इस कहानी का हर कोना अपने आप में जैसे परिपूर्ण है, ये आपकी उत्कृष्ट लेखन शैली का ही कमाल है, आगे की उत्सुकता से प्रतीक्षा रहेगी...
वैसे क्या आप किसी और की कहानी को आगे बढ़ाने में रुचि लेंगे, ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि बहुत दिनों से मैं एक ऐसे लेखक की तलाश में था जिसकी लेखन क्षमता इस कहानी से मेल खाती हो और वो तलाश आप पर आकर समाप्त हुई है!
अध्याय १ नमस्कार दोस्तो। मेरा नाम सविता हैं। मैं ४५ वर्ष की महिला हूं। हम लोग राजस्थान के एक छोटे से गांव में रहते हैं। मेरा जन्म एक बहुत ही साधारण से परिवार में हुआ। १७ बसंत निकलते मेरे रूप यौवन में गजब का निखार आ गया। जिसको देख मेरे बापू ने मेरे लिए लड़का ढूंढना शुरू कर दिया। और १८ बसंत...
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