अप डेट –1
प्रिया का तलाक उसे अंदर से तोड़ चुका था, और वह अपनी जिंदगी में नई शुरुआत की तलाश में थी। अनहद, 18 साल का युवा, उसकी देखभाल और प्यार से उसे फिर से जीने का मौका देना चाहता था। यह दिल्ली के एक बड़े, पारिवारिक घर में हो रहा था, जहां हर कोना प्यार और ड्रामा से भरा था। अनहद ने प्रिया को जीतने की ठानी, और वह हर दिन छोटी-छोटी चीजों से उसका दिल जीतने की कोशिश करता था। सुबह वह उसके लिए कॉफी बनाता, दोपहर में उसकी पसंद का सैंडविच, और रात को उसकी फैशन डिजाइन्स पर सुझाव देता – जैसे, “दीदी, ये ड्रेस तुम्हारी कमर को और खूबसूरत दिखाएगी।“ वह उसकी थकान को कम करने के लिए मसाज करता, और रात को फोन पर घंटों उसकी बातें सुनता। ये सब प्यार, सिडक्शन, और केयरिंग का हिस्सा था। एक शाम, अनहद प्रिया के कमरे में गया, जहां वह बेड पर लेटी थी, थकी हुई लेकिन उसकी आंखों में एक चमक थी जब उसने अनहद को देखा। कमरे में हल्की मोमबत्ती की रोशनी थी, और प्रिया की सिल्की साड़ी उसकी कर्वी बॉडी (36-28-38) पर लहरा रही थी।
अनहद: (दरवाजा खटखटाकर, धीमी और प्यार भरी आवाज में) दीदी, मैं अंदर आ सकता हूं? आज काम कैसा रहा? तुम थकी हुई लग रही हो, मेरा दिल दुखता है देखकर।
प्रिया: (बेड पर लेटी, थकी लेकिन स्माइल के साथ) आ जा अनहद। बस, वही रूटीन... क्लाइंट्स, डेडलाइन्स, और वो बेकार मीटिंग्स। लेकिन तू आया तो दिल को थोड़ा सुकून मिला, जैसे कोई ताजगी आ गई।
अनहद उसके पास बेड पर बैठा, उसका हाथ धीरे से पकड़ा। उसका स्पर्श गर्म और कोमल था, और प्रिया की सांस थोड़ी तेज हो गई। सिडक्शन और केयरिंग शुरू हुई: अनहद ने उसके कंधे पर हाथ रखा, अपनी उंगलियों से हल्की मसाज दी, और उसकी गर्दन के तनाव को दूर करने की कोशिश की।
अनहद: (आंखों में देखकर, मुलायम और प्यार भरी आवाज में) दीदी, तुम इतनी टेंशन लेती हो। तुम्हारा चेहरा देखकर लगता है तुम कोई रानी हो, लेकिन ये उदासी... मैं इसे दूर करना चाहता हूं। तुम्हारी आंखों में वो चमक फिर लाना मेरा सपना है। तुम मुझे बताओ, क्या करूं तुम्हारी खुशी के लिए? मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हूं।
प्रिया: (हिचकिचाते हुए, लेकिन उसकी केयरिंग से पिघलती हुई) अनहद, तू इतना केयरिंग क्यों है? ये... ये गलत है ना? हम भाई-बहन हैं... लेकिन तेरा साथ मुझे ऐसा फील कराता है जैसे मैं अकेली नहीं। (उसकी आंखें नम हो गईं।)
अनहद: (उसके करीब आते हुए, गहरी नजरों से, हाथ को सहलाते हुए) दीदी, प्यार में क्या भाई-बहन, क्या फर्क पड़ता? तुम्हारा दर्द मेरा दर्द है, तुम्हारी मुस्कान मेरी खुशी। मैं तुम्हें फिर से हंसता देखना चाहता हूं, तुम्हें वो प्यार देना चाहता हूं जो तुम डिजर्व करती हो। तुम बस मुझे बताओ, तुम्हारा दिल क्या चाहता है? मैं तुम्हारे लिए आसमान से तारे तोड़ लाऊंगा। (उसने प्रिया की पीठ पर हल्का सा हाथ फेरा, उसे कडल करने की कोशिश की।)
