अपडेट – 4
यह रितिका और अनहद के बीच के गुप्त, जटिल, और भावनात्मक रूप से समृद्ध प्यार की है, जो उनके जीवन के अलग-अलग पहलुओं से शुरू होकर एक निषिद्ध लेकिन गहरा रिश्ता बन गया। रितिका, 26 साल की, ताई की बड़ी बेटी, एक सक्षम और मेहनती महिला है, जो अपने परिवार में खुशहाल लेकिन शादीशुदा जीवन में थोड़ी बोरियत से जूझ रही है। वह एक प्रतिष्ठित बैंक में जॉब करती है, जहां उसका दिन क्लाइंट मीटिंग्स, लोन प्रोसेसिंग, और डेडलाइन्स से भरा होता है – सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक की शिफ्ट, कभी-कभी ओवरटाइम, जो उसे थका देती है। उसकी शख्सियत बोल्ड और आत्मविश्वास से भरी है, जो उसके मॉडर्न ड्रेसिंग सेंस – साड़ी, वेस्टर्न आउटफिट्स, या ऑफिस सूट – में झलकती है। उसकी बॉडी (36-28-38) कर्वी और आकर्षक है – 36 इंच के भरे हुए बूब्स जो सॉफ्ट लेकिन फर्म हैं, 28 इंच की पतली कमर जो उसकी फिगर को बैलेंस देती है, और 38 इंच के गोल हिप्स जो उसकी सेक्स अपील बढ़ाते हैं। उसकी गोरी त्वचा चमकदार है, लंबे काले बाल जो खुला छोड़ती है या बन में बांधती है, और उसकी बड़ी भूरी आंखें जो भावनाओं से भरी होती हैं। रितिका मैरिड है, पति एक स्थिर जॉब में है, लेकिन व्यस्त शेड्यूल के कारण उनकी शादी में रोमांस और अंतरंगता की कमी है, जो उसे अंदर से खाली महसूस कराती है।
अनहद, 18 साल का युवा, परिवार में रितिका का चचेरा भाई, एक केयरिंग और समझदार लड़का है। उसकी एथलेटिक बॉडी – 6 फीट लंबाई, 42 इंच की चौड़ी छाती, और सिक्स-पैक एब्स – उसे आकर्षक बनाती है, और उसका 7 इंच सख्त लिंग उसकी मर्दानगी का प्रतीक है। अनहद ने रितिका की व्यस्त जिंदगी में देखभाल की भूमिका निभाई – बैंक के काम में मदद (फाइल्स चेक करना, डेटा ऑर्गनाइज़ करना), सुबह कॉफी बनाना, और रात को लंबी बातें करना। उसकी केयरिंग ने रितिका के दिल में जगह बनाई, और उनका रिश्ता गुप्त बातों से शुरू हुआ – फोन कॉल्स, मैसेजेस, और चोरी-छिपे मुलाकातें। रितिका का अपराधबोध – शादीशुदा होने के बावजूद अनहद से प्यार – और अनहद का प्यार एक जटिल भावनात्मक संघर्ष पैदा कर रहा था। यह बिल्डअप कई हफ्तों का था, जहां अनहद की मेहनत, उसकी तारीफें, और भावनात्मक सपोर्ट ने रितिका को पिघला दिया। एक दिन, जब घर में कोई नहीं था – पति ऑफिस में, परिवार बाहर – उनका प्यार शारीरिक रूप ले लिया, एक ऐसा पल जो उनके रिश्ते को नई ऊंचाई पर ले गया।
रितिका की बैंक जॉब उसकी जिंदगी का एक अहम हिस्सा थी – सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक, वह ऑफिस में व्यस्त रहती थी। उसका दिन क्लाइंट मीटिंग्स से शुरू होता, जहां लोन प्रोसेसिंग और डेडलाइन्स का दबाव रहता था। कभी-कभी ओवरटाइम की वजह से वह रात 8 बजे तक ऑफिस में होती, जिससे उसकी शारीरिक और मानसिक थकान बढ़ जाती थी। उसकी मॉडर्न ड्रेसिंग – साड़ी, शार्ट कुर्ती, या ऑफिस सूट – उसकी बोल्ड और आत्मविश्वासी पर्सनैलिटी को दर्शाती थी, लेकिन घर आकर वह थकी हुई और उदास दिखती थी। उसकी कर्वी फिगर (36-28-38) – 36 इंच के भरे हुए बूब्स जो सॉफ्ट लेकिन फर्म थे, 28 इंच की पतली कमर जो उसकी फिगर को ग्रेसफुल बनाती थी, और 38 इंच के गोल हिप्स जो उसकी सेक्स अपील को बढ़ाते थे – साड़ी में लहराती थी, लेकिन उसकी आंखों में थकान और शादी की बोरियत साफ झलकती थी। रितिका मैरिड थी, पति एक स्थिर जॉब में था, लेकिन उसकी व्यस्तता और यात्राओं ने उनकी शादी में अंतरंगता की कमी पैदा कर दी थी। यह कमी उसे अंदर से खाली महसूस कराती थी, और वह भावनात्मक सपोर्ट की तलाश में थी।
अनहद, 18 साल का, रितिका का चचेरा भाई, एक संवेदनशील और केयरिंग लड़का था। उसकी एथलेटिक बॉडी – 6 फीट लंबाई, 42 इंच की चौड़ी छाती, सिक्स-पैक एब्स, और 7 इंच सख्त लिंग – उसे आकर्षक बनाती थी। उसने रितिका की व्यस्त जिंदगी में देखभाल की भूमिका निभाई – बैंक के काम में मदद (फाइल्स को ऑर्गनाइज़ करना, डेटा क्रॉस-चेक करना), सुबह कॉफी बनाना, और रात को लंबी बातें करना। यह केयरिंग धीरे-धीरे रितिका के दिल में जगह बनाने लगी। एक शाम, रितिका घर आई, उसकी साड़ी हल्की गंदली थी, चेहरा थकान से भरा, और उसकी गोरी त्वचा पर पसीने की बूंदें थीं। अनहद किचन में था, उसने रितिका को ठंडा पानी दिया, और बातचीत शुरू हुई।
अनहद: (रितिका का हाथ पकड़ते हुए, नरम और केयरिंग टोन में, उसकी हथेली को सहलाते हुए) दीदी, तुम आज फिर थकी लग रही हो। तुम्हारी आंखों में वो थकान... बैंक में क्या हुआ? कोई क्लाइंट ने परेशान किया, या बॉस ने डांटा? बताओ, मैं हर बात सुनना चाहता हूं, तुम्हारा दर्द मेरा दर्द है।
रितिका: (मुस्कुराते हुए, थकान के बावजूद, पानी पीते हुए) अनहद, तू हमेशा मेरी फिक्र करता है, ये बात मुझे अच्छी लगती है। आज एक क्लाइंट ने लोन के लिए गलत डेटा दिया, घंटों उलझे रहे। बॉस ने भी प्रेशर डाला, लेकिन तू आया तो दिल को सुकून मिला। तू मेरे लिए कितना करता है, मैं कभी भूल नहीं सकती।
अनहद: (उसकी कमर के पास हाथ रखते हुए, हल्का सहारा देते हुए, प्यार भरी नजरों से) दीदी, तुम्हारी मुस्कान के लिए कुछ भी। मैं तुम्हारी मदद करूंगा, तुम्हारी फाइल्स चेक कर दूंगा, डेटा ठीक कर दूंगा। तुम रेस्ट करो, मैं अभी कॉफी बनाता हूं – तुम्हारी पसंद की, बिना शुगर, जैसा तुम्हें पसंद है। तुम्हारी थकान मिटानी है, तुम्हें तरोताजा देखना चाहता हूं।
रितिका: (उसके हाथ को छूकर, हल्की शर्म से, आंखें नीची करके) अनहद, तू इतना अच्छा क्यों है? मेरे पति को मेरे लिए समय नहीं मिलता, वो ट्रिप्स पर रहता है, लेकिन तू हमेशा यहां है, मेरे लिए सब कुछ करता है। ये फीलिंग... अजीब है, लेकिन मन को छू गई। (उसने अनहद की आंखों में देखा, हल्का सा ब्लश आया, और उसकी सांसें थोड़ी तेज हुईं।)
रात को फोन पर उनकी बातें लंबी और भावनात्मक हुईं। रितिका घर पर अकेली थी, पति ट्रिप पर था, और अनहद ने उसे सपोर्ट किया। कमरे में अंधेरा था, सिर्फ टेबल लैंप की रोशनी, और रितिका बेड पर लेटी थी, उसकी साड़ी खुली पड़ी थी।
रितिका: (व्हिस्पर में, थकी लेकिन भावुक, फोन पकड़े हुए) अनहद, आज बैंक में बहुत स्ट्रेस था। एक क्लाइंट ने गलत डेटा दिया, मैंने घंटों उसे ठीक करने की कोशिश की। बॉस ने कहा कि अगली बार सावधानी बरतूं, लेकिन तू नहीं होता तो मैं टूट जाती। तेरा साथ... मुझे हिम्मत देता है।
अनहद: (रोमांटिक टोन, नरम आवाज में, फोन पर मुस्कुराते हुए) दीदी, मैं हमेशा तुम्हारे लिए हूं। तुम्हारी वो थकी आंखें, वो फीकी मुस्कान जो बैंक से घर आते समय चली जाती है, मैं उसे फिर से लाना चाहता हूं। कल मैं तुम्हारी फाइल्स चेक कर दूंगा, डेटा ठीक कर दूंगा, तुम चिंता मत करो। बताओ, क्या और मदद करूं?
