदिति अपनी पैर एक दूसरे के ऊपर किये अपनी जांघें सताये हुई थी
कोमल मुस्कुराते हुवे - खुजली हो रही है खुजा ले मे तुझे बहोत सर्म आ रही है तो मे दूसरी तरफ चेहरा कर लेती हु
कोमल दूसरी तरफ चेहरा कर लेत जाती है
कोमल मन मे - अदिति जैसी खूबसूरत कायम बॉडी वाली लरकी आज तक नही देती और सर्मिलि भी दिल की अच्छी साफ भी जब ऑन्टी इतनी खूबसूरत है तो बेटी होगी ही
अदिति कोमल को दूसरी तरफ चेहरा किये देखती है तो जल्दी से अपनी टांगे फैला के जल्दी से उंगली से अपनी गर्म फूली नरम चुत को सेहलाती है तब जाके अदिति को आराम मिलता है
अदिति सर्म से - हो गया
कोमल अदिति की तरफ लेत अदिति को देख - पागल इतना भी मत सरमाया कर
अदिति सर्म से कुछ नही बोल पाती कोमल भी जानती थी अदिति बहोत सर्मिलि है ऐसी बाते करने मे तो दूसरे टॉपिक पे बाते करने लगती है
( अभय कमरे मे )
अभय हस्ते हुवे - कोन कोन कलर की चड्डी बिकनी ली है
दिशा सर्म से - खुद देख लेना
अभय जोस मे - अभी आ जाऊ क्या
दिशा हैरानी से जल्दी से - पागल है क्या मेरे कहने का मलतब आपकी बीवी बन आपके घर आउंगी तब
अभय हस्ते हुवे - अच्छा जब तुम आओगी तो कोन बेवकूफ चड्डी बिकनी देखेगा मे तो सीधा
दिशा सर्म से - बस बस समझ गई आप किया कहने वाले है
अभय हस्ते हुवे - यार कहने भी नही दिया छोरो साली जी सासु मा किया कर रही है
दिशा - मा सो रही होगी पूजा मोबाइल मे लगी होगी
10 मिनट अभय दिशा से बात करता है फिर फोन रख देता है
तभी काजल की बहु ममता का फोन आता है अभय नंबर देख मुस्कुराते हुवे फोन उठा के - हा भाभी बोलिये
ममता - देवर जी क्या हो रहा है
अभय - मे तो कमरे मे दिशा से बात कर रहा था और मा ऑन्टी आपकी सासु मा सब आँगन मे बात कर रहे है
ममता - अच्छा वैसे क्या बाते हो रही थी
अभय हस्ते हुवे - जो एक पति पत्नी के बीच होता है
ममता - अच्छा जी बाते तो कई तरह की की जाती है
अभय मुस्कुराते हुवे - प्यार वाली बाते
ममता सर्म से - अच्छा समझ गई लगे रहिये
अभय हस्ते हुवे - हा लगा तो रहुंगा आप बटाइये क्या कर रही है भाई कहा है
ममता - वो सो रहे है मे पीछे हु वो पास आये किस न लिये मेने मना किया कही आप मुझसे नाराज तो इसी लिये फोन क्या
अभय सांत रहता है फिर - भाभी मे कोई खुदगर्ज़ नही हु आपने मुझे एक गीली किस दी जो कोई भी भाभी हो अपने पति के अलावा किसी को नही देगी लेकिन आपके दिया उसके बाद भी मे कैसे नाराज हो सकता हु मे तो आपका दिल से आभार मानता हु और अपने आप को किस्मत वाला भी जो मुझे आपकी गीली किस मिली
अभय की बात ममता को बहोत अच्छी लगती है खुश भी हो जाती है ये जान अभय नाराज नही है
ममता - जान कर खुशी हुई आप नाराज नही है
अभय हस्ते हुवे - हा लेकिन आपके होठो के रस का स्वाद मे कभी भूल नही पऊगा
ममता सर्म से लाल होते हुवे - आप भी ना देवर जी
अभय - भाभी क्या सच मे मुझे फिर कभी आपके होठो का रस पीने के लिये नही मिलेगा
ममता सांत हो जाती है
अभय - माफ करना भाभी आप नाराज मत हो मुह से निकल गया आपके होठो का रस बहोत अच्छा लगा इस लिये
ममता धीरे से - आपको अच्छा लगा मेरे होठो का रस
अभय - कसम से भाभी बहोत मजा आया
ममता सर्म से - ठीक है फिर आयेगें तो पिलाऊँगी
अभय खुश होते हुवे - थैंक्स भाभी आप बहोत अच्छी है
ममता सर्म से - अच्छा मे रखती हु
फोन कट
तभी मिनिता कमरे मे आके अभय को देख - क्या कर रहे हो अकेले मे
