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Thanks broKuch to h jo uske mummy papa usse chupa rahe ,jisse iske padhai disturb n ho
But launda yha gifts de rha usi paise se
Good update![]()
Nice n fantastic
बहुत ही सुंदर और रोमांटिक अपडेट मजा आ गया !
ऐसे ही लिखते रहिए !![]()
Vary good update
Nice one![]()
Bhai sapna ya hakikat mein bhi update do
Bhai full on erotic update
Superb apdet Bhai
Mast Update
Romanchak. Pratiksha agle rasprad update ki
Kahani kaa nyaa update post kr diya haiKuch to h jo uske mummy papa usse chupa rahe ,jisse iske padhai disturb n ho
But launda yha gifts de rha usi paise se
Good update![]()
WaahUPDATE 008
: Good morning Sona
: Good morning Babu mera ( मैने भी वापस उसे मैसेज भेजे )
: kya kar rhe ho ?
: Mai padhai kar raha hun aur ap ?
: Mai nahane ja rhi hun
: Mai bhi aau ?![]()
: bkkk ganda Babu , maarungi apko![]()
: Ane do n sath me nahayenge![]()
: chhiiii Ganda , kaise kaise emoji bhej rhe ho
: aane do plzbabu dur khada hokar naha lega ( मैने थोड़ा ड्रामा किया )
:mere bathroom me ek hi log naha skate hai , jab apna ghar hoga to usme bada wala bathroom banwana to sath me nahayenge n babu
: are ?
:bye ( वो चली गई )
मै वापस पढ़ाई में लग गया और 15 मिनट बाद ही उसका फोन आया
: नहा लिए ( मैने पूछा )
: हा कितना नहाऊंगी और इतनी ठंडी है अभी भी उहुहुहू ( वो सिहरी)
: अभी तक कपड़े नहीं पहने क्या ?
: अभी तो जस्ट नहा कर निकली हूं पागल हीही
: सच में ? कुछ नहीं पहने ( मेरे मन में लालच फूटा )
: नहीं ( वो खिलखिलाई )
: वीडियो काल करूं
: नहींईईईई ( वो एकदम से चौक कर शर्माकर खिलखिलाई )
मै जान रहा था इस वक्त उसके आस पास कोई है नहीं इसीलिए वो फोन पर बात कर रही है और मैने वीडियो काल की रिक्वेस्ट भेज दी उसके फोन पर
: हीहीही मै भी उठाऊंगी , प्लीज बाबू हीहीही ( वो हस रही थी )
: उठाओ बोला न , मुझे आपको देखना है
और उसने वीडियो काल उठाया और मोबाइल पर वो दिखाई नहीं दी वो कैमरे के रेंज से दूर छिपी थी
: कहा हो ( मै थोड़ा बेचैन होकर उसको मोबाइल में खोजा )
फिर वो लपक कर बस गर्दन आगे कर अपना खिलखिलाता शर्माता चेहरा आगे की , उसके भीगे बाल लटके हुए थे और उसका गुलाबी चेहरा खिला हुआ था और वो हस रही थी
: आओ न प्लीज ( मैने मुंह बना कर उससे रिक्वेस्ट किया )
वो थोड़ा शर्माई और सामने आई तो तौलिए में थी
उफ्फ गजब की खूबसूरत और गोरा बदन, उसके दूधिया सीने पर उसके उभारों के दरार के शुरुआती भाग हल्के से दिखे लेकिन तौलिए में तने हुए नारियल की गोलाई देख कर लंड पंप होने लगा
नीचे उसकी गोरी गुलाबी जांघें घुटने के पास से दिख रही थी और कितनी सॉफ्ट और मुलायम थी
उसने एकदम से मोबाइल पकड़कर ऊपर एक जगह सेट कर दिया कि अब उसके चेहरे के नीचे कुछ दिखे ही नहीं
: हो गया देख लिए न ( जैसे उसने मुझे चिढ़ाया हो )
: ऊपर क्यों कर दिए , नीचे रखो न
: नहीं , गंदी बात नहीं
और उसने अपना तौलिया खोलकर बड़े ही शरारती ढंग से मोबाइल के ऊपर रख दिया
: अरे ये क्या है ? कुछ दिख नहीं रहा ( मै बेचैन हो उठा )
: अरे रुको बाबा , बस 2 मिनट आ रही हूं
फिर उसने तौलिया उठा कर सामने आई , अपने कालेज के ड्रेस में
: रेडी , हीही ( वो हस रही थी और मेरा मुंह उतर रहा था कि एकदम से उसने मुझे किस किया मोबाइल पर ही )
थोड़ा तो अच्छा लगा लेकिन अरमान आज मेरे टाइट थे , सोचा था कुछ तो दर्शन हो जाएंगे
: जा रहे हो ?
: हा लेकिन आप ऐसे उदास क्यों हो
: आपने तौलिया क्यों रख दिया था
: पागल , मार खाओगे अब ( वो फिर से हंसने लगी ) चलो मै जा रहीं हूं शाम को मिलते है बाय बेबी लव यू
: हा बाय , आराम से जाना , टेक केयर ( उतरे हुए मन से मै बोला )
: बस , और किस्सी ?
: उम्माह ( मैने एक चुम्मी दी उसको ) लव यू
: चलो स्माइल करो ,, हम्म्म गुड बाय बेबी लव यू उम्माह हीही
फिर वो चली गई मेरे अरमानों से खेल कर और मेरे लंड में हरकत करके ।
अभी 8 बज रहे थे और कुछ ही देर बाद दरवाजे पर दस्तक हुई
सामने देखा तो प्रिया थी
वो अंदर आई हाथ में चाय पकोड़े का ट्रे लेकर
वो बिस्तर पर रखने के लिए गई और मेरी नजर पीछे से उसके चर्बीदार चूतड़ों पर गई जो उसके वूलन पैजामा के फूले हुए थे
अभी मेरी सोना से बातचीत का असर ताजा था और लंड फिर से सर उठाने लगा
वो ट्रे रख कर घूमी और मेरी नजरे उसके सीने पर गई , सामने मेरे दो बड़े बड़े ठोस कारण दिख रहे थे उसको देखने के लिए, जिनकी गोलाई ने उसके दोनों बाजुओं को थोड़ा थोड़ा छुपा लिया था अपने पीछे ।
: अभी कर लो नाश्ता नहीं तो ठंडा हो जाएगा
: और तुम , तुम भी कर लो? ( मै उसका साथ चाह रहा था , ना जाने क्यों मैने उसे रोक दिया था और ये पहली बार हुआ था )
उसे भी ताज्जुब था और वो बैठ भी गई
मैने एक कप निकाला और चाय आधी कर दी और उसे ऑफर किया
उसने मुस्कुरा कर प्याला लिया और सीप लेने लगी मुझे देखते हुए
मैने पकोड़े उठाए और खाने लगा
: उम्मम , वाह सर्दी में गर्म पकोड़े
: हीहीही पागल कही के ( वो हसी मुझे देख कर अपने दांतों से प्याज के कुरकुरे पकोड़े नोचती हूं )
: आज तुम कालेज के लिए नहीं रेडी हुई ? ( मैने सहज पूछा )
उसने नजर उठा कर मुझे देखा मानो सोच रही हो कि मै उसपर नजर रखता हूं
: ऐसे ही जनरली पूछ रहा हूं ( सफाई देते हुए मै बोला )
: जाना था पर , पापा आ रहे है आज न
: अरे वाह सच में , कितना दिन हो गया मिले उनसे ( मै खुश होकर बोला )
हा लेकिन वो थोड़ी उदास सी थी
: क्या हुआ खुश नहीं हो ?