रितिका: (हल्की शर्म, लेकिन लव भरी, बेड पर करवट लेते हुए) अनहद, तू मेरी मदद करता है... लेकिन तेरी ये बातें, तेरी ये केयर, मुझे स्पेशल फील कराती है। मेरे दिल में एक जगह बना ली तूने, जैसे तू मेरा हिस्सा बन गया। लेकिन ये... शादीशुदा होने के बावजूद, ये प्यार सही है क्या? मुझे डर लगता है, लेकिन तुझसे दूर रहना मुश्किल है।
अनहद: (गहरा प्यार, समझदारी से) दीदी, प्यार कभी गलत नहीं होता। ये वो फीलिंग है जो दिल को सुकून देती है, जो तुम्हारी थकान मिटाती है। मैं तुम्हारी हर परेशानी मिटा दूंगा, तुम्हारी मुस्कान के लिए कुछ भी करूंगा। ये हमारा गुप्त प्यार है, मैं इसे संभाल लूंगा। कल बैंक के लिए तैयार रहूं?
रितिका: (भावुक, आंसुओं के साथ, फोन को सीने से लगाते हुए) हां, अनहद... लेकिन ये सीक्रेट रखना, कोई जान गया तो मेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। तू मेरी ताकत है, मेरा सपोर्ट, लेकिन ये प्यार मुझे डराता भी है। मैं तुझे गले लगाना चाहती हूं, लेकिन... ये सही है?
अनहद: (केयरिंग, आश्वस्त, नरम टोन में) दीदी, ये हमारा राज है। मैं तुम्हें कभी दुख नहीं दूंगा, ना ही किसी को बताऊंगा। रात को सोने से पहले सोचो, मैं तुम्हारे साथ हूं, तुम्हारी हर सांस में, तुम्हारी हर मुस्कान के पीछे। डर मत, मैं तुम्हारी रक्षा करूंगा।
रितिका का अपराधबोध धीरे-धीरे कम हुआ, अनहद की केयरिंग और प्यार भरी बातों ने उसे जीत लिया। यह बिल्डअप कई हफ्तों का था, जहां अनहद ने रितिका को गिफ्ट्स दिए – एक हार्ट शेप्ड पेंडेंट, उसकी पसंद का परफ्यूम – और उसकी तारीफ की, "दीदी, तुम ऑफिस से आने के बाद भी इतनी खूबसूरत लगती हो।" रितिका की तरस बढ़ती गई, और वह अनहद से गुप्त मिलन की कल्पना करने लगी। एक दिन, जब घर में कोई नहीं था – पति ऑफिस में, परिवार बाहर शादी के फंक्शन में – अनहद आया, और उनका प्यार शारीरिक रूप ले लिया ।
रितिका ने अनहद को अपने आलिंगन में कसकर लिया, जैसे वह उसकी गर्मी और सुरक्षा को अपने अंदर समा लेना चाहती हो। उसकी बाहें अनहद के मजबूत कंधों पर लिपटी थीं, और उसकी उंगलियां उसकी पीठ पर हल्के से दब रही थीं। अनहद की सांसें भी तेज थीं, उसने रितिका के गले को सूंघा, उसकी मस्की परफ्यूम और पसीने की मिश्रित खुशबू ने उसे और आकर्षित किया। उसने रितिका के गाल को अपने होंठों से छुआ, एक कोमल और गर्म चुंबन जो उसकी केयरिंग को दर्शाता था।
रितिका: (अनहद को गले लगाते हुए, प्यार और थोड़े डर के साथ, उसकी पीठ को सहलाते हुए) अनहद, तू आया... मुझे तेरी जरूरत थी, जैसे मेरी सांसों को ऑक्सीजन। घर में कोई नहीं, ये पल सिर्फ हमारा है, लेकिन मेरे दिल में डर भी है। क्या सही है ये, क्या ये प्यार जायज़ है? मेरी शादी... मेरा पति... लेकिन तू मेरे लिए सब कुछ है।
अनहद: (उसके गाल चूमते हुए, पैशनेट और आश्वस्त, उसकी कमर को हल्के से पकड़ते हुए) दीदी, मैं तुम्हारे लिए हमेशा हूं, तुम्हारी हर सांस मेरे लिए है। ये हमारा पल है, डर मत, मैं तुम्हें सुरक्षित रखूंगा, तुम्हारी हर चिंता को अपने दिल में ले लूंगा। तुम्हारा प्यार मेरा प्यार है, और ये प्यार गलत नहीं, ये तो तुम्हारी खुशी की राह है। मैं तुम्हें वो प्यार दूंगा जो तुम्हें चाहिए, जो तुम्हारा हक है। (उसने रितिका के माथे पर एक गहरा, रोमांटिक चुंबन लिया, और उसकी आंखों में देखा।)
रितिका: (उसके सीने से सिर उठाकर, भावुक और रोमांटिक, उसकी छाती पर हाथ रखते हुए) अनहद, तू मेरी ताकत है... तेरी ये केयर, तेरी ये नजरें, मुझे जिंदा फील कराती हैं। मेरे पति को समय नहीं, लेकिन तू... तू मेरे लिए हर पल है। मुझे डर है, लेकिन तुझसे दूर रहना मुझसे नहीं होगा। (उसने अनहद के होंठों को अपने होंठों से छुआ, एक हल्का लेकिन गहरा चुंबन शुरू किया।)
अनहद: (उसके चुंबन का जवाब देते हुए, प्यार और अंतरंगता से) दीदी, तुम मेरी दुनिया हो... मैं तुम्हें वो प्यार दूंगा जो तुम्हें कभी नहीं मिला। तुम्हारी ये गोरी त्वचा, ये कर्वी बॉडी, हर हिस्सा मेरा है, और मैं इसे प्यार से निहारना चाहता हूं। (उसने रितिका की साड़ी की पल्लू को हल्के से खींचा, उसकी कमर को सहलाया, और उसकी नाभि को उंगली से छुआ।)
रितिका: (कांपते हुए, रोमांटिक और इंटीमेट) अनहद, तू मेरे अंदर एक आग जला रहा है... मेरी योनि गीली हो रही है, मेरे निपल्स तेरे स्पर्श का इंतजार कर रहे हैं। मुझे डर है, लेकिन ये प्यार मुझे खींच रहा है। मुझे छू, मुझे अपने करीब ला। (उसने अनहद की छाती पर अपना चेहरा दबाया, उसकी धड़कनों को महसूस किया।)
अनहद: (उसकी पीठ सहलाते हुए, गहरा प्यार और अंतरंगता) दीदी, मैं तुम्हें अपने करीब लाऊंगा, तुम्हारी हर इच्छा पूरी करूंगा। तुम्हारी ये सॉफ्ट स्किन, तुम्हारी ये गर्मी... मैं इसे हमेशा महसूस करना चाहता हूं। डर मत, मैं तुम्हारी रक्षा करूंगा, तुम्हारा हर डर दूर कर दूंगा। (उसने रितिका के कंधों को चूमा, फिर उसकी गर्दन पर गर्म सांसें फूंकते हुए, उसकी साड़ी को और खोलने लगा।)
रितिका का शरीर अनहद के स्पर्श से कांप रहा था, उसकी सांसें तेज थीं, और उसकी गोरी त्वचा पर पसीने की बूंदें चमक रही थीं। अनहद ने उसकी साड़ी को पूरी तरह उतारा, और उनकी अंतरंगता अगले स्टेप – फोरप्ले और थ्रस्टिंग – की ओर बढ़ने लगी। यह पल उनके प्यार और रोमांस का चरम था, जहां थ्रिल और भावनाएं एक-दूसरे में घुल गईं।
रूम में डिम लाइट, थ्रिल – कोई आ सकता था। रितिका ने अनहद को गले लगाया, उसकी सांसें गर्म और तेज थीं।
