हेलो दोस्तों , यह मेरी पहली और वास्तविक कहानी है जो मैं आपलोगो के साथ शेयर करने जा रहा हु। यह कहानी बिलकुल कम किरदारों की होगी क्युकी ज्यादा किरदारों के होने से कहानी कुछ ज्यादा ही लम्बी हो जाती है। मेरा नाम समीर है, मैं 21 साल का हूँ, एक छोटी सी स्टार्टअप में जॉब करता हूँ और घर में अपने माँ पापा और छोटी बहन के साथ रहता हूँ, पापा अपनी बिजनेस के कारन अधिकतर बाहर रहते है तो घर में हम तीन लोग ही रह जाते है। हमारा घर शहर से थोड़ी दूर है जिससे यहाँ शहर वाली सुविधा और स्वतंत्रता का आभाव है (अगर शहर में ऐसा है तो ) मेरी माँ का नाम कल्पना है, उम्र 40 साल, भरा हुआ बदन, रंग पूरा दूधिया नहीं है पर कम भी नहीं है। वो अधिकतर साड़ी पहनती है और ब्लाउज हमेशा बड़े गले का जिसमे उनकी क्लीवेज आसानी से दिखाई देती है। उनका गदराया हुआ बदन किसी भी इंसान के लंड में आग लगाने के लिए काफी है। अब आते है मेरी बहन पे , मेरी बहन का नाम अनुष्का है और मैं उसे प्यार से अनु बुलाता हूँ। वह अभी बारहवीं में पढ़ रही है उसकी उम्र सत्रह के आस पास है उसके बूब्स न ज्यादा बड़े न ही ज्यादा छोटे है उसका शरीर भी बहुत गोरा है। जब वो सिर्फ बिना ब्रा के टॉप पहन के घर में इधर उधर घूमती है तो उसके पोक करते हुए छोटे छोटे निप्पल्स को देखके मेरे लंड में उबाल आने लगता है। तो अब शुरू करते है की मेरी बहन और मेरे बीच की कहानी।
मैं ये बता दू की मेरी बहन य मेरी माँ के बारे में मेरे ऐसे विचार शुरू से नहीं थे। लकिन पिछले कुछ सालो से जब से मेरी बहन थोड़ी जवान होने लगी तभी से मैं अपनी बहन के तरफ आकर्षित होने लगा
हम दोनों अलग अलग रूम में रहते है जो की अगल बगल में नीचे किचन के पास और पापा मम्मी अपने अलग कमरे में ऊपर के फ्लोर में। हम दोनों नीचे का बाथरूम शेयर करते है और पापा मम्मी के लिए ऊपर अटैच बाथरूम है।
बात अभी से 2 साल पहले की है जब मैंने नया नया लैपटॉप लिया था। और उस समय इंटरनेट मंहगा होने के कारन सब लोग पोर्न डाउनलोड करके रखा करते थे। तो मैंने भी बहुत साडी वीडियोस डाउनलोड करके रखी हुई थी। एक दिन की बात है
अनु - भैया प्लीज लैपटॉप दो न मुझे चैटिंग करनी है (उसने तभी फेसबुक पे अपनी नयी नयी आईडी बनाई थी )
समीर - नहीं अनु मुझे काम है थोड़ा , रुक ना , ले लेना थोड़ी देर में
अनु - भैया दे दो ना। मम्मी शर्मा आंटी के यहाँ गयी है आ जायगी तो मुझे नहीं चलाने देगी। फिर उसने मेरी तरफ प्यार से देखकर क्यूट सा चेहरा बनाया जो की मेरी बचपन से कमजोरी है। वो जानती थी की मैं उस चेहरे को देखने के बाद उसे मना नहीं कर पाउँगा।
समीर - तू भी ना। अच्छा एक घंटा बस उससे एक मिनट ज्यादा नहीं।
अनु - थैंक्यू सो मच भैया। muaaaaaah और उसने मुझे जोर से गाल पर पप्पी दे दी।
समीर - चल अब जा। तेरा बॉयफ्रेंड वेट कर रहा होगा
अनु - (मुझसे नाराज होते हुए ) क्या भैया , मैंने कितनी बार कहा है मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है और आप मुझे चिढ़ाते रहते हो बस।
समीर - अच्छा सॉरी बाबा , अब नहीं बोलूंगा , अब खुश ??
