नमस्ते दोस्तों मैं सूरज आप सभी को नमस्ते करके अपनी पहली कहानी की और बढ़ता हूं। वैसे यह कहानी सिर्फ incest बेस पर लिख रहा हूं इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। तो शुरू करते है।।
सबसे पहले में आपको अपने परिवार के बारे में बता दूं मेरे परिवार में कुल 6 लोग रहते है।।
सबसे पहले मेरी मां पायल जो की 42 साल की है और दिखने में ऐसी है की अप्सरा मात खा जाए इनके आगे मुझे बहुत प्यार करती है।। हाउसवाइफ है पर डांस और गाने का शोक है|| और एक जबरदस्त हुस्न की मालिक हैं आपको बता दूं मेरे पिताजी के मौत के बाद से में मां के काफी क्लोज हूं एक दोस्त की तरह।।

मेरी बड़ी दीदी काजल जो की एक हीरोइन को भी मात दे सकती है इन्होंने एमबीबीएस खत्म करके हॉस्पिटल ज्वाइन कर लिया है डॉक्टर है।। 23 की उम्र में दीदी बिलकुल हॉलीवुड एक्ट्रेस को फेल करदे में भी बचपन से इन्ही से प्यार करता हूं क्योंकि काजल दीदी है ही इतनी अच्छी मधुर आवाज और मुझसे बहुत प्यार करती है।।

मेरी दूसरी बड़ी बहन रेनू उम्र 22 साल की है काफी खुले ख्यालात की है।। ग्रेजुएशन होगया है मास्टर्स कर रही है।। और ये काफी मस्ती मजाक करने वाली इंसान है इनके रहने से घर में खुशी का माहौल रहता हैं।।
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और में एक नम्बर का हवसी और चुदाई का शौकीन राहुल जो बड़ी उम्र और हम उम्र किसी भी चूत के लिए ताक में रहता है।। उम्र 19 साल कॉलेज में फर्स्ट ईयर में हूं।। क्योंकि मेरी नजर मेरी फैमिली पे गंदी नही थी क्योंकि पिताजी के जाने के बाद मैं अपनी फैमिली से जान से ज्यादा प्यार करता हूं।।

मेरी बुआ कल्पना जो 43 साल की है इनके पति का देहांत 15 साल पहले होगया था फिर इन्होंने शादी नहीं की अब वकील है।। पर मेरी बुआ दूसरी बुआ जैसी नही दिल जान से हमे चाहती हैं और समाज की परवाह नही करती खुशी से जीती हैं।।

मेरी छोटी बुआ रानी है बुआ अब प्रिंसिपल है एक किंडर गार्डन स्कूल में। इन्हें फैशन डिजाइनर बनना था और शादी की यह शर्त थी कि काम से ना रोके पर ऐसा कुछ हुआ नही बुआ की शादी को हुए दो साल हुए थे कि उनके ससुराल वाले चिढ़ने लगे तो उन्होंने उस रिश्ते से तंग आकर डीवोर्स लेलिया अब हमारे साथ ही रहती हैं ये भी मिजाज में मस्ती वाली हैं इनकी उम्र 38 हैं पर ये भी बला की खूबसूरत हैं
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(यहां आप सब सोच रहे होंगे पिताजी के मौत के बाद सब नॉर्मल लाइफ कैसे जी रहे हैं आपको बता दूं मेरे पिताजी एक रीयल स्टेट डेवलपर थे उन्होंने हमारे लिए इतना सब कुछ किया हुआ हैं कि मेरे बच्चे और उनकी शादी होने तक हम अच्छे से लाइफ गुजार सकते हैं उनकी मौत दो साल पहले हुई थी जिसकी वजह से घर मे टेंशन और दर्द था पर दीदी ने और मेने सबको हौसला दिया और सब कुछ नॉर्मल करा।।)
मेरे पिताजी ने 10 करोड़ की इंश्योरेंस पॉलिसी करवाई थी जो उनके बाद मां को मिली और बैंक बैलेंस भी हमारे लिए 5 cr ke आसपास देके गए थे
मेरे घर के बारे मे बता दूं हमारा घर एक हाई रेट सिटी के बाहर हैं जहां सिर्फ विलास बने हैं हर विला एक विला से एक km दूर हैं हमारे विला में एंट्री गार्डन से हैं जहां गार्डन में पेड़ पौधे एक सोफा टेबल हैं andar आने पर विला में एक बड़ा सा हाल किचन और तीन कमरे हैं अटैच बाथरूम एसी के साथ पूरा घर का इंटीरियर new design का है। सेकंड फ्लोर पर भी तीन रूम्स है ऊपर में दीदी रेणु दीदी रहते हैं
नीचे बुआ बड़ी बुआ और मां का कमरा हैं हमारे टेरेस पर झूला हैं और एक swimming pool जो टेरेस पर बना हैं।।

दो कार एक XUV ek mercedes और एक थार जो बुआ ने ली हैं मेरे बर्थडे पर।। दो हमे इस तरह कभी परेशानी नहीं हुई पापा का business development का जमा हुआ हैं अब मैं ऑफिस संभालता हूं कॉलेज प्राइवेट हैं बट कभी कभी फंक्शन और एग्जाम्स में जाता रहता हूं हमारा डेवलपमेंट का काम दूसरे शहरों मे होता यहां से सिर्फ टेक्निकल वर्क हैंडल होता हैं जो करते हैं ऑफिस हमारा घर के बैकसाइड बना हैं और टीम पूरी दूसरे शहर मे हैं।।
बैक टू स्टोरी
मैं सुबह उठा तो देखा 9 बजे जब ताजा हुआ और नीचे आया तो देखा मां किचन में नाश्ता बना रही है
मैने पीछे से जाके माँ को गले लगाया और पूछा क्या बना रही हो आज रविवार विशेष।
माँ- उठ गया मेरा लल्ला आज समोसे बन रहे हैं।
मैं- वाह मां आपके हाथ के समोसे मजा आ जाएगा.
मैं जाके सोफे पर बैठा तो दोनो बुआ भी उठ चुकी थी और दोनो ही मॉडर्न ख्यालात की है।।
छोटी बुआ तो सोफे पर सो रही थी और पिंक टॉप में एक दम पोर्नस्टार वाली फील दे रही थीं।।

फिर मैंने बड़ी बुआ को गुड मॉर्निंग कहा तो बुआ बोली
बड़ी बुआ- गुड मॉर्निंग मेरी बेबी
मैं- बुआ मैं अभी भी बेबी हूं क्या
छोटी बुआ बोली
छोटी बुआ- हमारे लिए तो बेबी ही है
मैने कहा आप लोगो का बढ़िया है भाई समझ ही नहीं आता मुझे कब बड़ा समझोगे।
बड़ी बुआ- जब मेरे लल्ला की गर्लफ्रेंड से मिलेंगे या शादी होगी तब।
मैं- बुआ उसके हिसाब से तो मैं काफ़ी बड़ा हूँ
माँ और बुआ दोनों जल्दबाजी में बोलीं बदमाश चल नाश्ता करले और हम सब ने नाश्ता किया तो
छोटी बुआ - ये काजल और रेनू कहाँ है तो ही रह रही है क्या
मां- हां जीजी दोनों के कॉलेज के एग्जाम हो गए है तो फ्री है लेकिन अभी कुछ दिन बाकी हैं।
तब भी बड़ी बुआ बोली जा उठ दे उन्हें वो भी आके नाश्ता करेंगी
मैं उन्हें बुलाने ऊपर गया तो काजल दीदी तो रूम में नहीं थी
फिर रेनू दीदी के कमरे में गया तब पता चला कि दोनो एक साथ केसे चिपका के सो रही हैं।

मेने दोनो को आवाज दी तो दीदी उठी और बोली बाद में करेंगे हम सब कुछ सोने दे और फिर मैं नीचे आगया
माँ- उठा दिया
मैं- नहीं बोल रही है बाद में उठूंगी सोने दो
बड़ी बुआ- हे भगवान क्या करेगी ये दोनो शादी के बाद
छोटी बुआ - सोने दो जीजी मेरी भतीजी को जब तक साथ है खूब लाड से रहने दो।।
सबने नाश्ता ख़त्म किया और फिर में नहाने चले गया मैंने सोचा क्या ना आज स्विमिंग पूल जाया जाए पर सोचते ही खिड़की से देखा तो बारिश शुरू होगी और बुआ ने कहा
बड़ी बुआ- बेबी गेट और खिड़की लगा लो ठंडी हवा चल रही है फिर में सब डोर विंडो लगाके सोफे पर आ गया और बोला।।
आज नहीं नहाऊंगा ठंडी हवा चल रही हूं तो बुआ बोली हम
छोटी बुआ - हम्म भाभी आप भी किचन से फ्री होके सो जाओ वेसे भी बारिश काफी तेज ऐसे मौसम का फोरकास्ट मुझे बताता है मॉनसून शुरू हो गया है और आज रविवार है तो आराम करो इतना बोलके
बड़ी बुआ - अपने कमरे में चली गई
और छोटी बुआ अपने कमरे में
तभी माँ बोली
माँ- सुन आज तू मेरे साथ कमरे में सोजा ऊपर खिड़की से पानी आता है तेज बारिश में तो ठंड लगेगी
मैं- मां तो फिर दीदी
माँ- बेटा उन्हें मिरर लगवा रखे है विंडो पर।।
मैं- ठीक है मां
फिर से माँ के कमरे में पहुंचा तो खुशबू आ रही थी उनके कमरे से गुलाबी रंग का बेड और माँ वॉशरूम में थी जैसे ही मानो कुछ बिजली गिरी हो वो एक प्यारी सी बाथरोब और मेरा मुँह उन्हें देखते ही खुला का खुला रह गया

