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आखिर पूजा चुद ही गई
नमस्ते दोस्तों मैं राज आप सब को अपने जीवन की सच्ची घटना को बताने जा रहा हूँ कि कैसे मेरी पत्नी पूजा अपने बचपन के दोस्त सनी से चुद गई।
दोस्तों मैं अपने परिवार के साथ नोएडा में रहता हूँ।मेरी शादी को दस साल हो गए हैं।मेरे दो बच्चे हैं।मेरी पत्नी पूजा एक बहुत सुंदर शरीर की मालकिन है जिसे कोई एक बार देख ले ज़रूर उसको चोदने का मन करे ।
एक दिन मैं नेट पर बीबी की चोरी छुपे चुदाई की कहानी पढ़ी तो मेरे मन में भी एक तमन्ना जगी कि काश पूजा भी किसी से चुदवाये तो कितना मज़ा आता।अब मैने सोच लिया कि कैसे भी करके पूजा को किसी और से जरूर चुदवाना है।अब मैं जब भी पूजा को चोदता तो उसको तो उसके झड़ने से पहले खुद झड़ जाता ।पूजा प्यासी रह जाती । मैं उससे किसी और से चुदवाने की बात कहने लगा पर वह गुस्से में मना कर देती ।पर मैने हार नहीं मानी और धीरे धीरे पूजा के मन दूसरे से चुदने की इच्छा बन गई।
इधर कुछ दिनों से पूजा कुछ उदास रहने लगी थी क्योंकि उसकी चुदाई से सन्तुष्टि नहीं हो पा रही थी। एक बार पूजा अपने मायके गई और वहाँ से वापिस लौट कर आयी तो बड़ी खुश लग रही थी । मैने पूछा तो बात को टाल दी। बाद में पता चला कि इस बार वो अपने बचपन के दोस्त सनी का नम्बर लेकर आई थी। दोनों बचपन में बहुत प्रेम करते थे पर एक गोत्र के कारण शादी नहीं कर सकते थे।अब वो दोनों फोन पर काफी देर तक बात करते थे।वो जो भी बात करते उसे मैं रिकार्डिंग में सुनता था। कुछ दिन तो नार्मल बात हुई फिर बात सेक्स की तरफ मुड़ गई । सनी को पता चल गया कि पूजा अपने पति से संतुष्ट नहीं है।वो अब पूजा से कहने लगा कि वह एक बार उसे चोदना चाहता है पूजा भी यही चाहती थी पर शर्म से कुछ कह नही पाती थी।सनी जब ज्यादा जोर देता तो पूजा उससे कहती कि वह अपने पति को धोखा नहीं दे सकती और सिर्फ अपने पति से ही चुदवा सकती है।पर सनी ने हार नहीं मानी और पूजा को पटाने में लगा रहा और कुछ हद तक कामयाब हो गया। पूजा को भी सनी की सेक्सी बातों में रस आने लगा था और उसकी चूत से रस की धारा बहने लगी थी। एक बार सनी ने पूजा को अपने लन्ड की फ़ोटो भेजी थी जिसे देख कर पूजा मस्त हो गई।सनी का गोरा 8 इंच का बड़ा मस्त दिख रहा था और उसका लाल सुपाड़ा बहुत मोटा था । सुपाड़े के छेद से उसका कामरस दिख रहा था।उसे देख कर पूजा की चूत ने पानी छोड़ दिया।उसने मुझे सनी के बारे में बता दिया था। मैंने उसको बोला सनी के साथ तुम्हारी बढ़िया जोड़ी है । यार कम से कम तुम एक बार मेरे कहने से सनी से चुदवा लो तुम्हें बहुत मज़ा आएगा।पूजा ये सुनकर मस्ती में आ गई पर ऊपर से बोली कि देखेंगे। पर मैं अब सोच लिया था कि चाहे जैसे हो एक बार पूजा को सनी से ज़रूर चुदवाना है।अब मैं जब भी मौका मिलता पूजा से सनी की बात करता कि वह तुम्हें कैसे चोदेगा कैसे तुम्हें प्यार करेगा कैसे तुम्हारी चूत में अपना लन्ड डाल कर जोरदार धक्के मारेगा।फिर मेरी कोशिश रंग लाई और हार कर पूजा सनी से चुदने के लिए तैयार हो गई।
एक बार हम वृन्दावन और आगरा घूमने गए।उधर से सनी भी अपनी बीबी को लेकर आया था।हम एक दिन वृन्दावन रुक कर अगले दिन आगरा जाने वाले थे।पर सनी की बीबी की तबियत खराब हो गई और मेरे घुटने में मोच आ गई तो सब परेशान हो गए। पर सनी की बीबी ने पूजा से कहा कि वह दोनों बच्चों के साथ घूम आये। तो ये तय हुआ कि सनी और पूजा बच्चों को लेकर जाएंगे और अगले दिन वापस आएंगे।
अब आगे की कहानी पूजा की जुबानी
