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ऐसे ही एक दिन मैं कुछ काम कर रहा था घर पे अपने लैपटॉप में तो देखा एक साइट गलती से खुल गयी जिसमे बीवी किसी और क साथ सेक्स कर रही थी जिसके बाद मेरा लण्ड कड़ा हो गया मुझे बहुत अजीब सा लगा ये क्या अनुभव था मुझे नही पता। मैंने कुछ देर देखा कि हसबैंड साइड में बैठा है और एक आदमी बीवी को बुरी तरह चोद रहा है और झड़ने के बाद उसकी चूत से माल चाट के अपनी जीभ से अपनी बीवी के मुह में किस कर के दोनों माल का लाभ उठा के चाट रहे है।ये देखते देखते मेरा शरीर गरम हो गया और लण्ड जैसे पत्थर का हो गया। मैं तुरंत इरम के पास गया और उसको पीछे से पकड़ के गले मे किस करते हुए कपडे उतारने लगा "हाए अल्लाह आपको दिन में भी ये सब सूझ रहा है क्या होगा"
"चुप रहो और कपड़े उतारो ।"
इरम ने कपड़े उतार के घोड़ी बन गयी।घोड़ी बननेके बाद मैंने उसकी चूत को पीछे से चाटना शुरू किया जिसका मज़ा अलग था वो बहुत प्यार से चटवा रही थी । और फिर मैंने पीछे से डाल के धक्के मारने शुरू कर दिए और ताबड़तोड़ धक्के लगाने लगा जिससे मैं 7 8 मिनट तक टिक के मज़ा लेता रहा मगर आज एक नई चीज़ हुई वो भी कुछ हद तक खुश दिखी। मैं झड के साइड लेट गया। इरम वैसे ही सीधी हो गयी फिर वो बाथरूम गयी और वापस आ के मेरे लिए दूध और कुछ खाने को ले आयी। मै खा पी के काम मे लग गया।रात में फिर से वैसी वीडियोस देख के एक बार और चुदाई की तो भी मैं 7 मिनट तक रुक गया। ऐसे ही 1 महीने तक चलता रहा। मगर बीच मे 2 3 दिन के लिए इरम बहुत उदास रहने लगी मुझे लगा शायद पीरियड्स होने को है शायद इस वजह से। फिर एक दिन इरम नई एरिंग्स चैन और रिन्ग पहने दिखी।पूछने पे बताया कि पहले से थे मगर आज पहने है।ख़ैर लेडीज आइटम मुझे क्या कभी भी पहनो।
मैं मुंबई में एक फ्लैट में रहता हूं तीसरे फ्लोर पे तो फ्रंट से आने का रास्ता जैसा नॉर्मली होता है वैसा ही है बाकी मेरे रूम के पीछे एक बहुत पतली गली है वहां पे लोहै कि सीढ़िया लगी हुई है जो के हर फ्लोर में जाती है।उनका यूज़ केवल इमरजेंसी में होता है। मेरा फ्लैट 3 bhk का है जिसमें एक कमरा अम्मी अब्बू का एक मेरा है और एक कोई मेहमान आ गया या बच्चों के लिये हो जाता है।अभी 1 साल हो गया कोई बच्चा नही था हालांकि मैं बिना कंडोम के ही करता था मगर फिर भी ।अम्मी अब्बू कुछ दिन के लिए गाँव चले गए 15 20 दिन के लिए मैं छोड़ने गया था स्टेशन। वापस शाम को आया तो मेरी बेगम मेहँदी लगाई हुई थी दुल्हन के कपड़े पहने थी और कमरे में पूरा गुब्बारे सजा रखा था। जब मैं रूम में आया तो बहुत अजीब सी महक आ रही थी कमरे में। मुझे जानी पहचानी लगी मगर कहाँ से आ रही थी।आते ही उसको देख के समान तन गया और चोद दिया ऐसे जैसे सुहागरात हो तब मुझे लगा शायद कुछ ढीलापन है उंसके मगर तवज्जो नही ढ़ी। तभी बाथरूम गया वहां भी बहुत तेज़ गंध का एहसास हुआ। ख़ैर मैं बहुत थक चूका था तो खाने के सो गया।सुबह देखा तो इरम नाश्ता और मर लंच बना चुकी थी। वो बहुत खुश लग रही थी। मैं पास जा के पूछा क्या हुआ तो बोली कुछ नही ।
"बहुत खुश दिख रही हो ?"