उनके बड़े बड़े चूतड और सिल्की बाथरोब में और भी कहर ढा रहे थे।
माँ- क्या हुआ ऐसे क्या देख रहा है
मैं- आपकी खूबसूरती
माँ-हट पागल कुछ भी बोलता है
मैं- नहीं मां आप लग रही हो
माँ-अच्छा
मैं- आप हो ही ऑसम
माँ- इतना बटरिंग मत कर कुछ चाहिए
मैं- कुछ नहीं, आपको ठंड लग रही हैं इस में।।
मां- अरे जीजी ने कहा है आज रविवार को कहीं जाना भी नहीं चाहिए आराम करना तो घर पर ही सोना होगा तो गर्म पानी से थोड़ा नहाया और पहन लिया कि आज दिन भर आराम करूंगी।
मैं- हां मां कोई दिक्कत नहीं.
माँ- चल आजा तू भी लेट जा।
मैं- हम मां को देखते ही मेरा लंड के शॉर्ट्स के अंदर क्या पता क्या हलचल करी जो उन्हें दिख गई और वो मुस्कुरा के बिस्तर पर लेट के फोन चला रही थी
थोड़ी देर बाद मैं और माँ कम्बल में लेट गए, मैंने फोन रखा और चैट की और देखने लगा, टीवी में नेटवर्क भी नहीं था और शॉर्ट्स चुभ था तो बार-बार एडजस्ट कर रहा था ऊपर सिर्फ सैंडो थी
माँ-क्या हुआ खुजली कर रहा हूँ शॉर्ट्स तो उतार देना
मैं- थंड कितनी है
मां-अरे बाबा कंबल में हीटर ऑन है
उतार दे।
मैं- मैंने उतार दिया और सिर्फ अंडरवियर और सैंडो में था
माँ- आज इतने दिन बाद रिलैक्स फील हो रहा है
मैं-हम्म तो आप आराम करो ना
मां- टाइम ही कहां मिलता है बेबी
मैं- कोई नहीं अब मैं आपकी मदद करूंगा
माँ-ओउ
और माँ ने मुझे माथे पर चूमा और पास बैठ गई
तभी बिजली कड़कती है और मैं एक दम से उठ जाता हूं मां भी अंधेरे में मुझसे चिपक जाती है।
माँ-हे भगवान मौसम काफ़ी ख़राब लगता है।
मैं- हम्म आप डरो ना तभी माँ मेरा हाथ पकड़ती है और हम लेट जाते हैं।
ना जाने कब नींद लग गई हमे पता ही नही चला शाम के करीब 5 बजे किसी ने दरवाजे पर नोक किया बाहर और कोई नहीं बड़ी बुआ थी उन्होंने दरवाजा खटखटाया।।
बड़ी बुआ - उठ जाओ भाभी शाम हो गई है खाना वगैरा तो खालो मेने खाना बना रखा हैं इतने मे अचानक मेरी नींद खुली में और मां दोनो चिपक के सो रहे थे सोते हुए मां काफी मासूम लग रही थीं।।
मे उठ के गेट खोलने गया तो गेट खोलते ही हक्का बक्का रह गया सामने बुआ सिर्फ ब्रा पैंटी में थीं एक शाल ओढ़ कर

बड़ी बुआ - तू यहां क्यों सो रहा है अपने रूम मे नही गया।
में= बुआ वोह मां ने कहा ऊपर k मेरे रूम मे पानी विंडो से आता है मिरर नही लगा ना तो यहीं सो गया।।
पर आप ऐसे कैसे
बड़ी बुआ- अरे मे पूरे कपड़े पहन के नही सोती ना नाइटी क्योंकि मुझे स्किन पर रैश होजाते हैं।।
में -हम्म्म बट कुछ भी कहो आप काफी ओसम लग रही हों
बड़ी बुआ- अच्छा जी माय बेबी क्या ओसम अब तो उम्र दिखने लगी है मेरे ऊपर।।
में - अजी बुआ जी आप आजकल की लड़कियों को फेल करदो।।
बड़ी बुआ-हट बदमाश कुछ भी चल आजा खाना खाले
में जैसे ही टेबल पर बैठा दोनो बहने वहां आ चुकी थीं
में - होग्यी दीदी आप दोनो की नींद पूरी या और सोना हैं।।
बड़ी दीदी - कहां यार आज इतने दिनो बाद तो चैन की नींद लगी थीं में तो खाना खाकर वापस सोने जारही हूं।।
रेणु- जी दीदी में भी आज ठंड मे जो नींद आई उसकी बात ही कुछ और हैं
इतने में छोटी बुआ भी आ गई
छोटी बुआ - और क्या बातें हो रही हैं मुझे तो अभी भी नींद आ रही हैं ।।
बड़ी बुआ - बहुत होगया सोना सबका पहले खाना खाले आप सब और ये भाभी कहां रह गई सूरज तूने उठाया नही मम्मी को इतने में मां बाहर आई आंख मलते हुए कसम से उन्होंने भी बाथरोब उतारकर ब्रा पैंटी पहन ली थीं और मानो आज बिजली मेरे घर ही गिरना थी।।

बड़ी दीदी - क्या बात हैं मां आज तो कहर ढा रही हो।।
छोटी बुआ और रेणु तो कुछ बोल ही नही पाई इतने मे में बोल पड़ा
में - वो मां क्या लग रही हो आप क्या आपको भी रैश होता है बड़ी बुआ जी जैसे।।
मां- क्या तुम लोग सब मुझ जैसी बड़ी उम्र वाली को खूबसूरत और झूठी तारीफ कर रहे हो नही सूरज रैश नही बाथरोंब उतारा तो ये जैकेट डाल लिया सोच रही हों थोड़ा बहुत ख़ाके वापस सो जाऊं।।
रेणु- हां मां आज मौसम कुछ ऐसा ही हैं
फिर ऐसे ही बातों मे सबने खाना खाया और अपने अपने रूम मे चले गए मेरे मन मे अबतक कोई गंदा ख्याल नही आया था और मे बेड पे आकर लेट गया तभी बिजली फिर जोर से लड़की की सब हाल में आ गए।।
रेणु बड़ी दीदी - मां ये क्या हो रहा हैं आज।।
मां- पता नही बेटा आज मौसम काफी खराब हैं
बड़ी बुआ- मेने फोरकास्ट में देखा है आंधी तूफान के सात बारिश है अगले 1 महीने तक तभी छोटी बुआ को किसी का कॉल आता हैं तो वोह बात करने थोड़ा दूर जाती हैं ।।
अब क्या था बुआ ने कहा कि सब आराम करो वैसे भी मौसम बिगड़ता जा रहा हैं इतने मे सब रूम में जाने लगे तभी
बड़ी बुआ- सूरज बेबी तू मेरे साथ सोजा आज तेरे कमरे मे भी पानी आ रहा और भाभी को भी आराम करने दे तो मे बुआ के साथ उनके रूम में चले गया रात के 10 बजने को हुए और मेरी नींद खुली क्योंकि आज दिन में इतना सो लिया था कि नींद ही नही आ रही थीं बुआ भी पास मे बैठ कर फोन चला रही थीं।।
बड़ी बुआ - क्या हुआ बेबी उठ गया तु नींद नही आ रही क्या चल गेम खेलते है कुछ
में - ठीक है बुआ
बड़ी बुआ - ठीक है लूडो खेलते है
और बुआ ने लूडो लगा लिया
बड़ी बुआ - नही सूरज मत मार मे हार जाऊंगी।
में - नही बुआ आपकी आज मरेगी।।
गेम मे जीता तो बुआ नाराज दिखी
तो मेने उनके पास गया और चेहरा उठा के उनका कहा सॉरी ना बुआ अपने बेबी को माफ करदो बट गेम में मुझे जीतना पसंद हैं।।
बड़ी बुआ- ओह मेरा बेबी और मुझे किस करते हुए इतना ख्याल है बुआ का अपनी हां मेरे बच्चे तू हमेशा जीते मे चाहती हुं।।
में - मे आपसे ही नही आप सभी से जान से ज्यादा प्यार करता हुं तभी बिजली कड़की और बुआ मुझसे चिपक गई और हम दोनो कंबल ओढ़ कर लेट गए।।
तभी अचानक बारह बजे मेरी नीद खुली मेने देखा बुआ बाहर भी नही थीं और बारिश है की रुकने का नाम ही नही लेरही थीं।। तभी बाथरूम से बुआ बाहर निकली और बेड पे लेट गई मेने देखा उन्होंने ब्रा पैंटी उतारी हुई थीं और नंगी गीले बालों के साथ बिस्तर पर लेट के मुझे देख रही थी।।

