Scoop Thread Is Live Check it out The Scoop #18
लम्हे कुछ पुराणी लिख दूँ,इसी से जान गया था मैं के वक्त ढलने लगे,
मैं थक के छांव में बैठा तो पेड़ चलने लगे,
मैं दे रहा था सहारे तो एक हुजूम में था,
जो गिर पड़ा तो सभी रास्ता बदलने लगे।
Haa Bhai... Aaj ka to ho gayaHo gaya finish![]()