: क्या खुश हो जाऊ, जब भी आते है उन्हें मेरी शादी की फिक्र होने लगती हैं ( वो उखड़ कर बोली )
मै शांत हो गया
: जैसे मै उनके लिए बोझ हो गई हूं अब ( थोड़ा आंखे नम सी हो गई )
: अरे ? ( मै उसके करीब आया अपने बीच से ट्रे किनारे कर उसके कंधे पकड़ पकड़ कर और वो फफक पड़ी ) तुम रोती भी हो ? मुझे लगा ये काम बस एक ही लड़की आता है मेरी सोना को
: हीही ( वो एकदम से हस दी ) पागल हो
: ओफ्फो इतना मत सोचो , देखो इस बात को स्वीकारना ही है कि एक दिन तुम्हे शादी करके जाना ही है इस घर से और जबतक हो तब तक डॉन बन कर राज करो
वो हस पड़ी
: हा पता है मेरी एक दीदी है , मेरी मौसी की लड़की उनको भी शादी के लिए लोग बहुत तंग करते है तो वो घर के खूब तांडव मचा कर रखती हैं किसी को चैन से रहने नहीं देती अगर शादी की बात छिड़ जाए तो घर वाले खुद दो हफ्ते तक परेशान हो जाते है ।
: हीही ( वो हंस कर अपने गाल से आंसू साफ करते हुए मुझे देखने लगी )
: सही में
: तो क्या अब मै भी तांडव करु ? हीही
: जरूरी नहीं है , एक दो दिन खाना पीना छोड़ दोगी तो भी साल 6 महीना मामला टल जाएगा
इस बात पर हम दोनो खूब हंसे और मैने उसको ताली देनी चाही लेकिन उसके अपनी हथेली आगे नहीं की और मेरा हाथ उसके गुदाज चर्बीदार जांघ पर जा लगा
: आउच , मारा क्यों ( वो सहलाती हूं बोली)
: अरे मै तो ताली दे रहा था
: हीही पागल हो तुम
मै भी हसने लगा लेकिन मेरे उंगलियों के वो नर्म गुदाज चर्बीदार सा अहसास ताजा था , जिसका असर सीधा मेरे लंड पर हो रहा था
हंसते हुए उसके दुध भी हिल रहे थे थोड़े थोड़े
फिर वो चली गई और मैने दरवाजे से उसके थिरकते चूतड़ों को उसकी वूलन पैजामा में पीछे से देखा और अपना लंड मसलते हुए दरवाजा लगा दिया
सीईईईई परेशान करके चली गई पगली अह्ह्ह्ह कितनी नरमी थी उसके जांघों में ( मेरे मन में ये बाते चल रही थी और लंड बांग दिए जा रहा था )
मैने थोड़ी देर पढ़ाई के बाद नहाने के लिए नीचे चला आया
बाथरूम में आज चार ब्रा पैंटी टांगे थे सूखने के लिए, आज वो लेकर नहीं गई थी
देखते ही लंड में हरकत शुरू हो गई
लेकिन मै कभी भी बाथरूम का दरवाजा बंद करके नहीं नहाता था मगर बार बार मेरी निगाहे उसकी पैंटी पर जा रही थी ।
लंड एकदम उफान पर था , सुबह सुबह मेरी सोना ने जो तौलिए में मूड बनाया और अब प्रिया के साथ वो पल
रह रह भीतर बादल घुमड़ने लगे थे और मेरे उंगलियों को उसकी वो काली पैंटी बार बार रिझा रही थी ,साबुन लगाते हुए मैने अंडर वियर के हाथ डाल पर अच्छे से अपना कड़क लंड सहलाया और जल्दी जल्दी बदन पर पानी डाल कर निकल गया बाथरूम से सिर्फ तौलिया लपेटे हुए और एकदम से वो मेरे सामने आ गई
हाथ में गिला जांघिया बनियान और कंधे पर पहनी हुई टीशर्ट लपेट कर रखी थी । सीना और पेट एकदम नंगा
आंखे फाड़ कर एकदम से चौक कर उसने मुझे देखा जैसे उसकी घिग्गी बंध गई हो और शॉक्ड होकर वो खुली आंख लिए वो घूम गई
: सॉरी ( मै बोलकर सरपट ऊपर भागा )
ऐसा नहीं था कि उसने पहले मुझे बाथरूम से निकलते हुए या तौलिया लपेटे हुए नहीं देखा था , लेकिन हर बार मेरे देह पर बनियान या टीशर्ट होती थी लेकिन आज ऊपर से नंगा था
शर्म के मारे शाम तक कमरे से बाहर नहीं आया और फिर सब्जी लेने के लिए नीचे आया तो उसके पापा आए हुए थे
: कैसे हो रोहन ( उन्होंने मुझे आवाज दी )
: जी , नमस्ते अंकल ( मै अंदर हाल में चला गया ) अच्छा हूं आप कैसे है
: मै भी ठीक हूं आओ बैठो , ये प्रिया बेटा पानी लाओ रोहन के लिए , और बताओ
फिर हमारी पढ़ाई और घर को लेकर कुछ हाल चाल साझा हुआ । फिर प्रिया पानी लेकर आई और एक नजर उसकी मेरे से आंख लड़ी वो अपनी हंसी दबाते हुए फुर्र ही गई , मानो मेरे मजे ले रही हो ।
: और कहा जा रहे हो ?
: बस अंकल सब्जी लेने
: अच्छा फिर चलो मै भी चलता हूं , नॉनवेज तो तुम खाते नहीं या शुरू कर दिया
: नहीं नहीं एकदम नही ( मैने सिरे से खारिज कर दिया और वो हसने लगे ).