रितिका: (अनहद को गले लगाते हुए, प्यार और थोड़े डर के साथ, उसकी पीठ को सहलाते हुए) अनहद, तू आया... मुझे तेरी जरूरत थी, जैसे मेरी सांसों को ऑक्सीजन। घर में कोई नहीं, ये पल सिर्फ हमारा है, लेकिन मेरे दिल में डर भी है। क्या सही है ये, क्या ये प्यार जायज़ है? मेरी शादी... मेरा पति... लेकिन तू मेरे लिए सब कुछ है।
अनहद: (उसके गाल चूमते हुए, पैशनेट और आश्वस्त, उसकी कमर को हल्के से पकड़ते हुए) दीदी, मैं तुम्हारे लिए हमेशा हूं, तुम्हारी हर सांस मेरे लिए है। ये हमारा पल है, डर मत, मैं तुम्हें सुरक्षित रखूंगा, तुम्हारी हर चिंता को अपने दिल में ले लूंगा। तुम्हारा प्यार मेरा प्यार है, और ये प्यार गलत नहीं, ये तो तुम्हारी खुशी की राह है। मैं तुम्हें वो प्यार दूंगा जो तुम्हें चाहिए, जो तुम्हारा हक है। (उसने रितिका के माथे पर एक गहरा, रोमांटिक चुंबन लिया, और उसकी आंखों में देखा।)
रितिका का पैशन अब अपने चरम पर था। उसने अनहद की ओर देखा, उसकी भूरी आंखों में जुनून और थोड़ा सा अपराधबोध था, और उसने अनहद की शर्ट की ओर हाथ बढ़ाया। उसकी उंगलियां कांप रही थीं, लेकिन धीरे-धीरे उसने शर्ट के बटनों को खोलना शुरू किया – हर बटन खुलते वक्त उसकी नाखून अनहद की छाती पर हल्के से खरोंचे, जैसे वह उसकी त्वचा को चिह्नित करना चाहती हो। शर्ट पूरी तरह खुलते ही अनहद का सिक्स-पैक एब्स सामने आया – मजबूत, टोन्ड मसल्स जो पसीने से चमक रहे थे, और उसकी चौड़ी छाती (42 इंच) पर हल्की बॉडी हेयर थी जो उसकी मर्दानगी को और बढ़ा रही थी। रितिका ने अपनी उंगलियों को अनहद के एब्स पर फिसलाया, हर मसल को महसूस करते हुए, और बोली, "तेरी बॉडी... कितनी सख्त है, मुझे छूने दे, मुझे तेरी गर्मी महसूस करने दे, जैसे तू मेरी ताकत हो।" उसने शर्ट को पूरी तरह उतार दिया, और अनहद की पीठ पर हाथ फेरते हुए उसे बेड के पास खींचा।
अनहद ने रितिका की ओर देखा, उसकी आंखों में प्यार और वासना थी। उसने रितिका की साड़ी की पल्लू पकड़ी, और धीरे-धीरे खींचना शुरू किया – साड़ी का हल्का पीला रंग उसके शरीर से सरकते हुए फर्श पर फैल गया, और रितिका की कर्वी फिगर (36-28-38) उजागर हो गई। उसकी ब्लाउज में बूब्स (36 इंच) उभरे हुए थे, निपल्स सख्त होकर कपड़े के नीचे से दबाव बना रहे थे, और उसकी गोरी त्वचा चमक रही थी, जैसे किसी मूर्ति की। अनहद ने ब्लाउज के हुक खोले – एक-एक कर, जैसे वह इस पल को लंबा खींचना चाहता हो – और ब्रा के हुक को खोलते हुए बोला, "दीदी, तेरे बूब्स... परफेक्ट हैं, जैसे मेरे लिए बने, मैं इन्हें छूना चाहता हूं।" ब्रा धीरे से नीचे गिरी, और रितिका के बूब्स बाहर आए – मीडियम साइज, गोल, फर्म, और निपल्स गुलाबी और सख्त, जैसे वे अनहद की जीभ का इंतजार कर रहे हों। अनहद ने उन्हें अपनी हथेलियों में लिया, धीरे से मसला, और उनकी नरमता को महसूस किया।
रितिका ने अनहद की ओर देखा, उसकी शर्मीली पर्सनैलिटी अब इरोटिक हो रही थी। उसने अनहद की पैंट की बेल्ट पकड़ी, धीरे से खोली, और पैंट को नीचे खींच दिया। अनहद का अंडरवीयर सामने आया, जिसमें उसका सख्त लिंग (7 इंच) उभरा हुआ था – स्ट्रेट, हल्का कर्व ऊपर की ओर, वेंस दिखाई दे रहे, और टिप गुलाबी। रितिका ने अंडरवीयर की किनारी पकड़ी, धीमे-धीमे खींची, और अनहद का लिंग बाहर आया – गर्म, सख्त, और तैयार। रितिका ने अपनी उंगलियों से उसे छुआ, ऊपर-नीचे सहलाया, और उसकी लंबाई को महसूस करते हुए बोली, "देख, कितना सख्त है... मेरे लिए, मुझे भर दे, मुझे तेरे प्यार से लबालब कर दे।" उसने लिंग को अपनी हथेली में पकड़ा, धीरे से दबाया, और अनहद की सांसें तेज हो गईं।
अनहद ने रितिका की ओर देखा, उसकी आंखों में जुनून था। उसने रितिका के पेटीकोट की नाड़ी पकड़ी, धीरे से खोली, और उसे नीचे सरका दिया। पेटीकोट फर्श पर गिरा, और रितिका की पैंटी सामने आई – हल्की गीली, चिपचिपी, और उसकी योनि की गर्मी को दर्शाती हुई। अनहद ने पैंटी की किनारी पकड़ी, धीमे-धीमे नीचे खींची, और रितिका की योनि उजागर हुई – गुलाबी, मुंडित, और चमकती, जिसमें रस की बूंदें टपक रही थीं। "दीदी, तुम्हारी योनि... इतनी खूबसूरत, इतनी गर्म," अनहद ने कहा, और उसने अपनी उंगलियों से उसकी योनि को छुआ, हल्का दबाव दिया। रितिका की जांघें कांप उठीं, और उसने अनहद के सिर को अपनी ओर खींचा, "अनहद, मुझे छू, मुझे अपने प्यार से तैयार कर।"
दोनों अब पूरी तरह नंगे थे – रितिका की गोरी त्वचा पसीने से चमक रही थी, उसके बूब्स हिल रहे थे, और अनहद की एथलेटिक बॉडी उसकी मर्दानगी को दर्शा रही थी। उनकी बॉडीज एक-दूसरे से चिपकीं, पसीने से गीली, और उनकी त्वचा एक-दूसरे से रगड़ रही थी, जिससे एक स्लिपरी और गर्म सनसनी पैदा हुई। रितिका ने अनहद के लिंग को अपनी योनि से रगड़ा, रस से चिकना किया, और बोली, "अनहद, अब मुझे ले, मुझे अपने प्यार से भर दे।" अनहद ने उसकी कमर पकड़ी, और उनकी अंतरंगता अगले स्टेप – फोरप्ले और थ्रस्टिंग – की ओर बढ़ने लगी। यह पल उनके प्यार और रोमांस का चरम था, जहां थ्रिल और भावनाएं एक-दूसरे में घुल गईं।
उसने रितिका को अपनी बाहों में और कसकर लिया, और अपनी मजबूत हथेलियों को रितिका के गोल, भरे हुए बूब्स (36 इंच) पर रखा। उसके बूब्स मीडियम साइज के थे, लेकिन प्राकृतिक रूप से गोल और फर्म, जो उसकी कर्वी फिगर को पूर्णता देते थे। उनकी सतह सॉफ्ट थी, लेकिन अंदर का टोन उसकी फिटनेस को दर्शाता था, और निपल्स – गुलाबी, छोटे, लेकिन उत्तेजित होने पर सख्त और पॉइंटी – जैसे वे अनहद की जीभ का इंतजार कर रहे हों। अनहद ने दोनों बूब्स को अपनी हथेलियों में लिया, धीरे से मसला, उंगलियों से हल्का दबाव दिया, और रितिका की सांसें भारी हो गईं। उसने अपनी अंगूठों से निपल्स को घुमाया, उन्हें हल्के से दबाया, और रितिका का शरीर झनझना उठा। "दीदी, तेरे बूब्स मेरे लिए हैं... इतने सॉफ्ट, इतने परफेक्ट," अनहद ने फुसफुसाया, उसकी आवाज में प्यार और वासना का मिश्रण था।