अनु - हाँ (क्यूट सा गुस्से वाला मुँह बनाते हुए )
समीर - अब जाओगी या मुझसे ही चैट करना है।
उसके बाद वो लैपटॉप लेके अपने रूम में चली गयी। घर पे उस वक्त कोई नहीं था तो मैं किचन में कुछ खाने की खोज में फ्रिज में देखने लगा। काफी देर बाद मुझे याद आया की अनु तो अभी तक अपने रूम से निकली ही नहीं तो मैंने सोचा चलो उसी के पास जाकर बोरियत दूर की जाये। मैं उसके रूम की ओर बढ़ा रूम का दरवाजा थोड़ा खुला हुआ था जिससे मुझे उसके पैरों पे रखा लैपटॉप दिख रहा था , मुझे यह जानकार आश्चर्य हुआ की वह लैपटॉप में कुछ देख रही थी जबकि मेरे लैपटॉप में कोई वीडियो नहीं था न ही उस समय वैसी स्पीड होती थी जिससे इंटरनेट या यूट्यूब देखा जा सके। तभी मुझे याद आया की मैंने अपने लैपटॉप में अपने दोस्तों से ली हुई सारी पोर्न फिल्मे रखी हुई थी। मेरे मन में आया की मैं अभी उसे रंगे हाथो पकड़ लू पर मेरे अंदर एक अजीब सी एक्साइटमेंट होने लगी और मैं वही रूककर उसे देखने लगा। उसकी आँखे बिल्कुल स्क्रीन पे गडी हुई थी, दायां हाथ लैपटॉप पे और बायां हाथ उसने अपने दोनों पैरो के बिच डाला हुआ था। मुझे पहले यह कन्फर्म करना था की वो ब्लू फिल्म ही देख रही है तभी मुझे याद आया की उसके रूम के पीछे की खिड़की से मैं सबकुछ आराम से देख सकता हु। दरअसल वो खिढकी हमेशा खुली हुई रहती थी क्योकि उस तरह कोई आता जाता नहीं था। मैं धीरे धीरे पीछे का दरवाजा खोल के गली में गया। संयोग से उसकी खिढकी का पर्दा भी उठा हुआ ही था जिससे मैं आराम से अंदर बैठी हुई अपनी बहन को देख सकता था। अनु ने एक सील तोड़ने वाली (डेफ़लोरशन) वीडियो चलायी हुई थी जिसमे लड़की पहली बार चुदवाती है। उसने शायद वैसा वीडियो पहली बार देखा था जिस कारन से वह स्क्रीन से नजर नहीं हटा पा रही थी। उसने अपना एक हाथ अभी भी दोनों पैरो के बिच रखा हुआ था जिसे वह बिच बिच में एडजस्ट भी कर रही थी। यह सब देखके मेरा लंड बिलकुल हार्ड हो गया अब मुझे रहा नहीं गया और मैंने गली में ही अपने लंड को एडजस्ट किया। मैंने घर के अंदर आया , कुछ सोचकर मैं अचनाक से अनु के रूम में घुसा जिससे उसे संभलने का मौका न मिले
समीर - तो मेरी बहन क्या कर रही है (उसने जल्दी जल्दी में प्रोग्राम बंद कर ही दिया था )


upload photo url
मैं ये बता दू की मेरी बहन य मेरी माँ के बारे में मेरे ऐसे विचार शुरू से नहीं थे। लकिन पिछले कुछ सालो से जब से मेरी बहन थोड़ी जवान होने लगी तभी से मैं अपनी बहन के तरफ आकर्षित होने लगा
हम दोनों अलग अलग रूम में रहते है जो की अगल बगल में नीचे किचन के पास और पापा मम्मी अपने अलग कमरे में ऊपर के फ्लोर में। हम दोनों नीचे का बाथरूम शेयर करते है और पापा मम्मी के लिए ऊपर अटैच बाथरूम है।
बात अभी से 2 साल पहले की है जब मैंने नया नया लैपटॉप लिया था। और उस समय इंटरनेट मंहगा होने के कारन सब लोग पोर्न डाउनलोड करके रखा करते थे। तो मैंने भी बहुत साडी वीडियोस डाउनलोड करके रखी हुई थी। एक दिन की बात है
अनु - भैया प्लीज लैपटॉप दो न मुझे चैटिंग करनी है (उसने तभी फेसबुक पे अपनी नयी नयी आईडी बनाई थी )
समीर - नहीं अनु मुझे काम है थोड़ा , रुक ना , ले लेना थोड़ी देर में
अनु - भैया दे दो ना। मम्मी शर्मा आंटी के यहाँ गयी है आ जायगी तो मुझे नहीं चलाने देगी। फिर उसने मेरी तरफ प्यार से देखकर क्यूट सा चेहरा बनाया जो की मेरी बचपन से कमजोरी है। वो जानती थी की मैं उस चेहरे को देखने के बाद उसे मना नहीं कर पाउँगा।
समीर - तू भी ना। अच्छा एक घंटा बस उससे एक मिनट ज्यादा नहीं।
अनु - थैंक्यू सो मच भैया। muaaaaaah और उसने मुझे जोर से गाल पर पप्पी दे दी।
समीर - चल अब जा। तेरा बॉयफ्रेंड वेट कर रहा होगा
अनु - (मुझसे नाराज होते हुए ) क्या भैया , मैंने कितनी बार कहा है मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है और आप मुझे चिढ़ाते रहते हो बस।
समीर - अच्छा सॉरी बाबा , अब नहीं बोलूंगा , अब खुश ??