प्रिया की आंखें नम हो गईं, और वह उठी। उसने अनहद को गले लगा लिया – यह हग सामान्य नहीं था, बल्कि गहरा, गर्म, और लंबा। अनहद ने उसकी पीठ पर अपनी हथेली को धीरे-धीरे चलाया, जैसे वह उसे कंफर्ट देना चाहता हो। उसने प्रिया के सिल्की, छोटे बालों की खुशबू सूंघी – एक फ्लोरल नोट – और धीरे से उसके कान में फुसफुसाया, "दीदी, तुम इतनी खूबसूरत हो, जैसे चांदनी रात का सपना। तुम्हारा एक्स तुम्हें डिजर्व नहीं करता था... मैं तुम्हें वो खुशी दूंगा जो तुम्हें हमेशा मिलनी चाहिए थी।" प्रिया का शरीर कांप गया, और उसने अनहद को और जोर से गले लगाया, उसकी बाहों में सिर दबाया, जैसे वह उसकी गर्माहट से सुरक्षा चाहती हो।
प्रिया: (आवाज में कंपन, भावुक) अनहद, तू इतना अच्छा क्यों है? मेरे पास कोई नहीं है... सिवाय तेरे। तेरा ये प्यार, ये केयर... मुझे डर लगता है, लेकिन मैं इसे छोड़ भी नहीं सकती। ये रिश्ता... ये गलत है ना? (उसने अनहद की छाती पर अपना चेहरा रखा, हल्का सा रोने लगी।)
अनहद: (उसके चेहरे को हाथों में लेते हुए, आंखों में देखकर, कडलिंग करते हुए) दीदी, प्यार कभी गलत नहीं होता। तुम मेरे लिए सब कुछ हो – मेरा सपना, मेरा सुकून। मैं तुम्हारी हर इच्छा, हर सपना पूरा करूंगा, चाहे दुनिया कुछ भी कहे। बस तुम मुझे एक मौका दो, मैं तुम्हें अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाऊंगा। (उसने प्रिया को अपनी बाहों में और कसकर लिया, उसकी पीठ को सहलाया, और उसके बालों में उंगलियां फेरते हुए उसे चूमने की कोशिश की।)
प्रिया पिघल रही थी। उसने अनहद के गाल पर हल्का सा चुंबन लिया, फिर पीछे हटी, जैसे उसे अपराधबोध हुआ। लेकिन अनहद ने उसका हाथ पकड़ा, उसे अपनी ओर खींचा, और उसे कडल करने लगा। "दीदी, तुम्हारी मुस्कान मेरी दुनिया है। मैं तुम्हें कभी जज नहीं करूंगा, सिर्फ तुम्हारी खुशी चाहता हूं," उसने कहा, और प्रिया को अपनी छाती से लगाया। प्रिया ने उसकी बाहों में सिर रखा, और अनहद ने उसे गले लगाकर कडल किया, उसकी पीठ पर हल्के से थपथपाया। यह कडलिंग इतनी गहरी थी कि प्रिया का तनाव गायब हो गया, और वह अनहद की गर्माहट में डूब गई।
प्रिया: (सॉफ्ट वॉयस, भावुक) अनहद, तू मुझे ऐसा फील कराता है जैसे मैं फिर से जिंदा हो गई। मेरा दिल कहता है तुझसे प्यार करूं, लेकिन दिमाग डराता है।
अनहद: (उसके माथे पर चूमते हुए, केयरिंग टोन में) दीदी, दिल की सुनो... मैं तुम्हारे साथ हूं, हमेशा। मैं तुम्हें वो प्यार दूंगा जो तुम्हें तलाक के दर्द से ऊपर उठाए। (उसने प्रिया को और कसकर गले लगाया, उसकी कमर को सहलाया, और उसकी आंखों में देखकर मुस्कुराया।)
प्रिया भी सिड्यूस करने लगी। एक रात,
फोन पर बातचीत:
प्रिया: (शरारती और फ्लर्टी स्वर में) अनहद, वो लिंगरी जो तूने दी... मैंने ट्राई की। बहुत सेक्सी लग रही थी। तूने कैसे चुनी? क्या तूने मुझे सोचकर चुनी?