अनहद ने अपनी जीभ को नीचे लाया, पहले दाएं बूब के निपल पर रखा, और धीरे से घुमाया – गोलाकार मूवमेंट में, जैसे वह रितिका की संवेदनशीलता को धीरे-धीरे जगा रहा हो। उसकी जीभ गर्म और नम थी, और निपल के चारों ओर चली, फिर उसे मुंह में लिया और चूसा। रितिका की कराह निकली, "अनहद, खा जा... मुझे प्यार से चूस, मुझे तरसा!" उसने निपल को हल्के से काटा, दांतों से दबाव डाला, और रितिका का शरीर कांप उठा। अनहद ने दूसरा बूब भी उसी तरह लिया, उसे मसला, निपल को जीभ से चाटा, और फिर चूसते हुए एक दूध जैसा फील देने की कोशिश की – हालांकि कोई दूध नहीं था, लेकिन यह सनसनी रितिका को और उत्तेजित कर गई। उसकी उंगलियां अनहद के बालों में फंसीं, और उसने उसके सिर को अपने बूब्स पर और दबाया, "और जोर से, अनहद, मुझे पागल कर दे!" रितिका की योनि और गीली हो गई, रस की बूंदें उसकी जांघों पर टपकने लगीं, और उसकी सांसें तेज और अनियमित हो गईं।
अनहद ने दोनों बूब्स को बारी-बारी से चूसा, हर बार निपल को काटते हुए थोड़ा दबाव बढ़ाया, और रितिका की कराहें चीखों में बदल गईं। "दीदी, तेरे बूब्स की ये सॉफ्टनेस... मुझे दीवाना बना रही है," अनहद ने कहा, और उसने अपनी हथेलियों से बूब्स को और मसला, उन्हें ऊपर-नीचे हिलाया, जिससे वे हवा में उछलने लगे। रितिका के बूब्स हर मूवमेंट में थिरक रहे थे, उनकी गोलाई और फर्मनेस अनहद को और आकर्षित कर रही थी। उसने एक निपल को मुंह में लिया, उसे जोर से चूसा, और दूसरा हाथ से मसला, जिससे रितिका का शरीर एक लय में कांपने लगा। "अनहद, मुझे तरसा मत... मेरे बूब्स को और चूस, मुझे प्यार से ले," रितिका ने कराहते हुए कहा, उसकी आवाज में इरोटिक उन्माद था। अनहद ने अपनी जीभ को निपल पर और तेज घुमाया, फिर उसे काटा, और रितिका की योनि से रस की धारा बहने लगी, जो उसकी जांघों तक पहुंच गई।
उसने रितिका को अपनी बाहों में और कसकर लिया, और अपनी मजबूत हथेलियों को रितिका की स्लिम, टोन्ड जांघों पर रखा। उसकी जांघें मुलायम थीं, लेकिन फिटनेस से हल्का टोन लिए हुए, और अनहद की उंगलियां धीरे-धीरे ऊपर की ओर फिसलीं, हर इंच को सहलाते हुए। उसने रितिका की जांघों के अंदर की नरम त्वचा को छुआ, हल्के दबाव के साथ, जैसे वह उसकी संवेदनशीलता को जगा रहा हो। रितिका की सांसें भारी हो गईं, और उसकी योनि – गुलाबी, मुंडित, और पहले से गीली – और रस से भर गई। अनहद ने अपनी उंगलियों को रितिका की योनि के करीब लाया, और धीरे से उसके बाहरी होंठों को छुआ, जो गर्म और चिपचिपे थे। "फिंगरिंग कर, मुझे तैयार कर, मुझे प्यार से ले!" रितिका ने कराहते हुए कहा, उसकी आवाज में जुनून, सेडक्शन, और एक गहरा प्यार था। उसने अपनी जांघें और फैला दीं, अनहद को अपनी ओर बुलाते हुए।
अनहद ने अपनी दो उंगलियों को रितिका की योनि में डाला – पहले धीरे-धीरे, जैसे वह उसकी गर्मी और कसाव को महसूस करना चाहता हो। उसकी उंगलियां रितिका की गर्म, कसी हुई योनि के अंदर घुसीं, और हर मूवमेंट के साथ रस की हल्की आवाज गूंजी। रितिका की जांघें कांपने लगीं, और उसने अनहद के कंधों को कसकर पकड़ा, "ओह अनहद, और तेज... मेरी योनि को भरो, मुझे प्यार से ले!" अनहद ने अपनी उंगलियों की स्पीड बढ़ाई, उन्हें अंदर-बाहर तेजी से मूव किया, और अपनी अंगूठे से रितिका की क्लिटोरिस को रगड़ा – एक छोटा, सख्त बटन जो उत्तेजित होने पर और उभर आया था। रितिका का शरीर एक जोरदार झटके से कांप उठा, "अनहद, मेरी क्लिट रगड़, मुझे झड़ने दे!" उसकी कराहें अब चीखों में बदल गईं, और उसकी योनि अनहद की उंगलियों को कसकर पकड़ने लगी, रस की धारा बहने लगी।
अनहद ने अपनी उंगलियों को और गहराई में डाला, उन्हें मोड़कर रितिका के जी-स्पॉट को छुआ, और तेजी से रगड़ा। रितिका की कराहें गूंजने लगीं, "हां अनहद, मेरे जी-स्पॉट को छू, मुझे प्लेजर दे, मुझे प्यार से सेडक्ट कर!" उसका पहला छोटा ऑर्गेज्म आया – उसकी योनि से गर्म रस की बूंदें निकलीं, जो उसकी जांघों पर और अनहद की हथेली पर बह गई। रितिका का शरीर अभी भी कांप रहा था, उसकी सांसें भारी थीं, और उसने अनहद के सिर को अपनी जांघों के बीच दबाया। अनहद ने अपनी उंगलियों को नहीं रोका, बल्कि और तेज किया, और रितिका की क्लिट को अपनी उंगलियों से रगड़ा, जिससे उसकी उत्तेजना फिर बढ़ गई। रितिका की योनि अब पूरी तरह गीली थी, रस से चिकनी, और उसका शरीर एक-दूसरे के साथ तालमेल में था। "अनहद, मुझे और तैयार कर, मुझे प्यार से ले!" रितिका ने चीखते हुए कहा, और उसकी जांघें अनहद की बाहों में कस गईं।
उसने रितिका की जांघों को और फैलाया, अपनी मजबूत हथेलियों से उन्हें पकड़ा, और अपनी गर्म सांसों को रितिका की योनि पर फूंक मारकर उसकी उत्तेजना को बढ़ाया। रितिका की योनि गुलाबी और मुंडित थी, पहले से गीली और चमकती, जिसमें रस की बूंदें टपक रही थीं। उसकी खुशबू – एक मिश्रित मस्की और मीठी सनसनी – अनहद को दीवाना बना रही थी। अनहद ने अपनी जीभ को धीरे से रितिका की योनि के बाहरी होंठों पर रखा, और हल्के से चाटना शुरू किया – गोलाकार मूवमेंट में, जैसे वह उसकी संवेदनशीलता को धीरे-धीरे जगा रहा हो। रितिका की सांसें भारी हो गईं, और उसकी जांघें कांपने लगीं। उसने अपनी जीभ को और गहराई में डाला, योनि के अंदर तक, और धीरे-धीरे घुमाया, हर इंच को चखते हुए। रितिका का शरीर झनझना उठा, उसकी कराह निकली, "अनहद, और चूस!"
