Update:-43 (A)
साची:- तुम्हारे कहने का मतलब है कि तुम मुझसे भी प्यार करते हो और ऐमी से भी।
अपस्यु:- हम दोनों एक दूसरे से प्यार नहीं करते, बस हम दोनों कैज़ुअल रिलेशन में है।"….
साची:- अपस्यु, हम दोनों आज अपने सभी कन्फ्यूजन दूर करने बैठे है ना तो मेरे ज़िन्दगी का सबसे बड़ा कन्फ्यूजन अभी यहीं है… आखिर क्या है ये कैज़ुअल रिलेशनशिप। पहले इसे ही तुम क्लियर कर दो।
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12 जून 2011….
सुबह सुबह का वक़्त था… "खट खट खट"… अपस्यु ने जैसे ही दरवाजा खोला, सामने ऐमी खड़ी थी…. "ओह माय गॉड, ऐमी… वाउ"… अपस्यु के चेहरे पर खुशी और आश्चर्य के भाव साफ देखे जा सकते थे। ऐमी अपना सामान वहीं दरवाजे पर पटक दी और उछलकर अपस्यु के गले लगती…. "बहुत मिस की तुम्हे"… अपस्यु भी उसे अपने बाहों में समेटते हुए कहने लगा… "तुमने तो मुझे सरप्राइज ही कर दिया। नाचने को दिल कर रहा है।"
अपनी खुशियां जाहिर करते दोनों थोड़े देर तक गले लगे रहे। फिर ऐमी अलग होकर बाथरूम में चली गई फ्रेश होने, इधर जबतक अपस्यु नाश्ता बना चुका था। दोनों खाने कि टेबल पर साथ बैठे… "उम टेस्टी, क्या बनाया है सर खाने में, काफी लजीज है।"
अपस्यु::- दिख नहीं रहा है, फ्राइड आलू है।
ऐमी:- हां वो दिख रहा है लेकिन पहले तो कभी इतना टेस्टी नहीं लगा।
अपस्यु:- वो इसलिए क्योंकि पहले चीज के साथ फ्राई नहीं करता था। वैसे अचानक से मियामी (Miami, US) में क्या करने पहुंच गई, 18 जून को तो न्यूयॉर्क में तुम्हारे ग्रुप का शो है ना?
ऐमी:- उसकी बात मत करो, न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर ही डायरेक्टर के साथ झगड़ा हो गया और मै फ्लाइट पकड़कर इधर अा गई।
अपस्यु:- सबाश, वैसे झगड़ा हुआ किस बात पर था।
ऐमी:- इतनी डिटेल कौन पूछता है, ठीक से खाने भी नहीं दे रहे। मुझे बस यहां आना था सो मै अा गई।
अपस्यु:- अच्छा किया, वैसे भी मैं अब अकेला वापस नहीं जाऊंगा।
ऐमी खाना बीच में ही छोड़कर उठ गई और खुशी का इजहार करती वहीं उछलने लगी…. "सच में, वाउ, वाउ, वाउ। लेकिन ये तो गलत है अपस्यु, हमे बताया तक नहीं।
अपस्यु:- सोचा वहीं अाकर सरप्राइज दे दूं। भाई कैसा है?
ऐमी:- उस छछूंदर का नाम मत लो, मुझे बहुत तंग करता है।
अपस्यु:- हम्मम!
ऐमी:- बस, बस, बस .. इतनी गहरी सांसें लेकर अपनी फीलिंग दबाने की जरूरत नहीं है। काफी मस्त है और आज कल तो वो जिम्नास्टिक भी कर रहा है, वो भी युद्ध स्तर पर, तो काफी लचीला और फुर्तीला होते जा रहा है।
अपस्यु:- मै समझा नहीं?
