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Incest बहन का प्यार ❤️

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बहन का प्यार


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angelshin

angelshin
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चेतावनी ...........दोस्तो ये कहानी समाज के नियमो के खिलाफ है क्योंकि हमारा समाज " भाई बहन " के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्ता मानता है अतः जिन भाइयो को इन रिश्तो की कहानियाँ पढ़ने से अरुचि होती हो वह ये कहानी ना पढ़े क्योंकि ये कहानी एक पारवारिक सेक्स की कहानी है पुरे करीके से काल्पनिक है.

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बहन का प्यार.. ये एक छोटी कड़ी है अभी कहानी आएगी जल्दी ही.. ❤️

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उन दोनों के जाने के बाद माधुरी और अमित ही हॉल में रह गये और दोनों ही एक दूसरे की ओर देख कर मुस्कराने लगे अमित : ( माधुरी को आंख मार कर ) और बताओ डार्लिंग वहाँ मेरी याद आई की नहीं..??

माधुरी : तुझे पता है..!! की मैं घर में भी तेरे बिना नहीं रही सकती हूँ. तब तू ही सोच की वहाँ मेरी हालत क्या हुई होगी
( फिर अमित के गाल पर किस कर के ) लेकिन मुझे तेरे चेहरे से ऐसा नहीं लग रहा है की तूने मुझे मिस किया होगा.. माधुरी अमित के सीने से लग कर बोली..??

अमित : तुम्हें भी पागलो वाली बात करती हो.. अच्छे से जानती हो की बचपन से ही मैं तुम्हारे बिना नहीं रह पता हूँ और अब तो तुम मेरी बहन होने के साथ कुछ और भी हो गई हो अब तुम ही सोचो की तुम्हारे बिना ये दिन मैंने कैसे कटे होंगे..

अमित की बात सुनकर माधुरी मुस्कुराती है और बड़े ही प्यार से अमित के गाल खींच कर गाल पर किस करती है फिर दोनों ही एक दूसरे की आंखों में डूब जाते है कुछ देर तक दोनों को ही दुनिया की खबर ही नहीं रहती है माधुरी की आँखों मे अमित के लिए बेपन्हा प्यार दिखाई देता है तभी उसे माधुरी की कही बात याद आती है तो वो बोलता है..

अमित : माधुरी तुम्हें अपना वादा याद है ना की वापस आकर तुमने मुझे क्या गिफ्ट देना था..?? (अमित माधुरी को याद दिलाता है )

इस बार माधुरी की आँखों मे शर्म आ आ जाती है वो अपने सर को निचे कर लेती है फिर धीरे से कहती है..?

माधुरी : हुम्म्म.. ( हममम् की आवाज ही निकलती है उसके मुँह से )

अमित : क्या माधुरी बोलो ना याद है की नहीं.. ( अमित समझ जाता है की माधुरी को सब याद है और वो शर्म से कुछ नहीं कह रही है फिर भी अमित माधुरी से पूछता है उसकी शर्म दूर करने के लिए )

माधुरी : कुत्ते.… ( माधुरी धीरे से कहती है ) हा.. मुझे याद है

अमित : ( मुस्कुराते हुए ) सच.. बैसे दीदी तुम्हें कुतिया तो बना ही चुका हूँ अपनी अब तो तुम्हें अपनी चुदनिया बनाना है.. ( अमित माधुरी की चूचियों को मसल कर कहता है )

माधुरी अपने भाई की बात सुन कर शर्म से भर जाती है और अमित के के सीने पर हल्के हल्के मुक्के मरने लगती है कमीने तुझे शर्म नहीं आती ये सब कहते हुए..

अमित : मुस्कुराता रहता है

माधुरी अमित की आँखों मे देखती है और फिर इधर-उधर देखती है जब उसको कोई नहीं दीखता है तो अमित लावो से अपने लव लगा देती है दोनों ही प्यार से एक दूसरे के लोवो को लोवो से प्यार करते है फिर दोनों अलग हो जाते है माधुरी अमित को देखती है और अपने लावो पर अपनी जीव गोल घुमा कर लावो पर लगे मिलन रस को लावो से साफ कर देती है (माधुरी हुम्म्म अपने गले को साफ कर के कहती..??)

