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Fantasy Aryamani:- A Pure Alfa Between Two World's

nain11ster

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Aur ha ek baat aur ujjwal aur sukesh ko bhi to mara ja sakta tha, ya wo aur bhi jyada powerful hai
एक जरूरत से ज्यादा होशियार राजा के सभी प्यादे एक सिपाही (राजा की नजर में बेबकूफ) पिट जायँ तो राजा की क्या हालत होती है
उज्वल और सुकेश की बौखलाहट का मजा अगले अपडेट में ही छिपा होना चाहिए
 

Lib am

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nain11ster भाई, आज अपडेट देने का प्लान तो है ना, पीछले वीकेंड की तरह गोली तो नही दे दोगे ना? गिनी चुनी स्टोरीजपर ही तो अपडेट आता है वीकेंड पर, वो भी ना आए तो
जग सूना सूना लागे
 

nain11ster

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nain11ster भाई, आज अपडेट देने का प्लान तो है ना, पीछले वीकेंड की तरह गोली तो नही दे दोगे ना? गिनी चुनी स्टोरीजपर ही तो अपडेट आता है वीकेंड पर, वो भी ना आए तो
जग सूना सूना लागे
Weekend par update na aane ka karan hai... Sab log jaise chutti mana rahe ho... To main bhi sust pad jata hun... Khair... Kal aur parso... Update milenge... Aaj ki sambhavna bilkul nil hai kyonki main thoda vyast hun aur 3 dino me itne update chhap diye hain ki pichhe chal rahe reader like Kala Nag bhai sahab bhi current Tak pahunch jaye ..
 
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फने खान को तो सरदार खान ने आसानी से टपका दिया... लेकिन उसे कैसे मारा जबकि फने खान ने तो वो वायरस सरदार खान में इंजेक्ट कर दिया... फिर कैसे उसका सिन मैंने मिस कर दिया हो तो प्लीज बताए फिर में एकबार और पढ़ लूंगा..
 
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Weekend par update na aane ka karan hai... Sab log jaise chutti mana rahe ho... To main bhi sust pad jata hun... Khair... Kal aur parso... Update milenge... Aaj ki sambhavna bilkul nil hai kyonki main thoda vyast hun aur 3 dino me itne update chhap diye hain ki pichhe chal rahe reader like Kala Nag bhai sahab bhi current Tak pahunch jaye ..
Main bhi kal hi padhunga...Whole day duty :?:
 
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फने खान को तो सरदार खान ने आसानी से टपका दिया... लेकिन उसे कैसे मारा जबकि फने खान ने तो वो वायरस सरदार खान में इंजेक्ट कर दिया... फिर कैसे उसका सिन मैंने मिस कर दिया हो तो प्लीज बताए फिर में एकबार और पढ़ लूंगा..
फने खान बिना कुछ किए मर गया , हो ही नही सकता है पवन भाई! 🤔
 
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Aap manoge nhi lekin me jab bhavnr padh raha tha tab aur fir jab reload padh raha tha us time ye jo ek hi character ko lekr bolna to me yahi soch raha tha ki nainu bhaiya kitna calm hai kitna patience hai kitna ache se reply de dete hai fir comment kesa bhi ho koi react nhi kar rahe aur abhi bhi jab fan bhai ke comment dekhe tab bhi dimaag me yahi aya but is baar mene socha tha ki mauka milega to bolunga jarur kyu ki unnessesary me kisi se nhi bolta aur mene us time isiliye nhi bola tha ki meko laga naina ji sayad majak kar rahi ho aur fan bhai saath de rahe hai kyu ki naina ji ki adat thi unko jo character pasand aa jaye fir dekho aur jo character nhi bhaya bus fir .........lekin fir jyada hone laga tha....aur mene akhiri akhiri me wo story padhna chodh di thi to me bol bhi nhi paya ......mere CAT ke exam ke karan aur abhi jab yaha padhna start kara aur fir wohi comment dekhe to fir fan bhai se baat karna ka mauka mila to mene bhi ek koshish jo ki aapne bhi padha hoga mene bhi unhe yahi kaha tha ki aap ek hi ciz ko man me rakh kr aur fir har story ko padhna wohi ciz dimaag me rakh kr acha nhi hai ......