में - बुआ ये क्या आपने कपड़े क्यों नही पहने उस दिन पहली बार मेरी नियत बुआ पे बिगड़ी क्या बदन था बड़ी बड़ी गोरे बूब्स गुलाबी छूट जिसपे लगे बाल और लुभा रहे थे तभी बुआ बोली
बड़ी बुआ- कुछ नही बस जी खबरा रहा था तो शावर लिया ओर थकान लगी तो कपड़े नही पहेने तुझे कुछ प्रॉब्लम है क्या मेरे साथ ऐसे सोने मेने मन में सोचा मुझे क्या प्रॉब्लम इतनी गदरायी बदन की मेरी बुआ अपने साथ ही मुझे लेकर अपने बिस्तर पर नंगी हैं
ओर मे भी बिना किसी बात के लेट गया कि तभी बुआ ने करवट लिया ओर उनकी गांड़ मेरे शॉर्ट्स पर लगी जिसके टच होते ही मेरा लन्ड पूरा 8 इंच 3इंच मोटा खड़ा होगया था और मेने भी बिना कुछ शिकायत के सो गया और मेने भी बनियान उतारी और लेट गया सुबह 9 बजे तक हम दोनो सोते रहे तभी बुआ कि नींद खुली तो उन्होंने देखा कि वोह बिलकुल नंगी सो रही है और मे पीछे से उनके बूब्स पकड़ के गहरी नींद में हुं बुआ मेरी ओर पलटी और मुझे किस करते हुए उठी और बाथरूम में चली गई इतने मे मां रूम मे आई ओर बोली उठ जाओ नाश्ता करले।।
में उठा तो फिर बुआ को बाथरूम मे पाया ओर आज बुआ को देख के मुझे रात वाला उनका सीन याद आया तभी बुआ तैयार होकर निकली ओर बोली चल बेबी नाश्ता करले मे शोक था की हाउ इट्स पॉसिबल की बुआ नॉर्मल है इतना होने पर भी की उनके भतीजे ने उन्हें नंगा देख लिया में भी उठा ओर अपने रूम से फ्रेश होके नाश्ता करने बैठ गया टेबल पर आज सब तैयार हुई थी दोनो दीदी ने ड्रेस पहनी थीं मां ने शॉर्ट्स और शर्ट बड़ी बुआ तो ब्रा पैंटी में ही थी और छोटी बुआ व्हाइट ड्रेस में थी।
मां - क्या हुआ आज इतना चुप क्यों हैं तू
में - कुछ नही मां बस सुस्ती है थोड़ी।।
बड़ी बुआ - अरे बाबा कोई बात नही थोड़ा सुस्ता रहा होगा शरीर अब बाहर तो जाना नही होगा वरना लॉन्ग ड्राइव पे चलते सब बारिश ही ऐसी है पूरे शहर में यही हाल है।।
फिर सबने नाश्ता किया तो दोनो दीदी टीवी देखने लग गए मां किचन में काम कर रही थीं बुआ लैपटॉप पर कुछ काम कर रही थीं बड़ी बुआ टेरेस पर गई तो बोली चल थोड़ी देर छत पर चलते झूले पर में चला गया बुआ और में झूला झूल रहे थे तभी
बड़ी बुआ-किया हुआ तू बड़ा चुप चुप सा क्यों हैं कल से
में -ऐसा कुछ नही बुआ
बड़ी बुआ- कुछ तो बात है या कल रात को मेरे कारण कुछ बुआ इतना बोलती की छोटी बुआ भी आ गई और बोली
छोटी बुआ-क्या बात हो रही हैं मुझसे भी बात कर लिया कर बेबी सिर्फ दीदी ही नही में भी बुआ हुं।।
बड़ी बुआ - अरे इसका मूड तो सही हों कल से चुप सा हैं बता भी नही रहा लगता हैं कल वाली बात से नाराज़ हैं तभी छोटी बुआ को बुआ ने सब बता दिया
छोटी बुआ- अरे बेबी लेट गो कर ऐसी बातों को ये सब नॉर्मल तेरी गर्लफ्रेंड वगैरा के साथ भी हुआ होगा कभी ऐसा क्यों दीदी
बड़ी बुआ- और क्या मेरा बेबी है ही इतना कुल कोई भी इस्पे फिदा हो जाए।।
में - क्या बुआ आप दोनो भी
छोटी बुआ- नही नही ऐसा ही हैं जीजी को भी देख लिया तो क्या हमने तो तुझे भी बिना कपड़ो के देखा हैं
दोनों मजाक करते हुऐ मुझपर हस रही थी में वहां से निकल आया और सीधा रूम में आगया दोनों ने बहुत आवाज दी पर मे नही रुका सीधा रूम मे आगया और बुआ के बदन की खुशबू और कल वाली हरकत अभी भी मुझे परेशान कर रही थीं।।
यहीं सोचते हुए मे सो गया जब उठा शाम के 6 बज रहे थे नीचे आया तो कोई दिखा नही मेने किचन में देखा कोई नही सबके रूम में देखा कोई नही फिर कुछ आवाज़ें आई तो देखा बुआ और छोटी बुआ मां और दोनो दीदी के साथ गार्डन में नहा रही थीं कसम से पांचों लेडी मेरे घर की बला की खूब सूरत लग रही थीं में बैठा बैठा सब देख रहा था।।
फिर जब सब अंदर आई मे हाल में था तो मां बोली
मां - उठ गया मेरे बच्चे आजा खाना खाले इतना बोलते ही उन्हें झींक आ गई और एक को नही सबको और सब चेंज करके अपने अपने रूम मे गई आधे घंटे बाद सब टेबल पर आए तो सबको सर्दी जुकाम होगया था।।
में - बिन मौसम की बारिश में नहाने से यही होता हैं देखा सबकी तबियत बिगड़ रही है ना।।
रेणु - हां भाई ऐसा ही लग रहा हैं
मां - हां बाबू सही कह रहा हैं।।
बड़ी बुआ तो सर्दी के मारे कुछ नही बोल रही थीं और छोटी बुआ सूप बना के सूप पी रही थीं।। बड़ी दीदी भी सूप पी रही थीं।।
फिर सबको मेने अपने अपने कमरे में भेजा सबको टैबलेट्स दी गरम दूध दिया और अपने कमरे में आगया पर बारिश से विंडो से हवा और पानी मेरे बेड पर आ रहा था।। तो नीद भी नही आई और तो और दो दिन से सो ही रहा हुं तो मे उठा और हाल में आके टीवी देखने लग गया तभी बड़ी बुआ हाल में आई और बोली
बड़ी बुआ- क्या हुआ बेबी नींद नही आ रही मुझे भी नही आ रही इसलिए सोचा बाहर आ जाऊं तो मेने कहा आप आराम करो बुआ जी रूम में बुआ बोली ठीक हैं।।
पर जैसी ही उठी सोफे से उनका पैर भी मूड़ गया तो मेने उन्हे बैठाया और गोद मे उठा के रूम मे लेजाके लेटाया और ब्लैंकेट ओढ़ा कर जा ही रहा था की बुआ बोली
बड़ी बुआ-बेबी यहीं सोजा मेरे पास तेरे रूम में पानी विंडो से आ रहा होगा आजा मेने कहा नही आप आराम करो तो बुआ बोली आजा मेरे लिए प्लीज।।
में - ठीक हैं बुआ
और फिर हम लेट गए बुआ भी एक व्हाइट वार्डरोब में थीं और मे बनियान शॉर्ट्स में तभी बुआ उठी और पूरा वार्डरोब उतारा और साइड में लैंप के पास रख के फिर पूरी नंगी लेट गई मुझसे बोली।।
बड़ी बुआ- बेबी तुझे कोई प्रॉब्लम तो नही हैना मुझे रैश होता है और बिना कपड़ो के सोने की आदत है।।
में - नही बुआ मुझे कोई प्रॉब्लम इनफैक्ट में भी बिना कपड़ो के ही सोता हुं।।
बड़ी बुआ- तो तू क्यों शर्मा रहा उतार दे और सोजा।।
में - नही आपके सामने नही आप सो जाइए।।
बड़ी बुआ- नही बाबा तू उतार की मे उतारू मे किसी से नही कहूंगी बस।।
इतना सुनके मेने भी हिम्मत करके बनियान निकाली और सिर्फ शॉर्ट में आगया।।
बड़ी बुआ-वाह क्या एब्स है तेरे बेबी लव यू बेबी
फिर जैसे ही मैंने शॉर्ट्स और अंडरवियर निकाला तो मेरा शेर बाहर आया जो बुआ को देख के जाग चुका था।।

तभी बुआ बोली ये क्या है बेबी।।
में - सॉरी बुआ गलत हरकत करदी मेने सॉरी।।
बड़ी बुआ- अरे नही मेरा मतलब तेरा ये कितना बडा और मोटा हैं इतना बडा डिक भी होता हैं नोट बेड बेबी।।
और में ब्लैंकेट में आगया अब बुआ और में दोनो नंगे ही ब्लैंकेट में थे दोनो को ही एक दूसरे के बदन को देख के नींद नही आ रही थीं।।
तभी दोनो एक दूसरे को देख कर बोले कि तुम ठीक तो होना मेने कहा हां बुआ ने कहा हां मैं भी
तभी बुआ बोली
बड़ी बुआ- क्या वाकई तेरी कोई जीएफ नही हैं या फिर तू मुझसे झूठ बोल रहा है।।
में - नही बुआ ऐसी कोई पसंद ही नहीं आई जिसको देख कर लगे की यही हैं
बड़ी बुआ- अच्छा जी तो कैसी पसंद है तेरी बता दें।।
मैं - ऐसी हो की केयरिंग हो दिल से अच्छी हो और अट्रैक्टिव हो आपके जैसी।।
बड़ी बुआ - मेरे जैसी हो कुछ भी।।
मैं - हां आपके जैसी खुबसूरती में भी और दिल की अच्छी
बड़ी बुआ- अच्छा ऐसा क्या पसंद आया तुझे मुझमें।।
में - आपमें वोह सब कुछ हैं जो एक मर्द को खुश कर दे।।
बड़ी बुआ- कुछ भी सो जा मुझे शर्म आ रही हैं।।
बुआ मेरी तरफ पीठ करके लेट गई मे भी उनकी पीठ की तरफ मूंह करके लेट गया तभी अचानक लाइट चली गई जिससे बुआ हिली तो उनकी गांड़ मेरे लन्ड से टकरा गई और मे भी हिल गया।।
बड़ी बुआ- जैसे ही उठने को हुई लाइट आगयी और फिर लेट गई तो इसबार मेरा लन्ड उनके चूतड में घुसा जिससे उनके मू्ह से आह निकल गई।।
अब जैसे ही बुआ को महसूस हुआ वोह हिली ही नही तो मेने हल्के से जैसे ही पीछे किया अपने लन्ड को बुआ भी खिसकी जिससे उनके चूतड ने मेरे लन्ड को जकड़ लिया और में सहम गया।।
मेने धीरे से अपने लन्ड को निकाल कर पीछे हुआ और बुआ की तरफ पीठ करके सोगाया और बुआ भी सोगयी सुबह हम दोनो फिर ना जाने कैसे एक दूसरे की बाहों मे थे और हम दोनो उठे तो बुआ मेरी बाहों मे थीं और मुझे गाल पे किस की और बोली गुड मॉर्निंग बेबी तो मेने भी उन्हे किस किया और गुड मॉर्निंग बोलके एक टाइट हग करके हम उठे तो बुआ नंगी बाथरूम की तरफ चलकर गई कसम से कयामत लग रही थी

