Update 10
पिछले अपडेट में आपने पढ़ा कि कैसे एक भाई भंग के नशे में अपने बहन को भाभी समाज के चुत में रंग लगा डाली
अब आगे—
वही दूसरी तरफ मां भी मोहल्ले की औरतों के साथ होली खेल रही थी , औरते अब मिलकर बहुत गंदी गंदी हरकते कर रही थी , किसी की चूची में रंग कोई किसी के गान्ड में हाथ डाल रही हो कोई किसी की चुत रगड़ रही हो सभी बहुत मस्ती कर रही थी , उन सब मोहल्ले वाले औरते के बीच मेरी मां ही सबसे ज्याद गदराई हुई थी चूचियां पपीता की तरह लटके हुए , गान्ड बाहर की ओर निकली हुई, ओर सभी औरते भी सबसे ज्यादा मां को ही रगड़ रहे थे औरते आपस में बहुत गंदी गंदी बातें भी कर रही थी जैसे कि—
औरत 1– गान्ड पे रंग लगते हुए का रे सुमन इतनी बड़ी गान्ड कैसे कर ली हमर पति चोदत है फिर भी नहीं होती और एकड़ पति न है फिर भी इतने बड़े कैसे ?
औरत 2 – चूची को रगड़ते हुए सही बोल रही है बहन ई देख इसकी तो चूची भी हमर सब से बड़े है बता छिनाल किस से चुदवात हो
( इतने में मै भी बाहर को आ गए और मेरे मोहल्ले वाले दोस्त भी वही खड़े थे सभी के हाथ में भांग की ग्लास थी और सभी मेरी मां ओर औरतें को ही देख रहे थे मै जब वहा पहुंचा तो एक ग्लास मुझे भी दे दी वो सभी भी नशे में थे ओर बाते कर रहे थे साली क्या माल है इतनी गदराई हुई साली एक बार मिल जाए तो मजा आ जाए और उन दोस्तों की भी मां वही खड़ी होली खेल रही थी सभी इतने नशे में थे कि कौन कौन है पहचान भी नहीं पा रहे थे मै जब अपने मां को देखा तो सोचा ये तो मेरी मां है और सभी औरत अंदर हाथ डाल के रंग लगा रही है , मै भी जान बुझ के पूछा भाई तुम किस औरत की बात कर रहे हो यह तो बहुत औरत है, दोस्त बोला साली वही जो सामने अंदर हाथ डलवा के रंग लगवा रही है पता नहीं कौन है ,
मै समाज गया इन्हें नहीं पता कि वो मेरी मां है और फिर मै औरते के करीब गया ओर उनकी बात सुनने लगा ,मेरे चेहरे पे भी रंग लगा हुआ था इससे औरते ओर मेरी मां को भी पता नहीं चला , ओर मै पा जा कर खड़ा हो गया ओर बाते सुनने लगा )
औरत 3 – मां की चुत को रगड़ते हुए 3 अंगुली अंदर को डाल दी मां की आह निकल गई और बोली सही बोल रही हो बहन ये पक्का किसी से चुदवातीं है इसके बुर भी काफी फैली हुई है 3 अंगुली तुरंत अंदर चली गई।
मां – नहीं र पगली मैं किसी से न चुदवातीं हु मेरे पति के मरे एक साल से ज्यादा हो गया अब तो मै कोई बाहर भी नहीं जाती ओर मेरे घर में बेटे को छोड़ कर कोई मर्द भी नहीं है तो भला मै किसी चुदवांगी।
औरत 3 – बुर में उंगली पेलते हुए तो क्या अपनी बेटे का लन्ड लेती है जो तेरी बुर इतनी फैल गई है और तेजी से उंगली अंदर बाहर करने लगी
मां भी ये सुन के गर्म होने लगी बेटे का लन्ड याद आने लगा और बोली –
कर्मजली अंदर से हाथ निकल ओर जा के अपने बेटे का लन्ड ले ।