Wese finally kum se kum aap is topic par bole to .... ab sort out ho jayega ..... hope so
Aap ne CAT pass out kiya ya nahi ?
 

The king

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भाग:–56






"ऐसे कैसे हम यहां से चले जाए शिकारी जी, ये तो हमारे शिकार है और हमारी रणनीति। आप लोग इस पूर्णिमा की शाम का आनंद उठाइये और प्रहरी समुदाय से कहियेगा, उनका काम अल्फा पैक ने कर दिया।".. रूही उस शिकारी के करीब आकर कहने लगी जो अपना हाथ अभी-अभी चाबुक पर रखा था।


रूही… आंहा, कोई हरकत नहीं शिकारी जी। आप के पीछे आपके 9 लोग है। वो क्या है ना हम अपना बदला खुद ले लेंगे।


जबतक वो शिकारी बात कर रहा था। ओजल, इवान और अलबेली ने अपनी दबे पाऊं वाली शिकारी गति दिखाते, उसके 9 लोगो के हाथ पाऊं बांध चुके थे।


शिकारी:- तुम माउंटेन एश की सीमा नहीं पार कर पाओगी।


रूही:- पार करना भी नहीं है। जैसे-जैसे चंद्रमा अपने उफान पर होगा, माउंटेन एश के सीमा में बंधे बेबस वेयरवोल्फ पूर्ण उत्तेजित हो जायेंगे। और ये पूर्णिमा उन्हें इतना आक्रोशित कर देगा कि ये लोग एक दूसरे को ही फाड़ डालेंगे।


शिकारी:- इस लड़की (अलबेली) को उस लड़के (इवान) के साथ क्यों बांध रखी हो?


रूही:- लड़की नही अलबेली। पूर्णिमा की रात से निपटने के लिये उसके पास अभी पूरा कंट्रोल नही है। चिंता मत करो अलबेली को लेथारिया वुलपिना का डोज देंगे, जरा चंदा मामा को अपने पूर्ण सबाब पर तो आने दो।


शिकारी:- तुम लोग कमाल के हो। नेक्स्ट लेवल वेयरवुल्फ..


रूही:- शिकारी जी हम भी आपकी तरह इंसान ही है। बस आप लोग ने ही हमे हमेशा जानवर की तरह ट्रीट किया है। मेरे बॉस आर्यमणि ने हमे सिखाया है कि हम इंसान है, इसलिए क्ला और फेंग से लड़ाई में विश्वास नहीं रखते। बाकी यदि क्ला और फेंग है तो एक्स्ट्रा फीचर है। बुरे वक़्त में इस्तमाल करेंगे।


शिकारी:- मुझे भी पैक ही कर दो, हम ड्रोन कैमरा से तुम्हारा कारनामा देखेंगे।


रूही:- वो भी कर देंगे शिकारी जी। पहले हमारा पेमेंट तो हो जाने दो। तुम्हे खोलकर ही रखा है अपने पेमेंट के लिये।


शिकारी:- कैसा पेमेंट?


रूही:- ओय 12 लैपी, ये 1000 ड्रोन, ऊपर से माउंटेन एश कितना कीमती मिला है। फिर ये हथियार जो हमारे पास है, उसे हम एक बार ही इस्तमाल करेंगे, उसके बाद तो जायेगा तुम्हारे हेडक्वार्टर ही। वैसे भी जनता के दान में दिये पैसे से तुम्हारा प्रहरी समुदाय अरबपति हैं। तुम्हारा काम मै कर रही हूं सो हमारा मेहनताना और इनकी कीमत, नाजायज मांग तो नहीं है।


शिकारी:- मेरा नाम बद्री मुले है। तुमसे अच्छा लगा मिलकर। बिल दो और पैसे लो।


रूही:- और माउंटेन एश के पैसे।


बद्री:- कितना किलो मंगवाई थी।


रूही:- 2 क्विंटल।


बद्री:- हम्मम ठीक है। पर यहां तो नेटवर्क नहीं, होता तो अभी ट्रांसफर कर देता पैसे।


रूही:- यहां जैमर का रेंज नहीं है। ये देख लो बिल्स। और रीमबर्स कर दो सर जी।


बद्री अपना अकाउंट खोलकर… "अकाउंट नंबर और डिटेल डालो अपना।"..