अनु - हाँ (क्यूट सा गुस्से वाला मुँह बनाते हुए )
समीर - अब जाओगी या मुझसे ही चैट करना है।
उसके बाद वो लैपटॉप लेके अपने रूम में चली गयी। घर पे उस वक्त कोई नहीं था तो मैं किचन में कुछ खाने की खोज में फ्रिज में देखने लगा। काफी देर बाद मुझे याद आया की अनु तो अभी तक अपने रूम से निकली ही नहीं तो मैंने सोचा चलो उसी के पास जाकर बोरियत दूर की जाये। मैं उसके रूम की ओर बढ़ा रूम का दरवाजा थोड़ा खुला हुआ था जिससे मुझे उसके पैरों पे रखा लैपटॉप दिख रहा था , मुझे यह जानकार आश्चर्य हुआ की वह लैपटॉप में कुछ देख रही थी जबकि मेरे लैपटॉप में कोई वीडियो नहीं था न ही उस समय वैसी स्पीड होती थी जिससे इंटरनेट या यूट्यूब देखा जा सके। तभी मुझे याद आया की मैंने अपने लैपटॉप में अपने दोस्तों से ली हुई सारी पोर्न फिल्मे रखी हुई थी। मेरे मन में आया की मैं अभी उसे रंगे हाथो पकड़ लू पर मेरे अंदर एक अजीब सी एक्साइटमेंट होने लगी और मैं वही रूककर उसे देखने लगा। उसकी आँखे बिल्कुल स्क्रीन पे गडी हुई थी, दायां हाथ लैपटॉप पे और बायां हाथ उसने अपने दोनों पैरो के बिच डाला हुआ था। मुझे पहले यह कन्फर्म करना था की वो ब्लू फिल्म ही देख रही है तभी मुझे याद आया की उसके रूम के पीछे की खिड़की से मैं सबकुछ आराम से देख सकता हु। दरअसल वो खिढकी हमेशा खुली हुई रहती थी क्योकि उस तरह कोई आता जाता नहीं था। मैं धीरे धीरे पीछे का दरवाजा खोल के गली में गया। संयोग से उसकी खिढकी का पर्दा भी उठा हुआ ही था जिससे मैं आराम से अंदर बैठी हुई अपनी बहन को देख सकता था। अनु ने एक सील तोड़ने वाली (डेफ़लोरशन) वीडियो चलायी हुई थी जिसमे लड़की पहली बार चुदवाती है। उसने शायद वैसा वीडियो पहली बार देखा था जिस कारन से वह स्क्रीन से नजर नहीं हटा पा रही थी। उसने अपना एक हाथ अभी भी दोनों पैरो के बिच रखा हुआ था जिसे वह बिच बिच में एडजस्ट भी कर रही थी। यह सब देखके मेरा लंड बिलकुल हार्ड हो गया अब मुझे रहा नहीं गया और मैंने गली में ही अपने लंड को एडजस्ट किया। मैंने घर के अंदर आया , कुछ सोचकर मैं अचनाक से अनु के रूम में घुसा जिससे उसे संभलने का मौका न मिले
समीर - तो मेरी बहन क्या कर रही है (उसने जल्दी जल्दी में प्रोग्राम बंद कर ही दिया था )


upload photo url
Last edited: