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ellysperry

Humko jante ho ya hum bhi de apna introduction
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अब आगे।

जब परम घर पहुँचा तो दोपहर के करीब एक बज रहे थे। उसने सुंदरी को तैयार होने को कहा। सुंदरी अपने कमरे में गई और नयी साडी ली आयर उसका मेचिंग ब्लाउस और पेटीकोट निकाला और पहने लगी। तभी परम अन्दर आया उसने सुंदरी के कपड़ो को ऊपर उठाया और देखा की माँ की चूत साफ़ है की नहीं।

क्या देखता है बेटे! अब जाने दे अभी मुझे नहीं चुदवाना है, वो क्या है की सेठजी को पता चल जाएगा की मेरी चूत में किसी का वीर्य पड़ा है तो बात बनते बनते बिगड़ जायेगी। हो सकता है की सेठजी निकाल दे। अभी शुरुआत है बेटे बाद में सेठजी मेरे अलावा कही जानेवाला नहीं है। बस एक बात मेरे माल का स्वाद चख ले।“
फनलव और मैत्री की अनुवादित कहानी पढ़ रहे है

परम ने कहा नहीं माँ मुझे अभ तुम्हे नहीं चोदना है पर मैंने तुम्हारी चूत इसलिए देखि की तुमने अपना माल को साफ़ किया है या नहीं”

सुंदरी ने तुरंत अपना घाघरा ऊपर उठाया और अपनी चूत चौड़ी कर दिखाया, परम ने यह सुनिश्चित किया कि उसकी चूत पर बाल न हों। वे पैडल रिक्शा से शेठ की दुकान पर पहुँचे। वे भगवान से प्रार्थना कर रहे थे कि सुंदरी का पति उन्हें न देख ले। हालाँकि गर्मी की दोपहर थी, लेकिन इलाका बहुत भीड़भाड़ वाला था। हर कोई अपने काम में व्यस्त था। परम सुंदरी को कमरे के अंदर ले गया (याद रखें शेठ ने पीछे के दरवाजे की चाबी परम को दी थी)। उसने देखा कि कमरा पिछली शाम से काफ़ी बेहतर है। बिस्तर पर दो तकियों के साथ नई चादर बिछी थी। कुछ खाने-पीने की चीज़ें और कोल्ड ड्रिंक की बोतल एक आइस बॉक्स में रखी थी। उसने सुंदरी को चूमा और कहा कि उसका पति बस कुछ ही फीट की दूरी पर बैठा है और पूछा कि क्या वह चिंतित है! वह मुस्कुराई और कहा कि परम के पिता भी उसे शेठ के साथ चुदते हुए देखे तो भी वह बंद नहीं करेगी, लेकिन आगे चुद्वाती रहेगी आखिर माल (पैसो) का सवाल था, सुंदरी ने परम को जाने को कहा और शेठजी को जल्दी से अन्दर भेजने को कहा। लेकिन परम ने कहा कि उसे खुद नहीं पता। परम ने बहार से कमरा लोक किया और दूकान में वापिस आया। वह सीधा मुनीम (उसके पिता) के पास गया और उनको कहा की शेठजी को बोलो की उनका “माल” आ गया है। मुनीम ने जानना चाहा की माल क्या है तब परम ने जवाब दिया की उसे खुद को नहीं पता की माल क्या है बस माल है। आप जाके शेठजी को बताओ। उसके पिता अंदर गया और तुरंत शेठ के साथ बाहर आ गया। शेठ ने परम को देखा। तभी परम ने कहा शेठजी आपका माल आ गया है अब आप जानो और आपका माल।


शेठने जेब से कुछ नोट निकाले और उसे अपने घर जाकर शेठानी से कह देने को कहा कि शेठ आज जल्दी घर आ जाएगा। परम थोड़ी देर वही बैठा और सेठजी को इशारा में कहा की वह मुनीम का ध्यान रखे। सेठजी ने भी इशारों में कहा की उसे पता है की उसे क्या करना है और मुनीम का भी क्या करना है। परम ने मुनीम की तरफ देखा तो मुनीम उसे प्रश्नार्थ नजरो से कभी परम के सामने तो कभी सेठजी के सामने देख रहा था। शेठ ने कहा कि वह अंदर आराम करेगा और उसे कोई परेशान न करे। मुनीम को अब पता था कि कोई "माल" शेठजी का लंड अपनी चूत में लेने के लिए आई है और वह अंदर है। बेचारे को पता नहीं था कि वह 'माल' कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी सुंदरी है। लेकिन उसे कुछ शक भी हुआ।