माधुरी : अमित की आँखों मे आंखे डाल कर देखती है. तू ये भूल जा मेरे प्यारे भाईया बहन प्यार करने के लिए होती है ना की कुतिया बनाने के लिए अब जब तू अपनी बहन को कुतिया बना ही चूका है तो इस मे ही ख़ुश रह और अब से ये भी नहीं कर पायेगा समजा बच्चू…माधुरी अमित के गालो पर हाथ फिरा कर कहती है और थोड़ी सीरियस हो जाती है..

अमित : ( अमित जो अब तक मुस्कुरा रहा था माधुरी दीदी की बात सुन कर एकदम से मुस्कान गायब हो जाती है ) य.. ये.. क्या है?? दीदी आप अपने बादे से मुकर कर रही हो हा. य.. ये.. येइयेय…गलत है अमित हडबढ़ाते हुए बोलता है..

माधुरी अमित की हड़बड़ाहट देखकर नही मन बहुत ख़ुश होती है उसे ये जान कर भी बहुत ख़ुशी मिलती है की उसका भाई उसको पाने के लिए, प्यार करने के लिए कितना बेकरार है.

अमित : ये गलत है तुम अपना वादा ऐसे कैसे थोड़ सकती हो..

माधुरी : ( माधुरी ईठला कर ) क्यूँ. क्यूँ…नहीं कर सकती मैं हा.. जब तू मुझे कुतिया बना सकता है तो मैं भी ऐसा कर सकती हूँ.. समझा.. मेरे प्यारे..

अमित : ( अब सीरियस हो जाता है वो माधुरी को मनाने की बहुत कोशिश कर रहा था पर माधुरी थी की मान ही नहीं रही थी..अमित का मुँह लटक जाता है.. वो मन ही मन बहुत दुखी हो जाता है.. फिर भी एक बार फिर से माधुरी दी को मनाने की सोचता है.. ) माधुरी दी अब बहन भी अपना वादा ऐसे तोड़ेंगी तो भाई का क्या होगा..??

माधुरी : माधुरी अमित को देखती है फिर कहती है अब अगर भाई ही बहन को बहन ना समझ कर कुतिया बनाएंगा तो बहनें तो ऐसे ही अपने वादे थोड़ेगी.. ( एक हम्म कर साथ ही अपनी बात पूरी करती है )

अमित : व.. वो..तो..मैंने ऐसे ही मजा बढ़ाने के लिए बोला था. जैसा तुम समझ रही हो बैसा कुछ भी नहीं है..

माधुरी : बिलकुल झूठ.. मजा बढ़ाने के लिए नहीं तुम्हें तो मुझे कुतिया बनाने मैं बहुत मजा आता है ना और अभी तुम खुद कह भी रहे थे कुतिया तो बना ही चूका हूँ अब तो चुदनिया बनाना है.. बहन कुतिया और चुदनिया बनाने के लिए ही तो होती है.. ना.. बोलो..?

अमित : ( माधुरी की बात सुन कर अब अमित भी समझ जाता है की अब माधुरी नहीं मानने वाली है वो अपना मुँह लटका कर कहता है.. ) बहन प्यार करने के लिए होती है माधुरी बहन को कुतिया या चुदनिया बनाने के लियें नहीं होती है ये सब तो मैंने मजा बढ़ाने के लिए बोला था फिर अगर तुम्हें बुरा लगा है तो मैं मफ़ी मांगता हूँ " मुझे मफ कर दो माधुरी "

अपनी बात कह कर अमित अपना सर निचे कर लेता है और जाने लगता है..