अनहद ने अपनी जीभ को तेजी से मूव किया, योनि के होंठों को चाटा, फिर क्लिटोरिस पर ध्यान दिया – एक छोटा, सख्त बटन जो उत्तेजित होने पर और उभर आया था। उसने क्लिट को अपनी जीभ से घुमाया, हल्के से चूसा, और रितिका की कराहें चीखों में बदल गईं। "अनहद, मेरी क्लिट चूस, जीभ अंदर डाल, मुझे प्लेजर दे!" रितिका ने कहा, और उसने अनहद के सिर को अपनी जांघों के बीच और दबाया। अनहद ने अपनी जीभ को योनि के अंदर और गहराई में ले गया, उसे तेजी से घुमाया, और क्लिट को अपने होंठों से पकड़कर चूसा, जैसे वह उसकी हर सनसनी को बढ़ाना चाहता हो। रितिका की योनि से रस की धारा बहने लगी, जो अनहद की ठुड्डी तक पहुंच गई, और उसकी जांघें अनहद की बाहों में कस गईं। "ओह अनहद, मुझे झड़ा दे, और चूस!" रितिका चीखी, उसकी आवाज में इरोटिक उन्माद था।
अनहद ने अपनी जीभ को और तेज घुमाया, योनि के अंदर के गर्म और चिपचिपे हिस्सों को चाटा, और क्लिट को जोर से चूसा। रितिका का शरीर एक जोरदार झटके से कांप उठा, और उसका पहला ऑर्गेज्म आया – उसकी योनि से गर्म, चिपचिपा रस का फव्वारा निकला, जो अनहद के मुंह में और उसकी ठुड्डी पर बह गया। रितिका की सांसें रुक-रुक कर हो रही थीं, उसकी जांघें कांप रही थीं, और उसकी आंखें बंद हो गईं, जैसे वह इस प्लेजर की लहर में खो गई हो। "अनहद, और चूस, मुझे फिर से झड़ा दे!" रितिका ने कराहते हुए कहा, और अनहद ने अपनी जीभ को फिर से योनि में डाला, उसे तेजी से घुमाया। उसने अपनी उंगलियों को भी साथ में इस्तेमाल किया, दो उंगलियां डालकर तेजी से मूव कीं, और रितिका का दूसरा ऑर्गेज्म आया – और शक्तिशाली, उसकी योनि से रस की धारा अनहद के चेहरे पर छींटे मारती हुई बह गई।
रितिका का पैशन अब अपने चरम पर था। उसने अनहद के ऊपर चढ़ना शुरू किया, 69 पोजिशन में – उसकी एथलेटिक जांघें अनहद के चेहरे के दोनों ओर फैली थीं, और उसकी गीली, गुलाबी योनि अनहद के मुंह के ठीक ऊपर थी, रस की बूंदें टपक रही थीं। अनहद की मजबूत छाती (42 इंच) रितिका के नीचे थी, और उसका 7 इंच सख्त लिंग रितिका के चेहरे के सामने खड़ा था, गर्म और तैयार। रितिका ने अनहद के लिंग को अपनी हथेली में लिया, उसे सहलाया, और धीरे से अपने मुंह के करीब लाई। उसी समय, अनहद ने अपनी जीभ को रितिका की योनि पर रखा, और हल्के से चाटना शुरू किया – गोलाकार मूवमेंट में, जैसे वह उसकी हर सनसनी को जगा रहा हो। रितिका की कराह निकली, "अह्ह... अनहद, चाट, मुझे प्यार से झड़ा दे!" उसकी आवाज में जुनून और सेडक्शन था, और उसने अनहद के लिंग को अपने होंठों से छुआ, धीरे से चूसा।
अनहद ने अपनी जीभ को और गहराई में डाला, योनि के अंदर तक, और तेजी से घुमाया, हर इंच को चखते हुए। उसने रितिका की क्लिटोरिस को अपनी जीभ से घुमाया, हल्के से चूसा, और रितिका की कराहें और गहरी हो गईं, "ओहह... अनहद, मेरी क्लिट चूस, अंदर तक जीभ डाल, मुझे पागल कर दे!" उसी समय, रितिका ने अनहद का लिंग अपने मुंह में लिया, पहले टिप को चूसा, फिर धीरे-धीरे पूरे लिंग को अंदर डाला। उसकी जीभ अनहद के लिंग की लंबाई पर फिसली, उसे चाटते हुए, और उसका गर्म, सख्तपन उसके मुंह में महसूस हुआ। अनहद की कराह निकली, "अह्ह... दीदी, तेरा रस मीठा है, मुझे चूसते रहने दे!" दोनों की बॉडीज एक-दूसरे के साथ तालमेल में थीं, और उनकी सांसें एक लय में थीं – तेज, भारी, और गर्म।
अनहद ने अपनी जीभ को और तेज घुमाया, योनि के अंदर के गर्म और चिपचिपे हिस्सों को चाटा, और क्लिट को जोर से चूसा। रितिका का शरीर कांप उठा, और उसने अनहद के लिंग को अपने मुंह में और गहराई से लिया, उसे चूसते हुए अपनी जीभ से नीचे की ओर घुमाया। "ओहहह... अनहद, चाट, मुझे झड़ा दे, मुझे प्यार से ले!" रितिका की कराह तेज हुई, और उसकी योनि से रस की धारा बहने लगी, जो अनहद के मुंह में और ठुड्डी पर छींटे मार रही थी। अनहद ने अपनी जीभ को और गहराई में डाला, उसे तेजी से घुमाया, और रितिका का पहला ऑर्गेज्म आया – उसकी योनि से गर्म, चिपचिपा रस का फव्वारा निकला, जो अनहद के चेहरे पर बह गया। "अह्हह... अनहद, मैं झड़ रही हूं!" रितिका चीखी, और उसने अनहद के लिंग को और जोर से चूसा, उसकी टिप को काटते हुए।
अनहद की कराह और तेज हुई, "ओहह... दीदी, तेरा मुंह मुझे पागल कर रहा है!" उसने अपनी जीभ को फिर से रितिका की योनि में डाला, उसे चाटते हुए, और रितिका ने लिंग को और गहराई से लिया, उसे चूसते हुए अपनी जीभ से नीचे की ओर रगड़ा। दोनों का शरीर एक साथ कांप उठा, और उनका दूसरा ऑर्गेज्म एक साथ आया – रितिका की योनि से रस की धारा बह गई, जो अनहद के मुंह में भर गई, और अनहद का गर्म वीर्य रितिका के मुंह में छूट गया। "अह्हह... दीदी, मैं झड़ गया!" अनहद कराहते हुए बोला, और रितिका ने उसका वीर्य चखा, "ओहह... अनहद, तेरा प्यार मीठा है!" उनकी बॉडीज अभी भी कांप रही थीं, और उनकी गहन बॉन्डिंग इस पल को और इंटेंस बना रही थी।