अनहद: (हंसते हुए, रोमांटिक और फ्लर्टी टोन में) दीदी, मैंने सोचा मेरी रानी को कुछ ऐसा चाहिए जो उसकी खूबसूरती को और बढ़ाए। मैंने कल्पना की थी कि तू इसे पहनेगी, और मेरा दिल धड़क उठा। तूने पहनी तो मेरे लिए पिक भेज दे ना, मैं तुम्हें देखकर सपने में भी मुस्कुराऊंगा।
प्रिया: (हंसते हुए, शरारती) बदमाश! इतना बोल्ड हो गया? लेकिन... तुझे दिखाने का मन है, सच कहूं। पर ये गलत है ना, अनहद? (उसकी आवाज में हल्की शरम थी, लेकिन जुनून भी।)
अनहद: (गहरी, रोमांटिक टोन में) दीदी, तुम्हारे लिए मेरा दिल धड़कता है। चाहे दुनिया कुछ भी कहे, मैं तुम्हारी हर ख्वाहिश पूरी करूंगा। तुम बस कहो, मैं तुम्हारा गुलाम बन जाऊंगा। (उसने फोन पर हल्की सांस ली, जैसे वह प्रिया की नजदीकी महसूस कर रहा हो।)
प्रिया की हंसी में शरारत थी, लेकिन उसकी आंखों में जुनून था। वह और बोल्ड होकर बोली, "अनहद, तू बड़ा हो गया है। तेरी बॉडी देखकर लगता है तू किसी को भी पागल कर सकता है... मुझे भी पागल कर दे।" ये डबल मीनिंग बातें दोनों को उत्तेजित कर रही थीं। अनहद ने उसे और करीब लाने के लिए रोमांटिक गिफ्ट्स दिए – एक हार्ट शेप्ड नेकलेस ("मेरी रानी"), एक गुलाब का गुलदस्ता, और एक पर्सनल नोट जिसमें लिखा था, "तुम मेरी दुनिया हो, दीदी।" प्रिया ने नेकलेस पहना और कहा, "तू मुझे स्पेशल फील कराता है, अनहद। लेकिन अगर मां को पता चला तो?”
अगले दिन प्रिया: (चाय बनाते हुए, साड़ी में, कमर दिख रही) अनहद, जरा चीनी का डिब्बा दे।
अनहद: (पीछे से आकर, कमर पर हल्का हाथ रखते हुए, केयरिंग और फ्लर्टी) दीदी, ये रहा। (उसकी कमर पर उंगलियां फिसलीं, हल्का दबाव, फिर उसे कडल करने की कोशिश) तुम्हारी साड़ी में तुम और हॉट लग रही हो, जैसे कोई परी।
प्रिया: (सांस तेज, शरारती स्माइल) अनहद, सावधान... मां नीचे है। लेकिन... तेरा स्पर्श, बिजली जैसा लगता है। (वह पीछे मुड़ती, अनहद की आंखों में देखती, अपनी कमर उसके करीब दबाती, और हल्का सा कडल करती)
अनहद ने प्रिया की इच्छाओं को समझा। उसे भावनात्मक समर्थन चाहिए था – वह उसकी परेशानियां सुनता, उसे गले लगाता, और कडल करता। एक रात, सोफे पर साथ बैठे, टीवी चल रहा था:
अनहद: (उसकी जांघ पर हाथ रखकर, सहलाते हुए) दीदी, तुम्हारी स्किन इतनी सॉफ्ट है। तुम्हें देखकर लगता है तुम कोई मॉडल हो, मेरी खूबसूरत रानी।
प्रिया: (हंसते हुए, फ्लर्टी, कडलिंग) अनहद, तू तो रोज मेरी तारीफ करता है। लेकिन सच बोल, तुझे मेरी ड्रेस पसंद है या मेरी बॉडी? (वह अपनी ड्रेस थोड़ी ऊपर करती, जांघ दिखाती, और अनहद के कंधे पर सिर रखती)