आपकी राय की प्रतीक्षा में...........
Awesome update
Kya param ka baap sunadi ki chudai dekhega aur usko shak bhi ho gaya ki koi aurat aayi hai seth ke paas
 

Funlover

I am here only for sex stories No personal contact
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Shandaar update ye param itna utawala kyu hai apni maa ko sabhi se chudane ke liye aur ab toh param ko Vinod ki maa aur bahen ki bhi chut milne waali hai
यह एक प्रकार से विनोद से सौदा है माँ के बदले माँ लेकिन परम को उसकी बहन भी मिली

और पैसा तो है ही.....................
 
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Awesome update
Kya param ka baap sunadi ki chudai dekhega aur usko shak bhi ho gaya ki koi aurat aayi hai seth ke paas
जब सेठजी और मुनीम इतने सालो से सहत साथ काम कर रहे है तो एकदूसरे को जानेंगे ही................तो माल आने का मतलब परम को नहीं पता पर मुनीम को तो आसानी से पता चलता है...........

एक तरीके से चीटिंग सब्जेक्ट पर लेख लिखा था...................
 
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ellysperry

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शेठजी ने उस कमरे का दरवाजा खोला और अंदर से बंद कर लिया। सुंदरी को बिस्तर पर बैठा देखकर वह बहुत प्रसन्न हुए।

परम ने पैसे जेब में रखे और शेठजी के घर की ओर भागा। उसने पिछले दिन की तरह फिर से शेठजी की बेटी से भोग लगाने की सोची। वह शेठजी के घर में दाखिल हुआ और उसने देखा कि रेखा शेठानी और अन्य चार महिलाओं के साथ बैठी थी। वे बंडलों में से साड़ियाँ और अन्य कपड़े चुन रहे थे। परम को देखते ही रेखा के गांड में लपालप होने लगी और चूत गीली हो गई। बोब्लो में तनाव आ गया, रेखा का मन किया कि वही सबके सामने परम को अपना चूत चाटने को बोले।

इधर शेठानी की चूत भी चुदने के लिए फडफडाने लगी। शेठानी की चूत यह सोच कर ही अपना थोडा सा चूतरस को छोड़ दिया और लंड के आगमन के लिए अपने पैर थोड़े खोल दिए। लेकिन उन महिलाओं के सामने कुछ नहीं हो सकता था। परम भी सबके सामने रेखा या शेठानी को नहीं चोद सकता था। उसने शेठानी से पूछा “मालकिन आज कौन सा काम साफ कर दूं?”

शेठानी इशारा समझ गई और बोली, “बेटे आज इलाज वाला काम साफ कर दो। थोड़ी देर में मैं भी आती हूं…” फिर शेठानी ने रेखा की देख कर कहा, बेटी तू जाकर परम की मदद कर दे।”

“नहीं माँ, मुझे नींद आ रही है।” रेखा ने कहा और उठाकर नीचे चली गई। बहार बैठी औरतों को पता ही नहीं चला कि कौन किस काम के लिए गया। जब तक वो औरतें कुछ सोचती थी तब तक रेखा पूरी नंगी होकर बिस्तर पर पसर गई थी और परम उसकी चूत और गांड चाटने लगा था। बाहर औरतें साड़िया देखने और सिलेक्ट करने में ब्यस्त थे और रूम अंदर परम रेखा की गांड को कल जैसा ढीला कर रहा था। रेखा ने आज कल जैसा कोई नाटक नहीं किया। जब परम अन्दर आया उसने अपने आप ही अपने पैरो को फैला दिया और अपनी चूत को उजागर कर के परम को निमंत्रण दिया, उसकी चूत को चाट-चाट के ठंडा करे, और थोड़ी देर बाद उसने अपनी गांड पर एक ऊँगली रख के एक इशारा किया की उसकी गांड तेरे लंड से मार खाने के लिए तैयार है। परम भी इंतज़ार नहीं कर सकता था और उसका मुह तुरंत ही रेखा की चूत पे जा के चिपक गया और एक ऊँगली रेखा की गांड में चली गई। रेखा ने अपनी गांड को थोडा ढीला किया और गांड के होल में ऊँगली की प्रवेश को आसानी दे दी। आज रेखा ने जैमकार और खुश होकर अपनी गांड परम के लोडे को दे दिया और जैम कर अपनी गांड की मरामत करवा ली। उसकी गांड में परम का वीर्य से लबालब हो गई। रेखा गांड मरवा कर और चूत में कल दिन जैसा लंड रगड़वा कर बिल्कुल ठंडी हो गई थी और नंगे ही सोने की कोशिश करने लगी और सो भी गई।