रूही ने उसमे अपना अकाउंट नंबर और डिटेल डाल दिया।… "आधा घंटा लगेगा, बेनिफिशरी एड होने दो।"


रूही:- कोई नहीं हमारे पास पुरा वक़्त है। बॉस अभी तो निकले भी नहीं है। रात के 11-12 से पहले तो वैसे भी काम खत्म नहीं होना है।


तभी कुछ देर बाद सरदार के इलाके से वुल्फ साउंड आने शुरू हो गये। यहां से अलबेली भी वुल्फ साउंड देती पागलों कि तरह करने लगी। वो अपना शेप शिफ्ट कर चुकी थी और चूंकि वो एक अल्फा थी, इसलिए धैर पटक, धोबी पछाड़ से भी ज्यादा खतरनाक अलबेली ने इवान को पटक दिया। दर्द से कर्रहाने की आवाज आने लगी। अलबेली अपने पंजे और दातों से इवान को फाड़ने के लिए आतुर थी। ओजल और इवान मिलकर किसी तरह उसे रोकने की कोशिश तो कर रहे थे, लेकिन वो उन जैसे 10 पर अकेली भारी थी। रूही ने डोज काउंट किया और हवा के रफ्तार से गयि, अलबेली के गर्दन में लेथारिया वुलपिना के 20ml के 2 इंजेक्शन लगाकर वापस बद्री के पास पहुंच गयि।


अगले 2 मिनट में अलबेली पूरी तरह शांत थी। वो अपना शेप शिफ्ट करती… "अरे ये क्या हो गया। रूही, क्यों इन्हे रोकने कही।"..


रूही, बद्रिं के भी हाथ पाऊं बांधते…. "अरे यहां हमारे प्रहरी भईया खड़े थे ना, बहुत शातिर होते है। अब रोना बंद करो और उनके दर्द को ठीक करो।"..


अलबेली पहले ओजल के पास पहुंची। उसके सारे दर्द को खींचकर पुरा हील की और बाद में इवान को।…. "अलबेली, कंट्रोल सीख ना रे बाबा, अकेले में हमे तो तू नरक लोक पहुंचा देगी।"..


इसी बीच बद्री मुंह पर बांधी पट्टी से... "उम्म उम्म" करने लगा।… रूही अलबेली को देखती... "बद्री जी के पट्टी खोल अलबेली, जारा बोलने दे इन्हे भी"… अलबेली उसका पट्टी खोलती… "तुम इतनी छोटी उम्र में अल्फा कैसे हो गयि।"


अलबेली:- बॉस जरा शादी में बिज़ी थे वरना ये दोनो भी अल्फा होते घोंचू।… (अलबेली अपने कमर के ऊपर का कपड़ा हटाती)… ये देख टैटू.. द अल्फा पैक।


बद्री:- हम्मम ! लेकिन तुम लोग ज्यादा देर तक यहां रहे तो वहां सरदार खान के किले में पुलिस पहुंच जायेगी।


रूही.… "अभी जादू देख… 10, 9, 8, 7, 6, 5, 4, 3, 2, 1, 0"… और चारो ओर आवाज़ गूंजने लगी… "मोरया रे बप्पा मोरया रे"….. "विनायक आला रे बद्री। आता कोण आम्हाला रोखेल। (अब कौन रोकेगा हमे)


रात 9 जैसे ही बजे… "चलो तैयार हो जाओ, एक्शन टाइम आला रे।"


खटाक, फटाक, सटाक.. मात्र 2 मिनट में ही चारो अपने बदन पर जगह-जगह भारी हथियार खोस चुके थे। हर किसी के पीठ पर एक बैग टंगा हुआ था।… "क्या हुआ तुम्हारा बॉस आने वाला है क्या।?..