अनहद: (रोमांटिक टोन, उसे कडल करते हुए) दीदी, तुम पूरी की पूरी मेरे दिल में बस गई हो। मैं हर पल तुम्हारे बारे में सोचता हूं। तुम मुझे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनने दो, मैं तुम्हें हर दिन कडल करूंगा। (उसने प्रिया को अपनी बाहों में लिया, उसकी पीठ सहलाई, और उसके बालों में उंगलियां फेरते हुए उसे चूमने की कोशिश की।)
प्रिया का अपराधबोध कम हो रहा था। वह अनहद की केयरिंग से पिघल रही थी – वह उसे खाना बनाकर खिलाता, उसके लिए शॉपिंग करता (जैसे सेक्सी लिंगरी), और रात को फोन पर घंटों बातें करता। परिवार में ड्रामा था: प्रिया का एक्स-पति कॉल करता, जिससे अनहद जलता।
प्रिया: (एक दिन, उदास) अनहद, वो फिर कॉल करके परेशान कर रहा है... मैं थक गई हूं।
अनहद: (उसे गले लगाते हुए, केयरिंग) दीदी, वो तुम्हें परेशान क्यों करता है? मैं तुम्हें उससे कहीं ज्यादा खुश रखूंगा। आओ, मैं तुम्हें कडल करके सुकून दूंगा। (उसने प्रिया को सोफे पर कडल किया, उसकी पीठ थपथपाई, और उसके बालों में हाथ फेरा।)
प्रिया: (भावुक, कडलिंग) अनहद, मेरी जिंदगी में तू ही मेरी ताकत है। लेकिन ये जो हम कर रहे हैं... ये गलत तो नहीं?
अनहद: (उसके हाथ चूमते हुए, रोमांटिक) दीदी, प्यार कभी गलत नहीं होता। मैं तुम्हें वो सब दूंगा जो तुम्हारा हक है – प्यार, केयर, और हर वो खुशी जो तुम चाहती हो। (उसने प्रिया को अपनी बाहों में और कसकर लिया, उसे कडल करते हुए उसके माथे पर चूमा।)
प्रिया ने अनहद को अपनी सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन बताई: "तलाक के बाद मैंने सोचा था मैं कभी खुश नहीं हो पाऊंगी। लेकिन तू... तू मुझे जिंदा फील कराता है, जैसे कोई नया प्यार।"
अनहद: (प्यार भरे टोन में) दीदी, मैं तुम्हारी हर ख्वाहिश पूरी करूंगा, चाहे वो कितनी भी गुप्त हो। तुम मेरे लिए सब कुछ हो, और मैं तुम्हें हर दिन कडल करके प्यार दूंगा। (उसने प्रिया को कडल किया, उसकी कमर सहलाई, और उसके बालों में उंगलियां फेरते हुए उसे चूमा।)
यह आपसी सिडक्शन था – अनहद का रोमांटिक और केयरिंग अप्रोच, प्रिया की बोल्ड और फ्लर्टी रिस्पॉन्स। उनकी बॉन्डिंग अब सिर्फ भाई-बहन की नहीं थी, बल्कि दो प्रेमियों की थी, जो एक-दूसरे के लिए तरस रहे थे। अनहद की मेहनत रंग लाई – प्रिया का अपराधबोध कम हुआ, और वह अनहद के प्यार में डूबने को तैयार थी। कडलिंग के दौरान वह अनहद की बाहों में सिर रखती, और अनहद उसे गले लगाकर उसकी पीठ सहलाता, जैसे वह उसे दुनिया से बचाना चाहता हो।
कुछ दिन बाद
प्रिया का जन्मदिन पार्टी जोरदार थी – घर में रिश्तेदार, हंसी-ठिठोली, डांस, केक कटिंग। अनहद ने प्रिया के लिए स्पेशल ड्रेस गिफ्ट की थी – एक रेड साड़ी, जो उसकी कर्व्स को हाईलाइट करती। रात 1 बजे, पार्टी खत्म। घर में सन्नाटा, मां रिया सो चुकी, नेहा अपने रूम में। अनहद चुपके से प्रिया के रूम में घुसा, दरवाजा लॉक किया। कमरे में डिम लाइट, प्रिया रेड साड़ी में बेड पर, थकी लेकिन आंखों में चमक।