अभय मिनिता को देख मुस्कुराते हुवे - आपका इंतज़ार
अभय उठ कर मिनिता के पास जाके बाहों मे कस आखो मे देख - आपको बाहों मे लेते ही मुझे पता नही कियु बहोत अच्छा फिल होता है

मिनिता अभय को देख सर्म से - मुझे भी लेकिन बेटा ननद जी भी है तो समझ रहे हो ना ( अभय समझ गया ऑन्टी

दोनों बिना देरी किये एक दूसरे को किस करना सुरु कर देते है मिनिता मजे से अभय के जिब को मुह मे लेके चूस कर रस पिये जा रही थी अभय भी 2 मिनट बाद
अभय मिनिता को देख - अब आप पुरे अच्छे से ककिस करना सिख गई है
मिनिता सर्म से अभय को देख - तुम्हारी वजह से है अब जाना होगा ननद जी नही होती तो थोरि देर और रुकती
अभय भी मामले को समझ - ठीक है लेकिन मॉल मे जो कहा क्या मुझे मोक्का नही मिलेगा
मिनिता अभय को देखते हुवे - फिर कभी बात करेगे
मिनिता फिर कमरे से बाहर आ जाती है अभय भी बिस्तर पे लेत जाता है
काजल मिनिता को देख - चलो घर चलते है
मिनिता - ठीक है
मिनिता काजल आसा को देख - ठीक दीदी भाभी हम जाते है
आसा - ठीक है
काजल मिनिता बाहर आते है तभी काजल मिनिता को देख - अरे मे अभय से मिल के नही आई क्या तुम
मिनिता ठीक है जाइये
काजल फिर अभय के कमरे मे आती है अभय काजल को देख बैठ - बुआ आप आइये ना
काजल अभय के पास बैठ अभय को देख - तुम मुझसे नाराज तो नही हो ना
अभय काजल को देख - मे भला कियु नाराज होऊगा
काजल - साम जो हुआ
अभय काजल की आखो मे देख - कभी कभी हम जो चाहते है हमे नही मिलता
काजल - अगर तुम चाहते हो तो एक बार तुम जो चाहो मेरे साथ कर सकते हो
अभय काजल की बात सुन पूरी तरह से सॉक हैरान काजल को देखता रहता है 1 मिनट बाद अभय होस मे आता है
अभय काजल को देख मुस्कुराते हुवे - मुझे आपका जिस्म नही चाहिये नही तो मेरे पास कई मोक्के थे उस वक़्त आप भी मुझे अपने आप को रोक नही सकती थी आपकी बाते सुन मुझे दुख हुआ की आप मुझे एक हवसी समझ रही है
अभय के आखो से आसु टपक परते है काजल अभय को देखती रहती है फिर काजल अभय के चेहरे को उपर कर आसु साफ कर अभय को देख - जितना प्यार तेरे दिल मे मेरे लिये है उतना प्यार मेरे दिल मे तेरे लिये भी है
अभय हैरान काजल को देखता है
काजल अभय की आखो मे देख - हा बेटा मे भी तुमसे बहोत प्यार करती हु साम को जब तुमने परपोस् क्या तो मे बहोत खुश हुई थी लेकिन पति बच्चे को सोच तुझे हा नही कर सकी लेकिन उसी के बाद से कुछ घंटे मे ही मेरा दिल अंदर से बहोत रोता रहा मुझे तुम्हारे साथ बाते करना मस्ती करना वक़्त बिताता बहोत अच्छा लगता है खुशी मिलती है बेटा मुझे अच्छे से पता है तुम बहोत अच्छे लरके हो इसी लिये तो मे तुम्हे अपने करीब आने दिया या मे भी तुम्हारे करीब आई अभी जो मेने कहा बस इस लिये कहा कियुंकी मे देखना चाहती थी किया तुम इस मोक्के का फायदा उठाते हो या नही लेकिन तुम्हारे जवाब सुन मुझे तुमसे और भी प्यार हो गया है
काजल अभय के होठो पे किस कर खरी होके अभय को देख - बाहर भाभी मेरा इंतज़ार कर रही है जाना होगा लेकिन आज अभी से तुम मेरे बॉयफ्रेंड मे तेरी गिर्लफ्रेंड
अभय हैरान लेकिन बहोत खुश भी होता है अभय जल्दी से काजल को बाहों मे लेके - आपके आज बहोत दर्द दिया मुझे पता भी है आपकी ना सुन मुझे कितना दर्द हुआ दिल मे
काजल अभय को देख प्यार से - मुझे भी ना केह बहोत दर्द हुआ लेकिन ( काजल सर्म से) तुम जो सजा दोगे मंजूर है