रितिका का पैशन अब अपने चरम पर था। 69 पोजिशन के बाद उसने अनहद के ऊपर चढ़ना शुरू किया, उसकी एथलेटिक जांघें अनहद की कमर के दोनों ओर मजबूती से लिपटी थीं, और उसकी गोल हिप्स (38 इंच) ऊपर उठे थे, जैसे वह अनहद के सख्त लिंग (7 इंच) को अपने अंदर लेने के लिए तैयार थी। उसने अनहद के लिंग को अपनी हथेली में लिया, उसे सहलाया, और धीरे से अपनी गीली, गुलाबी योनि के प्रवेश पर रखा। उसकी योनि पहले से रस से भरी थी, और अनहद का लिंग छूते ही कांप उठी, रस की एक बूंद टपककर अनहद के पेट पर गिरी। रितिका ने अपनी कमर को धीरे से नीचे किया, और अनहद का लिंग उसकी योनि में घुसने लगा – धीरे-धीरे, उसकी योनि की कसी हुई दीवारें अनहद के लिंग को पकड़ रही थीं, और रस से चिकना होकर और गहराई तक जा रहा था। "अनहद, चोद मुझे, मुझे अपने प्यार से भर दे!" रितिका ने डॉमिनेंट टोन में चीखा, उसकी आवाज में जुनून, सेडक्शन, और एक गहरा प्यार था।
रितिका ने अपनी कमर को ऊपर-नीचे मूव करना शुरू किया, पहले धीरे-धीरे, जैसे वह हर इंच को महसूस करना चाहती हो। उसके हर मूवमेंट के साथ अनहद का लिंग उसकी योनि में और गहराई तक जाता, और रितिका की योनि उसे कसकर पकड़ लेती, जैसे वह उसे कभी छोड़ना नहीं चाहती। "ओहह... अनहद, कितना गहरा जा रहा है!" रितिका की कराह निकली, उसकी जांघें अनहद की कमर पर कस रही थीं, और उसकी हिप्स हर मूवमेंट में थिरक रही थीं। उसने अपनी स्पीड बढ़ाई, तेज ऊपर-नीचे मूव करने लगी, और स्लैपिंग साउंड गूंजने लगा – रितिका की हिप्स अनहद के शरीर से टकरा रही थीं, और रस की चिकनाहट से यह साउंड और तेज हो गया। रितिका के बूब्स (36 इंच) हर थ्रस्ट के साथ उछल रहे थे, गोल और फर्म, निपल्स गुलाबी और सख्त होकर हवा में हिल रहे थे। "अह्हह... अनहद, मेरे बूब्स उछल रहे हैं, मुझे और तेज चोद!" रितिका की कराह गहरी हो गई, और उसकी योनि से रस की धारा बहने लगी, जो अनहद के पेट पर चमक रही थी।
अनहद ने नीचे से थ्रस्ट देना शुरू किया, अपनी कमर को ऊपर उठाकर – हर थ्रस्ट तेज और गहरा, रितिका की योनि के जी-स्पॉट को छूता हुआ। उसने रितिका की पतली कमर (28 इंच) को दोनों हाथों से कसकर पकड़ा, उसकी गोरी त्वचा पर उंगलियों के निशान छोड़ते हुए, और हर धक्के में अपने लिंग को रितिका की योनि के सबसे अंदर तक धकेला। "ओहहह... दीदी, तेरी योनि मुझे पागल कर रही है!" अनहद की कराह निकली, और उसने अपनी एक हाथ को रितिका के बूब्स पर सरका दिया, उन्हें मसला। रितिका की कराह और तेज हुई, "अह्हह... अनहद, और गहरा, मुझे अपने प्यार से भर दे, मुझे तोड़ दे!" उसकी हिप्स अनहद के थ्रस्ट्स के साथ पीछे धकेल रही थीं, और उनकी बॉडीज एक लय में थीं। स्लैपिंग साउंड अब और जोरदार हो गया था, जैसे पानी में थपेड़े पड़ रहे हों, और रितिका के बूब्स जोर से उछल रहे थे, उसके निपल्स हवा में थिरक रहे थे।
हार्डकोर थ्रस्टिंग के बाद रितिका का पैशन और उत्तेजना चरम पर थी। उसने अनहद की ओर देखा, उसकी हेजल आंखें जुनून और थोड़ा सा दर्द की उम्मीद से भरी थीं, और बोली, "अनहद, अब एनल में ले... मुझे दर्द और प्यार का मिश्रण दे, लेकिन पहले लुब्रिकेट कर।" अनहद ने सहमति में सिर हिलाया, और रितिका ने अपनी हिप्स को और ऊपर उठाया, उसके गोल, फर्म हिप्स (38 इंच) अनहद के सामने थे – टैन्ड स्किन पर पसीने से चमकते हुए, थप्पड़ों से लाल, और जिगल करने को तैयार। अनहद ने पास रखी लुब्रिकेंट की बोतल उठाई (रितिका ने पहले से तैयार रखी थी, जैसे वह इस पल की कल्पना कर रही हो), और अपने सख्त लिंग (7 इंच) पर हल्का गर्म लुब्रिकेंट लगाया, फिर दीपा के एनल एरिया पर धीरे से मसला। उसकी उंगलियां रितिका की त्वचा पर फिसलीं, और रितिका की सांसें तेज हो गईं। "अनहद, लुब्रिकेट कर अच्छे से... मुझे तैयार कर, लेकिन आक्रामकता से शुरू कर," रितिका ने फुसफुसाया, उसकी आवाज में थ्रिल और सेडक्शन था।
अनहद ने अपने लिंग को रितिका के एनल एरिया पर रखा, पहले हल्के से दबाव दिया, और धीरे-धीरे घुसाना शुरू किया। रितिका का एनल टाइट था, और लुब्रिकेंट के बावजूद पहले थ्रस्ट में उसे हल्का दर्द हुआ। "अह्ह... अनहद, धीरे... दर्द हो रहा है, लेकिन मीठा है!" रितिका की कराह निकली, उसकी जांघें थरथरा रही थीं, और उसकी हिप्स अनहद की ओर धकेल रही थीं। अनहद ने अपनी कमर को हल्का सा आगे बढ़ाया, और अपना लिंग और गहराई में ले गया – हर इंच के साथ रितिका की कराहें बढ़ती गईं, "ओहहह... अनहद, और गहरा, मुझे दर्द दे!" उसकी योनि से रस की बूंदें टपकने लगीं, जो उसकी जांघों तक पहुंच गई। अनहद ने अपनी एक हाथ को रितिका की हिप्स पर रखा, और जोर से थप्पड़ मारा – एक तेज, कुरकुरा साउंड गूंजा, और रितिका की हिप्स लाल हो गईं, जिगल कर उठीं। "अह्हह... अनहद, और थप्पड़ मार, मुझे दर्द दे, मुझे सेडक्ट कर!" रितिका की कराह गहरी हो गई, और उसने अपनी हिप्स को और पीछे धकेला।
अनहद ने अपनी थ्रस्ट्स की स्पीड बढ़ाई, पहले धीमे लेकिन गहरे, फिर तेज और आक्रामक। हर थ्रस्ट के साथ रितिका की हिप्स स्लैपिंग साउंड कर रही थीं, और अनहद ने दूसरा थप्पड़ मारा, इस बार और जोर से – रितिका की हिप्स पर लाल निशान उभर आए, और वह चीखी, "ओहहह... अनहद, मेरे हिप्स को तोड़ दे, और तेज थप्पड़ मार!" अनहद ने अपनी हथेली को रितिका के नितंबों पर फिर से पटका, हर थप्पड़ के साथ उसकी त्वचा लाल होती गई, और जिगल करती हिप्स हवा में थिरक रही थीं। उसने रितिका की कमर (28 इंच) को कसकर पकड़ा, उसकी गोरी त्वचा पर उंगलियों के गहरे निशान छोड़ते हुए, और हर धक्के में अपने लिंग को रितिका के एनल के सबसे अंदर तक धकेला। "अह्हह... दीदी, तेरे हिप्स मुझे पागल कर रहे हैं!" अनहद की आक्रामक कराह निकली, और उसने तीसरा थप्पड़ मारा, जो रितिका की हिप्स को और लाल कर गया। "ओहहह... अनहद, दर्द मीठा है, और गहरा, मुझे प्यार से ले!" रितिका चीखी, उसकी आवाज में इरोटिक उन्माद था, और उसने अपनी हिप्स को और पीछे धकेला, जैसे वह अनहद को पूरी तरह अपने अंदर समा लेना चाहती हो।