बहार, औरतें साड़ी देख कर जाने की तैयारी में थी। परम कपडे पहन कर बाहर आया तो शेठानी ने उसे सबके लिए कोल्ड ड्रिंक बनाने को कहा। चारो औरतें ठंडा पी कर बाहर चली गईं और उनके जाते ही शेठानी ने अंदर से दरवाजा बंद कर परम को दबोच लिया।


आपकी राय की प्रतीक्षा रहेगी........
Jabardast update
Param ne toh pahuchte hi Rekha ko choda diya ab Sethaein ki baari hai
Waise ye story incest se jyada adultery lag rahi hai
 

ellysperry

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अब आगे........

“तूने रेखा को चोद लिया क्या?” शेठानी ने पूछा।




परम को सेठानी के सवाल की कहा पड़ी थी। परम ने सीधा सेठानी के ऊपर हमला कर दिया,परम ने शेठानी को पूरा नंगा कर दिया और उसके मांसल शरीर को सहलाते हुए कहा “नहीं रानी, तेरी बेटी की सिल नहीं तोड़ी है खाली चूत चाटी है और अपना लंड चुसाया है, और तेरी बेटी ने बड़े प्यार से मेरा लंड चूसा है और मेरा वीर्य को निगल गई और सो गई है, आ जा अब तुझे भी लंड चुसाता हूं।”

“अच्छा ठीक है लेकिन रेखा ने अच्छे से तेरे इस लौड़े को चूसा ना! ठीक से लंड का माल निकाला ना!”

“अभी सिख रही है तेरी बेटी, आदत हो जायेगी फिर वह भी तुम्हारे तरह मुझे अच्छे से चूसेगी और अपनी गांड भी फड़वाएगी तुम चिंता ना करो मेरे लंड की रानी। बस तुम अपने छेदों को जी भर के मेरे लंड को चोदने दो। तुम दोनों माँ-बेटी को मेरे लंड की आदत पड़ जाने दो। रानी, सही कह रहा हु न!”

“मुझे बस रेखा की चिंता थी बेटे, लेकिन अब तुम एक भरोसेमंद चोदु हो तो मुझे कोई तकलीफ नहीं आराम से उसके मुह को चोद और उसकी गांड की भी केर करता रह। फिर जब शादी के बाद आती है तो तेरा इस लंड से उसको गर्भवती भी कर देना और क्या चाहिए तुम्हे और मुझे भी! लेकिन इस रेखा के चक्कर में मेरी इस भोस को मत भूलना बेटे, आते जाते उसमे भी पानी डालते रहना। खुश हो के आशीर्वाद देगी बेचारी मेरी चूत।“

परम: “अरे, रानी फिकर क्यों करती हो,तुम चाहो तो अभी मेरे इस लंड से बच्चा ले सकती हो।“

अरे नहीं बेटे, मैं तो इस लिए कह रही थी की सब मर्दों को जवान और कमसिन माल में रस होता है, उसकी जवानी को तोड़ने में मजा होता है तो मैं समजी की तुम मुझे रेखा की मखमली चूत के सामने मुझे भूल जाओगे, इसलिए मैंने कहा बाकी मुझे मेरी बेटी को तुमसे चुदवाने में कोई रंज नहीं है, रेखा को जितना चोदेगा उतना तुम दोनों को मजा है और मुझे मेरी चूत में तेरा पानी ना सुख जाए बस।“