मैं सनी के साथ कुछ सामान लेने गई थी तो रास्ते में सनी ने मेरा हाथ पकड़ लिया जिससे मेरा बदन गनगना गया। मैने अपना हाथ छुड़ा लिया तो सनी बोला यार पूजा मौका अच्छा है चलो आगरा में मज़े करते हैं तो मैने कहा मैं अपने पति के अलावा और किसी के साथ नहीं करूंगी । सनी ने कुछ सोचा और मुझे लेकर निधिवन आया और वहाँ से राधा रानी के लिए प्रशाद लिया जिसमें श्रृंगार का सारा सामान था हमने वहां प्रशाद चढ़ाया तो पण्डित ने हम दोनों को जोड़ी सलामत रहे का आशीर्वाद दिया। मै बोलने वाली ही थी कि सनी ने मेरा हाथ दबा कर चुप रहने को कहा।पण्डित ने आशीर्वाद दिया और प्रशाद को वापस कर दिया। अब सनी ने मेरा हाथ पकड़ा और तुलसी के पेड़ के पास ले गए और प्रशाद में से थोड़ा सिन्दूर निकाल कर मेरी मांग में भर दिया और उसमें से मंगलसूत्र निकाल कर मुझे पहना दिया और कहा अब हम पति पत्नी हो गए । अब तो तुम्हें कोई एतराज नहीं है इतना कह कर उसने मुझे अपने सीने से लगा लिया मेरी चुचियाँ उसके सीने से दबी हुई थी।मैं परेशान हो गई मन तो मेरा भी बहुत कर रहा था कि सनी की बात मान लूँ। मैने सोचा शायद राधा कृष्ण की यही इच्छा है जो होगा अच्छा होगा और मैने झुक कर सनी के पैर छू कर अपनी मांग में उसके पैर की मिट्टी को भर लिया हम दोनों बहुत भावुक हो गए और एक नई ज़िंदगी की शुरुआत के लिए तैयार हो गए।
हम होटल में लौट आये तो मेरे पति ने पूछा ये सिन्दूर कहाँ से लगा लिया । मैने तिरछी नज़र से सनी को देखा और बोली ये राधा रानी का प्रसाद है।अब मैं कैसे बताती कि तुम्हारी बीबी अब सनी की भी बीबी है।अब राज ने मुझे अकेले में बुलाकर कहा मेरी बात का ध्यान रखना। अगर मौका मिले खूब मज़े करना । मैने कहा कि कैसे पति हो तुम अपनी पत्नी को उसके यार के साथ चुदवाने के लिए भेज रहे हो।राज ने कहा तुम कुछ मत सोचो मेरे लिए तुम्हारी खुशी से बढ़ कर कुछ भी नहीं है।मैं चाहता हूँ कि तुम अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ो और बढ़ चढ़ कर सनी से चुदाई का आनंद लो।मैं चाहता हूँ कि जब तुम वापस लौट कर आओ तो मुझे एक नई पूजा मिले।
खैर हम दोनों बच्चों को लेकर ताजमहल के लिए निकल गए। वहां पहुंच कर धर्मशाले में दो कमरे बुक किया। रजिस्टर में सनी ने हमें पति पत्नी लिखवाया मैने पूछा तो सनी ने कहा अगर ऐसा नहीं किया तो लोग बाते बनाएंगे। हम ताजमहल पहुंचे।बच्चे अपने मे मस्त होकर घूम रहे थे। अब सनी ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे अपने पास खीँच लिया।इतने में एक फोटोग्राफर आया और हमारी फ़ोटो खींचने के लिए कहने लगा । मैने मना कर दिया पर सनी ने कहा यादगार के लिए कुछ फोटोज खिंचवा लेते हैं। फोटोग्राफर ने हमारी कई पोज में फोटो खींचा । एक मे सनी ने मेरी कमर में हाथ डाल रखा था तो एक मे मेरे पीछे से पकड़ रखा था और उसका हाथ मेरी चुचियों पर था और हल्के से दबा दिया।एक पोज में हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ कर प्यार से एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे। फोटो वाला हमें ऐसा करते देख कर मुस्करा दिया मुझे शर्म आ रही थी तभी सनी ने मेरे गालों को चूम लिया और फोटो वाले ने वह पोज भी खींच लिया। मैं इस छेड़ छाड़ से गरम हो गई थी। मेरी आँखें मस्ती में बंद हो गई थी अगर बच्चे न होते तो अबतक मैं सनी की बाहों में आ गई होती। खैर हम 7 बजे तक अपने कमरे मे आगये। बच्चों ने खाना खा लिया और थके होने के कारण जल्दी सो गए। हम भी खाना खा कर बाते करने लगे । सनी ने इशारे से पुछा अपने कमरे में चलें तो मैने शरम से नज़र को झुका लिया। सनी ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और कमरे में ले आया। मैने अपनी बाहें सनी के गले में डाल रखा था और मेरी चुचियाँ सनी के सीने में दबी हुई थी। सनी ने अब मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे होंठों को चूमने लगे।