Ajju Landwalia
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मैने नोट किया की वो नाहा धोकर आई थी अब
कपड़े भी बदल लिए थे उसने
एक टी शर्ट और नीचे एक लंबी सी स्कर्ट पहनी हुई थी
शायद उसे पता थे की मैने उसे वहां क्यों बुलाया है
वो चुपचाप आकर मेरे करीब खड़ी हो गयी और बोली : “साहब….आप कुछ भी कर लो, पर मेरे बापू को कल छोड़ देना…”
उसने आते ही आत्मसमर्पण कर दिया था , वैसे भी मैं जोर जबरदस्ती नहीं करना चाहता था, कंसेंट भी जरुरी होना चाहिए , तभी मजा आता है
मैने उसकी कमर में हाथ डालकर उसे अपनी छाती से चिपका लिया और बोला : “कल क्यों , तू मुझे खुश कर देगी तो आज रात ही ले जा अपने बापू को…”
ये सुनते ही उसका चेहरा खिल सा उठा, जैसे मैने उसे मोटिवेट कर दिया हो
वो खुद ही मुझसे और ज्यादा चिपक कर खड़ी हो गयी
और अपने नन्हे मुन्ने मुम्मे मेरी छाती से रगड़ते हुए बोली : “साहब…आप तो बड़े लोग है, मुझमें ऐसा क्या देख लिया आपने जो ये सब…”
मैने उसके मोटे होंठो पर उंगली रखी और बोली : “तुझे ये जानने की ज़रूरत नही है, बस जिस काम के लिए बुलाया , उसके लिए राज़ी है तो कर , वरना भूल जा अपने बापू को…”
वो कसमसाते हुए बोली : “मैने कब मना किया है साहब…वो तो बस मैं यूँ ही….”
इतना कहते हुए उसने मेरी उस उंगली को मुँह में लेकर खुद ही चूसना शुरू कर दिया
उसके चूसने की शिद्दत बता रही थी की वो एक खेली खाई लड़की है…
और सैक्स के लिए पागल भी
मेरे हाथ सबसे पहले उसके नन्हे अमरूदों पर गये
दिन मे शायद चोली की वजह से ज़्यादा बड़े लग रहे थे पर इस वक़्त सिर्फ़ टी शर्ट थी
अंदर ब्रा भी नहीं थी
एकदम नर्म और छोटे मुममे थे उसके
शायद मेरी सलोनी से भी छोटे
मैने उन्हे ज़ोर से मसल दिया
वो मेरी उंगली चूसते हुए कराह उठी
उस वीराने में उसकी चीख दूर तक गूँज उठी
“उम्म्म्मममममममममममममममम…….अहह……साआआआआआअहब……धीईरेरएsssss …”
मैने उसके जबड़े को ज़ोर से पकड़ा और उसकी आँखो में देख कर गुर्राया : “साहब नही……पापा बोल…पापा”
उसकी आँखे चौड़ी हो गयी ये सुनते ही….
की ये कैसा इंसान है
एक लड़की को चोदने के चक्कर में है और उस से पापा कहलवा रहा है
पर अगले ही पल वो सब समझ गयी
और मुस्कुराइ : “समझ गयी…..साहब…श…मेरा मतलब है….पापा….”