शेठानी गद्दे पर बैठ गई और परम के लंड को प्यार से चूसने लगी। थोड़ा देर चूसने के बाद परम से उसकी चूत चाटने को कहा। परम 69 पोजीशन में होकर चूत चूसने लगा। शेठानी की चूत सुंदरी की चूत का साइज से दोगुना हो गया। डबल रोटी जैसा फूला हुआ, लंबी फांक, करीब एक इंच लंबा क्लिट और फुद्दी / पंखुड़ियां बाहर निकले हुए। परम हर पार्ट्स को खूब मजे ले लेकर, जैसे कि चिकन की टांग चबा रहा हो, चूस रहा था। शेठानी भी लंड को कैंडी के जैसा प्यार से चाट रही थी। परम ने दोनों हाथो से मोटी मोटी जांघों को नीचे की तरफ खींच कर चूत को ऊपर उठा दिया था और उसकी गांड भी खुल गई थी। तभी शेठानी ने लंड मुँह से निकाला और कहा, “बेटा जल्दी चोदो नहीं तो कोई आ जाएगा तो मजा ख़राब हो जाएगा।”

परम निचे उतर कर उसकी एक टांग को अपने कंधे पर रख कर फचा-फच, फचा-फच चुदाई करने लगा। परम खूब दम लगा कर चोद रहा था।

“रानी, गांड मरवाओगी?”


"आज नहीं। शादी ख़त्म होने दो फिर दिनभर तुम्हारे लौड़े को चूत और गांड के अन्दर ही रखूंगी। अभी फटा-फट चोद के चूत को ठंडा कर दो।ज्यादा जोर से मारो बेटे, मेरी चूत कब से तेरे इस डंडे से मार खाने को तड़प रही है।" परम प्यार से मोटी-मोटी निपल दबा और शेठानी के होठों को चूम-चूम कर अपना लंड पाओ-रोटी जैसी चूत में पेलता रहा। शेठानी भी चुत्तर उछाल उछाल मजा ले रही थी और अपनी किस्मत को सराह रही थी की एक 45-46 साल की चूत को 20 साल का लौंडा प्यार से चोद रहा था। जैम के उसकी चूत की सर्विस कर रहा था। मैत्री और फनलव की अनुवादित कहानी पढ़ रहे है


कोमेंट बॉक्स में आप के सहकार की अपेक्षा सह:
Jabardast update 🔥 👍🏻
 

ellysperry

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शेठ सुंदरी को बिस्तर पर बैठा देख मस्त हो गया। वो बिस्तर पर सुंदरी के बगल में बैठ गया और उसे अपनी गोदी पर गिरा लिया।

“ओह, सुंदरी…” शेठ कुछ कह रहा था तो सुंदरी ने उसके मुंह पर उंगली रख कर कहा ” नाम से मत पुकारो, आपका मुनीम और मेरा सुहाग सुनेगा तो समझ जाएगा कि शेठ उसकी बीबी की चूत की खबर ले रहा है और पेल रहा है…!”

शेठ ने उसे बाहों में ले लिया और ज़ोर से चूमा मानो सालों से किसी औरत को छुआ ही न हो। यह सच था, उसने अपनी पत्नी को छह महीने से ज़्यादा समय से नहीं चोदा था और सुंदरी के बेटे ने कुछ ही दिनों में उसे दो बार चोदा। शेठ ने उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए। सुंदरी ने कोई विरोध नहीं किया और जल्द ही वह नंगी हो गई। शेठ ने उसे बिस्तर पर सीधा लिटा दिया। वह उससे थोड़ा दूर हुआ और उसे ऊपर से नीचे तक देखा।