अनहद: (पास आकर, गहरी आवाज में) दीदी, आज तुम्हारा जन्मदिन है। मैं चाहता हूं ये रात तुम कभी न भूलो। तुम्हारी खुशी के लिए मैं कुछ भी करूंगा।
प्रिया: (आंखें चमकतीं, सांस तेज) अनहद, तू क्या करने जा रहा है? मां नीचे है... अगर किसी ने देख लिया तो? लेकिन... मैं भी चाहती हूं कि आज कुछ स्पेशल हो।
जन्मदिन पार्टी के बाद रात का सन्नाटा, कमरे में डिम लाइट की गर्माहट, और अनहद व प्रिया के बीच का जुनून अपने चरम पर था। कमरे में हल्की खुशबू थी – प्रिया की परफ्यूम (एक मस्की फ्लोरल नोट) और उनकी सांसों की गर्मी का मिश्रण। मां रिया नीचे सो रही थी, और घर में कोई भी जाग सकता था। यह खतरा उनकी उत्तेजना को और बढ़ा रहा था, जैसे आग में घी डाल रहा हो। प्रिया की रेड साड़ी अभी तक उसकी कर्वी बॉडी (36-28-38) को ढक रही थी, लेकिन अनहद की नजरें उसकी हर लहराती लाइन पर थीं। उनकी बॉन्डिंग अब भाई-बहन की सीमा को पार कर चुकी थी, और यह पल उनके प्यार और जुनून का प्रतीक बनने वाला था।
अनहद ने प्रिया की ओर कदम बढ़ाया, उसकी सांसें तेज थीं, और उसकी आंखें प्रिया की साड़ी से ढकी कर्व्स को निहार रही थीं। उसने धीरे से प्रिया की साड़ी का पल्लू पकड़ा – लाल रेशम का मुलायम कपड़ा, जो प्रिया की गोरी त्वचा पर चमक रहा था। उसने पल्लू को अपनी उंगलियों से सहलाया, जैसे वह इस पल को लंबा खींचना चाहता हो, और फिर धीरे-धीरे खींचना शुरू किया। साड़ी के फोल्ड्स एक-एक करके खुलते गए, और हर परत के साथ प्रिया की बॉडी और उजागर होती गई। साड़ी फर्श पर स्लाइड हुई, जैसे कोई पर्दा हट रहा हो, और प्रिया अब ब्लाउज और पेटीकोट में खड़ी थी। उसकी गोरी त्वचा चमक रही थी, जैसे चांदनी में नहाई हो, और उसकी कर्वी फिगर (36-28-38) – बड़े बूब्स, पतली कमर, और गोल नितंब – डिम लाइट में एक देवी की तरह दिख रही थी।
अनहद: (गहरी, पैशनेट आवाज में) दीदी, तुम किसी अप्सरा से कम नहीं... तुम्हारी ये खूबसूरती मुझे पागल कर देती है। (उसने अपनी उंगलियों को प्रिया के पेट पर फेरा, हल्के से उसकी नाभि को छुआ, और फिर वहां एक कोमल, गर्म चुंबन लिया।)
प्रिया की सांस रुक गई, उसकी त्वचा अनहद के स्पर्श से झनझना उठी। उसने अनहद की आंखों में देखा, और उसका डॉमिनेंट व्यक्तित्व जाग उठा। वह अनहद के करीब आई, उसकी शर्ट के बटन पकड़े, और तेजी से उन्हें खोलने लगी। हर बटन के साथ उसकी उंगलियां अनहद की छाती पर फिसलीं, और आखिरी बटन खुलते ही उसने शर्ट को झटके से उतार दिया। अनहद का चौड़ा सीना (42 इंच) सामने आया – सिक्स-पैक एब्स, मजबूत कंधे, और हल्की बॉडी हेयर। प्रिया ने अपने नाखूनों को अनहद के सीने पर गड़ा, हल्के से खरोंचते हुए, जैसे वह उसकी मर्दानगी को आजमाना चाहती हो।
