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नोट:- इस कहानी के सभी पात्र एवं घटना क्रम काल्पनिक है जिसका किसी भी व्यक्ति या वस्तु से कोई सम्बन्ध नहीं है यादी हो तो इसे मात्र एक संयोग कहा जाएगा।।
दिवंगत प्रोफ़ेसर श्री जगन्नाथ स्वामी, इनका देहांत हुए आज पूरे 5 वर्ष हो चुके है। ये एक मशहूर खोज करता हुआ करते थे। इन्होने कई प्राचिन वस्तुओं की खोज की थी जिसके पश्चात अचानक हृदय घात के कारण से इनकी मृत्यु हो गयी।
श्रीमती दीपिका स्वामी ये एक मल्लू औरत है जो प्रोफ़ेसर जगन्नाथ स्वामी जी विधवा पत्नी है इनकी आयु लगभग 45 वर्ष है। इनका भी आगे परिचय दिया जावेगा कहानी के दौरान,
इनकी दो पुत्रियाँ और एक पुत्र है।
पुत्री श्रुति स्वामी आयु 20 वर्ष व दूसरी पुत्री काव्या आयु 20 वर्ष ये दोनो जुड़वा नही है परन्तु इनका जन्म एक हि दिन को एक हि समय पर हुआ था। दोनो एक दूसरे से भिन्न है।
पुत्र रघुनाथ स्वामी इसकी आयु 18 वर्ष है यही कहानी का हीरो भी है और विल्लन भी कैसे वो आगे कहानी से पटा चलेगा।
पिछले 5 वर्ष से दीपिका आपने परिवार का गुजारा कर रही थी अपने पति की मृत्यु पर सरकार द्वारा प्राप्त राशि से परन्तु अब वो राशि भी समाप्त होने को है दीपिका अपने लिए कोई काम ढूंढ रही है वाही इनकी दोनो पुत्रियां अभी इंटर की परीक्षा दी है जिसका परिणाम आना शेष है।
इनका पुत्र रघुनाथ अभी 10 कक्षा का छात्र है जिसका दिमाग अपने पिता की तरह गहन विचार में गुम रहता है पढ़ने में होशियार शरीर से भी बलिष्ठ ईश्वर की असमीम कृपा है इस पर, दीपिका ने कल रघुनाथ को डॉक्टर को दिखाया था क्युकी रघुनाथ उर्फ़ रघु को अचानक से पैलवीस मैं दर्द होना शुरु हो गया था जहाँ डॉक्टर द्वारा उसका सम्पूर्ण निरक्षण किया गया जिस दौरान कुछ असमानताए सामने आयी।
दिवंगत प्रोफ़ेसर श्री जगन्नाथ स्वामी, इनका देहांत हुए आज पूरे 5 वर्ष हो चुके है। ये एक मशहूर खोज करता हुआ करते थे। इन्होने कई प्राचिन वस्तुओं की खोज की थी जिसके पश्चात अचानक हृदय घात के कारण से इनकी मृत्यु हो गयी।
श्रीमती दीपिका स्वामी ये एक मल्लू औरत है जो प्रोफ़ेसर जगन्नाथ स्वामी जी विधवा पत्नी है इनकी आयु लगभग 45 वर्ष है। इनका भी आगे परिचय दिया जावेगा कहानी के दौरान,
इनकी दो पुत्रियाँ और एक पुत्र है।
पुत्री श्रुति स्वामी आयु 20 वर्ष व दूसरी पुत्री काव्या आयु 20 वर्ष ये दोनो जुड़वा नही है परन्तु इनका जन्म एक हि दिन को एक हि समय पर हुआ था। दोनो एक दूसरे से भिन्न है।
पुत्र रघुनाथ स्वामी इसकी आयु 18 वर्ष है यही कहानी का हीरो भी है और विल्लन भी कैसे वो आगे कहानी से पटा चलेगा।
पिछले 5 वर्ष से दीपिका आपने परिवार का गुजारा कर रही थी अपने पति की मृत्यु पर सरकार द्वारा प्राप्त राशि से परन्तु अब वो राशि भी समाप्त होने को है दीपिका अपने लिए कोई काम ढूंढ रही है वाही इनकी दोनो पुत्रियां अभी इंटर की परीक्षा दी है जिसका परिणाम आना शेष है।
इनका पुत्र रघुनाथ अभी 10 कक्षा का छात्र है जिसका दिमाग अपने पिता की तरह गहन विचार में गुम रहता है पढ़ने में होशियार शरीर से भी बलिष्ठ ईश्वर की असमीम कृपा है इस पर, दीपिका ने कल रघुनाथ को डॉक्टर को दिखाया था क्युकी रघुनाथ उर्फ़ रघु को अचानक से पैलवीस मैं दर्द होना शुरु हो गया था जहाँ डॉक्टर द्वारा उसका सम्पूर्ण निरक्षण किया गया जिस दौरान कुछ असमानताए सामने आयी।
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