वह वास्तव में एक परी थी। अच्छे, छोटे पैर। बहुत ही सुडौल पिंडलियाँ और टांगें जो लगातार मोटी होती जा रही थीं और ऊपरी जांघें केले के तने की तरह मज़बूती से जमी हुई थीं। कहीं भी अतिरिक्त मांस नहीं। छोटा जघन क्षेत्र, उसकी पत्नी के विपरीत, जिसका आकार सुंदरी की चूत से दोगुना से भी ज़्यादा था। चूत सूजी हुई थी और पेट के स्तर पर उठी हुई थी। चूत के दो होंठ लगभग जुड़े हुए थे मानो ज़्यादा चुदी हुई न हो। भगनासा दिखाई दे रही थी और इसलिए चूत की पंखुड़ियाँ चूत की दरार से बाहर निकल रही थीं। भगनासा लगभग 1 इंच लंबी, दोनों गोलार्द्धों के बीच लगभग कोई अंतर नहीं था और दोनों उसकी छाती पर मजबूती से जमे हुए थे, मतलब ज्यादा दबाया हुआ नहीं लगता था। ये समान रूप से उभर रहे थे। निप्पल भी मोटे, लंबे और उभरे हुए थे। एरोला का व्यास लगभग 1 इंच से थोड़ा ज़्यादा और रंग गहरा काला था। उसके कंधे चौड़े लेकिन गोल थे और गर्दन चिकनी और लंबी थी। उसकी ऊपरी भुजाएँ उसकी कामुकता को और बढ़ाने के लिए तराशी हुई और मोटी थीं। उसका चेहरा गोल था, गालों पर गड्ढे थे और होंठ छोटे और अच्छे से सेट थे। उसने उसके होंठों की तुलना चूत के होंठों से की और उसने देखा कि चूत के होंठ उसके मुँह के होंठों से लगभग दोगुने आकार के थे।

"रानी पलट जाओ,मुझे तुम्हारी गांड देखने दो औरपना पीछे का खजाना दिखाओ की तुम्हारी गांड का छेद कैसा है।" शेठ फुसफुसाया और सुंदरी ने अपना पेट पलट दिया। उसकी नज़रें उसके दोनों कूल्हों पर टिक गईं जो गोल, बड़े और मज़बूत थे। बिल्कुल भी ढीले नहीं थे। उसने कुछ देर तक सुंदरी की खूबसूरती को निहारा और उसके सामने खड़ा हो गया। उसने अपना कुर्ता और फिर गंजी उतार दी। सुंदरी उसके 'तोंद' (फूले हुए पेट) को देखकर मुस्कुराई। उसे आश्चर्य हुआ कि वह चुदाई कैसे कर पाएगा। तभी उसने देखा कि शेठ धोती खोल रहा है। वह सिर्फ़ सूती सफ़ेद अंडरवियर में था। सुंदरी ने हाथ बढ़ाकर नाड़ा खींचा और अंडरवियर ज़मीन पर गिर गया। उसने जो देखा उससे वह हैरान रह गई। उसने जो सोचा था उसके विपरीत शेठ का लौड़ा उसके पति या उसके बेटे परम से भी बड़ा था,लेकिन अपने पति जैसा तो नहीं था, उसका सुपारा तो वाह। यह उसकी निचली कलाई जितना मोटा था। और यह पूरी तरह से तना हुआ, लोहे के खंभे जैसा सख्त था।


अब सुंदरी क्या सोच रही है वो कल .........
Jabardast update
Ab dekhte hai sundari ko kiske sath chudai me jyada maja aata hai seth ke sath ya param ke sath aaya tha
 

ellysperry

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मोटा और कड़ा लंड देख कर सुंदरी के चूत और मुँह दोनों में पानी आ गया। उसने अपना हिस्सा थोड़ा आगे बढ़ाया और दोनों हाथो में लंड पकड़ कर सहलाने लगी। सुंदरी ने लंड को चमड़ी को कई बार आगे पीछे किया तो लंड का सुपाड़ा बाहर निकल आया। सुपाड़ा गीला हो चुका था और सुंदरी ने सुपाड़ा को चूसना शुरू किया। सुंदरी सुपाड़ा ऐसे चूस रही थी जैसे कोई छोटा बच्चा लॉलीपॉप चूसता है। सुंदरी ने 2 इंच से ज्यादा लंड मुँह के अंदर नहीं लिया और उसकी उपरी हिस्से को ही चूस रही थी। सेठ का लंड चूसने में इतना मजा आया उसे परम का लंड चूसने में नहीं आया था। उधर शेठ को सुंदरी के मुँह में लंड चुसाने में बहुत मज़ा आ रहा था और अगर उसका ज्यादा चूसा गया तो छूट जाएगा और सुंदरी का लंड चूसती रहेगी तो वो झड़ जाएगा लेकिन शेठ सुंदरी के चूत में पानी गिराना चाहता था। उसने लंड मुँह से खींचा, सुंदरी समझ गई कि शेठ उसे चोदना चाहता है। वो भी पलट कर सीधी हो गई और पैरों को ऊपर की ओर हवा में फैला दिया। शेठ ने सुंदरी के कमर के नीचे एक तकिया रखा। सुंदरी की चूत और ऊपर उठ गयी। शेठ ने सुंदरी की कमर को जकड़ा और सुपाड़ा को चूत के गेट पर रख कर धक्का मारा तो एक धक्के में ही पूरा लंड चूत के अंदर चला गया। आखि़र जाता क्यों नहीं। शेठ पुराना चुद्दाकर था और उसके शरीर का वजन भी 100 किलो से ज्यादा था और कहा सुंदरी मुश्किल से 60 किलो की थी। सुंदरी के मुँह से “अह्ह्ह्ह।।” निकला ओह्ह भेन्च्जोद और उसने कहा: यह मैत्री और फनलव की अनुवादित रचना है