और बुआ नहाने गई और इधर मां बुलाने आई तो में भी फ्रेश होने बेडरूम मे गया
बेडरूम से निकल के आज मुझे कुछ टेक्निकल काम था तो ऑफिस गया नाश्ता भी नही किया।।
ब्रेकफास्ट टेबल पर जब में नही दिखा तो
रेणु और बड़ी दीदी- कहां हैं भाई सुबह सुबह दिखा नहीं
मां - आज कुछ डील के डॉक्यूमेंट भेजने है वोही कर रहा है।। कुछ भी बोलो मेरे बच्चे ने पूरा काम संभाल लिया कल हम सबको टैबलेट्स दी सबको सुलाके खुद सोया।।
छोटी बुआ- अरे मेरा बेबी लाखों मे एक है बहुत ही होनहार है और कितना प्यार करता हैं हमसे
रेणु और बड़ी दीदी- हां हमारा भाई वाकई में बहुत अच्छा केयरिंग और दिल का साफ हैं।।
बड़ी बुआ - तभी बड़ी बुआ आके बोली सब मेरे बेबी को मक्खन मत लगाओ वोह सिर्फ मेरा बेबी है मेरा बेबी।।
और सब इस बात पर हस पड़ी और अपना अपना काम करने लग गई आज बारिश थोड़ी रुकी थीं तो छोटी बुआ और मां को बाजार से कुछ कपड़े और खाने पीने की चीज लानी थीं तो बुआ ने कार निकाली और घर से जा रही थीं तो रेनू और काजल दीदी बोल पड़ी
रेणु और काजल दीदी- मां बुआ हम भी चले क्या बहुत मन है घर पर भी बोर हो रहे हैं।।
मां - नही नही बीमार हो पहले ही और बच्चा आएगा तो उसे नाश्ता देना।।
रेणु और काजल दीदी- मां बड़ी बुआ हैं ना और वैसे भी उनका बेबी है तो ख्याल तो रख लेंगी तो छोटी बुआ बोली
छोटी बुआ-ले चलो भाभी मेरी भतीजिया भी मुझे उतनी ही प्यारी है जितना बेबी।।
दोनो खुश होकर तैयार होकर आई
बड़ी बुआ- वाह क्या बात हैं सब एक साथ जाओ मेने सब सुना मैं और मेरा बेबी घर पर ही एंजॉय करेंगे।।
बुआ ऑफिस की तरफ चल पड़ी इन लोगों के जाने के बाद जिसमे हाथ में प्लेट में दूध केले और ड्राई फ्रूट्स थे और एक ऑमलेट बुआ ने ऑफिस में अंदर आकर कहा।।
बड़ी बुआ- क्या हुआ बेबी काम हो गया हो तो नाश्ता कर लिया जाए।।
मैं - बस बुआ दस मिनिट इंपोर्टेंट हैं हां हो गया लाओ
बड़ी बुआ- क्या लाओ।।
मैं - नाश्ता बुआ और क्या।।
बड़ी बुआ - अच्छा सुन ना बेबी क्या में रियली तुझे अच्छी लगती हुं और जो तूने रात मे कहा वोह ट्रुथ था?
में - बुआ आपसे झूठ बोलकर क्या मिलेगा 110% ट्रुथ हैं आप मुझे पसंद हों।।
बड़ी बुआ- अच्छा जी मेरा बेबी चल नाश्ता खत्म कर और चल घर में कुछ बात करनी है तुझसे।।
हम दोनो ऑफिस लॉक करके घर आए और बुआ के रूम मे पहुंचे तो बुआ ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया।। और बाथरूम गई और जैसे ही आई क्या बताऊं दोस्तों बिलकुल न्यूड सेक्सी बाल गीले उफ्फ क्या लग रही हैं आज।।

और आकर मुझसे बोली
बड़ी बुआ- अब बता तुझे क्या क्या पसंद है मुझमें देख सच बोलना।।
में - अरे बुआ आप दो दिन से मार रही हो आज जान ही ले लोगी।।
बड़ी बुआ- जभी मे समझ गई थीं तू मुझे उस रूप मे देख के सोच में पड़ गया।।
में - हम्म बुआ आपका हर अंग अपने आप मे कमाल हैं ये बूब्स फेस और किलर न्यूड स्माइल।।
बड़ी बुआ - ऐसे नही टच करके बता
मैं - जी बुआ ये बूब्स और मेने बूब्स को प्रेस किया और ये फेस जिसपे किस किया और ये बॉडी हग करा टाइट तभी अचानक से बुआ ने मेरे शॉर्ट्स को पकड़ा जिसमे लन्ड बिलकुल हार्ड था और बोली
बड़ी बुआ-मुझे ये पसंद हैं वाह क्या डिक है तेरा बेबी मुझे दिखाएगा नहीं।।
मैं - इसमें क्या है बुआ देख लो और मेने पूरे कपड़े उतार दिए और बेड पर आकर नंगा हो गया बुआ भी आकर बेड पर बैठ गई और मेरा डिक हाथ में लिया

कसम से बुआ के हाथो के टच से लन्ड हार्ड हो गया और मेरे मूंह से बुआ का नाम निकल गया आह कल्पना और बुआ ने नाम सुनते ही लन्ड को हिलाया और मूंह में ले लिया
मूंह मे लेते ही मैं तो मानो जन्नत मे था एक गदराती बदन वाली मजबूत औरत के गुलाबी मूंह में लन्ड देना आह क्या अहसास हैं।।
बड़ी बुआ - हां बेबी क्या लन्ड है तेरा उम्म्म बहुत ही हार्ड है तेरे फूफाजी से शादी हुई तब उनका ही देखा था इसका आधा था और ये हाए बेबी आज तो खा जाऊंगी इसे बहुत सालों से प्यासी हूं।।
में - बुआ आपका ही है बस अब रुको मत अब इससे ज्यादा में अपने आप को रोक नही पाऊंगा और बुआ लन्ड चूसने लगी और अपने बूब्स में दबाके और हार्ड कर रही थीं।।
बुआ बिलकुल एक्सपर्ट की तरह चूस रही थीं आह कल्पना कल्पना क्या चूसती हो तुम पहले क्यों नही चूसा
बड़ी बुआ- क्योंकि मे चाहती थीं तुम मैच्योर हो तब शुरू करूं आह क्या औजार पाया हैं बेबी।।

लन्ड चूसने के बाद मेने बुआ को लेटाया और उनकी चुचियों को चूसने लगा इतना मीठा टेस्ट बिलकुल शहद आह बुआ।।
बड़ी बुआ- पीले मेरे सूरज बेबी सालों से तेरे लिए ये अमृत बचा रखा हैं पीले।।
मैं चूसता रहा फिर मेने उन्हे लिटाकर उनके बदन से खेलते हुए उनकी उस खजाने की पेटी की तरफ बड़ा आह क्या गुलाबी चूत थीं क्या लग रहा था वोह सीन हाए कोई भी अपनी दौलत लूटा दे इसमें की थी वोह चूत

और मेने धीरे से उनकी चूत पर मूंह रख दिया और मानो बुआ तो तड़प उठी अह्ह्ह्ह
बड़ी बुआ- सूरज बेबी आज मत रुक बेबी चूस चाट इसका रस निकाल दे तेरी बुआ तेरी जान कबसे तेरे लिए रुकी हैं आज sab कसर पूरी करदे।।
मैं - हां मेरी जान कल्पना आज इसका ऐसा रस निकाल के दूंगा तुम भी याद रखोगी और चूसता चाटा चूत को और बुआ ने दो बार मूंह पर पानी छोड़ा और मे पी गया अब बारी थीं हमारे मिलन की
बड़ी बुआ- बेबी अब बस बहुत हुआ अब आजा मेरे अंदर मेरे लाल मेरी जान।।
बुआ जितना तड़प रही थीं ऐसा लग रहा था बहुत समय से कभी हवस नही जागी।। और मेने भी बिना देरी करते हुऐ बुआ की चूत पर लन्ड रखा और धक्का दिया तो आधे से ज्यादा लन्ड बुआ की गुलाबी गली में घुस गया

और बुआ चिल्ला उठी
बड़ी बुआ- आ साले मादरचोद एक बार में ही जान निकाल दी तेरी मां की चूत नही हैं आह साले और ऊपर से धक्के दे रहा है आराम से कर
उम्म क्या गरम और मस्त चूत है तुम्हारी बुआ क्या मजा आ रहा है किसी जवान चूत मे ना आए इतना मजा कसम से बहुत ही मजेदार और गरम हो तुम
बड़ी बुआ-आह्ह्ह्ह हम्मम चोद अपनी बुआ को नही अपनी कल्पना को नाम ले मेरा मेरे असली मर्द मेरे बॉयफ्रेंड अह्ह्ह्ह्ह क्या चोद रहा है

और मेने बुआ को डॉगी स्टाइल में करके एक बार में पूरा लन्ड अन्दर डाल दिया और पूरी ताकत से चोद रहा था बहुत दिनो बाद दो चूदाई का मजा मिला है आज तो मजा आगया।।
बड़ी बुआ - ऐसे ही और तेज आज अपनी बुआ को तृप्त करदे मेरे लाल मेरी जान ओह तू सच में मर्द हैं वरना बड़ी जवानी को झेलना हर किसी के बस की बात नही तेरे हर एक धक्के से मेरा जिस्म मचल रहा है क्या बात हैं ऐसे ही।।
और चोद चोद के बुआ को मुझे ना जाने क्यों मां वाली बात याद आई जिसे सुनकर मैं फुल स्पीड से बुआ को चोदने लगा और उनके बालो को पकड़ कर तेज धक्के देना चालू करे

और बुआ को हर तरह से चोद रहा था क्या बदन था ऐसे बदन नसीब वालो को मिलते हे और ऐसे बदन को खुश करना भी हर किसी के बस में नहीं मेरी कल्पना ओल्ड वाइन है क्या गोरा बदन और चबी बॉडी की मालकिन अह्ह्ह क्या सोच के बदन मिला अब तो बाहर की सुखी जवानी भी फेल थीं इसके आगे बड़ी बुआ- बेबी चोद फाड़ दे इस चूत को और जोर जोर से बजा अपनी बुआ की इस चूत को और दिखा दे बेबी की तू सिर्फ मेरा हैं हां बेबी।।

मैं नही मेरी कल्पना तेरी चूत फाड़ने की चीज नही अच्छे से चोदने की है और तू मेरी है समझी मेरे अलावा तेरी कोई अब ले नही सकता समझी और तुझे अब्से ऐसे चोदूंगा की तू भी मुझे कहेगी रुको बहुत हुआ।।
बड़ी बुआ- बड़बड़ाई और क्या पता क्या क्या बोल रही थीं और एसी चालू होने के बावजूद पसीना पसीना हो रही थी और में भी उनकी चूत को डॉगी स्टाइल में चोद के उनकी गांड़ पर हाथ से तबला बजा रहा था।।

बुआ अब करीब 40 मिनिट से चूद रही थीं और इस दौरान कितनी बार झड़ी उनको भी नही पता और बिलकुल मदहोश होकर चूद रही थी।।
बड़ी बुआ- आह सूरज बेबी बस करो तीन बार झड़ चुकी हुं चौथी बार आ रही हुं आज सही मायने में मेरी सुहागरात मनी हैं हाए चोद यार और जोर से चोद

और मे भी उन्हे चोद चोद कर थक गया था और ये पहली बार था मे इतना लेट तक नही झड़ा क्योंकि बुआ जैसी जवानी को चोदना शुरू किया जाए तो इंसान का जिस्म भर जाए मन नही आह्ह्ह्ह कल्पना क्या जिस्म है तेरा
बड़ी बुआ- में आ रही हुं बेबी और बुआ मेरे लन्ड पर झड़ की लेट गई और कांप रही थीं उनकी बॉडी में भी अब बर्दाश्त नही कर पाया तेज धक्के के साथ में भी झड़ने के करीब था तो मेने पूछा कहां आऊं जान
बुआ बोली मेरे मूंह मे आ बेबी इस गरम लावा को लेके और मेने उनके मूंह में अपना मॉल झाड़ा

और आज मेने इतना मॉल छोड़ा था की किसी भी औरत को प्रेगनेंट करदून बुआ सारा रस पी गई और हम दोनो थक कर बेड पर नंगे ही लेट गए||
बुआ और मैं ऐसे ही थक के दोनो एक दूसरे को लिपट के सोगए।।
शाम को जब दीदी बुआ मम्मी घर आई तो दीदी ने कहा।।
काजल दीदी- ये दोनो कहां गए ।।
मां- हां जीजी भी नही दिख रही हैं ।।
छोटी बुआ और रेनू सोफे पर जाके बैठे थे ।।
छोटी बुआ- अरे यहीं होंगे कहां जा सकते है इतनी बारिश में।।
तभी काजल दीदी बुआ के कमरे के तरफ जाती हैं और प्रोब्लम ये थी कि जल्दबाजी में बुआ के रूम का दरवाजा हम बंद करना ही भूल गए थे और बुआ के साथ में दोनो नंगे ही कंबल में किसी नए शादी शुदा जोड़े जैसे सो रहे थे बुआ मेरी बाहों मे लिपट के सो रही थी जब दीदी रूम मे आई तो हम दोनो को देख के बोली।।

काजल दीदी - देखो हम इन्हे ढूंढ रहे है और ये दोनो कितने प्यार से सो रहे है चलो सोने दो इन्हे भाई भी थक गया हो प्रेजेंटेशन के चक्कर में।।
दीदी रूम से निकल के हाल मे आई।।
मां - क्या हुआ काजू कहा है दोनो
काजल दीदी- अरे मां दोनो बुआ भतीजे प्यार से चिपक के सो रहे है।।
मां - अच्छा हैं सोने दो जीजी को भी तो कभी कबर टाईम मिलता हैं और लल्ला भी थक गया होगा काम करके डिनर के वक्त उठा देंगे।।
छोटी बुआ - मेने कहा था ना भाभी दोनों कहां जायेंगे और वोह देखो टेबल पर प्लेट्स रखी शायद खाना वागेरा खाके सो गए हैं सोने दो।।
मां- हां सही हैं सोने दो तुम लोग भी फ्रेश हो जाओ मैं डिनर की तैयारी करती हूं।।
रेनू दीदी- मां मे भी आती हूं आज कुछ अच्छा सा बनाते हैं।।
मां - हां हां क्यों नहीं एक काम करती हूं मटर पुलाव पनीर मसाला और रोटी बना लेती हुं ठीक हैं।।
काजल दीदी- ठीक हैं मां जबरदस्त हैं
इतना कहके दीदी और बुआ अपने रूम मे चली गई।।
इधर बाकी सब लोगो से बेखबर हम दोनो बुआ भतीजे आराम से सो रहे थे की अचानक बिजली से बुआ की नींद खुल गई तो उन्होंने देखा 8 बज रहे है और रूम भी खुला हैं बुआ खबरा गई कहीं किसी ने हमे ऐसे देख तो नही लिया।।
बुआ उठी मुझे उठाया
बड़ी बुआ - उठ जा सूरज बेबी एक प्रोब्लम हो गई हैं ।
में - सोने दो ना बुआ।
बड़ी बुआ - अरे बाबू लगता है कोई रूम मे आया था और शायद हमे देख ना लिया हों।।
मैं- बुआ अब क्या होगा।
बड़ी बुआ- पहले तो तू उठ और कपड़े पहन में भी रेडी होती हूं।।
जैसे ही हम दोनो रेडी होके हाल में आए रेनू और काजल दीदी टीवी देख रही थी सोफे पर।।
और बुआ मां खाना लगा रही थीं।।
मां - अरे वाह उठ गए आप दोनो भी आओ खाना रेडी हैं।।
काजल दीदी- उठ गया हंसो का जोड़ा आओ आओ खाना खाते हैं।।
बड़ी बुआ और मेरी जान में जान आई दोनो एक दूसरे की आंख में देख कर राहत की सांस ली और टेबल पर आगये।।
सबने खाना खाया तो बड़ी बुआ ने पूछा
बड़ी बुआ- करली शॉपिंग सबने क्या क्या लाई हो।।
छोटी बुआ- कुछ नही जीजी अंडर गारमेंट्स हैं और दोनो गुड़िया ने ड्रेस ली है भाभी के लिए सारी।।
में - मेरे लिए कुछ नही लाए आप लोग।।
दोनो काजल और रेनू दीदी बोल पड़ी जी नही और हसने लगी मां बोल पड़ी क्यों चिढ़ा रही हो उसे
सबने खाना खाया और फिर मां ने कहा।।
मां - जीजी वोह में सोच रही थी क्यों ना घर का रेनोवेशन करवा लेते हैं सूरज के रूम में भी हल्का पानी आता हैं और टैरेस भी काफी बेकार हो रहा हैं तो इस वजह से सही भी होजाएगा।।
बड़ी बुआ- ठीक हैं भाभी जैसा ठीक लगे मुझे भी रूम का क्लर चेंज करवाना था वो भी होजाएगा।।
काजल दीदी - बुआ मेरे रूम का भी करवाना है मुझे और शेल्फ बनवानी है एक बुक्स की और।।
रेनू दीदी - मेरे रूम में सिर्फ कलर और लाइट्स का प्रोब्लम हैं।।
मैं बोल पड़ा की छोटी बुआ आपका भी रूम देखलो कुछ करवाना हो तो।।
छोटी बुआ- नही सूरज ज्यादा कुछ तो नही हां सोच रही थी एक बाथटब लगवा लूं बड़ा मन करता है गर्म पानी में लेते रहने का रिलीफ भी मिलता हैं और सुकून में भी।।
मैं - तो ठीक हैं जिसकी रूम की जो रिक्वायरमेंट हैं मुझे व्हाट्सएप करदो आप सब में एक प्रेजेंटेशन बना के किसी इंटीरियर वाले को बोल देता हूं।।
मां - अरे वाह मेरे बाबू कितना ध्यान है तुझे हमारी जरूरतों का।।
बड़ी बुआ- हम बेबी वाकई में जान छिड़कता हैं हम पर लव यू बेबी।।
मैं - इतना प्यार मत दीजिए छोटा सा तो काम है।।
इतना कहके में रूम चले जाता हूं और बाकी सब भी।।
फिर करीब रात के 11 बजे मेरे फोन पर कल्पना का फोन आया।।
(यहां में बड़ी बुआ की जगह कल्पना लिखूंगा अब)
कल्पना - बेबी कहां हैं आजा जल्दी।।
आया बस 5 मिनट में।।
ये बोलके में धीरे से उनके कमरे की तरफ बढ़ा इधर उधर देखा सब सो रहे हैं जल्दी से गेट खोलके अंदर चला गया जैसे ही अंदर जाके मेने देखा मूंह खुला का खुला रह गया।।

बुआ बेड पर किसी सेक्सी पोर्नस्टार की तरह मेरा वेट कर रही थी।।
मेरे अंदर जाते ही उन्होंने उनका नाइट गाउन उतार और मेरे पास आई और आके किस करते हुए बोली।।
कल्पना - बेबी कहां रह गया था कबसे वेट कर रही थी।।
में - अरे थोड़ा काम का प्रेशर था फाइल्स भिजवानी थी न्यू प्रोजेक्ट्स की तो उसमे टाइम होगया में तो भूल ही गया था वोह तो आपका कॉल आया तो याद आया वरण में तो सो जाता।।
कल्पना - बेबी इतना स्ट्रेस अच्छा नही इस उम्र में काम होजाएगा अब थोड़ा हमारा भी ख्याल रख लो।।
इतना बोलके बुआ ने मेरे लोअर को उतारा और सैंडो मेने ही उतार दी और दोनो बेड पे जाके लेट गए।।

कल्पना - बेबी तुझे कितनी बार कहा में हूं हम सब है टेंशन मत ले।।
मैं - जी बुआजी वैसे आप आज बहुत ही खूबसूरत लग रही है।।
कल्पना- अच्छा तो रोज नंगी रहूं तेरे लिए तभी अच्छी दिखूंगी क्या वोह सब छोड़ और आजा अब बुआ को थोड़ा रिलीफ दे।।
बस इतना कहना था मे भी पूरा नंगा होगया और बुआ भी धीरे मेरे लन्ड की ओर कातिल भरी नजरों से देख रही थी जैसे खा जायेगी आज।।
धीरे उन्होंने लन्ड को मसलना शुरू किया और मानो में किसी आकाश मे था हाय क्या अहसास हैं।।
कल्पना - बेबी तुझे अच्छा तो लगता है ना ये सब
हां बुआ क्यों नहीं आपके जैसा जिस्म जिसे मिल जाए उसे और क्या चाहिए।।

बुआ मेरे लन्ड को किसी लॉलीपॉप जैसे चूस रही थी वाकई बुआ का जवाब नहीं था ऐसा बदन और इस उम्र में भी वोह किसी नई लड़की को भी मात दे दे इसमें का था।।
फिर चूसते चूसते बुआ कभी मेरी आंखों में देख के कातिल स्माइल देती तो कभी लस्टी सी और करीब 10 मिनट तक उन्होंने मेरा लन्ड चूसा पर मेरा मॉल इतनी जल्दी नहीं निकलना था तो मैने बुआ से कहां।।
मैं- बुआ अब आप का वो रस में चूसता हूं ताकि आपको भी सेटिस्फेक्शन मिले।।
कल्पना- बेबी तेरे इसी नेचर की वजह से ही तो तुझपे सब फिदा होते हैं आजा और चूस ले mera रस मेरे लाल मेरी जान।।

और मैने बुआ की चूत को चाटना चालू किया क्या नमकीन जैसा स्वाद था बुआ का क्योंकि बुआ को देख के लग रहा था कि वो अपने हर अंग की सफाई रखती हैं इसलिए सब दूर से खुशबू ही थी।
जब चूत में चाट रहा था बुआ काफी सिसकारियां भर भर के मेरा मुंह चूत पे दबाकर बोल रही थीं।।
कल्पना - आह मेरे लाल क्या जादू कर रहा हैं अंदर अजीब से खुजली लगी और चूस जान कितने दिनों कितने सालों से सबसे बचाकर मेरे लाल मेरे बेबी के लिए रखी थी आज मत रुक खा जा चूस ले और आह आह आह आह आह मेरी जान ही लेगा क्या बेबी थोड़ा धीरे काटे मत तेरी मां की काटना काटना हो तो।
मे भी मां का नाम सुनके क्या पता होश खो बैठा और चूस के काट के बुआ की चूत लाल करदी इस बीच बुआ भी झड़ चुकी थीं।

कल्पना - ओह बेबी आह मेरी बाहों मे आजा जान आज वाकई में तूने मुझे तृप्त कर दिया जान ओह आज से पहले ये अहसास नहीं था पर मेरी जान को सब पता हैं I Love you बेबी
मैं - I love you too मेरी कल्पना।।
मैंने कहा बुआ आज में थोड़ा थक गया हूं तो आपको खुश कल करूं चलेगा।।
तभी अचानक बुआ ने मुझे हल्के हाथों से थप्पड़ मारा और बोली अब तू मुझसे परमिशन लेगा बेबी तुझे जो ठीक लगे कर मेरी जान में सिर्फ अपने फायदे और जिस्म की पूर्ति के लिए नहीं चाहती हूं तुझे तू वाकई मेरी जान हैं।।
मे- थैंक्स बुआ I Love you
कल्पना - लव यू टू बेबी चल अब आजा मेरी जान मेरी बाहों में हम दोनों अपने ख्वाबों की दुनिया में चलते हैं और सो जाते हैं।।
और बुआ और में दोनो लिपट कर सो गए।। हम दोनो बहुत ही रिलैक्स फील कर रहे थे एक दूसरे की बाहों में।।
सुबह के 10 बजे मां की आवाज आई थी तब बुआ की नींद खुली मुझे सोता देख वो खुद उठी और मुझे सर पर चूम के दरवाजा खोलने गई बाथरॉब पहन के।।
मां - गुड मॉर्निंग जीजी।।
कल्पना - गुड मॉर्निंग भाभी कैसी हो।।
मां - बस बढ़िया आप दोनो आज भी लेट तक सो रहे हो।।
कल्पना - हां भाभी बेबी के साथ सोने में वक्त का पता ही नहीं चलता कब नींद खुले वैसे भी काफी थक गया था।।
मां - अच्छा मेरे लाल को इतनी आदत नहीं हैं जिम्मेदारी की इसलिए थक गया होगा उसे सोने दो आओ हम चाय नाश्ता करते है।।
कल्पना- हां आप चलिए में फ्रेश होके आती हूं।
बुआ फ्रेश होके नहाकर निकली और मुझे किस करके बोली कल्पना -बेबी उठ जाओ 10 बज रहे हैं।।
मैं - हम उठ रहा हूं आप चलो।।
बुआ ब्रेकफास्ट के लिए गई तो छोटी बुआ काजल दीदी और मम्मी सब बैठे थे नाश्ते के लिए।।
काजल दीदी - अरे वाह मेरी बुआ आजकल काफी लेट उठती हैं क्या बात हैं सब ठीक तो हैं।।
(दोस्तों सबको बार बार दीदी बोलने बुआ बोलने की जगह नाम लिखूंगा ठीक हैं और मां को भी नाम से)
कल्पना - हां वोह क्या हैं ना सूरज बेबी साथ सोता है तो लगता है अपने बच्चे के साथ सो रही हूं टाइम का ध्यान ही नहीं रहता हैं।।
काजल - हमे तो कभी नहीं सुलाया अपने पास आपने।।
कल्पना - तो आज सो जाना मेरी बिल्ली कितना जलन करती है।।
मां - अरे जीजी काजल तुम दोनो शुरू होगए ये बताओ कि घर का रेनोवेशन का क्या करना हैं क्योंकि रेनोवेशन में टाइम तो लगेगा और रूम भी खाली करने होंगे क्या करें।।
रानी - अरे भाभी एक काम करते हैं जब तक रेनोवेशन चल रहा हम सब दूसरी जगह शिफ्ट हो जाते हैं।।
कल्पना - तू भी छोटी बिल्कुल पागल हैं एकदम से कहीं और कैसे सेटल होंगे माना हम इंडिपेंडेंट हैं बट सब लेडिस हैं और मेरा बेबी वोह भी तो छोटा है जमाना खराब हैं कल से अकेले में कोई ताक में रहके कुछ भी हरकत कर सकता हैं।।
मैं आराम से सोके उठा तो बाहर से आवाज आई तो में फ्रेश हुआ और टेबल पे जाके बैठ गया पर शायद मेरा सिर दर्द काफी बढ़ गया था कल रात जागने से और लैपटॉप पे काम करने से की अभी तक पेन था मुझे सबने बोला उठ गया गुड मॉर्निंग पर पता नहीं मेने ध्यान नहीं दिया और बिना जवाब दिए सोफे पे लेट गया।।
काजल- ये इसे क्या हुआ अभी सोकर उठा फिर सोफे पर लेट गया।।
रानी- मुझे लगता है बेबी को फीवर है शायद इसलिए थका हुआ लग रहा हैं।।
मां घबरा के मेरे पास आई बोली।
मां - क्या हुआ मेरे बच्चे सब ठीक हैं ना मेने धीरे से मां को देख आंखे खोली तो मां सोफे पर बैठी और मैने अपना सिर उनकी गोद में रखा और कहा।।
मैं - मां सर काफी दर्द कर रहा हैं
पर मां ने मेरे सिर और चेस्ट पे हाथ रखा था तो उन्हें पता चल गया ये बारिश का वायरल फीवर हैं।।
मां - जीजी इसे तो बुखार हैं शायद जभी इसे दर्द भी हो रहा हैं।।
कल्पना - बेबी क्या हुआ बच्चे और बुआ मेरे पैर की तरफ बैठ गई मेरे पैर गोद में रखे और तलवे को घिसने लगी बोली
कल्पना - भाभी इसके पैर भी ठंडे हैं डॉक्टर को बुलाना पड़ेगा
काजल गुड़िया डॉक्टर को कॉल कर अर्जेंट आएं।।
इतने मे रेनू नीचे आई तो बोली क्या हुआ इसे
रानी- बच्चे इसे फीवर और हेडच हो रहा हैं सब लोग काफी चिंतित थे और काजल दीदी ने डॉक्टर को बुलाया बट बारिश थी तो उन्होंने शाम को आने का कहा।।
काजल - अब क्या करें डॉक्टर मौसम के कारण शाम को आयेंगे।।
मैं - आप लोग टेंशन ना लो में ठीक हूं थोड़ा आराम करूंगा तो ठीक होजाएगा।।
मां तो रोने ही लगी अब क्या करें किसे बुलाए मौसम भी खराब हैं जीजी कुछ तो करो अब एक मां की ममता तो होती ही है ऐसी।।
कल्पना - भाभी आप क्यों रो रही हों कुछ नहीं होगा मेरे कमरे में मेडिकिट है डॉक्टर को कॉल करके पहले बेबी का