मैं भी मुस्कुरा दिया उसके मुँह से वो सैक्सी स्टाइल में पापा सुनकर
मेरे हाथ उसकी टी शर्ट में दाखिल हो गये और मैने उसके अंगूर पकड़ कर अपनी उंगलियों में भींच दिए
“अहह……पापा…..धीरे……आपकी बेटी हूँ …कोई रंडी नही…..धीरे दबाओssss नाsssss ….पापाsssssss …”
अब वो मेरे खेल में पूरी डूबने लगी थी
और मुझे भी उसके रसीले होंठो से पापा सुनकर एक अलग सा नशा हो रहा था
मैने झट से उसके चेहरे को आगे किया और उसके सिसकते होंठो को मुँह में लेकर जोरों से चूसने लगा
“अहह…..मेरी जाअँन …….उम्म्म्ममम…..मेरी बच्चीची…..सलोनी…….अहह”
मेरे मुंह से सलोनी सुनकर वो ये भी समझ गयी की मेरी बेटी का नाम भी सलोनी है
अब उसे सब समझ आ चूका था की क्यों शाम को उसका नाम सुनते ही मेरा रवैय्या एकदम से बदल गया था उसके प्रति
वो मंद-२ मुस्कुराती रही और उस स्मूच का मजा लेती रही
करीब 1 मिनट तक मैं लगातार उसकी कच्ची जवानी का रस उसके होंठो से पीता रहा
फिर वो साँस लेने के लिए हांफती हुई सी अलग हुई और मुस्कुराते हुए बोली : “तो उसका नाम भी सलोनी है…..है ना पापा….”
मैने कोई जवाब नही दिया और उसे एक झटका देते हुए नीचे बिठाया और अपनी जीप खोलकर अपना लॅंड उसके सामने लहरा दिया
उसकी आँखे चौड़ी हो गयी इतना मोटा लॅंड देखकर
शायद किसी पुलिस वाले का पहली बार देखा था उसने
“वॉव ….पापा….आपका लॅंड कितना मोटा है…..शायद अपनी बेटी को देखकर ये कुछ ज़्यादा ही खुश है आज….”
मैने हुंकारते हुए उसके चेहरे को पकड़ा और अपने लॅंड पर दे मारा…
उसने बड़ी मुश्किल से मेरे मोटे लॅंड को मुँह मे लिया…
आख़िर थी तो वो एक छोटी लड़की ही ना….
मैने कुछ ज़्यादा ज़ोर लगाया तो वो वो कसमसाई और बोली “धीरे पापा….दर्द होता है….”
अब उसे क्या बताऊँ मैं
इसी दर्द में तो मुझे मज़ा मिलता है
ऐसे ही डोमिनेट करके सैक्स करना मुझे पसंद है
अपनी बीबी के साथ भी
किसी बाहरवाली के साथ भी
और अब इसके साथ भी
भले ही मेरी बेटी का चोला पहन कर खड़ी थी इस वक़्त ये मेरे सामने
पर अगर मेरी सग़ी बेटी भी होती ना
तब भी मैं ऐसे ही करता
तेज
और तेज
ऐसे ही जंगलिपन में औरतों को ज़्यादा मज़ा मिलता है
अभी कुछ देर मे यही मेरे सामने गिड़गिडाएगी
ऐसा ही करने को
मैने उसके बालों को पकड़ा और उसका मुँह जोरों से चोदने लगा अपने लंड से
गॅप गॅप की आवाज़ों से पूरी पुलिया थर्रा रही थी
कुछ देर तक मैने उसका मुँह चोदा और फिर उसे खड़ा करके एक ही झटके में उसकी टी शर्ट उतार दी
उसके नन्हे बूब्स देखते ही मैं उनपर टूट पड़ा
मेरे चेहरे को बड़ी मुश्किल से पीछे करती हुई वो चिल्लाई
“आअहह…..धीरे….करो ना……पापा……आप तो पूरे जंगली हो……”
हां , हूँ मैं जंगली…क्या कर लेगी
मैने उसके नन्हे निप्पल को मुँह में भरा और उपर की तरफ खींचा जैसे उखाड़ कर घर ही ले जाऊंगा
वो दर्द के मारे दोहरी हो गयी
मैने उसकी गांड में हाथ रखकर उसे अपनी गोद में उठा लिया
उसने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेट ली और मेरे सिर से उपर निकल गयी,
पर उसका बूब अब भी मेरे मुँह में था