रूही:- ध्यान से सुनो ये आहट.. आने वाला नहीं बल्कि आ चुका है।


रूही की बात समाप्त भी नहीं हुई थी कि उससे पहले ही आर्यमणि पहुंच चुका था।… "ओह दोस्ती बढायि जा रही है?"..


रूही:- सूट उप हो जाओ बॉस। वैसे पलक की दी हुई सूट मे भी कमाल लग रहे हो। ऐसे जाओगे तो हॉलीवुड का एक्शन होगा...


अपने पैक के साथ आर्यमणि तैयार हो चुका था। काफी तेजी के साथ सभी किले ओर बढ़े। किले के मुख्य मार्ग पर बिखरे माउंटेन ऐश को आर्यमणि बीच से साफ करते हुये बढ़ रहा था और बाकी सभी कतार बनाकर उसके पीछे चल रहे थे। किले में पहुंचते ही आर्यमणि तेजी के साथ वहां के हर घर में घुसा। वहां बंद हर वेयरवुल्फ को देखा। पूर्णिमा की रात अक्सर यह होता है। कई वुल्फ अपनी अक्रमाता बर्दास्त नहीं कर पाते इसलिए इनकी और वुल्फ खुद की सुरक्षा के लिये, उनका मुंह बांधकर जंजीरों में जकड़ देते हैं।


उस बस्ती के घरों में 40 बंधे वुल्फ और उसके साथ उसकी मां या पैक से कोई दिख गया। आर्यमणि के ठीक पीछे लाइन बनाये उसकी पूरी टीम। अलबेली और रूही हर किसी के गर्दन के पीछे अपने क्ला घुसाकर उसकी यादे लेती और जो भटका हुए लगते उन्हें मौत का तोहफा देकर आगे बढ़ जाते। हालांकि घर में बंधे वुल्फ और उनके साथ वाले लगभग 15 क्लीन थे। बाकी सभी वुल्फ अत्यंत ही निर्दयि और विकृत मानसिकता के थे। बढ़ते हुये सभी चौपाल पर पहुंचे। चौपाल के अंदर पागल बनाने वाला खतरनाक आवाजें आ रही थी। बीस्ट वुल्फ की शांत करने की दहाड़ पर सभी वुल्फ सहम से जाते लेकिन अगले ही पल फिर से वो सब आक्रोशित हो उठते। बीस्ट वुल्फ पर लगातार हमले हो रहे थे। इकलौता वहीं था जो शेप शिफ्ट नहीं कर पाया था और सभी वुल्फ के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ था।


आर्यमणि, चौपाल का दरवाजा खोलते… "रूही चौपाल पर ये लोग झुंड बनाकर किसे नोच रहे। झुंड को हल्का करो और बीच से जगह बनाओ। जारा सरदार खान से एक मुलाकात कर लिया जाय। लगता है बहुत दर्द में है।"..


सरदार खान का बेटा फने खान, अपने पिता की ताकत पाने के इरादे से तय वक्त से पहले ही उसे मॉडिफाइड कैनीन डिस्टेंपर वायरस खिला चुका था। जिसका नतीजा यह हुआ कि उसके नाक और मुंह से लगातार ब्लैक ब्लड बह रहा था और वो अपना शेप शिफ्ट नहीं कर पा रहा था।


"एक्शन टाइम बच्चो।"… चारो एक लाइन से खड़े हो गये और वोल्फवेन बुलेट फायर करने लगे। देखते ही देखते बीच से लाशें गिरना शुरू हो चुकी थी। वुल्फ के बीच भगदड़ मच गया। इसी बीच आर्यमणि अपने हाथ में वो एक फिट की सई वैपन लिये बीच से चलते हुये आगे बढ़ रहा था। आर्यमणि के पीछे वो चारो नहीं जा सकते थे क्योंकि उसने चौपाल के दरवाजे पर बिखरा माउंटेन ऐश साफ नहीं किया था। देखते ही देखते वुल्फ की भीड़ के बीच आर्यमणि कहीं गायब सा हो गया। इधर ये चारो गोली चला-चला कर आर्यमणि के ऊपर भिड़ का बोझ और लादे जा रहे थे।