ऐमी:- बुद्धू, मतलब वो मेरी फ्रेंड्स के बीच काफी मशहूर है, 3-4 गर्लफ्रेंड तो होगी ही लेकिन कुत्ता कुछ बताता नहीं है।
अपस्यु:- हाहाहा … और तुम्हारे कितने ब्वॉयफ्रैंड है।
ऐमी:- बस एक है, उसी से तो मिलने… मिलने नहीं मिलता आज कल…
अपस्यु:- पकड़ी गई हां। चलो अब पूरी कहानी बताओ…
ऐमी:- छिपाने जैसी कोई बात नहीं थी लेकिन तुम सवालों के पहाड़ खड़ा कर देते इसलिए मैं नहीं बताना चाह रही थी। फिलहाल मै एक चैन कि नींद लूंगी फिर आराम से शाम को सभी बातें बताऊंगी।
दिन के 1 बज रहे होंगे। अपस्यु अपना काम निपटाकर वापस पहुंचा था। जाकर देखा तो ऐमी अब भी सो रही थी। कुछ सोचते हुए उसने ऐमी का लैपटॉप निकला और उसे ऑन किया। सामने स्क्रीन पर पासवर्ड मांग रहा था और अपस्यु को पता था इसका पासवर्ड क्या होना चाहिए। 2 कोशिश और लैपटॉप खुल चुका था।
अब बस एक ही शंका थी वो भी ब्राउज़र खुलते ही दूर हो गई। एफबी पहले से लॉगिन था और अपस्यु फिर कुछ देर की छानबीन के बाद वहां भी पहुंचा, जिससे मिलने ऐमी पहुंची थी। 10 मिनट तक संदेशों का आदान प्रदान हुए, उसके पश्चात अपस्यु चैट को डिलीट करके, सबकुछ पहले जैसा वापस रख दिया।
शाम के तकरीबन 5 बजे ऐमी एक अच्छी नींद के बाद जाग रही थीं। फ्रेश होकर वो हॉल में पहुंची, जहां अपस्यु खुले बदन, नीचे लोअर पहन कर रस्सियां कूद रहा था। ऐमी को पहले के मुकाबले अपस्यु का बदन काफी आकर्षक लग रहा था। मेसोमोर्फ शरीर (mesomorph) जिसे किसी एथलीट के ढांचे में तैयार किया गया था। शरीर का आकार और उसका ढांचा अपस्यु को मनमोहक बना रहा था।
ऐमी उसके रूप आकर्षण में खींची हुई उसके साथ-साथ रस्सियां कूदने लगी। ऐमी उसके बदन को छूते हुए कहने लगी…. "काफी मेहनत कर रहे हो सर, सेक्सी बॉडी हां। देखकर मेरे होश उड़ रहे है।"
अपस्यु चुप-चाप अपनी रस्सियां कूदता रहा। ऐमी कुछ देर तक उसके साथ कूदती रही फिर उसकी सासें उखड़ने लगी और वो अाकर बैठ गई। कुछ देर बाद वो भी ऐमी के पास आकर बैठते हुए अपनी श्वास सामान्य करने लगा।
"इंप्रेसिव मिस्टर अपस्यु, 600 जंप की गिनती तो मैंने कर ली है।" ….. "कुल 3000 जंप 1000-1000 के 3 सेट सुबह शाम और रात।"…
"दोनों भाई एक जैसे ही हो, वैसे तुम्हारी यहां तो अनगिनत गर्लफ्रेंड होगी।"
अपस्यु:- और वो क्यों होगी भला…
ऐमी:- जब मै इतना अट्रैक्ट हो सकती हूं तो यहां की लड़कियां तो नोच डालती होंगी तुम्हे…
ऐमी अपनी बात कहकर जोड़-जोड़ से हंसने लगी। अपस्यु उसे हंसते हुए देखकर मुस्कुराने लगा। गम में लगातार रोती लड़की को यूं खुलकर हंसते देखने का अपना ही सुकून था।
दोनों 6 बजे के करीब शॉपिंग के लिए निकल रहे थे। ऐमी हल्के पीले रंग की शॉर्ट और उसपर टी शर्ट डाले हुई थी जो कंधे से पूरा खुला हुआ था। अपस्यु उसे देखते ही कहने लगा… "ये पहन कर अपने बॉयफ्रेंड पर बिजलियां गिराने जा रही है क्या?"