फिर हम दोनो बातें करते हुए पैदल ही निकल गए मार्केट के लिए
वहा मै जबतक सब्जी ले रहा था उन्होंने मुर्गा कटवा लिया और मेरे पास आ गए
: चले ? ( मैने पूछा )
: अह हा चलो ( फिर कुछ सोच कर ) तुम चलो और कुछ लेना है लो मै आता हूं 2 मिनट
: ठीक है आइए मै यही हूं
अजीब लगा और फिर मै वही प्रतियोगी किताबों की लगी स्टाल देखने लगा और अनायास मेरी नजर अंकल पर गई , वो मेडिकल स्टोर पर गए थे और उन्होंने पैसे देकर एक पैकेट लिया इससे पहले वो मुझे देखतें मै वापस बुक स्टाल के किताबें देखने लगा और तब तक नजर इधर उधर नहीं की जबतक कि वो खुद मुझे बुलाए नहीं
: चले बेटा
: जी अंकल चलिए
फिर हम लोग वापस आ गए
मै ऊपर कमरे में आकर सब्जी काट रहा था और शाम का वक्त था तो दरवाजा खुला ही था
एकदम से प्रिया आई
: क्या बनाने जा रहे हो ?
: आलू गोभी , क्यों ?
: यार पापा नीचे नॉनवेज बनवा रहे है तो मै भी यही खाना खाऊंगी
थोड़ी बहुत इसकी मुझे उम्मीद थी ही कि वो आएगी क्योंकि पहले भी 2 3 बार ऐसा हुआ है । लेकिन अब चीजें बदल गई थी ।
: मै सब्जी बना दे रही हूं , रोटी नीचे से आ जाएगा ( उसने कहा )
: नहीं ? आज मै ही बनाऊंगा मेरे किचन में तुम्हारी मनमानी नहीं चलेगी
वो हसने लगी ।
फिर मै मस्त चटाखेदार मसाले भुनने लगा जिसकी खुशबू पूरे कमरे में फैल गई
वो मेरे कमरे में ही बिस्तर पर बैठ कर मेरे नोट्स देख रही थी और हमारी कैजुअल बातें चल रही थी ।
इसी दौरान मेरी सोना का फोन आया
मैने नेकबैंड चार्ज में लगाया था और मै मसाले भुन रहा था अभी
तो मै फोन स्पीकर पर डाल कर काल पिक किया
: हैलो ( प्रिया की वजह से मैने नॉर्मल ग्रिट किया )
: हाय मेरा गंदा संदा बेबी ( वो खिलखिला कर बोली )
एकदम से मै चौक गया और आंखे बड़ी कर एक नजर प्रिया को देखा वो भी शॉक्ड थी और मुस्कुरा रही थी
: बाबू , मोबाइल स्पीकर पर है
: हा तो क्या हुआ , मुझे न आप पर बहुत प्यार आ रहा है हग कर लो न , आज हग डे है आपने मुझे हग नहीं किया
मैने शर्मिंदा आंखों प्रिया को देखा और वो बिस्तर से उतर कर हंसती हुई कमरे से निकल रही थी और मैने फोन स्पीकर से हटा कर कान पर लगाया
: अच्छा , अभी तो बाबू सब्जी बना रहा है न तो जैसे हग करे उम्मम
: आई मिस यू खूब ढेर सारा , कब आओगे मुझे आपके पास सोना है अकेले नहीं मन कर रहा है , अच्छा भी नहीं लग रहा है
उफ्फ लड़की ने तो जज्बात हिला दिए थे मेरे
: मै तो बिना कपड़ो के हूं फिर भी हग करोगे उम्मम ( मैने अपना नेकबैंड कनेक्ट करते हुए कहा )
: हा करूंगी , ठंडी में कोजी कोजी सा हग हीही
( उसकी बातों का असर मेरे पूरे बदन में हो रहा था और मैने सब्जी में पानी डालकर कर उबलने के लिए छोड़ दिया और उससे बातें करता हुआ बाहर आया )
: हा तो मुझे भी चाहिए न कोजी कोजी सा हग , मुझे भी ठंडी लगती है ( नेकबैंड पर कमरे के बाहर खड़ा होकर बातें कर रहा था ताकि ये ध्यान रख सकूं कि प्रिया आस पास नहीं है न )
: तो क्या मुझे भी कपड़ा निकलना पड़ेगा ( बड़ी मासुमियत से वो बोली )
: आप भी नंगू हो जाना ऊपर से और मै भी , फिर हम साथ में चिपक कर सोएं... गे
मै ये बात बोल ही रहा था कि एकदम से मेरे बगल वाले कमरे से प्रिया बाहर आई और मेरी फट के चार
वो मुंह नीचे करके मुस्कुराती हुई या फिर कहो मुझ पर हंसती हुई नीचे चली गई । सुबह से पोपट पर पोपट हो रहा था
ढाई साल से जो रोला टाइट करके रखा था शराफत का उसकी फिल्डिंग फाइनली सेट हो गई थी
: सुन नहीं रहे हो क्या बाबू , बाबू ( एकदम से सन्नाटा छटा और उसकी आवाज आई )
: हा मेरा सोना बोलो न
: आप कुछ गंदा संदा नहीं न करोगे मेरे साथ
: उम्हू , हम तो शादी के बाद करेंगे न
: हम्म्म ठीक है फिर , मै भी न अपना टॉप निकाल कर सोऊंगी आपके पास
: ब्रा भी ? ( मै ललचाए मन से बोला )
: छीइइइ गंदा , नहीं वो पहने रहूंगी हीही
ओह्ह्ह्ह लड़की ने फिर से मेरे अरमानों को हरी झंडी देने लगी थी और लोवर में तंबू बनने लगा था , मैने उसको मिस कर कमरे में आया
: उफ्फ मेरा हॉट बाबू कितने गर्म हो आप
: उम्ममम आप भी हो , गुदगुदी करु हाहाहाहा ( वो खिलखिलाई )
: करो , मै छोडूंगा क्या मै भी करूंगा
: हीही रहने दो फिर मुझे ऐसे ही सोना है , आप न मुझे थपकी दे कर सुला दो मुझे निन्नी आ रही है
: ओके मेरा बच्चा आजाओ , हग यू मेरा प्यारा सा बेबी मेरा स्वीटू सा सोना उम्माह सो जाओ ऐसे लव यू मेरी जान उम्मम गुड नाइट
फिर कुछ ही देर बाद उसकी सांसों की सरसराहट आने लगी और मै समझ गया कि वो सो गई है फिर मैने कॉल कट कर दिया । अपनी सब्जी चलाई और गैस बंद कर बैठ गया पढ़ने
करीब साढ़े 09 बजे बाद कही प्रिया आई नीचे से रोटियां लेकर
: बन गया ( उसने पूछा )
: हा ( मैने आंखे उठा कर थोड़ा शर्मिंदा नजरो से मुस्कुरा कर देखा )
: ठीक है हाल धूल लो मै निकालती हूं
मै हाथ धूल कर आया और उसने दो प्लेट में खाना परोस कर चौकी पर रखा
मै और वो दोनों आमने सामने बैठ कर खाने लगे
कुछ असहजता हो रही थी और वो बोली
: तारक मेहता लगाऊं ?
