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Thank youLajawab update
keep reading
Thank youLajawab update
wo bhi jald milegaबटी के सरप्राइज का बेसब्री से इंंतजार रहेगा
वहां काफ़ी अंधेरा था
दूर -2 तक कोई भी नही था
श्रुति ने अपनी स्कूटी एक बड़े से पेड़ के पीछे छुपा दी और हम भी वही छुपकर खड़े हो गये
करीब 10 मिनट बाद ही पापा की जीप वहां आती हुई दिखाई दी, वो आकर पुल के नीचे खड़े हो गये और उसका इंतजार करने लगे
अगले 5 मिनट में वो भी आ गयी
वो मुझसे सिर्फ़ 10 फीट की दूरी से निकली, मैने गोर से उसे देखा
उपर से नीचे तक
एक मैला सा सूट पहना हुआ था उसने, पर शरीर पूरा भरा हुआ था उसका
मोटे-2 बूब्स और बाहर निकली हुई गांड
पर ये तो किसी भी एंगल से मुझे रंडी नहीं लग रही थी, उम्र भी मेरे जितनी ही थी लगभग
पर उसके शरीर के उभार बता रहे थे की इतनी सी उम्र में उसने काफी एक्सपीरियंस ले लिया है
सॉफ पता चल रहा था की अपनी जवानी के पूरे मज़े ले चुकी है वो
अभी भी तो वही लेने आई है
पापा के करीब पहुँचते ही वो उनसे ऐसे लिपटी जैसे बरसो पुरानी प्रेमिका हो उनकी
मेरी तो झांटे सुलग उठी उसे अपने पापा से लिपटते देखकर
श्रुति भी मुझे देखकर समझ गयी थी की उस लड़की से मुझे कितनी जेलीसी हो रही है
पर हम कर भी क्या सकते थे
पापा ने भी उसे हवा मे उठाकर फिल्मी हीरो की तरहा घुमा दिया हवा में , उसके मोटे मुम्मे पापा की छाती से पीसकर रह गये
और हवा ही हवा में पापा ने उसके होंठो को चूसना शुरू कर दिया, वो भी अपनी पकड़ उनकी कमर पर बनाए हुए उन्हे पूरा सहयोग दे रही थी
उन दोनो को ही जल्दी थी इसलिए सिर्फ़ 1 मिनट की ही स्मूच ली उन्होने और फिर सीधा मुद्दे की बात पर आ गये
पापा ने धक्का देकर सलोनी को ज़मीन पर बिताया और अपनी पेंट की जीप खोलकर अपना फौलादी लॅंड बाहर निकाला और उसके चेहरे के सामने लहरा दिया
ये तो कल से भी ज़्यादा उत्तेजित था , कल से भी बड़ा और मोटा लग रहा था वो लॅंड
वो एक ही बार मे उसे मुँह में डालकर निगल गयी और जोरों से चूसने लगी
मैने तो कल ही उसे देख लिया था पर श्रुति के लिए तो ये पहला अवसर था
मेरे पापा का लॅंड देखने का
वो तो चिल्लाने ही वाली थी उसे देखकर
की हाय, इतना मोटा लॅंड …वाउssssssss
पर मैने उसके मुँह पर हाथ रखकर उसकी चीख अंदर ही दबा दी
पर उसकी आँखो की चमक और खड़े निप्पल बता रहे थे की वो कितनी इंप्रेस हुई है उस पुलिसिआ लॅंड से
शायद मन ही मन वो उसे लेने के ख्वाब भी देख रही थी
इसलिए वो अपनी चूत को जीन्स के उपर से ही सहला रही थी…रगड़ रही थी
अंदर से कुछ -2 तो मुझे भी हो रहा था
क्योंकि पापा का लॅंड लगातार दूसरे दिन देख रही थी मैं
कल रात मेरे हाथ में था
अब दूसरी सलोनी के हाथ में है वो
वैसे देखा जाए तो एक मर्द को और क्या चाहिए
हर दिन नया चेहरा, नयी चूत
पर कल रात की बात तो पापा याद भी नही रख पाए नशे में
अगर याद रहता तो शायद आज भी मेरे पास होते वो
ग़लती तो मेरी ही है ना
मैने ही उन्हे अपनी तरफ आकर्षित नही किया
पर अब करूँगी
इसी निश्चय के साथ मैने भी आँखे बंद करके कसम खाई और अपनी उंगली अपनी चूत पर दे मारी
उम्म्म्ममममममम
कितना सैक्सी एहसास था ये
मेरे आगे खड़ी श्रुति अलग ही सुर में सीसीया रही थी और पापा के सामने बैठी सलोनी उनकी बिन बजाती हुई अलग सुर मे
देखा जाए तो वहां 3-3 जवान लड़किया मोजूद थी
और मर्द सिर्फ़ एक
मेरे प्यारे पापा
अगर मैं इसी वक़्त श्रुति को लेकर उनके सामने पहुँच जाऊं तो क्या पापा हम तीनो को एकसाथ चोदेगे ?