तभी जैसे वहां विस्फोट हुआ हो और सभी वुल्फ तीतर बितर हो गये।… रूही सिटी बजाती हुई… "बॉस छा गये। अब क्या यहां स्लो मोशन पिक्चर बनाओगे, काम खत्म करो यार जल्दी।"


आर्यमणि:- हां सही सुझाव है।


आर्यमणि ने अपना शेप शिफ्ट किया, और सरदार खान की आखें फटी की फटी रह गई। आर्यमणि ने अपनी तेज दहाड़ लगायि और वहां मौजूद सभी जंगली कुत्ते के साथ-साथ सभी वुल्फ बिल्कुल शांत अपनी जगह पर बैठ गये। आर्यमणि तेजी से सबके पास से गुजरते हुये सबकी यादों में झांकता, वहां मौजूद हर किसी की याद में किसी न किसी को नोचते हुये ही उसने पाया। हर दोषी का सर वो धर से नीचे उतरता चला गया। तभी आर्यमणि के हाथ एक दोषी अल्फा लगा। उसे बालों से खींचकर आर्यमणि चौपाल के दरवाजे तक लाया और उसके दोनो हाथ और दोनो पाऊं तोड़ कर बिठा दिया।


वहां मौजूद 5 अल्फा में से 2 अल्फा अच्छे थे। आर्यमणि उन्हें जगाते… "जल्दी से अपने पैक और इनोसेंट वुल्फ को अलग करो। इतने में आर्यमणि की दहाड़ से शांत वुल्फ एक बार फिर तब आक्रामक हो गये जब सरदार खान ने वापस हमला की दहाड़ लगा दी। इसके प्रतिउत्तर में आर्यमणि ने फिर एक बार दहाड़ा और आकर सरदार खान के मुंह को बंद कर दिया। उन दो अल्फा ने अपना पूरा पैक अलग कर लिया और साथ में उन लोगो को भी, जो केवल पैक के वजह से सरदार खान के साथ थे। लगभग 30 वुल्फ को उसने अलग कर लिया जिसमें से 3 मरने के कगार पर थे और 12 अगले 5 मिनट में मरने वाले थे। आर्यमणि अपने तेज हाथो से उन 3 के अंदर की वोल्फबेन बुलेट निकाला और उनके दर्द को अपने अंदर खींचकर हील करने लगा। आर्यमणि ने माउंटेन एश की दीवार हटायि। वो चारो भी अंदर घुसे फिर शुरू हुआ मौत का तांडव। पहले तो 3 अल्फा में से 2 अल्फा ट्विंस के लिये छोड़ा गया और बचे 1 अल्फा की शक्तियों बांट दिया गया चारो में। 30 बीटा वूल्फ 2 अल्फा के साथ चुपचाप जाकर किनारे खड़े हो गये, जहां जंगली कुत्ते एक ओर से बैठे हुये थे। बाकी के वुल्फ को विल्फबेन बुलेट लगती जा रही थी। आर्यमणि आराम से आकर सरदार खान के पास बैठ गया…. "हम्मम ! तुम्हे पहले पहचान जाता तो ये गलती ना होती।"..


आर्यमणि:- सरदार तुम भुल रहे हो जबतक मैं अपनी पहचान जाहिर ना करूं, किसी के दिमाग में ये ख्याल भी नहीं आ सकता।


सरदार:- तो शक्ति कि भूख तुम्हे भी यहां खींच लाई।


आर्यमणि, उसके हाथ पर अपना हाथ रखकर उसके दर्द को थोड़ा खींचने लगा। सरदार को काफी राहत महसूस होने लगी। ऐसा सुकून जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती। लेकिन जिस वायरस के दर्द का शिकार सरदार था, उस दर्द को आर्यमणि भी मेहसूस कर रहा था। आर्यमणि ने सरदार का हाथ छोड़ दिया और सरदार दोबारा दर्द से कर्राह गया।


आर्यमणि:– तुम्हारा बेटा फने नही दिख रहा...