मैने मुस्कुरा कर हा कर दिया
फिर हमने खाना खाया और वो बर्तन लेकर चली गई धुलने , मै वापस पढ़ने बैठ गया
: तुम रात में बाते नहीं करते ? ( उसका इशारा मेरी सोना को लेकर था )
: नहीं वो जल्दी सो जाती है
: अच्छा , पता है मेरी एक दोस्त है वो लोग सारी रात देर तक बाते करते है इधर उधर की गॉसिप
: ओह्ह्ह , सबकी अपनी अपनी चॉइस है और मौका मिले तो मै भी करु , लेकिन वो जानती है कि मुझे पढ़ाई करनी होती हैं और वो सोएंगी नहीं जल्दी तो मै फोन रखूंगा नहीं ।
: अच्छा ऐसे ? बड़ी समझदार gf खोजी है फिर तो हीही
: उम्मम समझदार नहीं शरारती कहो
: हा वो तो मैने सुना हीहीही ( वो हस कर बोली और उसका इशारा मै समझ गया )
: अरे यार तुम मजे मत लो अब
: तुम्हारे जैसे बुद्धू के लिए बिल्कुल सही लड़की है वो , इतने साल में पहली बार तुम्हे अलग देखा और.... ( वो मुस्कुरा कर बोली )
मै समझ रहा था उसका इशारा हमारी रोमांटिक बातों पर था
: और क्या ?
: कुछ नहीं ( वो थोड़ा शरमाई और हसने लगी )
: अरे , अब बताओ भी
: कुछ नहीं , तुमने उसकी इजाजत के बिना जरा भी आगे नहीं बढ़ते ये सुन कर अच्छा लगा । नहीं तो मैने तो यही सुना था कि लड़के बहुत तेजी से अपनी मनमानी करना चाहते है ।
: अब छोड़ो न यार , मुझे शर्म आ रही है प्लीज ( मै शर्म से लाल हुआ जा रहा था )
: आए हाय ये गुलाबी रंग तो देखो हाहाहाहा ( उसने मुझे छेड़ा और मै पहले से ज्यादा ब्लश करके हसने लगा )
: आज तुझे सोना नहीं है ? ( मैने बात बदली तो वो थोड़ा असहज हुई )
: नहीं , मै ऊपर ही सोऊंगी ( एकदम से मैने चौक कर उसे देखा और वो हसने लगी मेरी हालत पर ) अरे !! हीहीही मैने बगल वाले कमरे में बिस्तर लगाया है अपना पागल , क्या तुम भी
जान में जान आई
: क्यों ऊपर क्यों ?
: अह कुछ नहीं ऐसे ही ( वो थोड़ा ब्लश कर रही थी मुस्कुरा कर )
: बताओ तो ?
: वो पापा आए है न इसीलिए ( थोड़ा शब्दों को चबा कर बोली )
: पापा आए है ? तो उससे क्या .... ( मै परिस्थितियों को समझने की कोशिश करने लगा )
: इसीलिए बोली न तुम एकदम बुद्धू हो ( वो हस कर बोली )
फिर एकदम से मेरा माथा ठनका तो इसका मतलब अंकल उस मेडिकल स्टोर से कंडोम ले रहे थे और वो आज आंटी के साथ , ओह तेरी , इसीलिए ये ऊपर
: तुमने कब देखा ? ( मैने पूछा )
: क्या देखा और कब ? ( थोड़ा उलझन भरे लहजे में)
: अरे वो पैकेट जो अंकल लाए थे मेडिकल स्टोर से
वो अपने होठ दबा कर हसी रोकने लगी
: मुझे थोड़े पैसे चाहिए थे तो उनका पेंट चेक किया और वो था उसमें
: सही है
: क्या ? ( आंखों के शरारत लिए वो शर्माती मुझे देख रही थी )
: अंकल का , हीहीहीही
: मार खाओगे रोहन , मेरे मम्मी पापा है यार
: अरे तो सबके मम्मी पापा करते है इसमें क्या गलत है
: तुम , तुम बहुत गंदे हो , बस शरीफ होने का नाटक करते हो बदमाश कही के , मै जा रही हूं सोने बाय गुड नाइट
: अरे यार सुनो तो ( मैने हस कर उसे रोका )
: क्या है ? ( घुड़क कर वो बोली )
: दरवाजा लगा देना हवा आ रही है ( मैने उसे और चढ़ा दिया )
: बंद ही कर देती हूं बाहर से , रहो इसी में ( गुस्से में वो दरवाजा का हैंडल पकड़ कर बोली )
: अरे यार मत करो , रात में मुझे नीचे जाना हुआ तो ( मैने उसको फंसाया )
: क्या ? ( वो एकदम से चौक गई ) लेकिन नीचे क्यों जाना है । सब जान रहे हो तब भी , छीइइ गंदा लड़का
: अरे यार तुम तो ऐसे कह रही हो हीही जैसे तुम्हारे पापा मम्मी हाल में ही .... हाहाहाहा
मै ठहाका लगाकर हस्ते हुए उसे छेड़ा और वो भागती हुई मुझे मारने बिस्तर तक आई और मैने उसके हाथ पकड़ लिए उसे रोकने के लिए फिर खड़ा हो गया
उसके दोनों हाथों को पकड़ कर नीचे कर पीछे बांध दिया : अब हाथ चलाओ तो जानू
वो एकदम से सिसक कर मुझे देखी और मेरी नजरे भी उससे टकराई
हमारा ध्यान ही नहीं था कि हम दोनो एकदम दूसरे से इतना चिपक कर खड़े हो गए थे कि उसका बदन मेरे बदन से पूरा सट गया था
वो उसकी सांसे उफनाने लगी थी और मेरी भी हार्ट बीट बढ़ने लगी थी , वो मेरी आंखों में देख रही थी और मै उसके , उसके होठ खुल गए । जी में आया कि बस चूम लूं उसके लबों को जो खुद मुझे दावत दे रहे थे और जानता था वो मुझे रोकती नहीं
मैने आंखे बंद कर एक लंबी गहरी सांस ली और उसको छोड़ दिया : सॉरी
उससे अलग होकर नजरे नीची किए हुए खड़ा हो गया
: गुड नाइट ( वो थोड़ा रुक कर बोली और चली गई कमरे से )
मै वही खड़ा रहा खुद को शांत करने की कोशिश करता हुआ , मगर लोवर में बना हुआ तंबू अपनी अलग ही कहानी गढ़ रहा था ।
जारी रहेगी
Superb loveing story h bhai bht kamal ka likhte ho aap maja aa jata h ese update pad krUPDATE 008
: Good morning Sona
: Good morning Babu mera ( मैने भी वापस उसे मैसेज भेजे )
: kya kar rhe ho ?
