दोस्त अभी तो मै बस ये सोच रहा हुँ की राजु के साथ लीला को कैसे लेकर आऊँ, और उसके बाद दोनो माँ बटियो को एक साथ राजु के साथ करवाना, ये और भी मुसीबत के जैसा लग रहा है..., क्योंकि मै कोई लेखक नही हुँ, बस बङे बङे लेखको की कहानियों को पढकर उन्ही के शब्दो के मार्गदर्शन से ये सब लिख रहा हुँ...