प्रिया: (डॉमिनेंट, पैशनेट टोन में) चुप रह, अनहद... आज मैं कंट्रोल करूंगी। तेरी ये बॉडी कितनी मर्दाना है... मुझे पागल कर देती है। (उसने अनहद के सीने पर हाथ फेरते हुए उसकी त्वचा को सहलाया, और फिर उसे बेड की ओर धकेला।)
अनहद ने प्रिया की ओर देखा, उसकी आंखों में प्यार और जुनून था। उसने प्रिया के ब्लाउज की ओर हाथ बढ़ाया, और धीरे से हुक खोला – एक-एक कर, जैसे वह इस पल को यादगार बनाना चाहता हो। ब्लाउज खुलते ही प्रिया की ब्रा सामने आई, लाल रंग की, जो उसके बड़े बूब्स (36 इंच) को उठा रही थी। अनहद ने ब्रा का हुक खोला, और प्रिया के गोल, फर्म स्तन बाहर आए – निपल्स सख्त और गुलाबी, जैसे उत्तेजना का इंतजार कर रहे हों। अनहद की सांस तेज हो गई, और उसने प्रिया की ओर देखा।
अनहद: (फुसफुसाते हुए, रोमांटिक) दीदी, तुम्हारे ये स्तन... जैसे स्वर्ग के फूल। मैं तुम्हें हर तरह से प्यार करना चाहता हूं।
प्रिया ने अनहद की पैंट की ओर हाथ बढ़ाया, उसकी बेल्ट खोली, और तेजी से पैंट को नीचे खींच दिया। अनहद का अंडरवीयर हटा, और उसका सख्त लिंग (7 इंच) बाहर आया – स्ट्रेट, हल्का कर्व ऊपर की ओर, वेंस उभरे हुए, और टिप गुलाबी। प्रिया ने उसे अपनी उंगलियों से छुआ, धीरे-धीरे सहलाया, और उसकी लंबाई को महसूस किया।
प्रिया: (शरारती, पैशनेट टोन में) देख, कितना तैयार है तू मेरे लिए... मुझे इसे फील करना है, अनहद। (उसने लिंग को अपनी हथेली में लिया, ऊपर-नीचे मूव किया, और अनहद की कराह निकल गई।)
अब दोनों पूरी तरह कपड़ों से मुक्त हो गए। अनहद ने प्रिया का पेटीकोट की नाड़ी खोली, और उसे नीचे खींचा। पेटीकोट फर्श पर गिरा, और प्रिया पूरी तरह नंगी थी – उसकी गोरी त्वचा, कर्वी फिगर, और गहरी नाभि में गुलाब का टैटू चमक रहा था। उसके नितंब (38 इंच) गोल और फर्म थे, और उसकी जांघें मजबूत लेकिन नाजुक। अनहद ने अपनी आंखों से प्रिया की पूरी बॉडी को निहारा, और उसने प्रिया की कमर को पकड़ा, उसे अपने करीब खींचा।
अनहद का शरीर भी अब पूरी तरह नंगा था – उसकी चौड़ी छाती, सिक्स-पैक एब्स, और मजबूत पैर। उसकी त्वचा हल्की टैन थी, और पसीने से चमक रही थी। प्रिया ने अनहद के लिंग को फिर से छुआ, उसे सहलाया, और अपनी उंगलियों से उसकी लंबाई को एक्सप्लोर किया। अनहद ने प्रिया के नितंबों को पकड़ा, उन्हें मसला, और कहा, "दीदी, तुम्हारी हर चीज परफेक्ट है... मैं तुम्हें पूजा करना चाहता हूं।" प्रिया ने अनहद के कंधों पर हाथ रखा, उसे बेड पर धकेला, और ऊपर चढ़ गई, तैयार होकर अपने डॉमिनेंस को दिखाने के लिए।