अभय काजल के कान मे धीरे से - अगर ऐसा है मुझे आपको अच्छे से प्यार करना है तैयार रखना कल हम चलेंगे एक जगह जहा आपको खूब प्यार करुगा वो वाला प्यार डालुगा आपके टांगों के बीच मे जो छेद है उसमे अपना साप
अभय की बात सुन काजल की सासे उपर नीचे होने लगती है काजल सर्म से लाल अभय को देख - अब तो मे तेरी गिर्लफ्रेंड हु जो चाहे कर लेना
ये केह काजल जल्दी से भाग कर बाहर आ जाती है अभय मुस्कुराते देखता रह जाता है काजल बाहर अपने सीने पी हाथ रख सर्म से अपने सास पे काबू कर मिनिता के पास आती है फिर दोनों घर जाने लगते है
तभी मिनिता काजल को देख - अरे कोमल को हम भूल ही गये
काजल अपना सर पकर- सही कहा भाभी आपने
मिनिता - मे बुला के लाती हु
मिनिता कोमल को बुलाने अंदर जाती है लेकिन काजल के कानों मे अभय की बाते भुज रही थी पहली बार काजल से किसी ने ऐसी गंदी बाते कही थी काजल भाभी दो वजह से पहला सर्म दूसरा अभय कि बाते सुन काजल की चुत से पानी निकल आया था
काजल आस पास देखती है फिर सारी के ऊपर से ही चुत साफ करते हुवे मन मे सर्म से - उफ कमीनी तु बस बातो से ही पानी बहाने लगी
तभी मिनिता कोमल भी आ जाते है फिर तीनों घर जाने लगते है
काजल के जाने के बाद अभय अपनी मा के पास आता है आसा बिस्तर पे लेती अभय को देख मुस्कुराते हुवे - आजा मेरे लाल
अभय मुस्कुराते हुवे आसा के ऊपर आके लेत अपनी मा की आखो मे देख - उफ हम सुकून मिला नरम गर्म बिस्तर पे लेत कर
आसा हस्ते हुवे - पागल के ऊपर लेता है मेरे सरीर को बिस्तर बना दिया
अभय हस्ते हुवे - हा कियुंकी आपका बदन बहोत मुलायम है गर्म है और आपके सरीर की खुशबु भी
आसा सर्म से न लाल हो जाती है
अभय आसा की आखो मे देख - मा आज कोई सेक्सी वाला पोस् मार नही दिखाओगी
आसा अभय की आखो मे देख सर्म से - अपनी बीवी को बोलना आई गी तब
अभय अपनी मा के कान मे धीरे से - मा आपकी बात ही अलग है आपका भरा बदन बॉडी की बनावट दूसरी आप मेरी मा है तो आपकी वजह कोई नही ले सकता
आसा खुश शर्मा भी जाती है
आसा अभय को देख सर्म से - ठीक है तुम ही बताओ कोन से पोस् मारू
अभय मोबाइल से एक मॉडल का फोटो दिखाते हुवे - ये वाला मे आपकी ऐसे पोस् मे देखना चाहता हु
काजल जब फोटो देखती है तो सर्म से पानी पानी होते हुवे अभय को देख - छि मा को ऐसे पोस् मे देखेगा
अभय आसा को देख - आप मेरी मा आप मेरी है की नही
आसा अभय को सर्म से - हु ठीक है अपने लाला के लिये तो अब मे एक मॉडल बन ही गई हु
आसा खरी होती है और अभय को देख - बेटा फोटो मे मॉडल लाल सारी ब्लाउस मे है तो मुझे भी वैसे ही सारी ब्लाउस पेहन लेने दे फिर पोस् मारके दिखाउगी
अभय - मा कोई बात नही इसी सारी मे कर सकती है
आसा - नही ना अच्छा नही लगेगा तुझे
अभय अपनी मा को बाहों मे लेके धीरे से - मेरे लिये इतना सब आई लोव यू सेक्सी हार्लिंग मा
आसा सर्म से - आई लोव यू तु लाला
अभय फिर आगे मूर खरा हो जाता है आसा लाल सारी ब्लाउस पेहन रेडी होके सर्म से - ठीक है लाला मे रेडी हु
अभय भी आसा को देख अपने आप को तैयार कर - ठीक है मा
आसा हिम्मत झूठा के शर्म से अभय ने जैसा फोटो मे दिखाया था आसा वैसे ही पोस् मारती है जिसे देख अभय की सासे दिल सब कुछ पल के लिये रुक जाता है यहा तक अभय का लंड पहली बार टाइट होके कई झटका मारता है
आज के लिये इतना ही