मैने भी मस्ती में अपने होंठों को खोल दिया और हम एक दूसरे के होंठ चूसने लगे । फिर सनी ने अपनी जीभ मेरे मुंह में डालने की कोशिश की ओर मैं उनकी जीभ को चूसने लगी फिर मैंने अपनी जीभ सनी के मुंह में डाल दी और सनी मेरी जीभ को चूस रहा था और अपने हांथो से मेरे चुचियाँ मसल रहा था। मेरे मुंह से ऊऊऊऊनऊऊ की आवाज़ निकल रही थी। फिर सनी ने धीरे धीरे मेरे और अपने कपड़े निकाल दिया। अब वह बड़े ध्यान से देख रहा था ।मेरे तने हुए निप्पल मानो उसे न्यौता दे रहे थे कि आओ और हमे चूस लो । मैने अपनी बाहें फैला दी और सनी को अपने ऊपर ले लिया। सनी मेरे गालो को चूमने लगा फिर गर्दन पर और फिर वह मेरे निप्पलों पर आ गया और मेरे एक निप्पल को मुह में भर कर चूसने लगा और दूसरे को हाथों से मसलने लगा । मेरे मुंह से आहें निकलने लगी और मेरे हाथ सनी के बालों को कंघी करने लगे और मैं बड़े प्यार से उसको अपना दूध पिला रही थी। फिर धीरे धीरे वह नीचे मेरी चूत पर आ गया और अपनी जीभ को मेरी चूत पर फेरा मुझे इतना मज़ा आया कि मैने अपने चूतड़ उठा कर चूत को सनी के मुंह में दबा दिया। मेरी चूत से बहुत पानी निकल रहा था और सनी लप लपा कर सारा पानी चाट रहा था ।अब उसने अपनी जीभ मेरे चूत के अंदर तक डाल दी और जीभ से मेरी चूत को चोदने लगा।सनी मेरी चूत का पानी ऐसे चाट रहा था जैसे शहद चाट रहा हो। मेरा मस्ती में बुरा हाल था मैं छटपटा रही थी और सनी के सर को चूत पर दबा रही थी मेरे मुंह से आह आह आह की आवाज निकल रही थी।सनी के इस तरह चूत को चाटने से मैं ज्यादा देर सह नही पाई और भलभला कर सनी के मुँह में ही झड़ने लगी और सनी मेरा सारा चूत रस चाट कर साफ कर दिया और मेरे बगल में लेटकर हांफने लगा। मैने उसका मुंह अपनी चुचियों में दबा कर उसे शांत करने लगी मुझे उस पर बहुत प्यार आ रहा था और मैं पागलों की तरह उसके चेहरे को चूमने लगी । दोनों गालों को चूमने के बाद उसके होंठो को मुँह में भर कर चूसने लगी फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुंह में डाल दी और सनी पागलों की तरह मेरी जीभ चूसने लगा।
अब मेरा ध्यान उसके लन्ड की तरफ दिया और नीचे आ कर उसके लन्ड को हाथ में पकड़ा तो ऐसा लगा जैसे कोई गरम रॉड पकड़ लिया हो । मेरे लन्ड को पकड़ते ही उसका लन्ड फुफकारने लगा ।उसके लन्ड को देख कर मेरे मुह में पानी आ गया उसके लन्ड का टोपा उसके रस से भरा हुआ था।मैंने झुक कर लन्ड को सुंघा तो बड़ी अच्छी खुसबू आ रही थी मैने उस पर जीभ चलाई और मुँह में भर के चूसने लगी जैसे जैसे मैं अपनी जीभ लन्ड के छेद पर चलाती उसके छेद से बूँद बूँद कर गाढ़ा सा रबड़ी जैसा रस निकल रहा था। वाह क्या स्वाद था मुझे लगा जैसे मैं खट्टी मीठी आइसक्रीम खा रही हूं।अब सनी ने अपने दोनों हाथों से मेरे सर को पकड़ कर अपने लन्ड से मेरा मुँह मेरे गले तक चोदने लगा ।मेरी इस चुसाई से सनी भी ज्यादा देर टिक नही पाया और अपने लन्ड को मेरे गले में अंदर तक पेल कर भलभला कर झड़ गया ।मेरा मुँह उसके लन्ड के ताजे रस से भर गया और मैं उसकी लगभग एक कटोरी लन्ड का गाढ़ा रस मज़े से पी गई। सनी के वीर्य का स्वाद बड़ा टेस्टी था । झड़ने के बाद भी मैं लन्ड को चूसती रही वह मस्ती में आहे भर रहा था बीच बीच में वह अपने लन्ड को मेरे गले तक पेल देता था थोडी देर में ही उसका लन्ड फिर खड़ा हो गया।अब सनी ने मुझे पीठ के बल लिटा दिया और खुद मेरे ऊपर आ गया और मस्ती में मेरी चुचियाँ चूसते हुए अपना लन्ड मेरी चूत पर रगड़ने लगा । मेरे हाथ उसकी पीठ को सहला रहे थे और मैं मस्ती में बड़बड़ा रही थी आह चुसो मेरी चूची को ये सिर्फ तुम्हारे लिए है मेरी चूत भी तुम्हारे लिए है आज जीभर के चोदना मुझे। मैं भी तुमसे खूब चुदवाना चाहती हूँ सनी अब डाल दो अपना लन्ड मेरी चूत में आज मुझे ऐसा चोदो कि मेरी प्यास बुझ जाय। मैं जानती हूँ तुम मुझे बचपन से चोदना चाहते थे आज चोद लो मुझे मार लो मेरी चूत को मिटा लो तुम भी अपनी प्यास मुझे चोद कर हाय कितना मज़ा आ रहा है। मैं भी तुमसे चुदने के लिए तड़प रही हूं