"खड़ूस मुझे देख कर ऐसा कह रहा है मतलब आज मै वाकई कमाल कि दिख रही हुं क्या?" .. और फिर से वही खिली सी मुस्कान को उसके चेहरे पर फ़ैल गई थी।
रात के तकरीबन 10 बजे ऐमी तैयार होकर हॉल में अाई। नीचे काले रंग की मिनी स्कर्ट, ऊपर व्हाइट कॉलर की टी-शर्ट और उसके ऊपर ब्लैक कलर की जैकेट। इन सब के अलावा जब वो इस परिधान के साथ आंखों पर हल्के पीले रंग की स्टाइलिश चस्मा लगा कर हॉल में अाई, अपस्यु खड़ा होकर उसे देखने लगा।
"क्यों होश उड़ गए ना।"… ऐमी अपने भृकुटी (eyebrow) चमकती हुई पूछने लगी।
अपस्यु उसके पास पहुंचकर उसके माथे को चूमते हुए उसे गले लगाते कहने लगा….. "मै बहुत खुश हूं, और हां तुम्हे ऐसे देखकर वाकई में मेरे होश उड़ गए। काफी प्यारी और खूबसूरत लग रही हो।"
ऐमी, अपने दोनो हाथ फैलाकर, अपने सिर को झुकाकर उसके तारीफों का अभिवादन की और अपने बॉयफ्रेंड से मिलने के लिए निकली। 10 बजे के करीब वो निकली और लगभग 10.30 बजे तक गुस्से में लाल-पीली होती हुई वो वापस अा रही थी। उसके पीछे-पीछे कोई लड़का भी चला अा रहा था। अपस्यु हॉल में ही बैठा हुआ था, ऐमी की हालत देख कर वो जोड़-जोड़ से हंसने लगा। वो आते ही सीधे अपने कमरे में घुस गई और उसके पीछे-पीछे वो लड़का भी अंदर जाने लगा…
"ओए खजूर, किधर जा रहा है।"… अपस्यु ने उसे रोकते हुए कहा..
लड़का:- Chill bro, she is my girlfriend.
अपस्यु, उसे ऊपर से नीचे तक देखा… "तू इंडियन है ना।
लड़का:- Yes bro
अपस्यु:- तू यहां जरा मेरे पास अा..
"Yo Bro" वो लड़का अपस्यु के पास आते हुए बोलने लगा। अपस्यु ने उसके बाल को पकड़ कर, उसके सर को गोल गोल घुमाते कहने लगा…. "साले निकम्मे, मै इधर बैठा हूं और तू उसके पीछे-पीछे उसके कमरे में जा रहा हैं। इतनी हिम्मत अाई कहां से अा गई बे।"
लड़का:- sorry bro, she misunderstood…
अपस्यु:- साले अंग्रेज, हिंदी ने बोल लेे.. वरना अभी सुताई कर दूंगा।
लड़का:- सॉरी ब्रो। वो थोड़ी सी मिसअंडरस्टैंडिंग हो गई है। वहीं समझाने जा रहा था।
अपस्यु उसे धीमे हाथ का एक थप्पड मारते हुए…. "वो पूरी गीली होकर अाई है। अंदर कपड़े बदल रही होगी और तू साला उसके पीछे पीछे जा रहा है। चल यहां मुझे अपनी सफाई दे, मै उसे समझा दूंगा।
लड़का:- वो पागल हो गई है ब्रो।
फिर से एक थप्पड… "अबे तू मेरे सामने उसे पागल बोल रहा है, इतनी हिम्मत।"
लड़का:- you both are fucking freak. You asshole, motherfucker… go fuck yourself…
इतने में ऐमी अपने कपड़े बदल कर हॉल में पहुंच चुकी थी और इस प्रकार से जब वो गाली देती सुनी, नजर इधर-उधर दौड़ा कर देखने लगी। पास में ही फर्श साफ करने वाला डंडा रखा हुआ था। फिर क्या था वो लड़का गालियां दे ही रहा था कि ऐमी ने डंडा बरसाना शुरू कर दी। इतनी तेज उसके पीठ पर डंडे पड़े की वो छटपटा कर वहां से भागना ही सही समझा।
ऐमी गुस्से में डंडा वहीं फेककर, वो अपना लैपटॉप निकली और दूसरी कोई आईडी ओपन करके अपना लास्ट लॉगिन टाइम देखने लगी। जैसे ही उसने अपना लास्ट लॉगिन टाइम देखी, वहीं डंडा लेकर अपस्यु के पीछे दौड़ गई।
10 मिनट के भाग दौड़ के बाद अपस्यु हॉल में अाकर सोफे पर बैठ गया और ऐमी उसे मारने लगी। वो ऐमी को देख कर जोड़-जोड़ से हंस रहा था और ऐमी मारते-मारते थककर वहीं बैठ गई..… "कितनी दूर से आई थी मै अपने इंटरनेशनल ब्वॉयफ्रैंड से मिलने। सब बर्बाद कार दिया तुमने अपस्यु।"
अपस्यु उसकी बात सुनकर फिर से जोड़-जोड़ से हसने लगा। उसे हंसते देखकर ऐमी की भी हंसी निकल आईं। ऐमी हंसती हुई, उसके सीने से अपने सर को टीकाकर अपनी आखें मूंद ली और अपस्यु उसके बालों में हाथ डाल कर उसके सर को हल्का हल्का दबाने लगा…. "क्या मैसेज किया था उस खजूर को"
अपस्यु:- ज्यादा नहीं बस इतना ही लिखा था…. I love pull side party, specially someone lift me and through in.
