UPDATE-25
समर अपनी पूरी ताकत के साथ उछल उछल कर मेरे खूबसूरत जिस्म पर अपनी वासना की थाप लगाए जा रहा था
आआह उफ्फ्फ
मै भी वासना के तूफ़ान में बहती हुई दूर जा रही थी
मेरी चूत के अंदर लावा उबल उबल कर बहार आने को बेक़रार था , अब सच में मेरे दिमाग के अंदर एक कुत्तिया ने अपना रूप ले लिया था , एक रंडी मेरे अंदर जनम ले चुकी थी ,
वासना का निर्लज शैतान मेरे मन और दिमाग को अपने काबू में कर मुझे एक लण्ड की भूखी कुत्तिया में बदल रहा था
मै चिल्ला Rही thi ,,,, अह्ह्ह प्लीज और और जोर से,,, माँ अहह ी उफ़ आ माँ
ले लो मेरी प्लीज लो ,,,
मै हाँ हाँ मै कुत्ती हूँ आपकी
लो लो अहह
और बदले में समर की थाप ठोकर लण्ड के धक्के के साथ मिल रहे थे ये शब्द
साली तुझे रांड बनाऊंगा ,, सबसे चुद अब तू रांड ।
नंगी नाचेगी तू
ले ले ले लण्ड ले रंडी
चूत पर लगातार ठोकर से चूत का ऊपरी भाग हल्का सुन सा पड़ गया था ,
खून का दौरा तेज था वहां
१५-२० की लगातार चुदाई के बाद समर की हालत ठीक नहीं थी शायद , उसने अपना पूरा वजन मेरी बूब्स पे डाल रखा था और मेरी टाँगे चौड़ी करके बीच में अपनी गांड के धक्के मेरी चूत पर बरसा रहा था
उसके धक्को में तेजी तो अभी भी थी, पर वो जोर नहीं है
उसने भी अपनी टंगे चौड़ी कर ली थी
उसकी सिर्फ गांड ऊपर निचे हो ही थी
समर का चेहरा मेरी गर्दन पर ठिका , और उसके मुँह से हांफने की तेज तेज आवाज़ कमरे में गूंज रही थी
समर की जुबान उसके मुँह से निकली , बहुत सारी लार थूक का गीलापन मेरी गर्दन पर बह निकला
मगर मुझे अब गीलापन लार थूक नहीं दिखाई दे है था , मुझे लण्ड हिये था अब बस
चोदो प्लीज और जोर से ,, मै समर से गिड़गिड़ाई ,,
समर का चाटना , मेरी गर्दन पर गीलेपन का अहसास उफ़ उफ़ अहह आ
प्लीज जोर से मारो ,, लो न प्लीज।।
मैंने रोने वाले अंदाज़ में सिसकते हुए कहा ।
।
बदले में समर का हमला फिर मिला मुझे ,,
अह्ह्ह्ह और और और प्लीज हह यस अहह
अचानक मुझे अहसास हुआ कि समर का लण्ड ढीला पड़ रहा है
उसकी कठोरता गयाब सी हो रही है
मगर समर ने मेरी कमर और अपने बीच में हाथ घुसेड़ कर लण्ड को पकड़ा और हिलने लगा
साफ़ लग रहा था वो लण्ड को पीछे जड़ से आगे कि तरफ खिंच रहा है
फिर शायद कड़ापन आ गया हो
निशाना पे रखा और अह्ह्ह्ह
लण्ड फिसलता चला गया मेरी चूत में
उसमे वो कड़ा पण नहीं था मगर न जाने क्यों मुझे वो अहसास ही अच्छा लगने लगा
ढीला लण्ड फिसल रहा था अंदर बहार । ।। इतना तो था की हल्की चोट कर सके , मगर जोर से समर जो ठोकर करता तो लण्ड निगोड़ा हल्का मुड़ जाता और फिर फिसलता जाता अंदर
ये अहसास भी मजेदार था , मुझे सेक्स का हर रंग पसंद है
समर की उम्र 40 के हिसाब शायद वो ठीक ही है
और सबसे जरूरी बात ,,, मुझे मजा आ रहा था
अह्ह्ह
अलग सा अहसास उफ्फ्फ
मैंने अपने होठ समर के होठ पर रख दिए ,
उसकी हल्की ठोकर पर मेरा जिस्म हल्का सा उछलता अह्ह्ह
और मैंने उसके होठ दबा लिए अपने होठ के बीच
समर ने तभी पूरी ताकत से उछल कर ठोकर मारी
अहह
लण्ड निकला तो मगर ठोकर पर निचे की तरफ फिसल गया
उसमे इस बार इतनी ठोसता नहीं थी
कि चूत को चीर अंदर घुस पाता
समर की आँखों में बेचैनी साफ़ दिखाई दे रही थी
वो धीरे से पीछे हुआ और बैठ गया
उसकी हांफने की आवाज़ पुरे कमरे में गूंज रही थी
क्या हुआ ,, मैंने पुछा
कुछ ही पानी pina hai mujhe , उसका जवाब ,,,....उफ़ मै खीज गई
आओ न प्लीज मेरी इस मिन्नत पर वो हल्के से मुस्कुराया और बोलै
रुक जा रांड , तेरी तो अभी बजाऊंगा रुक साली
और अभी आया ,,,, बोल कर वो कपड़े पहनने लगे
मै बेड पर पड़ी थी और चूत कसमसा रही थी
Likh rhi huun abhi dusra update thodi der me dungi