नाप के बताती हूं डॉक्टर को फिर अपने पास जो मेडिसिन है उसमें से कौनसी देना हैं पूछती हूं।।
फिर कल्पना ने डॉक्टर से बात करी मेडिसिन दी डॉक्टर ने जब कहा कि घबराए नहीं नॉर्मल हैं सब तब जाके सब को तसल्ली हुई।।
मां - मना करती हूं इतना स्ट्रेस मत ले सब काम होजाएगा पर नहीं अबसे तूने मेरी बात नहीं मानी तो बात करना मत मुझसे।।
मैं - जी मां ठीक हैं।।
रानी- हां बेबी आराम कर तू सब है ना यहां क्यों काजल रेनू।।
दोनो बोली हां सब है तू टेंशन मत ले और सब फिर मुझसे गले मिले और सोफे पे आके बैठ गए में मां की गोद में ही लेटा रहा।।
रानी - अच्छा जीजी आप ही बताओ फिर रेनोवेशन में क्या कर सकते हैं।।
में - क्या हुआ ऐनी प्रोबलेम बुआ।
रानी - नहीं बस काम स्टार्ट करना है तो शिफ्ट करे हम सब कहीं या नहीं वोही जीजी से पूछ रही थीं।।
कल्पना - देखो शिफ्टिंग नहीं करसकते कुछ और ऑप्शन निकालो।।
काजल - बुआ क्यों ना हम पीछे ऑफिस में शिफ्ट होजाएं।।
मां - बच्चे वोह सिर्फ दो रूम का हैं ऑफिस और वॉशरूम भी attached हैं कुछ और सोचो।।
कल्पना बुआ शायद मन ही मन कुछ सोच रही थीं और बोली देखो शिफ्ट नहीं करेंगे ना पीछे ऑफिस में रहेंगे।।
काजल - तो क्या करें बुआ आप बताओ।।
रानी-हां जीजी अब आप ही बोलो।।
मैं - वेल में क्या कहता हूं इस रेनोवेशन में एक महीना तो लगेगा ही और बारिश का मौसम भी हैं तो क्यो ना हम किसी बीच या आयलैंड पर चलें ताकि एनवायरनमेंट भी चेंज होगा और सब आराम भी करेंगे मस्ती भी और यहां सीसीटीवी तो है ही और रेनोवेशन वैसे भी हमारे ऑफिस की पुरानी कंपनी करेगी तो टेंशन भी नहीं रहेगी कैसा है idea।
सब लोग चुप थे और फिर एक साथ बोले।।
वाह क्या सॉल्यूशन है भाई हां बेबी सुपर्ब हां भाई बढ़िया हैं मेरा बेबी बट मां ने कुछ नहीं कहा था।
काजल- मां तुम्हे idea पसंद नहीं आया क्या।।
मां - ऐसी बात नहीं है इसकी तबियत ठीक नहीं है kaam है यहां कैसे जायेंगे और कैसे एंजॉय करेंगे।।
कल्पना - डोंट वरी भाभी सब होजाएगा।
मां - ठीक हैं फिर जिसमें सब खुश में भी खुश इतना कहके मां ने मुझे किस किया और फिर।।
रेनू - तो जायेंगे कहां।।
रानी - गोवा चलें क्या मजा आएगा।।
काजल- हां बुआ गोवा चलते हैं।।
कल्पना - देखो जहां भी जायेंगे ऐसी जगह हो जहां फालतू चीप मेंटालिटी के लोग ना हो ओके सैफ लगे और सही हो फ्रीडम हो।।
मां - हां जीजी सही हैं सूरज की तबियत भी ठीक नहीं है ऊपर से हम सब लेडी।।
मैं बोल पड़ा मां आप लोगों को कोई कुछ बोले तो में छोडूंगा नहीं किसी को।
काजल - शांत मेरे हीरो कल्पना बुआ आप बताओ जब आपने ये पॉइंट उठाया है तो।।
कल्पना - अच्छा सुनो एक तरीका हैं एक चीज हो सकती हैं।।
मां - क्या जीजी।
रानी-हां दीदी जल्दी बताइए।
कल्पना - मेने सुना हैं कि स्वीडन अमेरिका और दुबई कुछ प्राइवेट आयलैंड हैं जहां लोग वीकेंड या अपनी बाकी की जिंदगी मजे से जीते हैं उन्हें लेकर रेंट पे या खरीद कर एक बार वहां बात कर सकते हैं।
मैं - पर बुआ यहां की अपडेट्स कैसे लेंगे वहां काम कैसा चल रहा है या ऑफिस से कुछ इंपोर्टेंट निकला तो।।
कल्पना- अरे बेबी परेशान मत हो पहली बात काम की अपडेट्स के लिए हम जिस कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट देंगे उन्हें घर की जिम्मेदारी की डीड साइन करवा के देंगे कि सब प्रोपर मिले नहीं तो हम केस या क्लेम कर सकते हैं हमारी चीजों के लिए और दूसरी बात ऑफिस की तो अभी जो तेरे प्रेजेंटेशन हैं वो दो महीने में ऑफिस से कंप्लीट होगा तो तू तेरा टेक्निकल काम 1-2 दिन में खत्म करले बाकी सब भी अपना काम जमा के निकलेंगे मेरा तो ये मानना हैं आगे सबकी हां हो तो डिसाइड करते हैं फाइनल।।
काजल - ओके बुआ में भी हॉस्पिटल में बात करती हूं।
रेनू - में भी कॉलेज में देखती हूं एग्जाम्स कब हैं।।
रानी- मेरे स्कूल में तो समर वेकेशन हैं बट फिर भी अर्ली कुछ काम प्रिपेयर करना हो तो बात करलेती हूं।।
मां - हम्ममम देखलो आप सब अगर सबका जमेगा तो ठीक हैं नहीं तो कुछ और देखेंगे।
कल्पना- जी भाभी सही कहा आपने।
मैं - ओके मां भूख लगी हैं क्या बनाया हैं आपने।।
मां - देखा बातों में नाश्ता ठंडा होगया रुको में गर्म करके लाती हूं।।
कल्पना - कोई बात नहीं भाभी पराठे ठंडे भी अच्छे लगते हैं सब खा लेंगे।।
काजल - हां मां आप टेंशन मत लो।
सब लोग नाश्ता करके अपने अपने काम को हैंडओवर करने में लग गए बुआ के अकॉर्डिंग में भी बैठ के ऑफिस से हेड ऑफिस में बात करने लग गया।।
आज फिर एक बात मेने नोटिस की रानी बुआ जब भी कॉल आता था दूर जाके बात करती थीं समझ नहीं आ रहा था तो मैने सोचा आज जाके उनसे बात करूं।। पर थोड़ी दूर जाकर उनके रूम की विंडो से मुझे सुनाई दिया कि बुआ किसी से फोन पे बात कर रही थीं।
रानी- तुम क्यों मुझे परेशान कर रहे मुझे अकेला छोड़ क्यों नहीं देते देखो में थक गई हूं और तुम्हारे ताने भी बर्दाश्त नहीं होते इतना कहके बुआ ने कॉल डिस्कनेक्ट किया और बेड पे लेट के रोने लग गई।।
में अंदर गया और रूम बंद करके बुआ के पास गया उन्हें उठाया तो वो उठते ही मेरे गले लग गई और रोने लगीं।

और कहने लगी।
रानी- बेबी मुझे इस इंसान ने परेशान कर रखा हैं मेरी लाइफ स्पाइल करदी और अब टांट मारता है कि तुम्हे अंडरस्टैंडिंग नहीं आई वरना आज हम साथ होते वापस आजाओ कबतक रखेंगे तुम्हारे घरवाले।।
मैं - बुआ आपका फोन कहां हैं मुझे दीजिए।।
रानी- तू क्या करेगा बेबी।।
मैं - आप देखते जाइए मेने फोन कनेक्ट किया हेलो।
अननोन- कौन।
मैं - सूरज बोल रहा हूं आप जो ये ओछी हरकते कर रहे हैं मेरी बुआ को तंग कर रहे हैं बंद कर दीजिए वरना कल ही कमिश्नर अंकल को बोलके आपका इलाज करदूंगा आइंदा से मेरी बुआ को कॉल मैसेज या परेशान किया तो अच्छा नहीं होगा में मेरी बुआ को जीवन भर प्यार से अपनी पलकों पे बैठा के रखूंगा समझे आप गेट लास्ट।।
अननोन- सारी सूरज आइंदा से कभी कॉल या मैसेज नहीं आएगा।।
मैं - बढ़िया अब अगर ऐसा हुआ तो नोटिस आएगा आपके पास या आपसे मुलाकात पुलिस स्टेशन में होगी।।
मेरे पिताजी के देहांत के पहले जब बिजनेस सेट था तब पिताजी के व्यवहार पुलिस पॉलिटिक और बड़े लोगों से अच्छे थे शायद यही वजह थी कि अब वोह पहचान हमे मदद कर रही थीं।।
बुआ ने ये सब मेरे मुंह से सुनके मुझे गले लगाकर कहा बेबी थैंक यू I love you बेबी तू इतना चाहता है मुझे।।
मैं - बुआ मेरे लिए आप पांचों मेरी फैमिली से ऊपर कोई नहीं।
बुआ की आंखों में प्यार के आंसू थे और शायद एक अजीब सी चाहत थी जो मेरे लिए उनके दिल में उठी थी उन्होंने मुझे एकदम से

किया जिसके जवाब में मेने भी हल्का हल्का सा

स्टार्ट किया
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और एक अच्छा सा स्मूच हमने 10 मिनट तक करके एक दूसरे के गले लग गए टाइट हग था वोह एक पैशनेट किस और हग था मेने भी जल्दी बाजी में उन्हें गोद में लेके बूब्स प्रेस करदिए उनके ड्रेस को नीचे से उठाए
और फिर हम अलग हुए कल्पना की आवाज से तो मैने बुआ को बाय बोलके बाहर आकर टेबल पर बैठ गया।।
दिन में सबने अपने अपने काम के लिए बात की हैंडओवर कैसे करे मैनेज कैसे करे और इस तरह शाम हो गई शाम को सब हाल में आए क्योंकि में टीवी पर मूवी देख रहा था।।
कल्पना - क्या हुआ तुम लोगों का डिसाइड हुआ कुछ।।
काजल- हां बुआ मेरा तो हॉस्पिटल से होगया बीकॉज कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है हॉस्पिटल का थोड़ा तो जो पेशेंट थे उन्हें इस वीक हेल्दी होने के बाद लीव दिया हैं और न्यू पेशेंट कोई एडमिट नहीं कर रहे हैं इस काम के चक्कर में सो डॉक्टर का कहना हैं कि मैनेजमेंट और स्टाफ डॉक्टर भी तब तक लीव पर रहे जब तक काम चल रहा हैं सैलरी सबको बराबर मिल जाएगी।।
मां - बढ़िया हैं मेरी गुड़िया नुकसान भी नहीं हुआ काम का और तेरी सैलरी का।।
रेनू - मां मेरे भी एग्जाम्स दो मंथ के बाद हैं सो मुझे भी कोई इश्यू नहीं हैं।।
इतने मे रानी बुआ नहाकर एक ब्यूटीफुल सारी पहन के आई जिसमें वोह तो सुंदर लग ही रही थीं उनके चेहरे पर भी खुशी थी शायद आज उस इंसीडेंट के बाद उनका स्ट्रेस कम हुआ होगा बुआ सारी में एक दम नई नवेली वेडिंग दुल्हन जैसी लग रही थीं।।
और आकर सोफे पर बैठ गई।