माधुरी : ( माधुरी जब देखती है की अमित अब उदास हो कर जा रहा है माधुरी अपने भाई की बात सुन कर समझ गयी थी की उसका भाई उस से कितना प्यार करता है अभी जो भी उसके भाई ने बोला वो सब दिल से बोला है इसलिए ही माधुरी मन ही मन बहुत ख़ुश होती है और अपनी हट ठिठोली यही बंद कर ) जाते हुए अपने भाई के हाथ को पकड़ती है और बिना कुछ बोले अपने रूम मैं ले जाती है और रूम मैं आ रूम लॉक कर देती है फिर भाई की आँखों मैं देखने लगती है जो उसके सच्चे होने हा सबूत दे रही है फिर आपमें भाई की आँखों पर अपने लावो को रख कर बारी बारी से किस करती है

तुझे पता है भाई एक बहन अपने भाई के प्यार के लिए कुछ भी कर सकती है मैं तुझे बहुत प्यार करती हूँ भाई अपनी जान से भी ज्यादा और इसलिए ही मैं और तू वो प्यार करते है जो और बहन भाई नहीं करते है जब एक बहन का प्यार चरम कर होता है तो वो बहन अपने भाई के लिए वो सब ख़ुशी ख़ुशी करती है जो उसका भाई उससे चाहता है ये बहन की मकजोरी नहीं होती है भाई ये बहन का प्यार होता है माधुरी अमित की आँखों मैं देखती है जो उसको ही देख रहा होता है और माधुरी अपने भाई को किस करती है..

हुम्म्म.. आहहह पुच पुच की आवाज आती है दोनों बहन भाई एक दूसरे हो बेतहसा चूमते है फिर दोनों अलग होते है.

अमित : ( आँखों मैं नमी लिए अपनी बहन को देखता है और कहता है ) सच माधुरी मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा की मैं तुझे " अमित अभी कुछ कहता उससे पहले ही माधुरी के उसके होठो से अपने होंठ लगा देती है फिर कुछ पल प्यारा चुम्बन होता है तब माधुरी अलग हो कर कहती है..

माधुरी : मैं जानती हूँ मेरे भाई तुझे बताने की जरूरत नहीं है मुझे पता है तू मुझे कितना प्यार करता है मेरे लिए कुछ भी कर सकता है इसलिए ही मैं तेरी किसी बात का बुरा नहीं मानती अब चाहे तू मुझे बहन बना कर प्यार करें या कु.. माधुरी अभी कुछ कह पाती उससे पहले ही अमित माधुरी के होठो पर ऊँगली रख कर बोलने से रोक देता है..

अमित : अब से मैं अपनी बहन को ही प्यार करूँगा बहन को प्यार करने मैं भी बहुत मजा आता है. जो मजा बहन से प्यार करने है वो मजा और कहीं नहीं है. मैं तो बहन को प्यार करूंगा या बहन को अपनी बीबी बना कर प्यार करूँगा.

अमित अपनी बात माधुरी की आँखों मैं आंखे डाल कर खाता है माधुरी भी अपने भाई की बात सुन कर मन ही मन फुले नहीं समाती है की उसका भाई उसको बीबी बनाने के बात कर रहा है.. माधुरी की चूचियाँ एक दम से ही कड़क हो जाती है और चुत भी अपनी हा चुत रस निकाल कर बता देती है

माधुरी : ( मुस्कुरा कर ) छी.. बहन को भी कोई बीबी बनाता है फिर एक पल रुक कर कहती है बहन को तो कुतिया और.. क्या बोला था.. हा..हम्म याद आया हा…चुदनिया बनाते है ना अमित भाईया.. ( माधुरी बड़े ही प्यार से कहती है अब तक अमित भी समझ जाता है की अब माधुरी उसे छेड रही है )

अमित : बहन को बनाते होंगे चुदनिया या कुतिया मैं तो अपनी बहन को अपनी बीबी बनाऊंगा दीदी बोलो ना बनोगी ना अपने भाई की बहनीया से दुल्हनिया..