आज मुझे अपने बच्चे की माँ बना दो । पर सनी मुझे तड़पा रहे थे वो कभी मेरे निप्पलों की चूसते कभी मेरे होंठ को । मुझसे रहा नहीं जा रहा था और मैने उनका लन्ड अपनी चूत पर सेट करके नीचे से कमर उछालने लगी कि तभी सनी ने भी ऊपर से जोर का धक्का मारा और उनका आठ इंच का लन्ड मेरी बच्चेदानी जा टकराया। मैने मज़े से अपनी टांग से सनी को जकड़ लिया और सनी के होंठों को चूसने लगी । अब उसने धीरे धीरे धक्का देना शुरू किया और साथ ही चुचियाँ भी मसल रहा था । मज़े में मेरी आँखें बंद हो गई और मैं अपनी चूत अपने बचपन के दोस्त सनी से चुदवाने लगी । मेरे मुंह से हूं हूं हूं की आवाजें आने लगी और मैं बोलने लगी हाय सनी चोदो मुझे मैं बहुत प्यासी हूँ आज बुझा दो मेरी प्यास भर दो मेरी चूत को अपने वीर्य से बुझा लो तुम भी अपनी प्यास और जोर से चोदो हाय कितना मज़ा आ रहा है कितना बड़ा लन्ड है तुम्हारा और कितना मोटा है हाय मैं मर गई। अब सनी ने अपने हाथों से मेरी चुचियों को मसलते हुए ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा मेरी चूत से फच फच की आवाज आ रही थी। मैं भी मस्ती में हाय हाय करके चुदवा रही थी अब सनी ने मुझे कुतिया के तरह बनाया और पीछे से अपना लन्ड मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा।उसके इस तरह चोदने से मेरी चुचियाँ हिल रही थी लगभग आधे घंटे की चुदाई में मैं दो बार झड़ गई थी और फिर सनी भी झड़ने की कगार पर आ गया उसकी स्पीड एकाएक बढ़ गई। और आठ दस ताबड़तोड़ धक्के लगा कर अपने लन्ड को मेरी चूत में जड़ तक पेल दिया और उसके लन्ड का गाढ़ा वीर्य सीधा मेरी बच्चेदानी पर महसूस किया। वह मेरे ऊपर पसर कर हांफ रहा था मेरी चुचियाँ उसके सीने से दबी हुई थी और हम एक दूसरे के बदन को प्यार से सहला रहे थे और फिर हम गहरी नींद में सो गए।
सुबह तीन बजे हमारी आंख खुली तो मैने सनी को जगाया तो उसने मुझे जकड़ लिया और मेरी चुचियाँ मुह में भर कर चूसने लगा मैं भी उसके लन्ड को हाथ मे लेकर सहलाने लगी मेरी चूत ने भी पानी बहाना शुरू कर दिया । फिर सनी मेरे ऊपर आकर अपना गरम लन्ड मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा मैं भी मज़े से चुदवा रही थी इस बार मैं जल्दी झड़ गई। अब सनी ने मुझे घोडी बना कर मेरी गांड में उंगली करने लगा मैने उसे मना किया तो वह मेरी मिन्नतें करने लगा और आखिर मुझे गांड मरवाने के लिए तैयार कर लिया उसने मेरे बैग से क्रीम निकाल कर मेरी गांड और अपने लन्ड पर लगा लिया और लन्ड को गांड के छेद पर सेट कर अंदर डालने लगा ।मुझे बहुत दर्द हो रहा था पर धीरे धीरे सारा लन्ड मेरी गांड में डाल दिया और धीरे धीरे गांड मारने लगा थोड़ी देर बाद मुझे भी अच्छा लगने लगा और मैं भी गांड हिला हिला कर अपनी गांड मरवाने लगी ।अब सनी भी तेजी से मेरी गांड मार रहा था और फिर एकाएक पूरा लन्ड मेरी गांड में डाल कर मेरी गांड में ही झड़ गया ।
थोड़ी देर बाद हम नहा कर तैयार हो गए फिर हमने बच्चों को जगाया और हम वापस वृन्दावन आ गए जहाँ से हम अपने अपने घर आ गए।
घर आ कर मैने सारी बात अपने पति को बताया तो पहले तो हैरान रह गए फिर खुश होकर मुझे बाहों में भर कर बोले कोई बात नहीं मैं तो यही चाहता था पर काश तुम्हारी चुदाई मैं भी देख पाता।फिर वह मुझसे पूछा कैसा लगा सनी से चुद कर मै शरम से अपने मुंह को उनके सीने में छुपा कर बोली अच्छा लगा ।
दोस्तों एक हप्ते बाद मेरी डेट मिस ही गई और मुझे गर्भ ठहर गया।ये बात मैने राज को बताई तो वो बोले कोई बात नहीं हम इस बच्चे को जन्म देंगे और नौ महीने बाद मैं अपनी जान सनी के बच्चे की माँ बन गई । बच्चा बिल्कुल सनी की तरह दिख रहा था। मुझे अपने पति पर भी गर्व है कि वह सबकुछ जानते हुए भी मेरा साथ दिया।
मैने बच्चे को उनकी गोद मे दिया और बोली लो यह सब तुम्हारे कारण हुआ है आखिर चुद ही गई तुम्हारी पूजा।

