तेरी चाहत को हमने, यूँ ही राज़ बना रखा है,
दुनिया के शोर से दूर, दिल में बचा रखा है।
ये ज़रूरी नहीं, हर बात ज़ुबाँ से हो बयाँ,
तेरी खामोशी को भी, हमने अपना खुदा बना रखा है।
दुनिया के शोर से दूर, दिल में बचा रखा है।
ये ज़रूरी नहीं, हर बात ज़ुबाँ से हो बयाँ,
तेरी खामोशी को भी, हमने अपना खुदा बना रखा है।