माधुरी : ( मन ही मन ख़ुशी के मारे हवा मैं उड़े जर रही थी ) माधुरी फिर से अपने भाई को छेड़ने के लिए कहती है.. सीधे-सीधे बोलो ना अमित भाईया अपनी बहनिया को दुल्हनिया नहीं बहनिया से अपनी चुदनिया बनाना चाहते हो क्यूँ है ना.. ( माधुरी आंख मार कर अमित से कहती है )

अमित : गुस्सा हो कर क्या है माधुरी ये मैं कब से आपको बोल रहा हूँ फिर भी आप हो की बात को वही ले आती हो जाओ मुझे कुछ नहीं बनाना आपको ना बहन ना कुछ और जब इतना समझने के बाद भी आप नहीं समझ रही हो तो मेरा कुछ भी कहाना बेकार है आप रहो यहाँ मैं जा रहा हूँ.. हटो जाने दो मुझे..

अमित इतना कहता है और रूम से जाने लगता है अमित सच मे माधुरी को बहुत प्यार करता है ये बात माधुरी भी अच्छे से जानती है और इसलिए ही माधुरी अमित से मजाक कर रही थी पर अब जब अमित को गुस्सा करते देख तो उसने अमित को रूम से जाने से रोकने लगी और अमित के सामने आ कर खड़ी हो गयी ( माधुरी भी अमित की कही हर बात को समझ रही थी वो अच्छे से जानती थी की उसके भाई ने अभी जो कुछ भी कहा है वो सब उतना ही सच है जितना की दिन और रात है जैसे दिन के बाद रात होती है बैसे ही उसका भाई उसको चाहता है हर दिन बढ़ती मोहब्बत हर रात बढ़ता प्यार.. ये उसके भाई का उसके लिए प्यार ही था जो अमित ने अभी तक उसकी चुत की सील को नहीं खोला था "मेरे प्यारे भाई…❤️" )

माधुरी : कहा जा रहा है अपनी बहन को छोड़ कर तेरे बिना तेरी बहन रह लेगी बता..तभी अमित गुस्से मे बोलता है..

अमित : अब तक रह ली ना मेरे बिना अब आगे भी रह ही लेगी मेरी बहन मेरे बिना..

माधुरी : ( मुस्कुरा कर )अब तक तो मेरा भाई मुझे अपने बड़े प्यार से प्यार कर ले मेरे था ही रह रहा था..मुझे वो ही बड़ा प्यार चाहिए अपने इसलिए भाई से.. बोल देगा ना मुझे अपना वो बड़ा प्यार..( माधुरी बड़ी ही कामुक हो कर कहती है )

अमित : मेरे पास नहीं है कोई प्यार व्यार जाओ जहाँ मिल रहा है वहाँ से लेलो प्यार मेरे पास नहीं है ऐसा बैसा कैसा भी प्यार हट जाओ मुझे जाने दो..अब बहुत हो गया ( अमित गुस्से मे ही करता है )

माधुरी : ( थोड़ा सीरियस हो कर मैं क्यूँ जाऊ कहीं फिर बड़े ही प्यार से बोली ) जब मेरे भाई के पास बहुत बड़ा प्यार है अपनी बहन को प्यार करने के लिए मुझे तो मेरे भाई का बड़ा प्यार चाहिए.. बोल देगा ना.. भाई बहन को प्यार..

अमित : ( मन ही मन ये जान कर मुस्कुराता है की उसकी बहन उसको कितना प्यार करती है और अब उसे रोकने के लिए उसे मना रही है अभी कुछ देर पहले अमित मना रहा था माधुरी को अब माधुरी मना रही है होने भाई को ) अमित भी हा ही करने बाला था की रुक जाता है और माधुरी की आँखों मैं देखता है ऐसे दोनों बिना कुछ बोलो एक दूसरे को देख रहे है की तभी अमित एक दम से आगे आता है और माधुरी को एक तरफ कर के गेट के पास जाता है और गेट खोलने बाला ही होता है की तभी माधुरी कहती है..

माधुरी : अगर तू रूम के बहार गया तो मेरे भाई तेरी ये बहन अभी माधुरी कुछ कह पाती उससे पहले ही रुक जाती है..