: Mai padhai kar raha hun aur ap ?
: Mai nahane ja rhi hun
: Mai bhi aau ?
: bkkk ganda Babu , maarungi apko
: Ane do n sath me nahayenge
: chhiiii Ganda , kaise kaise emoji bhej rhe ho
: aane do plzbabu dur khada hokar naha lega ( मैने थोड़ा ड्रामा किया )
:mere bathroom me ek hi log naha skate hai , jab apna ghar hoga to usme bada wala bathroom banwana to sath me nahayenge n babu
: are ?
:bye ( वो चली गई )
मै वापस पढ़ाई में लग गया और 15 मिनट बाद ही उसका फोन आया
: नहा लिए ( मैने पूछा )
: हा कितना नहाऊंगी और इतनी ठंडी है अभी भी उहुहुहू ( वो सिहरी)
: अभी तक कपड़े नहीं पहने क्या ?
: अभी तो जस्ट नहा कर निकली हूं पागल हीही
: सच में ? कुछ नहीं पहने ( मेरे मन में लालच फूटा )
: नहीं ( वो खिलखिलाई )
: वीडियो काल करूं
: नहींईईईई ( वो एकदम से चौक कर शर्माकर खिलखिलाई )
मै जान रहा था इस वक्त उसके आस पास कोई है नहीं इसीलिए वो फोन पर बात कर रही है और मैने वीडियो काल की रिक्वेस्ट भेज दी उसके फोन पर
: हीहीही मै भी उठाऊंगी , प्लीज बाबू हीहीही ( वो हस रही थी )
: उठाओ बोला न , मुझे आपको देखना है
और उसने वीडियो काल उठाया और मोबाइल पर वो दिखाई नहीं दी वो कैमरे के रेंज से दूर छिपी थी
: कहा हो ( मै थोड़ा बेचैन होकर उसको मोबाइल में खोजा )
फिर वो लपक कर बस गर्दन आगे कर अपना खिलखिलाता शर्माता चेहरा आगे की , उसके भीगे बाल लटके हुए थे और उसका गुलाबी चेहरा खिला हुआ था और वो हस रही थी
: आओ न प्लीज ( मैने मुंह बना कर उससे रिक्वेस्ट किया )
वो थोड़ा शर्माई और सामने आई तो तौलिए में थी
उफ्फ गजब की खूबसूरत और गोरा बदन, उसके दूधिया सीने पर उसके उभारों के दरार के शुरुआती भाग हल्के से दिखे लेकिन तौलिए में तने हुए नारियल की गोलाई देख कर लंड पंप होने लगा
नीचे उसकी गोरी गुलाबी जांघें घुटने के पास से दिख रही थी और कितनी सॉफ्ट और मुलायम थी
उसने एकदम से मोबाइल पकड़कर ऊपर एक जगह सेट कर दिया कि अब उसके चेहरे के नीचे कुछ दिखे ही नहीं
: हो गया देख लिए न ( जैसे उसने मुझे चिढ़ाया हो )
: ऊपर क्यों कर दिए , नीचे रखो न
: नहीं , गंदी बात नहीं
और उसने अपना तौलिया खोलकर बड़े ही शरारती ढंग से मोबाइल के ऊपर रख दिया
: अरे ये क्या है ? कुछ दिख नहीं रहा ( मै बेचैन हो उठा )
: अरे रुको बाबा , बस 2 मिनट आ रही हूं
फिर उसने तौलिया उठा कर सामने आई , अपने कालेज के ड्रेस में
: रेडी , हीही ( वो हस रही थी और मेरा मुंह उतर रहा था कि एकदम से उसने मुझे किस किया मोबाइल पर ही )
थोड़ा तो अच्छा लगा लेकिन अरमान आज मेरे टाइट थे , सोचा था कुछ तो दर्शन हो जाएंगे
: जा रहे हो ?
: हा लेकिन आप ऐसे उदास क्यों हो
: आपने तौलिया क्यों रख दिया था
: पागल , मार खाओगे अब ( वो फिर से हंसने लगी ) चलो मै जा रहीं हूं शाम को मिलते है बाय बेबी लव यू
: हा बाय , आराम से जाना , टेक केयर ( उतरे हुए मन से मै बोला )
: बस , और किस्सी ?
: उम्माह ( मैने एक चुम्मी दी उसको ) लव यू
: चलो स्माइल करो ,, हम्म्म गुड बाय बेबी लव यू उम्माह हीही
फिर वो चली गई मेरे अरमानों से खेल कर और मेरे लंड में हरकत करके ।
अभी 8 बज रहे थे और कुछ ही देर बाद दरवाजे पर दस्तक हुई
सामने देखा तो प्रिया थी
वो अंदर आई हाथ में चाय पकोड़े का ट्रे लेकर
वो बिस्तर पर रखने के लिए गई और मेरी नजर पीछे से उसके चर्बीदार चूतड़ों पर गई जो उसके वूलन पैजामा के फूले हुए थे
अभी मेरी सोना से बातचीत का असर ताजा था और लंड फिर से सर उठाने लगा
वो ट्रे रख कर घूमी और मेरी नजरे उसके सीने पर गई , सामने मेरे दो बड़े बड़े ठोस कारण दिख रहे थे उसको देखने के लिए, जिनकी गोलाई ने उसके दोनों बाजुओं को थोड़ा थोड़ा छुपा लिया था अपने पीछे ।
: अभी कर लो नाश्ता नहीं तो ठंडा हो जाएगा
: और तुम , तुम भी कर लो? ( मै उसका साथ चाह रहा था , ना जाने क्यों मैने उसे रोक दिया था और ये पहली बार हुआ था )
उसे भी ताज्जुब था और वो बैठ भी गई
मैने एक कप निकाला और चाय आधी कर दी और उसे ऑफर किया
उसने मुस्कुरा कर प्याला लिया और सीप लेने लगी मुझे देखते हुए
मैने पकोड़े उठाए और खाने लगा
: उम्मम , वाह सर्दी में गर्म पकोड़े
: हीहीही पागल कही के ( वो हसी मुझे देख कर अपने दांतों से प्याज के कुरकुरे पकोड़े नोचती हूं )
: आज तुम कालेज के लिए नहीं रेडी हुई ? ( मैने सहज पूछा )
उसने नजर उठा कर मुझे देखा मानो सोच रही हो कि मै उसपर नजर रखता हूं
: ऐसे ही जनरली पूछ रहा हूं ( सफाई देते हुए मै बोला )
: जाना था पर , पापा आ रहे है आज न
: अरे वाह सच में , कितना दिन हो गया मिले उनसे ( मै खुश होकर बोला )
हा लेकिन वो थोड़ी उदास सी थी
: क्या हुआ खुश नहीं हो ?