"हमेशा होती ह आप ही नही देखते कभी ।"
"हो सकता है "किस कर के चला गया मैं।
आफिस जा के सोचते हुए याद आया ऐसी गंध तो तब आती है जब मेरा नाइटफॉल होता है तब चड्ढी के अंदर से महक आती है ये इतनी तेज गंध कैसे आई वो भी मेरे रूम के अंदर से।
मेरे दिमाग मे 10 बातें चलने लगी।
"चुप रहो और कपड़े उतारो ।"
इरम ने कपड़े उतार के घोड़ी बन गयी।घोड़ी बननेके बाद मैंने उसकी चूत को पीछे से चाटना शुरू किया जिसका मज़ा अलग था वो बहुत प्यार से चटवा रही थी । और फिर मैंने पीछे से डाल के धक्के मारने शुरू कर दिए और ताबड़तोड़ धक्के लगाने लगा जिससे मैं 7 8 मिनट तक टिक के मज़ा लेता रहा मगर आज एक नई चीज़ हुई वो भी कुछ हद तक खुश दिखी। मैं झड के साइड लेट गया। इरम वैसे ही सीधी हो गयी फिर वो बाथरूम गयी और वापस आ के मेरे लिए दूध और कुछ खाने को ले आयी। मै खा पी के काम मे लग गया।रात में फिर से वैसी वीडियोस देख के एक बार और चुदाई की तो भी मैं 7 मिनट तक रुक गया। ऐसे ही 1 महीने तक चलता रहा। मगर बीच मे 2 3 दिन के लिए इरम बहुत उदास रहने लगी मुझे लगा शायद पीरियड्स होने को है शायद इस वजह से। फिर एक दिन इरम नई एरिंग्स चैन और रिन्ग पहने दिखी।पूछने पे बताया कि पहले से थे मगर आज पहने है।ख़ैर लेडीज आइटम मुझे क्या कभी भी पहनो।
मैं मुंबई में एक फ्लैट में रहता हूं तीसरे फ्लोर पे तो फ्रंट से आने का रास्ता जैसा नॉर्मली होता है वैसा ही है बाकी मेरे रूम के पीछे एक बहुत पतली गली है वहां पे लोहै कि सीढ़िया लगी हुई है जो के हर फ्लोर में जाती है।उनका यूज़ केवल इमरजेंसी में होता है। मेरा फ्लैट 3 bhk का है जिसमें एक कमरा अम्मी अब्बू का एक मेरा है और एक कोई मेहमान आ गया या बच्चों के लिये हो जाता है।अभी 1 साल हो गया कोई बच्चा नही था हालांकि मैं बिना कंडोम के ही करता था मगर फिर भी ।अम्मी अब्बू कुछ दिन के लिए गाँव चले गए 15 20 दिन के लिए मैं छोड़ने गया था स्टेशन। वापस शाम को आया तो मेरी बेगम मेहँदी लगाई हुई थी दुल्हन के कपड़े पहने थी और कमरे में पूरा गुब्बारे सजा रखा था। जब मैं रूम में आया तो बहुत अजीब सी महक आ रही थी कमरे में। मुझे जानी पहचानी लगी मगर कहाँ से आ रही थी।आते ही उसको देख के समान तन गया और चोद दिया ऐसे जैसे सुहागरात हो तब मुझे लगा शायद कुछ ढीलापन है उंसके मगर तवज्जो नही ढ़ी। तभी बाथरूम गया वहां भी बहुत तेज़ गंध का एहसास हुआ। ख़ैर मैं बहुत थक चूका था तो खाने के सो गया।सुबह देखा तो इरम नाश्ता और मर लंच बना चुकी थी। वो बहुत खुश लग रही थी। मैं पास जा के पूछा क्या हुआ तो बोली कुछ नही ।
"बहुत खुश दिख रही हो ?"
"हमेशा होती ह आप ही नही देखते कभी ।"
"हो सकता है "किस कर के चला गया मैं।
आफिस जा के सोचते हुए याद आया ऐसी गंध तो तब आती है जब मेरा नाइटफॉल होता है तब चड्ढी के अंदर से महक आती है ये इतनी तेज गंध कैसे आई वो भी मेरे रूम के अंदर से।
मेरे दिमाग मे 10 बातें चलने लगी।