नमस्ते दोस्तों मैं राज आप सब को अपने जीवन की सच्ची घटना को बताने जा रहा हूँ कि कैसे मेरी पत्नी पूजा अपने बचपन के दोस्त सनी से चुद गई।
दोस्तों मैं अपने परिवार के साथ नोएडा में रहता हूँ।मेरी शादी को दस साल हो गए हैं।मेरे दो बच्चे हैं।मेरी पत्नी पूजा एक बहुत सुंदर शरीर की मालकिन है जिसे कोई एक बार देख ले ज़रूर उसको चोदने का मन करे ।
एक दिन मैं नेट पर बीबी की चोरी छुपे चुदाई की कहानी पढ़ी तो मेरे मन में भी एक तमन्ना जगी कि काश पूजा भी किसी से चुदवाये तो कितना मज़ा आता।अब मैने सोच लिया कि कैसे भी करके पूजा को किसी और से जरूर चुदवाना है।अब मैं जब भी पूजा को चोदता तो उसको तो उसके झड़ने से पहले खुद झड़ जाता ।पूजा प्यासी रह जाती । मैं उससे किसी और से चुदवाने की बात कहने लगा पर वह गुस्से में मना कर देती ।पर मैने हार नहीं मानी और धीरे धीरे पूजा के मन दूसरे से चुदने की इच्छा बन गई।
इधर कुछ दिनों से पूजा कुछ उदास रहने लगी थी क्योंकि उसकी चुदाई से सन्तुष्टि नहीं हो पा रही थी। एक बार पूजा अपने मायके गई और वहाँ से वापिस लौट कर आयी तो बड़ी खुश लग रही थी । मैने पूछा तो बात को टाल दी। बाद में पता चला कि इस बार वो अपने बचपन के दोस्त सनी का नम्बर लेकर आई थी। दोनों बचपन में बहुत प्रेम करते थे पर एक गोत्र के कारण शादी नहीं कर सकते थे।अब वो दोनों फोन पर काफी देर तक बात करते थे।वो जो भी बात करते उसे मैं रिकार्डिंग में सुनता था। कुछ दिन तो नार्मल बात हुई फिर बात सेक्स की तरफ मुड़ गई । सनी को पता चल गया कि पूजा अपने पति से संतुष्ट नहीं है।वो अब पूजा से कहने लगा कि वह एक बार उसे चोदना चाहता है पूजा भी यही चाहती थी पर शर्म से कुछ कह नही पाती थी।सनी जब ज्यादा जोर देता तो पूजा उससे कहती कि वह अपने पति को धोखा नहीं दे सकती और सिर्फ अपने पति से ही चुदवा सकती है।पर सनी ने हार नहीं मानी और पूजा को पटाने में लगा रहा और कुछ हद तक कामयाब हो गया। पूजा को भी सनी की सेक्सी बातों में रस आने लगा था और उसकी चूत से रस की धारा बहने लगी थी। एक बार सनी ने पूजा को अपने लन्ड की फ़ोटो भेजी थी जिसे देख कर पूजा मस्त हो गई।सनी का गोरा 8 इंच का बड़ा मस्त दिख रहा था और उसका लाल सुपाड़ा बहुत मोटा था । सुपाड़े के छेद से उसका कामरस दिख रहा था।उसे देख कर पूजा की चूत ने पानी छोड़ दिया।उसने मुझे सनी के बारे में बता दिया था। मैंने उसको बोला सनी के साथ तुम्हारी बढ़िया जोड़ी है । यार कम से कम तुम एक बार मेरे कहने से सनी से चुदवा लो तुम्हें बहुत मज़ा आएगा।पूजा ये सुनकर मस्ती में आ गई पर ऊपर से बोली कि देखेंगे। पर मैं अब सोच लिया था कि चाहे जैसे हो एक बार पूजा को सनी से ज़रूर चुदवाना है।अब मैं जब भी मौका मिलता पूजा से सनी की बात करता कि वह तुम्हें कैसे चोदेगा कैसे तुम्हें प्यार करेगा कैसे तुम्हारी चूत में अपना लन्ड डाल कर जोरदार धक्के मारेगा।फिर मेरी कोशिश रंग लाई और हार कर पूजा सनी से चुदने के लिए तैयार हो गई।
एक बार हम वृन्दावन और आगरा घूमने गए।उधर से सनी भी अपनी बीबी को लेकर आया था।हम एक दिन वृन्दावन रुक कर अगले दिन आगरा जाने वाले थे।पर सनी की बीबी की तबियत खराब हो गई और मेरे घुटने में मोच आ गई तो सब परेशान हो गए। पर सनी की बीबी ने पूजा से कहा कि वह दोनों बच्चों के साथ घूम आये। तो ये तय हुआ कि सनी और पूजा बच्चों को लेकर जाएंगे और अगले दिन वापस आएंगे।
अब आगे की कहानी पूजा की जुबानी
