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I UNDERSTAND BUT MUJHE KHUD HINDI ME PADNE AUR LIKHNE ME JYADA MAJA MILTA HAI...Dear agar hinglish ma likho tu bohat se log Jo Hindi nai read ker sakty Hain wo bhi read comment suggestions de sakty hain
Ashokafun30 sirI UNDERSTAND BUT MUJHE KHUD HINDI ME PADNE AUR LIKHNE ME JYADA MAJA MILTA HAI...
हम यहाँ पर बेटी के सम्भोग के सपने सजाये बैठे हुए हैं उधर माँ नए ladke के लंड का स्वाद ले गयीज्योति को उसका लॅंड अपनी गांड पर चुभता हुआ सॉफ महसूस हो रहा था
ये तो एकदम सपने जैसा था
बेशर्म तो वो बन ही चुकी थी, अपना जिस्म दिखाकर
अब उस से क्या छिपाना
इसलिए उसने खुद को हालत के भरोसे छोड़ दिया
की देखते है आज क्या होता है
बबलू के दोनो हाथ उसके कंधो पर थे
उसकी साँसे तेज़ी से चल रही थी, जिसकी वजह से उसका सीना उपर नीचे हो रहा था
बबलू का कद उस से लंबा था, इसलिए वो उसके पीछे से खड़ा होकर उसके उठते-गिरते सीने को देख पा रहा था
इतने विशाल मुम्मे उसने आज तक नही देखे थे
मन तो उसका कर रहा था की आगे हाथ बढ़ाकर उन्हे दबोच ले
पर वो जल्दबाज़ी में कोई गड़बड़ी नही करना चाहता था
पर धीरे-2 वो अपने हाथो से ज्योति के कंधो की मसाज करने लगा
कंधो पर सख़्त मर्द के हाथ लगते ही औरत पिघल सी जाती है
यही ज्योति के साथ भी हुआ
वो एक लंबी सांस लेकर उसके कंधे पर पीछे की तरफ झुकती चली गयी
ये एक मौन स्वीकृति थी उसके लिए
अब उसने अपना एक हाथ नीचे लेजाकर उसकी कमर को दबाना शुरू किया, और धीरे-2 उसे पेट की तरफ ले जाने लगा
ज्योति अब अपने पंजो पर खड़ी हो चुकी थी
और उपर नीचे होकर वो उसके लॅंड को अपनी गांड पर घिस्से मरवा रही थी
सब कुछ इतना जल्दी हो जाएगा ये तो दोनो ने नही सोचा था
बबलू ने अपनी पेंट की जीप खोल दी और अपने अटके हुए लॅंड को बाहर निकाल लिया
लॅंड बाहर निकलते ही वो सीधा ज्योति के नर्म कुल्हो से टकराया
एक बिजली सी कौंध गयी उसके पुर जिस्म में
ज्योति ने भी हिम्मत करते हुए हाथ पीछे करके उसके साँप को पकड़ लिया
और बबलू ने हिम्मत करके उसके मुम्मे को
उफफफफफ्फ़
कितना फुफकारता है ये
इसका तो जहर निकालना पड़ेगा
वो आँखे बंद किए-2 ही पलटी और सीधा उसके सामने बैठ कर उसके साँप को निगल गयी
और गपा गॅप करके निकालने लगी उसका सारा जहर
बबलू को तो यकीन ही नही हुआ की ये ये रसीली भाभी उसका लॅंड चूस रही है
आज से पहले उसने सिर्फ़ 2 औरतों के साथ ही सैक्स किया था
पर किसी ने भी उसका लॅंड नही चूसा था
ये तो कमाल हो गया
वो मन ही मन उस पल का धनयवाद कर रहा था जब वो आया और उसका भी जब वो टॉवल निकल गया उनके बदन से
औरत इतनी आसानी से हाथ आ जाती है ये तो उसे पता ही नही था
आजतक वो ना जाने कितनी औरतों को चोद चुका होता
पर अब इसी एक्सपीरियेन्स का इस्तेमाल करके वो आने वाले दिनों में तबाही मचाने वाला था
जितनी भी भाभियाँ , आंटियां और लड़कियां उस से हंस कर बात करती थी वो उनपर ट्राइ करने वाला था आज के बाद
आई तो आई वरना देखी जाएगी
पर अभी के लिए तो वो आसमान पर था
क्योंकि उसका लॅंड ज्योति भाभी किसी मंझी हुई रांड की तरह चूस रही थी
ज्योति को भी अपने आप पर विश्वास नही हो रहा था की वो इतनी बेशर्मी से एकदम से पिघल जाएगी और धोबी का लॅंड अपने मुँह में लेगी
एक इनस्पेक्टर की बीबी और वो भी धोभी के साथ
सोचकर की कितना अजीब लगता है
पर ये अनोखापन ही ज्योति को अंदर से उत्तेजित कर रहा था
वो चाहती थी की उसे इसी तरह के काम करने वाले लोग जैसे धोभी, ड्राइवर, चोकीदार , सब्जी वाला वो सब उसे चोदे
क्योंकि ये मेहनती इंसान जब अपनी रोज़ी रोटी के लिए जी जान लगा देते है तो सोचो चोदने के लिए क्या कारनामे करते होंगे
बस यही वो महसूस करना चाहती थी
यही फॅंटेसी थी उसकी
और आज अपनी फॅंटेसी का पहला एहसास पाकर उसे अंदर से बहुत खुशी हो रही थी
अब उसने आँखे खोली
एकदम मोटा और लंबा लॅंड था बबलू का
ब्राऊन कलर का
और उपर बबलू अपनी आँखे बंद किए उस लॅंड चुसाई का मज़ा ले रहा था
उसने और ज़ोर से उसके लॅंड को चूसना शुरू कर दिया
आज वो उसका सारा जहर पी जाना चाहती थी
और वही हुआ
जिसके लिए वो मेहनत कर रही थी
उसके नाग ने एक के बाद एक पिचकारी मारकर अपना सारा जहर उसके चेहरे और मुँह के अंदर जमा करवाना शुरू कर दिया
उफ़फ्फ़
ये गरमा गरम हलवा इतना स्वादिष्ट होगा, उसे भी पता नही था
वो चपर -2 करके सारा रस पी गई उसका
सब कुछ शांत होने के बाद दोनो की नज़रें मिली
ज्योति उसके सामने खड़ी हुई और अपने गीले मुँह से उसे एक जोरदार स्मूच कर दिया
बेचारे बबलू को ना चाहते हुए भी अपने रस का स्वाद खुद लेना पड़ा
ज्योति : “आज जो हुआ है, वो किसी को पता ना चले…वरना आगे कभी कोई मज़ा नही ले पाएगा…समझे…”
बबलू : “जी…”
ज्योति : “चल अब जा ….कल फिर आना इसी वक़्त….आगे का खेल भी तो खेलना है ना…”
वो अभी के लिए उसे जान बूझकर भगा रही थी
क्योंकि उसे अपने पति के लिए लंच भी तो बनाना था, कई बार वो लंच करने घर पर भी आ जाते थे, इसलिए वो किसी भी प्रकार का रिस्क नही लेना चाहती थी
गांड तो उसकी भी फटती थी अपने इंस्पेक्टर पति से
पर आने वाले दिन उसकी लाइफ बदलने वाले थे