: क्या खुश हो जाऊ, जब भी आते है उन्हें मेरी शादी की फिक्र होने लगती हैं ( वो उखड़ कर बोली )
मै शांत हो गया
: जैसे मै उनके लिए बोझ हो गई हूं अब ( थोड़ा आंखे नम सी हो गई )
: अरे ? ( मै उसके करीब आया अपने बीच से ट्रे किनारे कर उसके कंधे पकड़ पकड़ कर और वो फफक पड़ी ) तुम रोती भी हो ? मुझे लगा ये काम बस एक ही लड़की आता है मेरी सोना को
: हीही ( वो एकदम से हस दी ) पागल हो
: ओफ्फो इतना मत सोचो , देखो इस बात को स्वीकारना ही है कि एक दिन तुम्हे शादी करके जाना ही है इस घर से और जबतक हो तब तक डॉन बन कर राज करो
वो हस पड़ी
: हा पता है मेरी एक दीदी है , मेरी मौसी की लड़की उनको भी शादी के लिए लोग बहुत तंग करते है तो वो घर के खूब तांडव मचा कर रखती हैं किसी को चैन से रहने नहीं देती अगर शादी की बात छिड़ जाए तो घर वाले खुद दो हफ्ते तक परेशान हो जाते है ।
: हीही ( वो हंस कर अपने गाल से आंसू साफ करते हुए मुझे देखने लगी )
: सही में
: तो क्या अब मै भी तांडव करु ? हीही
: जरूरी नहीं है , एक दो दिन खाना पीना छोड़ दोगी तो भी साल 6 महीना मामला टल जाएगा
इस बात पर हम दोनो खूब हंसे और मैने उसको ताली देनी चाही लेकिन उसके अपनी हथेली आगे नहीं की और मेरा हाथ उसके गुदाज चर्बीदार जांघ पर जा लगा
: आउच , मारा क्यों ( वो सहलाती हूं बोली)
: अरे मै तो ताली दे रहा था
: हीही पागल हो तुम
मै भी हसने लगा लेकिन मेरे उंगलियों के वो नर्म गुदाज चर्बीदार सा अहसास ताजा था , जिसका असर सीधा मेरे लंड पर हो रहा था
हंसते हुए उसके दुध भी हिल रहे थे थोड़े थोड़े
फिर वो चली गई और मैने दरवाजे से उसके थिरकते चूतड़ों को उसकी वूलन पैजामा में पीछे से देखा और अपना लंड मसलते हुए दरवाजा लगा दिया
सीईईईई परेशान करके चली गई पगली अह्ह्ह्ह कितनी नरमी थी उसके जांघों में ( मेरे मन में ये बाते चल रही थी और लंड बांग दिए जा रहा था )
मैने थोड़ी देर पढ़ाई के बाद नहाने के लिए नीचे चला आया
बाथरूम में आज चार ब्रा पैंटी टांगे थे सूखने के लिए, आज वो लेकर नहीं गई थी
देखते ही लंड में हरकत शुरू हो गई
लेकिन मै कभी भी बाथरूम का दरवाजा बंद करके नहीं नहाता था मगर बार बार मेरी निगाहे उसकी पैंटी पर जा रही थी ।
लंड एकदम उफान पर था , सुबह सुबह मेरी सोना ने जो तौलिए में मूड बनाया और अब प्रिया के साथ वो पल
रह रह भीतर बादल घुमड़ने लगे थे और मेरे उंगलियों को उसकी वो काली पैंटी बार बार रिझा रही थी ,साबुन लगाते हुए मैने अंडर वियर के हाथ डाल पर अच्छे से अपना कड़क लंड सहलाया और जल्दी जल्दी बदन पर पानी डाल कर निकल गया बाथरूम से सिर्फ तौलिया लपेटे हुए और एकदम से वो मेरे सामने आ गई
हाथ में गिला जांघिया बनियान और कंधे पर पहनी हुई टीशर्ट लपेट कर रखी थी । सीना और पेट एकदम नंगा
आंखे फाड़ कर एकदम से चौक कर उसने मुझे देखा जैसे उसकी घिग्गी बंध गई हो और शॉक्ड होकर वो खुली आंख लिए वो घूम गई
: सॉरी ( मै बोलकर सरपट ऊपर भागा )
ऐसा नहीं था कि उसने पहले मुझे बाथरूम से निकलते हुए या तौलिया लपेटे हुए नहीं देखा था , लेकिन हर बार मेरे देह पर बनियान या टीशर्ट होती थी लेकिन आज ऊपर से नंगा था
शर्म के मारे शाम तक कमरे से बाहर नहीं आया और फिर सब्जी लेने के लिए नीचे आया तो उसके पापा आए हुए थे
: कैसे हो रोहन ( उन्होंने मुझे आवाज दी )
: जी , नमस्ते अंकल ( मै अंदर हाल में चला गया ) अच्छा हूं आप कैसे है
: मै भी ठीक हूं आओ बैठो , ये प्रिया बेटा पानी लाओ रोहन के लिए , और बताओ
फिर हमारी पढ़ाई और घर को लेकर कुछ हाल चाल साझा हुआ । फिर प्रिया पानी लेकर आई और एक नजर उसकी मेरे से आंख लड़ी वो अपनी हंसी दबाते हुए फुर्र ही गई , मानो मेरे मजे ले रही हो ।
: और कहा जा रहे हो ?
: बस अंकल सब्जी लेने
: अच्छा फिर चलो मै भी चलता हूं , नॉनवेज तो तुम खाते नहीं या शुरू कर दिया
: नहीं नहीं एकदम नही ( मैने सिरे से खारिज कर दिया और वो हसने लगे ).