मैं सनी के साथ कुछ सामान लेने गई थी तो रास्ते में सनी ने मेरा हाथ पकड़ लिया जिससे मेरा बदन गनगना गया। मैने अपना हाथ छुड़ा लिया तो सनी बोला यार पूजा मौका अच्छा है चलो आगरा में मज़े करते हैं तो मैने कहा मैं अपने पति के अलावा और किसी के साथ नहीं करूंगी । सनी ने कुछ सोचा और मुझे लेकर निधिवन आया और वहाँ से राधा रानी के लिए प्रशाद लिया जिसमें श्रृंगार का सारा सामान था हमने वहां प्रशाद चढ़ाया तो पण्डित ने हम दोनों को जोड़ी सलामत रहे का आशीर्वाद दिया। मै बोलने वाली ही थी कि सनी ने मेरा हाथ दबा कर चुप रहने को कहा।पण्डित ने आशीर्वाद दिया और प्रशाद को वापस कर दिया। अब सनी ने मेरा हाथ पकड़ा और तुलसी के पेड़ के पास ले गए और प्रशाद में से थोड़ा सिन्दूर निकाल कर मेरी मांग में भर दिया और उसमें से मंगलसूत्र निकाल कर मुझे पहना दिया और कहा अब हम पति पत्नी हो गए । अब तो तुम्हें कोई एतराज नहीं है इतना कह कर उसने मुझे अपने सीने से लगा लिया मेरी चुचियाँ उसके सीने से दबी हुई थी।मैं परेशान हो गई मन तो मेरा भी बहुत कर रहा था कि सनी की बात मान लूँ। मैने सोचा शायद राधा कृष्ण की यही इच्छा है जो होगा अच्छा होगा और मैने झुक कर सनी के पैर छू कर अपनी मांग में उसके पैर की मिट्टी को भर लिया हम दोनों बहुत भावुक हो गए और एक नई ज़िंदगी की शुरुआत के लिए तैयार हो गए।
हम होटल में लौट आये तो मेरे पति ने पूछा ये सिन्दूर कहाँ से लगा लिया । मैने तिरछी नज़र से सनी को देखा और बोली ये राधा रानी का प्रसाद है।अब मैं कैसे बताती कि तुम्हारी बीबी अब सनी की भी बीबी है।अब राज ने मुझे अकेले में बुलाकर कहा मेरी बात का ध्यान रखना। अगर मौका मिले खूब मज़े करना । मैने कहा कि कैसे पति हो तुम अपनी पत्नी को उसके यार के साथ चुदवाने के लिए भेज रहे हो।राज ने कहा तुम कुछ मत सोचो मेरे लिए तुम्हारी खुशी से बढ़ कर कुछ भी नहीं है।मैं चाहता हूँ कि तुम अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ो और बढ़ चढ़ कर सनी से चुदाई का आनंद लो।मैं चाहता हूँ कि जब तुम वापस लौट कर आओ तो मुझे एक नई पूजा मिले।
खैर हम दोनों बच्चों को लेकर ताजमहल के लिए निकल गए। वहां पहुंच कर धर्मशाले में दो कमरे बुक किया। रजिस्टर में सनी ने हमें पति पत्नी लिखवाया मैने पूछा तो सनी ने कहा अगर ऐसा नहीं किया तो लोग बाते बनाएंगे। हम ताजमहल पहुंचे।बच्चे अपने मे मस्त होकर घूम रहे थे। अब सनी ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे अपने पास खीँच लिया।इतने में एक फोटोग्राफर आया और हमारी फ़ोटो खींचने के लिए कहने लगा । मैने मना कर दिया पर सनी ने कहा यादगार के लिए कुछ फोटोज खिंचवा लेते हैं। फोटोग्राफर ने हमारी कई पोज में फोटो खींचा । एक मे सनी ने मेरी कमर में हाथ डाल रखा था तो एक मे मेरे पीछे से पकड़ रखा था और उसका हाथ मेरी चुचियों पर था और हल्के से दबा दिया।एक पोज में हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ कर प्यार से एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे। फोटो वाला हमें ऐसा करते देख कर मुस्करा दिया मुझे शर्म आ रही थी तभी सनी ने मेरे गालों को चूम लिया और फोटो वाले ने वह पोज भी खींच लिया। मैं इस छेड़ छाड़ से गरम हो गई थी। मेरी आँखें मस्ती में बंद हो गई थी अगर बच्चे न होते तो अबतक मैं सनी की बाहों में आ गई होती। खैर हम 7 बजे तक अपने कमरे मे आगये। बच्चों ने खाना खा लिया और थके होने के कारण जल्दी सो गए। हम भी खाना खा कर बाते करने लगे । सनी ने इशारे से पुछा अपने कमरे में चलें तो मैने शरम से नज़र को झुका लिया। सनी ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और कमरे में ले आया। मैने अपनी बाहें सनी के गले में डाल रखा था और मेरी चुचियाँ सनी के सीने में दबी हुई थी। सनी ने अब मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे होंठों को चूमने लगे।मैने भी मस्ती में अपने होंठों को खोल दिया और हम एक दूसरे के होंठ चूसने लगे । फिर सनी ने अपनी जीभ मेरे मुंह में डालने की कोशिश की ओर मैं उनकी जीभ को चूसने लगी फिर मैंने अपनी जीभ सनी के मुंह में डाल दी और सनी मेरी जीभ को चूस रहा था और अपने हांथो से मेरे चुचियाँ मसल रहा था। मेरे मुंह से ऊऊऊऊनऊऊ की आवाज़ निकल रही थी। फिर सनी ने धीरे धीरे मेरे और अपने कपड़े निकाल दिया। अब वह बड़े ध्यान से देख रहा था ।