इस प्रक्रिया में हर टच, हर नजर, और हर शब्द पैशन से भरा था। अनहद ने प्रिया की नाभि को चूमते हुए उसकी कमर पर हाथ फेरा, और प्रिया ने अनहद के सीने पर नाखून गड़ा कर उसे अपनी ओर खींचा। उनके बीच की केमिस्ट्री इतनी गहन थी कि हवा में रोमांस और जुनून तैर रहा था। प्रिया ने अनहद के लिंग को सहलाते हुए कहा, "तू मेरा है, अनहद... आज मैं तुझे अपना बना लूंगी," और अनहद ने जवाब में प्रिया के स्तनों को छुआ, "दीदी, मैं पहले से तेरा हूं... ये प्यार हमेशा का है।" उनके कपड़े उतरते वक्त उनकी सांसें एक-दूसरे से टकरा रही थीं, और हर मूवमेंट में एक गहरा इमोशनल कनेक्शन था। यह पल सिर्फ शारीरिक नहीं था, बल्कि उनकी आत्माओं का मिलन था, जो उनकी बॉन्डिंग को और मजबूत कर रहा था।
प्रिया का जुनून अब बेकाबू हो चुका था। उसने अनहद की ओर देखा, उसकी आंखों में एक जंगली चमक थी, और अचानक वह उस पर झपट्टा मारी। उसने अनहद के होंठों पर अपने पूरे होंठ चिपका दिए, जैसे वह सालों की भूख मिटाना चाहती हो। उसकी जीभ तेजी से अनहद के मुंह में घुसी, गर्म और नम, और उसने उसके निचले होंठ को कसकर चूसा, फिर हल्का सा काटा। अनहद की सांस रुक गई, लेकिन उसने तुरंत जवाब दिया – उसने प्रिया की जीभ को अपनी जीभ से पकड़ा, उसे चूसा, और उसके ऊपरी होंठ को हल्के से काटा। उनके होंठ एक-दूसरे से टकरा रहे थे, गर्मी और नमी से भरे, और उनकी सांसें आपस में मिल गईं।
अनहद: (फुसफुसाते हुए, गहरी और भावुक आवाज में) आई लव यू दीदी, ये पल हमारा है, हमेशा के लिए... तुम मेरे दिल की धड़कन हो। (उसने प्रिया के होंठों पर एक गहरा चुंबन लिया, अपनी जीभ को और अंदर डालकर उसकी जीभ से खेला।)
प्रिया: (उसके बाल खींचते हुए, पैशनेट और डॉमिनेंट) मैं भी तुझे प्यार करती हूं, अनहद... लेकिन आज मैं तेरी मालकिन हूं। मेरी बात मान, और मुझे पूरा प्यार दे। (उसने अनहद के होंठों को और जोर से चूसा, अपनी जीभ को उसके मुंह में और गहराई तक ले गई।)
उनकी जीभें एक-दूसरे से लड़ीं, जैसे दो जंगली नदियां मिल रही हों। प्रिया ने अनहद के बालों को अपनी उंगलियों में जकड़ा, और उन्हें खींचकर उसे और करीब खींचा। अनहद ने प्रिया के निचले होंठ को काटा, फिर उसे चूसा, और उसकी जीभ को अपनी जीभ से लपेट लिया। उनके होंठ सूज गए, लाल हो गए, और सलाइवा की एक पतली लकीर उनके चेहरों के बीच लटक रही थी, जो उनके जुनून का प्रतीक थी। सांसें गर्म और भारी थीं, और कमरे में हवा गर्म हो गई, जैसे उनके प्यार की आग ने सब कुछ जला दिया हो। अनहद ने प्रिया की ठुड्डी को पकड़ा, और उसकी गर्दन पर अपने होंठों को रखा। उसने धीरे-धीरे उसकी गर्दन को चूमा, फिर काटा, और कानों में फुसफुसाया, "दीदी, तुम मेरी जिंदगी हो... मैं तुम बिना अधूरा हूं।" प्रिया का शरीर कांप उठा, और उसने अनहद के सीने पर अपने नाखून गड़ा दिए, "तू मेरा है, सिर्फ मेरा... और कोई नहीं छू सकता।"