फिर हम दोनो बातें करते हुए पैदल ही निकल गए मार्केट के लिए
वहा मै जबतक सब्जी ले रहा था उन्होंने मुर्गा कटवा लिया और मेरे पास आ गए
: चले ? ( मैने पूछा )
: अह हा चलो ( फिर कुछ सोच कर ) तुम चलो और कुछ लेना है लो मै आता हूं 2 मिनट
: ठीक है आइए मै यही हूं
अजीब लगा और फिर मै वही प्रतियोगी किताबों की लगी स्टाल देखने लगा और अनायास मेरी नजर अंकल पर गई , वो मेडिकल स्टोर पर गए थे और उन्होंने पैसे देकर एक पैकेट लिया इससे पहले वो मुझे देखतें मै वापस बुक स्टाल के किताबें देखने लगा और तब तक नजर इधर उधर नहीं की जबतक कि वो खुद मुझे बुलाए नहीं
: चले बेटा
: जी अंकल चलिए
फिर हम लोग वापस आ गए
मै ऊपर कमरे में आकर सब्जी काट रहा था और शाम का वक्त था तो दरवाजा खुला ही था
एकदम से प्रिया आई
: क्या बनाने जा रहे हो ?
: आलू गोभी , क्यों ?
: यार पापा नीचे नॉनवेज बनवा रहे है तो मै भी यही खाना खाऊंगी
थोड़ी बहुत इसकी मुझे उम्मीद थी ही कि वो आएगी क्योंकि पहले भी 2 3 बार ऐसा हुआ है । लेकिन अब चीजें बदल गई थी ।
: मै सब्जी बना दे रही हूं , रोटी नीचे से आ जाएगा ( उसने कहा )
: नहीं ? आज मै ही बनाऊंगा मेरे किचन में तुम्हारी मनमानी नहीं चलेगी
वो हसने लगी ।
फिर मै मस्त चटाखेदार मसाले भुनने लगा जिसकी खुशबू पूरे कमरे में फैल गई
वो मेरे कमरे में ही बिस्तर पर बैठ कर मेरे नोट्स देख रही थी और हमारी कैजुअल बातें चल रही थी ।
इसी दौरान मेरी सोना का फोन आया
मैने नेकबैंड चार्ज में लगाया था और मै मसाले भुन रहा था अभी
तो मै फोन स्पीकर पर डाल कर काल पिक किया
: हैलो ( प्रिया की वजह से मैने नॉर्मल ग्रिट किया )
: हाय मेरा गंदा संदा बेबी ( वो खिलखिला कर बोली )
एकदम से मै चौक गया और आंखे बड़ी कर एक नजर प्रिया को देखा वो भी शॉक्ड थी और मुस्कुरा रही थी
: बाबू , मोबाइल स्पीकर पर है
: हा तो क्या हुआ , मुझे न आप पर बहुत प्यार आ रहा है हग कर लो न , आज हग डे है आपने मुझे हग नहीं किया
मैने शर्मिंदा आंखों प्रिया को देखा और वो बिस्तर से उतर कर हंसती हुई कमरे से निकल रही थी और मैने फोन स्पीकर से हटा कर कान पर लगाया
: अच्छा , अभी तो बाबू सब्जी बना रहा है न तो जैसे हग करे उम्मम
: आई मिस यू खूब ढेर सारा , कब आओगे मुझे आपके पास सोना है अकेले नहीं मन कर रहा है , अच्छा भी नहीं लग रहा है
उफ्फ लड़की ने तो जज्बात हिला दिए थे मेरे
: मै तो बिना कपड़ो के हूं फिर भी हग करोगे उम्मम ( मैने अपना नेकबैंड कनेक्ट करते हुए कहा )
: हा करूंगी , ठंडी में कोजी कोजी सा हग हीही
( उसकी बातों का असर मेरे पूरे बदन में हो रहा था और मैने सब्जी में पानी डालकर कर उबलने के लिए छोड़ दिया और उससे बातें करता हुआ बाहर आया )
: हा तो मुझे भी चाहिए न कोजी कोजी सा हग , मुझे भी ठंडी लगती है ( नेकबैंड पर कमरे के बाहर खड़ा होकर बातें कर रहा था ताकि ये ध्यान रख सकूं कि प्रिया आस पास नहीं है न )
: तो क्या मुझे भी कपड़ा निकलना पड़ेगा ( बड़ी मासुमियत से वो बोली )
: आप भी नंगू हो जाना ऊपर से और मै भी , फिर हम साथ में चिपक कर सोएं... गे
मै ये बात बोल ही रहा था कि एकदम से मेरे बगल वाले कमरे से प्रिया बाहर आई और मेरी फट के चार
वो मुंह नीचे करके मुस्कुराती हुई या फिर कहो मुझ पर हंसती हुई नीचे चली गई । सुबह से पोपट पर पोपट हो रहा था
ढाई साल से जो रोला टाइट करके रखा था शराफत का उसकी फिल्डिंग फाइनली सेट हो गई थी
: सुन नहीं रहे हो क्या बाबू , बाबू ( एकदम से सन्नाटा छटा और उसकी आवाज आई )
: हा मेरा सोना बोलो न
: आप कुछ गंदा संदा नहीं न करोगे मेरे साथ
: उम्हू , हम तो शादी के बाद करेंगे न
: हम्म्म ठीक है फिर , मै भी न अपना टॉप निकाल कर सोऊंगी आपके पास
: ब्रा भी ? ( मै ललचाए मन से बोला )
: छीइइइ गंदा , नहीं वो पहने रहूंगी हीही
ओह्ह्ह्ह लड़की ने फिर से मेरे अरमानों को हरी झंडी देने लगी थी और लोवर में तंबू बनने लगा था , मैने उसको मिस कर कमरे में आया
: उफ्फ मेरा हॉट बाबू कितने गर्म हो आप
: उम्ममम आप भी हो , गुदगुदी करु हाहाहाहा ( वो खिलखिलाई )
: करो , मै छोडूंगा क्या मै भी करूंगा
: हीही रहने दो फिर मुझे ऐसे ही सोना है , आप न मुझे थपकी दे कर सुला दो मुझे निन्नी आ रही है
: ओके मेरा बच्चा आजाओ , हग यू मेरा प्यारा सा बेबी मेरा स्वीटू सा सोना उम्माह सो जाओ ऐसे लव यू मेरी जान उम्मम गुड नाइट
फिर कुछ ही देर बाद उसकी सांसों की सरसराहट आने लगी और मै समझ गया कि वो सो गई है फिर मैने कॉल कट कर दिया । अपनी सब्जी चलाई और गैस बंद कर बैठ गया पढ़ने
करीब साढ़े 09 बजे बाद कही प्रिया आई नीचे से रोटियां लेकर
: बन गया ( उसने पूछा )
: हा ( मैने आंखे उठा कर थोड़ा शर्मिंदा नजरो से मुस्कुरा कर देखा )
: ठीक है हाल धूल लो मै निकालती हूं
मै हाथ धूल कर आया और उसने दो प्लेट में खाना परोस कर चौकी पर रखा
मै और वो दोनों आमने सामने बैठ कर खाने लगे
कुछ असहजता हो रही थी और वो बोली
: तारक मेहता लगाऊं ?