ऐमी, थोड़ी सिकुरकर अपस्यु के और उपर आती हुई… "तभी उस गधे ने मुझे सीधा पुल में फेक दिया। सब लोग हंस रहे थे।"
अपस्यु:- तुझे वहां कोई देसी लड़का नहीं मिला जो इन विदेशियों को पकड़ने चली आईं। और पसंद भी आया तो मियामी का ही लड़का, इतने बड़े देश में कहीं और ढूंढ लेती अपना इंटरनेशनल बॉयफ्रेंड।
ऐमी:- ना मियामी में ही ढूंढना था, तुम्हे देखे साल भर से ऊपर जो हो चुका था।
अपस्यु वहीं सोफे पर बैठे उसके सर पर धीरे-धीरे हाथ फेरता रहा और ऐमी सुकून से सो गई। सुबह जब उसकी आंख खुली तब अपस्यु कहीं बाहर निकल रहा था। ऐमी उसे पीछे से टोकती हुई पूछने लगी….. "मुझे छोड़ कर कहां चल दिए सर।"
अपस्यु:- यहां से वापस निकलने की तैयारी ऐमी… बस एक दो जगह बताना रह गया है कि आज से मै नहीं आऊंगा।
ऐमी:- कितना वक़्त लगेगा।
अपस्यु:- मुश्किल से 1 घंटा लगना है ऐमी, जबतक तुम नहा धोकर आराम से नस्ता का लुफ्त उठाव तबतक मै काम ख़त्म करके आया।
सुबह के 10 बज रहे थे, ऐमी किचेन में बर्तनों को साफ करके रख रही थी। अपस्यु उसे पीछे के गले लगाते हुए, उसके गालों पर किस्स करते हुए कहने लगा..… "इस काम को तुम्हे करने की जरूरत नहीं"
ऐमी घूमकर सीधी हो गई और किचेन सलब पर अपने हाथ टीका कर अपस्यु को ध्यान से देखने लगी… "क्या हुआ, ऐसे क्या देख रही हो"… अपस्यु ने पूछा।
ऐमी:- इतने साल हो गए तुम्हे देखते हुए, परिस्थिति कोई भी हो तुम्हारे चेहरे की मुस्कान कभी गई नहीं। ना कहो कुछ चंद दिनों को छोड़कर।
अपस्यु:- हाहाहा.. तुम भी ना ऐमी, मेरे चेहरे की बनावट ही ऐसी है।
ऐमी:- किस्स मी..
अपस्यु:- क्या ?
ऐमी:- आई सैड किस्स मी..
अपस्यु थोड़ा आगे बढ़कर उसके गालों को चूम कर अलग हो गया… ऐमी ने फिर से दोबारा कहा… "किस्स मी, और इस बार बिल्कुल वैसा होना चाहिए जैसा हमने अपनी पहली मूवी में देखा था।"
अपस्यु:- मज़ाक कर रही हो क्या?
ऐमी आगे बढ़ी और एरिया ऊंची करती हुई, उसने अपस्यु के होंठ से होंठ लगाकर चूमती हुई अलग हुई। अपस्यु का हाथ पकड़ कर उसने अपने सीने से लगाया… "मेहसूस करो इन बढ़ी धड़कनों को"… फिर उसका हाथ, उसी के सीने पर रखती… "तुम्हारा दिल भी ठीक वैसे ही धड़क रहा है कि नहीं देखो।"
अपस्यु:- तुम समझना क्या चाह रही हो ऐमी?
ऐमी:- यहीं की कुछ इंसानी स्वभाव भी होता है… इसलिए कभी-कभी एन्जॉय भी करना चाहिए। हर वक़्त ये मुस्कान वाला फेस मास्क तुम्हारे अंदर डिप्रेशन पैदा कर देगा।