ये वाइल्ड सा एहसास ही पूरे शरीर जो सुलगा सा गया मेरे
मैने श्रुति का दूसरा हाथ पकड़ा और उसे अपनी पायजामी के अंदर डलवा लिया
और मैने अपना हाथ आगे करके उसकी जीन्स के बटन खोले, उसे थोड़ा सा ढीला किया और उसकी कच्छी में उंगलिया घुसेड कर उसकी गीली चूत में अपनी उंगलियो की पतवार से नाव चलाने लगी
श्रुति मेरी तरफ घूम गयी और मेरे होंठो पर किस्स करते हुए मुझे घिस्से देने लगी
मैं भी अपनी उंगलिया उसकी चूत में जोरों से चला रही थी
इसी बीच पापा ने उस लड़की को खड़ा किया और उसे कार के बोनट पर झुका कर पीछे से उसकी चूत में अपना लॅंड घुसेड़ दिया
उस वीराने में उसकी कराहती हुई सी सिसकारी गूँज उठी
“ओह…………उम्म्म्मममममममममममम…….पपाााआआआआ……”
उसके मुँह से पापा शब्द सुनते ही मेरी आँखे हैरत से फेल गई
यानी उसे अपनी बेटी बनाकर चोद रहे थे पापा
और ये बात वो भी जानती थी
अब मुझे पता नही ये मेरे पापा से कब से चुदवा रही है
पर इतना तो मुझे पता चल गया था की पापा जो काम मेरे साथ करने में शरमा रहे थे वो उसके साथ मुझे सोचकर वो खुल्ले मे कर रहे थे
इतनी भी क्या नाराज़गी पापा
मैं भी तो रेडी हूँ ना
आपने कभी पूछा ही नही मुझसे
पर कोई ना पापा
अब देखना
ऐसे-2 काम करूँगी ना की आप खुद ही मुझे नंगा करके चोदोगे
ये वादा रहा आपकी बेटी का
एक इंस्पेक्टर की बेटी का वादा
इतना सोचते-2 मेरी उत्तेजना को ऐसे पर लगे की मैं हवा में उड़ने लगी
वो तो श्रुति ने मेरी चूत में उंगलिया फँसाकर मुझे पकड़ रखे था
वरना मैं तो उड़ गयी होती उस आनंदमयी एहसास को महसूस करते हुए
हम दोनो की चूत की खीर एक साथ निकली
जिसे हमने एक दूसरे की आँखो में देखते हुए खाया
मेरा पाईनएप्पल जूस उसने पिया और उसका नारंगी का पानी मैने
इसी बीच पापा ने उस सलोनी की चूत के सारे दरवाजे ढीले कर दिए थे अपने धक्को से
उसके बदन के सारे कपड़े कब निकल गये मैं देख ही नही पाई
अब पापा उसे नंगा करके चोद रहे थे
चाँद की रोशनी में उसका नंगा शरीर लश्कारे मार रहा था
और अंत में जब पापा हुंकारने लगे तो अपना लैंड उन्होंने बाहर निकाला
और उसमे से निकल रही बूंदों से उस रंडी सलोनी को नहला दिया
उसने नीचे बैठकर उस रसीले पानी को अपने चेहरे और छाती पर छीड़कवाया
पूरे समय उसके मुँह से सिर्फ़ ओह्ह्ह अह्ह्ह्ह पापाsssssss ही निकल रहा था
शायद उसके मुँह से ये पापा शब्द का एहसास ही था जो मेरे पापा को यहाँ तक ले आया था
यही सच मैने उन्हे घर पर ही दे दिया होता तो उन्हे ऐसे खुले मे चुदाई नही करनी पड़ रही होती
खैर
अब ये भूल मैं जल्द सुधारने वाली थी
कुछ देर बाद उन दोनो ने अपने -2 कपड़े पहने और वहां से निकल गये
मैने और श्रुति ने भी अपना हुलिया ठीक किया और वहां से निकलकर उसने मुझे मेरे घर छोड़ा ओर वो वापिस चली गयी
पापा अभी घर नही आए थे
पर जब आएगे तो उन्हे एक अच्छा सा सर्प्राइज़ देने का मन बना चुकी थी मैं
Thanks for liking this update
Thanks LuciferGajab update tha bhai
Maza hi aa gaya padh kar
Har update pichle wale se jabardast likh rahe ho
Ab dekhte h kya surprise Mila h inspector shab ko