क्युकी अमित ने जैसे ही गेट खोलने के लिए हाथ आगे किये बैसे ही माधुरी कहने लगी की अगर तू रूम के बहार गया तो मेरे भाई तेरी ये बहन माधुरी कहती है पर इससे आगे कह नहीं पाती है क्युकी अमित ने तुरंत ही मूड कर अपनी बहन को अपने सीने से लगा लिया और अपने होठो को अपनी बहन के होठों से लगा दिए अमित नहीं चाहता था की उसकी बहन ऐसा बैसा कुछ भी कहे या सोचे और ख़ुश अमित भी माधुरी को दिलो जान से चाहता है इसलिए वो खुद भी नहीं चाहता था की माधुरी कभी खुद को दुख दे.. और उसके भाई के होते हुए उसकी बहन को को कोई परेशानी हो ऐसा तो नहीं हो सकता..

अमित : माधुरी खबरदार कभी ऐसी बात भी की तो ( अमित माधुरी के होठों से अपने होठो को अलग कर के बोला.. ) मेरी जान है तू मेरी जान को कभी कुछ नहीं होगा मेरे रहते कभी कुछ गलत सोचा भी ना तो फिर देख लेना बहुत पिटाई लगाऊंगा तेरी ( अमित बड़े ही प्यार से ये सब कह रहा था उसकी आंख भी मन हो गयी थी ये उसका सच्चा प्यार ही था जो उसकी आँखों मैं झलक रहा था )

माधुरी : (अपने भाई को बड़े ही प्यार से देख रही थी उसको अपने भाई पर इतना प्यार आ रहा था की वो बयान नहीं कर सकती थी अपने भाई की हर एक बात को अच्छे से सुन रही थी ) और फिर एक दम से अपने भाई को अपने सीने से लगा कर किस करने लगी फिर अलग हो कर कहती है इतना प्यार करता है अपनी बहन को तू भाई..ये कहते हुए माधुरी की आँखों मे आंसू आ जाते है..

अमित : अपनी जान से भी ज्यादा..

माधुरी : तू भी ना भाई अपनी बहन से कोई गुस्सा होते है गुस्सा हुआ तो ठीक अपनी बहन को गुस्से मे ऐसे छोड़ कर भला कोई जाता है.. ( माधुरी अमित की आँखों मे देख कर कहती है.. अपने भाई के गाल होठो पर चूमती भी रहती है )

अमित : नहीं जाते छोड़ कर बहन को पर बहन को भी भाई को समझना चाहिए ना बहन भी कहाँ अपना वादा निभा रही है जो उसने अपने भाई से किया था ( अमित माधुरी को अपना किया वादा याद दिलता है )

अब तक दोनों ही अपने आप को ठीक कर चुके थे माधुरी अमित का हाथ पकड़ती है और उसको आपने बैड पर बिठा कर बोलती है..

माधुरी : भाई.. अगर बहन के बस मे होता तो तेरी ये बहन तुझे हर दिन सील पैक चुत देती और हर दिन सील खोलने देती क्युकी मुझे पता है मेरा भाई मुझे कितना प्यार करता है तेरे इस प्यार के आगे एक बहन अपने भाई के लिए जितना करे उतना कम ही लगेगा मेरे भाई..( फिर माधुरी माहौल को थोड़ा ठंडा करने के लिए कहती है ) बैसे भाई..

अमित : माधुरी को देखता है जैसे कह रहा है हो बोलो ना..

माधुरी : ( मुस्कुरा कर ) पीछे से तो पिटाई तुम पहले ही लगा चुके हो अब तो आगे से पिटाई लगानी है.. ( माधुरी के इस बात का मतलब समझ कर अमित भी हस देता है.. ) बोलो ना लगाओगे ना अपनी इस बहन की पिटाई ( माधुरी अपनी चुत पर ऊँगली रख कर ईशारा कर के बताती है )

अमित : मुस्कुरा देता है…हा.. और धीरे से हा कर देता..

माधुरी : औ..औले मेरा भाई ( माधुरी प्यारा सा मुँह बना कर कहती है ) बहन की पिटाई लगाने का मन करता है..

अमित : हा करता है बहुत मन करता है.. (अमित भी मुस्कुराते हुए कहता है ) बहन का मन नहीं करता भाई से पिटाई करबाने का.. बोलो ना दीदी..