यह किस अब सिर्फ होंठों तक सीमित नहीं रहा; यह एक फुल बॉडी किस में बदल गया। अनहद ने प्रिया को अपनी बाहों में और कसकर लिया, और उसकी पूरी बॉडी को अपने शरीर से चिपका लिया। उसने प्रिया की गर्दन से शुरू किया, धीरे-धीरे चूमते हुए नीचे की ओर बढ़ा। उसने उसके कंधों पर नर्म चुंबन लिए, फिर उसके कॉलरबोन को चूमा, जहां उसकी त्वचा नाजुक और गर्म थी। प्रिया की सांसें और तेज हो गईं, और उसने अनहद के कंधों को पकड़ा, उसे और पास खींचते हुए। अनहद ने प्रिया के बड़े, गोल स्तनों (36 इंच) की ओर देखा, और धीरे से एक निपल को अपने होंठों से छुआ। उसने उसे चूसा, हल्का काटा, और प्रिया की कराह निकल गई, "ओह अनहद... ऐसे ही चूस, मुझे पागल कर दे!" अनहद ने दोनों स्तनों को बारी-बारी चूमा, उनकी सॉफ्टनेस को अपने होंठों से महसूस किया, और उनकी निपल्स को अपनी जीभ से घुमाया।
प्रिया ने अनहद के सीने पर अपने होंठ रखे, उसकी मजबूत छाती (42 इंच) को चूमा, और उसके सिक्स-पैक एब्स पर धीरे-धीरे नीचे की ओर बढ़ी। उसने अनहद की नाभि को चूमा, और फिर उसके पेट पर हल्के से काटा, जिससे अनहद की सांसें तेज हो गईं। प्रिया ने अनहद के लिंग (7 इंच, सख्त) को देखा, और उसे अपने होंठों से छुआ। उसने हल्का सा चूमा, फिर अपनी जीभ से सहलाया, और अनहद की कराह निकली, "दीदी... तुम मुझे मार डालोगी!" प्रिया ने डॉमिनेंट होकर कहा, "तू मेरा है, और मैं तुझे हर तरह से चूमूंगी।"
अनहद ने प्रिया की कमर (28 इंच) को पकड़ा, उसकी पतली, टोन्ड त्वचा को चूमा, और गुलाब के टैटू पर एक लंबा, गर्म चुंबन लिया। वह नीचे की ओर बढ़ा, प्रिया की जांघों को चूमा, और उसके नितंबों (38 इंच) पर हल्के से काटा। प्रिया ने अनहद के पैरों को चूमा, उसकी मजबूत पिंडलियों को सहलाया, और फिर वापस ऊपर आकर उसके होंठों पर एक और गहरा किस किया। उनकी बॉडीज अब पूरी तरह एक-दूसरे से चिपकी थीं – अनहद की छाती प्रिया के स्तनों से दब रही थी, उनकी जांघें आपस में रगड़ रही थीं, और उनके पसीने से उनकी त्वचा चिकनी हो गई थी।
इस किस में हर टच, हर चुंबन में पैशन और रोमांस था। अनहद ने प्रिया की पीठ पर हाथ फेरते हुए उसे और पास खींचा, और प्रिया ने अनहद के कानों में फुसफुसाया, "अनहद, तू मेरी जिंदगी का हिस्सा है... मुझे हर पल ऐसा फील करा।" अनहद ने जवाब में प्रिया के माथे पर चूमा, "दीदी, तुम मेरी दुनिया हो... मैं तुम्हारे बिना अधूरा हूं।" उनके बीच का इमोशनल कनेक्शन इतना गहरा था कि हर किस में उनकी आत्माएं मिल रही थीं। प्रिया ने अनहद के लिंग को फिर से छुआ, उसे सहलाया, और कहा, "ये मेरा है, और मैं इसे हर तरह से प्यार करूंगी।" अनहद ने प्रिया के नितंबों को पकड़ा, उन्हें मसला, और बोला, "दीदी, तुम्हारी हर चीज मेरे लिए परफेक्ट है।"