अनहद ने अपनी आक्रामकता बढ़ाई, हर थ्रस्ट तेज और जोरदार, रितिका के एनल को पूरी तरह भरते हुए। उसने अपनी एक हाथ को रितिका के बूब्स पर सरका दिया, उन्हें मसला, और दूसरी हाथ से चौथा थप्पड़ मारा – रितिका की हिप्स अब पूरी तरह लाल थीं, और जिगल कर रही थीं। "अह्हह... अनहद, मेरे हिप्स को तोड़ दे, मुझे दर्द दे, मुझे सेडक्ट कर!" रितिका की कराह और गहरी हो गई, और उसकी योनि से रस की धारा तेज हो गई, जो उसकी हिप्स तक पहुंच गई। अनहद ने अपनी कमर को और तेज हिलाया, हर थ्रस्ट में अपने लिंग को रितिका के एनल के गहरे हिस्सों में धकेलकर, और पांचवां थप्पड़ मारा – रितिका की हिप्स अब दर्द और प्लेजर से भर गई थीं। "ओहहह... अनहद, और तेज, मुझे तोड़ दे, मुझे प्यार से ले!" रितिका की चीखें गूंजीं, और उसकी आंखों में प्यार की आंसू थे, जो उसके गालों पर बह रहे थे।
रितिका का शरीर अब अनहद के हर थ्रस्ट के साथ तालमेल में था। उसके गोल हिप्स (38 इंच) अनहद के सख्त लिंग (7 इंच) को कसकर पकड़ रहे थे, और उसकी योनि – गीली, गर्म, और चिपचिपी – हर थ्रस्ट के साथ रस की धारा छोड़ रही थी। रितिका की कराहें धीरे-धीरे चीखों में बदल गईं, जैसे उसका शरीर उत्तेजना की चरम सीमा पर पहुंच रहा हो। "अह्हह... अनहद, ओह गॉड... मैं झड़ रही हूं! और तेज, मुझे तोड़ दे, मेरी योनि को फाड़ दे!" रितिका चीखी, उसकी आवाज में जुनून, सेडक्शन, और एक गहरा इरोटिक आत्मसमर्पण था। उसका शरीर अचानक एक जोरदार झटके से कांप उठा, जैसे बिजली का करंट दौड़ा हो। उसकी योनि से गर्म, चिपचिपा रस का फव्वारा निकला – एक शक्तिशाली धारा जो उसके नितंबों तक बह गई, उसकी जांघों पर चमकती हुई बेड पर टपकने लगी। रितिका का चेहरा लाल हो गया, उसकी भूरी आंखें आधा बंद हो गईं, माथे पर पसीने की बूंदें थीं, और उसकी उंगलियां बेडशीट को इतनी जोर से पकड़ रही थीं कि नाखून उसमें धंस गए। "ओहहह... अनहद, मुझे और प्यार दे, अह्हह... मैं झड़ रही हूं!" रितिका की कराह गहरी और लंबी थी, जैसे वह इस प्लेजर की लहर में पूरी तरह खो गई हो। उसका शरीर आर्क हो गया, उसकी पीठ ऊपर उठी, और उसकी सांसें तेजी से बाहर-भीतर हो रही थीं। उसकी हिप्स अभी भी कांप रही थीं, और उसकी योनि अनहद के लिंग को कसकर पकड़े हुए थी, जैसे वह उसे कभी छोड़ना नहीं चाहती।
अनहद ने रितिका की चीखें और कांपता शरीर देखकर अपने थ्रस्ट्स को और तेज कर दिया। उसने रितिका की पतली कमर (28 इंच) को दोनों हाथों से कसकर पकड़ा, उसकी गोरी त्वचा पर उंगलियों के गहरे निशान छोड़ते हुए। उसने अपनी कमर को और जोर से हिलाया, हर थ्रस्ट आक्रामक और शक्तिशाली, रितिका की योनि के सबसे अंदर तक जाता। "अह्हह... दीदी, मैं भी... मैं तुम्हारे साथ हूं! तुम्हारी ये गर्मी मुझे पागल कर रही है!" अनहद की कराह निकली, उसकी आवाज में प्यार, उत्तेजना, और एक गहरा इमोशनल कनेक्शन था। उसका लिंग रितिका की योनि में और सख्त हो गया, वेंस उभर आए, और रस से चिकना होकर हर थ्रस्ट में और गहराई तक जाता। अनहद ने अपनी एक हाथ को रितिका की नितंबों पर सरका दिया, और जोर से थप्पड़ मारा, जिससे रितिका की हिप्स लाल हो गईं और जिगल कर उठीं। "ओहहह... अनहद, मेरे हिप्स को काट, मुझे और दर्द दे, अह्हह!" रितिका की कराह और तेज हो गई, उसकी योनि से रस की धारा और तेज हो गई।
वे एक साथ क्लाइमक्स पर पहुंच गए। अनहद ने अपनी कमर को और तेज मूव किया, हर थ्रस्ट में अपने लिंग को रितिका की योनि के गहरे हिस्सों में धकेला, और अंतिम, शक्तिशाली थ्रस्ट के साथ उसने अपना गर्म वीर्य रितिका के अंदर छोड़ दिया। "अह्हह... दीदी, ये मेरा प्यार है!" अनहद चीखा, और उसका लिंग रितिका की योनि में पल्सेट कर उठा, वीर्य की गर्मी रितिका के अंदर फैल गई। रितिका का शरीर एक और जोरदार झटके से कांप उठा, और उसने कराहते हुए कहा, "ओहहह... अनहद! अह्हह... मैं फिर झड़ रही हूं!" उसकी योनि से दूसरा रस का फव्वारा निकला, जो अनहद के लिंग से नीचे बह गया, उसके नितंबों पर चमकता हुआ। रितिका का ऑर्गेज्म इतना तीव्र था कि उसकी जांघें अनहद की कमर से कस गईं, उसकी हिप्स कांप रही थीं, और उसकी सांसें रुक-रुक कर हो रही थीं। उसकी आंखों से प्यार की आंसू बह रहे थे, जो उसके गालों पर नीचे गिर रहे थे, और उसका चेहरा प्लेजर से चमक रहा था। अनहद का लिंग धीरे-धीरे नरम हो रहा था, लेकिन रितिका की योनि में गर्मी अभी भी थी, और उसका वीर्य रितिका के अंदर गहराई तक फैल गया था। उनकी बॉडीज एक-दूसरे से चिपकी थीं, पसीने से तर, और उनकी सांसें एक लय में थीं – तेज, भारी, और गर्म। रितिका की हिप्स अभी भी थरथरा रही थीं, और अनहद की बाहें उसे कसकर पकड़े हुए थीं, जैसे वह उसे इस पल में बांधे रखना चाहता हो।