मेरे तने हुए निप्पल मानो उसे न्यौता दे रहे थे कि आओ और हमे चूस लो । मैने अपनी बाहें फैला दी और सनी को अपने ऊपर ले लिया। सनी मेरे गालो को चूमने लगा फिर गर्दन पर और फिर वह मेरे निप्पलों पर आ गया और मेरे एक निप्पल को मुह में भर कर चूसने लगा और दूसरे को हाथों से मसलने लगा । मेरे मुंह से आहें निकलने लगी और मेरे हाथ सनी के बालों को कंघी करने लगे और मैं बड़े प्यार से उसको अपना दूध पिला रही थी। फिर धीरे धीरे वह नीचे मेरी चूत पर आ गया और अपनी जीभ को मेरी चूत पर फेरा मुझे इतना मज़ा आया कि मैने अपने चूतड़ उठा कर चूत को सनी के मुंह में दबा दिया। मेरी चूत से बहुत पानी निकल रहा था और सनी लप लपा कर सारा पानी चाट रहा था ।अब उसने अपनी जीभ मेरे चूत के अंदर तक डाल दी और जीभ से मेरी चूत को चोदने लगा।सनी मेरी चूत का पानी ऐसे चाट रहा था जैसे शहद चाट रहा हो। मेरा मस्ती में बुरा हाल था मैं छटपटा रही थी और सनी के सर को चूत पर दबा रही थी मेरे मुंह से आह आह आह की आवाज निकल रही थी।सनी के इस तरह चूत को चाटने से मैं ज्यादा देर सह नही पाई और भलभला कर सनी के मुँह में ही झड़ने लगी और सनी मेरा सारा चूत रस चाट कर साफ कर दिया और मेरे बगल में लेटकर हांफने लगा। मैने उसका मुंह अपनी चुचियों में दबा कर उसे शांत करने लगी मुझे उस पर बहुत प्यार आ रहा था और मैं पागलों की तरह उसके चेहरे को चूमने लगी । दोनों गालों को चूमने के बाद उसके होंठो को मुँह में भर कर चूसने लगी फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुंह में डाल दी और सनी पागलों की तरह मेरी जीभ चूसने लगा।
अब मेरा ध्यान उसके लन्ड की तरफ दिया और नीचे आ कर उसके लन्ड को हाथ में पकड़ा तो ऐसा लगा जैसे कोई गरम रॉड पकड़ लिया हो । मेरे लन्ड को पकड़ते ही उसका लन्ड फुफकारने लगा ।उसके लन्ड को देख कर मेरे मुह में पानी आ गया उसके लन्ड का टोपा उसके रस से भरा हुआ था।मैंने झुक कर लन्ड को सुंघा तो बड़ी अच्छी खुसबू आ रही थी मैने उस पर जीभ चलाई और मुँह में भर के चूसने लगी जैसे जैसे मैं अपनी जीभ लन्ड के छेद पर चलाती उसके छेद से बूँद बूँद कर गाढ़ा सा रबड़ी जैसा रस निकल रहा था। वाह क्या स्वाद था मुझे लगा जैसे मैं खट्टी मीठी आइसक्रीम खा रही हूं।अब सनी ने अपने दोनों हाथों से मेरे सर को पकड़ कर अपने लन्ड से मेरा मुँह मेरे गले तक चोदने लगा ।मेरी इस चुसाई से सनी भी ज्यादा देर टिक नही पाया और अपने लन्ड को मेरे गले में अंदर तक पेल कर भलभला कर झड़ गया ।मेरा मुँह उसके लन्ड के ताजे रस से भर गया और मैं उसकी लगभग एक कटोरी लन्ड का गाढ़ा रस मज़े से पी गई। सनी के वीर्य का स्वाद बड़ा टेस्टी था । झड़ने के बाद भी मैं लन्ड को चूसती रही वह मस्ती में आहे भर रहा था बीच बीच में वह अपने लन्ड को मेरे गले तक पेल देता था थोडी देर में ही उसका लन्ड फिर खड़ा हो गया।अब सनी ने मुझे पीठ के बल लिटा दिया और खुद मेरे ऊपर आ गया और मस्ती में मेरी चुचियाँ चूसते हुए अपना लन्ड मेरी चूत पर रगड़ने लगा । मेरे हाथ उसकी पीठ को सहला रहे थे और मैं मस्ती में बड़बड़ा रही थी आह चुसो मेरी चूची को ये सिर्फ तुम्हारे लिए है मेरी चूत भी तुम्हारे लिए है आज जीभर के चोदना मुझे। मैं भी तुमसे खूब चुदवाना चाहती हूँ सनी अब डाल दो अपना लन्ड मेरी चूत में आज मुझे ऐसा चोदो कि मेरी प्यास बुझ जाय। मैं जानती हूँ तुम मुझे बचपन से चोदना चाहते थे आज चोद लो मुझे मार लो मेरी चूत को मिटा लो तुम भी अपनी प्यास मुझे चोद कर हाय कितना मज़ा आ रहा है। मैं भी तुमसे चुदने के लिए तड़प रही हूं आज मुझे अपने बच्चे की माँ बना दो । पर