हवा में झूलते हुए वो अपने नन्हे थनो से मुझे दूध पीला रही थी
मेरी बाजुओं की शक्ति देखकर ही उसे अंदाज़ा होने लगा था की आज की रात उसकी चूत का कीमा बनने वाला है
मैने उसके दोनो बूब्स को बारी-2 से चूसा और फिर उसे नीचे उतार दिया
उसने खुद ही अपनी स्कर्ट निकाल फेंकी और अब वो मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी
कमाल की लड़की थी वो
उसे देखकर मुझे अब भी सलोनी की याद आ रही थी, शायद किसी दिन उसे भी ऐसे देखने का मौका मिल जाए
मैने भी अपनी पेंट पूरी नीचे कर दी, अब मेरा मोटा लॅंड अपने दो दोस्तो के साथ झूलता हुआ उसकी आँखो के सामने था
वो आश्चर्यचकित होकर उसे देखने लगी
और आगे आकर अपने दुबले पतले शरीर को मेरे लॅंड वाले हिस्से के चारों तरफ लप्पेट कर अपना जिस्म घिसने लगी
वो मेरे लॅंड को अपने जवान जिस्म के हर हिस्से पर महसूस करना चाहती थी
अब मुझसे और उस से , दोनो से सब्र नही हो रहा था
मैने अपनी कार के बोनट पर उसे उल्टा लिटाया और पीछे से उसकी टाँग उठा कर अपना लॅंड सीधा उसकी चूत में पिरो दिया
“आआआहह…….. ओह…. पपाााआआआआआआ……. उम्म्म्ममममममममममम…….”
उसने जिस आसानी से मेरे लॅंड को अंदर ले लिया, वो सॉफ दर्शाता था की वो कितने लॅंड ले चुकी है
पर फिर भी उसमें काफ़ी कसाव था
ख़ासकर मेरे मोटे लॅंड के लिए
पर आज के बाद मुझसे पतले लॅंड वालो को दिक्कत होने वाली थी
क्योंकि आज से उसके मुंह मोठे लंड का लहू लगने वाला था
अब पतले लॅंड से उसकी प्यास बुझने ही नही वाली थी
वो दोनो टांगो को सीधा नीचे करके खड़ी हो गयी, और अपनी गांद पीछे निकाल दी, उसके नन्हे बूब कार के गर्म बोनट पर घिस्से लगा रहे थे जिसमे उसे एक अलग ही मज़ा मिल रहा था
और पीछे से मेरे धक्के उसे दुगना मज़ा दे रहा थे
मैने उसके चूतड़ों को पकड़कर जोरों से धक्के लगाने शुरू कर दिए
और करीब 10 मिनट बाद लगातार झटके देने के बाद जब मेरा देसी घी उसकी नन्ही सी चूत में निकला तो वो 4 बार झड़ चुकी थी
उसकी हालत नही थी की अपने पैरों पर खड़ी रह सके
वो तो मैने उसकी कमर को पकड़ा हुआ था वरना कब की झूल चुकी थी वो
और अंत में जब मेरा लॅंड सिकुड कर बाहर निकला तो मैने उसे छोड़ा, वो निढाल सी होकर नीचे गिर गयी
मैने उसके चेहरे के पास अपना लॅंड लहरा दिया
जिसे उसने अपने मुँह में लेकर सॉफ कर दिया
मैं चाहता तो कुछ देर बाद फिर से लॅंड खड़ा करके उसे दोबारा चोद सकता था
पर अभी के लिए मुझे घर जाना था
सलोनी अपनी सहेली के घर थी
लेट आई तो उसका भी तो हिसाब करना पड़ेगा
उसके बाद मैने पोलीस स्टेशन फोन करके उसके बाप को छोड़ने का ऑर्डर दे दिया
वो खुशी-2 अपने कपड़े पहन कर निकल गयी
पर जाने से पहले उसने मेरा नंबर ले लिया
शायद मेरे लॅंड से इंप्रेस हो गयी थी वो
आने वाले दिनों में और भी ज़्यादा मज़ा मिलने वाला था अब
Gazab ki update he Ashokafun30 Bhai,
Shamsher ka sher to saloni ka naam sunkar pagal hi ho gaya...........
Saloni ko badhiya se choda he shamsher ne...........aage bhi vo use khush karti rahegi.....
Keep rocking Bro


