कल्पना - अरे छोटी तू तो आज काफी प्यारी लग रही हैं क्या बात हैं न्यू कोई बॉयफ्रेंड मिल गया क्या।।
काजल- हां बुआ बताओ भी आज इतने सुंदर होने का कारण क्या हैं।।
रानी- अरे बाबा क्या ऐसी ही तैयार नहीं हो सकती मेरा मन था आज ट्रेडिशनल पहनूं इसलिए पहना और वैसे भी अब रिलेशनशिप से भरोसा उठ गया है मेरा इसलिए मेरी इच्छा नहीं है अब मेरी में मेरे बच्चों और भाभी के साथ ठीक हूं।।
मां - क्यों परेशान कर रहे हो अच्छी तो लग रही हैं मेरी छोटी नजर ना लगे किसी कि।
रेनू - लगता है भाई को अच्छी नहीं लग रही आप इसलिए कुछ बोल नहीं रहा हैं।
रानी -क्या हुआ बेबी तुझे अच्छी नहीं लगी में उनकी आंखों में सवाल था क्या सच में बेबी?
मैं- अरे नहीं आप वाकई आज कमाल लग रही हो।।
कल्पना - मुझसे भी अच्छी बेबी।
मैं - नहीं आप भी अच्छी हैं।
रानी - मतलब में भी ऐसा बेबी?
काजल- अच्छा फंस गया आज भाई।
मां - क्या जीजी फसा दिया आपने लल्ला को।।
और सब हंस रहे थे जोर जोर से में उठ के टैरेस पे चले गया
सबने कहा अरे रुक कहां जा रहा हैं में ऊपर चले गया और सोचने लगा कि मुझे समझ नहीं आ रहा हैं पहले मुझे कल्पना अच्छी लगी और कल के बाद जो हुआ और आज जो मेने रानी को देखा तो देख के मुझमें इतनी बेचैनी क्यों हो गई समझ नहीं आरहा मेने सोचा एक लॉन्ग ड्राइव पे चलते हैं और मैने थार की चाभी ली और निकल गया।।
सबने पूछा कहां जा रहा है मेने कहा आता हूं एक राइड लेके और फिर राइड लेके में एक पहाड़ी रोड साइड पहुंच गया
और एक चाय की शॉप जो पहाड़ों पे थी रुका और चाय लेकर सोचने लगा कि क्या जो मेरे और बुआ के बीच हुआ सब नॉर्मल था कहीं कुछ भूल तो नहीं होगई क्योंकि मुझे अब रानी को देख के भी वोही सब लग रहा है जो कल्पना के लिए फील होता हैं क्या करूं कुछ समझ नहीं आरहा है और थोड़ी देर में पहाड़ी पर कार लगाके सोचता रहा
और कब आंख लग गई कार में पता ही नहीं चला।
जब नींद खुली तो में उठा देखा तो 6 बज रहे थे शाम हो चुकी थी फोन पे बुआ दीदी मां के मिस कॉल थे फोन साइलेंट था मेने गाड़ी स्टार्ट की और करीब आधे घंटे में घर पहुंचा तो कल्पना मुझसे लिपट गई और बोली।
कल्पना - बेबी तुझे अगर बुरा लगता है तो मजाक नहीं करेंगे तू ऐसे मत जाया कर कॉल भी नहीं उठा रहा हम डर गए थे।।
रानी - सौरी बेबी तुझे अब नहीं चिढ़ाया करेंगे।।
मां - बेटा तू गुस्सा होके कहां गया था।
काजल रेनू - हां बोल भाई।।
सब का इतना बोलना हुआ कि में बोल पड़ा।
मैं - यार आप लोग कुछ भी मत सोचा करो थोड़ी देर फ्रेश होने गया था कार एक पहाड़ पे लगाके शांति से बैठा था नींद लग गई फोन साइलेंट था और आप लोग अपना परसेप्शन मत बनाया करो नाराज है ये है वोह हैं मेरी क्या इच्छा मुझे पता है आप सब से गुस्सा होके जाऊंगा कहां l।
कल्पना - ओह्ह्ह्ह बच्चे सारी यार I Love you।।
मां - जीजी मेरा लल्ला बड़ा होगया हैं सब समझता हैं क्यों बाबू।
और फिर सब हसने लगे और डिनर के लिए बैठ गए आज मां ने पुलाव और पूरी सब्जी बनाई थी खाते हुए फिर रानी ने बात छेड़ी।
रानी- जीजी मेरा तो सब काम सेटल कर दिया कोई दिक्कत नहीं जब तक रेनोवेशन चले।।
काजल- मेरा भी होगया।
रेनू - मेरा भी बुआ।
मैं - मेने भी सब सिस्टेमेटिक कर दिया हैं बस लैपटॉप लेके चलूंगा तो बताओ अब चलना कब हैं और कहां चलना है तो पैकिंग भी करनी होगी उस हिसाब से।।
कल्पना- हम्ममम तो हम दुबई जा रहे है वहां से हम अपने प्राइवेट

जायेंगे जिसका नाम हैं vacate बीच।।
काजल - wow बुआ मजा आने वाला हैं।
रेनू- हां बहुत।
मां - चलो अच्छा हैं सबका काम भी होगया अब चल सकते हैं वैसे भाभी कैसी जगह कैसी पैकिंग करें कपड़े कैसे रखें मौसम गर्म हैं या ठंडा।।
कल्पना- भाभी और मेरी भतीजियों मौसम गर्म है क्योंकि बीच हैं प्राइवेट अपना और एक विला है जिसके सामने

हैं तो कैजुअल और स्विम वेयर ही रखेंगे और थोड़ी ड्रेस या टॉप वैसे तो वहां सब बिकनी ब्रा पैंटी या स्विम सूट में ही टाइम निकालते हैं ।
काजल - हां बुआ सच्ची पर सूरज के सामने ये सब।
मैं - कोई बात नहीं दीदी सब नॉर्मल है आजकल आप लोग कोई अनजान थोड़ी हो।।
मां - फिर भी तुम लोग और जीजी पहन सकते हो में नहीं।।
रानी - क्यों नहीं हम सब पहनेंगे तो आप क्यों नहीं।।
कल्पना - हां भाभी सब अपने ही है और सुनो में तो कल मॉल जाऊंगी बिकनी ब्रा पैंटी के लिए 1 महीना जो रहना हैं जिसे चलना हो चल देना।।
काजल रेनू - हां हां हम दोनो चलेंगी l
मां - आप लोग जाओ में नहीं जाऊंगी।।
रानी - भाभी टेंशन क्यों लेती हो में भी जाऊंगी hum पांचों चलेंगे।
मे - और में मुझे भी

के लिए शूट्स शॉर्ट्स सनस्क्रीम लेना हैं और शर्ट्स।
कल्पना - तो ठीक है कल सब मॉर्निंग में चलते है और परसो की टिकटों का अरेंजमेंट करलेंगे वैसे भी कल सुबह इंजीनियर आयेगा उसे चाभी हैंड ओवर करदेगे और पेपर साइन करवा लेंगे।।
सबने हामी भरी और खाना खाकर सब सोने चले गए और आज सब जल्दी सो गए थे।।
और फिर अगली सुबह सब उठे और नाश्ता वगैरा करके इंजीनियर को चाबी डॉक्यूमेंट्स देके सब मॉल के लिए xuv में निकल गए मॉल पहुंचते है बुआ मां दीदी सब अपने सामान के लिए गए में अपने मेने तो अपने लिए शॉर्ट्स क्रीम ली पर उन लोगों ने काफी टाइम लगाया सब बिकनी ब्रा पैंटी लेने में लग गई।
सेल्सगरल- यस में बोलिए क्या बताऊं।।
कल्पना - हम पांचों को ब्रा पैंटी और बिकनी दिखाओ 10-12 पीस हर एक को चाहिए हम वेकेशन पे बीच जा रहे है एक महीने के लिए।।
सेल्सगरल- ओके आप सब आजाएं सलेक्ट कर ले।।
सब ने अपनी पसंद की ट्राई की पहनी देखी
कल्पना
काजल
मां
रानी
रेनू

और पैक करते गई सबने बहुत सारी बिकनी पैंटी क्रीम सब लिया और बुआ ने मेरे लिए अलग से लिंगरी ली जो वोह सेक्सी दिखने के लिए ले रही थी और मन ही मन हस रही थीं लगभग 2 घंटे तक में कार में बैठा रहा सब 3,4 बैग लेलेके आई और बैठी और मैने गाड़ी स्टार्ट करी और घर आकर सब सोफे पर बैठी और काजल बोली।
काजल - बुआ मेने तो 7 बिकनी और 8,10 ब्रा पैंटी ली।।
रेनू - मेने तो 15 जोड़ी सिर्फ बिकनी ही ली।
कल्पना- मेने भी गुड़िया 8,10 ब्रा पैंटी लिंगरी और बिकनी ली।
रानी - में तो सिर्फ ब्रा पैंटी ही पहनूंगी इसलिए 21 पीस लिए हैं।।
में - बाप रे इतनी सारी ली।।
मां - मेने भी 5 ब्रा पैंटी और कुछ बिकनी ली और में सारी भी पहनूंगी।।
कल्पना - अच्छा सब पैकिंग स्टार्ट करले कल दोपहर 12 बजे फ्लाइट हैं और कल सुबह चाभी देके निकलना हैं सब अपने अपने कमरे में जाके पैकिंग करने लगे और बैग्स जमा कर लिए कार्ड्स और जो जरूरी चीजें थी लेली।।
अगली सुबह हम सब तैयार होकर निकले तो मानो बिजली गिरी मेरी पांचों अमानत किसी भी हीरोइन से अच्छी लग रही थीं और फिर हम फ्लाइट लेके

के लिए निकले और फिर शाम होते होते बीच पे हमारे विला पे पहुंचे।।