मैने मुस्कुरा कर हा कर दिया
फिर हमने खाना खाया और वो बर्तन लेकर चली गई धुलने , मै वापस पढ़ने बैठ गया
: तुम रात में बाते नहीं करते ? ( उसका इशारा मेरी सोना को लेकर था )
: नहीं वो जल्दी सो जाती है
: अच्छा , पता है मेरी एक दोस्त है वो लोग सारी रात देर तक बाते करते है इधर उधर की गॉसिप
: ओह्ह्ह , सबकी अपनी अपनी चॉइस है और मौका मिले तो मै भी करु , लेकिन वो जानती है कि मुझे पढ़ाई करनी होती हैं और वो सोएंगी नहीं जल्दी तो मै फोन रखूंगा नहीं ।
: अच्छा ऐसे ? बड़ी समझदार gf खोजी है फिर तो हीही
: उम्मम समझदार नहीं शरारती कहो
: हा वो तो मैने सुना हीहीही ( वो हस कर बोली और उसका इशारा मै समझ गया )
: अरे यार तुम मजे मत लो अब
: तुम्हारे जैसे बुद्धू के लिए बिल्कुल सही लड़की है वो , इतने साल में पहली बार तुम्हे अलग देखा और.... ( वो मुस्कुरा कर बोली )
मै समझ रहा था उसका इशारा हमारी रोमांटिक बातों पर था
: और क्या ?
: कुछ नहीं ( वो थोड़ा शरमाई और हसने लगी )
: अरे , अब बताओ भी
: कुछ नहीं , तुमने उसकी इजाजत के बिना जरा भी आगे नहीं बढ़ते ये सुन कर अच्छा लगा । नहीं तो मैने तो यही सुना था कि लड़के बहुत तेजी से अपनी मनमानी करना चाहते है ।
: अब छोड़ो न यार , मुझे शर्म आ रही है प्लीज ( मै शर्म से लाल हुआ जा रहा था )
: आए हाय ये गुलाबी रंग तो देखो हाहाहाहा ( उसने मुझे छेड़ा और मै पहले से ज्यादा ब्लश करके हसने लगा )
: आज तुझे सोना नहीं है ? ( मैने बात बदली तो वो थोड़ा असहज हुई )
: नहीं , मै ऊपर ही सोऊंगी ( एकदम से मैने चौक कर उसे देखा और वो हसने लगी मेरी हालत पर ) अरे !! हीहीही मैने बगल वाले कमरे में बिस्तर लगाया है अपना पागल , क्या तुम भी
जान में जान आई
: क्यों ऊपर क्यों ?
: अह कुछ नहीं ऐसे ही ( वो थोड़ा ब्लश कर रही थी मुस्कुरा कर )
: बताओ तो ?
: वो पापा आए है न इसीलिए ( थोड़ा शब्दों को चबा कर बोली )
: पापा आए है ? तो उससे क्या .... ( मै परिस्थितियों को समझने की कोशिश करने लगा )
: इसीलिए बोली न तुम एकदम बुद्धू हो ( वो हस कर बोली )
फिर एकदम से मेरा माथा ठनका तो इसका मतलब अंकल उस मेडिकल स्टोर से कंडोम ले रहे थे और वो आज आंटी के साथ , ओह तेरी , इसीलिए ये ऊपर
: तुमने कब देखा ? ( मैने पूछा )
: क्या देखा और कब ? ( थोड़ा उलझन भरे लहजे में)
: अरे वो पैकेट जो अंकल लाए थे मेडिकल स्टोर से
वो अपने होठ दबा कर हसी रोकने लगी
: मुझे थोड़े पैसे चाहिए थे तो उनका पेंट चेक किया और वो था उसमें
: सही है
: क्या ? ( आंखों के शरारत लिए वो शर्माती मुझे देख रही थी )
: अंकल का , हीहीहीही
: मार खाओगे रोहन , मेरे मम्मी पापा है यार
: अरे तो सबके मम्मी पापा करते है इसमें क्या गलत है
: तुम , तुम बहुत गंदे हो , बस शरीफ होने का नाटक करते हो बदमाश कही के , मै जा रही हूं सोने बाय गुड नाइट
: अरे यार सुनो तो ( मैने हस कर उसे रोका )
: क्या है ? ( घुड़क कर वो बोली )
: दरवाजा लगा देना हवा आ रही है ( मैने उसे और चढ़ा दिया )
: बंद ही कर देती हूं बाहर से , रहो इसी में ( गुस्से में वो दरवाजा का हैंडल पकड़ कर बोली )
: अरे यार मत करो , रात में मुझे नीचे जाना हुआ तो ( मैने उसको फंसाया )
: क्या ? ( वो एकदम से चौक गई ) लेकिन नीचे क्यों जाना है । सब जान रहे हो तब भी , छीइइ गंदा लड़का
: अरे यार तुम तो ऐसे कह रही हो हीही जैसे तुम्हारे पापा मम्मी हाल में ही .... हाहाहाहा
मै ठहाका लगाकर हस्ते हुए उसे छेड़ा और वो भागती हुई मुझे मारने बिस्तर तक आई और मैने उसके हाथ पकड़ लिए उसे रोकने के लिए फिर खड़ा हो गया
उसके दोनों हाथों को पकड़ कर नीचे कर पीछे बांध दिया : अब हाथ चलाओ तो जानू
वो एकदम से सिसक कर मुझे देखी और मेरी नजरे भी उससे टकराई
हमारा ध्यान ही नहीं था कि हम दोनो एकदम दूसरे से इतना चिपक कर खड़े हो गए थे कि उसका बदन मेरे बदन से पूरा सट गया था
वो उसकी सांसे उफनाने लगी थी और मेरी भी हार्ट बीट बढ़ने लगी थी , वो मेरी आंखों में देख रही थी और मै उसके , उसके होठ खुल गए । जी में आया कि बस चूम लूं उसके लबों को जो खुद मुझे दावत दे रहे थे और जानता था वो मुझे रोकती नहीं
मैने आंखे बंद कर एक लंबी गहरी सांस ली और उसको छोड़ दिया : सॉरी
उससे अलग होकर नजरे नीची किए हुए खड़ा हो गया
: गुड नाइट ( वो थोड़ा रुक कर बोली और चली गई कमरे से )
मै वही खड़ा रहा खुद को शांत करने की कोशिश करता हुआ , मगर लोवर में बना हुआ तंबू अपनी अलग ही कहानी गढ़ रहा था ।
जारी रहेगी