nain11ster मित्र इतनी गहराई की पूछना पढ़ रहा है.. अनंत कीर्ति कंही आप की कहानी को भी तो नहीं लिख रहीं हैं..



बहुत ही उम्दा अंक रहे हैं विगत में

मस्ती के कुछ क्षण व अपस्यु का विस्तार में आर्य को इस स्व रचित अद्भुत ग्रंथ के बारे में जानकारी बहुत ही सुंदर वर्णन किया है..
तो पलक की पलकों के लिए

आर्य जर्मनी की यात्रा पर जा रहा है

उसे अपने क्षेत्र मे बुला रहा है.. शतरंज की बिसात बिछ चुकी है.. एक नई विंडों में खुलती हैं एलियंस की बर्बादी की कहानी...
वंहा

मे वो पोलिस स्टेशन पर एक

वोल्फ था देखते हैं कि वो कौन से पैक का है..
नित्या को अब अपने अत्याधिक प्रशिक्षित समूह के साथ पूरा मौका मिलेगा आर्य को समाप्त करने का..




देखते हैं कि इस युद्ध में कौन विजयी होता है..
वैसे एक बात और है, आर्य ने एलियंस मे अपने शारीरिक झंडे गाढ दिए थे पलक के साथ हुए सुहागरात कांड में

..

कहीं न कहीं ये झंडे बहुत काम लगाने वाले हैं कुछ तो रोमांचक होने बाला हैं..
अब आर्य का पैक पूर्ण रूप से अस्त्र शास्त्रों से सुसज्जित है ओर भी ज्यादा खतरनाक हो गया है..
क्युकी आर्य के साथ भी एलियंस के अंश वाले

वोल्फ है
अगले घटनाक्रम के इंतजार में

अब रुका नहीं जा रहा है

मित्र.. शीघ्र करे व अपने प्रशंसकों को आनन्द दे
