• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Recent content by nanha balak

  1. N

    Incest Tu Ki Jane Pyaar Mera

    पिछला अपडेट १० फरवरी को दिया था मित्र और अब २४ हो चुकी है, क्या विचार है आगे?
  2. N

    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    नियति के खेल का जो मनोहारी रूप और विवरण आप प्रस्तुत कर रहे हैं, वो लाजवाब है महोदय। अत्यन्त मधुर, ऐसे ही अपनी लेखनी चलाते रहें, अगले विवरण की प्रतीक्षा में...
  3. N

    Incest The Saga of Incest

    Nice narrative and good story
  4. N

    Incest Meri maa aur mere pati ka 9" ka louda

    Nice plot, keep writing bro
  5. N

    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    वाह रे नियति का खेल, आगे देखना है नियति क्या खेल रचाती है। राजेश का जाना भी उसी ने निर्धारित किया और बच्चों का फेर-बदल भी उसी का खेल है। सुन्दर कथानक और उतना ही खूब आपका लेखन, आगे के दृश्य की प्रतीक्षा में...
  6. N

    Incest Meri maa ki khusiyan aur mera parivaar

    Eagerly waiting sir ji for next one.
  7. N

    Incest Meri maa aur didi ki chudi hue kawari choot

    One suggestion. Start a scene and complete it unless it is too long. That will satisfy not only ur readers but u writer too. It's just a suggestion, don't take it otherwise.
  8. N

    Incest जीजा जी की चाहत (incest)

    last update on 18th. It's long time bro., any problem with readers?
  9. N

    Incest Meri maa aur didi ki chudi hue kawari choot

    बहुत खूब, अति सुंदर वर्णन और कथानक
  10. N

    Incest Meri maa aur didi ki chudi hue kawari choot

    ये आपकी सोच है मित्र, हम पाठकों की नहीं, लिखते रहिये, अभी तक आपने कहानी को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया है
  11. N

    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    आपने स्वयं ही अपने प्रश्न का उत्तर दे दिया है महोदय-- ".... की सुगना जो सूरज की माँ और बहन दोनों थी उसकी मुक्त्दायिनी थी" अद्भुत लेखन के लिए आपको साधुवाद।
  12. N

    Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

    भईया जी हमहूँ एगो साइलेंट पाठक बानी, रउवा थोड़का मेहरबानी एहरो करल जाय तो बड़ी किरपा होई
  13. N

    Incest Pyaar - 100 Baar

    मतलब हद है पंडितजी, कुछ भी कहीं भी । कुछ लोगों को थोड़ा परेशान भी होने दिया कीजिये, कहाँ इतने विशिष्ट मष्तिश्क को इन बेवजह कि आलोचनाओं में उलझा रहे हैं, क्या जीवन की, कार्य की और अंत में अपनी महागाथा कि उलझनें कुछ कम हैं। भाई साहब मैं तो एक अपडेट पीछे चलता हूँ, मतलब आज मैं अध्याय २१५(२) पढूँगा जब...
  14. N

    Incest Pyaar - 100 Baar

    🙏🙏🙏 ६१ पृष्ठ!!! नमन ।
  15. N

    Incest Pyaar - 100 Baar

    पंडितजी ३२ पृष्ठ, हद है भाई, नमन आपको ।
Top