“शेठ आपका लंड बहुत मोटा है, थोड़ा धीरे-धीरे चोदो और धीरे धक्का मारो, और आराम से चोदो मेरी चूत को।”

शेठ उसे प्यार से चोद रहा था और सुंदरी भी मजे लेकर अपनी चूत मरवा रही थी।

चोदते चोदते शेठ उसकी जरूर जवान चुचियो को भी मसल देता था।

"रानी आज 16-17 साल के इंतजार के बाद तुम्हारी चूत का दर्शन हुआ है। बहुत मजा है, जितना सोचा था तुम्हारी चूत अभी भी उससे ज्यादा टाइट है।" कहते हुए शेठ ने जोर का धक्का मारा।

"ओउच्ह्ह…भेन्चोद, एक दिन में ही चूत का भरता बना दोगे क्या? दोबारा नहीं चोदना है क्या!!!"

“अब तो रानी, बार-बार चोदूंगा…पहले क्यों नहीं मिली…भोसड़ीकी, मादरचोद!”

"आप पहले बुलाते तो मैं आ जाती। कई बार मैं आपके सामने से निकली लेकिन आपने कभी हाथ भी नहीं पकड़ा!"

इस तरह से चुदाई करते रहे और शेठ ने सुंदरी के चूत में अपना पानी से छोड़ दिया और उसके ऊपर चिपक कर लेट गया। सुंदरी को उम्मीद से ज्यादा मजा आया था।

ठंडे होकर दोनों चुम्मा चाटी करते-करते बात करने लगे। बच्चों की बात हुई तो सुंदरी ने कहा कि उसका बेटा परम शेठ की बेटी से बहुत प्यार करता है। रेखा चली जाएगी तो सोच-सोच कर उदास रहता है। शेठ ने कहा कि रेखा भी परम को चाहती है और उसने दोनों को एक दूसरे का बदन सहलाते देखा है। शेठ ने कहा कि अगर रेखा परम से चुदवाएगी तो वो कुछ नहीं बोलेगा। शेठ ने सुंदरी को प्यार करते हुए अनुरोध किया कि वो अपनी छोटी बहू को चोदना चाहता है और इस में सुंदरी उसकी मदद करे।

“सुंदरी तुम जो मांगेगी दूंगा, अगर तुम मेरी बहु को मेरे लंड के निचे ला सको तो।”


सुंदरी ने जवाब दिया कि “पहले उसको आने दो, फिर देखु बहू को कितना गरम कर सकती हूं, उसकी चूत में कितनी भड़क है। इस काम में परम ज्यादा मदद कर सकता है, सेठजी।“

बने रहिये ..............
Bahut hi jabardast update 🔥 👍🏻
Seth ne toh sundari ko santusht kar diya aur sundari bko bhi sayad itna maja param aur uske pati ne nhi Diya tha
 

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Param ne toh pahuchte hi Rekha ko choda diya ab Sethaein ki baari hai
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जी हो सकता है

लेकिन इसमें इन्सेस्ट भी तो है

लेकिन आप शायद सही कह रहे है..............लकिन अब चेंज भी तो नहीं हो सकता
 
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