सनी मुझे तड़पा रहे थे वो कभी मेरे निप्पलों की चूसते कभी मेरे होंठ को । मुझसे रहा नहीं जा रहा था और मैने उनका लन्ड अपनी चूत पर सेट करके नीचे से कमर उछालने लगी कि तभी सनी ने भी ऊपर से जोर का धक्का मारा और उनका आठ इंच का लन्ड मेरी बच्चेदानी जा टकराया। मैने मज़े से अपनी टांग से सनी को जकड़ लिया और सनी के होंठों को चूसने लगी । अब उसने धीरे धीरे धक्का देना शुरू किया और साथ ही चुचियाँ भी मसल रहा था । मज़े में मेरी आँखें बंद हो गई और मैं अपनी चूत अपने बचपन के दोस्त सनी से चुदवाने लगी । मेरे मुंह से हूं हूं हूं की आवाजें आने लगी और मैं बोलने लगी हाय सनी चोदो मुझे मैं बहुत प्यासी हूँ आज बुझा दो मेरी प्यास भर दो मेरी चूत को अपने वीर्य से बुझा लो तुम भी अपनी प्यास और जोर से चोदो हाय कितना मज़ा आ रहा है कितना बड़ा लन्ड है तुम्हारा और कितना मोटा है हाय मैं मर गई। अब सनी ने अपने हाथों से मेरी चुचियों को मसलते हुए ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा मेरी चूत से फच फच की आवाज आ रही थी। मैं भी मस्ती में हाय हाय करके चुदवा रही थी अब सनी ने मुझे कुतिया के तरह बनाया और पीछे से अपना लन्ड मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा।उसके इस तरह चोदने से मेरी चुचियाँ हिल रही थी लगभग आधे घंटे की चुदाई में मैं दो बार झड़ गई थी और फिर सनी भी झड़ने की कगार पर आ गया उसकी स्पीड एकाएक बढ़ गई। और आठ दस ताबड़तोड़ धक्के लगा कर अपने लन्ड को मेरी चूत में जड़ तक पेल दिया और उसके लन्ड का गाढ़ा वीर्य सीधा मेरी बच्चेदानी पर महसूस किया। वह मेरे ऊपर पसर कर हांफ रहा था मेरी चुचियाँ उसके सीने से दबी हुई थी और हम एक दूसरे के बदन को प्यार से सहला रहे थे और फिर हम गहरी नींद में सो गए।
सुबह तीन बजे हमारी आंख खुली तो मैने सनी को जगाया तो उसने मुझे जकड़ लिया और मेरी चुचियाँ मुह में भर कर चूसने लगा मैं भी उसके लन्ड को हाथ मे लेकर सहलाने लगी मेरी चूत ने भी पानी बहाना शुरू कर दिया । फिर सनी मेरे ऊपर आकर अपना गरम लन्ड मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा मैं भी मज़े से चुदवा रही थी इस बार मैं जल्दी झड़ गई। अब सनी ने मुझे घोडी बना कर मेरी गांड में उंगली करने लगा मैने उसे मना किया तो वह मेरी मिन्नतें करने लगा और आखिर मुझे गांड मरवाने के लिए तैयार कर लिया उसने मेरे बैग से क्रीम निकाल कर मेरी गांड और अपने लन्ड पर लगा लिया और लन्ड को गांड के छेद पर सेट कर अंदर डालने लगा ।मुझे बहुत दर्द हो रहा था पर धीरे धीरे सारा लन्ड मेरी गांड में डाल दिया और धीरे धीरे गांड मारने लगा थोड़ी देर बाद मुझे भी अच्छा लगने लगा और मैं भी गांड हिला हिला कर अपनी गांड मरवाने लगी ।अब सनी भी तेजी से मेरी गांड मार रहा था और फिर एकाएक पूरा लन्ड मेरी गांड में डाल कर मेरी गांड में ही झड़ गया ।
थोड़ी देर बाद हम नहा कर तैयार हो गए फिर हमने बच्चों को जगाया और हम वापस वृन्दावन आ गए जहाँ से हम अपने अपने घर आ गए।
घर आ कर मैने सारी बात अपने पति को बताया तो पहले तो हैरान रह गए फिर खुश होकर मुझे बाहों में भर कर बोले कोई बात नहीं मैं तो यही चाहता था पर काश तुम्हारी चुदाई मैं भी देख पाता।फिर वह मुझसे पूछा कैसा लगा सनी से चुद कर मै शरम से अपने मुंह को उनके सीने में छुपा कर बोली अच्छा लगा ।
दोस्तों एक हप्ते बाद मेरी डेट मिस ही गई और मुझे गर्भ ठहर गया।ये बात मैने राज को बताई तो वो बोले कोई बात नहीं हम इस बच्चे को जन्म देंगे और नौ महीने बाद मैं अपनी जान सनी के बच्चे की माँ बन गई । बच्चा बिल्कुल सनी की तरह दिख रहा था। मुझे अपने पति पर भी गर्व है कि वह सबकुछ जानते हुए भी मेरा साथ दिया।
मैने बच्चे को उनकी गोद मे दिया और बोली लो यह सब तुम्हारे कारण हुआ है आखिर चुद ही गई तुम्हारी पूजा।



