रात चुप है, पर दिल नहीं,
हर आहट में तेरा नाम सुनाई देता है।
हवा जब बालों को छूती है,
तो लगता है जैसे तू पास आ गया है।
घड़ी की सुइयाँ थम सी गई हैं,
तेरे बिना वक्त भी उदास रहता है।
हर कदम पर तेरी यादें बिखरी हैं,
हर साँस में तेरा एहसास रहता है।
मैं खिड़की पर बैठी हूँ अब भी,
आसमान में तेरा चेहरा...