सरदार:– ओह तो उस चूतिये को तूने सह दिया था। क्या किया उसने मेरे साथ?


आर्यमणि:– तुझे कुत्तों के अंदर पाया जाने वाला एक खतरनाक वायरस खिला दिया। जिसका नतीजा सामने है। वैसे तुझे मारने का फरमान तेरे आकाओं ने उसे दिया था। भारद्वाज एंड कंपनी... जानता तो होगा ही।


सरदार:– तू कुछ भी कहे और मैं मान लूं। वो अपेक्स सुपरनैचुरल है। समस्त प्राणियों में बिशेस और ताकतवर। उन्हे मुझे मारने के लिये इतने एक्सपेरिमेंट की जरूरत नहीं पड़ती। हां, लेकिन तू नौसिखिए, फने को इतना नही बताया की मेरे किसी इंसानी चमड़ी को भी भेदा नही जा सकता। मुझे मारने आया था उल्टा उसे और उसके साथियों को ही मौत की नींद सुला दिया।


आर्यमणि:- तू भ्रम में ही मरेगा सरदार। वैसे जानकर हैरानी हुई की तेरा ये आगे से 5 फिट निकले तोंद वाले भद्दा इंसानी शरीर को भी नही भेदा जा सकता। तुम्हारी जिंदगी तो नासूर हो गयि सरदार। मैंने तुम्हे छोड़ भी दिया तो ना तो तुम ढंग से जी सकते हो, ना मर सकते हो।


सरदार:- तो रुके क्यों हो, दे दो मौत मुझे और ले लो मेरी शक्तियां।


आर्यमणि:- इसी ताकत ने तेरा क्या हाल किया है? मुझे ताकत में कोई इंट्रेस्ट नहीं। पूछता हूं अपने पैक से, उन्हें ताकत की जरूरत है क्या? अरे चारो कितने स्लो हो, गोली मारने में कोई इतना वक़्त लगता है क्या?


चारो ने लगभग एक ही बात कही…. "हो गया बॉस"


आर्यमणि:- हमारे पैक के ट्विंस, अल्फा बने की नहीं। क्यों ओजल और इवान..


ट्विंस साथ में:- हां बन गये है लेकिन वो भी आपकी इक्छा थी सिर्फ इसीलिए...


आर्यमणि:- अच्छा सुनो सरदार खान की शक्ति तुम में से किसे चाहिए?


रूही:- हम तो टूर पर जा रहे, उसके पास बहुत पैसे और गोल्ड होंगे, वो ले लो।


अलबेली:- इसकी शक्ति मैंने ले ली तो मै भी इसकी तरह घिनौनी दिखने लगुंगी। मुझे नहीं चाहिए।


ओजल:- यहां से निकले क्या? इस गंदे माहौल को ही फील करना अजीब लग रहा है। ऐसा लग रहा है काले साये ने इस जगह को सदियों से घेर रखा है। खुशी ने यहां अपना मुंह मोड़ लिया है।


इवान:- हां ओजल सही कह रही है।


आर्यमणि:- तेरी शक्तियों में किसी को इंट्रेस्ट नहीं। खैर मै जारा उन सब की याद मिटा दू, जिन्हे मार नही सकता और मुझे प्योर अल्फा के रूप में देख चुके। रूही तुम सरदार के घर जाकर वो क्या पैसे और गोल्ड की बात कर रही थी, उसे ले आओ।


आर्यमणि जबतक उन 2 अल्फा और उसके साथ 30 वुल्फ के पास पहुंचा।… "तुम सब को 1 घंटे के लिए बेहोश करूंगा, मै नहीं चाहता कि कोई प्योर अल्फा का जिक्र भी करे। आज से तुम सब अपने पैक के साथ रहने के लिए स्वतंत्र हो।"


एक अल्फा नावेद…. "यहां रहे तो हमे भी सरदार की तरह बनने के लिए फोर्स किया जायेगा। कहीं भी अपने पैक के साथ रह लेंगे, लेकिन इस जगह पर नहीं।"


आर्यमणि:- तुम्हारी याद में तो ऐसी कोई जानकारी मुझे तब नहीं दिखी थी नावेद, कहना क्या चाहते हो?