तीनों औरत लगे हुए थे कोई चूची कोई गान्ड कोई बुर मम्मी तुरंत झर गई , मम्मी की सिर्फ एक आह निकली ओर झर गई ।
ये आह.. मै भी सुना मेरा तो लन्ड कब का खड़ा हो गया था अपनी मां के बारे में ये सब बात सुन के ओर भंग के नशा तो था ही अपने आप पर काबू नहीं कर पाया और मै अपने चेहरे ओर शरीर पे ढेर सारा रंग लगा लिया क्यूंकि कोई पहचान न ले उसके बाद मां के पास गया पीछे से उनकी चूची पकड़ ली और रंग लगाने लगा चूची के बाद धीरे धीरे हाथ नीचे ले जाने लगा मम्मी नि छुड़ाने की कोशिश की पर मेरी पाकर काफी थी और मेरा लन्ड उनकी गांड में घुसे जा रहा था तो वो ज्यादा कुछ कर नहीं पाई और खड़ी रही ,

मेरा हाथ नीचे उनके बुर पे गया तो बहुत चिप चिपा समझ गया औरते ने अंगुली कर के मम्मी की झर दी , होली खेलने वालों की भीड़ ज्यादा थी इसलिए कोई दिक्कत नहीं थी मै भी पहले एक उंगली डाला उसकी आह निकली फिर दो ऐसही करते करते 3 डाल दी और तेजी से अन्दर बाहर करने लगा मै अपना लन्ड उनके गेंद पे रगड़े जा रहा था वो भी मदहोश हो गई और अपना हाथ पीछे कर के मेरे लन्ड को ऊपर से ही पकड़ा मुझे ओर अच्छा लगा और मैं अपनी स्पीड बढ़ा दी धीरे धीरे वो अपना हाथ मेरे लोअर में घुसा दी और लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी , मेरा पहली बार मा का हाथ पड़ते ही जल्दी ही झड़ने को हो गया ओर झरने लगा मेरे मुंह से सिर्फ एक शब्द निकला आह मम्मी माजा आ गया , मां ये सुन के हैरान ओर वो जोर लगा कर पीछे को पलटी मै तुरंत भीड़ में घुस के भाग गया ओर घर की ओर निकल गया , मां अभी झाड़ी भी नहीं थी और वो ये सोच रही थी कि क्या वो मेरा बेटा था और वो वह से निकल के अपने घर आ गई बेटा को देखने उसके रूम में गई रूम में कोई नहीं था बाथरूम में पानी गिरने की आवाज आ रही थी मां बाथरूम के पास गई कान लगा के सुनने लगी अंदर से आवाजें आ रही थी – आह ..मां क्या चुत है... तेरी इतना बड़ा भोसड़ा बना रखा आह ... कभी मिल गई न तो पटक पटक के चोदूंगा आह आह करते हुए झड़ गया, मां भी तुरंत रूम से निकल कर अपने रूम में गई दरवाजा बंद की बाथरूम में घुस गई तुरन्त सारे कपड़े निकल कर शावर चालू की ओर शरीर से रंग को धोने लगी और उसके दिमाग में थी चला रहा था कि बेटे ने मेरी चुत में उंगली की अपनी मां की पानी निकली और तो और मुझे चोदने की बात कर रहा था ये सब सोचते हुए कब उसका हाथ चुत पे चला जाता है पता ही नहीं चला और चुत मे और

झरते हुए बोली आह बेटा आजा चोद ले अपनी मां को बहुत प्यासी है तेरी मां बोलते बोलते झर गई सुकून उसके चेहरे पे दिख रहा था वो ना के भर आई तो देखा बेटा बेटी बहु तीनों एक साथ बैठ के पकवान खा रहे है और टीवी देख रहे है मां भी आ कर बैठ गई और टीवी देखने लगी और खाने लगी पर कुछ बोली नहीं वो बस बेटे को देख रही थी और सोच रही थी कितना भोला दिखता है पर अपनी मां को ही चोदने की बात करता है ।