क्लाइमेक्स के बाद रितिका का शरीर अभी भी कांप रहा था, उसकी योनि से रस की हल्की धारा टपक रही थी, और उसकी जांघें अनहद की जांघों से चिपकी हुई थीं। उसकी सांसें धीरे-धीरे सामान्य हो रही थीं, लेकिन उसकी भूरी आंखें अनहद की ओर देख रही थीं, जिसमें प्यार, संतुष्टि, और थोड़ा सा अपराधबोध था। वह धीरे से अनहद की बाहों में लेट गई, उसकी मजबूत छाती (42 इंच) पर अपना सिर रखा, और उसकी हल्की बॉडी हेयर को अपनी उंगलियों से सहलाया। अनहद की त्वचा गर्म थी, और उसकी धड़कनें रितिका के कानों में गूंज रही थीं, जो उसे सुरक्षित और प्यार भरा अहसास दे रही थीं। रितिका की गोरी त्वचा अनहद की टोन्ड बॉडी से रगड़ रही थी, और उसकी सांसों की गर्माहट उनके चेहरों के बीच एक अंतरंग कनेक्शन बना रही थी। "ये सीक्रेट रखना," रितिका ने फुसफुसाया, उसकी आवाज में प्यार, थोड़ा सा डर, और एक गहरा विश्वास था। उसने अनहद की छाती पर अपना चेहरा दबाया, उसकी धड़कनों को महसूस करते हुए, और उसकी बाहों में एक शांति पाई जो उसने लंबे समय से महसूस नहीं की थी।
अनहद ने रितिका के बालों को सहलाया, उसके लंबे, सिल्की काले बालों में उंगलियां फेरते हुए, और उसकी पीठ पर हल्के से हाथ चलाया। उसकी स्पर्श में कोमलता थी, लेकिन उसकी बाहें रितिका को कसकर पकड़े हुए थीं, जैसे वह उसे इस पल में बांधे रखना चाहता हो। "तुम्हारी मुस्कान के लिए कुछ भी," अनहद ने जवाब दिया, उसकी आवाज में गहरा प्यार और समर्पण था। उसने रितिका के माथे पर एक कोमल, गर्म चुंबन लिया, और उसकी आंखों में देखा, जैसे वह उसकी आत्मा को पढ़ना चाहता हो। वे एक-दूसरे को कडल करने लगे, उनकी बॉडीज एक-दूसरे से चिपकी थीं, पसीने से गीली और गर्म। रितिका ने अपनी स्लिम कमर (28 इंच) को अनहद की बाहों में फिट किया, और उसकी गोल हिप्स (38 इंच) अनहद की जांघों से रगड़ रही थीं, जो उनकी अंतरंगता को और बढ़ा रही थी।
रितिका: (अनहद की बाहों में लेटी, उसकी छाती पर सिर रखते हुए, फुसफुसाते हुए) अनहद, ये थ्रिल... ये जो हमने किया, परिवार बाहर है, लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। ये सीक्रेट रखना, मेरा पति, मेरा परिवार... अगर किसी को पता चला तो मेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। लेकिन तू मेरा राज है, मेरा गुप्त प्यार... मुझे फिर से लेना है, मेरी बॉडी अभी भी तेरे स्पर्श से कांप रही है।
अनहद: (उसके माथे पर चूमते हुए, भावुक और प्यार भरी आवाज में, उसकी पीठ सहलाते हुए) हमेशा, दीदी। तुम मेरी जिंदगी हो, मेरा सब कुछ। मैं तुम्हें कभी अकेला नहीं छोड़ूंगा, तुम्हारा हर डर मिटाऊंगा, तुम्हारी हर इच्छा पूरी करूंगा। ये हमारा गुप्त प्यार है, और मैं इसे संभाल लूंगा। बताओ, क्या मैं तुम्हारी बॉडी को फिर से सहलाऊं? तेरी ये गोरी त्वचा, तेरे ये कर्व्स... मुझे फिर से प्यार करना चाहता हूं।
रितिका: (उसकी छाती पर अपना चेहरा रगड़ते हुए, इरोटिक और रोमांटिक) अनहद, तूने मुझे पूरा कर दिया... मेरी योनि, मेरे बूब्स, मेरे हिप्स – सब तेरे हैं। तू मेरे पति से बेहतर है, तू मुझे वो प्यार देता है जो वो नहीं दे सकता। बाहर संगीत बज रहा है, लेकिन मैं यहां तेरी बाहों में डूब जाना चाहती हूं, तेरी गर्मी में खो जाना चाहती हूं।
अनहद: (उसके बाल सहलाते हुए, रोमांटिक और प्यार भरा) दीदी, मैं तुम्हारा हूं। तुम्हारी ये एथलेटिक बॉडी, तुम्हारी स्ट्रेंग्थ, तुम्हारी हर सांस – मुझे इंस्पायर करती है। मैं तुम्हें हर रात कडल करूंगा, तुम्हारी थकान मिटाऊंगा, तुम्हारी हर परेशानी दूर करूंगा। बताओ, क्या मैं तुम्हारे बूब्स फिर से छुऊं, या तुम्हारी कमर सहलाऊं?
रितिका: (उसकी बाहों में और कसते हुए, सेडक्टिव और भावुक) अनहद, हां... मेरी बॉडी तेरे लिए तरस रही है। मुझे किस कर, मेरे होंठों को अपने होंठों से छू, मुझे वो प्यार दे जो मैंने कभी नहीं पाया। तूने मुझे जिंदा कर दिया, और मैं तुझसे और चाहती हूं।
अनहद: (उसके होंठों पर चूमते हुए, पैशनेट और रोमांटिक) हां, दीदी... मैं तुम्हें किस करूंगा, तुम्हारे होंठों को अपने होंठों से जोड़ूंगा, तुम्हारी हर सांस को महसूस करूंगा। तुम्हारी ये तरस, ये प्यार, मुझे और करीब लाता है। मैं तुम्हें फिर से लेना चाहता हूं, तुम्हारी हर इच्छा पूरी करूंगा।
रितिका: (उसके सीने पर सिर रखते हुए, आंसुओं के साथ) अनहद, तू मेरी कमजोरी है... लेकिन मेरी ताकत भी। मुझे फिर से ले, लेकिन पहले कडल कर, मुझे सुरक्षित फील करा, मुझे अपने प्यार में डूबने दे।
अनहद: (उसकी पीठ सहलाते हुए, गहरा प्यार) दीदी, मैं तुम्हें कडल करता रहूंगा, तुम्हारी बॉडी को महसूस करता रहूंगा, तुम्हारी हर सांस के साथ तुम्हें प्यार करूंगा। तुम मेरी रानी हो, और मैं तुम्हारा राजा, हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा।
रितिका का शरीर अभी भी अनहद के स्पर्श से कांप रहा था, उसकी योनि से रस की हल्की धारा सूख रही थी, और उसकी हिप्स लाल निशानों से भरी थीं। अनहद ने उसकी पीठ को सहलाया, उसके बूब्स को हल्के से छुआ, और उसकी कमर को पकड़कर उसे और करीब खींचा। "दीदी, तुम्हारी ये बॉडी... मेरे लिए बनी है," अनहद ने कहा, और रितिका ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "अनहद, तू मेरी जिंदगी है।" वे एक-दूसरे को कडल करते रहे, बाहर संगीत की धुनें थीं, लेकिन वे प्यार में इतने डूबे थे कि दुनिया रुक गई लगती थी। रितिका का कैरेक्टर अब और पैशनेट हो गया था – उसकी शर्मीली पर्सनैलिटी चीटिंग और सेक्स से जुनूनी हो गई थी, और वह अनहद से और मिलन चाहती थी, अपनी शादी की बोरियत को मिटाने के लिए।