नावेद:- एक वुल्फ के लिये उसका पैक ही उसका परिवार होता है। एक बीटा अपने अल्फा पर हमला तो कर सकता है, लेकिन एक अल्फा हमेशा अपने पैक के बीटा को संरक्षण देता है। यहां तो मैंने सरदार को अपने ही कोर पैक को खाते देखा है। ये बीस्ट अल्फा होने के साथ साथ बहुत ही घिनौना भी था। और शायद इसे ऐसा ही बनाया गया था। ऐसा मेरि समीक्षा कहती है।


दूसरा अल्फा असद… "नावेद ने सही कहा है। ये बात हम सबने मेहसूस की है। यहां लाकर हमारी आत्मा को तोड़ा जाता है। इंसानी रूप में रहते है लेकिन इंसानी पक्ष को मारने में कोई कसर नहीं छोड़ा इसने।"


आर्यमणि:- पहले एक छोटी सी बात बता दूं। आज के बाद नागपुर प्रहरी क्षेत्र में बहुत से बदलाव होगा। भूमि दीदी पूरी कमान अपने हाथ में लेने वाली है। यहां अब तुम दोनो ही हो। मै यह तो नहीं कहूंगा की तुम दोनो यहां बंध कर रहो, लेकिन तुम यहां नहीं होगे तो कोई ना कोई होगा। और वो जो कोई भी होगा उसे अब सरदार जैसा नहीं बनाया जायेगा। तुम अपने पैक के साथ यहां रहो। अगर हालात नहीं बदले तो यह जगह छोड़ देना। लेकिन मुझे नही लगता कि यहां से सरदार को गायब कर देने से सरदार को बनाने वाले लोग यहां फिर हिम्मत करेंगे सरदार जैसे किसी को वापस लाने की। और एक बात, तुम सब शापित नहीं हो, तुम्हारे रूप में ऊपरवाले ने कुछ अच्छा डाला है। खुद को जानवर प्रोजेक्ट करने से अच्छा है, खुद में विशेष होने जैसा मेहसूस करो।


"कुबेर का खजाना हाथ लग गया यहां तो बहुत सारे पैसे और प्रॉपर्टी के पेपर है। गोल्ड नहीं मिला लेकिन।".. रूही तीनों के साथ आते ही कहने लगी।


आर्यमणि ने पहले अपना काम खत्म किया। वहां सबको बेहोश करके, उसके गर्दन के पीछे अपना क्ला डालकर उनकी याद से केवल प्योर अल्फा, और ट्विन की याद मिटाने के बाद, आर्यमणि एक छोटा सा नोट छोड़ दिया….


"ये जगह और यहां के सारे लोग अब तुम दोनो के है। तुम दोनो अल्फा होने का फर्ज निभाओ। इन सब को कैसे अच्छी जिंदगी दे सकते हो उसके बारे में सोचना। तुम सब की हर समस्या भूमि दीदी और मेरी मां जया कुलकर्णी सुनेगी और हर संभव मदद करेगी। अब चलता हुं। ज़िन्दगी रही तो फिर मिलेंगे। अलविदा नावेद, अलविदा असद। और हां, रात के 2 बजे तक बहुत से मेहमान पहुंच जाएंगे, ये जगह साफ कर देना और उनसे बताना, हम यहां कैसे लड़े और सरदार खान को लेकर गये।"
Awesome update bhai
 

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फने खान बिना कुछ किए मर गया , हो ही नही सकता है पवन भाई! 🤔
SANJU ( V. R. ) भाई

अपडेट 56 में सरदार खान ने खुद कहा था

फने को इतना नही बताया की मेरे किसी इंसानी चमड़ी को भी भेदा नही जा सकता। मुझे मारने आया था उल्टा उसे और उसके साथियों को ही मौत की नींद सुला दिया।
 
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