माधुरी : ( शर्मा कर ) करता है ना.. भाई बहुत मन करता है

अमित : क्या करने का मन करता है दीदी..??

माधुरी : ( माधुरी मुस्कुरा कर कमीने ) अपने इस भाई से अपनी चुत की पिटाई करवाने का बहुत मन करता है भाई बोल ना करेगा ना अपनी इस बहन की पिटाई.. हा..

अमित : हा दीदी बहुत जोर जोर से करूँगा अपनी इस बहन की पिटाई…

माधुरी : भाई.. (अमित की आँखों मे देख कर ) मैं तुझ से बहुत प्यार करती हूँ तू मुझे प्यार कर मेरी पिटाई कर या मुझे अपनी बीबी बना या चुदनिया तेरी ये बहन वो सब करेंगी जो तू चाहता है

अमित : माधुरी दीदी आपको पहले ही बोला है मैंने आपको मैं अपनी बीबी बनाना चाहता हूँ चुदनिया नहीं सिर्फ बीबी हा.. कभी कभी बहन बना कर भी प्यार कर लिया करूंगा.. ( अमित ने हस्ते हुए कहाँ..) जिस पर माधुरी भी मुस्कुराये बिना नहीं रही..

माधुरी : ( अमित की आँखों मैं देख कर फिर बड़ी ही अदा के साथ ईठला कर ) हुम्म्म…तो फिर.. भाई मुझे अपनी चुदनिया कौन बयानेगा..?? ( माधुरी अमित को थोड़ा सीरियस हो कर देखते हुए पूछती है.. )

अमित : ( अमित भी माधुरी को छेड़ते हुए.. ) मुझे क्या पता तुम तो मेरी बहन हो ( फिर एक पल रुक कर मुस्कुरा कर ) और बहन को चुदनिया थोड़े ही बनाते है..

माधुरी : हा हा… बहन को बीबी बना सकते है.. चुदनिया नहीं.. वाह.. भाई वाह.. ( अमित को आंख दीखते होते कहती है )

अमित : अभी कुछ देर पहले कोई कह रह था बहन चुदनिया बनाने के लिए थोड़ी होती है.. ( अमित माधुरी को उसकी बात याद दिलाते हुए कहता है )

माधुरी : ( मुस्कुरा कर..) हुम्म्म.. तो भाई तुम.. ( अमित की आँखों मैं आंखे डाल कर गाल कर बड़े ही प्यार से अपना हाथ फिरती है और होठों पर अपनी जीव फिरा कर हुम्म्म हहा..) भाई एक बहन अपने भाई को अपनी जान से ज्यादा प्यार करती है और इस प्यार के खातिर बहन भाई के लिए वो सब करती है जो एक भाई चाहता है "समजा मेरे भोंदू.." ( क्यूट सी आवज़ मैं कहती है ) और तुझे पता है मैं तुझे अपनी जान से भी ज्यादा खुद से भी ज्यादा प्यार करती हूँ अब जल्दी बता मुझे चु.. (माधुरी अमित की आँखों मैं देख कर ) कौन बनाएगा और फिर अपने दोनों नैनो को उचका कर अपने भाई के जबाव का इंतजार करती है.. जब अमित कुछ देख कर कुछ नहीं बोलता है तो माधुरी फिर कहती है बोल ना.. भाई. क्यूँ परेशान कर रहा है.. बोल ना…बड़े ही लड़ प्यार से क्यूट सी आवाज मैं कहती है..

अमित : ( मुस्कुरा कर ) अपनी जान से प्यारी माधुरी दीदी को अपनी चु.. बनाऊंगा..

आगे देखते है क्या होता है इन दोनों भाई बहनों का… मुझे comment करके जरूर बताये आपको क्या लगता है..? कहानी जारी रहेगी…❤️❤️
 
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taamrambha

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Great update , par asha karta hu ki story aise hi romantic rahe dono ke bich jaisi ki title hai aur kuch jealousy bhi ho aur sexual scene esi tarah ke vivaran ke ho , aur fir se wondeful story waiting for next
 
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taamrambha

Sab kuch lover
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काम जारी है 😊
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